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धरती से जुड़े आम इंसान ने दोनों दलों के छुड़ा रखे हैं पसीने : हरनेक रिंकू

पिंजौर, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। न कोई राजनीतिक परिवार है, न कोई राजनीतिक पृष्टभूमि है, न कोई पहले राजनीति में रहा है। ज़मीन से जुड़ा एक आम इंसान देश के 2 बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहा है आम आदमी के हितों की पैरवी कर रहा है यह बहुत बड़ी बात है। जोलुवाल में हरनेक रिंकू ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा के आज गोपाल चौधरी आम जनता की आवाज बनकर उभरा है। स्थानीय लोगों के साथ साथ पूरे कालका विधानसभा हल्के के आम लोग आज राजनीति से ऊपर उठकर हल्के के विकास की उम्मीद गोपाल चौधरी से लगाये बैठे हैं।   हरनेक रिंकू ने कहा के देश के दोनों बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की आंखों में गोपाल चौधरी खड़क रहा है। उन्हें यह बात चुभ रही है के कैसे ज़मीन से जुड़े एक आम आदमी ने इस बार के चुनावी दंगल में भाजपा-कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दलों को चुनोती दे रखी है। हरनेक रिंकू ने कहा के यह सच्चाई है के आज चुनावी रण में गोपाल चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी शक्ति रानी को चुनावी जंग में कहीं पीछे धकेल दिया है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी भी इस चुनाव में हथियार डालने को लगभग तैयार हैं। आज आम जनता पूरे जोश के साथ गोपाल चौधरी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।    बॉक्स :- मैं राजनीति में निजी हित के लिए नहीं बल्कि आम आदमी के हितों की आवाज उठाने आया हूं : गोपाल चौधरी    सोमवार को कालका विधानसभा क्षेत्र के तहत गांव मोलीवाली, चरनियां, जोलूवाल, टांडा जोलूवाल, करनपुर, बसोला वाल्मीकि, चंडी मंदिर, निचली बुर्ज, जल्लाह, थापली, निचली मांदना, उपरली मांदना व पपलोहा में गोपाल चौधरी ने जनसभाओं को संबोधित करते हुए आने वाली 5 अक्टूबर को उन्हें भारी मतों से वोट करने की अपील की। गोपाल चौधरी ने कहा के उनका कोई राजनीतिक बैकराउंड नहीं है न कभी कोई उनके परिवार से राजनीति में रहा है। चौधरी ने कहा के चुनाव में उतरने का उनका मकसद सिर्फ इतना है के वह कालका हल्के के विकास को पटरी पर ला सकें।    भाजपा कांग्रेस ने हमारे कालका विधानसभा क्षेत्र की जनता को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल क़िया। आज कांग्रेस भाजपा की गलत नीतियों के चलते कालका हल्के को 20 साल पीछे धकेल दिया है। अगर कालका की जनता ने इस हल्के को कांग्रेस भाजपा से मुक्त नहीं किया तो हमारा कालका हल्का 50 साल पीछे चला जायेगा। गोपाल चौधरी ने कहा के वह जनता के आशीर्वाद से कालका हल्के की आवाज को विधानसभा में बुलंद करेंगे ओर जनता के हक के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे। राजनीति में आने का उनका मकसद सिर्फ ओर सिर्फ जनता की सेवा करना ओर कालका के विकास को गति प्रदान करना है।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

जिलाधिकारी ने खेकड़ा तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में सुलझाया पति- पत्नी का विवाद

