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मातृ दिवस के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक प्रोग्राम,बिजवाड़ा की सोनिया कश्यप चुनी गई बेस्ट मदर

बिनौली, 17 मई 2024  (यूटीएन)। जिवाना के सेंट आरवी कॉन्वेंट स्कूल में गुरुवार को मातृ दिवस के उप्लक्षय में समारोह आयोजित किया गया, जिसमें रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। शुभारंभ समाजसेवी अनुराग जैन,  निदेशिका चारू जैन व प्रधानाचार्य निर्दोष शर्मा ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर  किया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला प्रचारक अरुण कुमार ने विद्यार्थियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें प्रेरित किया।   इस दौरान शिवांश, अगम, आरव, अथर्व, पारस, पूरव, यशस्वी, दीक्षा, कनक आदि छात्र छात्राओं ने ,रंग दे बसंती, बुमरो बुमरो, सारे जहां से अच्छा, तेरी उंगली पकड़ के चला आदि पंजाबी और राजस्थानी आदि लोक संगीत पर नृत्य आदि रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से समां बांध दिया।   स्कूल निदेशिका  चारू जैन ने रैंप वॉक करने वाली माताओ को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सोनिया कश्यप बिजवाड़ा को बेस्ट मदर, एलिगेंट मदर व हैंडसम सन वैशाली राणा बड़ौत, बेस्ट परफॉर्मेंस रूबी जैन बिनोली, सोनिया राणा बड़ौत बेस्ट जोड़ी, स्पार्क ऑफ इवेंट अर्चना व ब्यूटीफुल मॉम शालू वाजिदपुर, बेस्ट कॉस्ट्यूम के लिए अंजलि तोमर व बेस्ट रैंप वॉक के लिए मीनाक्षी व सविता को चयनित किया।    रैंप पर कैटवॉक में प्रतिभाग करने वाली माताओ व बच्चों को स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश आर्य, मोहनवीर उज्ज्वल, बिजेन्द्र जैन, विपिन, रोमी वालिया, सुमित बालियान, सोनू कुमार, विनीता जैन, वैशाली राणा, रुचि शर्मा,अंजली तोमर, ऋतु, शिवानी, वंशिका,सोनिया राणा आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Ujjwal Times News

May 17, 2024

मुझे सात-आठ थप्पड़ मारे, शरीर के निचले हिस्से पर लात मारी':स्वाति मालीवाल के आरोप

नई दिल्ली, 17 मई 2024  (यूटीएन)। आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने कुछ दिनों पहले आरोप लगाए थे कि उनके साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर सीएम के सहयोगी बिभव कुमार ने मारपीट और बदसलूकी की थी। इस मामले पर आज शुक्रवार को पुलिस ने स्वाति मालीवाल के मजिस्ट्रेट के समाने कलमबंद बयान दर्ज कराए। स्वाति मालीवाल ने एफआईआर में बिभव कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।    