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○ बाजार से सामान लेने जाएं, तो कपड़े का थैला साथ लाएं
○ Rose Sardana All Set to Dazzle in Bhool Bhulaiyaa 3: A Laughter Riot Awaits
○ Ekta Tiwari Pays Tribute to Ratan Tata: A Legacy of Humanity, Vision, and Humility
○ Aalekh Foundation as His YISFF Award-Winning Hit 'Thi Thi Thara' Captivates Global Audiences
○ She's still taking revenge for that: Vivian Dsena on wife Nouran Aly
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संजीव पुरी सीआईआई के नए अध्यक्ष चुने गए
नई दिल्ली, 19 मई 2024 (यूटीएन)। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद ने आज आयोजित बैठक में वर्ष 2024-25 के लिए नए पदाधिकारियों का चुनाव किया। आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने 24-25 के लिए सीआईआई के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वे टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के अध्यक्ष आर दिनेश से पदभार ग्रहण करेंगे। संजीव आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी हैं, जो एफएमसीजी, होटल, पेपरबोर्ड और पैकेजिंग, कृषि व्यवसाय और आईटी में कारोबार करने वाला एक समूह है। वह आईटीसी इन्फोटेक इंडिया लिमिटेड, यूके और यूएसए में इसकी सहायक कंपनियों और सूर्या नेपाल प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष भी हैं। आईटीसी नेक्स्ट विजन का नेतृत्व करते हुए, संजीव ने भविष्य की तकनीक, जलवायु सकारात्मक, अभिनव और समावेशी उद्यम बनाने के लिए एक व्यापक रणनीति रीसेट की है। संजीव ने 2024 में बिजनेस टुडे द्वारा 'बेस्ट सीईओ अवार्ड', एशियन सेंटर फॉर कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड सस्टेनेबिलिटी द्वारा 'ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर अवार्ड 2022-23' सहित कई पुरस्कार जीते हैं। उन्हें एक्सचेंज4मीडिया द्वारा 'इम्पैक्ट पर्सन ऑफ द ईयर, 2020' से भी सम्मानित किया गया। उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर द्वारा 'वर्ष 2018 का प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार' प्रदान किया गया और एक्सआईएम विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। राजीव मेमानी ने वर्ष 24-25 के लिए सीआईआई के अध्यक्ष-पदनाम का पदभार संभाला तथा वे 25-26 के लिए सीआईआई के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। वे अर्नस्ट एंड यंग के भारत क्षेत्र के अध्यक्ष हैं, जो एक अग्रणी वैश्विक पेशेवर सेवा संगठन है। वे अर्नस्ट एंड यंग के वैश्विक प्रबंधन निकाय के सदस्य भी हैं, तथा इसके वैश्विक उभरते बाजार समिति के अध्यक्ष भी हैं। राजीव बड़ी भारतीय कंपनियों, निजी इक्विटी फंडों और बहुराष्ट्रीय संगठनों के एक विश्वसनीय सलाहकार हैं, जो मुख्य रूप से उन्हें विश्वास निर्माण, विलय और अधिग्रहण, प्रौद्योगिकी और स्मार्ट पूंजी आवंटन रणनीतियों पर सलाह देते हैं। आर मुकुंदन ने वर्ष 24-25 के लिए सीआईआई के उपाध्यक्ष का पदभार संभाला। आर मुकुंदन टाटा केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं। वे आईआईटी रुड़की के एक प्रतिष्ठित पूर्व छात्र, भारतीय केमिकल सोसाइटी के फेलो और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र हैं। टाटा समूह के साथ अपने 33 वर्षों के करियर के दौरान मुकुंदन ने टाटा समूह के केमिकल, ऑटोमोटिव और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्रों में विभिन्न जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। वे कई उद्योग मंचों और प्रभावशाली संगठनों में काम करते हैं। *सीआईआई के नए पदाधिकारी* * संजीव पुरी, अध्यक्ष * राजीव मेमानी, अध्यक्ष-पदनामित * आर मुकुंदन, उपाध्यक्ष . विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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May 19, 2024