बागपत, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जन सामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण के उद्देश्य से तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है । इसी क्रम में आज जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में खेकड़ा तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें खेकड़ा तहसील में 41 शिकायतें प्राप्त हुईं ,जबकि मौके पर 5 शिकायतों का निस्तारण किया गया।   जिलाधिकारी ने शेष शिकायतों के निस्तारण के लिए 7 दिन का समय संबंधित अधिकारियों को दिया। इस दौरान खेकड़ा के विजय कुमार व उसकी पत्नी शोभा यादव का आपसी पारिवारिक झगड़ा, जो पति-पत्नी के मध्य काफी समय से था और दोनों ही परेशान हो रहे थे, जिलाधिकारी ने मौके पर ही झगड़े का निस्तारण कराया और कहा कि परिवार के साथ खुशी से रहें। उन्होंने पति को निर्देशित किया कि, पत्नी को परेशान न करें, आपस में अच्छे रहने से ही परिवार अच्छा रहता है।   बड़ौत तहसील में हुए संपूर्ण समाधान दिवस में 38 शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें 4 का निस्तारण किया गया,दूसरी ओर बागपत तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में 37 शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें से मौके पर 10 शिकायतों का निस्तारण किया गया।   जिलाधिकारी  ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, जनता की शिकायतों एवं समस्याओं के निराकरण को लेकर प्रदेश सरकार एवं शासन गंभीर है। जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण संभव हो ,इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को तहसील दिवस का आयोजन किया जाता है।कहा कि, तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जिन विभागों से संबंधित जनता की शिकायतें दर्ज हो रही हैं, सभी संबंधित अधिकारीगण गंभीरता के साथ तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें और मौके पर जाकर संबंधी शिकायतों का निराकरण 7 दिन में सुनिश्चित कराएं ताकि संबंधित पोर्टल पर शिकायतों को ऑनलाइन किया जा सके।    उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता को भी संबंधित अधिकारियों के द्वारा निस्तारण के दौरान उपस्थित रखा जाए, ताकि निराकरण गुणवत्तापरक रूप से सुनिश्चित किया जा सके।संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के संदर्भ का निस्तारण अधिकारी एक सप्ताह के अंतर्गत अवश्य कर लें, अगर कोई शिकायत संवेदनशील है, उसकी समय अवधि जिलाधिकारी के निर्देश अनुसार 7 दिन और बढ़ा दी जाती है अधिकतम शिकायत का निस्तारण 14 दिन में हो जाना चाहिए।   जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले जनपद स्तरीय तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में आज खेकड़ा तहसील में दिव्यांग कैंप व अन्य सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित कैंप भी लगाए गए व उन्हें लाभान्वित किया गया।जिलाधिकारी  व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने 8 दिव्यांग जनों को प्रमाण पत्र वितरित किये।   इस अवसर  एसडीएम खेकड़ा ज्योति शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तीरथ लाल, सीओ प्रीता सिंह ,जिला विकास अधिकारी अखिलेश कुमार चौबे , सहायक खाध आयुक्त मानवेंद्र सिंह, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश कुमार अरुण ,जिला गन्ना अधिकारी  , अधिशासी अधिकारी खेकड़ा केके भड़ाना आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

मेरा युवा भारत: स्वच्छता हेतु स्वयंसेवक श्रमदान कर निभा रहे हैं सामाजिक दायित्व

बड़ौत, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। खेकड़ा । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के 'मेरा युवा भारत' स्वयंसेवकों ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत बड़ौत और खेकड़ा में श्रमदान कर समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन किया। बड़ौत में नेहरू रोड और खेकड़ा में रेलवे स्टेशन पर संचालित इस अभियान का उद्देश्य स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता फैलाना और विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान देना रहा।   बड़ौत में फोर्टिस यूथ क्लब के नेतृत्व में 25 युवा स्वयंसेवकों ने नेहरू रोड और सी फील्ड में श्रमदान किया। युवाओं ने हर सप्ताह दो घंटे श्रमदान कर स्वच्छता के अपने संकल्प को निभाने का वादा किया। अभियान में मोनू, प्रगति, अभिषेक, साहिल और प्राची सहित कई युवाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई।    खेकड़ा में रेलवे स्टेशन पर गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज के छात्रों की सहभागिता से सफाई अभियान चलाया गया, जहां स्वयंसेवक नीतीश भारद्वाज ने युवाओं को स्वच्छता ही सेवा अभियान की महत्ता से अवगत कराया। इस दौरान लेखा एवं कार्यक्रम अधिकारी आंचल श्योराण और प्रधानाचार्य उमेश कुमार भी उपस्थित रहे।    जिला युवा अधिकारी अरुण तिवारी ने बताया कि 2 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छ भारत की चेतना को जन-जन तक पहुँचाने का लक्ष्य है, जिसमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

