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एआरटीओ बागपत ने 37 हजार 648 पुराने वाहनों के पंजीकरण किये निलम्बित

बागपत, 16 मई 2024  (यूटीएन)। पंजीयन एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन बागपत एके सिंह राजपूत ने मोटर गाड़ी अधिनियम 1988 की धारा 53 की उपधारा 1 में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए जनपद बागपत में 22 फरवरी 1971 से 30 अप्रैल 2009 तक के पंजीकृत गैर व्यवसायिक वाहनों में 15 वर्ष पुराने पेट्रोल ईधन संचालित 28698 और 10 वर्ष पुराने डीजल इंजन से संचालित 8950 वाहनों का 13 मई 2024 को जारी कार्यालय आदेश-सार्वजनिक सूचना के द्वारा पंजीयन निलम्बित कर दिया।   बताया कि पंजीयन का निलम्बन लगातार छह माह तक रहने की स्थिति में वाहन का पंजीयन, पंजीयन अधिकारी द्वारा निरस्त किया जा सकता है। इच्छुक वाहन स्वामी छह माह के अन्दर पंजीयन अधिकारी के समक्ष प्रत्यावेदन देकर एवं वाहन प्रस्तुत कर पंजीयन निलम्बन को समाप्त करा लें एवं एनजीटी के 20 जुलाई 2016 के आदेश के अनुरूप एनओसी प्राप्त कर अपने वाहन को अन्यत्र ले जा सकते है। अगर वाहन स्वामी ऐसा नही करते है तो समय सीमा के समाप्त होने के पश्चात वाहन का पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा।   बताया कि 18 सितम्बर 2018 और 30 जून 2020 को राष्ट्रीय अखबार में सूचना और कार्यालय सूचना पट के माध्यम से वाहन स्वामियों को सूचित किया गया था कि सूचना प्रकाशन की तिथि से 90 दिनों के अन्दर 15 वर्ष पुराने पेट्रोल और 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन को एनसीआर से अन्यत्र ले जाने हेतु पंजीयन नवीनीकरण कराते हुए अनापत्ति प्रमाण पत्र या वाहन का पंजीयन चिन्ह निरस्त कराये जाने के लिए समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कर आवेदन पत्र प्रस्तुत करें। 90 दिनों से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाद 15 वर्ष पुराने 28698 पेट्रोल वाहन और 10 वर्ष पुराने 8950 डीजल वाहन मालिकों की और से कोई आवेदन प्राप्त ना होने की वजह से इन वाहनों का पंजीयन निलम्बित किया गया है।    बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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May 16, 2024

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का हुआ निधन

नई दिल्ली, 15 मई 2024 ( यूटीएन )। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता व ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। उनका इलाज पिछले दो महीनों से दिल्ली के एम्स में चल रहा था। सुबह 9.28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली। मिली जानकारी के मुताबिक, उनका पार्थिव शरीर दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवास पर लाया गया है। यहां अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनका परिवार घर पर ही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार 16 मई की शाम को किया जा सकता है।  नेपाल के शाही परिवार से था माधवी का नाता........................ माधवी राजे सिंधिया नेपाल के शाही परिवार से नाता रखती थीं। उन्हें किरण राज्य लक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता था। उनके दादा नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं। साल 1966 में ग्वालियर के महाराजा माधवराव सिंधिया से उनकी शादी हुई थी। मिली जानकारी के मुताबिक, माधवी की उम्र 70 साल थी। वह अपने बेटे ज्योतिरादित्य का काफी सपोर्ट करती थीं। ज्योतिरादित्य ने जब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने का फैसला किया था तो माधवी ने उनका सपोर्ट किया था। माधवी के पति और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया का 30 सितंबर 2001 में निधन हो चुका है। इस दौरान माधवी के सक्रिय राजनीति में आने की खबरें उड़ीं लेकिन माधवी ने खुद को राजनीति से दूर ही रखा। ज्योतिरादित्य के बारे में कहा जाता था कि वह अपनी मां माधवी के मार्गदर्शन के बिना कोई फैसला नहीं लेते थे। ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी भी माधवी का समय-समय पर मार्गदर्शन लेती थीं। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 15, 2024

भारत के स्वास्थ्य देखभाल दृष्टिकोण 2047 को प्राप्त करने के लिए 30 लाख अस्पताल बिस्तरों की जरूरत

