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गांवों में विकास कार्य कराने के लिये 78 लाख रुपये के प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास

बालैनी, 25 जून 2024 (यूटीएन)। पिलाना ब्लॉक में विकास कार्यों की लगेगी झडी। ब्लॉक प्रमुख ने क्षेत्र पंचायत सदस्यों की मीटिंग में सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकरी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए लाखों रुपये से विभिन्न गांवों में विकास कराने संबंधी प्रस्ताव पास कराए। सोमवार को पिलाना ब्लॉक प्रमुख अनीश यादव ने ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्यो की मीटिंग में गांवो में इंटर लॉकिंग खड़ंजे, नाले, सोलर लाइट, हाईमास्क लाइट और अन्य विकास कार्य कराने के लिये 77 लाख 90 हजार रुपये के विकास कार्यों को सर्वसम्मति से पास कराए।   मीटिंग में ब्लॉक प्रमुख अनीश यादव ने कहा कि, गर्मी की वजह से बीमारिया बढ़ रही हैं इसलिये इस मौसम मे गर्मी से बचें और गांवों में भी लोगों को जागरूक करें। साथ ही सभी जनप्रतिनिधि गांवो में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और उनकी देखभाल करें, क्योंकि आने वाले समय में यही हमारे जीवन की रक्षा करेंगे। मीटिंग में पिलाना सीएचसी प्रभारी डॉ सुधीर शर्मा, अतुल पूनिया, इस्तियाक अंसारी, अशर मोहम्मद, दिनेश यादव, रोहित ठेकेदार, धीरज यादव,अशोक मलिक, संजय यादव आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 25, 2024

30 हजार किलोमीटर हाईवे का प्लान, नितिन गडकरी ने मांगे 22 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्ली, 25 जून 2024 (यूटीएन)। मोदी सरकार अपने दो टर्म के रिपोर्ट कार्ड में हाइवेज और एक्सप्रेस के निर्माण का जिक्र करती रही है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्टर तैयार भी हुआ है। अब तीसरे कार्यकाल में भी एनडीए सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करने पर जो दे रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कैबिनेट से 22 लाख करोड़ रुपये के निवेश की मंजूरी मांगी है। मंत्रालय का कहना है कि वह 2031-32 तक देश में 30,600 किलोमीटर हाइवे बनाएगा। यह प्लान वित्त मंत्रालय को सौंपा गया है। इस प्लान के मुताबिक, पूरे देश में 18 हजार किलोमीटर एक्सप्रेसवे और हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने की तैयारी है। इसके अलावा शहरों के आसपास 4 हजार किलोमीटर हाईवेज को जाममुक्त करने का भी प्लान है। वहीं सीमांत इलाकों में भी सड़क बनाने की योजनाएं हैं, जो रणनीतिक लिहाज से बेहद अहम हैं। मंत्रालय की योजना के मुताबिक, इसमें 25 फीसदी रकम प्राइवेट सेक्टर से आएगी। सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, दो चरणों में योजना तैयार की गई है।   पहले राउंड के तहत 2028-29 तक सभी टेंडर जारी हो जाएंगे और उन पर 2031 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। इन प्रोजेक्ट्स में 22 लाख करोड़ रुपये की पूंजी लगेगी। मंत्रालय ने सालाना 10 फीसदी बजट आवंटन बढ़ाने की मांग की है। ताकि परियोजनाओं को समय पर सुचारु रूप से पूरा किया जा सके। बता दें, सरकार ने अंतरिम बजट में हाईवेज मिनिस्ट्री को 2.78 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया था। यह बीते वित्त वर्ष की तुलना में 2.7 फीसदी ज्यादा था। सड़क परिवहन मंत्रालय ने दूसरे चरण की जो योजना तैयार की है, उसके तहत 28,400 किलोमीटर हाइवे बनेगा। इस प्लान के तहत पूरी कार्ययोजना और टेंडर का काम 2033-34 तक निपटा लिया जाएगा और इन पर काम 2036-37 तक निपटा लिया जाएगा। हालांकि, इसको लेकर अभी तक किसी तरह के फंड की मांग नहीं गई है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद इस पर फोकस किया जाएगा। बता दें, सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के कामकाज को लेकर तारीफ होती रहती है। ऐसे में सरकार भी चाहती है कि हाइवेज पर काम तेजी से चलता रहे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 25, 2024

