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सड़क दुर्घटनाओं में विवाहिता समेत तीन घायल

खेकड़ा, 09 मई 2024  (यूटीएन)। बड़ागांव मार्ग पर मंगलवार को हुई दो दुर्घटनाओं में एक विवाहिता सहित तीन लोग गंभीर रूप में घायल हो गए। चिंताजनक हालात के चलते विवाहिता सहित दो को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया। पुलिस को दोनों घटनाओं के जानकारी दे दी गई।   थाना चांदीनगर के मंसूरपुर गांव के रहने वाले धर्मपाल की पुत्रवधू सुरुचि बीमार चल रही है। मंगलवार सुबह धर्मपाल उसे बाइक से खेकड़ा चिकित्सक के यहां उपचार दिलाने ला रहा था। बड़ागांव के पास तेज गति की कार ने बाइक में टक्कर मार दी जिससे वे दोनों घायल हो गए । गंभीरावस्था के चलते सुरुचि को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया है ,जबकि धर्मपाल का खेकड़ा में उपचार दिलाया गया।    मंगलवार की सुबह ही बड़ागांव मार्ग पर खेकड़ा के पास खैला गांव के अजय की बाइक में तेज गति के कार ने टक्कर मार दी। गंभीर हालत के चलते उपचार के लिए उसे दिल्ली ले जाया गया है। बताया जाता है कि अजय दिल्ली में नौकरी करता है। वह खेकड़ा से ट्रेन से रोजाना दिल्ली जाता आता है। सुबह भी वह ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए बाइक से खेकड़ा आ रहा था। कोतवाली प्रभारी राजबीर सिंह का कहना है कि ,दोनों घटनाओं के तहरीर मिल गई है। आरोपी कार चालकों की पता लगाया जा रहा है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की तैयारियों के संबंध में बैठक संपन्न हुई

मथुरा,09 मई 2024  (यूटीएन)। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की तैयारियों के संबंध में बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर, उप जिलाधिकारी मांट, महावन, सदर तथा छाता से विगत वर्षो का बाढ़ के दृष्टिगत यमुना के अधिकतम व न्यूनतम जल स्तर का तुलात्मक जानकारी लेते हुए विगत वर्षो में की गयी तैयारियों व प्रभाव क्षेत्र की जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि बरसात से पहले सभी नालों की साफ सफाई कराना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के बिना अनुमति के कोई भुगतान न हो पाए ये सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने देवरहा बाबा, केशीघाट, विश्राम घाट सहित यमुना नदी के किनारों की सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा किया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर को निर्देश दिए कि यमुना में बाढ़ की सम्भावना के दृष्टिगत आपस में सभी अधिकारियों से संपर्क करते रहें। उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ व्यवस्था को नियंत्रित रखने में किसी प्रकार की कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। राहत सामग्री आदि व्यवस्थाएं स्थानीय स्तर पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। बाढ़ क्षेत्र के आस-पास वाले स्थान को भी चयनित कर लिया जाए। बाढ़ से जुड़े सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित रहे, इसके लिए भी स्थानीय स्तर पर समर सेबल पंप, वॉटर टैंकर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जहां नाव लगेगी वहां से शहर या गांव में जाने का रास्ता ठीक होना चाहिए। अगर ठीक नहीं है तो ठीक करा दिए जाएं, जिससे आवागमन बाधित न हो।  वैकल्पिक व्यवस्था में भवन जनरेटर व सोलर लाइट आदि की व्यवस्था पहले सुनिश्चित करें। नाव संचालकों की एक लिस्ट होनी चाहिए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर नाव की व्यवस्था हो सके। बाढ़ नियंत्रण कक्ष गोताखोर भी चिन्हित कर लिए जाए।  जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए। नहर से कनेक्ट सभी तालाबों को पानी से भरा जाए। तालाब के लिए जाने वाले नालों की साफ सफाई पहले से ही रखी जाए। कृषि विभाग अपने स्तर से कृषि संबंधी सभी कार्य योजना बना लें, जिससे कृषकों को कोई परेशानी न हो सके।  बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, अधिशासी अभियंता विकास कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रिंकू सिंह राही सहित सभी उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।

