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दिल्ली के अनेक विधानसभा क्षेत्रों में गृह मंत्री अमित शाह के रोड शो और जनसभा

नई दिल्ली, 29 जनवरी 2025 (यूटीएन)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज शाम बीजेपी प्रत्याशियों के लिए व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया। कस्तूरबा नगर, कालकाजी और बदरपुर विधानसभा क्षेत्रों में गृह मंत्री अमित शाह के दो रोड शो और एक जनसभा हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रचार की शुरुआत कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र के अमर कॉलोनी में रोड शो से की। शाह के साथ स्थानीय सांसद सुश्री बांसुरी स्वराज, उम्मीदवार नीरज बंसोया और 2 हज़ार से अधिक लोग पैदल चल रहे थे। जैसे ही उनका काफिला अमर कॉलोनी की गलियों से गुजरा, लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की, मालाएं पहनाईं और गर्मजोशी से स्वागत किया। रोड शो ने विक्रम विहार, अमर कॉलोनी और दयानंद कॉलोनी को कवर किया। मीडिया से बातचीत में अमित शाह ने कहा कि जनता की प्रतिक्रिया से साफ है कि बीजेपी विधानसभा में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। शाम को अमित शाह ने बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के मीठापुर और अन्य आस-पास के इलाकों में दूसरा बड़ा रोड शो किया। इस दौरान दक्षिण दिल्ली सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी और स्थानीय उम्मीदवार नारायण दत्त शर्मा भी एक खुली जीप में उनके साथ थे।   हजारों लोग पैदल चलते हुए उनके साथ इस अभियान में शामिल हुए। बदरपुर में इस अभियान को सभी वर्गों से अपार समर्थन मिला, जहां लोगों के समर्थन ने भरोसा दिलाया कि बीजेपी यहां बड़ी जीत दर्ज करेगी। अमित शाह ने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुरी में बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के समर्थन में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। मंच पर कालकाजी के कई प्रमुख व्यक्तित्व मौजूद थे, जिनमें पार्षद राजपाल सिंह, चंद्र प्रकाश, श्रीमती योगिता सिंह, कालकाजी मंदिर के महंत श्री सुरेंद्र नाथ जी, और प्रवक्ता विक्रम बिधूड़ी प्रमुख थे। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि 5 फरवरी को दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल नामक आपदा से मुक्त होने का मौका पाएंगे। जैसे ही जनता कमल के निशान पर वोट देगी, दिल्ली “आप-दा” से मुक्त हो जाएगी। शाह ने कहा भाजपा प्रत्याशियों को चुनें और उन्हें विधानसभा भेजें। हम  दिल्ली को नंबर एक बनाएंगे। उन्होंने आगे कहा, “कल ही मैं कुंभ स्नान करके लौटा हूं और अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि हरियाणा सरकार ने यमुना को विषैला बना दिया है। लेकिन जब हमने जांच की, तो जल बोर्ड ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा। इससे साफ है कि अरविंद केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं।   *शाह ने अरविंद केजरीवाल से तीन सवाल पूछे:* अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि उनके पास रिपोर्ट है। अगर ऐसा है, तो वह उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करें और हम समस्या का समाधान करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा ने पानी में जहर मिलाया। उस जहर का नाम क्या है? उसका प्रमाण दें। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने प्रदूषित पानी को रोका, जिससे दिल्ली के लोग बचे। तो दिखाएं कि आपने वह आदेश कब और कैसे जारी किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इन सवालों के जवाब देने होंगे। अमित शाह ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा, “चुनाव में जीत-हार सामान्य बात है, लेकिन दिल्ली की जनता को डराना और हरियाणा सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाना ओछी राजनीति का उदाहरण है। “चाहे प्रदूषण नियंत्रण हो, यमुना की सफाई हो, या गरीबों के कल्याणकारी योजनाओं को लेकर अफवाहें फैलाना हो, केजरीवाल ने जनता को केवल झूठ से गुमराह किया है। बीजेपी की सरकार बनने पर हर झुग्गीवासी को स्थायी घर मिलेगा।   उन्होंने आगे कहा, “कोविड-19 के दौरान भी, भारत ने दुनिया में अपनी अर्थव्यवस्था को 10वें स्थान से 5वें स्थान तक पहुंचा दिया। इस दौरान सबसे ज्यादा एफडीआई आया और हर नागरिक को मुफ्त टीकाकरण मिला। परंतु केजरीवाल उस दौरान अपने बंगले में बदलाव करने और शराब घोटाला करने में व्यस्त थे। शाह ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने कभी दिल्ली के विकास के लिए कार्य नहीं किया। दिल्ली में डबल इंजन की सरकार चुनिए और हम इसे विश्व की बेहतरीन राजधानियों में शामिल करेंगे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jan 29, 2025

फिक्की प्री-बजट सर्वे:उद्योग जगत चाहता है कि केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय पर निरंतर जोर दिया जाए