नई दिल्ली, 15 मई 2024  (यूटीएन)। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव, अपूर्व चंद्रा ने आज फिक्की-ईवाई रिपोर्ट - 'डिकोडिंग इंडियाज़ हेल्थकेयर लैंडस्केप' जारी की। रिपोर्ट पिछले दशकों में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डालती है, पहुंच, गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ाने के ठोस प्रयासों पर जोर देती है, जिससे सभी के लिए एक स्वस्थ और अधिक समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है। *मुख्य सफलतायें:* *स्वास्थ्य देखभाल व्यय:*  भारत के सकल घरेलू उत्पाद के % के रूप में स्वास्थ्य देखभाल व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो स्वास्थ्य देखभाल निवेश के महत्व की बढ़ती स्वीकार्यता को दर्शाता है। 2003-04 में 0.9% से शुरू होकर 2014-15 तक बढ़कर 1.2% हो गया, 2022-23 का नवीनतम डेटा सकल घरेलू उत्पाद के 2.1% तक की पर्याप्त वृद्धि दर्शाता है। आउट-ऑफ-पॉकेट व्यय (ओओपीई) में 2013-14 में 64.2% से 2018-19 में 48.2% तक लगातार कमी स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और सामर्थ्य में सुधार का संकेत देती है। *स्वास्थ्य संकेतक:* भारत ने शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और नवजात मृत्यु दर जैसे प्रमुख स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। *क्रांतिकारी बदलाव:*  देश में सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे की संख्या में वृद्धि देखी गई है। यह विस्तार आबादी की बढ़ती स्वास्थ्य देखभाल मांगों को समायोजित करने में महत्वपूर्ण रहा है। नतीजतन, ओपीडी और आईपीडी दोनों में सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों की हिस्सेदारी 2014 से बढ़ी है। पिछले दो दशकों में, मेडिकल कॉलेजों की संख्या लगभग तीन गुना हो गई है। 2014 के बाद से, मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 5.9% की सीएजीआर से वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों में मेडिकल कॉलेजों और एमबीबीएस सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि भारत में स्वास्थ्य पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक ठोस प्रयास को दर्शाती है। *हेल्थकेयर कार्यबल का विस्तार:* भारत में हेल्थकेयर पेशेवरों की बढ़ती मांग को देखते हुए मेडिकल कॉलेजों और एमबीबीएस सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इसके अलावा, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के उपयोग में वृद्धि हुई है, साथ ही पंजीकृत नर्सों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। पंजीकृत एलोपैथिक डॉक्टरों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 2005 में 6,60,801 से बढ़कर 2022 में 13,08,009 हो गई। *फार्मास्युटिकल उद्योग:*  भारत मात्रा के हिसाब से फार्मास्युटिकल उत्पादन में विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है, जो अपनी जेनेरिक दवाओं और कम लागत वाले टीकों के लिए जाना जाता है। देश आवश्यक टीकों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, जो वैश्विक मांग के एक महत्वपूर्ण हिस्से को पूरा करता है। फिक्की की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारतीय फार्मास्युटिकल उद्योग का कुल बाजार आकार 2030 तक 130 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। वैश्विक वैक्सीन उत्पादन और फार्मास्युटिकल निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 60% है, जो आयात से 3 गुना अधिक है। बढ़ती चिकित्सा मूल्य यात्रा: भारत चिकित्सा मूल्य यात्रा के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना हुआ है। चिकित्सा और कल्याण पर्यटन के लिए राष्ट्रीय रणनीति और रोडमैप के कार्यान्वयन से भारत आने वाले चिकित्सा पर्यटकों में पर्याप्त वृद्धि हुई है (2012 से 2022 तक चिकित्सा पर्यटकों में 10.8% की वृद्धि)। यह वृद्धि भारत को एक स्वास्थ्य सेवा गंतव्य के रूप में ब्रांड करने और चिकित्सा यात्रियों के लिए पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से की गई पहल की सफलता को रेखांकित करती है.   *डिजिटल स्वास्थ्य क्रांति:* डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, कोविन ऐप, आरोग्य सेतु, ई-संजीवनी और ई-हॉस्पिटल जैसी पहलों ने देश के हर हिस्से में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया है। इन प्रयासों के माध्यम से, डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र में विभिन्न हितधारकों के बीच मौजूदा अंतर को प्रभावी ढंग से कम किया गया है। बढ़ती बिस्तर क्षमता: भारत भर के सरकारी अस्पतालों में बिस्तर की क्षमता लगातार 2005 में 4.7 लाख बिस्तरों से बढ़कर 2021 में 8.5 लाख बिस्तरों तक पहुंच गई है।   *भारत के स्वास्थ्य सेवा दृष्टिकोण 2047 को प्राप्त करने के लिए प्रमुख अनिवार्यताएँ:* · प्रति 10,000 जनसंख्या पर 16 डॉक्टरों के मौजूदा वैश्विक औसत को दोगुना करने और विकसित देशों के औसत के करीब पहुंचने के लिए योग्य डॉक्टरों की संख्या 50 लाख से अधिक बढ़ाएं। · विकसित देशों के औसत के करीब पहुंचने के लिए नर्सों की संख्या बढ़ाकर 1.25 से 1.5 करोड़ से अधिक करें · विकसित देशों के औसत के करीब पहुंचने के लिए 30 लाख और अस्पताल बिस्तर जोड़ें · स्वास्थ्य बीमा कवरेज के साथ 100% आबादी का लक्ष्य हासिल करना · भारत के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना · अपनी जेब से होने वाले खर्च में दवा की लागत का हिस्सा कम करना · एबीडीएम हेल्थकेयर पेशेवर की रजिस्ट्री पर स्वास्थ्य पेशेवरों का 100% पंजीकरण प्राप्त करके, डिजिटल रूप से सक्षम स्वास्थ्य सेवा पहुंच में तेजी लाएं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 15, 2024