नेत्रदान को अपने परिवार की परंपरा छोड़ें: ईश्वर अग्रवाल जियालाल प्रेमवती सम्मान, मिसाल ज़ूम आँचल

अमीनगर सराय, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। 39 वें राष्ट्रीय उत्सवदान जागरुकता पखवाड़े के तहत जिला रेड क्रॉस कमेटी लायंस क्लब अग्रवाल मंडी, मंडल 321 सी वन के संयुक्त तत्वाधान में हुए पोस्टर, पेंटिंग और स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता में विजेताओं की घोषणा की गई।   आचार्य जय कन्या इंटरनैशनल में हुई पोस्ट प्रतियोगिता में इस्माइला प्रथम, सानू सैकिंड और स्लोगन प्रतियोगिता में अनम सादिया और सादिया को प्रथम और शिबा को सैकिंड घोषित कर दिया गया। विभोर जिंदल सचिव ला राकेश बैसाखी अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ ला पवन सिंगल एवं ला संजय गर्ग जिला अध्यक्ष युवा व्यापार मंडल ने जियालाल प्रेमवती सम्मान स्मृति चिन्ह एवं उपहार प्रदान किया।   इस अवसर पर ईश्वर अग्रवाल ने कहा कि, सभी को अपने परिवार में उत्सवदान की परंपरा आरंभ करनी चाहिए। उत्सव के बाद मृत्यु से दो लोगों के जीवन में रोशनी आ गई है। लायन अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि, श्री ईश्वर अग्रवाल जी ने अपने पूज्य माता-पिता की स्मृति में जियालाल प्रेमवती पुरस्कार की शुरुआत की थी, जो 15 विद्यालयों के विजेता छात्र-छात्राओं को प्रदान किया गया था। इस दौरान इलेक्ट्रानिक शर्मा, अनू कौशिक, हेम, पुष्पा शर्मा, सारिका, कनिका जैन आदि शिक्षक मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

वृहत् समाज सुधार कालेज प्रबंध समिति चुनाव के लिए अब संजय कुमार शर्मा होंगे चुनाव अधिकारी

छपरौली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कस्बे के वृहत् समाज सुधार इंटर कॉलेज में प्रबंध समिति चुनाव को लेकर पूर्व मंत्री आशीष चंद्रमौलि के पत्र का डीआईओएस ने लिया संज्ञान। चुनाव अधिकारी के रूप में बालैनी के श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज बालैनी के प्रधानाचार्य संजय कुमार शर्मा को किया नियुक्त।    बता दें कि, वृहत् समाज सुधार इंटर कॉलेज छपरौली के त्रि वार्षिक चुनाव गत जून में संपन्न हुए थे, किंतु उन्हें जिविनि द्वारा निरस्त कर दिया गया था, उक्त के संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी वाद लंबित है। इसी बीच डीआईओएस ने चुनाव कराने के लिए चुनाव अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है। वहीं चुनाव अधिकारी ने चुनाव यथाशीघ्र व विधिवत् कराए जाने के लिए संबंधित से आवश्यक मतदाता सूची आदि के लिए पूर्व में बनाए गए चुनाव अधिकारी तथा बुढेडा के जवाहर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य कृष्णपाल सिंह सहित जिविनि को पत्र प्रेषित किए हैं।   इसबीच पता लगा है कि, हटाए गए चुनाव अधिकारी ने जिविनि के 20 सितम्बर के पत्र की विधिवत् प्राप्ति न होने की बात कहकर अपने हस्ताक्षर चुनाव अधिकारी के रूप में करते हुए कालेज में नोटिस बोर्ड कुछ चस्पा किया है, जिसपर एकपक्ष ने आपत्ति दर्ज कराने का फैसला लिया है तथा उनकी कार्यवाही को जिविनि के आदेश की अवहेलना बताया है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

अन्तराष्ट्रीय बेटी दिवस,जेंडर असमानता का शिकार ना हो बालिकाएं ,चलाया जागरूकता अभियान