सरोगेसी से मां बनने वाली महिला कर्मचारी भी ले सकेंगी मैटर्निटी लीव

नई दिल्ली, 25 जून 2024 (यूटीएन)। केंद्र सरकार ने शासकीय महिला कर्मचारियों को सरोगेसी से मां बनने पर भी मैटर्निटी लीव देने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार ने 50 साल पुराने नियम में बदलाव करते हुए, ऐसी स्थिति में 180 दिनों का मातृत्व अवकाश देने की अनुमति दी है। साथ ही पिता भी 15 दिन का पितृत्व अवकाश ले सकेंगे।   कार्मिक मंत्रालय ने केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) में संशोधित नियमों की अधिसूचना जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। जारी अधिसूचना में बताया गया कि सरोगेसी के मामले में, सरोगेट मां, साथ ही दो से कम जीवित बच्चों वाली कमीशनिंग मां को 180 दिनों का मातृत्व अवकाश दिया जा सकता है, यदि दोनों में से कोई एक या दोनों सरकारी कर्मचारी हैं।   *अब तक नहीं था इससे जुड़ा कोई नियम*   गौरतलब है कि अब तक सरोगेसी के जरिए बच्चे के जन्म की स्थिति में महिला सरकारी कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश देने का कोई नियम नहीं था। नए नियमों के अनुसार, 'सरोगेसी के माध्यम से पैदा हुए बच्चे के मामले में, कमीशनिंग पिता, जो एक पुरुष सरकारी कर्मचारी है और उसके दो से कम जीवित बच्चे हैं, उसे बच्चे की डिलीवरी की तारीख से 6 महीने की अवधि के भीतर 15 दिनों का पितृत्व अवकाश दिया जा सकता है।'   *बच्चे की देखभाल के लिए मिलेगा अवकाश*   केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) (संशोधन) नियम, 2024 के अनुसार, सरोगेसी के मामले में, दो से कम जीवित बच्चों वाली कमीशनिंग मां को बाल देखभाल अवकाश दिया जा सकता है। कार्मिक मंत्रालय ने संशोधित नियमों में स्पष्ट किया है कि "सरोगेट मां" का अर्थ वह महिला है, जो कमीशनिंग मां की ओर से बच्चे को जन्म देती है और इसी तरह "कमीशनिंग पिता" का अर्थ सरोगेसी के माध्यम से पैदा हुए बच्चे के इच्छुक पिता से है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 25, 2024

पिंजौर कामधेनु गौशाला प्राचीन शिव मंदिर के समीप स्थानीय लोगों की एक बैठक का आयोजन किया गया

पिंजौर, 25 जून 2024 (यूटीएन)। पिंजौर कामधेनु गौशाला प्राचीन शिव मंदिर के समीप स्थानीय लोगों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य रूप से हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी शर्मा, वार्ड नंबर 12 के पार्षद अश्विनी कुमार, चंचल शर्मा, रणदीप राजू भी मौजूद रहे। इस दौरान वार्ड नंबर 12 के पार्षद अश्विनी कुमार ने लोगों को बताया कि उनकी पेयजल की समस्या का जल्द ही समाधान होने जा रहा है क्योंकि हल्का कालका विधायक प्रदीप चौधरी और हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी शर्मा द्वारा निरंतर उनको पेयजल की आपूर्ति करवाने की मांग संबंधित विभाग के अधिकारियों के समक्ष रखी गई।  जिसको लेकर जल्द ही डैम से उनको पेयजल की आपूर्ति करवाई जाएगी। जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने उनका आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही वहां के लोगों की वोट की समस्या थी जिसको मौके पर ही डी0एल0ओ को बुलाकर उनकी वोट बनवाई जाएंगी। वहीं अन्य कई समस्याओं के बारे में स्थानीय लोगों ने पवन कुमारी शर्मा को अवगत करवाया जिस पर तुरंत प्रभाव से संबंधित विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर कुछ समस्याएं हल करवाई गई और कुछ समस्याओं का जल्द ही पूर्ण रूप से हल करवाने को लेकर आश्वासन दिया गया। वही इस दौरान वार्ड नंबर 12 के पार्षद अश्विनी कुमार ने लोगों को बताया कि पवन कुमारी शर्मा निरंतर हम लोगों के बीच रहते हुए लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करवाने के लिए सदैव तत्पर रहती है। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Jun 25, 2024

