Other

जिलाधिकारी द्वारा सारथी की 20 वीं रसोई का उद्घाटन, बताया ईश्वरीय अनुकम्पा का ही परिणाम

बडौत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में सारथी की बीसवीं रसोई का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने किया । इस मौके पर सर्वप्रथम मां अन्नपूर्णा को भोग लगाया गया व बाद में भोजन प्राप्ति के प्रतीक्षारत लोगों  को भोजन कराया गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, सारथी वेलफेयर द्वारा जिस प्रकार से बड़ौत शहर में इस पुण्य कार्य को प्रत्येक माह निर्विघ्न रूप से संपन्न किया जा रहा है ,वो वास्तव में ईश्वर की अनुकंपा का ही परिणाम है‌।  मात्र 5 ₹ शुल्क मे भोजन प्राप्ति के लिए उत्सुकता और भोजनार्थी को भोजन कराना।   बहुत बड़ी बात है‌ सभी नगरवासियों को सारथी की रसोई में सहयोग करना चाहिए व साथ भी देना चाहिए, ताकि यह रसोई महीने की 1 दिन नहीं, बल्कि लगातार चले। इस मौके पर पारुल चौधरी तुगाना ने बताया कि, इस रसोई से वास्तव में ही  सबको प्रेरणा मिल रही है और लोग भी जागरूक हो रहे हैं। हम सबको भी इस धार्मिक कार्य में बढ़-चढकर हिस्सा लेना चाहिए । फाउंडेशन की अध्यक्षा वंदना गुप्ता ने बताया कि, यह रसोई 1 जनवरी 2023 से लगातार महीने की पहले तारीख को चलती आ रही है और इस रसोई में 5 ₹ का उद्देश्य भी यही है कि, अन्न का अपमान न हो और स्वाभिमान से लोग भोजन करें।    जब समाज के गणमान्य लोगों द्वारा अपने हाथो से लोगों को भोजन दिया जाता है और उनसे इस पुण्य कार्य के विषय में जानकारी प्राप्त की जाती हैं, तो वो कहते हैं कि ईश्वर का आशीर्वाद है हम पर, जो उन्होंने हमें इस कार्य में सम्मिलित होने का अवसर प्रदान किया। इस पुनीत कार्य में सहयोग सभी करें। रसोई में सहयोगी के रूप में अध्यक्षा वन्दना गुप्ता, मीता अरोरा, गीता राणा, शिवानी जैन, मेघा मित्तल, पूजा वर्मा, सीमा तोमर, डॉ बबिता खोखर, मीनाक्षी शर्मा, किरण, रेणु शर्मा, विकास गुप्ता, सत्यम जैन, अनिल अरोरा, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष विनोद गोयल, आकाश बंसल, संजय गुप्ता, सम्यक जैन, विशाल मित्तल, दीपांशु वर्मा, आदित्या भारद्वाज, अँकुज खोखर, आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 2, 2024

विकास कार्य कराने के लिये लाखो रुपये के प्रस्ताव पास, मीटिंग में नहीं आए चार सचिवों का रोका वेतन