स्वाति मालीवाल की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार ने स्वाति मालीवाल को कई बार लात और करीब सात-आठ थप्पड़ मारे। स्वाति जब मदद के लिए चिल्लाने लगीं तब भी बिभव नहीं रुके।   स्वाति ने बताया कि वह लगातार मदद के लिए चिल्ला रही थीं लेकिन बिभव नहीं रुका। आरोप लगाया कि बिभव ने उनकी छाती, पेट और शरीर के निचले हिस्सों पर लात से हमला किया। स्वाति की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने बिभव कुमार को आरोपी बनाया था।    *एफआईआर में स्वाति मालीवाल ने बताई घटना की सच्चाई* दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, मालीवाल ने 13 मई की घटनाओं का जिक्र किया है। जब वह मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गई थीं। उन्होंने कहा कि मैं कैंप कार्यालय के अंदर गई। सीएम के पीए बिभव कुमार को फोन किया। लेकिन मैं अंदर नहीं जा सकी। फिर मैंने उनके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भेजा था। हालांकि, कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद मैं उनके आवास के परिसर में गई। जहां मैं अक्सर जाती थी।   वहीं बिभव कुमार मौजूद नहीं थे। इसलिए मैंने आवास परिसर में एंट्री की और वहां मौजूद कर्मचारियों को जानकारी दी कि वे यहां सीएम से मिलने के लिए आई हैं। यह सब बातें एफआईआर में लिखी गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद हैं और मुझे ड्राइंग रूम में इंतजार करने के लिए कहा है। मैं ड्राइंग रूम में गई और सोफे पर बैठ गई और उनके मिलने का इंतजार किया। मुझे पता चला की सीएम मिलने के लिए आ रहे हैं। लेकिन अचानक पीए बिभव कुमार कमरे में घुस आए।   उन्होंने बिना किसी उकसावे के चिल्लाना शुरू कर दिया। मुझे गालियां भी दीं। मैं स्तब्ध रह गई। इतना ही नहीं मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया।   जब मैं लगातार चिल्लाती रही तो मुझे कम से कम सात से आठ बार थप्पड़ मारा। मैं वहां मदद के लिए भी चिल्लाई थी। जानबूझकर मेरी शर्ट ऊपर खींची। उन्होंने बताया कि मैंने उनसे बार-बार कहा कि मैं मासिक धर्म के दौर से गुजर रही हूं। कृपया मुझे जाने दें। लेकिन जाने नहीं दिया। फिर मैं वहीं बैठ गई। मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर गई और हमले के दौरान जमीन पर गिरे अपने चश्मे को उठाया। इसके बाद 112 नंबर पर फोन किया और पुलिस को सूचना दी।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 17, 2024