नई दिल्ली, 29 जनवरी 2025 (यूटीएन)। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने केंद्रीय बजट 2025-26 से पहले उद्योग जगत के सदस्यों की भावना को जानने के लिए एक त्वरित सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार, लगभग 64 प्रतिशत प्रतिभागियों ने केंद्रीय बजट से पहले भारत की विकास संभावनाओं के बारे में आशावादी रुख व्यक्त किया। लगभग 60 प्रतिशत प्रतिभागियों ने 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.5 से 6.9 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान लगाया। हालांकि ये संख्याएं 2023-24 में देखी गई 8.0 प्रतिशत से अधिक की उच्च वृद्धि से कुछ कम हैं - लेकिन यह बाहरी कारकों के कारण लगातार आने वाली बाधाओं के साथ तालमेल बिठाती हैं। राजकोषीय समेकन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता ने हमें अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया है और सर्वेक्षण प्रतिभागियों को उम्मीद है कि सरकार उस रास्ते पर बनी रहेगी। लगभग 47 प्रतिशत प्रतिभागियों को उम्मीद थी कि सरकार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 4.9 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करेगी और अन्य 24 प्रतिशत ने बताया कि सरकार सुधार कर सकती है और चालू वर्ष के लिए कम राजकोषीय घाटे की संख्या दर्ज कर सकती है।   फिक्की के प्री-बजट 2025-26 सर्वेक्षण का वर्तमान दौर दिसंबर 2024 के अंत और जनवरी 2025 के मध्य के बीच आयोजित किया गया था। सर्वेक्षण में विभिन्न क्षेत्रों में फैली 150 से अधिक कंपनियों से प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुईं, जो आर्थिक विकास में नरमी के बीच भारत इंक की भावनाओं के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करती हैं। सर्वेक्षण का एक महत्वपूर्ण फोकस मैक्रोइकॉनॉमिक नीति हस्तक्षेपों पर था। अधिकांश उत्तरदाताओं ने सार्वजनिक पूंजीगत व्यय को बनाए रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिसमें 68 प्रतिशत ने विकास की गति को बनाए रखने के लिए पूंजीगत व्यय पर जोर देने का आह्वान किया। भारतीय उद्योग के सदस्यों द्वारा वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पूंजीगत व्यय आवंटन में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। इसके अतिरिक्त, आधे से अधिक उत्तरदाताओं ने व्यापार करने में आसानी को और बढ़ाने के लिए सुधारों के महत्व पर जोर दिया।   उत्पादन के कारकों से संबंधित सुधार - विशेष रूप से भूमि अधिग्रहण, श्रम विनियमन और बिजली आपूर्ति जैसे क्षेत्रों के संबंध में - महत्वपूर्ण बने हुए हैं। पिछले साल के केंद्रीय बजट ने अगली पीढ़ी के सुधारों पर एक रोडमैप का संकेत दिया था - उद्योग के सदस्य उसी पर आगे के मार्गदर्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके अलावा, मांग की सुस्त स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की गई। उद्योग के एक महत्वपूर्ण सदस्य ने प्रत्यक्ष कर ढांचे की समीक्षा की मांग की है। स्लैब और कर दरों पर फिर से विचार करना जरूरी है क्योंकि इससे लोगों के हाथों में अधिक पैसा आ सकता है और अर्थव्यवस्था में उपभोग की मांग बढ़ सकती है। उत्तरदाताओं ने कर व्यवस्था को सरल बनाने, हरित प्रौद्योगिकियों/नवीकरणीय और ईवी के विकास को प्रोत्साहित करने तथा डिजिटलीकरण के माध्यम से अनुपालन को आसान बनाने के लिए एक मजबूत नीतिगत प्रयास की भी मांग की।   कराधान के मोर्चे पर, कर निश्चितता प्रदान करना, सीमा शुल्क व्युत्क्रमण को संबोधित करना तथा टीडीएस प्रावधानों को युक्तिसंगत बनाना प्रतिभागियों द्वारा महत्वपूर्ण विषयों के रूप में रेखांकित किया गया। प्रतिभागियों ने सीमा शुल्क के तहत एक माफी योजना के लिए भी समर्थन दिखाया, जिसमें 54 प्रतिशत ने विवादों के त्वरित समाधान को सक्षम करने के लिए इसे शुरू करने का समर्थन किया। आगामी बजट के लिए क्षेत्रीय फोकस स्पष्ट था, जिसमें प्रतिभागियों ने बुनियादी ढांचे, विनिर्माण (विशेष रूप से उद्योग 4.0) और कृषि/ग्रामीण विकास को नीतिगत ध्यान के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों के रूप में पहचाना। लगभग 40 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने रोजगार सृजन को बढ़ावा देने में इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए एमएसएमई को समर्थन देने की निरंतर आवश्यकता पर बल दिया। एमएसएमई के लिए लक्षित उपाय सुव्यवस्थित ऋण पहुंच सुनिश्चित करते हैं, तथा नई प्रौद्योगिकी और स्थिरता उपायों को अपनाने के लिए समर्थन की मांग की गई।   निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता भी एक प्राथमिकता के रूप में उभरी, जिसमें उत्तरदाताओं ने रसद की दक्षता में और सुधार तथा भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति को बढ़ाने के लिए ब्याज समकारी योजनाओं को जारी रखने पर जोर दिया। निष्कर्षों ने विकास के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण की निरंतरता को दर्शाया, जिसमें प्रमुख क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से सुधार किए गए। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों ने भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं, मुद्रास्फीति के दबावों और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों सहित वैश्विक प्रतिकूलताओं के विरुद्ध भारत की तन्यकता को मजबूत करने के लिए व्यापक आर्थिक नीतियों को संरेखित करने के महत्व पर जोर दिया।    बजट को व्यापक आर्थिक मुद्दों को संबोधित करते हुए दीर्घकालिक आर्थिक विस्तार की नींव को मजबूत करना जारी रखना चाहिए। केंद्रीय बजट 2025-26 नई सरकार का पहला पूर्ण बजट होगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को और मजबूत करने तथा एक अग्रणी निवेश गंतव्य के रूप में इसकी साख को उजागर करने का अवसर प्रदान करेगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jan 29, 2025