रेलवे ने रूकवाया नगरपालिका का प्रस्तावित पार्क ,चेयरपर्सन ने खसरा खतौनी दिखाकर किया अपना दावा*
खेकड़ा, 19 मई 2024 (यूटीएन)। कस्बे के रेलवे स्टेशन के पास करीब एक हजार मीटर जमीन को लेकर नगर पालिका प्रशासन और रेलवे के बीच विवाद खड़ा हो गया है तथा अभिलखों के आधार पर नगर पालिका परिषद् की चेयरपर्सन नीलम धामा अपने दावे पर अडिग हैं। नगर पालिका प्रशासन ने जमीन पर बच्चों के खेल के लिए प्रस्तावित पार्क को बनवाना शुरू किया ,तो रेलवे प्रशासन ने जमीन को अपनी बताते हुए पार्क का निर्माण कार्य रुकवा दिया। वहीं नगरपालिका प्रशासन ने खसरा खतौनी के माध्यम से मामले के सुलझ जाने की उम्मीद जताई है। बता दें कि,कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास नगर पालिका प्रशासन का पेयजल सप्लाई के लिए नलकूप लगा हुआ है। इस नलकूप के पास ही करीब 1000 मीटर जमीन खाली पड़ी हैं। राजस्व रिकॉर्ड में यह जमीन ग्राम समाज की जमीन के रुप में दर्ज है। पिछले दिनों नगर पालिका बोर्ड की बैठक ने जमीन पर बच्चों के खेलने के लिए पार्क बनवाने का प्रस्ताव पास किया था। नगर पालिका प्रशासन ने पार्क बनवाने के लिए वहां जैसे ही ईंट डलवाई और जमीन की चारदीवारी के लिए नींव की खुदाई शुरू कराई ,तो रेलवे प्रशासन में रोडा अटका दिया। उसने रेलवे अधिकारियों को मौके पर भेज कर नींव खुदाई के कार्य को बीच में ही रुकवा दिया। रेल अधिकारियों का कहना है कि, जमीन नगरपालिका की नही, रेलवे की है। उधर नगरपालिका चेयरपर्सन नीलम धामा ने रेलवे के दावे को खारिज करते हुए जमीन की खसरा खतौनी की नकल लगाते हुए रेलवे प्रशासन को पत्र भिजवाया है। पत्र में जमीन को ग्राम समाज की बताते हुए, पार्क निर्माण में रोड़ा न अटकाने की मांग की गई है। चेयरपर्सन नीलम धामा ने बताया कि, जमीन ग्राम समाज की है। रेल प्रशासन की मौजूदगी में खसरे के हिसाब से पैमाईश कराकर मामले का सुलझा लिया जाएगा। बच्चों के खेलने के लिए पार्क का निर्माण निश्चित तौर पर कराया जाएगा। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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May 19, 2024
बडौरी टोल प्लाजा में अधिवक्ता के साथ हुई लूट के साथ गुंडई करते हुए जान से मारने की धमकी दी
फतेहपुर,19 मई 2024 (यूटीएन)। कल्यानपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बडौरी टोल प्लाजा के कर्मचारी व मैनेजमेंट के द्वारा आने जाने वाले व्यक्तियों से अवैध वसूली की जाती है अगर किसी व्यक्ति ने इसका विरोध किया तो उसके जेब से पैसे छीन लेते हैं उसको मारते-पीटते हैं वह जान से मारने की धमकी देते हैं ऐसे ही एक घटना घटित हुई आज 18 /3/ 2024 को शरद तिवारी एडवोकेट ने बताया कि दिनांक 31/3/24 को दोपहर 1:00 बजे अपने गांव मदोकीपुर थाना कल्यानपुर गेहूं कतरवाने अपने कर से जा रहे थे तभी टोल प्लाजा में जाम. अनावश्यक टोल कर्मी लगाए थे तभी प्रार्थी ने कहा पीली पट्टी से टोल बूथ की क्रॉसिंग यदि 10 सेकंड में नहीं होती है तो टैक्स नहीं लगेगा इस पर टोल कर्मी आग बबूला हो गए कोई भी टोल कर्मी वर्दी नहीं पहना था ना ही अपने नाम की नेम प्लेट लगाया था केबिन के अंदर बैठा कर्मचारी गली गलौज करने लगा जिस पर प्रार्थी द्वारा मना करने पर चार-पांच कर्मचारी ग्राम गुगौली के तथा चार-पांच कर्मचारी ग्राम बडौरी के थे जिन्होंने बताया टोल प्लाजा मैनेजमेंट ने हमको पड़ोसी गांव होने के नाते गुण्डई के लिए ही रखा है. उसी में एक कर्मचारी ने प्रार्थी के ऊपर की जेब से ₹700 भी छीन लिया प्रार्थी के साथ वाले व्यक्ति ने वीडियो बनाना चाहा तो उपरोक्त कर्मचारियों ने कहा अगर ज्यादा वीडियो बनाने के चक्कर में पडोगे तो तुम्हारी हत्या कर लाश इसी टोल प्लाजा के साथ दफन कर देंगे उक्त घटना की शिकायत प्रार्थी ने थाना कल्यानपुर में की किंतु किसी किस्म की कार्रवाई नहीं की गई तब प्रार्थी ने दिनाक 18 /4 /2024 को जारी रजिस्ट्री शिकायती प्रार्थना पत्र श्रीमान पुलिस अधीक्षक फतेहपुर को दिया किंतु किसी किस्म की कोई कार्रवाई नहीं हुई. तब प्रार्थी ने माननीय न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फतेहपुर के यहां 156(3) सी.