भारत-बांग्लादेश के बीच 10 अहम समझौते

नई दिल्ली, 23 जून 2024 (यूटीएन)। भारत और बांग्लादेश ने शनिवार को समुद्री क्षेत्र और समुद्री अर्थव्यवस्था ब्लू इकॉनोमी में संबंधों को बढ़ावा देने सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना के बीच व्यापक बातचीत के बाद समझौतों को अंतिम रूप दिया गया। दोनों पक्षों द्वारा हस्ताक्षर किए गए इन समझौतों में डिजिटल डोमेन में संबंध मजबूत करने और 'हरित साझेदारी' को लेकर एक समझौता भी शामिल है।   *रेल संपर्क बढ़ाने का हुआ समझौता* दोनों देशों के बीच रेलवे संपर्क बढ़ाने के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। समझौतों के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा कि, 'आज हमने नए क्षेत्रों में सहयोग के लिए भविष्य का विजन तैयार किया है। हरित भागीदारी, डिजिटल भागीदारी, समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर बनी सहमति से दोनों देशों के युवाओं को फायदा होगा।   वहीं अपने बयान में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को बांग्लादेश का प्रमुख पड़ोसी और भरोसेमंद दोस्त बताया। उन्होंने कहा कि 'भारत हमारा प्रमुख पड़ोसी, भरोसेमंद मित्र और क्षेत्रीय साझेदार है। बांग्लादेश भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है, जो 1971 के मुक्ति संग्राम से शुरू हुए थे।   *बांग्लादेश के नागरिकों को मेडिकल ई-वीजा सुविधा देगा भारत* भारत ने बांग्लादेश के नागरिकों को मेडिकल ई-वीजा की सुविधा देने का एलान किया है। इसके लिए भारत सरकार बांग्लादेश के रंगपुर में उप-उच्चायोग खोलेगी। साथ ही दोनों देश तीस्ता नदी के जल-बंटवारे पर चर्चा के लिए तकनीकी टीम भेजने पर भी सहमत हो गए हैं। पीएम मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष के बीच कुल 10 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिनमें डिजिटल साझेदारी, हरित साझेदारी, मेरीटाइम सहयोग, समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था, अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग, रेलवे संपर्क, समुद्री रिसर्च, सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में आपसी सहयोग, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन और मतस्य पालन संबंधी समझौते शामिल हैं।     *'बांग्लादेश की आजादी में भारत के योगदान से कृतज्ञ'* बांग्लादेशी पीएम ने कहा, 'मैं बांग्लादेश की स्वतंत्रता में भारत सरकार और भारत के लोगों के योगदान को कृतज्ञता के साथ याद करती हूं।' शेख हसीना ने 1971 के युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत के वीर शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'आज हमारी बहुत ही उपयोगी बैठकें हुईं, जिनमें हमने सुरक्षा, व्यापार, संपर्क, साझा नदियों के पानी के बंटवारे, बिजली और ऊर्जा तथा क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। हम अपने लोगों और देशों की बेहतरी के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग करने पर सहमत हुए।   *एक महीने में दूसरी बार भारत आईं शेख हसीना* बांग्लादेश की प्रधानमंत्री भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचीं। लोकसभा चुनावों के बाद भारत में नई सरकार के गठन के बाद यह किसी विदेशी नेता की पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है। शनिवार सुबह शेख हसीना ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। बैठक से पहले बांग्लादेशी प्रधानमंत्री को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। शेख हसीना भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के उन सात शीर्ष नेताओं में शामिल थीं, जिन्होंने 9 जून को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था।   *भारत-बांग्लादेश के बीच इन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर* विदेश मंत्रालय एमईए ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के भारत के राजकीय दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों  एमओयू की सूची जारी की। एमओयू में भारत-बांग्लादेश डिजिटल और हरित साझेदारी के लिए एक साझा दृष्टिकोण, समुद्री सहयोग और नीली अर्थव्यवस्था पर समझौता, भारत के इन-स्पेस और बांग्लादेश के आईसीटी और दूरसंचार मंत्रालय के बीच समझौता, रेल संपर्क के लिए दोनों देशों के रेल मंत्रालयों के बीच समझौता, सीएसआईआर के तहत बांग्लादेश समुद्र विज्ञान अनुसंधान संस्थान बीओआरआई और भारत के राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान एनआईओ के बीच समझौता, सामरिक और परिचालन अध्ययन के क्षेत्र में सैन्य शिक्षा से संबंधित सहयोग के लिए रक्षा सेवा स्टाफ के लिए समझौता, आपदा प्रबंधन में सहयोग के लिए एनडीएमए और आपदा प्रबंधन व राहत मंत्रालय के बीच समझौता, मत्स्य पालन में सहयोग के लिए समझौता शामिल हैं।    *हसीना के दौरे के दौरान की गईं घोषणाएं* एमईए ने हसीना के भारत दौरे के दौरान की गई घोषणाओं की सूची भी जारी की। इन घोषणाओं में बांग्लादेश के मरीजों के लिए ई-वीजा, बांग्लादेश के रंगपुर में भारत का नया सहायक उच्चायोग, राजशाही और कोलकाता के बीच ट्रेन सेवा,चटगांव और कोलकाता के बीच नई बस सेवा, गेडे-दरसाना और हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी के बीच डलगांव तक मालगाड़ी सेवा शुरू करना, अनुदान सहायता के तहत सिराजगंज में अंतर्देशीय कंटेनर डिपो आईसीडी का निर्माण, भारतीय ग्रिड के जरिए नेपाल से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली का निर्यात करना, गंगा जल संधि के नवीकरण पर चर्चा के लिए संयुक्त तकनीकी समिति गठित करना, बांग्लादेश के अंदर तीस्ता नदीं के संरक्षण औऱ प्रबंधन पर परियोजना के लिए तकनीकी प्रतिनिधिमंडल का बांग्लादेश दौरा, बांग्लादेश के पुलिस अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण और प्रति रोगी आठ लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ मरीजों के लिए मुक्तिजोधा योजना शामिल हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 23, 2024