बालैनी, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। पिलाना ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष ने सदस्यों के साथ बैठक में सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकरी योजनाओ के बारे मे जानकारी दी तथा गांवो में विकास कार्य कराने के लिये लाखो रुपये के प्रस्ताव भी रखें जो सर्वसम्मति से पास हुए। गुरुवार को पिलाना ब्लॉक प्रमुख अनीश यादव ने ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्यो की मीटिंग ली। मीटिंग मे गांवों मे इंटरलॉकिंग खड़ंजे, नाले, सोलर लाइट और अन्य विकास कार्य कराने के लिये 75 लाख 90 हजार रुपये के विकास कार्य के प्रस्ताव रखे, जो सर्वसम्मति से पास किये गए।   मीटिंग मे ब्लॉक प्रमुख अनीश यादव ने कहा कि, सभी जनप्रतिनिधि अपने गांवो में लोगो को साफ सफाई के लिये जागरूक करें और पानी बर्बाद ना करें तथा इसके लिये लोगों को भी जागरूक करें। कहा कि, सभी लोग अपने गांव में शिक्षा पर ध्यान दें और बच्चो को पढ़ाई के प्रति जागरूक करें। मीटिंग मे पिलाना सीएचसी प्रभारी डॉ सुधीर शर्मा, दीपक तोमर,वहाब प्रधान, सलीम त्यागी, अशर मोहम्मद, दिनेश यादव, डॉ रूप त्यागी, रोहित ठेकेदार, संदीप यादव आदि मौजूद रहे।   *मीटिंग मे अनुपस्थित रहने पर चार पंचायत सचिवो का वेतन रोका* पिलाना ब्लॉक में हुई क्षेत्र पंचायत की मीटिंग मे पंचायत सचिवो के अनुपस्थित रहने पर ब्लॉक प्रमुख अनीश यादव ने नाराजगी दिखाई और सचिव रविन्द्र, निशांत चौधरी, कुबेर सिंह और विनोद का एक- एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए तथा कहा कि, ब्लॉक के सभी अधिकारी और कर्मचारी गांव के लोगो की समस्याओं को गंभीरता से लेकर उनका समाधान करें, नहीं करने पर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 2, 2024

विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान के तृतीय चरण का जिलाधिकारी ने झंडी दिखाकर किया शुभारंभ

बागपत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान के तृतीय चरण पूरे अक्तूबर माह जारी रहेगा । जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने जिला संयुक्त चिकित्सालय से अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से एक जनजागरण रैली का शुभारंभ किया । यह अभियान जनपद में संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया,जापानी इंसेफेलाइटिस, और अन्य जलजनित रोगों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि, जनपद में यह अभियान 244 ग्राम पंचायत, 9 नगर निकायों सहित जनपद के प्रमुख स्थलों, चौराहा आदि में चलाया जाएगा।   बताया कि, अभियान को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर एवं दस्तक अभियान 11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक जनपद में चलाया जाएगा। इसमें सभी विभागों ने अपनी कार्य योजना बनाई है जिसके आधार पर उनके द्वारा कार्य किया जाएगा। जनपद के समस्त विकास खंडों में इसके तहत कार्यक्रम आयोजित किए गए।असारा गांव व नगर निकाय रटोल में रैली निकाली गई और समस्त नगर निकायों में यह अभियान शुरू किया गया है।अभियान का मुख्य उद्देश्य संचारी रोगों से बचाव के लिए जनसहभागिता को बढावा देना है, जो महत्वपूर्ण है।    उन्होंने लोगों को जागरूकता फैलाने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। जिसमें स्वच्छता और जागरूकता हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे, जिसमें जलभराव, कचरा निष्पादन और घरों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मच्छर नियंत्रण व मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए एंटी-लार्वा छिड़काव और फॉगिंग अभियान चलाएं। इसके अलावा, पानी के कंटेनरों की नियमित सफाई के लिए नागरिकों को जागरूक किया जाए। जापानी इंसेफेलाइटिस और अन्य संचारी रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा,  जहां मुफ्त जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी।   इसके लिए जनसंपर्क अभियान सोशल मीडिया, रेडियो, और टेलीविज़न के माध्यम से लोगों को संचारी रोगों से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा।साथ ही अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता अपनाने और संचारी रोगों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया। यह अभियान लोगों के जीवन को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित नहीं हो जाता।स्वच्छता साफ सफाई व बीमारी सम्बंधित किसी को कोई समस्या होती है, तो वह अपने सम्बंधित नगर निकाय या ग्राम पंचायत में सूचित करें, जो समस्या है उसका समाधान हो सकें।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तीरथ लाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसके चौधरी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपा सिंह आदि चिकित्सक उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 2, 2024

विद्युत संबंधित समस्याओं के शीघ्र समाधान व जनपद में निर्बाद बिजली आपूर्ति हो सुनिश्चित