बार काउंसिल ऑफ इंडिया को न्यायालयों में जनरल काउंसल की उपस्थिति की अनुमति देनी चाहिए

नई दिल्ली, 17 मई 2024  (यूटीएन)। एसोचैम भारत जीसी समागम में, मुख्य अतिथि पी के मल्होत्रा, पूर्व सचिव, विधि एवं न्याय मंत्रालय, "जनरल काउंसल: उचित परिश्रम से परे शासन को बढ़ाना" विषय पर चर्चा की, जिसमें भारत के विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य तक पहुँचने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए नए विनियमों की निगरानी और समायोजन, अनुपालन सुनिश्चित करने और जोखिम को कम करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा, ''डिजिटल प्रौद्योगिकी के विकास के कारण अब जनरल काउंसल को डेटा गोपनीयता, साइबर सुरक्षा और बौद्धिक संपदा से संबंधित कानूनी मामलों से निपटना पड़ता है। व्यवसायों पर नैतिक और टिकाऊ प्रथाओं को लागू करने का दबाव बढ़ रहा है''।  उन्होंने मुकदमेबाजी और विवाद समाधान के परिदृश्य पर जोर दिया जो मध्यस्थता और मध्यस्थता जैसे वैकल्पिक विवाद समाधान (एडीआर) तरीकों पर अधिक ध्यान देने के साथ विकसित हो रहा है। सामान्य परामर्शदाताओं को इन प्रक्रियाओं के प्रबंधन में निपुण होना चाहिए।   डॉ. रीता वशिष्ठ सदस्य सचिव विधि आयोग ने अपने अतिथि संबोधन में कहा कि वाणिज्यिक कानूनों में सुधार करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे देश के आर्थिक विकास में सहायक हों। विधि आयोग का उद्योग के साथ सहयोग परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 पर अपनी 11वीं रिपोर्ट में अच्छी तरह से परिलक्षित होता है, जिसमें आयोग द्वारा अपनी सिफारिशें करने से पहले विभिन्न वाणिज्यिक निकायों, वाणिज्य मंडलों और उद्योग संघों की राय मांगी गई और उन पर विचार किया गया।   उद्योग और आयोग के बीच ऐसा सहयोग वर्षों से जारी है। अपने विशेष संबोधन में भारत के पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल संजय जैन ने कहा कि जैसे-जैसे कंपनियाँ वैश्विक स्तर पर फैलती हैं, सामान्य परामर्शदाताओं को जटिल अंतर्राष्ट्रीय कानूनों, व्यापार विनियमों और सीमा पार लेनदेन को समझना चाहिए। इसके लिए विभिन्न कानूनी प्रणालियों और संस्कृतियों की गहरी समझ की आवश्यकता होती है। एआई और अन्य कानूनी तकनीकों को अपनाने से कानूनी पेशे में बदलाव आ रहा है। सामान्य परामर्शदाताओं को अनुबंध प्रबंधन, अनुपालन, कानूनी शोध और अधिक कुशल सेवा वितरण के लिए इन उपकरणों का लाभ उठाना चाहिए। सेंट्रम लीगल के मैनेजिंग पार्टनर हितेंद्र मेहता ने उद्घाटन भाषण देते हुए बताया कि कॉरपोरेट्स और स्टेकहोल्डर्स ट्रस्ट में अनुपालन प्रबंधन व्यवसायिक संस्थाओं की मदद करने में कुशल है।   उन्होंने कहा कि एआई और अन्य कानूनी तकनीकों को अपनाने से कानूनी पेशे में बदलाव आ रहा है। जनरल काउंसल की भूमिका बहुआयामी है क्योंकि संबंधित व्यक्ति यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी सभी प्रासंगिक कानूनों और विनियमों का अनुपालन करती है। इसमें कानूनी परिवर्तनों पर अपडेट रहना और अनुपालन आवश्यकताओं पर बोर्ड और प्रबंधन को सलाह देना शामिल है। संकट प्रबंधन के बारे में बताते हुए, वेंकेट राव सदस्य, एसोचैम नेशनल काउंसिल ऑन लीगल अफेयर्स एंड रेगुलेटरी रिफॉर्म्स और संस्थापक और प्रबंध भागीदार, इंटिग्रेट लॉ ऑफिस ने कहा कि जी.सी. को मुकदमेबाजी, नियामक जांच और अन्य महत्वपूर्ण कानूनी चुनौतियों जैसे संकटों के दौरान कानूनी प्रतिक्रिया का नेतृत्व करना चाहिए।   जनरल काउंसल इन स्थितियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए बाहरी कानूनी परामर्शदाताओं और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय करता है। राजिंदर कुमार सह-अध्यक्ष, एसोचैम नेशनल काउंसिल ऑन लीगल अफेयर्स एंड रेगुलेटरी रिफॉर्म्स ने जोर देकर कहा कि जी.सी. कॉरपोरेट गवर्नेंस में बदलाव और स्थिरता के लिए उत्प्रेरक है। उन्होंने शासन ढांचे को मजबूत, कानूनी रूप से अनुपालनीय तथा इसके रणनीतिक उद्देश्यों के अनुरूप बनाने पर जोर दिया।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 17, 2024