प्रगति मैदान में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस

नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025 (यूटीएन)। भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) ने 76 वें गणतंत्र दिवस को महान गर्व और देशभक्ति भावना के साथ मनाया। भारत मंडपम में आयोजित समारोह में औपचारिक ध्वज उछाल और अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रदीप सिंह खरोला द्वारा एक प्रेरणादायक भाषण शामिल था, जिन्होंने भारत की समृद्ध विरासत और प्रगति और विकास की ओर बढ़ोतरी की। यह आयोजन त्रिभुज के असुरक्षित के साथ शुरू हुआ, राष्ट्रीय गान के साथ, एकता और गर्व के मूल्यों के साथ गूंजने के साथ। कर्मचारी, गणमान्य व्यक्तियों, और हितधारकों ने संविधान के सिद्धांतों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और इस वर्ष की राष्ट्रीय थीम, 'स्वर्णिम भारत - विरासत और विकास (गोल्डन इंडिया - हेरिटेज एंड डेवलपमेंट) को प्रतिबिंबित करने के लिए शामिल किया, जो सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का जश्न मनाता है भारत के गौरवशाली अतीत और दूरदर्शी भविष्य का। अपने संबोधन में, श्री प्रदीप सिंह खरोला ने संविधान के मूल मूल्यों को 'स्वर्णिम भारत - विरासत और विकास' के सार के साथ संबद्ध किया, जिसमें कहा गया है: "हमारा संविधान महानता की ओर देश की यात्रा की नींव है। यह एकता, समानता, स्वतंत्रता, और न्याय के मूल्यों को प्रेरित करता है। 'हम भारत के लोग' - हमारा पहला मार्गदर्शक मूल्य - हमें सामूहिक ताकत और जिम्मेदारी की याद दिलाता है जिसे हम नागरिकों के रूप में साझा करते हैं।   समानता का सिद्धांत यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक व्यक्ति को समान अधिकार और अवसरों का आनंद मिलता है। कानून का नियम हमें एक उचित और सिर्फ समाज के रूप में एक साथ बांधता है, यह सुनिश्चित करता है कि स्वतंत्रता को विवेकपूर्ण और जिम्मेदारी से प्रयोग किया जाता है। " खरोला ने इनकारा बताया कि ये मूल्य भारतीयों को विभिन्न क्षेत्रों में, शिक्षा और प्रौद्योगिकी से अंतरिक्ष अन्वेषण और क्वांटम ऊर्जा में उत्कृष्ट क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए कैसे सशक्त बनाते हैं, जिससे देश एक वैश्विक नेता है। उन्होंने नवाचार और प्रगति को गले लगाने के दौरान भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर भी जोर दिया, रिपब्लिक डे थीम के साथ पूरी तरह से संरेखित किया। "स्वर्णिम भारत - विरासत और विकास 'विरासत और प्रगति संतुलन की हमारी यात्रा को दर्शाता है। आईटीपीओ नवाचार चलाने और वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने के दौरान हमें परिभाषित करने वाले मूल्यों को संरक्षित करके इस दृष्टि का प्रतीक है। खरोला ने कहा, "भारत की आवाज सुनाई देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करने के लिए है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी उपस्थिति महसूस की गई है।" आईटीपीओ कर्मचारियों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शनों में उत्सव का उत्सव, भारत की विविधता और एकता को हाइलाइट करते हुए। घटना ने न केवल संविधान के मूल्यों को सम्मानित किया बल्कि गणतंत्र दिवस विषय के अनुरूप भारत के विकास में योगदान देने के लिए आईटीपीओ की प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 27, 2025

स्मृति मंधाना बनीं साल की सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर

नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025 (यूटीएन)। भारतीय महिला टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर चुनी गई हैं। मंधाना ने पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया था और 13 मैचों में 747 रन बनाए थे। यह एक कैलेंडर वर्ष में उनके द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन थे। मंधाना ने इस दौरान 57.86 के औसत और 95.15 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी।    * मंधाना दूसरी बार बनीं सर्वश्रेष्ठ वनडे खिलाड़ी * मंधाना ने इस दौरान चार वनडे शतक लगाए थे जो महिलाओं में एक रिकॉर्ड है। मंधाना ने 2024 में 95 चौके और छह छक्के जड़े थे और वह आईसीसी महिला चैंपियनशिप में सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज थीं। यह दूसरी बार है जब मंधाना साला की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुनी गई हैं। वह ऐसा करने वाली दुनिया की दूसरी महिला बल्लेबाज हैं। उनसे पहले न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स इस क्लब में शामिल एकमात्र महिला क्रिकेटर थीं।    * मंधाना के लिए बेहतरीन रहा था साल 2024 * 28 साल की मंधाना ने पिछले साल 13 मैचों में 747 रन बनाए थे। वह साल 2024 की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज रही थीं। मंधाना ने साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 29 गेंद में 29 रन बनाकर की थी। इसके बाद उन्हें अगले वनडे के लिए छह महीने का इंतजार करना पड़ा था। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जब वह खेलीं तो शानदार फॉर्म में दिखीं। मंधाना ने 2024 में चार शतक के अलावा तीन अर्धशतक भी लगाए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर 136 रन रहा था।   * सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे टीम में भी मिली थी जगह * आईसीसी ने हाल ही में सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे टीम की घोषणा भी की थी जिसमें दो भारतीय को जगह दी गई थी।  इनमें स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना और ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा शामिल थीं। मंधाना को इसमें सलामी बल्लेबाज के तौर पर जगह दी गई थी। स्मृति के अलावा श्रीलंका की चामरी अट्टापट्टू, दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोलवार्ट और ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड सर्वश्रेष्ठ वनडे खिलाड़ी पुरस्कार की दौड़ में शामिल थीं, लेकिन मंधाना ने इन सभी को पीछे छोड़ा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 27, 2025

जसप्रीत बुमराह बने 2024 के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर

नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025 (यूटीएन)। भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 2024 का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर चुना गया है। इस पुरस्कार के लिए भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के अलावा इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट, इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक और श्रीलंका के कामिंदु मेंडिस भी नामित थे लेकिन बुमराह ने इन सभी को पछाड़कर पुरस्कार जीता। बुमराह ने हाल ही में टेस्ट में 200 विकेट पूरे किए थे। बुमराह 2024 में टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने 13 मैच में 14.92 की औसत और 30.16 के स्ट्राइक रेट से 71 विकेट चटकाए, जो पारंपरिक प्रारूप में किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। आईसीसी ने पर्थ में बुमराह के मैच का रुख बदलने वाले स्पैल को उनके सबसे यादगार प्रदर्शन में से एक माना था जिसकी बदौलत भारत ने 295 रन से जीत दर्ज की।   ऑस्ट्रेलिया में किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले कैलेंडर वर्ष में बुमराह ने अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 71 विकेट चटकाए और इस प्रारूप में सबसे सफल गेंदबाज रहे। चाहे दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियां हों या स्वदेश में तेज गेंदबाजों के लिए कठिन परिस्थितियां, बुमराह ने पूरे साल प्रभावशाली प्रदर्शन किया। भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इस तेज गेंदबाज ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।   दिग्गजों की लिस्ट में शामिल हुए बुमराह 71 विकेट लेने के बाद बुमराह एक कैलेंडर वर्ष में 70 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज बने। इस तरह वह रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले और कपिल देव की लिस्ट में शामिल हो गए। बुमराह से पहले राहुल द्रविड़ (2004), गौतम गंभीर (2009), वीरेंद्र सहवाग (2010), रविचंद्रन अश्विन (2016) और विराट कोहली (2018) भी यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। बुमराह हालांकि, भारत के पहले तेज गेंदबाज हैं जिन्हें साल का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी चुना गया है।   ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हुए थे बुमराह बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट मुकाबले के दौरान पीठ की समस्या से जूझ रहे थे। इस कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया, जबकि वनडे सीरीज के शुरुआती दो मैचों से भी वह बाहर हैं। इसके अलावा तीसरे वनडे में भी उनका खेलना तय नहीं है। अनुभवी गेंदबाज को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है, लेकिन उनका इस टूर्नामेंट में खेलना पूरी तरह फिटनेस पर निर्भर करेगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 27, 2025