हरियाणा में बाढ़ आई तो ट्रैक्टर पर गांव-गांव जाकर की थी मदद – दुष्यंत चौटाला

पंचकुला,15 मई 2024  (यूटीएन)। पूर्व डिप्टी सीएम एवं जेजेपी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हमने सदैव किसान, कमेरे वर्ग के हित में काम किया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जब बाढ़ आई तो, वे गांव दर गांव ट्रैक्टर पर जाकर बाढ़ पीड़ित किसानों और ग्रामीणों से मिले थे। उन्होंने कहा कि जेजेपी की पूर्व गठबंधन सरकार में हिस्सेदारी थी तो इतिहास में पहली बार हरियाणा में बाढ़ घोषित हुई और जान-माल व पशुओं के नुकसान की भरपाई पीड़ितों को मुआवजा देकर की गई। वे बुधवार को अंबाला लोकसभा के दौरे के दौरान जेजेपी उम्मीदवार डॉ किरण पूनिया के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे थे।    उमड़ी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जेजेपी ने आम लोगों के हकों की लड़ाई लड़ते हुए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, बीसीए वर्ग को आठ प्रतिशत हिस्सेदारी, किसानों की समय पर फसल खरीद व उसका भुगतान, राशन डिपुओं में महिलाओं की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी, ऑनलाइन फर्द निकालने की सुविधा, 20 हजार किलोमीटर सड़कों का सुधार जैसे अनेक ऐतिहासिक कार्य किए है। दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जेजेपी द्वारा कराए गए विकास कार्यों का प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि आज जनता राष्ट्रीय पार्टियों के सांसदों से छुटकारा पाना चाहती है और अपने क्षेत्र की आवाज बुलंद करने के लिए जेजेपी उम्मीदवारों को सांसद बनाकर संसद भेजना चाहती है। दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि आज भाजपा और कांग्रेस की स्थिति बहुत खराब है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पुत्र मोह में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे है और दोगली राजनीति करने वाले भूपेंद्र हुड्डा को जनता वोट की चोट से करारा जवाब देगी।   इससे पहले अम्बाला लोकसभा के पिंजौर में जनसभा संबोधित करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस क्षेत्र से जुड़ा एचएमटी ट्रैक्टर की इंडस्ट्री का मुद्दा हो या उत्तर भारत में नई फिल्म सिटी बनाने का विषय हो, उन्होंने सांसद और प्रदेश सरकार का हिस्सा रहते हुए अनेकों बार केंद्र सरकार के समक्ष उठाने का काम किया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर स्थानीय सांसद द्वारा पैरवी की कमी के चलते ज्यादा प्रगति नहीं हो पाई।   दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी प्रत्याशी डॉ किरण पूनिया के पक्ष में वोट की अपील करते हुए कहा कि अब अम्बाला वासियों के पास सुनहरा अवसर है कि वे अम्बाला के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए मेहनती, शिक्षित और भरोसेमंद सांसद के रूप में डॉ किरण पूनिया को अपना सांसद बनाकर लोकसभा में भेजें।   इस दौरान देवीलाल सरकार में मंत्री रहे किरपा राम पुनिया, पार्षद मयंक लांबा,जजपा हल्का अध्यक्ष कालका सोनू बागवाला, पंचकुला हल्का अध्यक्ष सुशील गर्ग, जिला परिषद प्रतिनिधि गुरचरण अम्बाक, निर्मल नानकपुर, प्रीतम मढ़ावाला,जतिंदर संधू,बलवंत नालाघाट,बलकार ठरवा माम चंद शर्मा,चेयरमैन वीरेंद्र मामल,पार्षद राजेश निषाद,अरविंद जाखड़,क्षितिज पुनिया, नरेंद्र राणा टाबर अजय गौतम,रमेश चौधरी,ओमी चौधरी, गुरबचन पुंज कोटिया,,गुरदेव जट्ट चरनिया, रेखा बाली, रजनी धीमान महेंद्र सिहाग,गुरदेव राणा चरणीय,'''   राजेंद्र लही जिंदर पापलोहा विजय पंचाल,सतविंदर जट्टनमाजरी सुरेंद्र चड्डा सतबीर धनखड़,सतबीर मालिक,अमित सोनकर,राजेंद्र दमदमा,निर्मल दमदमा, जिंदर पापलोहा,दीपक अमरावती,पिंदर हकीमपुर विनोद सरपंच,गुरदेव सरपंच चिकन,रमन सरपंच खड़कुआ,कृष्ण सरपंच केदारपुर,प्रतीक अहलावत,रमेश नंबरदार, हेमराज चौधरी,शुभम पांडे,विनोद रविदास,क्षितिज पुनिया विशंभर पाठक,कांति राम,कृष्ण मैनेजर,यश पाल नन्हा,श्याम लाल नंदपुर अनूप हिमशिखा,पिंकी इशरनगर ओमपाल सरपंच, कशिश शर्मा,ममता,मोहन मुरादनगर,रघुवीर रामपुर,पवन,गुरचरण कंडरवाला,देव राज मांधना,टोनी माजरा जीतू झंडा,मोहित राणा,रिमी टगरा,विनोद सरपंच तुरो अनिल सरपंच जस्सी मोहलिवाला, सोढ़ी पंच लेही देवेश्वरानंद,उपेंद्र दुबे,सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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May 15, 2024

