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दम है तो कालका विधानसभा के विकास पर शपथ पत्र जारी भाजपा-कांग्रेस

पंचकूला,22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कालका हल्के से आज़ाद प्रत्याशी गोपाल चौधरी सुखोमाजरी ने रायपुररानी में एक के बाद एक ताबड़तोड़ जनसभाएं कर कांग्रेस ओर भाजपा पर हमला बोला। गोपाल चौधरी ने कहा के केंद्र में भाजपा सरकार का तीसरा टर्म है ओर हरियाणा में पिछले 10 साल से भाजपा की सरकार थी। पिछले 5 साल से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी बतौर विधायक कालका हल्के की नुमाइंदगी कर रहे थे। अगर भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ओर इनके नेताओं में दम है तो पिछले 5 साल में कालका हल्के के विकास पर कितना बजट खर्च हुआ इसका शपथ पत्र जारी करें। जनता को भी जानने का हक है के प्रदेश की भाजपा सरकार ओर कालका हल्के के कांग्रेसी विधायक ने क्षेत्र के लिए आखिरकार किया क्या?   -------- बॉक्स : 5 साल में हल्के के विकास पर खर्च पाई पाई का भाजपा कांग्रेस दे हिसाब : चौधरी   गोपाल चौधरी ने कहा के पिछले 5 साल में कालका हल्के में कितनी नई सड़के, कितने नए पुल, कितनी सिंचाई स्कीमें, कितने स्कूल कॉलेज, कितने अस्पताल, कितनी डिस्पेंसरी खोली गई। सरकारी क्षेत्र में कितने खाली पद भरे गए, कितने बेरोजगारी युवाओं को सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार दिया गया। कितने बुजुर्गों को बुढ़ापा पेंशन दी गई, कितनी महिलाओं को विधवा पेंशन दी गई। कालका हल्के में कितने पात्र लोगों के लिए मकान बनाये गए, कितने भूमिहीन लोगों को सरकार ने ज़मीन दी। कालका हल्के में कितनी अनाज मंडियां खोली गई ओर पिछले 5 साल में सरकार ने कितने किसानों से एमएसपी पर फसल खरीदी। पिछले 5 साल में कुल कितना बजट कालका हल्के के विकास पर खर्च किया गया इसका शपथ पत्र जारी कर जनता को पाई पाई का हिसाब दिया जाए। गोपाल चौधरी ने कहा के भाजपा कांग्रेस कालका हल्के के विकास पर खर्च पाई पाई का हिसाब जनता को दे ओर उसके बाद जनता से वोट मांगे।   -------- बॉक्स : - कालका के विकास पर जब फूटी कौड़ी खर्ची ही नहीं तो किस मुंह से मांग रहे वोट : गोपाल    गोपाल चौधरी ने रायपुररानी में भाजपा कांग्रेस पर गरजते हुए कहा के जब कालका हल्के के विकास पर फूटी कौड़ी नहीं खर्च की गई तो दोनों दलों के प्रत्याशी किस मुंह से वोट मांगने जनता के बीच जा रहे हैं। दोनों दल अपना अपना 5 साल पहले का चुनावी घोषणा पत्र उठाकर यह ही बता दें के पिछले चुनावों में जनता से किये कितने वायदे पूरे किए गए। गोपाल चौधरी ने तंज कसते हुए कहा के पिछली चुनावी घोषणा को पूरा करना तो बड़ी दूर की बात है दोंनो दलों को अपने चुनावी वायदे अपनी घोषणाएं भी अगर याद हों तो बड़ी बात है। चौधरी ने कहा के उन्होंने कालका के विकास का जो संकल्प पत्र जारी किया है अगले 5 साल वह उसी संकल्प पत्र पर काम करते हुए अपने हर चुनावी वायदे को पूरा करेंगे।   इतना ही नहीं 5 साल बाद कालका हल्के के विकास खर्च किये बजट का शपथ पत्र जारी कर पाई पाई का हिसाब जनता को देंगे। उन्होंने जनता से करबद्ध नतमस्तक होकर अपील की के आने वाली 5 अक्तूबर को हीरे के निशान वाला बटन दवाकर उन्हें विधानसभा भेजें ताकि वह हल्के की जनता से अपने विकास संकल्प पत्र में की गई हर घोषणा हर चुनावी वायदे को पूरा कर कालका हल्के को हरियाणा का नम्बर-1 विधानसभा क्षेत्र बना सके। गोपाल ने कहा के कालका का विकास तभी संभव हो पायेगा जब वह जीत कर विधानसभा में जाएंगे ओर अपनी जनता अपने हल्के के हक की लड़ाई सरकार के साथ लड़ सकेंगे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 22, 2024