बागपत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। कलेक्ट्रेट सभागार में सांसद डॉ राजकुमार सांगवान की अध्यक्षता में जिला विद्युत समिति की महत्वपूर्ण बैठक में जिले की विद्युत आपूर्ति और संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। जनपद में 2,41,000 विद्युत  उपभोक्ता है। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और क्षेत्र में विद्युत सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक जानकारियां प्रस्तुत की।    छपरौली क्षेत्र के काकोर कला में बिजली का तार टूट जाने से किसान की गन्ना की फसल नष्ट हो गई, जिस पर विद्युत विभाग ने कोई भी संवेदनशीलता नहीं दिखाई, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य शैली में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, किसान ख़ासेराम की जो फसल जल गई है, उसका पैरामीटर का आधार पर जो मुआवजा बांटा जाता है, रिपोर्ट के आधार पर उसे मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।   सांसद डॉ सांगवान ने विद्युत आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं, जैसे कि बिजली कटौती, जर्जर तारों की मरम्मत व उन्हें बदला जाना और ग्रामीण इलाकों में बिजली पहुंचाने के प्रयासों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, जिले में निर्बाध और सतत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और शिकायत निवारण के लिए त्वरित कदम उठाए जाएं। संबंधित अधिकारी एक दूसरे पर अपनी जिम्मेदारी को नजर अंदाज न करें व जनता के साथ अच्छा व्यवहार रखें, उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निदान किया जाए।   कहा कि, किसान हमारा अन्नदाता है और यहां की जनता की हमारी जिम्मेदारी है। सांसद डॉ सांगवान ने कहा कि विद्युत वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि, उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित निस्तारण हो और बिजली आपूर्ति में आने वाली बाधाओं को तुरंत दूर किया जाए। इसके साथ ही, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर और अन्य आवश्यक उपकरणों की मरम्मत और रखरखाव की नियमित समीक्षा की जाए। बैठक के दौरान अधीक्षण अभियंता ने सांसद को आश्वासन दिया कि।   उनके दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सांसद डॉ राजकुमार सांगवान ने जनता की सुविधाओं और उनकी शिकायतों का त्वरित निवारण सुनिश्चित करने के लिए समिति की लगातार समीक्षा बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिये। बैठक में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव, छपरौली विधायक डॉ अजय कुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जयकिशोर, नगर पालिका बडौत अध्यक्ष, नगर पालिका बागपत अध्यक्ष रोजुद्दीन एडवोकेट, अधीक्षण अभियंता केपी खान, अधिशासी अभियंता आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 2, 2024

विशेष संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत रैली निकालकर लोगो को किया जागरूक

चांदीनगर, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। रटौल नगर पंचायत पर विशेष संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत एसडीएम खेकड़ा के नेतृत्व में एक रैली निकाली गयी, जिसमें लोगो को सफाई के प्रति जागरूक किया गया, वहीं अपने आसपास के क्षेत्र में सफाई रखने की शपथ भी दिलायी गयी। रटौल नगर पंचायत पर विशेष संचारी रोग के अन्तर्गत रैली का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व खेकड़ा एसडीएम ज्योति शर्मा ने किया। रैली रटौल बस स्टेण्ड से होते हुए मेन बाजार रटौल मे होते हुए निकाली गई, जिसमे स्कूली बच्चों ने हाथ में स्लोगन लिखे बोर्ड लेकर नारे लगाए।   इस दौरान नुक्कड़ सभा में बोलते हुए ईओ विरज सिंह त्रिपाठी ने लोगो को साफ सफाई का महत्व बताया और अपील की कि, घरो के आसपास गंदगी को इकट्ठा न होने दें व कही पानी न भरने दें। कस्बें में गंदगी लगी मिले ,तुरंत सफाईकर्मी को सूचना दे,तभी समस्या का निस्तारण कराया जायेगा । रैली के बाद सभासदों और सफाईकर्मियों को कस्बे को स्वच्छ रखने की शपथ भी दिलायी गयी। इस मौकें पर एसडीएम ज्योति शर्मा, चैयरमैन जुनैद फरीदी, ईओ विरज सिंह त्रिपाठी, महबूब अली,संदीप सभासद उबैद अली, सभासद,नजारत अली सभासद, सभासद इमरान सिद्दीकी व कस्बे के लोग मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 2, 2024