भारत सभी आवश्यक राष्ट्रीय शक्तियों का विकास करेगा :डॉ. एस. जयशंकर

नई दिल्ली, 17 मई 2024  (यूटीएन)। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि भारत सभी आवश्यक राष्ट्रीय शक्तियों का विकास करेगा जो आने वाले समय में इसे एक अग्रणी शक्ति बनाएगी”। मंत्री ने कहा कि यह दृष्टिकोण भारत के लोगों की रचनात्मकता और महत्वाकांक्षा की सराहना करता है और इसे आगे बढ़ाने के अवसरों का वादा करता है। डॉ. जयशंकर ने कहा, “वैश्विक स्तर पर भारत के विकास का एक प्रमुख स्रोत होने, आपूर्ति श्रृंखलाओं में एक मूल्यवान अतिरिक्त और प्रतिभा का एक महत्वपूर्ण पूल होने के बारे में व्यापक सहमति है”। वे आज नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 के विशेष पूर्ण सत्र में बोल रहे थे, जिसका विषय था ‘भविष्य का जिम्मेदारी से सह-निर्माण: व्यवसाय की भूमिका’। कोविड-19 महामारी के बाद से भारत और दुनिया के सामने आने वाली कई वैश्विक चुनौतियों पर बोलते हुए, डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत ने व्यापक सुधारों और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देने के साथ पूंजीगत खर्च पर तीव्र ध्यान देने की मदद से मजबूत विकास देखा है। उन्होंने कहा कि इसमें भारत को आत्मनिर्भर बनाना, व्यापार करने में आसानी के सुधार, बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रम, व्यापार वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल और स्टार्ट-अप संस्कृति आदि शामिल हैं। दुनिया के सामने आज की कुछ भू-राजनीतिक वास्तविकताओं पर प्रकाश डालते हुए - जिसमें रूस-यूक्रेन संघर्ष, ईरान-इज़राइल संघर्ष का बढ़ना जो संभावित रूप से मध्य पूर्व तक फैल सकता है, ईंधन, खाद्य और उर्वरक के तीन एफ संकट आदि शामिल हैं, डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत का प्रयास इन संकटों के प्रभावों को कम करना होगा, जबकि दुनिया को स्थिर करना जारी रखना होगा। उन्होंने कहा कि यह 'भारत पहले' और 'वसुधैव कुटुम्बकम' का विवेकपूर्ण संयोजन है जो भारत की छवि को "विश्व बंधु" के रूप में परिभाषित करता है। डॉ. जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल में भारत के सामने तीन महत्वपूर्ण चुनौतियाँ हैं - रोज़गार, खास तौर पर एमएसएमई, तकनीक और राष्ट्रीय सुरक्षा। उन्होंने कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएँ, एमएसएमई के लिए वित्तीय सहायता, विनियामक बाधाओं को दूर करना, व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल बनाना और विनिर्माण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जैसी नीतियाँ और पहल भारत सरकार द्वारा लगातार की जा रही हैं, जिससे भारत को 2047 तक 'विकसित भारत' या विकसित राष्ट्र का दर्जा हासिल करने में मदद मिलेगी। डॉ. जयशंकर ने जोर देकर कहा कि सुधारों पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने के लिए उद्योग के समर्थन की आवश्यकता है।  भारत के बाहरी जुड़ाव प्रयासों के बारे में विस्तार से बताते हुए, डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत के निर्यात संवर्धन प्रयास मजबूत साझेदारी निर्माण के साथ जारी रहेंगे, लेकिन वर्तमान समय में व्यापार-सामान्य से कहीं अधिक की आवश्यकता है जहाँ 'विश्वास' और 'विश्वसनीयता' महत्वपूर्ण कारक बन जाएँगे। ये आपूर्ति स्रोतों को जोखिम मुक्त करने और संवेदनशील, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने के क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे। मंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक प्राथमिकताओं को रणनीतिक हितों के साथ जोड़ना महत्वपूर्ण है, चाहे वह नए बाजारों, प्रौद्योगिकी, निवेश शिक्षा और पर्यटन तक पहुंच के मामले में हो। उन्होंने भारत के लिए लॉजिस्टिक कॉरिडोर बनाने के महत्व पर भी जोर दिया क्योंकि दुनिया भर में नए उत्पादन और उपभोग केंद्र उभर रहे हैं, साथ ही घर पर कौशल के पैमाने और गुणवत्ता का विस्तार करने की आवश्यकता है, क्योंकि एक नया वैश्विक कार्यबल उभर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इसका लक्ष्य भारत को नवाचार, अनुसंधान और डिजाइन का केंद्र बनाना है। सीआईआई के अध्यक्ष श्री आर दिनेश ने कहा कि "विश्वास आधारित साझेदारी को सुविधाजनक बनाने के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीयकरण और वैश्वीकरण उद्योग के लिए शीर्ष प्राथमिकताएं बनी रहेंगी"। सत्र में बोलते हुए, सीआईआई के महानिदेशक श्री चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि विश्वास का निर्माण सीआईआई के लिए इस वर्ष से अगले वर्ष तक शीर्ष प्राथमिकता बनी रहेगी, साथ ही रणनीतिक साझेदारी बनाने और विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा।  विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 17, 2024