आर.पी.सी. के अंतर्गत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जिस पर दिनांक 8/4/2024 को उचित धाराओं की में आपराधिक मामला पंजीकृत कर विवेचना करने का आदेश प्रदान किया गया इस घटना को लेकर जगनायक सचान व श्री ओम गौर सिंह एडवोकेट ने बताया कि टोल प्लाजा एक गुंण्डई का केंद्र बन चुका है जहां से पैसा लेकर गौकसी की गाड़ियां व मादक पदार्थ की सप्लाई की गाड़ियां भी अवैध धन प्राप्त कर निकाली जाती है. और टोल प्लाजा में कांटे का प्रयोग नहीं किया जाता है गाड़ियां बगैर तौल के निकल जाती हैं संदीप पाण्डेय एडवोकेट व सर्वेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि यह लड़ाई आर पार तक लड़ी जाएगी वरिष्ठ अधिकारियों व बार अध्यक्ष जी के संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराकर भ्रष्ट टोल प्लाजा को उखाड़ फेंका जाएगा यदि टोल प्लाजा चलेगा तो नियम अनुसार ही वसूली होगी किसी किस्म की अराजकता को अधिवक्ता स्वीकार नहीं करेंगे. रिपोर्टर/फतेहपुर(हरिओम दिवाकर)।
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May 19, 2024
चुनावी ड्यूटी से तनाव में चल रहे रोडवेज के संविदा कर्मी ने की आत्महत्या
बालैनी,19 मई 2024 (यूटीएन)। थाना क्षेत्र के मविकला गांव में शुक्रवार की रात रोड़वेज बस के चालक ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया और मामले की जांच में जुट गई है। क्षेत्र के गांव मविकला निवासी वीरेंद्र पुत्र भोपाल संविदा पर रोडवेज बस में चालक था और उसकी ड्यूटी चुनाव में चल रही थी। शुक्रवार की शाम वह घर आया था और रात मे उसने तमंचे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनते ही परिजनों और आस पड़ोस के लोगो मे हडकंप मच गया। घटना की सूचना पाकर मौके पर सीओ प्रीता और बालैनी पुलिस पहुँची तथा परिजनों से मामले की जानकारी ली व शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया। मृतक की पत्नी सविता ने बताया कि, पिछले कई दिन से वह लगातार चुनाव ड्यूटी को लेकर तनाव में चल रहे थे और रोड़वेज के अधिकारी भी उनको टॉर्चर कर रहे थे ,इसी वजह से घर में भी लड़ाई हो जाती थी। कल भी लड़ाई हुई थी, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। दूसरी ओर गांव में चर्चा है कि ,वीरेंद्र ने आत्महत्या नहीं की है ,उसकी पारिवारिक विवाद मे हत्या हुई है। थाना प्रभारी साक्षी सिंह का कहना है कि ,परिजनों के अनुसार यह आत्महत्या है ,बाकी मामले की जांच की जा रही है। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
May 19, 2024
आदर्श शिक्षक व समाजसेवी कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि पर दो विद्यालयों के बच्चों को स्कूल बैग वितरित
दोघट, 19 मई 2024 (यूटीएन)। मिलनसार, समाजसेवी,आदर्श शिक्षक के रूप में ख्यातिलब्ध रहे कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि पर यज्ञ के साथ ही पारिवारिकजनों ने स्कूली छात्र व छात्राओं को स्कूल बैग किए वितरित। बता दें कि, आदर्श शिक्षक तथा बाद में कानूनगो बने कुलदीप राठी, सौहार्द व सहयोग की भावना के कारण सबके चहेते हो गये थे, लेकिन कोरोना काल में असामान्य निधन हो गया था। उनकी स्मृति में गांव गांगनौली में पुण्यतिथि के मौके पर समाज और परिवार के लोग जरूरतमंदों तथा गरीबों की मदद करते हैं। कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि के मौके पर पिता सरदार सिंह ने प्राथमिक व जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को स्कूली बैग वितरित किये। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य बसंत तोमर ने कहा कि, शरीर तो नाशवान् है, लेकिन जो अपने श्रेष्ठ कर्मों से पहचान बना लेता है, उसकी याद हमेशा बनी रहती है। युवा रालोद नेता गौरव बडौत ने कहा कि कुलदीप राठी जैसे होनहार आदर्श व्यक्तित्व के जल्दी ही हमारे बीच से चले जाने का दुख तो सभी को है, किंतु उनके कार्यों व‌ समाज सेवा के कारण आज भी गर्व की अनुभूति होती है। स्कूल बैग वितरण के मौके पर दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों सहित आजाद राठी, संजीव नेताजी, युग राठी, जितेन्द्र, पंकज, अंकित, बसंत राठी, यश लाकड़ा, नितिन राठी, नरेंद्र सिंह , सतेन्द्र राठी आदि मौजूद रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
May 19, 2024
अर्थव्यवस्था में विनिर्माण की हिस्सेदारी बढ़ाने का अवसर और आवश्यकता है:डॉ. वी. अनंथा नागेश्वरन
नई दिल्ली, 18 मई 2024 (यूटीएन)। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंथा नागेश्वरन ने कहा, "अर्थव्यवस्था में विनिर्माण की हिस्सेदारी बढ़ाने और इसके परिणामस्वरूप कम और अर्ध-कुशल नौकरियों के सृजन के साथ-साथ समग्र रोजगार सृजन को सुविधाजनक बनाने का अवसर और आवश्यकता है।" वे आज नई दिल्ली में सीआईआई के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन में "भविष्य का जिम्मेदारी से सह-निर्माण: व्यापार की भूमिका" विषय पर आयोजित सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, ऐसे महत्वपूर्ण मील के पत्थर के साथ-साथ आकांक्षाएं भी बढ़ रही हैं। उन्होंने आगे कहा, "इन आकांक्षाओं को पहचानना और बेहतर जीवन स्तर के लिए उन्हें पूरा करने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है।" विकसित राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करने के लिए भारत के कुछ प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा करते हुए डॉ. नागेश्वरन ने कहा कि उच्च आर्थिक विकास संभावनाओं को प्राप्त करने के लिए मानव संसाधन विकास में सुधार महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में शहरों के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि चूंकि शहर उद्यमशीलता, नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाते हैं, इसलिए भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों को विकास के इंजन में बदलना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीखने के परिणामों में सुधार, देश के युवाओं को एआई अपनाने के लिए तैयार करना और साथ ही युवा समूह के शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी प्रमुख फोकस क्षेत्र थे। डॉ. नागेश्वरन ने कहा कि 'मिटलस्टैंड' या जीवंत लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र का निर्माण अनिवार्य है। उन्होंने इस संबंध में एमएसएमई के लिए विनियमन या हल्के अनुपालन बोझ के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने कहा कि भूमि और श्रम बाजार जैसे उत्पादन के कारकों को संबोधित करने और तेजी से ऊर्जा संक्रमण के लिए बिजली उत्पादन और वितरण को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाने की आवश्यकता है। डॉ. नागेश्वरन ने कहा कि चूंकि भू-राजनीतिक विखंडन और जलवायु परिवर्तन से विभिन्न चुनौतियां उत्पन्न होती हैं, इसलिए अगली पीढ़ी के सुधारों को लागू करने के लिए सभी संबंधित हितधारकों के साथ संवाद और आम सहमति बनाने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने वृहद आर्थिक स्थिरता के महत्व और बेहतर क्रेडिट रेटिंग के लिए