गांधी जयंती पर प्नेरधानमंत्री ने बच्चों संग हाथ में झाड़ू थाम की सफाई

नई दिल्ली, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिप्रक्ष राहुल गांधी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और दिग्गज राजनेताओं तक ने बापू को याद किया। कई दिग्गज राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इसके अलावा, पीएम मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हाथ में झाड़ू थाम लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। पीएम ने स्वच्छ भारत की भावना को और मजबूत करने के लिए लोगों से इस मुहिम से जुड़ने की अपील की।    पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने कहा कि आप सभी से आग्रह है कि आप भी अपने आसपास स्वच्छता से जुड़ी मुहिम का हिस्सा जरूर बनें। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को देश में बेहतर स्वच्छता सुविधाएं सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण सामूहिक प्रयास करार दिया और इसे सफल बनाने में योगदान देने वालों को सलाम किया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘गांधी जयंती पर अपने युवा साथियों के साथ स्वच्छता आभियान का हिस्सा बना। मेरा आप सभी से आग्रह है कि आज आप भी अपने आसपास स्वच्छता से जुड़ी मुहिम का हिस्सा जरूर बनें। आपकी इस पहल से ‘स्वच्छ भारत’ की भावना और मजबूत होगी।’   *जेपी नड्डा ने भी लिया स्वच्छता अभियान में भाग* केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्वच्छता के लिए किए गए आह्वान को पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जन आंदोलन' बना दिया है। नड्डा के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद बांसुरी स्वराज सहित दिल्ली इकाई के नेताओं ने भी लोधी कॉलोनी में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा का 'सेवा पखवाड़ा' 17 सितंबर को शुरू हुआ था और गांधी जयंती पर स्वच्छता अभियान के साथ इसका समापन होगा। उन्होंने कहा, 'मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद स्वच्छता को अपनाया और यह एक जन आंदोलन बन गया। हम जानते हैं कि स्वच्छता का आह्वान देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने किया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसे जन आंदोलन में बदल दिया है।'   *'स्वच्छता कोई एक दिन का विषय नहीं'* नड्डा ने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने और गंदगी से बचने के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति समाज को प्रोत्साहित करने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए यह जन आंदोलन मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों से जारी है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कोई एक दिन का विषय नहीं है और इसे पूरे वर्ष हर दिन बनाए रखा जाना चाहिए। नड्डा ने देश के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि जब भी संभव हो, अभियान में शामिल हों। उन्होंने कहा कि भाजपा हर साल 'सेवा पखवाड़ा' मनाती है और गांधी जयंती पर लोगों को स्वच्छता अभियान से जुड़ती है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 2, 2024