खेकड़ा, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। अन्तर्राष्ट्रीय बेटी दिवस पर बालिकाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए रविवार को नवोदय लोक चेतना कल्याण समिति ने जागरूकता अभियान चलाया। सांप -सीढी आधारित प्रतियोगिता कराकर जेंडर समानता के बारे में बताया। विजेता बालिकाओं को सम्मानित किया गया।   अन्तर्राष्ट्रीय बेटी दिवस रविवार को मनाया गया। वात्सल्य लखनऊ के तत्वाधान में नवोदय लोक चेतना कल्याण समिति ने सांकरौद स्थित कार्यालय में जेंडर समानता आधारित प्रतियोगिता कराई। बालिकाओं ने सांप -सीढी के खेल में जेंडर समानता को समझा। समिति के महासचिव देवेन्द्र धामा ने बताया कि बालिका शिक्षा, क्षमता वृद्धि आधारित खेल में काव्या चौधरी व कीर्ति ने प्रथम, सीवि व प्रियल द्वितीय और अनाया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतिभागियों को मोबाइल के समाज पर हानिकारक प्रभाव, साइबर क्राइम आदि के विषय में भी बताया गया।    विजेताओं को संस्था की अध्यक्ष राजबीरी देवी ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में रूचिका, निक्की, विशाखा, प्रिया, खुशी, अमित आदि शामिल रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेला, डेंगू मलेरिया के प्रति किया सचेत, पीएचसी पर 132 मरीजो की जांच व उपचार

खेकड़ा, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। ब्लाक क्षेत्र की पीएचसी बडागांव, रटौल और खेकड़ा में रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों में चिकित्सको ने 132 मरीजो के स्वास्थ की जांच कर उन्हें उपचार दिया। रोगियों के साथ आए परिजनों को डेंगू व मलेरिया आदि रोगों से बचाव की जानकारी दी।   रविवार को पीएचसी पर आयोजित जनआरोग्य मेलों में खेकडा मे 48, बडागांव मे 40 और रटौल मे 44 मरीजों की जांच कर उन्हें उपचार दिया गया। सीएचसी अधीक्षक डा ताहिर ने बताया कि ,चिकित्सको ने मरीजों व उनके साथ आए परिजनों को डेंगू, मलेरिया जैसी  बीमारियों से बचाव की जानकारी दी। पानी एकत्र ना होने देने, पूरी बाजू की कमीज पहनने, साफ सफाई रखने, हाथ धोकर ही खाना खाने और संक्रमण से बचाव के बारे मे बताया। मेले में डा मीना, डा सोनल, डा माधुरी की टीम ने जांच व उपचार दिया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

जयंत चौधरी के निर्देश पर खेकड़ा के स्टेडियम में सफाई अभियान तेज, जिला प्रशासन आया दबाब में