देश में जन्मे 17 शावकों में से 12 सुरक्षित, भारत ने दुनिया को चौंकाया

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। भारत में नए सिरे से चीतों की मौजूदगी को भले ही अभी सिर्फ दो साल हुए हैं लेकिन इस अवधि में देश ने चीतों के संरक्षण में ऐसी सफलता हासिल की है, जिससे न सिर्फ चीते देने वाले नामीबिया व दक्षिण अफ्रीका जैसे देश अचंभित हैं बल्कि दुनिया भर के वन्य विशेषज्ञ भी भौंचक्के हैं। यह सफलता देश में जन्मे 70 प्रतिशत से अधिक चीता शावकों को बचाने की है। *चीता प्रोजेक्ट को शुरुआत में कई बड़े झटके लगे*यह स्थिति तब है जब पूरी दुनिया में चीता शावकों की मृत्यु दर सबसे अधिक है। यानी जन्म लेने वाले सौ शावकों में से सिर्फ दस ही जीवित बचते हैं। इन दो सालों में देश में कुल 17 शावकों ने जन्म लिया जिनमें से 12 सुरक्षित हैं।चीता प्रोजेक्ट को शुरुआत में कई बड़े झटके लगे। एक-एक कर कई चीतों और शावकों की अलग-अलग कारणों से मौत हो गई। इसके पीछे बड़ी वजह चीतों के रखरखाव को लेकर देश के पास अनुभव और शोध दोनों की कमी थी। भारतीय वन्यजीव संस्थानों व विशेषज्ञों ने इसे चुनौती के रूप में लिया। *चीतों के संरक्षण को लेकर रुचि दिखाई*चीता प्रोजेक्ट के दो साल पूरे होने पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की ओर जारी रिपोर्ट के मुताबिक जिस तरह से चीतों के संरक्षण को लेकर रुचि दिखाई गई उससे साफ है कि चीतों के संरक्षण में भी भारत महारत हासिल कर लेगा। *चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत सितंबर 2022 में हुई*रिपोर्ट के मुताबिक प्रोजेक्ट के दो साल के अनुभव के आधार पर अब चीतों के रखने वाले दूसरे ठिकानों को तैयार किया जा रहा है। दूसरे ठिकाने के रूप में तैयार हो रहे मध्य प्रदेश के गांधी सागर अभयारण्य में उन सभी बातों को ध्यान में रखा जा रहा है जिन पर कूनो में नहीं रखा गया था। देश में चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ चीते लाकर की गई थी। बाद में 12 चीतों की एक खेप फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई थी। *भारत की सरजमीं पर जन्मे कई शावक हुए वयस्क*नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में से अब तक आठ चीतों की मौत भले चीता प्रोजेक्ट के लिए बड़ा झटका रहा है लेकिन दूसरी तरफ भारतीय जमीं पर जन्मे शावकों की अठखेलियां पूरे प्रोजेक्ट में एक नई रोशनी भी भर रही है। जिनकी संख्या मौजूदा समय में 12 है। इनमें से कई शावक तो अब वयस्क होने के करीब है। *मादा शावक डेढ़ साल में व्यस्क हो जाते है*वैसे भी चीता का नर शावक करीब एक साल में और मादा शावक डेढ़ साल में वयस्क हो जाते है। इन चीता शावकों को प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की उम्मीद के तौर पर भी देखा जा रहा है क्योंकि इन सभी के सामने नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों की तरह जलवायु अनुकूलता नहीं होने जैसी चुनौती का कोई खतरा नहीं है। वह यहां की जलवायु में पूरी तरह से रचे-बसे होने के साथ-साथ तेजी से बढ़ भी रहे है।केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और चीता प्रोजेक्ट से जुडे अधिकारियों की मानें तो चीता शावकों की इस प्रगति से न सिर्फ देश में इन्हें बसाने के प्रोजेक्ट को रोशनी मिल रही है, बल्कि दुनिया भर में इन वन्यजीवों को एक जगह से दूसरी जगह पर बसाने की उम्मीदें भी रोशन हो रही है। *पांच शावक अकेले मादा चीता ज्वाला के*मध्य प्रदेश के कूनो अभयारण्य में बसाए गए इन चीतों में मौजूदा समय में जो 12 शावक है, उनमें से आठ शावक नामीबिया से लाए गए दो मादा चीतों के है। इनमें पांच शावक अकेले मादा चीता ज्वाला के है, जबकि तीन मादा चीता आशा के हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका से लाए 12 चीतों में से मादा चीता गामिनी ने चार बच्चों को जन्म देकर इस प्रोजेक्ट में एक और नई खुशहाली लायी है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 22, 2024

8 हाई कोर्ट को मिले नए चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के एक दिन बाद केंद्र सरकार ने की नियुक्ति

