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जैन मिलन परिवार द्वारा नगर में निकाली गई सद्भावना- अहिंसा मैराथन रैली, राज्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी

बडौत, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जैन मिलन परिवार बड़ौत की तरफ से आयोजित सद्भावना अहिंसा मैराथन रैली का शुभारंभ प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री केपी मलिक ने हरी झंडी दिखाकर किया । साथ ही राज्यमंत्री ने मैराथन रैली में कदम से कदम मिलाकर सेवा, सद्भावना और स्वच्छता का संदेश भी दिया। मैराथन रैली कार्यक्रम को लेकर संपूर्ण जैन मिलन परिवार बड़ौत की पुरुष, महिला व युवा शाखाओं का जोश देखने लायक रहा। सभी सदस्य अतिथि भवन में सुबह 7 बजे से ही जुटने शुरू हो गए थे। सद्भावना अहिंसा मैराथन रैली को हरी झंडी प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री केपी मलिक एवं भारतीय जैन मिलन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अतिवीर मनोज कुमार जैन पैट्रोल पम्प वालो ने संयुक्त रूप से दिखाई।   मैराथन रैली बड़ौत के मुख्य संयोजक अतिवीर नवीन जैन बब्बल, अतिवीर संजीव जैन (मगलंम वाले) रहे। रैली मुख्य मार्गो से होती हुई वापस अतिथि भवन पर संपन्न हुई। मैराथन रैली में जैन मिलन बड़ौत के अध्यक्ष वीर पुनीत जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतिवीर आदिश जैन शबगे वाले, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष वीर सुधीर जैन पत्थर वाले, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष वीर सिद्धार्थ जैन,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष वीर वरदान जैन, वीर वीरेन्द्र जैन पिन्टी, राष्ट्रीय उपाध्यक्षा वीरांगना सुमन जैन, क्षेत्रीय महिला चेयरपर्सन अन्जली जैन, वीरांगना नन्दिनी जैन कार्यकारी अध्यक्ष वीर कमल जैन किताब, अनुराग मोहन जैन, वीर अंकुर जैन बुढपुर, अतुल एडवोकेट, वीर हर्षित जैन वनस्थली स्कूल, राजेन्द्र जैन मैडिकल, अजय जैन केसी चावल, वैभव जैन मारवल, अनिल जैन कोताना वाले भी मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 4, 2024

मुकेश शर्मा टयौढ़ी वालों की खाटों ने किया बागपत का नाम रोशन

बागपत, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जनपद बागपत के टयौढ़ी गांव में रहने वाले मुकेश शर्मा की खाटे अपनी क्वालिटी और शानदार डिजाईन के लिए उत्तर भारत में अपनी अहम पहचान बना चुकी है और जनपद बागपत का नाम रोशन कर रही है। मुकेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने खाटों का निर्माण वर्ष 2012 में प्रारम्भ किया था। कहा कि वह एसएस पाईप की खाटे बनाते है जिनमें रेशम के बाण का इस्तेमाल किया जाता है। उनके पास साधारण खाट से लेकर बेहतरीन डिजाईन की खाटे उपलब्ध है। मुकेश शर्मा ने बताया कि आधुनिकता के दौर में खाट की महत्ता कम नही हुई है।   देश के अधिकांश लोग डबल बेड़ की जगह खाट का इस्तेमाल करते है। बताया कि अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी होता है। खाट पर सोने से शरीर की सारी थकावट दूर हो जाती है और नींद भी अच्छी आती है। खाट पर सोने से हमारे शरीर में होने वाले कई प्रकार के दर्द जैसे गर्दन का दर्द, कमर दर्द, कूल्हों के दर्द आदि से राहत मिलती है और लगातार खाट पर सोने से ये सभी समस्याएं कभी नही होती। मुकेश शर्मा ने बताया कि डबल बेड़ के नीचे अंधेरा रहता है उसमें कीटाणु पनपते है जिससे हमारे शरीर में बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। खाट जालीदार होती है उसके नीचे रोशनी रहती है और कीटाणुओं के पनपने का खतरा नही होता है। चारपाई में हवा का प्रवाह बना रहता है जिससे त्वचा सम्बन्धी रोग नही होते।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Oct 4, 2024