भारत बांग्लादेश के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है: सीआई में शेख हसीना

नई दिल्ली, 23 जून 2024 (यूटीएन)। बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना ने कहा कि पूरे भारत में एक बहुत बड़ा बाजार है और भारत तथा बांग्लादेश दोनों को व्यापार करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। वह भारत की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यों के साथ संवाद को संबोधित कर रही थीं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा, "पूरे भारत में एक बहुत बड़ा बाजार है, इसलिए दोनों देश मिलकर काम कर सकते हैं और अपने अनुभव साझा कर सकते हैं। व्यापार करने का यह एक अच्छा अवसर है।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार करना द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।   उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के साथ काम करने को बहुत महत्व दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश कृषि से आगे बढ़कर विशेष आर्थिक क्षेत्रों के माध्यम से अपने उद्योग को विकसित करना चाहता है। उन्होंने भारतीय व्यापारियों को इन क्षेत्रों में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पड़ोसी पूर्वोत्तर भारत से परे भारत में एक बड़ा बाजार देखता है। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि वह बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत तथा अधिक टिकाऊ बनाना चाहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश बड़े बंदरगाहों, जलमार्गों, रेल और सड़क संपर्क पर काम करेगा।   सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि बांग्लादेश दक्षिण-पूर्व एशिया के जीवंत क्षेत्रों के लिए भारत का भूमि पुल है, और बांग्लादेश और भारत ऐसे समय में एक साथ बाजार को संबोधित कर सकते हैं जब आपूर्ति श्रृंखलाएं बदल रही हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कृषि में, भारत और बांग्लादेश निजी क्षेत्रों के बीच संयुक्त उद्यम स्थापित कर सकते हैं।   सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि आर्थिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए सीआईआई इस साल के अंत में सीईओ प्रतिनिधिमंडल को बांग्लादेश ले जाने की योजना बना रहा है। उद्योग बातचीत के दौरान, भारत और बांग्लादेश के व्यापार सदस्यों ने संयुक्त सहयोग के कई क्षेत्रों पर प्रकाश डाला, जिसमें जलविद्युत पर विशेष जोर देने के साथ बांग्लादेश को ऊर्जा की आपूर्ति बढ़ाना और बांग्लादेश में अधिक ऊर्जा संचरण लाइनें बनाना शामिल है। उन्होंने दूरसंचार समाधानों के माध्यम से बांग्लादेश में शिक्षा और कौशल विकास के बारे में भी बात की। कृषि, व्यापार और आईटी जैसे सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर भी चर्चा की गई।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 23, 2024