विवेकपूर्ण और टिकाऊ सामान्य सरकारी वित्त की महत्वपूर्णता पर भी जोर दिया, खासकर ऐसे समय में जब भू-राजनीतिक जोखिम अपने उच्चतम स्तर पर हैं। डॉ. नागेश्वरन ने कहा कि भारत अपनी विकास संभावनाओं को देखते हुए वैश्विक वातावरण को हल्के में नहीं लिया जा सकता। वैश्विक जोखिमों के कई उदाहरण लेते हुए जैसे कि भू-राजनीतिक विखंडन और अनिश्चितता में वृद्धि, अमेरिकी राजकोषीय नीति और ब्याज दरों का प्रभाव, वैश्विक विनिर्माण में चीन की सर्वव्यापी उपस्थिति, वैश्विक वित्तीय स्थिरता, आदि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को इन चुनौतियों का समाधान करने के तरीके खोजने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार इन चुनौतियों का अकेले समाधान नहीं कर सकती है और समाज को आगे बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र का समर्थन महत्वपूर्ण होगा। डॉ. नागेश्वरन ने एआई के प्रभाव सहित हमारे कई नवाचारों के लिए सामाजिक जिम्मेदारी स्वीकार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने दोहराया कि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कॉर्पोरेट जिम्मेदारी से अलग नहीं है और भविष्य को जिम्मेदारी से सह-निर्माण करने के लिए सभी क्षेत्रों में सार्थक और ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता महत्वपूर्ण है। गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नादिर गोदरेज, बजाज फिनसर्व लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव बजाज, टाटा स्टील लिमिटेड के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन तथा अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड की प्रबंध निदेशक सुश्री सुनीता रेड्डी ने भी सत्र को संबोधित किया। सीआईआई के अध्यक्ष आर. दिनेश ने सत्र का संचालन किया तथा कहा कि रोजगार पर नज़र रखना सीआईआई की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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May 18, 2024
केपटाउन और बेंगलुरु की राह पर राजस्थान! अगले साल तक जयपुर, अजमेर, जोधपुर और जैसलमेर में भी होंगे ऐसे ही हालात?
नई दिल्ली, 18 मई 2024 (यूटीएन)। भारतीय विज्ञान संस्थान ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि भारत के कुछ शहर अपनी जल आपूर्ति का कुप्रबंधन जारी रखते हैं तो उन्हें जल्द ही दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन से भी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन को 2015 से 2018 के बीच पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ा था. लंबे समय तक औसत से भी कम बारिश होने के कारण केपटाउन में यह स्थिति उत्पन्न हुई. कम बारिश के कारण केपटाउन में सूखा पड़ गया. इसके परिणामस्वरूप केपटाउन के जलाशयों में जल स्तर काफी नीचे चला गया था. मार्च 2023 में भारत की सिलिकॉन वैली से मशहूर शहर बेंगलुरु को पानी की गंभीर कमी से जूझना पड़ा. *क्या है केपटाउन संकट* दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन को 2015 से 2018 के बीच पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ा था. इसका मुख्य कारण शहर के जलाशयों में पानी का निम्न स्तर था. पानी का जलस्तर इतना नीचे पहुंच गया था कि शहर की जल आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो सकता था. मजबूरन अधिकारियों को सख्त वाटर-रेशनिंग मेजर्स को लागू करना पड़ा. केपटाउन की हालत इतनी गंभीर हो गई थी कि डे जीरो की आशंका उत्पन्न हो गई थी. पूरे पश्चिमी केपटाउन में सूखा पड़ गया. हालांकि, सितंबर 2018 के बाद चीजें बेहतर होने लगी और 2020 तक पानी की आपूर्ति सामान्य हो गई. *बेंगलुरु में पानी की किल्लत के कारण* बेंगलुरु में पानी संकट का मुख्य कारण कावेरी बेसिन में कम बारिश