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों को मानते हुए आठ हाई कोर्ट के लिए चीफ जस्टिस के नामों पर मुहर लगा दी है। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्तियों में देरी पर सफाई मांगने के एक दिन बाद ही आया है। खास बात यह है कि झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की नियुक्ति भी कर दी गई है, जिसके लिए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के खिलाफ अवमानना का केस दायर किया था। राष्ट्रपति ने दिल्ली, मध्य प्रदेश, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, केरल, मद्रास, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख और झारखंड के मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। *केंद्र सरकार ने किया त्वरित फैसला*सरकार के इस त्वरित फैसले से न्यायपालिका में नियुक्तियों के मुद्दे पर कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच मतभेद बढ़ने की आशंका कम हो गई है। पिछले साल इसी मुद्दे पर न्यायिक कार्यवाही के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार द्वारा कानून का पालन न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जजों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम व्यवस्था देश का कानून है और केंद्र सरकार को इसका पालन करना ही होगा। अगर कॉलेजियम किसी नाम को दोबारा भेजता है तो सरकार के पास उसे स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता। *किसे कहां बनाया गया चीफ जस्टिस?*सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मनमोहन को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट के एक और जज जस्टिस सुरेश कैत मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार संभालेंगे। कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस इंद्र प्रसन्न मुखर्जी को मेघालय हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। बॉम्बे हाई कोर्ट के जज जस्टिस नितिन मधुकर जमदार केरल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार संभालेंगे। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस ताशी रबस्तान को उसी हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। बॉम्बे हाई कोर्ट के जज जस्टिस श्रीराम कल्पाथी राजेंद्रन को मद्रास हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस और हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जस्टिस एम एस रामचंद्रन राव को झारखंड हाई कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है। *सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछी थी देरी की वजह*शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से यह बताने को कहा था कि जजों के पदों के लिए सिफारिश किए गए कुछ नाम लंबित क्यों हैं और किस स्तर पर अटके हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल भी कुछ मुद्दे उठाए थे जिनका अभी तक समाधान नहीं हुआ है। इनमें कुछ हाई कोर्ट जजों का तबादला और हाई कोर्ट जजों के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा दोबारा भेजे गए नामों को मंजूरी देना शामिल है। नियुक्तियों में देरी और कॉलेजियम की सिफारिशों में से चुनिंदा नामों को मंजूरी देने की केंद्र की नीति भी दोनों संस्थाओं के बीच विवाद का एक बड़ा कारण है। कोर्ट ने अपनी न्यायिक कार्यवाही में बार-बार इस मुद्दे को उठाया है। *जजों की नियुक्ति के लिए क्या है गाइडलाइन*सुप्रीम कोर्ट ने 2021 में जजों की समयबद्ध नियुक्ति के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए थे और इस प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारियों के लिए फैसला लेने की समय सीमा तय की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) को हाई कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश केंद्र को भेजे जाने की तारीख से 4-6 सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट/राय सौंप देनी चाहिए। केंद्र को राज्य सरकार और IB रिपोर्ट मिलने के 8-12 सप्ताह के भीतर फाइल सुप्रीम कोर्ट को भेज देनी चाहिए। इसके बाद सीजेआई को चार सप्ताह के भीतर कानून मंत्री को सिफारिशें/सलाह भेजनी होगी। केंद्र सरकार को तुरंत नियुक्ति करनी होगी या फिर पुनर्विचार के लिए सिफारिश वापस भेजनी होगी। अगर नामों को दोबारा भेजा जाता है तो 3-4 सप्ताह के भीतर नियुक्ति कर देनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने दोहराया था कि सरकार कानून पारित करके एक नई प्रणाली ला सकती है लेकिन साथ ही कहा था कि कोई भी प्रणाली परफेक्ट नहीं हो सकती। कोर्ट ने कहा था कि नियुक्ति में देरी की मौजूदा स्थिति ठीक नहीं है और इससे मेधावी वकील जज बनने से हिचकिचाते हैं। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 22, 2024