फसल सुरक्षा और कृषि क्षेत्र में स्थिरता समय की मांग है: कृषि आयुक्त

नई दिल्ली, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय डॉ. पी.के. सिंह ने कृषि क्षेत्र में स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर फसल सुरक्षा के क्षेत्र में। उन्होंने कहा, "स्थिरता समय की मांग है और हमारी भारतीय कृषि प्रणाली स्थिरता पर आधारित है।" 'स्थिरता और फसल सुरक्षा में विविधता और समावेश' विषय पर 'फिक्की फसल सुरक्षा शिखर सम्मेलन' के 12वें संस्करण को संबोधित करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि हरित क्रांति की शुरुआत में उर्वरकों और कृषि-रसायनों के उपयोग का आगमन हुआ। उन्होंने कहा, "अब नई बीज किस्में ही होंगी जो रसायनों और उर्वरकों के उपयोग को कम करने में मदद करेंगी। किस्में भविष्य में स्थिरता की सफलता की कुंजी हैं।" उन्होंने कहा कि सरकार एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) प्रणाली लागू करने पर जोर दे रही है, जो प्राकृतिक कीट नियंत्रण उपायों का ख्याल रखती है। डॉ. सिंह ने आगे कहा कि सरकार ने पहले ही उपयोग के लिए 70,000 से अधिक ‘अमृत सरोवर’ विकसित किए हैं, साथ ही कई तालाबों का जीर्णोद्धार भी चल रहा है। उन्होंने कहा, “दिसंबर के अंत तक, 1 लाख से अधिक जल निकाय उपयोग के लिए तैयार हो जाएंगे। हम ड्रोन के अन्य अनुप्रयोग तरीके भी ला रहे हैं।” नई तकनीक के उपयोग पर बोलते हुए, डॉ. सिंह ने किसानों द्वारा तकनीकों को आसानी से अपनाने पर जोर दिया।  उन्होंने कहा, “नई तकनीकों, विशेष रूप से उभरती हुई रसायनों को अपनाने की आसानी सभी किसानों के लिए अपनाने के लिए पर्याप्त सरल होनी चाहिए।”    फिक्की फसल सुरक्षा समिति के अध्यक्ष और बेयर क्रॉप साइंस लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के फसल विज्ञान प्रभाग के कंट्री डिवीजन हेड साइमन टी वीबुश ने कहा, “फसल सुरक्षा उद्योग में स्थिरता विनिर्माण इकाई से शुरू होती है और पूरी आपूर्ति श्रृंखला तक फैलती है, जिसमें किसानों के साथ काम करना और उन्हें सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने में मदद करना शामिल है। मैं भारतीय फसल संरक्षण क्षेत्र की सराहना करता हूँ कि उसने संधारणीय पद्धतियों को अपनाने में अग्रणी भूमिका निभाई है, जिसमें अधिक विविधतापूर्ण कार्यबल, जल संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा को शामिल करने पर जोर दिया गया है। यह जिम्मेदारीपूर्ण पैकेजिंग और वैश्विक अनुपालन सुनिश्चित करने और उपज प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम फसल संरक्षण पद्धतियों पर किसानों के साथ काम करने तक फैला हुआ है, जो 2047 तक विकसित भारत बनने के हमारे राष्ट्र के मिशन में योगदान देता है। पीडब्ल्यूसी इंडिया के भागीदार शशि के सिंह ने कहा कि खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा के बीच संतुलन लाने के लिए संधारणीयता महत्वपूर्ण है। फिक्की फसल संरक्षण समिति के सह-अध्यक्ष एन के राजावेलु ने कहा कि फसल संरक्षण क्षेत्र संधारणीय कृषि पद्धतियों के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फसल संरक्षण रसायन उद्योग में संधारणीय पद्धतियों को लागू करने और पर्यावरण के अनुकूल समाधान विकसित करने की क्षमता है। सत्र के दौरान फिक्की-पीडब्ल्यूसी ज्ञान रिपोर्ट - 'कृषि क्षेत्र में संधारणीयता को आगे बढ़ाने में फसल संरक्षण उद्योग की भूमिका' जारी की गई।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 2, 2024

एआई का इस्तेमाल कर चिकित्सा सुविधा में लाएं बदलाव: राष्ट्रपति

नई दिल्ली, 01 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। रोगों की पहचान के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का इस्तेमाल बढ़ रहा है। मेडिकल छात्रों में इसे सीखने की ललक होनी चाहिए। यह कहना है भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का। सोमवार को नई दिल्ली में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल से संबंधित अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान के 10वें दीक्षांत समारोह में मेडल पाने वाले सभी छात्रों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों को रिसर्च पढ़ते रहना चाहिए। इसके बारे में सीखना चाहिए। इसकी मदद से स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा।   वहीं टेलीमेडिसिन की मदद से देश के दूर-दराज क्षेत्रों में गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधा पहुंची है। इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए ताकि महिलाओं की सार्वजनिक जीवन को बेहतर किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के साथ दो महापुरुषों का नाम जुड़ा हुआ है। डॉ. राम मनोहर लोहिया और अटल बिहारी वाजपेयी। छात्रों को इसके आदर्श के अनुरूप काम करना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि डॉक्टरों को मरीज के साथ अपनत्व का भाव रखना चाहिए। मरीजों को दवा और परामर्श के साथ हीलिंग टच भी देना चाहिए। देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है।    *तीमारदार समझें डॉक्टर की परेशानी*  राष्ट्रपति ने कहा कि तीमारदारों को डॉक्टर की परेशानी समझनी चाहिए। वह मरीज का हित ही चाहते हैं। लेकिन देखा गया है कि वह स्वास्थ्य कर्मी के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। यह गलत और निंदनीय है। कभी स्वास्थ्य कर्मी के साथ गलत नहीं करना चाहिए।    *स्वास्थ्य सेवा में आया बदलाव* राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले दस सालों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आया है। देश में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य मेडिकल पॉलिसी की सुविधा चल रही है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। छात्रों के लिए मेडिकल सीटे दोगुनी से ज्यादा बढ़ी हैँ।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 1, 2024