का होना है. शहर की कुल जल आपूर्ति का 60 प्रतिशत कावेरी बेसिन से होता है. लेकिन कम बारिश होने के कारण भूजल स्तर निचले स्तर पर पहुंच गया है. केपटाउन की तरह ही बेंगलुरु का जलस्तर भी अपने निम्न स्तर पर है. इसी इस तरह भी समझा जा सकता है कि जब केपटाउन में जल संकट था उस वक्त केपटाउन के थीवाटरस्क्लोफ बांध अपनी क्षमता का केवल 11.3 प्रतिशत ही भरा था. यही नहर केपटाउन शहर के लिए पानी का एकमात्र बड़ा स्त्रोत था. उसी तरह बेंगलुरु का केआरएस बांध अपनी क्षमता का 28 प्रतिशत से भी कम भरा है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार का कहना है कि शहर के 13,900 सरकारी बोरवेल में से 6900 सूख गए है. शहर के कई जगह पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं. *राजस्थान के इन जिलों में हो सकती है पानी की किल्लत* भूजल विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल यानी 2025 तक राजस्थान के जयपुर, अजमेर, जोधपुर समेत तमाम बड़े शहरों में पानी बचेगा ही नहीं. राजस्थान में प्रति वर्ष बारिश और अन्य स्रोतों से जितना पानी रिचार्ज होता है उससे 5.49 बिलियन क्यूबिक मीटर ज्यादा पानी इस्तेमाल हो रहा है. यानी भविष्य की बचत को आज ही खर्च किया जा रहा है. केंद्रीय भू जल बोर्ड और राजस्थान के भूजल विभाग की डायनामिक ग्राउंड वाटर रिसोर्स रिपोर्ट में जयपुर, अजमेर, जैसलमेर और जोधपुर में पानी की उपलब्धता का आकलन शून्य बताया गया है. मौजूदा हालात भी अच्छे नहीं हैं. भूजल विभाग के चीफ इंजीनियर सूरजभान सिंह का कहना है कि स्थिति काफी भयावह है. आने वाले दिनों में जल संकट और गंभीर होगी. *संचय की तुलना में खपत ज्यादा* 2025 तक राजस्थान के इन शहरों में भूजल का गतिशील संसाधन शून्य हो जाएगा. यानी इन शहरों में जितना पानी संचय हो रहा है, उससे कहीं ज्यादा हम जमीन से निकाल रहे हैं. इससे राजस्थान के 302 ब्लॉक्स में से 219 खतरे के निशान से बहुत ऊपर जा चुके हैं. इन्हें अति दोहन की श्रेणी में रखा गया है. शेष में से 22 को क्रिटिकल और 20 को सेमी क्रिटिकल श्रेणी है. सिर्फ 38 ब्लॉक्स जल उपलब्धता के लिहाज से सुरक्षित बताए गए हैं. *गंभीर होती स्थिति* भूजल सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 40 साल में राजस्थान की स्थिति एकदम बदल गई है. साल 1984 में राजस्थान में 236 ब्लॉक्स में से 203 पीने के लिए सुरक्षित थे. सिर्फ 10 सेमी क्रिटिकल, 11 क्रिटिकल और 12 अति-दोहन वाले थे. उस समय राजस्थान में जितना पानी रिचार्ज होता था उसका 35.75% ही इस्तेमाल होता था. लेकिन 2023 में जितना रिचार्ज होता है, उसका 148.77% खपत हो रहा है. *क्यों बन रही है ये स्थिति?* कम बारिश के अलावा तेजी और अनियोजित तरीके से हो रहे शहरीकरण जल संकट का एक प्रमुख कारण है. जैसे-जैसे शहर का विस्तार होता है. जल आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचे यानी जलाशय, पाइपलाइन और प्लांट की मांग को व्यवस्थित करने में दिकक्तें आने लगती हैं. इस कारण पानी का रिसाव और अन्य तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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May 18, 2024
आपरेशन कायाकल्प ,मिशन प्रेरणा एवं निपुण भारत के सफलता हेतु जिला अनुश्रवण समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न