दस साल लाठियां बरसाई अब हाथ जोड़कर बीजेपी वोट मांग रही- प्रदीप चौधरी

पिंजौर/ कालका/ पंचकूला, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। बीजेपी ने10 साल में सिर्फ लोगों पर लाठियां बरसाई, सरपंच, किसान, कर्मचारी, बेरोजगार किसी को नही बख्शा और हाथ जोड़कर जनता से बीजेपी वोट मांग रही है। जबकि जनता इनके हर जुल्म को याद कर के बैठी हैं। उक्त शब्द कालका से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने गांव खोखरा, नवानगर, कोना, रामपुर जंगी, खेड़ावाली और कालका और पिंजौर में कई स्थानों पर चुनाव प्रचार के दौरान वोट मांगते हुए कहें। इससे पहले गांव नवांनगर, रामपुर जंगी, कालका और सुबह उनके आवास पर काफी लोगों ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की।   प्रदीप चौधरी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की जो 7 गारंटियां है। वो पुरी होगी और जिसका जनता को भरपूर लाभ मिलेगा। इनमें हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। चौधरी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रहे है। हम लोगों के काम करेंगे। क्योंकि हमें जनता की हर गंभीर समस्या का पता है। चौधरी ने कहा कि लावारिश पशु लगातार लोगों को घायल कर रहे है। लेकिन नगर परिषद और पंचायत डिपार्टमेंट लावारिश पशुओं को खासकर सड़कों, बाजार और रिहायशी क्षेत्रों से हटा नही पा रही है। उन्होंने कहा कि डेंगू भी लगातार पांव पसार रहा हैं। इसकी रोकथाम के लिए भी मजबूत व्यवस्था बनाई जाए लोगों को नजदीक में सरकारी हेल्थ व्यवस्था मुहैया करवाई जाए।    प्रदीप चौधरी ने कहा कि बीजेपी के लोग आचार संहिता का मजाक बना रहे है। जगह जगह होर्डिंग लगा रहे है। जबकि इन्हे उतारा भी नही जा रहा है। इस मौके पर कांग्रेस के कार्यकर्ता अब अपनी टीमें बना कर गांवों, कस्बों और वार्डो में घर घर जाकर चुनाव प्रचार कर प्रदीप चौधरी के लिए वोट मांग रहे है। चौधरी ने इस पर कहा कि सभी साथी इसी प्रकार से हर मतदाता तक पहुंचकर उनसें वोट मांगें। उधर दूसरी तरफ कालका विधायक प्रदीप चौधरी के सपुत्र अमन चौधरी ने रायपुररानी के गांव रैहना, हिमशिखा और सूरजपुर में आयोजित खेल आयोजन में जाकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 22, 2024

वोट देने से पहले पिछली सरकार से 10 वर्षों के कार्य का हिसाब जरूर मांगे-चन्द्रमोहन

पंचकूला,22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्रमोहन लोगों ने जनसभा के दौरान लोगों को कहा कि वोट देने से पहले वह सरकार के पिछले 10 वषों के काम को जरूर देखें। भाजपा सरकार से उन्हें द्वारा किए कार्यों का हिसाब किताब जरूर मांगे। भाजपा ने झूठे वादे कर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। भाजपा विधायक के साथ सरोकार कितने पूरे हुए यह पंचकूला की जनता के सामने है।   चंद्रमोहन ने कहा कि उनसे पंचकूला में विकास कार्यों पर किए गए करोड़ों का हिसाब जरूर मांगे , कि यदि इतने रूपए खर्च हुए हैं तो विकास में नाम पर पंचकूला में कुछ भी दिखाई नहीं देता। भाजपा के पास इसका कोई जवाब नहीं है। भाजपा लगातार जनता में अपना विश्वास खो रही है। जनता बेसर्बी से 5 अक्टूबर मतदान के दिन का इंतजार कर रही है ताकि भाजपा को सबक सिखा सके।   इसके साथ सेक्टर 19 के पूर्व पार्षद रमेश सिंह बर्तवाल, बरवाला से 40 साल से भाजपा के साथ जुड़े वरिष्ठ नेता विनोद कुमार बंसल तथा उनके पुत्र भूपेश बंसल पूर्व मंत्री किसान मोर्चा बरवाला, भरोली के सरपंच अमन राणा ने भाजपा से अपना सालों पुराना नाता तोड़ कांग्रेस से जुड़े।   सेक्टर 10 से गुरप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह बाजवा, साहिल सिंह, प्रिंस, सनीष गुर्जर, आयुष गुर्जर, सूरज हर्ष शर्मा, मनीष गुर्जर, सुखविन्द्र सिंह, भजन सिंह, प्रथम सिंह, निषू कुमार, बिट्टू, करन शाह, विकास यादव, राहुल, प्रदीप, परमिन्द्र, संजू तथा धर्मपाल मलिक तथा विनोद कुमार, महिनद्र शास्त्री, ऋषि अरोड़ा, दिपांषु, बलविन्द्र, रवि प्रकाष, सार्थक गिल, विक्रम, बरूण सरोता, शुभम, धून सिंह, वरिन्द्र हुड्डा, उर्मिला देवी, नीतू, सिमरन कौ, कुसुम अग्रवाल, तृप्ति खट्टर, रेखा खट्टर, सुष्मा देवी, सुनीता हुड्डा नैन भी कांग्रेस में शामिल हुए।   चन्द्रमोहन की जनसभा व चुनाव प्रचार के दौरान पंचकूला ब्राह्यण समाज के प्रतिनिधियों राजेन्द्र शर्मा, जितेंद्र शर्मा, सीता राम शर्मा, वीरेश शाण्डिल, नवीन शर्मा मिंकू, विजय शर्मा, सतीश शर्मा व शशी शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याषी चन्द्रमोंहन का समर्थन करते हुए कांग्रेस को भारी बहुमत से विजयी दिलाने का भरोसा दिलाया।   पंचकूला विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी चंद्र मोहन को पंचकूला व आस पास के क्षेत्रों से भारी समर्थन मिल रहा है। इसे देखते हुए लगता है कि इन विधान सभा चुनावों में भाजपा को बहुत करारी हार का सामना करना पड़ेगा।    22 सितम्बर को चन्द्रमोहन ने पंचकूला सेक्टर 17, बरवाला, सेक्टर 27, सेक्टर 10, सेक्टर 9, सेक्टर 21, सेक्टर 15, सेक्टर 25, चंडीकोटला, खड़ग मंगेली, सेक्टर 14, में एक के बाद एक कई जनसभाएं की। वहीं उनकी पत्नी सीमा ने सेक्टर 18, सेक्टर 21, राजीव कालोनी, सेक्टर 8 तथा सेक्टर 10 में तथा पुत्र सिद्धार्थ ने बरवाला, माणकया, सेक्टर 26, सेक्टर 28 में जनसभा तथा चुनाव प्रचार किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 22, 2024