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May 9, 2024

रैगिंग रोकने के लिए यूजीसी और दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस को लागू कर रहे हैं कॉलेज

नई दिल्ली, 04 मई 2024  (यूटीएन)। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) व दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कॉलेजों/संस्थानों ने यूजी, पीजी पाठ्यक्रमों में शैक्षिक सत्र-2024-25 में एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व विद्यार्थियों के लिए कॉलेजों ने अपने-अपने स्तर पर कमेटियाँ बनानी शुरू कर दी हैं। कमेटी में शिक्षकों , छात्रों व कर्मचारियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है । इसी कड़ी में अरबिंदो कॉलेज ने यूजीसी द्वारा जारी की गई।    गाइडलाइंस का पालन करते हुए कॉलेज को रैगिंग मुक्त बनाने के लिए उचित कदम उठाए हैं। अरबिंदो कॉलेज एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्य डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि किसी भी छात्र द्वारा कॉलेज में किसी अन्य छात्र को बोले गए शब्दों या लिखित अथवा किसी अन्य प्रकार से अपने से जूनियर छात्र को परेशान करने के उद्देश्य से उसके साथ अशिष्टता या दुर्व्यवहार करता है तो वह रैगिंग की श्रेणी में आएगा। कॉलेज में रैगिंग रोकने के लिए कमेटी गठित की गई और छात्र हित में कई निर्णय लिए गए । इसके अलावा स्टूडेंट्स ग्रीवेंस कमेटी , इंटरनल कम्पलेंड कमेटी तथा स्कॉलरशिप सेल आदि की कमेटियों का बोर्ड सूचनापट्ट पर लगाया गया है।    कमेटी के सदस्य डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि रैगिंग रोकने के लिए विद्यार्थियों को कॉलेज खुलने के पहले ही दिन ओरिएंटेशन प्रोग्राम के माध्यम से जानकारी दी जाती है, साथ ही एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा यूजीसी की गाइडलाइंस को छात्रों में वितरित भी किया जाता है। फिर भी कोई छात्र रैगिंग करता हुआ पकड़ा जाता है तो कॉलेज उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि यूजीसी ने डीयू समेत सभी शिक्षण संस्थानों / कॉलेजों को सख्त निर्देश जारी किए हैं जिसमें रैगिंग रोकने के उपायों को आवश्यक रूप से लागू करने पर जोर दिया गया है। इसके लिए कॉलेज में एंटी रैगिंग सेल बनाने, वर्कशाप करने, कैम्प लगाकर कानूनी पहलुओं के विषय में बताने का निर्देश दिया गया है।   उनका कहना है कि यूजीसी की गाइडलाइंस में स्पष्ट है कि शिक्षण संस्थानों / कॉलेजों में रैगिंग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। इसका उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।डॉ.हंसराज सुमन ने यह भी बताया है कि रैगिंग को रोकने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी दस्तों की स्थापना, एंटी रैगिंग सेल का गठन करने के अलावा कमेटी कॉलेज की महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, समय-समय पर विद्यार्थियों के साथ बातचीत करने आदि कार्य करेगी।    उन्होंने यह भी बताया है कि यूजीसी व डीयू ने रैगिंग की घटनाओं से प्रभावित विद्यार्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर, विद्यार्थी टोल फ्री नंबर व एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी है इसमें छात्र अपनी पहचान छिपाकर भी शिकायत कर सकते हैं । उनका कहना है कि हमें अपने कॉलेज में अनुशासन की एक स्वस्थ परम्परा का निर्वाह करते हुए रैगिंग मुक्त बनाना है । डॉ.सुमन ने बताया है कि रैगिंग को लेकर इस साल यूजीसी ने सख्त कदम उठाए है , यूजीसी ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव और कॉलेज प्रिंसिपल की भी जवाबदेही तय की है। यदि कार्यवाही में देरी होती है और नियमों के मुताबिक एक्शन नहीं लेते है तो अधिकारियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए ।   उनका कहना है कि लोगों के बीच सख्त संदेश जाए तभी रैगिंग के मामलों को कम किया जा सकता है और कुछ हद तक इसे रोका जा सकता है । यह तभी संभव है जब हर व्यक्ति अपनी ड्यूटी समझकर रैगिंग जैसी बीमारी की रोकथाम करें । डॉ.सुमन ने बताया है कि हाल ही में यूजीसी ने पिछले साल रैगिंग संबंधी छात्रों की 1240 शिकायतें मिली थीं जिसमें से 1113 का निपटारा किया गया है । यूजीसी का कहना है कि अभी रैगिंग के 127 केस पेंडिंग है जिनकी जांच चल रही है। कॉलेजों में रैगिंग के केस न आएं इसके लिए छात्रों को वर्कशाप व सेमिनार के माध्यम से जागरूक करने की आवश्यकता है ।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 4, 2024