स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर दुर्व्यवहार दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह है :भाजपा

नई दिल्ली, 15 मई 2024  (यूटीएन)। भाजपा महामंत्री श्रीमती कमलजीत सहरावत एवं मंत्री सुश्री बांसुरी स्वराज ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मलेन कर स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल  के सहयोगी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की और कहा कि जब आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद एवं पूर्व में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा सी.एम. आवास में सुरक्षित नहीं है तो फिर दिल्ली की महिलाएं कैसे सुरक्षित हो सकती है।    मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर  द्वारा संचालित प्रेसवार्ता में प्रदेश मंत्री श्री हरीश खुराना एवं मीडिया रिलेशन प्रमुख श्री विक्रम मित्तल उपस्थित थे। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि पिछले सात से आठ सालों में सुश्री स्वाति मालीवाल कहती रही कि महिलाओं को विसल ब्लोअर बनना चाहिए और आज उन्होंने अपनी घटना की शिकायत की पुलिस काल की पर फिर चुप हैं। दिल्ली की नागरिकों की ओर से अपिल है कि इस घटना को आगे बढाते हुए पुलिस को बयान दीजिए ताकि दिल्ली की लाखों महिलाओं को हिम्मत मिले।      श्रीमति कमलजीत सहरावत ने कहा कि सुश्री स्वाति मालीवाल जब महिला आयोग की अध्यक्षा रहते हुए इस बात का दावा करती रही कि वह दिल्ली में महिलाओं को सुरक्षित रखने का लगातार काम कर रही हैं, जब वह महिला सी.एम. कार्यालय गाड़ी से जाती हैं पर घबराई हुई स्थिती में पैदल बाहर निकलती है तो यह काफी शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पीसीआर में कॉल किया और अभी वह ट्रेसेबल नहीं है, इससे समझा जा सकता है कि उनके ऊपर कितना दवाब है।    श्रीमती कमलजीत सहरावत ने कहा कि जो सी.एम. केजरीवाल दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा की बात करते था, आज उनके घर के अंदर ही महिला के साथ बदतमिजी शर्मनाक है।  उन्होंने कहा कि इस तरह के विषय इससे पहले भी हो चुके हैं और एक महिला होने के नाते मैं इस घटना की कड़ी निंदा करती हूं और दिल्ली पुलिस से गुजारिश है कि इस घटना की जांच जल्द कर इसका खुलास करे। सुश्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि एक महिला पर हाथ उठाना और उनके साथ दुर्व्यवहार करना काफी शर्मसार करने की बात है और यह दुर्व्यवहार है कि अधिकारिक कार्यालय में इस तरह की घटना का होना बेहद ही दुखद है।    उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारधारा को दरकिनार करते हुए भारतीय जनता पार्टी और खासकर पार्टी की महिला कार्यकर्ता होने के कारण केजरीवाल से इस बारे में हम स्पष्टिकरण मांगते हैं। सुश्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि सुश्री स्वाति मालीवाल को डी. सी.डब्ल्यू. का अध्यक्ष बनाया गया और जिन्हें जिम्मेदारी दी गई थी कि महिलाओ के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के लिए आवाज उठाने की आज उसी के साथ ऐसी घटना को अंजाम दिया गया।    उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई है इससे पहले भी दिल्ली की चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट की घटना सामने आ चुकी है। यह केजरीवाल की एक रिवायत बन गई है कि जब भी उनकी पार्टी की महिला विरोधी गतिविधियां मीडिया मे आती है तो वह मौन धारण कर लेते हैं। सुश्री स्वराज ने कहा की भाजपा इस घटना को दबाये जाने के प्रयास की निंदा करती है और मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग करती है की वह स्पष्टीकरण दें।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 15, 2024