नए कलेवर में सामने आएगा वक्फ संशोधन बिल

नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025 (यूटीएन)। वक्फ को लेकर बनाई गई संसद की संयुक्त समिति की बैठक (जेपीसी) में तय हो गया है कि लोकसभा में पेश किया गया वक्फ बिल अब एक नए स्वरूप में फिर से लाया जाएगा। जेपीसी ने सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( एनडीए ) गठबंधन के सदस्यों की ओर से प्रस्तावित सभी संशोधनों को स्वीकार कर लिया तो वहीं विपक्षी सांसदों की ओर से पेश किए गए हर बदलाव को नकार दिया है। जेपीसी के सामने विपक्ष की ओर से वक्फ संशोधन बिल के कुल 44 खंडो में संशोधन का प्रस्ताव दिया गया था, जो अस्वीकार हो गया। वहीं सत्ता पक्ष से जुड़े हुए सांसदों ने जो 14 खंडो में संशोधन का प्रस्ताव दिया था वह स्वीकार हो गया है। आसान शब्दों में बात करें तो लोकसभा में पेश हुए वक्फ संशोधन बिल में कुल 44 अलग अलग प्रावधान रखे गए थे, लेकिन जब बिल संसद की संयुक्त समिति के सामने आया तो सिर्फ सत्ता पक्ष के 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया।   *सूत्रों के मिली जानकारी मुताबिक वक्फ संशोधन बिल में यह प्रस्ताव हुए मंजूर*  1- कलेक्टर या उससे ऊपर का अधिकारी, जिसको सरकार की ओर से चुना जाएगा वो तय करेगा की संपत्ति वक्फ के अधीन आती है या नहीं. अभी तक वक्फ संशोधन बिल में कहा गया था कि जिला का कलेक्टर तय करेगा की संपत्ति वक्फ के अधीन आती है या नहीं। 2- वक्फ ट्रिब्यूनल में दो कि जगह तीन सदस्य होंगे, जिसमें अब एक इस्लामिक स्कॉलर नया जुड़ेगा. अभी तक वक्फ संशोधन बिल में ट्रिब्यूनल में दो सदस्य रखने की बात की गई थी। 3- समिति में पारित हुए प्रस्ताव के मुताबिक, वक्फ बोर्ड/कौंसिल में कम से कम दो गैर मुस्लिम सदस्य तो रहेंगे ही। इस लिहाज से वक्फ बोर्ड/कौंसिल में अब तक जो राज्य/केंद्र के अधिकारी रहते थे ( गैर मुस्लिम या मुस्लिम ) उनके अलावा भी कम से कम दो गैर मुस्लिम सदस्य रहेंगे ही, जबकि वक्फ संसोधन बिल के मुताबिक वक्फ बोर्ड में पहले 2 गैर मुस्लिम सदस्यों की बात थी. इसमें वक्फ बोर्ड के साथ काम करने वाले अधिकारी यानी एक्स ऑफिशियो भी शामिल थे।   *बिल के इस प्रावधान पर हो सकता है बवाल -* 1- सूत्रों के मुताबिक, जेपीसी की ओर से स्वीकार किए गए वक्फ बोर्ड/कौंसिल में गैर मुस्लिम सदस्यों की संख्या बढ़ाने वाला प्रस्ताव को लेकर हंगामा हो सकता है. कारण यह है कि जो लोग वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे थे उनकी आपत्ति इस बात को लेकर थी कि आखिर वक्फ बोर्ड/कौंसिल में गैर  मुस्लिम लोगों की क्या जरूरत. कमेटी ने गैर मुस्लिम लोगों की संख्या, जो पहले बिल में ज्यादातर दो की गई थी उसे अब कम से कम दो कर दिया गया है। 2- कमेटी की ओर से पास किए गए प्रस्ताव के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति, जो ये दावा करता है कि वह पांच साल से इस्लाम का पालन कर रहा है, उसे यह साबित भी करना होगा। इसके बाद ही वह अपनी संपत्ति को वक्फ में दे सकता है। शर्त ये है कि वह संपत्ति किसी तरह के विवाद में न हो, जबकि वक्फ संशोधन बिल में कहा गया था कि वक्फ को वही जमीन दान कर सकता है, जो पांच साल से इस्लाम का पालन कर रहा हो. हालांकि, सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि इस संसोधन प्रस्ताव को लाने का मकसद ऐसे मामलों में कमी लाने का है, जहां पर धर्म परिवर्तन करते ही संपत्ति वक्फ को दान करवा दी जाती है। 3- सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वैसे तो कुल 14 प्रावधानों में संशोधन का प्रस्ताव मंजूर हुआ है, लेकिन ये कुछ अहम संशोधन है, जो बिल के मौजूदा प्रारूप में किए जाएंगे। हालांकि, इसके अलावा भी कई और संशोधन होने हैं। लेकिन अब तक सामने आयी जानकारी के मुताबिक, उनमें यह चार सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं।   * 31में से 16 सदस्य ही थे मौजूद * जेपीसी में जो संशोधन पास हुए हैं, वह सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से हर एक संशोधन पर हुई वोटिंग के बाद पास हुए हैं. जेपीसी की सोमवार (27 जनवरी, 2025) को हुई बैठक के दौरान कुल 31 से में 26 सदस्य ही मौजूद थे, जिसमें से 16 सत्ता पक्ष के थे और 10 विपक्ष के थे। यही कारण था कि विपक्ष की ओर से लाए गए तमाम प्रस्ताव नकार दिए गए।   * 29 जनवरी को होगी अगली बैठेक * अब संसद जेपीसी की अगली बैठक 29 जनवरी, 2025 को होगी, जब कमेटी के सदस्यों को मौजूदा संशोधन के साथ बिल ड्राफ्ट रिपोर्ट्स सौंपी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, बिल की यह ड्राफ्ट रिपोर्ट करीब 500 से ज्यादा पन्नों की है। हालांकि, अगर कमेटी में मौजूद विपक्षी सांसद इस पर अपना विरोध दर्ज करवाते हैं, जिसको डीसेंट नोट कहते हैं तो उनके विरोध का हिस्सा भी इस ड्राफ्ट रिपोर्ट में शामिल कर लिया जाएगा।   * लोकसभा स्पीकर को सौंपी जाएगी रिपोर्ट * माना यह जा रहा है कि 31 जनवरी, 2025 से शुरू होने वाले बजट सत्र के दौरान वक्फ बिल को लेकर बनाई गई संसद की संयुक्त समिति की यह ड्राफ्ट रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर को सौंप दी जाएगी. इसके बाद नियमों के मुताबिक, कमेटी की ओर से दिए गए संशोधन के साथ बिल को एक नए स्वरूप में सदन में लेकर आया जाएगा, जिस पर एक नए सिरे से चर्चा होगी। इसके बाद ही सदन में बिल को पास करवाने को लेकर कार्रवाई आगे बढ़ेगी।     विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 27, 2025