पीएम मोदी के नामांकन दाखिल करने की तारीख हुई तय

नई दिल्ली, 04 मई 2024  (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से 14 मई को नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। इससे पहले 13 मई को वाराणसी में रोड शो भी करेंगे। बता दें कि वाराणसी लोकसभा सीट पर एक जून को वोटिंग होगी।  *10 मई से वाराणसी में डेरा डालेंगे शीर्ष नेता* पार्टी प्रधानमंत्री मोदी की जीत को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेशों के नेता मई के दूसरे सप्ताह से वाराणसी पहुंचना शुरु हो जाएंगे। यहां छोटी-छोटी जनसभाएं करेंगे, पन्ना प्रमुखों के साथ बैठकें करेंगे और मतदाताओं से संपर्क भी करेंगे। इसके अलावा समाज के अलग-अलग लोगों के साथ बैठकें की जाएगी। *नेता-कार्यकर्ता की सूची हो रही तैयार* बनारस पहुंचने वाले नेताओं की सूची भी तैयार की जा रही है और कार्यकर्ताओं से भी सूची मांगी जा रही है। प्रधानमंत्री के रोड शो को भव्य बनाने के लिए भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल और गुजरात से आए जगदीश पटेल ने बैठकें शुरू कर दी हैं। इसमें महिला मोर्चा की भी प्रमुख भूमिका रहने वाली है।  *एक दिन पहले सभी शीर्ष नेता पहुंचेंगे वाराणसी* महिलाओं के ग्रुप के अलावा, युवा बाइकों से भी रहेंगे और नामाकंन के एक दिन पहले सभी शीर्ष नेता भी वाराणसी पहुंच जाएंगे। इसके बाद कुछ नेता मतदान तक बनारस में ही प्रवास करेंगे और यहां चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालेंगे। *महिला नेताओं को विशेष जिम्मेदारी* वहीं कुछ महिला नेताओं की एक सूची भी तैयार की जा रही है, अंतिम सप्ताह में कुछ छोटी-छोटी जनसभाएं अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल से भी कराई जाएंगी और ग्रामीण क्षेत्र में सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर जनसभाएं करेंगे। इसी बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। *वाराणसी में पीएम को मिलेगी इनसे टक्कर* इंडिया गठबंधन की ओर से पीएम मोदी को इस बार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से टक्कर मिलेगी। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने सैयद नियाज अली मंजू को उम्मीदवार घोषित किया है। बसपा ने इससे पहले अतहर जमाल लारी को टिकट दिया था लेकिन, उनका टिकट काटकर अब सैयद नियाज अली को मौका दिया है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 4, 2024

वोटिंग से पहले दिल्ली में कांग्रेस को झटका, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भाजपा में शामिल