अमेरिका ने लौटाई भारत की 297 प्राचीन धरोहर

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान 297 प्राचीन वस्तुएं (कलाकृतियां) भारत को सौंपी है। देश की संस्कृति के बारे में जानकारी देने वाली इन प्राचीन वस्तुओं को तस्करी कर देश से बाहर ले जाया गया था। एक बयान में बताया गया है कि 2014 से अब तक पिछले दस वर्षों में भारत को कुल 640 प्राचीन वस्तुएं वापस मिली हैं, जिसमें से अकेले अमेरिका ने 578 वस्तुएं लौटाई हैं। यह किसी देश द्वारा भारत को लौटायी गई सबसे अधिक सांस्कृतिक कलाकृतियां हैं। *पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए इन 297 अमूल्य कलाकृतियों को लौटाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का धन्यवाद किया है। पीएम ने कुछ तस्वीरें भी पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘सांस्कृतिक जुड़ाव को गहराते और सांस्कृतिक संपत्तियों की अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करते हुए। मैं भारत को 297 अमूल्य कलाकृतियां लौटाने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन और अमेरिकी सरकार का अत्यधिक आभारी हूं। *राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद*अधिकारियों का कहना है कि पीएम ने इन प्राचीन वस्तुओं को लौटाने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ये वस्तुएं न केवल भारत की ऐतिहासिक संस्कृति का हिस्सा हैं बल्कि इसकी सभ्यता और चेतना का आंतरिक आधार भी हैं। इस उपलब्धि को भारत द्वारा अपनी सांस्कृतिक विरासत को कायम रखने के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिका के अलावा दूसरे कई देशों ने भी भारत को प्राचीन वस्तुएं वापस की है, जिसमें 16 कलाकृतियां ब्रिटेन से, 40 ऑस्ट्रेलिया और अन्य जगहों से वापस की गई हैं। वहीं 2004-2013 के बीच भारत को केवल एक कलाकृति वापस की गई थी। *10-11वीं शताब्दी ईसा पूर्व की कलाकृतियां*भारत को लौटाई गई कुछ विशेष कलाकृतियों में 10-11वीं शताब्दी ईसा पूर्व की मध्य भारत की बलुआ पत्थर से निर्मित एक ‘अप्सरा’, तीसरी-चौथी शताब्दी ईसा पूर्व का पूर्वी भारत का टेराकोटा का एक फूलदान तथा पहली शताब्दी ईसा पूर्व की दक्षिण भारत की पत्थर की एक मूर्ति शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि पीएम मोदी की 2021 में अमेरिकी यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने 157 कलाकृतियां लौटाई थी, जिसमें 12वीं शताब्दी ईसा पूर्व की नटराज की कांसे की प्रतिमा शामिल थी। 2023 में पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के कुछ दिन बाद भारत को 105 कलाकृतियां लौटाई गई थी। *प्राचीन वस्तुएं तस्करी के जरिये गई थीं बाहर*सांस्कृतिक संपत्ति की अवैध तस्करी एक पुराना मुद्दा है जिसने पूरे इतिहास में कई संस्कृतियों और देशों को प्रभावित किया है। भारत इस मुद्दे से विशेष रूप से प्रभावित हुआ है और बड़ी संख्या में प्राचीन वस्तुएं तस्करी कर देश से बाहर ले जाई गई हैं। जुलाई 2024 में दिल्ली में 46वीं विश्व धरोहर समिति के अवसर पर भारत और अमेरिका ने भारत से अमेरिका में कलाकृतियों की तस्करी को रोकने और उस पर अंकुश लगाने के लिए पहले 'सांस्कृतिक संपत्ति समझौते' पर हस्ताक्षर किए थे।*महत्वपूर्ण कलाकृतियों की वापसी*अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में यह शानदार उपलब्धि भारत के चुराए गए खजाने को प्राप्त करने और भावी पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के संकल्प को दर्शाती है। वैश्विक नेताओं के साथ पीएम मोदी के व्यक्तिगत संबंधों की वजह से ये काफी हद तक मुमकिन हुआ है। ये भारत के लिए हर्ष का विषय है कि उसकी सांस्कृतिक पहचान से जुड़ी प्रतिष्ठित मूर्तियों और महत्वपूर्ण कलाकृतियों की वापसी हो रही है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 22, 2024