बागपत, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। रालोद सुप्रीम एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी के निर्देश पर अब खेकड़ा स्टेडियम में गंदगी व सुविधाओं का अभाव शायद ही रहे। इसके लिए जिले में डॉ सुभाष गुर्जर और खिलाड़ी और लखनऊ से दिल्ली तक केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी पूरी तरह सक्रिय हो गये हैं। खेल स्टेडियम में लंबे समय से चली आ रही गंदगी और अव्यवस्था के खिलाफ सफाई अभियान में अब तेजी लाई गई है। खेल प्रेमियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जयंत चौधरी ने क्रीड़ा विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि, स्टेडियम को खिलाड़ियों के लिए एक साफ और सुविधाजनक स्थान बनाया जाए।   रविवार को रालोद जिलाध्यक्ष डॉ सुभाष गुर्जर ने जयंत चौधरी के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए स्टेडियम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों व स्थानीय खेल प्रेमियों से बात की, जिन्होंने स्टेडियम की दयनीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। खेल प्रेमियों की समस्याओं और शिकायतों को सुनने के बाद डॉ सुभाष गुर्जर ने साफ शब्दों में कहा कि ,सिर्फ सफाई अभियान से काम नहीं चलेगा, खिलाड़ियों के लिए आधुनिक सुविधाएं और उचित संसाधन भी प्रदान करना अनिवार्य है।   डॉ सुभाष गुर्जर ने जयंत चौधरी के निर्देशों को दोहराते हुए क्रीड़ा अधिकारी से तुरंत आवश्यक कदम उठाने की मांग की, ताकि खेल प्रेमियों को स्टेडियम में एक साफ-सुथरा और सुरक्षित माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि, खिलाड़ियों की ट्रेनिंग और अभ्यास के लिए जरूरी उपकरण और संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएं, ताकि खेकड़ा स्टेडियम जिले के खिलाड़ियों के लिए एक उत्कृष्ट खेल स्थल बन सके। इस मौके पर डॉ सुभाष गुर्जर ने स्पष्ट रूप से क्रीड़ा विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जताई और कहा कि ,जयंत चौधरी के नेतृत्व में रालोद खेलों के प्रति समर्पित है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि, वे इस मामले को लेकर जयंत चौधरी के साथ मिलकर जल्द ही डीएम से मुलाकात करेंगे, ताकि स्टेडियम की समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जा सके।   दूसरी ओर बताया गया है कि, रालोद के स्थानीय सांसद डॉ राजकुमार सांगवान को भी खेल प्रेमियों द्वारा स्टेडियम की प्रगति की रिपोर्ट भेजी गई है, जिसमें कोई विशेष सुधार न होने की बात कही गई है। रालोद युवा जिलाध्यक्ष राहुल धामा ने दावा किया कि, सुविधाएं मिलने पर यहां के खिलाड़ी देश का नाम रोशन करेंगे।इस दौरान गजेंद्र धामा व अमित धामा आदि भी मौजूद रहे। खेल प्रेमियों का मानना है कि, जयंत चौधरी द्वारा बिना किसी कार्यक्रम के खेल स्टेडियम में आना और दुर्दशा देख आक्रोशित होना तथा सुधार हेतु स्पष्ट निर्देश देना आदि से उम्मीद जगी है कि,स्टेडियम की स्थिति में सुधार होगा और खिलाड़ियों को अपने कौशल को निखारने के लिए एक बेहतर मंच मिलेगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Sep 23, 2024