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह संभाली वायुसेना प्रमुख की जिम्मेदारी

नई दिल्ली, 01 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भारतीय वायु सेना प्रमुख का पदभार संभाला। उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अपनी मां पुष्वंत कौर का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। पदभार संभालने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। वायुसेना के नए प्रमुख एपी सिंह ने बताया कि उनका मोटो सशक्त सुदृढ और आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना आत्मनिर्भरता, परिचालन क्षमताओं और बेहतर प्रशिक्षण की दिशा में काम जारी रखेगी।   वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने कहा, 'भारतीय वायुसेना  आत्मनिर्भरता, परिचालन क्षमताओं और बेहतर प्रशिक्षण की दिशा में काम जारी रखेगी। यही मेरे फोकस क्षेत्र होंगे और जैसे-जैसे समय गुजरेगा, हम स्थिति में बदलाव के साथ तालमेल बिठाएंगे। स्वदेशी लड़ाकू विमान कार्यक्रमों के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर एपी सिंह ने कहा, मैं तेजस कार्यक्रम के उड़ान परीक्षण के दिनों से ही इससे जुड़ा हुआ हूं। यह मेरे दिल के बहुत करीब है। मुझे मालूम है कि इस एयरक्राफ्ट में क्षमता है। मौजूदा स्थिति के हिसाब से यह बहुत विमान है।   हालांकि, हमारे पास ऐसे विमानों के लिए स्थान है। हमने इस तरह के 200 से ज्यादा विमानों का ऑर्डर दिया है।" उन्होंने आगे कहा, "हमें मार्क 2 (विमान) और एडवांस्ड मिडियम कॉमबैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) कार्यक्रम की ओर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इसे हासिल करने के लिए हमारे पास क्षमता है। इसे सफल बनाने के लिए सभी को एकसाथ आना होगा।" बता दें कि एपी सिंह ने वीआर चौधरी की जगह ली है। दरअसल, वीआर चौधरी का तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 1, 2024

सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की पहली महिला महानिदेशक बनीं वाइस एडमिरल आरती सरीन