सरकार-उद्योग भागीदारी के माध्यम से राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर अवसरों का लाभ उठाएँ :निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली, 17 मई 2024  (यूटीएन)। सरकार 2047 तक विकसित देश के रूप में उभरने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक विजयी छलांग लगाने के लिए निजी क्षेत्र के साथ भागीदारी करने की ओर देख रही है। केंद्रीय वित्त और मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इसे साकार करने में निजी क्षेत्र की बड़ी भूमिका है और सरकार इस प्रक्रिया में एक सुविधाकर्ता और सक्षमकर्ता की भूमिका निभाएगी। वह आज नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 में बोल रही थीं, जिसका विषय था ‘भविष्य का जिम्मेदारी से सह-निर्माण: व्यवसाय की भूमिका’। नए भारत के लिए दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि देश विकास के लिए अपार अवसर प्रस्तुत करता है जो अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों तक फैला हुआ है। एक बात यह है कि भारत की विकास कहानी सम्मोहक है और देश वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, एक ऐसी विशेषता जिसे आईएमएफ और एसएंडपी जैसी वैश्विक एजेंसियों ने भी मान्यता दी है और पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बड़े उपभोक्ता बाजार, जिसके 2031 तक दोगुना होने की उम्मीद है, उपभोग व्यय में वृद्धि और वित्तीय सेवाओं पर व्यय में लगातार वृद्धि यह सुनिश्चित करेगी कि देश भविष्य में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।   इस विषय पर आगे विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि आरबीआई और आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत अतीत की दोहरी बैलेंस शीट की समस्या से निकलकर दोहरी बैलेंस शीट के लाभ की ओर बढ़ गया है, जिससे बाजार में जीवंतता आई है, जिससे एक तरफ कॉरपोरेट द्वारा निवेश विस्तार को बढ़ावा मिला है और दूसरी तरफ बैंकों की ऋण देने की इच्छा और क्षमता बढ़ी है। दूसरे, जनसांख्यिकीय लाभांश अगले 30 वर्षों तक देश के पास रहेगा और निर्भरता का स्तर ऐतिहासिक रूप से निम्न स्तर पर है। जब इसे सार्वजनिक निजी भागीदारी के माध्यम से कौशल विकास के साथ पूरक बनाया जाता है, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बड़ा डेटा आदि जैसे क्षेत्र शामिल हैं, तो यह समृद्धि लाने और उपभोक्ता मांग बढ़ाने का एक निश्चित उपाय है। तीसरा, हरित ऊर्जा और संधारणीय भविष्य की ओर भारत का संक्रमण निश्चित रूप से नए बाजार और नई मांग पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया को बढ़ावा देने से युवाओं को रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर मिलेंगे।   वित्त मंत्री ने विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता का भी उल्लेख किया और अधिक परिष्कार और बेहतर उत्पादकता का आह्वान किया। सरकार भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखला का हिस्सा बनने के लिए सहायक नीतियां प्रदान करेगी। भारत शीर्ष निवेश स्थलों में से एक है और वैश्विक निवेशकों का लाभ उठाने के लिए एक लाभप्रद स्थिति में है जो चीन प्लस वन नीति के परिणामस्वरूप अपने परिचालन को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे देश को आत्मनिर्भर बनने में भी मदद मिलेगी। पीएलआई योजना ने इस प्रयास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उदाहरण के लिए, पीएलआई योजना ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों को बदल दिया है और स्मार्ट फोन में मूल्यवर्धन में जबरदस्त वृद्धि हुई है, उन्होंने कहा। और सेवाओं के बीच, भारत एक पसंदीदा गंतव्य बना हुआ है, जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक वैश्विक क्षमता केंद्र देश में अपना परिचालन आधारित करते हैं।   वित्त मंत्री के अनुसार, नीतिगत स्थिरता, भ्रष्टाचार मुक्त निर्णय लेना, सुविधाजनक सरकारी नीतियां और मजबूत कानूनी ढांचा भारत को व्यापार के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए मिलकर काम करते हैं। सीआईआई के अध्यक्ष आर. दिनेश ने कई मुद्दों पर बात की, जिन पर सीआईआई ने सरकार के साथ काम किया है, जैसे कि कॉर्पोरेट टैक्स दरों में कमी, कोविड अवधि के दौरान जीएसटी अनुपालन तिथि को आगे बढ़ाना, पूंजीगत व्यय आधारित विकास रणनीति अपनाना, अन्य बातों के अलावा और सीआईआई के सुझावों को ग्रहण करने के लिए वित्त मंत्री की सराहना की, जबकि राजकोषीय घाटे पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा रही है।   उन्होंने कहा कि सीआईआई सरकार के साथ विश्वास आधारित संबंध बनाने की दिशा में काम कर रहा है। सीआईआई के अगले अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि उद्योग अपनी सामूहिक जिम्मेदारी के प्रति उत्तरदायी रहा है और भारत की विकास प्राथमिकताओं को पूरा करने और विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए सरकार के साथ अपनी भागीदारी जारी रखने के लिए तत्पर है। आईसीआईसीआई के पूर्व अध्यक्ष और नेशनल बैंक फॉर फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट के अध्यक्ष के.वी. कामथ को उद्योग और समाज में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए 2024 के लिए सीआईआई अध्यक्ष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वित्त मंत्री ने शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान जमीनी स्तर पर समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली योग्य महिलाओं को महिला अनुकरणीय पुरस्कार प्रदान किया।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 17, 2024