आपकी थाली तक पहुंच रहा जानवरों की चर्बी वाला खाना, अब तक भनक भी नहीं लगी

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। अब आशीर्वाद, आस्था, शुद्धता, भरोसा सबकुछ झूठ है, क्योंकि प्रसाद के नाम पर महापाप किया जा रहा था. तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा था. ये महापाप है, लेकिन ये हो रहा था और शायद आगे भी होता रहता, अगर प्रसाद का लैब टेस्ट नहीं किया जाता. जब लैब टेस्ट हुआ तो चौंकाने वाली बातें सामने आई. रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति मंदिर के प्रसाद में सूअर की चर्बी, बीफ और मछली के तेल के मिले होने की पुष्टि हुई. प्रसाद में इतने बड़े मिलावट का जैसे ही खुलासा हुआ. लोगों की आस्था के साथ हो रहे इतने बड़े खिलवाड़ के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन होने लगा है. राजनीति आरोप-प्रत्यारोप लगने लगे और केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार से इसपर रिपोर्ट मांगी.   *आपकी थाली तक पहुंच रहा जानवरों की चर्बी वाला खाना* इसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या हम जो घी घर में पूजा के लिए ला रहे हैं. जिसका इस्तेमाल करके खाना बना रहे हैं क्या वो शुद्ध है? या घर-घर जानवर की चर्बी वाला घी पहुंच चुका है. आपके घर में जो घी आ रहा है वो कितना शुद्ध है और उसकी शुद्धता की कैसे जांच करें. आपकी ताली तक जानवरों की चर्बी वाला खाना पहुंच चुका है और आपको भनक तक नहीं लगी होगी. जानवरों की चर्बी घी के अलावा मार्केट में मिलने वाली मिठाइयों में भी हो सकता है.   *कैसे करें नकली घी की पहचान?* आपका घी मिलावटी है अगर हथेली पर रखने के बाद ना पिघले. पानी में डालने पर नीचे बैठ जाए. हथेली पर रगड़ने पर खुशबू चली जाए. गर्म करने के बाद रंग बदल जाए. नकली घी देर से पिघलेगा और पीला रहेगा. आयोडीन मिलाने पर रंग बैंगनी हो जाए. अगर घी दानेदार ना हो तो नकली है. अगर आप भी मार्केट से घी खरीद रहे हैं तो तुरंत सावधान हो जाएं.   *नकली घी में क्या-क्या मिलावट ?* एनिमल फैट खराब तेल डालडा बिघला बटर हाइड्रोजेनेटेड तेल मसला हुआ आलू शकरकंद नारियल ऑयल *नकली घी से क्या नुकसान?*   1- हार्ट अटैक की समस्या 2- हाई रक्त चाप हो सकती है 3- लिवर खराब हो सकता है 4- गर्भपात की हो सकता है 5- दिमाग में सूजन की समस्या 6- अपच और गैस की समस्या 7- कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है   *कैसे जांचें शुद्ध घी?* *नमक की मदद से:* बर्तन में एक चम्मच घी लें. आधा चम्मच नमक मिलाएं. हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें. अगर घी नकली होगा तो घी का रंग बदल जाएगा.   *पानी की मदद से:* एक ग्लास पानी लें. उसमें एक चम्मच घी डालें. घी ऊपर तैरने लगे तो असली है और अगर पानी में डूब जाए तो घी नकली है.   *हथेली पर रखकर:* थोड़ा सा घी हथेली पर रखें. असली घी पिघलने लगे तो समझ जाएं कि आपका घी असली है. और हथेली पर रखने के बाद घी जस का तस रहे तो फिर ये नकली है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 22, 2024