नई दिल्ली, 04 मई 2024  (यूटीएन)। लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सहित शीला सरकार में पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान, पूर्व एमएलए नसीब सिंह, पूर्व एमएलए नीरज बसोया ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. तीनों ही कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल थे। अरविंदर सिंह लवली ने हाल में ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.   लवली कांग्रेस द्वारा आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने के खिलाफ थे. वह पहले भी बीजेपी में रह चुके हैं. इससे पहले 2017 में दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले लवली बीजेपी में शामिल हुए थे लेकिन कुछ महीने में ही कांग्रेस में वापसी कर ली थी.    2023 - अगस्त में कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया. 2024 - लवली को 2024 के लोकसभा चुनाव से  पहले फिर पार्टी की दिल्ली इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. हालांकि चुनाव से ठीक पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. बताया गया कि वह आप के साथ गठबंधन से नाराज हैं.  1998 -  दिल्ली के गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से लवली ने कांग्रेस के टिकट पर पहला चुनाव लड़ा था और दिल्ली विधानसभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बने. 2003 - वह दिल्ली के गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से फिर से जीते और दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा उन्हें शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया. 2008 - वह कांग्रेस के बैनर तले गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुने गए और 2008 से 2013 तक शीला दीक्षित सरकार में शहरी विकास और राजस्व मंत्री और परिवहन मंत्री के रूप में कार्य किया.  2013 - वह लगातार चौथी बार गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे (कांग्रेस के टिकट पर) और 2013 से 2015 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे. 2020 - गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा. 2019 - उन्होंने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा. 2018- उन्होंने बीजेपी छोड़ दी और फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए. 2017- वह बीजेपी में शामिल हो गए.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 4, 2024

शाब्बाश :वाजिदपुर के धीरज की हत्या का 24 घंटे के भीतर खुलासा, 3 अभियुक्त गिरफ्तार, आलाकत्ल बरामद

बागपत,03 मई 2024  (यूटीएन)। धीरज की हत्या में शामिल तीन अभियुक्तों को थाना बडौत पुलिस ने 24 घंटे के भीतर किया गिरफ्तार, जबकि शेष 2 अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश जारी। बता दें कि, 2022 में वाजिदपुर के सन्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद धीरज को मार्च 2024 में ही जमानत मिली थी, जिसकी गत दिवस गोलियों की बौछार करते हुए हत्या कर दी गई थी। मृतक धीरज के भाई दीपांशु पुत्र तेजपाल ने हत्या के आरोप में नामजद तहरीर दी थी।   पुलिस कप्तान अर्पित विजयवर्गीय के दिशा निर्देशन में त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना पुलिस ने घटना में शामिल 3 अभियुक्तों को तो 24 घंटे के भीतर पकडने में सफलता हासिल कर ली है, जबकि शेष 2 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।    पुलिस कप्तान ने आज पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि, निखिल के कहने पर शोएब अपनी बाइक पर धीरज को स्कूल के पास लाया था, जहां पहले से मौजूद निखिल, देवा, सौरभ व सागर ने तमंचों से गोलियां बरसा दी थी, जिससे घटना स्थल पर ही धीरज की मौत हो गई थी।    रिपोर्ट के आधार पर हत्या एवं एससी एसटी एक्ट से सम्बन्धित निखिल उर्फ कल्लू पुत्र संजीव, देवा उर्फ देवेश पुत्र परविंदर तथा शोएब पुत्र दिलशाद, निवासी वाजिदपुर को गिरफ्तार किया गया है ,जिनके कब्जे से आलाकत्ल 3 अवैध तमंचे .315 बोर मय 6 जिन्दा व 7 खोखा कारतूस .315 बोर व घटना में प्रयुक्त एक मोटर साइकिल हीरो स्प्लेण्डर यूपी-17 एन-3110 व 2 मोबाईल फोन भी बरामद किए गए हैं।    कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित 11 सदस्यीय टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह चौहान, उपनिरीक्षक अमित कुमार चौहान, दीपक कुमार आदि ने बड़ी सूझबूझ और सक्रियता के चलते 24 घंटे के भीतर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने व आलाकत्ल भी बरामद करने में सफलता हासिल की।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 3, 2024