एआरटीओ बागपत ने 37 हजार 648 पुराने वाहनों के पंजीकरण किये निलम्बित

बागपत, 16 मई 2024  (यूटीएन)। पंजीयन एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन बागपत एके सिंह राजपूत ने मोटर गाड़ी अधिनियम 1988 की धारा 53 की उपधारा 1 में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए जनपद बागपत में 22 फरवरी 1971 से 30 अप्रैल 2009 तक के पंजीकृत गैर व्यवसायिक वाहनों में 15 वर्ष पुराने पेट्रोल ईधन संचालित 28698 और 10 वर्ष पुराने डीजल इंजन से संचालित 8950 वाहनों का 13 मई 2024 को जारी कार्यालय आदेश-सार्वजनिक सूचना के द्वारा पंजीयन निलम्बित कर दिया।   बताया कि पंजीयन का निलम्बन लगातार छह माह तक रहने की स्थिति में वाहन का पंजीयन, पंजीयन अधिकारी द्वारा निरस्त किया जा सकता है। इच्छुक वाहन स्वामी छह माह के अन्दर पंजीयन अधिकारी के समक्ष प्रत्यावेदन देकर एवं वाहन प्रस्तुत कर पंजीयन निलम्बन को समाप्त करा लें एवं एनजीटी के 20 जुलाई 2016 के आदेश के अनुरूप एनओसी प्राप्त कर अपने वाहन को अन्यत्र ले जा सकते है। अगर वाहन स्वामी ऐसा नही करते है तो समय सीमा के समाप्त होने के पश्चात वाहन का पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा।   बताया कि 18 सितम्बर 2018 और 30 जून 2020 को राष्ट्रीय अखबार में सूचना और कार्यालय सूचना पट के माध्यम से वाहन स्वामियों को सूचित किया गया था कि सूचना प्रकाशन की तिथि से 90 दिनों के अन्दर 15 वर्ष पुराने पेट्रोल और 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन को एनसीआर से अन्यत्र ले जाने हेतु पंजीयन नवीनीकरण कराते हुए अनापत्ति प्रमाण पत्र या वाहन का पंजीयन चिन्ह निरस्त कराये जाने के लिए समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कर आवेदन पत्र प्रस्तुत करें। 90 दिनों से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाद 15 वर्ष पुराने 28698 पेट्रोल वाहन और 10 वर्ष पुराने 8950 डीजल वाहन मालिकों की और से कोई आवेदन प्राप्त ना होने की वजह से इन वाहनों का पंजीयन निलम्बित किया गया है।    बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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May 16, 2024

आंगनबाडी केन्द्रों के प्री स्कूलों में प्राथमिक विद्यालयों की अपेक्षा छोटे बच्चे, कार्यकर्त्रियों ने मांगा ग्रीष्म अवकाश

खेकड़ा,16 मई 2024  (यूटीएन)। प्राथमिक स्कूलों में चार दिन बाद यानि 20 मई से ग्रीष्म अवकाश होने जा रहा है। ऐसे में प्री स्कूल में बदल चुके आंगनबाडी केन्द्रों की संचालिकाओं ने भी ग्रीष्म अवकाश दिए जाने की मांग की है।   प्रदेश भर में 19 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे तथा इसके बाद ये स्कूल 16 जून को खुलेंगे , लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से प्री स्कूल में परिवर्तित हो चुके आंगनबाडी केन्द्रों को अवकाश नहींं दिया जाता है। ऐसे में भीषण गर्मी में आंगनबाडी केन्द्रों पर मात्र 6 वर्ष से छोटे बच्चों का आना ,उनके स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है।    क्षेत्र की आंगनबाडी बबीता, अनिता, ममता आदि ने सीएम योगी आदित्यनाथ से आंगनबाडी केन्द्रों को भी अवकाश देने की मांग की है। उनका कहना है कि ,अब आंगनबाडी केन्द्र भी प्री स्कूल में बदल चुके हैं‌ ऐसे में स्कूलों के अवकाश का नियम इन प्री स्कूलों पर भी लागू किया जाना चाहिए।    दलील देते हुए कहा कि, प्राथमिक स्कूलों की अपेक्षा आंगनबाडी केन्द्रों पर तो ओर भी छोटे बच्चे होते हैं, जिनको गर्म हवाओं से बचाने की जरूरत अधिक है। एसडीएम ज्योति शर्मा का कहना है कि ,आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों की मांग को शासन तक पहुंचाया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |    