सीएम हाउस में केजरीवाल के पीए पर स्वाती मालीवाल के साथ मारपीट

नई दिल्ली, 15 मई 2024  (यूटीएन)। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल की ओर से सनसनीखेज आरोप लगाए जाने का दावा किया. पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि सीएम हाउस के भीतर से दिल्ली पुलिस को पीसीआर कॉल की गई. कॉल करने वाले ने खुद को स्वाति मालीवाल बताया. आइए, जानते हैं कि इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ? दिल्ली पुलिस सूत्रों ने शुरुआत में बताया था कि दिल्ली सीएम आवास के भीतर से सोमवार सुबह 9 बजे दिल्ली पुलिस को दो पीसीआर कॉल की गई थीं.   कॉल करने वाले ने बताया कि वह स्वाति मालीवाल बोल रही हैं. उन्होंने सीएम हाउस के भीतर खुद के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. ये आरोप मुख्यमंत्री केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर लगाए गए. स्वाति मालीवाल सोमवार सुबह 9.10 बजे सीएम हाउस पहुंची थीं. वह मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलना चाहती थीं लेकिन सीएम के निजी स्टाफ ने उन्हें केजरीवाल से मिलने नहीं दिया. इसके बाद मालीवाल ने सुबह 9.31 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया. यह कॉल सुबह 9.34 बजे नॉर्थ कंट्रोल रूम को ट्रांसफर की गई.   नॉर्थ कंट्रोल रूम ने सुबह 9.39 बजे डीडी एंट्री में सुधार किया. दिल्ली पुलिस की डेली डायरी (डीडी) एंट्री से पता चला है कि सुबह 9.34 बजे पुलिस को कॉल की गई. पुलिस लॉगशीट के मुताबिक, कॉलर ने कहा, "मैं अभी सीएम के घर पर हूं, उन्होंने और उनके पीए ने मेरे साथ बुरी तरह मारपीट की है." इसके बाद डीडी एंट्री में सुधार किया गया, जिसमें कहा गया कि सीएम ने विभव से पिटवाया है. पुलिस के मुताबिक, एक ही पीसीआर कॉल आई थी.   इस कॉल एंट्री में बाद में सुधार कराया गया.इस सूचना के बाद पुलिस स्टेशन ऑफिसर सीएम आवास पर पहुंचे. उन्होंने स्वाति मालीवाल को पुलिस स्टेशन आने के लिए राजी किया. इसके कुछ मिनट बाद ही मालीवाल पुलिस स्टेशन पहुंचीं. इस बीच ही उनके साथ मारपीट की खबर फैल गई. थोड़ी देर में ही मालीवाल पुलिस स्टेशन से चली गईं.   *दिल्ली पुलिस का क्या है कहना?* वहीं, इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि स्वाति मालीवाल सिविल लाइन थाने आई थीं, उन्होंने घटना के बारे में बताया है, हम वेरिफाई कर रहे हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि स्वाति ने इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 15, 2024