बागपत, 18 मई 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स व अनुश्रवण समिति की बैठक कर ऑपरेशन कायाकल्प मिशन प्रेरणा एवं निपुण भारत के सफल क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण भारत मिशन, विद्यालय निरीक्षण,सामुदायिक सहभागिता, शारदा कार्यक्रम, बालिका शिक्षा, समेकित शिक्षा एवं मिड डे मील योजना पर विस्तार से समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि, प्रेरणा एप पर जो भी निरीक्षण किए जाएं उसमें शिक्षा की गुणवत्ता का उल्लेख अवश्य करें। कहा,शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है । निर्देश दिए कि ,जिन अधिकारियों ने अभी निरीक्षण नहीं किए हैं, वह अपने निरीक्षण अवश्य करें, जिससे वहां के स्कूल की व्यवस्थाओं का शिक्षा की गुणवत्ताओं का मोटिवेशन आदि का विद्यार्थियों को लाभ प्राप्त हो। बताया कि, विद्यार्थियों की उपस्थिति में खेकड़ा ब्लॉक ने 58% कार्य किया गया, जिसके सापेक्ष 91% अध्यापक आए हैं । जिलाधिकारी ने अन्य विद्यालयों को भी विद्यार्थियों को मोटिवेट करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि,जनपद में कुल 155 लॉकेट केंद्र में समस्त सामग्री प्रेषित की जा चुकी है । जिलाधिकारी ने सफल संचालन हेतु योजना के अंतर्गत कार्य करने के निर्देश दिए और कहा कि, जनपद स्तर, ब्लॉक स्तर ,न्याय पंचायत स्तर व स्कूल स्तर पर अच्छी कार्य योजना बनेगी, तो बच्चों तक अवश्य पहुंचे, जिससे कि बच्चों को उसका लाभ प्राप्त हो । जिलाधिकारी ने 16 से 19 पैरामीटर प्रगति सीएम डैशबोर्ड के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। कहा,आज की शिक्षा से ही अच्छे राष्ट्र का निर्माण होगा । उन्होंने ऑपरेशन कायाकल्प की 19 पैरामीटर्स के अंतर्गत ड्रिंकिंग वाटर, बॉयज गर्ल्स टॉयलेट, रनिंग वाटर इन टॉयलेट, टाइलिंग ऑफ टॉयलेट, सीडब्ल्यूएसएन टॉयलेट, मल्टीपल हैंड वाशिंग यूनिट, टायलिंग ऑन क्लासरूम फ्लोर, ब्लैक बोर्ड, किचन शैड से संत्रृप्तिकरण पर भी समीक्षा की । बताया कि, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में जन सहयोग से विद्यालय की कायाकल्प कराई गई, जिससे विद्यार्थियों को उसका लाभ प्राप्त हो रहा है। बड़ौत विद्यालय में भी बैठक में इनवर्टर की मांग की गई थी, जिस पर जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि इनवर्टर लगवाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से व आईसीडीएस विभाग से संबंधित योजनाओं के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए कि, जो भी नियम हैं, उनके सापेक्ष कार्य किया जाए। बैठक में डाइट प्रधानाचार्य के गैर हाज़िर रहने पर जिलाधिकारी ने उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए ,साथ ही निर्देश दिए कि, जनपद के विद्यालयों को निपुण बनाया जाए। शारदा कार्यक्रम, बालिका शिक्षा व समेकित शिक्षा के अंतर्गत संचालित विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों का चिन्हांकन एवं नामांकन, मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत खाद्यान्न वितरण,रसोईया मानदेय भुगतान, विद्यालयों के खातों में परिवर्तन लागत हस्तांतरण, खाद्यान्न लागत बिलों के भुगतान की स्थिति के संबंध में समीक्षा की गई। बैठक में सड़क पार करने वाले स्कूलों पर साइनेज बोर्ड लगाए जाने के लिए भी जिलाधिकारी ने कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आकांक्षा रावत आदि उपस्थित रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
May 18, 2024
गर्मी और भूसे की तरह बच्चों को भरकर धडल्ले से दौड रहे हैं स्कूली वाहन, परिवहन विभाग से की शिकायत
बागपत, 17 मई 2024 (यूटीएन)। गर्मी और भूसे की तरह से ठूंस ठूंस कर भरे बच्चों की गाडियों को आते जाते देखकर भी अनदेखी के चलते पुलिस और परिवहन विभाग पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। इस संबंध में एक व्यक्ति ने बाकायदा परिवहन विभाग में शिकायत भी दर्ज कराई है। धडल्ले से स्कूली बच्चों को लाने व ले जाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा वाहनों की चैकिंग के बाद अनुमन्य किया जाता है, किंतु एक - दो दिन सख्ती दिखाने के बाद आवश्यक सुविधा व संख्या को नजरअंदाज कर वाहन धडल्ले से दौडने लगते हैं। इन्हें