आकाशीय बिजली गिरने से मां सहित दो मासूम बच्चों की मौत

डिंडोरी, 22 जून 2024 (यूटीएन)। करंजिया थाना क्षेत्र के चौरादादर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से मां सहित दो मासूम बच्चों की मौत, खेत में बनी झोपड़ी में थे मां और दोनो बेटा बेटी, तेज़ बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली गांव में छाया मातम। मिली जानकारी के मुताबिक करंजिया विकासखंड अंतर्गत चौरादादर गांव में विगत दिन शुक्रवार को बारिश और तेज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से मां सहित दो मासूम बच्चों की मौत हो गई है।   दरअसल तेज आंधी तूफान के बीच तेज बारिश से बचने के लिए एक मां अपने दोनो मासूम बच्चों के साथ खेत में बनी झोपड़ी में छुपी हुई थी।   इसी दरमियान आकाशीय बिजली गिर गई जिसमे मां सहित दोनो बेटा, बेटी की मौत हो गई, बताया जा रहा है की मृतिका रूतन मार्को पति विश्राम मार्को उम्र, 26 वर्ष, वर्षा पिता विश्राम उम्र 04 वर्ष, वर्जित पिता विश्राम उम्र दो वर्ष की मौत हुई है। वहीं इस घटना के बाद पूरी गांव में मातम छा गया है। मौके पर पहुंचे लोगो ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी और उनको करंजिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया।   मध्य प्रदेश-रिपोर्टर, (धरम सिंह ठाकुर) |

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Jun 22, 2024

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट: देश के जलाशयों में बचा सिर्फ 21 फीसदी पानी

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। देश में भीषण गर्मी ने जहां लोगों के पसीने छुड़ाए हुए हैं, वहीं पानी के स्त्रोतों को भी सुखा दिया है। केंद्रीय जल आयोग की हालिया रिपोर्ट में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं, जो सभी की चिंताएं बढ़ा सकते हैं। जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के 150 मुख्य जलाशयों में पानी घटकर महज 21 प्रतिशत रह गया है। जलविद्युत परियोजनाओं और जल आपूर्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले इन जलाशयों की संयुक्त भंडारण क्षमता 178.784 अरब क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है, जो देश की कुल जल भंडारण क्षमता का लगभग 69.35 प्रतिशत है।   *जलाशयों में जल भंडारण क्षमता घटी* गुरुवार तक, इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण 37.662 बीसीएम है, जो उनकी कुल क्षमता का 21 प्रतिशत है। कुल मिलाकर, 150 जलाशयों में उपलब्ध लाइव स्टोरेज 257.812 बीसीएम की अनुमानित कुल क्षमता के मुकाबले 54.310 बीसीएम है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के आंकड़ों से कम है।  केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि जलाशयों में मौजूदा भंडारण बीते दस वर्षों के औसत भंडारण से भी कम है। दो सप्ताह में पहले जलाशयों में कुल भंडारण करीब 22 प्रतिशत था, जबकि उससे एक सप्ताह पहले यह 23 प्रतिशत था।   *कहां-कितनी जल भंडारण क्षमता, कितनी आई कमी?* आयोग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी की वजह से दिल्ली समेत देश के कई क्षेत्रों में जल संकट देखने को मिल रहा है। जलाशयों में जल भंडारण पर नजर डालें तो दक्षिण भारत के राज्यों पर इसका गहरा असर पड़ा है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मौजूद 42 जलाशयों की कुल क्षमता 53.334 बीसीएम है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण अब  8.508 बीसीएम रह गया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 21 प्रतिशत कम है।    उत्तर भारत की बात करें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान में मौजूद कुल 10 जलाशयों में कुल मिलाकर 19.663 बीसीएम जल भंडारण क्षमता है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार इन जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 5.488 बीसीएम रह गया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 39 प्रतिशत कम है।    पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड और बिहार के 23 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 20.430 बीसीएम है। इन जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 3.873 बीसीएम रह गया है, जो कि कुल क्षमता का 19 प्रतिशत है। हालांकि पिछले वर्ष 18 प्रतिशत के मुकाबले इन 23 जलाशयों में जल भंडारण थोड़ा सा बढ़ा है।  भारत के पश्चिमी राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 49 जलाशय हैं। इनकी जल भंडारण क्षमता 37.130 बीसीएम है। इन 49 जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 7.608 बीसीएम रह गया है। यह भंडारण पिछले वर्ष 24 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 20.49 प्रतिशत पर आ गया है।     इसी तरह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मौजूद कुल 26 जलाशयों की कुल जल भंडारण क्षमता 48.227 बीसीएम है। मौजूदा स्थिति की बात करें तो इन 26 जलाशयों में 12.185 बीसीएम जल भंडारण है। यह भंडारण पिछले वर्ष 32 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 25 प्रतिशत पर आ गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के सभी जलाशयों की जल भंडारण क्षमता में पिछले वर्ष के मुकाबले कमी देखने को मिली है।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 22, 2024