अमित शाह को बनाया जाएगा प्रधानमंत्री, योगी को हटाने की कर रहे साजिश: केजरीवाल

नई दिल्ली, 11 मई 2024  (यूटीएन)। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है। कल केजरीवाल जेल से बाहर आए। जिसके बाद आज सीएम हनुमान मंदिर पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कनॉट प्लेस में हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। आप कार्यालय में सीएम केजरीवाल ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जमकर भाजपा पर निशाना साधा।    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबको मेरा प्रणाम। 50 दिन बाद सीधा जेल से आपके पास आया हूं, अच्छा लग रहा है। बजरंगबली की कृपा है। आप के शीर्ष नेताओं को जेल भेजा गया। आप कुचलने में पीएम ने कसर नहीं छोड़ी। मेरे को इन्होंने जेल भेज दिया। सबसे चोर लोगों को इन्होंने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।   *'योगी आदित्यनाथ की राजनीति खत्म करेगी भाजपा'* केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मानते हैं कि भाजपा को चुनौती आम आदमी पार्टी देगी। पीएम मोदी ने एक खतरनाक मिशन शुरू किया है और वो है वन नेशन वन लीडर। इसके तहत वो सभी देश के नेताओं को ख़त्म करना चाहते हैं, सारे विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल देंगे और सभी भाजपा के नेताओं को निपटा देंगे, उनकी राजनीति खत्म कर देंगेI  मुझसे लिखवा लो- कुछ दिनों बाद ममता बनर्जी, स्टालिन, उद्धव ठाकरे, तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के सभी नेता जेल में होंगेI  यूपी के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ की राजनीति खत्म करने की साजिश की जा रही है। भाजपा जीत जाएगी तो योगी आदित्यनाथ की राजनीति खत्म करेंगे।   *भाजपा ने अपने नेताओं का सफाया किया* सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ाई लड़नी है तो केजरीवाल से सीखो। मैंने अपने नेता को भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई को सौंप दिया था। तानाशाह जनतंत्र खत्म करना चाहता है। देश को तानाशाह से बचाने का वक्त है। भाजपा ने अपने नेताओं का सफाया किया है। मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी को रिटायर किया गया। इन्होंने रमन सिंह, शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे, मनोहर लाल की राजनीति को खत्म कर दिया है। अब अगला नंबर योगी आदित्यनाथ का है। ये चुनाव यह जीत गए तो दो महीने में यूपी का मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा। जो तानाशाही है। देश के सभी नेताओं को पीएम खत्म करना चाहते हैं।   *मोदी अमित शाह के लिए वोट मांग रहे हैं* केजरीवाल ने कहा कि मैं 140 करोड़ लोगों का साथ चाहता हूं। इस देश को बचाना है। मैं लोकतंत्र को बचाना चाहता हूं। मैं मंत्री, मुख्यमंत्री बनने नहीं आया नौकरी छोड़कर यहां आया हूं। मेरा देश के लिए सबकुछ कुर्बान है। ये इंडिया गठबंधन से पूछते हैं कि प्रधानमंत्री कौन होगा? मैं भाजपा से पूछता हूं कि इनका प्रधानमंत्री कौन होगा? 2014 में मोदी ने खुद नियम बनाया था कि 75 साल की उम्र के बाद भाजपा नेता रिटायर हो जायेंगे। मोदी जी अगले साल 17 सितंबर को 75 साल के हो रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि मोदी जी, क्या आप अमित शाह के लिए वोट मांग रहे हैं?    *'मेरे खून का एक-एक कतरा देश के लिए है* 'केजरीवाल ने कहा कि हमारा देश 4000 हजार साल पुराना है। जब भी देश में किसी ने तानाशाही की कोशिश की है। जनता ने उसे बाहर कर दिया। मैं उनके खिलाफ लड़ रहा हूं। देश के 140 करोड़ लोगों से भीख मांग रहा हूं। देश को बचा लो। सुप्रीम कोर्ट ने 21 दिन दिए हैं। मैं पूरे देश में घूमूंगा। मेरे खून का एक-एक कतरा देश के लिए है। ये लोग इंडिया गठबंधन से पूछते हैं कि आप का प्रधानमंत्री कौन होगा। हम भाजपा से पूछना चाहते हैं कि आप का प्रधानमंत्री का दावेदार कौन है। पहले योगी को निपटाएंगे फिर अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाएंगे। ये मोदी की गारंटी कौन पूरी करेगा। क्या अमित शाह पूरी करेंगे। 4 जून के बाद भाजपा की सरकार नहीं बन रही है। हरियाणा, दिल्ली, बिहार, झारखंड, यूपी और दूसरे राज्यों में इनकी सीट घट रही हैं। देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 11, 2024