बृज भूषण सिंह के बेटे को टिकट मिलने पर बजरंग पुनिया ने भाजपा को घेरा

उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा ने बृज भूषण सिंह के छोटे बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया है। जिसके बाद ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। बजरंग पुनिया ने कहा, ये देश की बेटियों, बहनों, महिलाओं और खिलाड़ियों के लिए बड़े दुख की बात है। पहले सरकार ने खिलाड़ियों से वादा करके फेडरेशन में उसका डमी आदमी बैठा दिया। अब भाजपा उनके बेटे को टिकट देकर यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि हमने तो उनको टिकट नहीं दिया, लेकिन, सब जानते हैं कि कुश्ती फेडरेशन से लेकर राजनीति में उसका ही दबदबा है। सरकार ने खिलाड़ियों के साथ विश्वासघात किया। बजरंग पुनिया ने महिलाओं के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि मोदी सरकार महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है। अब, सरकार से पूछा जाना चाहिए कि बेटी भाजपा से बचानी है या किसी और से बचानी है? बजरंग पुनिया ने आगे कहा कि बृज भूषण सिंह ने सरकार के ऊपर हाथ रखकर दिखा दिया कि उसका दबदबा है। भाजपा के कई लोगों के वीडियो वायरल हो रहे हैं, लेकिन, पार्टी उन्हें सपोर्ट कर रही है। सरकार ने बृज भूषण सिंह को हर तरीके से बचाने की कोशिश की है। सरकार का काम होता है, न्याय दिलाना। लेकिन, इस सरकार ने सजा दिलाने की बजाय उसे बड़ा बनाने का काम किया। खिलाड़ी बहनों और बेटियों के लिए ये बुरा दौर है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के लोग दूसरे दलों में परिवारवाद की बात करते हैं। बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने वाले के बेटे को टिकट दिया जाना, कौन सा वाद है?

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May 3, 2024

फिक्की-बिजनेस काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार और निवेश को मजबूत करने के लिए समझौता किया

नई दिल्ली, 03 मई 2024  (यूटीएन)। फिक्की और बिजनेस काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया ने आज दोनों देशों के बीच अधिक व्यावसायिक अवसरों की पहचान करने और बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एमओयू का उद्देश्य लाभ के साझा क्षेत्रों पर सहयोग करके और उभरते बाजारों में विकास के नए क्षेत्रों की पहचान करके द्विपक्षीय व्यापार और निवेश साझेदारी को मजबूत करना होगा।   इंटरैक्टिव सत्र को संबोधित करते हुए, फिक्की के महासचिव एसके पाठक ने कहा, "भारत और ऑस्ट्रेलिया का वस्तुओं और सेवाओं में द्विपक्षीय व्यापार 45 बिलियन डॉलर से अधिक है, और हम अगले पांच वर्षों में इसे दोगुना करने की दिशा में काम कर रहे हैं।   बिजनेस काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी  ब्रैन ब्लैक ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने और निवेश के अवसरों की खोज करने की दिशा में काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंधों का विकास व्यवसाय आधारित है क्योंकि व्यवसाय विकास के लिए पारस्परिक अवसरों की पहचान करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं, विशेष रूप से शिक्षा और कौशल, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल के क्षेत्रों में।   भारत ऑस्ट्रेलिया का पांचवां सबसे बड़ा निर्यात बाजार है, और भारत में निर्यात (विशेषकर संसाधन, शिक्षा और कृषि उत्पाद) की अत्यधिक मांग है। 2022-23 में भारत को ऑस्ट्रेलियाई निर्यात 32.5 बिलियन डॉलर था, जबकि आयात 12.6 बिलियन डॉलर था। रक्षा, अंतरिक्ष, फार्मा, इस्पात, विनिर्माण, बुनियादी ढांचे, समुद्री, कृषि और आईटी क्षेत्र के फिक्की उद्योग प्रतिनिधियों ने भी बातचीत की और भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार में सुधार पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 3, 2024