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May 16, 2024

संविदा कार्मिको पर रात में ही शीरे के टैंक की सफाई का बनाया दबाव,दम घुटने से एक की मौत दूसरा गंभीर

बडौत, 16 मई 2024  (यूटीएन)। चीनी मिल के संविदा कार्मिको पर दबाव बनाकर रात में ही शीरे के टैंक की सफाई कराये जाने के दौरान हुई दुर्घटना। दम घुटने से एक कार्मिक की मौत, दूसरा गंभीर। घटना से आक्रोशित किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन व हंगामा। मृतक व घायल संविदा कार्मिक सगे भाई हैं।    मलकपुर चीनी में शीरे के टैंक में सफाई करने के दौरान दम घुटने से एक कर्मचारी की मौत व दूसरे कर्मचारी के गंभीर रूप से घायल हो जाने के मामले में देर रात तक किसानों ने मिल में मृतक का शव रखकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए। बुधवार को सूचना पर एसडीएम, सीओ, विधायक व पूर्व विधायक समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे और मिल प्रशासन से वार्ता की।    घंटों तक चली वार्ता के बाद मृतक के परिजनों को 11 लाख रुपये देने व घायल के इलाज का खर्च देने का आश्वासन दिया गया, तब जाकर करीब 21 घंटे बाद धरना समाप्त हुआ। धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि ,बरवाला गांव निवासी दो सगे भाई अनुज व राहुल पुत्र शिव कुमार पिछले चार-पांच साल से मलकपुर चीनी मिल में संविदा पर काम करते रहे हैं। मंगलवार की देर रात उन्हें मिल में रखें शीरे के टैंक की सफाई करने के लिए कहा गया, लेकिन दोनों ने बुधवार सुबह सफाई करने के लिए कहा।   इसके बावजूद उन पर दवाब बनाकर रात में ही टैंक की सफाई करने के लिए टैेक के अंदर भेज दिया गया। इस दौरान दम घुटने से दोनों बेहोश हो गए। सूचना पर काफी संख्या में कर्मचारी मौके पर पहुंचे और टैंक को कटर के माध्यम से काटकर दोनों को बाहर निकाला और निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर चिकित्सकों ने अनुज को मृत घोषित कर दिया था, जबकि राहुल की हालत गंभीर बनी हुई है।    सूचना होने पर भी, जब प्रशासनिक व मिल प्रशासन के अधिकारी मौैके पर नहीं पहुुंचे, तो आक्रोशित मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने शव को मिल में रखकर हंगामा करते हुए धरना शुरू कर दिया। बुधवार को छपरौली विधायक डा अजय कुमार, पूर्व विधायक वीरपाल राठी समेत अन्य किसान नेता भी मौके पर पहुंचे तथा विधायक डॉ अजय कुमार ने फोन पर डीएम बागपत से वार्ता की, तब कहीं जाकर प्रबंधन को पीड़ित पक्ष को 11 लाख रुपये की अनुग्रह राशि तथा दम घुटने से गंभीर हालत में भर्ती युवक के इलाज का सारा खर्च उठाने की बात माननी पडी।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 16, 2024

जिलाधिकारी ने सीएचसी डौला का किया औचक निरीक्षण, बिल्डिंग में सीलन पर सुधार के कार्यदायी संस्था को निर्देश