नई दिल्ली, 01 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन ने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की महानिदेशक के रूप में पदभार संभाला। वह त्रि-सेवा सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं, जो भारतीय सेना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। बता दें, डीजीएएफएमएस रक्षा मंत्रालय को सशस्त्र बलों से संबंधित मेडिकल पॉलिसी के मामलों में सीधे उत्तरदायी है। भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि सरीन भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा देने वाली सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला अधिकारी बन गई हैं।   *जानें कौन हैं आरती सरीन* वाइस एडमिरल आरती सरीन ने अपनी स्कूली शिक्षा विशाखापत्तनम से पूरी की। इसके बाद पुणे के सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज से अपनी शिक्षा प्राप्त की।  उन्होंने 1985 में भारतीय सेना में अपनी सेवाएं शुरू कीं। अपने करियर में उन्होंने भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आपको बता दें आरती सरीन के पास रेडियोडायग्नोसिस और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री है और वे गामा नाइफ सर्जरी में प्रशिक्षित हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वह भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के लिए चिकित्सा सेवाओं के निदेशक जनरल के रूप में भी काम कर चुकी हैं।   इसके साथ ही, उन्होंने कई प्रमुख इकाइयों की कमान भी संभाली है। उनके नेतृत्व में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। वाइस एडमिरल सरीन ने दो प्रमुख इकाइयों- आईएनएचएस अश्विनी और एफएमसी का नेतृत्व किया है और दक्षिणी नौसेना कमान और पश्चिमी नौसेना कमान के कमांड मेडिकल अधिकारी भी रही हैं। महिलाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें हाल ही में डॉक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नेशनल टास्क फोर्स का सदस्य नियुक्त किया गया था। उन्हें जुलाई 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए अतिविशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है।   महिलाओं के लिए अवसरों के द्वार आरती सरीन की नियुक्ति भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोलती है। वे हमेशा से भारतीय सैन्य सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी की समर्थक रही हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता ने कई युवा महिलाओं को प्रेरित किया है। डीजीएएफएमएस के रूप में, वाइस एडमिरल आरती सरीन भारतीय रक्षा मंत्रालय को सशस्त्र बलों से संबंधित चिकित्सा नीतियों पर सलाह देंगी। उनके कर्तव्यों में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के चिकित्सा विभागों की देखरेख करना शामिल है।    उनकी विशेषज्ञता से सशस्त्र बलों की चिकित्सा सेवाओं में एक नया दृष्टिकोण आने की उम्मीद है। आरती सरीन की यह उपलब्धि भारतीय सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों के बढ़ते कद और नेतृत्व की क्षमता को भी दर्शाती है। भारतीय सेना के अधिकारियों का मानना है कि 'वाइस एडमिरल आरती सरीन की नियुक्ति सशस्त्र बलों में महिलाओं की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके नेतृत्व में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा नई ऊंचाइयों को छूएगी।'   *एलएसी पर चीन द्वारा किया जा रहा गांव का निर्माण, क्या बोलें सेना प्रमुख?* चीन और भारत के बीच तनाव लंबे समय से बना हुआ है। बीजिंग अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता है। वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगातार गांव बसा रहा है। क्षेत्र में चीन और भारत के बीच बढ़ते सैन्य गतिरोध पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर हालात स्थिर लेकिन संवेदनशील हैं यानी की हालात सामान्य नहीं हैं।   जनरल द्विवेदी ने कहा कि हालांकि दोनों पक्षों के बीच विवाद के समाधान के लिए कूटनीतिक वार्ता के सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, लेकिन किसी भी योजना को लागू करना जमीनी स्तर पर मौजूद सैन्य कमांडरों पर निर्भर करता है। बता दें, सेना प्रमुख ने चाणक्य रक्षा वार्ता से पहले एक कार्यक्रम में यह बयान दिया। इससे पहले, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अपने गतिरोध से संबंधित लंबित मुद्दों का जल्द समाधान खोजने के उद्देश्य से जुलाई और अगस्त में दो दौर की राजनयिक वार्ता की थी। एलएसी पर चीन द्वारा गांवों का निर्माण करने पर द्विवेदी ने कहा, 'वे कृत्रिम प्रवासन, बस्तियों का निर्माण कर रहे हैं।    कोई समस्या नहीं है यह उनका देश है, वे जो चाहें कर सकते हैं। लेकिन हम दक्षिण चीन सागर में क्या देखते हैं। जब हम ग्रे जोन की बात करते हैं, तो शुरू में हम मछुआरों और उस प्रकार के लोगों को पाते हैं जो सबसे आगे हैं। उन्हें बचाने के लिए, फिर आप सेना को अंदर जाते हुए पाते हैं। जहां तक भारतीय सेना का सवाल है, हमारे यहां पहले से ही इस प्रकार के आदर्श गांव हैं। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि अब राज्य सरकारों को उन संसाधनों को लगाने का अधिकार दिया गया है और यही समय है जब सेना, राज्य सरकारें और केंद्र सरकार द्वारा पर्यवेक्षण सभी एक साथ आ रहे हैं। इसलिए अब जो मॉडल गांव बनाए जा रहे हैं, वे और भी बेहतर होंगे।'    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 1, 2024