इंडिया इंक ने उद्योग में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली, 01 मई 2024  (यूटीएन)। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और बिजनेस काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया (बीसीए) ने नई दिल्ली, भारत में भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला नेतृत्व फोरम लॉन्च किया है। भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला नेतृत्व फोरम की सह-अध्यक्षता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के स्केलअप बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन के प्रमुख विजी मुरुगेसन और डीकिन यूनिवर्सिटी के एशिया सीईओ रवनीत पावहा द्वारा की जाएगी। भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईओ फोरम में भागीदार के रूप में, सीआईआई और बीसीए का लक्ष्य संबंधों को मजबूत करने, अंतर्दृष्टि साझा करने और कंपनियों और नेताओं के बीच आगे के जुड़ाव के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए साझेदारी में महिला नेताओं की भागीदारी बढ़ाना है। "जैसा कि हम ऑस्ट्रेलिया के साथ लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने पर जोर दे रहे हैं, यह मंच हमारे आर्थिक और सामाजिक संबंधों को प्रसारित करने में एक रणनीतिक भूमिका निभाएगा" सुश्री परिमिता त्रिपाठी, संयुक्त सचिव - ओशिनिया, विदेश मंत्रालय ने कहा।   “इस साल की शुरुआत में दावोस में घोषित वैश्विक भलाई-लैंगिक समानता और समानता गठबंधन को आगे बढ़ाते हुए, सीआईआई को भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला नेतृत्व फोरम लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। यह पहला मंच है जो विशेष रूप से द्विपक्षीय संबंधों में महिलाओं की ताकत का उपयोग करने पर केंद्रित है। भारतीय उद्योग परिसंघ के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों में महिला नेताओं का समर्थन करना सीआईआई के लिए प्राथमिकता है।  बनर्जी ने कहा, "कार्यस्थल पर महिलाएं बढ़ती अर्थव्यवस्था के पीछे प्रेरक शक्ति हैं और भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला नेतृत्व मंच के माध्यम से, हम एक ऐसे माहौल की वकालत कर रहे हैं जो भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों में महिलाओं के लिए महिला नेतृत्व और बेहतर आर्थिक अवसरों को बढ़ावा दे।   बिजनेस काउंसिल के मुख्य कार्यकारी ब्रैन ब्लैक ने कहा कि लैंगिक समानता को ऑस्ट्रेलिया-भारत सीईओ फोरम के ढांचे का हिस्सा बनाने की जरूरत है और यह दोनों सरकारों को सिफारिशें देगा। श्री ब्लैक ने कहा, "बीसीए को ऑस्ट्रेलिया-भारत महिला नेतृत्व फोरम की स्थापना का समर्थन करने पर गर्व है, और हमारे सदस्य अपनी कंपनियों और आपूर्ति श्रृंखलाओं के भीतर लैंगिक समानता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं।" "जैसे-जैसे यह साझेदारी बढ़ती है, महिलाओं को नेतृत्व की स्थिति में प्रोत्साहित करना प्राथमिकता होनी चाहिए और इससे ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय दोनों अर्थव्यवस्थाओं की उत्पादकता में सहायता मिलेगी।   सीआईआई का भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने पर एक सक्रिय एजेंडा है। 29 दिसंबर 2022 को लागू हुए ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) ने इस महत्वपूर्ण आर्थिक साझेदारी को आवश्यक प्रोत्साहन दिया है। भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई कंपनियां लगभग नगण्य से शून्य टैरिफ शुल्क पर व्यापार करके इस व्यापार समझौते का लाभ उठाने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई आर्थिक परिदृश्य के बीच बहुत सारी पूरकताएँ मौजूद हैं और दोनों पक्षों के व्यवसाय व्यापार समझौते द्वारा सक्षम इस अवसर का लाभ उठा रहे हैं।   इस एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए, यह महसूस किया गया है कि महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है और भारत-ऑस्ट्रेलिया गलियारे में उनके आर्थिक योगदान को बढ़ावा देने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की आवश्यकता है। विशिष्ट भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला नेतृत्व मंच को बाद में दोनों देशों के प्रमुख नियोक्ताओं और सबसे बड़े व्यवसायों के समर्थन से स्थापित किया गया है। फोरम का उद्देश्य संबंधों को मजबूत करने, अंतर्दृष्टि साझा करने और ऑस्ट्रेलिया-भारत गलियारे में भविष्य की महिला नेताओं के मार्गदर्शन के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों की महिला नेताओं को एक साथ लाना है। फोरम के सदस्य पूरे गलियारे में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए विचार-विमर्श करेंगे और रणनीति तैयार करेंगे। ये बड़े पैमाने पर कार्यशालाओं, परामर्श कार्यक्रमों, सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने और सरकार की नीति निर्माण प्रक्रिया में भागीदारी के माध्यम से हो सकता है।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 1, 2024