बागपत,16 मई 2024  (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएचसी डौला का औचक निरीक्षण किया तथा समस्त कार्मिकों की उपस्थिति पंजिका चेक की। इस दौरान 30 कार्मिकों के स्टाफ में एकमात्र फार्मासिस्ट अवकाश पर मिले।   बता दें कि,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डौला में 79 तरह की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।इस दौरान कार्यालय की व्यवस्था और रखरखाव को देखकर जिलाधिकारी ने प्रशंसा की ,लेकिन अस्पताल परिसर में गंदगी पर उसमें सुधार करने के निर्देश दिए।    बिल्डिंग का कार्य यूपीपीसीएल द्वारा किया गया है ,जिसमें जगह-जगह सीलन आ रही है ,इसमें सुधार करने के निर्देश दिए और कहा कि ,नए निर्माण में किसी भी तरह की लापरवाही के लिए कार्यदायी संस्था जिम्मेदार है  इसमें जल्द से जल्द सुधार किया जाए।कहा कि, स्वास्थ्य केन्द्र में अधिक से अधिक बेहतर सुख सुविधा मिलनी चाहिए,   मरीजो को इसका लाभ प्राप्त हो। कहा कि, परिसर में एक अच्छा माहौल भी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रतीत हो रहा है। इस अवसर पर  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ सुधीर  सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 16, 2024

जिलाधिकारी द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय संविलियन सहित आरोग्य मंदिर व ग्राम पंचायत सचिवालय का निरीक्षण

बागपत,16 मई 2024  (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज हमीदाबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय संविलियन विद्यालय का औचक निरीक्षण किया जिसमें 226 विद्यार्थियों के सापेक्ष 158 विद्यार्थी उपस्थित मिले।विद्यालय में 7 अध्यापक व1 शिक्षा मित्र कार्यरत है। जिलाधिकारी ने इस दौरान शिक्षक उपस्थिति पंजिका भी चेक की ।    उपस्थित विद्यार्थियों की सँख्या कम मिलने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और इसमें सुधार करने के निर्देश दिए तथा कहा, अध्यापक शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करें, उन्हें नैतिक शिक्षा का भी ज्ञान अवश्य दें। जिलाधिकारी ने कक्षा 6 के विद्यार्थियों से गणित के सवालों की जानकारी ली, जिसमें विद्यार्थियों ने पूछे गए प्रश्नों का संतोषी उत्तर दिया। बता दें कि,उच्च प्राथमिक विद्यालय डोला में स्मार्ट क्लास स्थापित की जा रही है, जिससे विद्यार्थियों को इनका लाभ प्राप्त हो रहा है।   जिलाधिकारी ने कक्षा 6 के छात्र बंश से गणित के सवालों के संबंध में जानकारी ली, जिन्होंने भाजक भागफल के संबंध में अच्छी जानकारी दी । उन्होंने स्मार्ट क्लास के संबंध में भी बच्चों से प्रश्न किया ,जिसमें संतोषजनक जवाब दिए गए। इस दौरान विद्यार्थी बहुत ही लगन के साथ पढ़ रहे थे । जिलाधिकारी ने कहा, किसी भी तरह की कोई समस्या हो, तो तत्काल बताई जाए। बच्चों को गुणवत्ता का भोजन दिया जाए। मिड डे मील में कोई भी शिकायत नहीं आनी चाहिए। उनसे श्यामपट्ट पर शब्द लिखवा कर देखें, जिसमें बच्चों ने सही उत्तर दिए ,उन्होंने बच्चो का हौसला बढ़ाया ।   जिलाधिकारी ने इसी क्रम में आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया जिसमें 14 तरह की फैसिलिटी के टेस्ट किए जाते हैं ,जिससे कि आसपास के लोग अपना सुगमता के साथ उपचार करा रहे हैं। सीएचओ  अनु चौधरी ने बताया कि, प्रतिदिन करीब 20 के आसपास ओपीडी की जाती है।   जिलाधिकारी ने इसके साथ ही ग्राम पंचायत सचिवालय का भी निरीक्षण किया, जिसमें पंचायत सहायक द्वारा आय जाति परिवार कल्याण नकल मूल निवास आदि प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं ,जिससे आम व्यक्ति को इसका लाभ मिल रहा है । ग्राम पंचायत का कोई भी व्यक्ति पहुंचकर अपने पंचायत सचिवालय पर अपने संबंधित मूलभूत अभिलेख के लिए सरलता से आवेदन करवा सकता है जिससे कि समय अंतर्गत उन्हें वह आवेदन प्राप्त हो जाते हैं।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 16, 2024