झरना घुघरी में आज मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

डिंडोरी/अमरपुर, 21 जून 2024 (यूटीएन)। भाजपा मंडल अमरपुर के दूरस्थ वन ग्राम झरना घुघरी में आज मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंडल अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा के जिला महामंत्री आकाश नामदेव के द्वारा उपस्थित जन समुदाय को योग के बारे में विस्तार से बताए तत्पश्चात मोटे अनाज के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया. हमारे दैनिक जीवन में हम कैसे योग का प्रयोग करें एवं योग के माध्यम से कैसे बीमारियों से बचा जा सकता है योग के क्या-क्या फायदे हैं इन सब पर विस्तार से प्रकाश डाला गया साथ ही मोटे अनाज का हमारे जीवन काल में क्या-क्या फायदे हो सकते हैं इसके बारे में भी उपस्थित जन समुदाय को विस्तार पूर्वक बताया गया. साथ ही झरना घुघरी मतदान केंद्र के वरिष्ठ नेता पितृ पुरुष स्वर्गीय गंगा राम मरकाम जिनकी अभी कुछ दिनों पूर्व मृत्यु हो गई उनको भी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आकाश नामदेव ने कहा कि मतदान केंद्र झरना घुघरी में जो भी संघात्मक बैठक होगी उस बैठक या कार्यक्रम में स्वर्गीय गंगा राम मरकाम जी को अवश्य याद किया. जावेगा कार्यक्रम मेँ छत्तर सिँह मरकाम सुक्रित धुर्वे रामदीन मरकाम फुल्लू मरकाम रूप सिंह परस्ते सुखदीन पट्टा कार्यक्रम के अध्यक्ष हनुमत मरकाम देवसिंह मरकाम नवल धुर्वे मोहन सिंह धुर्वे चरण सिंह मरकाम नोहर यादव नंदनी कोठिया जमनी कोठिया दिनेश्वरी कोठिया ज्योति यादव बिहारी मरकाम आदि लोग उपस्थित रहे। डिंडोरी-धरम सिंह ठाकुर |      

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Jun 21, 2024

13 से 18 साल के बच्चे बुरी संगति के कारण हो रहे हैं नशाखोरी के शिकार, चलाएं सुधार अभियान

बडौत, 20 जून 2024 (यूटीएन)। नशे की गिरफ्त में आ रहे युवा समाज को इसकी लत से हटाने तथा अन्य सामाजिक बुराइयों को दूर करने में सक्रिय भागीदारी व अभियान चलाने के लिए चौरासी चौधरी ने थांबा चौधरियों सहित वरिष्ठ समाजसेवियों से आगे बढकर दायित्व निभाने का आह्वान किया। नगर की पट्टी चौधरान में ब्राह्मण समाज 84 देश खाप चौधरी सुभाष शर्मा के आवास पर थांबा सहित समाज के लोगों की बैठक में कहा कि, जनपद बागपत में अच्छी सोच रखने वाले युवा पीढ़ी के बच्चे नशा छोड़कर संस्कृतिवान बनें व समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लें । कहा कि, बच्चे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं और इस कारण वे मानसिक रोगी भी बनते जा रहे हैं, इसका कारण  गलत संगत है। 13 से 18 साल के बच्चे इस क़दम को उठा रहे हैं, जिनपर ध्यान देने की विशेष जरूरत है। कहा कि, सभी युवा वर्ग नशे को छोड़कर अपनी संस्कृति को पहचानें व अपने परिवार तथा बड़े बुजुर्गों के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लें । इस मौके पर राकेश शर्मा घनश्याम शर्मा पप्पू शर्मा अनिल मुखिया राधेश्याम शर्मा बबली अमित शर्मा मोनू शास्त्री आचार्य संजय शर्मा आचार्य विकास शर्मा के अलावा बैठक में समाज के लोग मौजूद रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 20, 2024