छोटा कार्यकाल बड़ी चुनौतियां, दिल्ली में आसान नहीं है 'आतिशी' की डगर

नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री आतिशी पूरे पांच साल के लिए नहीं, बल्कि महज पांच महीने के कार्यकाल के लिए पद संभालने के बाद चुनौतियों के अंबार से जूझने में लग गई हैं. मुख्यमंत्री कार्यलाय के सामने चुनौतियों के अग्निपथ को देखते हुए राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आतिशी के सिर पर कांटों भरा ताज रखा गया है. अरविंद केजरीवाल के बाद मुख्यमंत्री बनीं आतिशी का कार्यकाल भले ही छोटा रहे, लेकिन उनकी चुनौतियां बड़ी होंगी। उन्हें न सिर्फ विपक्षी पार्टियों की ओर से कई तरह के तंज झेलने होंगे, बल्कि उन्हें इस छोटे से कार्यकाल में ऐसे फैसले भी लेने होंगे, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की राह आसान बने।   यही नहीं, अगले विधानसभा चुनाव के नतीजे अगर उम्मीद के मुताबिक नहीं आए तो उसकी जिम्मेदारी भी उन पर ही होगी। हालांकि आम आदमी पार्टी ये लगातार दावा करती रही है कि जमानत देने के साथ ही कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर कामकाज के लिए कोई रोक नहीं लगाई, इसके बावजूद केजरीवाल ने एक रणनीति के तहत आतिशी को मुख्यमंत्री पद सौंप दिया। इसकी वजह ये थी कि केजरीवाल जानते थे कि चुनाव से ऐन पहले उनकी अगुवाई वाली कैबिनेट के फैसलों की वैधता को लेकर चुनौती दी जा सकती है, जिससे ऐसे फैसले लेना मुश्किल हो जाएगा, जो वे चुनाव से पहले लेना चाहते हैं। इसी वजह से आतिशी की अगुवाई में नई सरकार के गठन की तैयारी की गई।   *नाकाफी वक्त और केजरीवाल के साए में खुद को साबित करना* 10 साल बाद दिल्ली को मिली महिला मुख्यमंत्री आतिशी के पास काम करने और खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा. ये उनके लिए सबसे अहम चैलेंज है. शायद यही वजह है कि आतिशी ने दिल्ली का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद अपने पहले बयान में ही साफ कर दिया कि अरविंद केजरीवाल ने ही उन्हें विधायक बनाया, मंत्री बनाया और मुख्यमंत्री बनने की जिम्मेदारी दी. इसलिए दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उसका नाम अरविंद केजरीवाल है.   *सरकार और पार्टी स्तर पर दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी* आतिशी के मंत्रिमंडल के साथी और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता गोपाल राय ने साफ किया था कि उनकी पार्टी दिल्ली में समय से पहले अक्तूबर-नवंबर में चुनाव करवाना चाहती है. हरियाणा चुनाव में प्रचार से पहले जमानत पर बाहर निकले अरविंद केजरीवाल ने भी जंतर मंतर पर जनता दरबार में इसके स्पष्ट संकेत दिए. अगर ऐसा नहीं भी हुआ तो भी आतिशी के सामने दूसरी सबसे बड़ी चुनौती सीमित समय में विधानसभा चुनाव की तैयारी करने की है.    *आम आदमी पार्टी की इमेज को जल्दी दुरुस्त करने की चुनौती* आतिशी के सामने तीसरी सबसे बड़ी चुनौती के रूप में आम आदमी पार्टी की इमेज को दुरुस्त करने की है. क्योंकि दिल्ली शराब घोटाले में ईडी और सीबीआई की जांच के दौरान भ्रष्टाचार का मामला पार्टी की पूरी टॉप लीडरशिप पर भारी पड़ रही है. अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह समेत आम आदमी पार्टी के कई नेता जमानत पर जेल से बाहर निकले हैं. सतेंद्र जैन समेत कुछ नेता दूसरे मामले में जेल जा चुके हैं. पार्टी अंदर-बाहर दोनों ओर से सियासी संकट में है.   *भ्रष्टाचार के बाद महिला सुरक्षा पर भी करना होगा डैमेज कंट्रोल* शराब घोटाले में भले ही आतिशी का जिक्र नहीं है, लेकिन इसकी जांच उनकी सरकार और बतौर मुख्यमंत्री उनके निर्णय क्षमता पर जरूर असर डाल सकती है. इसके बाद आतिशी के सामने चौथी चुनौती महिला वोटर बैंक को साधना भी है. क्योंकि आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट के केस के बाद पार्टी की महिला विरोधी छवि तो आतिशी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से थोड़ा-बहुत कवर हो सकता है, लेकिन चुनाव से पहले डैमेज कंट्रोल की और भी कोशिशों की जरूरत होगी.    *दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री आतिशी के सामने पेंडिग फाइल्स* राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल के लंबे समय तक जेल में रहने के कारण दिल्ली सरकार में काफी पेंडिंग कामकाज को निपटाना आतिशी की पांचवी बड़ी चुनौती होगी. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 156 दिन जेल में और 21 दिन अंतरिम जमानत पर रहने यानी 178 दिन बाद रिहा हुए. इस अवधि के पेडिंग फाइल्स को निपटाकर आतिशी को दिखाना होगा कि दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री के तौर पर वह तेज स्पीड से काम को अंजाम दे सकती है.   *मुख्यमंत्री नई एलजी वही कैसे होगा कामकाज* यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सीएम केजरीवाल और एलजी के बीच लगातार टकराव की खबरें सामने आती रही हैं. यह बात भी सही है कि आतिशी बहुत ही नजदीक से दिल्ली के प्राशसनिक मामलों को देखती आई हैं लेकिन अब उनके सामने नई चुनौती है. वैसे भी केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच लगातार तकरार की प्रमुख वजहें राज्य के अधिकारों और संवैधानिक जिम्मेदारियों के विभाजन से जुड़ी हुई थीं. क्या आगे भी वही होने वाला है, इस पर सभी की निगाहें होंगी।   *उप राज्यपाल और प्रशासन के साथ भरोसे की बहाली का टास्क* आतिशी को दिल्ली के उप राज्यपाल और प्रशासन में भरोसा बहाल करने का भी बड़ा टास्क पूरा करना होगा. चुनाव से पहले आतिशी को कुछ नई और बड़ी योजनाओं की घोषणा भी करनी होगी. अगर इन योजनाओं को एलजी ने रोका तो काम में देरी के अलावा लोगों के बीच ठीक संदेश भी नहीं जा पाएगा. ऐसे में आतिशी को केजरीवाल के सियासी स्टायल से अलग तरीके से उप राज्यपाल के साथ संबंध बेहतर करने होंगे. साथ ही दिल्ली प्रशासन में भी अपनी पैठ बनानी होगी.   *क्या दिल्ली की तकदीर बदल जाएगी?* यह बात सही है कि आतिशी की सरकार कुछ ही महीनों की मेहमान है क्योंकि चुनाव बाद फिर सरकार बदल जाएगी. इसका ऐलान खुद आतिशी ने ही किया है. इधर आतिशी के सामने जो पहली बड़ी चुनौती तो वही होगी, जो चुनौती केजरीवाल के सामने बनी रही. पिछले लंबे समय से दिल्ली के सीएम और उपराज्यपाल के बीच अक्सर टकराव की स्थिति बनी रही. तो आतिशी के सीएम बनने से क्या दिल्ली की तकदीर बदल जाएगी, ये बड़ा सवाल होगा.   *अब आतिशी पर पूरी निगाहें* अगर केजरीवाल सरकार पर नजर दौड़ाएं तो इसा कई बार हुआ कि केजरीवाल सरकार को कई फैसलों के लिए उपराज्यपाल की मंजूरी की जरूरत रही, जैसे कि कुछ कानून लागू करना, फंड्स का आवंटन, या नियुक्तियों के मुद्दे. इस प्रक्रिया में देरी या असहमति की वजह से बार-बार प्रशासनिक बाधाएं उत्पन्न होती रहीं, जिससे केजरीवाल और वीके सक्सेना के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी सामने आए. इन्हीं कारणों की वजह से केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच अक्सर टकराव की स्थिति बनी रही. अब आतिशी पर निगाहें रहेंगी कि क्या वे ऐसी स्थिति बदल पाएंगी.    *दिल्ली में रोजमर्रा के कामकाज में लोगों की मदद करने की चुनौती* दिल्ली में सार्वजनिक सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर की खराब हालत किसी से छिपी नहीं है. ओल्ड राजेंद्र नगर में जलजमाव से सिविल सेवा की तैयारी करने वाले दो स्टूडेंट की मौत हुई. राजधानी में कई इलाके की खराब सड़कें, बिजली बिल माफी में शर्त, गंदे पानी की सप्लाई, स्वच्छता, मोहल्ला क्लिनिक की दुर्दशा जैसे मुद्दों पर आतिशी को आतिशी पारी खेलनी होगी. क्योंकि आम आदमी पार्टी के पास ही दिल्ली एमसीडी भी है. वहीं, आतिशी के पास वित्त,शिक्षा और लोक निर्माण समेत 14 अहम विभाग हैं.    *अफसरशाही के साथ तालमेल रहेगी चुनौती* दिल्ली में विधानसभा चुनाव में बेहद कम वक्त बचा है। ऐसे में आतिशी पर ये जिम्मेदारी होगी कि वे वही सब काम करें, जो अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्यमंत्री करना चाहते थे। हालांकि कानूनी बाधाओं की वजह से वे नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में आतिशी के लिए ये जरूरी होगा कि वे न सिर्फ वो फैसले लें बल्कि अफसरशाही के साथ इस तरह से तालमेल बिठाएं कि उन फैसलों को चुनाव से पहले जमीन पर उतारा भी जाए ताकि चुनाव में पार्टी को फायदा मिल सके।   *उम्मीदों के मुताबिक काम करने की जिम्मेदारी* अब आतिशी के लिए केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप सरकार चलाने की जिम्मेदारी होगी। उन्हें न सिर्फ तेजी से फैसले लेने होंगे, बल्कि ये फैसले इस तरह से करने होंगे ताकि उन पर अमल करने में रोड़े न अटकाए जा सकें। खुद आम आदमी पार्टी आरोप लगाती रही है कि 'राजनिवास' बीजेपी के इशारे पर उन्हें काम नहीं करने दे रहा और अफसर भी उनकी राह में बाधा खड़ी करते हैं। इसके अलावा आने वाले दिनों में जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, आतिशी को विपक्षी पार्टियों के हमलों का भी सामना करना पड़ेगा।   *अरविंद केजरीवाल की ओर से किए वादों को पूरा करने का भी चैलेंज* आतिशी को अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली की जनता से किए वादों को पूरा करने का भी एक टफ टास्क है. इनमें 2025 तक यमुना साफ करने, मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1,000 रुपये मानदेय देने, सार्वजनिक सेवाओं को घर-घर पहुंचाने,   दिल्ली इलेक्ट्रिक वीकल नीति 2.0 और सौर नीति लागू करने जैसे बड़े वादे शामिल हैं. इसके अलावा आतिशी को नई मुख्यमंत्री सड़क, जलापूर्ति, सीवरेज, प्रदूषण, सब्सिडी के वितरण और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के वेतन संशोधन से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के पेंडिंग काम को पूरा करने की चुनौती का भी सामना करना होगा.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 23, 2024