जंतर मंतर से अरविंद केजरीवाल ने भागवत से पूछे 5 सवाल

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जंतर मंतर पर 'जनता की अदालत' को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और केंद्र की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी 5 सवाल पूछे. उन्होंने पूछा कि जिस तरह से पीएम मोदी सीबीआई का डर दिखाकर सरकारें गिरा रहे हैं क्या आर एस एस उससे सहमत है? ** अरविंद केजरीवाल ने संघ प्रमुख से पूछे ये 5 सवाल- 1- जिस तरह मोदी जी ईडी सीबीआई का डर दिखाकर सरकारें गिरा रहे हैं क्या RSS उससे सहमत है?2- मोदी जी ने सबसे भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल कराया. क्या आर एस एस मोदी जी से सहमत है?3- जेपी नड्डा के बयान से आर एस एस दुखी हुआ या नहीं?4-  75 साल वाला रूल मोदी जी पर लागू होगा या नहीं?5- बीजेपी आरएसएस की कोख से पैदा हुई है. कहा जाता है कि ये देखना आर एस एस की जिम्मेदारी है कि भाजपा पथभ्रष्ट न हो. क्या आप आज की बीजेपी के कदमों से सहमत हैंय़ क्या आपने कभी मोदी जी से ये सब न करने के लिए कहा ? *हमने ईमानदारी से चुनाव लड़कर दिखाया*आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, अन्ना आंदोलन 4 अप्रेल 2011 को जंतर मंतर से शुरू हुआ था. तब सरकार ने हमें चैलेंज किया था चुनाव लड़कर दिखाओ, जीतकर दिखाओ. हम भी चुनाव लड़ लिये. देश के अंदर साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा जा सकता है और ईमानदारी से चुनाव जीता भी जा सकता है. हमने सरकार चलाई. बिजली पानी फ्री कर दिया. बसों में महिलाओं का सफर फ्री कर दिया. इलाज फ्री कर दिया. शानदार अस्पताल और स्कूल बना दिए. ये देखकर मोदी जी घबरा गए और हमारे ऊपर झूठे आरोप लगा दिये और जेल भेज दिया. केजरीवाल ने दिल्ली शराब नीति घोटाले का जिक्र करते हुए कहा, वकीलों ने कहा कि यह केस दस साल भी चल सकता है. मैं इस दाग के साथ नहीं जी सकता. इसलिए सोचा कि जनता की अदालत में जाऊंगा. अगर मैं बेईमान होता तो बिजली फ्री करने के तीन हजार करोड़ खा जाता, महिलाओं के किराया फ्री नहीं करता, बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनवाता. दरअसल, अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से इस केस में जमानत मिली है, इसके बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 22, 2024

खेकड़ा के जंगल में मिला लावारिस शव

खेकड़ा, 21 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कस्बे में काशीराम कॉलोनी के पास गन्ने के एक खेत में एक व्यक्ति का शव मिला। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने लावारिस में पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। कस्बे में तहसील के पास काशीराम कॉलोनी बनी हुई है, उसके पास संजय के खेत हैं। संजय ने उनमें गन्ने की फसल बोई हुई है। शुक्रवार की सुबह उन्हें गन्ने के खेत में शव पड़ा दिखाई दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।   पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कराने का प्रयास किया, मगर सफलता नहीं मिली। इसके बाद लावारिस में पंचनामा पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। कोतवाली प्रभारी कैलाश चंद ने बताया कि मृतक की उम्र 52 वर्ष के आसपास है। वह सफेद कुर्ता पजामा पहने हुए था। उसके शरीर पर चोट का कोई निशान भी नहीं दिखाई दे रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही उसकी मौत के कारण का पता चल सकेगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 21, 2024