दिल्ली वालों को रोजगार देने का वादा, आम आदमी पार्टी की 15 गारंटी

नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025 (यूटीएन)। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अब आखिरी चरण में पहुंच गया है। इस बार दिल्ली चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला बताया जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस भी इस चुनाव में अपनी खोई जमीन तलाशते दिख रही है. दिल्ली चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणापत्र जारी करते समय दिल्ली की जनता से कई बड़े वादे भी किए हैं। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इसके माध्यम से दिल्ली की जनता को 15 गारंटी दी है। उन्होंने कहा कि हम अगले 5 साल के लिए दिल्ली के लिए 15 गारंटी जारी कर रहे हैं. इन्हें 5 सालों के अंदर पूरा किया जाएगा. बता दें कि इस दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया, आतिशी, संजय सिंह, राघव चड्ढा और सौरभ भारद्वाज समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे।    *आम आदमी पार्टी की 15 गारंटी * दिल्ली वालों को रोजगार देने का वादा - दिल्ली के निवासियों के लिए रोजगार सृजन के ‘‘ठोस'' कदम का वादा किया। महिला सम्मान योजना - महिलाओं को 2,100 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता का आश्वासन देती है। संजीवनी योजना - वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘संजीवनी योजना' मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगी। पानी के गलत बिल माफ करना - बकाया ‘‘बढ़े हुए'' पानी के बिल को माफ करने का वादा किया गया है। दिल्ली के लोगों को 24 घंटे साफ पानी मुहैया कराना प्रदूषित यमुना नदी को साफ करने और दिल्ली की सड़कों को विश्व स्तरीय बनाने की प्रतिबद्धता.डॉक्टर अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना - विदेश में अध्ययन करने के लिए अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचति जनजाति (एसटी) के छात्रों को छात्रवृत्ति देने का वादा किया है. छात्रों को फ्री बस का सफर मिलेगा, दिल्ली मेट्रो में 50 प्रतिशत कंसेशन पुजारी और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये हर महीने दिए जाएंगेसीवर को ठीक किया जाएगाराशन कार्ड खोले जाएंगे - प्रणाली से बाहर रह गए लोगों को राशन कार्ड जारी करने का है वादा। ऑटो एवं कैब चालकों को वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।   आरडब्ल्युए में निजी सुरक्षा के लिए पैसा - रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) को सुरक्षा गार्ड रखने और स्थानीय सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए भी धन दिया जाएगाहेल्थ इंशोरेंस की गारंटीकिरायेदारों को भी मुफ्त बिजली और पानी की गारंटी 1दिल्ली की सड़कों को शानदार बनाए जाने की गारंटी केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि अगर आप सत्ता में आती है तो आप की मौजूदा मुफ्त कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी, जो दिल्ली के निवासियों को लगभग 25,000 रुपये प्रति माह का लाभ प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो वे इन सभी योजनाओं को बंद कर देंगे। मैं दिल्ली के लोगों से पूछना चाहता हूं, अगर भाजपा इन लाभों को बंद कर देती है तो क्या आप इसका खर्च उठा पाएंगे ? दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आठ फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इन चुनावों को आप सरकार के शासन मॉडल पर जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है, जो मुफ्त कल्याणकारी योजनाओं पर बहुत अधिक निर्भर है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 27, 2025

एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करें: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 25 जनवरी 2025 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर आगामी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने वाले एनसीसी के कैडेटों, एनएसएस के स्वयंसेवकों, जनजातीय मेहमानों और झांकियों से जुड़े कलाकारों के साथ बातचीत की। इस बातचीत के बाद भारत की समृद्ध संस्कृति एवं विविधता को प्रदर्शित करने वाले जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। अतीत की परंपराओं से हटकर, प्रधानमंत्री ने प्रतिभागियों के साथ एक अभिनव तरीके से बातचीत की। वह प्रतिभागियों के साथ अनौपचारिक तरीके से खुलकर जुड़े। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता एवं विविधता के महत्व पर जोर दिया और सभी प्रतिभागियों से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करने हेतु विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ बातचीत करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे इस तरह की बातचीत समझ एवं एकता को बढ़ावा देती है, जो देश की प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।    प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जिम्मेदार नागरिक के रूप में कर्तव्यों को पूरा करना विकसित भारत के सपने को साकार करने की कुंजी है। उन्होंने सभी से एकजुट रहने और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अनुशासन, समय की पाबंदी और सुबह जल्दी उठने जैसी अच्छी आदतों को अपनाने के महत्व के बारे में भी बताया और डायरी लेखन को प्रोत्साहित किया।   बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री ने सरकार की कुछ प्रमुख पहलों पर चर्चा की जो लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर रही हैं। उन्होंने 3 करोड़ “लखपति दीदी” बनाने की पहल के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। एक प्रतिभागी ने अपनी मां की कहानी साझा की, जिन्हें इस योजना से लाभ हुआ, जिससे उनके उत्पादों का निर्यात संभव हो सका। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे भारत में डेटा की किफायती दरों ने कनेक्टिविटी के मामले में आमूल परिवर्तन ला दिया है और डिजिटल इंडिया को सशक्त बनाया है, जिससे लोगों को आपस में जुड़े रहने में मदद मिली है और अवसरों में वृद्धि हुई है। स्वच्छता के महत्व पर चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर 140 करोड़ भारतीय स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प ले लें तो भारत हमेशा स्वच्छ रहेगा। उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के महत्व के बारे में भी बताया और सभी से अपनी मां को समर्पित करते हुए पेड़ लगाने का आग्रह किया। उन्होंने फिट इंडिया मूवमेंट पर चर्चा की और सभी से योग करने के लिए समय निकालने तथा फिटनेस एवं कल्याण पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा, जो एक मजबूत एवं स्वस्थ राष्ट्र के लिए बेहद आवश्यक है।   प्रधानमंत्री ने विदेशी प्रतिभागियों से भी बातचीत की। इन प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त की, भारत के आतिथ्य की प्रशंसा की और अपनी यात्राओं से जुड़े सकारात्मक अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जिम्मेदार नागरिक के रूप में कर्तव्यों का पालन करके विकसित भारत के विजन को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने सभी से एकजुट रहने और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अनुशासन, समय की पाबंदी और जल्दी उठने जैसी अच्छी आदतों को अपनाने और डायरी लिखने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा उन्होंने सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। पीएम मोदी ने तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने की पहल से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की जानकारी दी। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि किस प्रकार भारत की किफायती डाटा दरों ने कनेक्टिविटी को बदल दिया है और डिजिटल इंडिया' कार्यक्रम को बढ़ावा दिया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jan 25, 2025