केजरीवाल ने लैंडफिल साइट सफाई पर दिल्ली वालों को दिया धोखा: वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि दिल्ली की तीनों बड़ी लैंडफिल साइट की सफाई की तारिख 2028 तक बढ़ा कर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नगर निगम में सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है. इस दौरान राजा इकबाल सिंह और प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि गत दो साल में दिल्ली नगर निगम जनसेवा करने की जगह "आप" नेताओं एवं पार्षदों के भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि 2016 से नवम्बर 2023 तक "आप" नेताओं खासकर खुद अरविंद केजरीवाल एवं दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के लोगों से ना जाने कितनी बार नगर निगम में सत्ता में आते ही दिल्ली को कूड़ा मुक्त करने और लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया. दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 27 अक्टूबर 2022 को गाज़ीपुर लैंडफिल साइट गये और दिल्ली वालों से नगर निगम सत्ता में आते ही प्रमुखता से तीनों लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया. *बीजेपी ने दुर्गेश पाठक और शैली ओबेरॉय का मांगा इस्तीफा* दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि सत्ता के एक साल में लैंडफिल साइट सफाई करवाने का दावा करने वाले दुर्गेश पाठक एवं शैली ओबेरॉय के शासन में दिल्ली कूड़े की राजधानी बनी, दोनों इस्तीफा दें. उन्होंने कहा कि 2016 से 2022 के बीच के अगर हम अखबार निकाल कर देखें तो हमें याद आएगा की लगभग हर माह दुर्गेश पाठक एक पत्रकार सम्मेलन तीनों लैंडफिल साइट सफाई को लेकर करते थे. लेकिन पर आज जब सत्ताधारी आप ने नगर निगम लैंडफिल साइट सफाई की तारिख चुपचाप 2028 कर दी है. महापौर से ज्यादा आप के नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक जवाबदेह हैं.   उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के अंदर प्रदूषण की जो स्थिति है उसका प्रमुख कारण है कूड़े का पहाड़. वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, के साथ दिल्ली पूरी तरह से जहरीली बनती जा रही है और आम आमदी पार्टी साजिश के तहत दिल्ली में स्टैंडिंग कमेटी नहीं बनने दे रही है, जिससे विकास कार्य आगे सुचारू रूप से चल सके. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्लीवासियों ने नवंबर 2022 के चुनाव में "आप" को सत्ता सौंपी, सोचकर कि इससे दिल्ली स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनेगी, लेकिन अब 22 महीने बाद जनता को दिल्ली की बर्बादी देखकर पछतावा हो रहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने 2017 से 2022 के बीच योजनाबद्ध तरीके से लैंडफिल साइटों की सफाई की थी, लेकिन "आप" ने इसे रोक दिया।   दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि "आप" की सरकार के एक साल में लैंडफिल साइट सफाई का वादा पूरा नहीं हुआ और दिल्ली कूड़े की राजधानी बन गई। उन्होंने दुर्गेश पाठक और शेली ओबेरॉय से इस्तीफा देने की मांग की।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 23, 2024