दिल्ली की सुप्रसिद्ध एवं सबसे पुरानी लव कुश रामलीला कमेटी का भूमि पूजन संपन्न

नई दिल्ली, 21 सितंबर 2024 (यूटीएन)। देश की सुप्रसिद्ध एवं सबसे पुरानी रामलीलाओं में शुमार लव कुश रामलीला कमेटी का भूमि पूजन समारोह लालकिला मैदान पर संपन्न हुआ कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि लीला मंचन समारोह 3  से 13 अक्टूबर 2024 तक होगा दशहरा पर्व 12 अक्टूबर 2024 को पूरे  देश में मनाया जाएगा । भूमि पूजन समारोह अर्जुन राम मेघवाल केंद्रीय कानून राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार एवं हर्ष मल्होत्रा सड़क परिवहन राज्य मंत्री के कर कमलो से संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अर्जुन राम मेघवाल केंद्रीय कानून राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार ने  कहा कि लव कुश रामलीला कमेटी  हमारी भारतीय संस्कृति परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं, प्रभु श्री राम की लीला के साथ-साथ मानव सेवा और सामाजिक हित के कार्यों में संलग्न है, हर्ष मल्होत्रा केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री ने कहा कि देश विदेश में प्रख्यात रामलीला कमेटी प्रभु श्री राम का संदेश जन-जन, युवा पीढ़ी जागृत करने के उद्देश्य से रामलीला करती है यह इसके लिए बधाई के पात्र हैं। भूमि पूजन के अवसर पर वृंदावन, मथुरा एवं दिल्ली के प्रसिद्ध ब्राह्मणों द्वारा मंत्रों के साथ विधिवत तरीके से पूजा अर्चना हुई |    कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने आए हुए सभी अतिथियों का  पटका, स्मृति चिन्ह, शक्ति की प्रतीक गदा भेंट कर सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि लव-कुश रामलीला कमेटी देश की सबसे प्राचीन एवं प्रसिद्ध रामलीला कमेटी है |कमेटी में व्यापारी, धार्मिक, पत्रकार, समाज सेवी एवं सभी संप्रदाय के व्यक्ति लीला कमेटी का नेतृत्व करते हैं | हर वर्ष आश्विन नवरात्रि के अवसर पर लाल किले की प्राचीर के नीचे लीला मंचन किया जाता है | प्रभु श्री राम के लोक कल्याणकारी कार्य, प्रेरणा, शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने एवं युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से अवगत कराने के उद्देश्य से लीला मंचन समारोह किया जाता है | श्री राम जी की कथा सभी के लिए संजीवनी है । रामलीला समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार बताते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है | बल्कि पहचान ही नहीं वे तो उसकी आत्मा है, प्राण शक्ति हैं | प्रभु श्री राम चरित्र जन-जन को जीवन में मार्गदर्शन प्रदान करता है | कठिन से कठिन समस्या का सहज समाधान प्रस्तुत करता है | अभिशापों को हम वरदान में कैसे परिवर्तित कर सकते हैं | जन-मानस के लिए दृढ़ मनोबल, संकल्प शक्ति प्रदान करता है |    इसी कारण लोक में रामलीला का मंचन आरंभ ऋषि-मुनियों की प्रेरणा से ही हुआ । लवकुश रामलीला को प्रति वर्ष आकर्षक, लोकलुभावनी एवं अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रामचरितमानस को युवा पीढ़ी और लोगों के मन तक पहुंचाने के कृत संकल्पित लवकुश रामलीला समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार कहते हैं कि यदि हम रामलीला को अत्याधुनिक तकनीक और संसाधनों का उपयोग कर आकर्षक नहीं बनाएंगे तो युवा पीढ़ी को भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति से जोड़ने का हमारा यह महायज्ञ अधूरा ही रह जाएगा। वे कहते हैं कि अपनी युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति एवं प्रभु श्री राम की लीलाओं की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से लीला में नए-नए आयाम जोड़े जाते हैं लीला हाईटेक हो इसके लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है | जिसमें फिल्मी दुनिया के कलाकारों द्वारा लीला मंचन किया जाता है | विशेष रूप से मुंबई से स्टंट, ड्रेस, ज्वैलरी, 3डी-मेपिंग, क्रेन, मेकअप, इफेक्ट, एलईडी लाइट आदि लगाए गए हैं । अर्जुन कुमार बताते हैं कि हर वर्ष राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री उपराज्यपाल, जगद्गुरु शंकराचार्य सभी संप्रदाय के धर्माचार्य, सभी दलों के नेता, फिल्मी दुनिया के कलाकार, अभिनेत्री, संगीतकार, सामाजिक एवं गणमान्य व्यक्तियों सहित लीला स्थल पर पधार कर।   श्री राम की पूजा अर्चना कर प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद लेते रहे हैं तथा लव कुश रामलीला कमेटी को प्रोत्साहित करते रहे हैं | वे कहते हैं कि लीला का लाइव टेलीकास्ट भी विभिन्न चैनलों के माध्यम से किया जाता है| लव कुश रामलीला कमेटी लीला मंचन के साथ-साथ पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रम भी करती है। अर्जुन कुमार यह भी बताया इस बार रामलीला हाईटेक डिजिटल तरीके से होगी लगभग 100 देश के टीवी चैनलों पर इसका लाइव टेलीकास्ट होगा । उन्होंने बताया कि इस बार लीला श्री रामेश्वर धाम मंदिर की थीम पर तीन मंजिला मंच पर बॉलीवुड के लगभग 40 फिल्म स्टार लीला का मंचन करेंगे कमेटी के महासचिव सुभाष गोयल ने बताया कि सागर सिंह कलसी संयुक्त आयुक्त दिल्ली पुलिस, मनोज कुमार मीणा  डीसीपी नॉर्थ दिल्ली पुलिस, मोहित बंसल, डिप्टी कमिश्नर एमसीडी, संदीप दीक्षित पूर्व सांसद, देवेंद्र यादव अध्यक्ष  दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी, विधायक पहलाद सिंह साहनी, अलका लांबा कांग्रेस नेता, अनिल भारद्वाज, राजेश जैन, संजय शर्मा  व अन्य अतिथियों का इस अवसर पर  स्मृति चिन्ह दुपट्टा पहना कर सम्मान किया गया व बहुत  ही सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर को लवकुश रामलीला कमेटी के द्वारा एक विशाल मेडिकल कैंप का आयोजन भी किया जा रहा है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 21, 2024