भारतीय सेना के 10 हथियार जिनको देख कर हैरान रह जाएगी दुनिया

नई दिल्ली, 25 जनवरी 2025 (यूटीएन)। भारत 26 जनवरी 2025 को 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है. इस बार संविधान लागू होने के 75 लाल पूरे होने जा रहे हैं, इसलिए गणतंत्र दिवस उत्सव भी खास होने वाला है. 300 कलाकार विभिन्न प्रकार के भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ 26 जनवरी की परेड की शुरुआत करेंगे. 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में इस बार कुल 31 झांकियां होंगी, जिनमें से 16 झांकियां विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी. ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य शक्ति और भारतीय सांस्कृति विरासत का शानदार प्रदर्शन होगा. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन भी अपनी झांकी पेश करेगी, जिसका थीम रक्षा कवच- मल्टी प्रोटेक्शन अगेंस्ट मल्टी-डोमेन थ्रेट है. इसमें अडवांस डिफेंस डनोवेशन को प्रदर्शित किया जाएगा.    *इन 10 हथियारों का होगा प्रदर्शन* नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन वाहन, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, 500 किलोमीटर की रेंज वाली प्रलय मिसाइल, शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम 10 मीटर, आकाश वेपन सिस्टम.   *178 जल योद्धाओं को बुलाया गया* देशभर से 178 जल योद्धाओं को यहां 76वें गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने और जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मिलने के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. गणतंत्र दिवस परेड के बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह आयोजित किया जाएगा. 121 संगीतकारों वाला वायुसेना का बैंड यहां यादगार धुनें प्रस्तुत करेगा.   *ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति को दिखाया जाएगा* राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस परेड में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति को प्रदर्शित करने वाली एक झांकी प्रदर्शित की जाएगी. केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने एक बयान में कहा कि यह जीवंत प्रदर्शन भारत के उभरते ऊर्जा परिदृश्य की झलक पेश करेगा और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में देश की अभूतपूर्व प्रगति को दर्शाएगा. झांकी मुख्य रूप से एमएनआरई कार्यक्रमों के साथ ही महत्वाकांक्षी पहल प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना पर केंद्रित होगी.   *गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति करेंगी संबोधित* राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को राष्ट्र को संबोधित करेंगी. गणतंत्र दिवस परेड कर्तव्य पथ पर ध्वजारोहण समारोह के बाद शुरू होगी. राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रपति सलामी लेंगी. इस साल भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते में चार अधिकारी (एक टुकड़ी कमांडर और तीन अतिरिक्त अधिकारी) और 144 वायुसैनिक शामिल हैं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 25, 2025

वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी की बैठक में हंगामा

नई दिल्ली, 25 जनवरी 2025 (यूटीएन)। वक्फ संशोधन विधेयक पर संसदीय समिति की बैठक शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। हंगामा थमता न देख समिति के 10 सांसदों को पूरे दिन के लिए कमेटी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। इससे पहले बैठक के दौरान विपक्षी सदस्यों ने दावा किया कि उन्हें मसौदा कानून में प्रस्तावित बदलावों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है। आज भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली जेपीसी कश्मीर के मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के विचार सुनने वाली थी।   *सभी 10 विपक्षी सांसद दिनभर के लिए निलंबित* बैठक में हुए हंगामे के बाद वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक से सभी 10 विपक्षी सांसदों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित विपक्षी सांसदों में कल्याण बनर्जी, मोहम्मद जावेद, ए राजा, असदुद्दीन ओवैसी, नासिर हुसैन, मोहिबुल्लाह, एम अब्दुल्ला, अरविंद सावंत, नदीमुल हक, इमरान मसूद शामिल हैं।   *निशिकांत दुबे ने पेश किया निलंबन प्रस्ताव* भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। इसे समिति ने स्वीकार कर लिया। भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने दावा किया कि विपक्षी सदस्यों का आचरण शर्मनाक था, क्योंकि वे बैठक के दौरान लगातार हंगामा कर रहे थे और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।   *मीरवाइज को बुलाने से पहले चर्चा में हंगामा* मीरवाइज को बुलाने से पहले समिति के सदस्यों ने आपस में चर्चा की और इसी दौरान विपक्षी नेताओं के साथ बैठक में हंगामा हो गया। विपक्षी सदस्यों ने दावा किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा वक्फ संशोधन विधेयक पर रिपोर्ट को जल्द स्वीकार करने पर जोर दे रही है। बैठक के दौरान तीखी बहस के कारण कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। मीरवाइज के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल समिति की बैठक फिर से शुरू होने के बाद उसके सामने पेश हुआ।   *आरोप-प्रत्यारोप का दौर* तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी और कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन बैठक से बाहर निकल आए। उन्होंने कहा कि समिति की कार्यवाही तमाशा बन गई है। उन्होंने मांग की कि प्रस्तावित संशोधनों पर खंडवार विचार करने के लिए 27 जनवरी को होने वाली बैठक को 30 जनवरी या 31 जनवरी तक के लिए टाल दिया जाए। निशिकांत दुबे ने विपक्षी सदस्यों की आलोचना करते हुए कहा कि उनका आचरण संसदीय परंपरा के खिलाफ है और वे बहुमत की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।   *मीरवाइज ने क्या कहा?* समिति के समक्ष पेश होने से पहले मीरवाइज ने कहा कि वह वक्फ संशोधन विधेयक का कड़ा विरोध करते हैं और धर्म के मामलों में सरकार के हस्तक्षेप नहीं करने का समर्थन करते हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे सुझावों को सुना जाएगा और उन पर अमल किया जाएगा। ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाए, जो मुसलमानों को बसहज महसूस कराए। यह पहली बार है, जब लगभग निष्क्रिय हो चुके अलगाववादी समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज ने पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद कश्मीर घाटी से बाहर कदम रखा है। कल्याण बनर्जी ने कहा कि बैठक में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल चल रहा है। सभापति इस बैठक को आगे बढ़ा रहे हैं और वह किसी की नहीं सुन रहे हैं। हमें बताया गया था कि 24 और 25 जनवरी को बैठक होगी। अब आज की बैठक के लिए एजेंडे को खंड दर खंड चर्चा से बदल दिया गया है।   *निशिकांत दुबे ने ओवैसी को घेरा* निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्ष के लोगों खासकर ओवैसी साहब की सोच है कि हमने जम्मू-कश्मीर का पूरा प्रतिनिधित्व नहीं सुना और मीरवाइज उमर फारूक को बुलाया। उन्हें सुनने के लिए ही जेपीसी अध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी और खंडवार चर्चा की। आज विपक्ष की सोच और नजरिया उजागर हो गया है। उन्होंने मीरवाइज के सामने हंगामा किया और बदसलूकी की। यह संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ है।    *विपक्ष बहुमत की आवाज को दबाना चाहता है'* उन्होंने कहा कि अगर आज और कल खंडवार चर्चा के लिए बैठक होती भी तो 27 जनवरी या 28 जनवरी को एक और बैठक होती। 27 जनवरी के लिए पहले से ही बैठक तय थी। विपक्ष बहुमत की आवाज को दबाना चाहता है। ज्यादातर सदस्यों ने 27 जनवरी को बैठक करने का सुझाव दिया है। 29 जनवरी को हम अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेंगे। जब भी मैंने जेपीसी में बोलने के लिए माइक लिया है, विपक्ष ने हमेशा मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की है।   *किस तरह की जल्दी, समझ नहीं पा रहा'* निलंबन के बाद शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि जेपीसी किसी तानाशाही प्रवृत्ति से चल रही है, किस तरह की जल्दी है, यह मैं समझ नहीं पा रहा हूं। यह एक महत्वपूर्ण विधेयक है, जो देश में अराजकता पैदा कर सकता है, लेकिन इसे उस तरह से नहीं निपटा जा रहा है। कहा गया था कि खंड-दर-खंड चर्चा होगी, लेकिन आज जम्मू-कश्मीर से लोग आए और उस खंड-दर-खंड चर्चा को 27 जनवरी के लिए स्थगित कर दिया गया।   *'रात 11:40 बजे हमें संदेश मिला कि एजेंडा बदल दिया गया'* मामले में डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि इस महीने की 18, 19 और 20 तारीख को जेपीसी दौरे पर थी। दौरे का आखिरी सत्र 21 तारीख को पूरा हुआ। बैठक के दौरान सचिवालय से सूचना मिली कि 24 तारीख को बैठक होगी। हमने तुरंत चेयरमैन के सामने विरोध किया। 21 तारीख को हम दौरे पर थे। हम उसी रात चले जाने वाले हैं। हमें 24 तारीख को कैसे बुलाया जा सकता है? क्योंकि हमें अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वापस जाना था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे विचार करेंगे। 21 जनवरी को हमें एक और नोटिस मिला, जिसमें सभी सदस्यों से 48 घंटे के भीतर अपने संशोधन देने का अनुरोध किया गया था। हम सभी ने तुरंत संशोधन रखे और वे 24 तारीख को इस पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन कल रात 11:40 बजे हमें संदेश मिला कि एजेंडा बदल दिया गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Ujjwal Times News

Jan 25, 2025