आता जाता देख, पुलिस और विभाग अनदेखी करता रहता है, जिससेे भरी गर्मी में क्षमता से अधिक बच्चों को भरकर ये वाहन सडकों पर दौड रहे हैं। इस संबंध में परिवहन विभाग को नामोल्लेख करते हुए शिकायत दर्ज कराते हुए किन्हीं भूपेंद्र कुमार ने बताया कि, क्रिस्ट ज्योति में बच्चों को लाने ले जाने के लिए लगी एक ईको कार में 25-30 बच्चों को बैठाया जाता है। इतना ही नहीं सीएनजी में अनुमन्य इस गाड़ी को घरेलू गैस सिलेंडर रखकर धडल्ले से चलाया जा रहा है। वहीं बताया गया कि, परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों की चैकिंग की तैयारी शुरू कर दी है। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
May 17, 2024
4 जून को लख्मीचंद पटवारी कॉलेज में होगी मतगणना , तैयारियों को लेकर हुई प्रारंभिक बैठक
बागपत,17 मई 2024 (यूटीएन)। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में मतगणना की तैयारियों के संबंध में संबंधित अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दिए गए। दो पालियों में संपन्न हुई बैठक में संबंधित अधिकारियों ने प्रतिभाग कर मतगणना से संबंधित प्रारंभिक तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया। इस दौरान लख्मीचंद पटवारी डिग्री कॉलेज में 4 जून को 11 बागपत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत 50 विधानसभा छपरौली, 51 बड़ौत व 52 बागपत की होने वाली मतगणना के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि, आज के समय में प्रत्येक अधिकारी को तकनीकी ज्ञान होना अति आवश्यक है। जिला निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा ,जनपद की समस्त टीम ने 26 अप्रैल 2024 को जनपद में मतदान सकुशल संपन्न कराए जाने में अपना योगदान दिया ,इसी तरीके से निर्वाचन के अंतिम पड़ाव मतगणना में भी अपना शतप्रतिशत योगदान दें, जिससे कि मतगणना के संबंध में किसी तरह की कोई समस्या ना हो। कहा कि, टीम भावना के साथ मतगणना संपन्न करानी है । कलेक्ट्रेट सभागार में 160 राजपत्रित अधिकारियों को दो पारियों में प्रारंभिक प्रशिक्षण इस उद्देश्य से दिया गया कि, वह पूर्व में ही अपने मानसिक रूप से मतगणना की ड्यूटी करने के लिए तैयार रहें, जिससे मतगणना के समय किसी तरह की कोई समस्या ना हो। बताया कि ,प्रत्येक विधानसभावार 14 टेबल लगाई जाएंगी, जिसमें एक एआरओ टेबल अलग से लगी होगी। जिसकी चारों तरफ से मजबूत बैरिकेडिंग कराई जाएगी और मतगणना हाल के अंदर फोन कैमरा नहीं जा सकेगा। जिलाधिकारी ने कहा, मतगणना संबंधित समस्त तैयारी से संबंधित अधिकारी अवश्य तैयारी कर लें और मतगणना कराने का सभी को तकनीकी ज्ञान होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन किया जाए। कहा कि, उस दौरान मतगणना से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या नही होनी चाहिए, इसके लिए अभी से तैयारी में जुट जाएं ,जिससे कि मतगणना शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराई जा सके। उन्होंने कहा, काउंटिंग हॉल में कोई भी अपना मोबाइल लेकर अंदर नहीं जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मोबाइल फोन काउंटिंग हाल में पूर्णता प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। मतगणना स्थल पर बिना आई कार्ड के किसी का भी प्रवेश नहीं किया जाएगा । बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी पंकज वर्मा ,अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष कुमार, मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव जिला विकास अधिकारी हरेंद्र सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी भास्कर पांडे आदि अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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May 17, 2024