देश बन गया आत्मनिर्भर, अब विदेशों से हथियार नहीं मंगाएगी सेना

नई दिल्ली, 10 मई 2024  (यूटीएन)। सेना अगले वित्त वर्ष से गोला-बारूद का आयात पूरी तरह बंद करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि घरेलू उद्योगों ने सभी मांगों को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ा ली है। वो वैश्विक बाजार का एक बड़ा हिस्सा हासिल करने के लिए भी तैयार है। इस बात की जानकारी वरिष्ठ खरीद अधिकारी ने दी है। सेना, जो कुछ साल पहले तक सालाना जरूरतों को पूरा करने के लिए एक्सपोर्ट पर बहुत अधिक निर्भर थी। अब उन्होंने अपने इस्तेमाल किए जाने वाले 175 प्रकार के गोला-बारूद में से करीब 150 के लिए स्वदेशी सोर्स ढूंढ लिए हैं। इस कदम के पीछे अहम लक्ष्य यही है कि 2025-26 तक हथियारों के एक्सपोर्ट को पूरी तरह से बंद करना है।   *अब गोला-बारूद का आयात नहीं* भारतीय सेना के एडीजी (खरीद) मेजर जनरल वीके शर्मा ने कहा, 'अगले वित्त वर्ष में हम गोला-बारूद का कोई आयात नहीं करेंगे। सिवाय उन मामलों के जहां मात्रा बहुत कम है और उद्योग के लिए उनका निर्माण करना किफायती नहीं है।' पीएचडी चैंबर की ओर से गोला-बारूद उत्पादन पर आयोजित एक सेमिनार में बोल रहे सेना के अधिकारी ने बताया कि आर्मी वर्तमान में सालाना 6000-8000 करोड़ रुपये का गोला-बारूद खरीद रही है। अब इनकी आपूर्ति भारतीय सोर्स से आएगा।   *ऐसे स्वदेश में होगी हथियारों की आपूर्ति* सेना के अधिकारी ने कहा कि निगेटिव लिस्ट के जरिए गोला-बारूद के आयात पर धीरे-धीरे अंकुश लगाया जाएगा। इसके साथ ही अब विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से केवल 5 से 10 फीसदी आवश्यकताएं पूरी की जा रही हैं। ऑर्डनेंस फैक्ट्री के अलावा, पिछले कुछ वर्षों में कई प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों भी इस क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी हैं। इन्हें अब निगमीकृत किया गया है। इनके जरिए देश के विभिन्न हिस्सों में नए गोला-बारूद के प्लांट आ रहे हैं।   *भारतीय कंपनियों का वैश्विक स्तर पर भी बढ़ेगा असर* सेना का मानना है कि आगामी क्षमता को देखते हुए, भारतीय कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी एक मेजर प्लेयर बन सकती हैं। मेजर जनरल शर्मा ने कहा कि जहां तक दुनिया की डिमांड का सवाल है, 30 बिलियन डॉलर से अधिक का बाजार उपलब्ध है। वर्तमान में भारतीय स्रोतों से 1 फीसदी भी नहीं आ रहा है। हमारे पास अगले 4-5 वर्षों में ये 5 से 10 फीसदी और शायद भविष्य में 25-30 फीसदी तक आने की क्षमता है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 10, 2024

कैदियों की भीड़ कम करने का समाधान हो सकती है खुली जेल: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली, 09 मई 2024  (यूटीएन)। देश की सर्वोच्च अदालत ने कैदियों के पुनर्वास पर टिप्पणी करते हुए खुली जेलों का सुझाव दिया है। अदालत ने कहा है कि खुली जेल की मदद से कैदियों की अधिक भीड़ को नियंत्रित किया जा सकता है। खुली या आंशिक रूप से खुली जेल में कैदियों को दिन के समय में परिसर के बाहर काम करने दिया जा सकता है, जिससे कि वह अपने जीवन यापन के लिए कुछ कमा सकें। इसके बाद काम निपटा कर शाम को सभी कैदी जेल में वापस लौट सकते हैं।    *कैदियों की याचिका पर की गई सुनवाई*   अदालत ने यह सुझाव इसलिए दिया क्योंकि कैदी भी समाज से जुड़ सकें और उनका मनोवैज्ञानिक दबाव कम हो सके। कैदियों की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति बी आर गवई और संदीप मेहता की पीठ ने कहा कि पूरे देश में खुली जेलों के प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत है।   पीठ ने कहा ‘राजस्थान में इस तरह की व्यवस्था है और इस पर कुशलता से काम किया जा रहा है। जेलों में भीड़ भाड़ को कम करने का सबसे अच्छा तरीका खुली जेल या खुले कैंप हैं। इससे भीड़भाड़ कम होगी और कैदियों के पुनर्वास की समस्या का भी समाधान होगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 9, 2024