इस बार आईएमए की खड़ी होगी खाट? सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को दी मानहानि का मुकदमा करने की मंजूरी

नई दिल्ली, 01 मई 2024  (यूटीएन)। इंडियन मेडिकल असोसिएशन के साथ कुछ ऐसा ही दिख रहा है। उसने पतंजली आयुर्वेद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आदेश की अवहेलना की याचिका डाली जिस पर फैसला आ गया। सुप्रीम कोर्ट की पीठ में शामिल दो जजों जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने मामले की सुनवाई के दौरान आईएमए को भी कुछ नसीहतें दीं।   पतंजलि आयुर्वेद को सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगी तो आईएमए को अच्छा लगा, लेकिन उसी सुप्रीम कोर्ट ने उसकी कमियों की तरफ इशारा किया तो आईएमए तिलमिला उठा। आईएमए के अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन ने तो एक इंटरव्यू में यहां तक कह दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने तो बेवजह ही नसीहत दे डाली क्योंकि उसके सामने यह मामला ही नहीं था।    पतंजलि आयुर्वेद का पक्ष रख रहे वकील ने जब सुप्रीम कोर्ट के आईएमए अध्यक्ष का यह बयान बताया तो शीर्ष अदालत ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसके लिए आईएमए को भुगतना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद से आईएमए अध्यक्ष के बयान को रिकॉर्ड पर रखने का आदेश देते हुए अदालत की अवमानना की याचिका दाखिल करने की भी मंजूरी दे दी। आईएमए प्रेसिडेंट डॉ. ने कहा कि आईएम और डॉक्टरों के तौर-तरीकों की आलोचना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सामने असल मुद्दा पतंजलि के विज्ञापनों से जुड़ा था, न कि पूरे चिकित्सा क्षेत्र से।   उन्होंने यहां तक कहा कि सुप्रीम कोर्ट को यह शोभा नहीं देता। डॉ. अशोकन ने कहा, 'आप कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन अधिकतर डॉक्टर कर्तव्यनिष्ठ हैं... नैतिकता और सिद्धांतों के अनुसार काम करते हैं।    देश के चिकित्सा पेशे के खिलाफ तल्ख रुख अपनाना न्यायालय को शोभा नहीं देता, जिसने कोविड युद्ध में इतनी कुर्बानी दी।' आईएमए अध्यक्ष के इस बयान को सुप्रीम कोर्ट ने काफी गंभीरता से लिया है। जस्टिस अमानुल्लाह ने तो आईएमए से कहा कि वह गंभीर नतीजों के लिए तैयार रहे। सुप्रीम कोर्ट बेंच ने आईएमए के वकील से कहा, 'आपने कोई अच्छा काम नहीं किया और आप कैसे तय कर सकते हैं कि अदालत क्या करेगी, अगर यह सही है।   उधर, पतंजलि आयुर्वेद के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि आईएमए अध्यक्ष का बयान अदालत की कार्यवाही में सीधा हस्तक्षेप है। रोहतगी ने जब आईएमए अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की मांग की तो सुप्रीम कोर्ट बेंच ने इसकी इजाजत दे दी। बेंच का रुख देखकर लगता है कि आईएमए अध्यक्ष को पतंजलि आयुर्वेद के बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से ज्यादा ही लताड़ लगने वाली है।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 1, 2024