मोदी और राहुल गांधी को खुली बहस का न्योता

नई दिल्ली, 09 मई 2024  (यूटीएन)। देश की जानी-मानी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ओपन डिबेट का न्योता दिया. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मदन बी लोकुर, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अजीत पी शाह और द हिंदू के पूर्व एडिटर इन चीफ एन राम की ओर से दोनों नेताओं को खुली बहस के लिए निमंत्रण भेजा गया है. इस चिट्ठी में कहा गया कि हमारा मानना ​​है कि एक सार्वजनिक बहस के माध्यम से हमारे राजनीतिक नेताओं को सीधे सुनने से नागरिकों को अत्यधिक लाभ होगा. हमारा मानना ​​है कि इससे हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को काफी मजबूत करने में मदद मिलेगी.   *क्या लिखा है चिट्ठी में?* पूर्व जज मदन बी लोकुर, पूर्व जज एपी शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन राम की ओर से दोनों नेताओं को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि आपने विभिन्न क्षमताओं के जरिए देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाया है. हम आपके पास एक ऐसे प्रस्ताव के साथ आ रहे हैं, जिसके बारे में हमारा मानना ​​है कि यह पक्षपातपूर्ण नहीं है और प्रत्येक नागरिक के व्यापक हित में है. 18वीं लोकसभा का आम चुनाव अपने मध्य बिंदु पर पहुंच चुका है. रैलियों और सार्वजनिक संबोधनों के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस दोनों के सदस्यों ने हमारे संवैधानिक लोकतंत्र के मूल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे हैं.   पूर्व जज मदन बी लोकुर, पूर्व जज एपी शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन राम की ओर से दोनों नेताओं को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि आपने विभिन्न क्षमताओं के जरिए देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाया है. हम आपके पास एक ऐसे प्रस्ताव के साथ आ रहे हैं, जिसके बारे में हमारा मानना ​​है कि यह पक्षपातपूर्ण नहीं है और प्रत्येक नागरिक के व्यापक हित में है. 18वीं लोकसभा का आम चुनाव अपने मध्य बिंदु पर पहुंच चुका है. रैलियों और सार्वजनिक संबोधनों के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस दोनों के सदस्यों ने हमारे संवैधानिक लोकतंत्र के मूल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे हैं.   पीएम मोदी और खरगे के बयानों का किया जिक्र पत्र में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने आरक्षण, आर्टिकल 370 और धन पुनर्वितरण पर कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से चुनौती दी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संविधान, चुनावी बॉन्ड योजना और चीन के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया पर प्रधानमंत्री से सवाल किया है और उन्हें सार्वजनिक बहस की चुनौती भी दी है. दोनों पक्षों ने अपने-अपने घोषणापत्रों के साथ-साथ सामाजिक न्याय की संवैधानिक रूप से संरक्षित योजना पर उनके रुख के बारे में एक-दूसरे से सवाल पूछे हैं.   *आरोप-प्रत्यारोप पर जताई चिंता* पत्र में आगे कहा गया कि जनता के सदस्य के रूप में हम चिंतित हैं कि हमने दोनों पक्षों से केवल आरोप और चुनौतियां सुनी हैं और कोई सार्थक प्रतिक्रिया नहीं देखने को मिली. जैसा कि हम जानते हैं कि आज की डिजिटल दुनिया गलत सूचना, गलत बयानबाजी और हेरफेर की प्रवृत्ति रखती है. इन परिस्थितियों में यह सुनिश्चित करना मौलिक रूप से महत्वपूर्ण है कि जनता को बहस के सभी पहलुओं के बारे में अच्छी तरह से शिक्षित किया जाए, ताकि वे मतपत्रों में एक सूचित विकल्प चुन सकें. यह हमारे चुनावी मताधिकार के प्रभावी अभ्यास का केंद्र है.   *मिसाल बनेगी सार्वजनिक बहस* उन्होंने कहा कि हमारा मानना ​​है कि इन मुद्दों पर दोनों नेताओं की ओर से सार्वजनिक बहस की जाए, जिससे जनता को कई फायदे होंगे. वे दोनों नेताओं के विचारों को सीधे सुनकर खुद तय कर सकेंगे कि किसे अपना समर्थन देना है. इससे राजनीतिक जागरूकता भी बढ़ेगी और लोग ज्यादा जानकारी के साथ वोट डाल सकेंगे. हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और पूरी दुनिया हमारे चुनावों पर उत्सुकता से नजर रखती है. इसलिए, इस तरह की सार्वजनिक बहस एक बड़ी मिसाल कायम करेगी.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 9, 2024