इंतजार में गुजर गए माता-पिता, पत्नी और बेटा भी, 56 साल बाद तिरंगे में लौटा मलखान

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सात फरवरी 1968 का वह दिन याद है, जब बड़े भाई मलखान सिंह (23) की विमान हादसे में निधन की सूचना मिली. उस समय मेरी उम्र करीब 12 साल होगी, लेकिन परिवार के हालातों से वाकिफ था. देखता रहता था कि माता-पिता और भाभी समेत परिवार के अन्य सदस्य किस तरह कोने में जाकर रोते-बिलखते थे. क्योंकि अंतिम समय में परिवार का कोई सदस्य उनका चेहरा भी नहीं देख सका और न ही अंत्येष्टी कर सके.   56 साल बाद जब सेना के जवानों ने आकर पार्थिव शरीर मिलने के जानकारी दी तो दर्द ताजा हो गया. समझ ही नहीं आया कि आखिर भाई के निधन पर अब दुख जताऊं या फिर यह सब्र करूं कि कम से कम अब अंत्येष्टी तो कर सकेंगे. यह कहते-कहते मलखान सिंह के छोटे भाई इसमपाल सिंह की आंखों से आंसू छलक पड़े. ये सिर्फ आंसू नहीं हैं, बल्कि एक परिवार का दर्द है. जो अपने भाई, बेटे, पति, पत्नी का चेहरा देखने के इंतजार में मर गया. अब जब मलखान का शव गांव आया तो नहीं हैं वह लोग, जो उन्हें दे पाते आखिरी विदाई.   *आखिर कौन हैं मलखान सिंह, जिनका 56 साल बाद मिला है शव*  1968 में शहीद हुए जवान मलखान सिंह का पार्थिव देह 56 साल बाद मिला है. विमान के क्रेश होने से मलखान सिंह शहीद हो गए थे. तब उनके शव का कोई पता नहीं चल पाया था.  56 साल बाद मलखान सिंह का शव प्राप्त होने की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग हैरान हैं.  उन्हें यकीन नहीं हुआ कि आखिर इतने सालों के बाद कैसे शव मिल सकता है, लेकिन वायुसेना ने खुद अपनी तरफ से शव मिलने की आधिकारिक पुष्टि की है. परिजनों को यह समझ नहीं आया कि प्रतिक्रिया में क्या कहा जाए.   *परिवार में इंतजार करते हुए कई लोग मर गए* मंगलवार को मलखान सिंह के छोटे भाई इसमपाल सिंह को शव मिलने की जानकारी दी गई. मलखान की पत्नी और इकलौते बेटे की मौत हो चुकी है. वहीं बहू, पौत्र गौतम व मनीष और एक पौत्री है. 56 बाद शव मिलने की जानकारी के बाद परिवार का वर्षों पुराना गम हरा हो गया.    *पोते हैं अब जिंदा* पौते गौतम कुमार ने कहा, “हमें कल सुबह आठ-नौ बजे के करीब यह सूचना दी गई कि आपके दादाजी का शव मिल चुका है. मेरे दादाजी एयरफोर्स में थे. वो चंडीगढ़ से किसी मिशन के लिए निकले थे, तो उनका जहाज किसी बर्फ में समा गया, जिसके बाद उनका कोई पता नहीं चला. लेकिन, अब उनके शव मिलने की जानकारी मिली है. गांव में खुशी और गम दोनों का माहौल है.”    *पूरा गांव है गमगीन* मलखान सिंह का पार्थिव शरीर गांव लाए जाने के बाद लोग देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हैं. इस मौके पर गांव के हर शख्स की आंखें नम है. शहीद मलखान सिंह के परिवार की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है. परिवार को पूरी उम्मीद है कि शायद सरकार की ओर से किसी प्रकार की सहायता दी जाए या कोई ढंग की नौकरी दी जाए.   *ऑटो चलाकर पोते करते हैं गुजारा* मलखान सिंह के दोनों पोते सहारनपुर में ऑटो चलाकर जैसे-तैसे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. पोते ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि वायु सेना की ओर से कोई आर्थिक सहायता दी जाएगी, लेकिन अफसोस कोई मदद नहीं दी गई. पोते गौतम ने बताया कि मदद एक तरफ, लेकिन कहीं ना कहीं उनके दिल में इस बात की खुशी है कि उनके दादा जी का शव मिल चुका है.    *56 साल पहले हुए थे शहीद* विश्व के सबसे ऊंचे तथा दुर्गम बर्फीले युद्ध क्षेत्र सियाचिन में 56 वर्ष पूर्व हवाई दुर्घटना में मौत का शिकार हुए जवान मलखान सिंह का पार्थिव शरीर लद्दाख से भारतीय वायुसेना के वायुयान से एयरफोर्स स्टेशन सरसावा लाया गया. जहां दोपहर सवा 12 बजे पार्थिव शरीर को वायुयान से उतार कर सशस्त्र जवानों ने अंतिम सलामी दी.    *अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़* इसके पश्चात पार्थिव शरीर को एक सैन्य वाहन में पूरे सम्मान के साथ रख कर शहीद सैनिक की अंतिम यात्रा काफिले के साथ वायुसेना स्टेशन से नानौता क्षेत्र में उनके पैतृक गांव फतेहपुर पहुंची. जहां भारत माता की जय और शहीद मलखान सिंह अमर रहे के नारों के बीच उनके पार्थिव शरीर को घर तक ले जाया गया. इस दौरान ग्रामीणों ने गांव के बाहर से घर तक पार्थिव श रीर पर पुष्प वर्षा की। बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे.   *2024 में बरामद हुआ शव* अपर पुलिस अधीक्षक (देहात क्षेत्र) सागर जैन ने बुधवार को बताया कि नानौता थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के निवासी मलखान सिंह वायु सेना में थे. वह सात फरवरी 1968 को हिमाचल प्रदेश के सियाचिन ग्लेशियर के पास सेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में शहीद हो गये थे. इस हादसे में 100 से अधिक जवान शहीद हुए थे. उन्होंने बताया कि बर्फीले पहाड़ होने के कारण घटना के फौरन बाद शवों की बरामदगी भी नहीं हो पाई थी. वर्ष 2019 तक पांच ही शव मिले थे और अभी हाल में चार शव और बरामद हुए थे. इन्हीं में एक जवान की पहचान मलखान सिंह के रूप मे हुई है.   *बर्फ में दबे होने की वजह से नहीं खराब हुआ शव* बर्फ में दबे होने के कारण उनका शव अभी तक पूरी तरह क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है. मलखान का शव गुरुवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. मलखान के छोटे भाई ईसम सिंह ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया कि मलखान 20 साल की उम्र में वायुसेना में चयनित हुए थे और 23 साल की आयु में शहीद हो गये थे. उनके परिवार में पत्नी शीला देवी और डेढ़ साल का बेटा राम प्रसाद थे. जब मलखान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो उनकी पत्नी और बेटा दोनों ही उन्हें अंतिम बार देखने के लिए वहां नहीं थे क्योंकि दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं.   *पत्नी की करा दी गई देवर के साथ शादी* छोटे भाई ने बताया कि मलखान की पत्नी शीला का दूसरा विवाह मलखान की मृत्यु के बाद उनके छोटे भाई चंद्रपाल से कर दिया गया था और उनसे उनके दो बेटे सतीश, सोमप्रसाद और एक बेटी शर्मिला है. ईसम ने कहा, ''गांव के बुजुर्ग मलखान के बारे में किस्से और कहानियाँ सुनाते थे लेकिन अब वे उसे अंतिम श्रद्धांजलि देने का इंतज़ार कर रहे हैं.   *मलखान सिंह अब 79 साल के होते* यह भगवान का आशीर्वाद है कि हमें पितृ पक्ष में उनका शव बरामद होने की जानकारी मिली. पितृ पक्ष में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान किए जाते हैं. अब जब हम अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं, तो उन्हें आखिरकार सच्ची मुक्ति मिलेगी.'' अपने बड़े भाई मलखान को याद करते हुए ईसम की आंखें नम हो जाती हैं.  उन्होंने कहा कि अगर मलखान जीवित होते तो अब 79 वर्ष के होते.   ईसम ने बताया कि मलखान के भाई सुल्तान सिंह और चंद्रपाल की भी मौत हो चुकी है. अब इस पीढ़ी में वह खुद और उनकी बहन चंद्रपाली जीवित हैं. उन्होंने बताया कि शहीद मलखान सिंह का अंतिम संस्कार परिवार द्वारा ही किया जाएगा. इसकी तैयारियां की जा रही हैं. पूरा परिवार, रिश्तेदार और उनके बच्चे जो अपने दादा-परदादाओं से मलखान की शहादत की कहानियां सुनते थे, उन्हें अब आखिरकार शहीद के दर्शन करने का मौका मिलेगा.   *1968 में विमान दुर्घटना में लापता हुए मलखान सिंह*  हिमाचल प्रदेश के रोहतांग क्षेत्र में बर्फ से ढके पहाड़ों पर 1968 में विमान दुर्घटना में लापता हुए मलखान सिंह का शव भारतीय सेना के डोगरा स्काउट्स और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू के कर्मियों की एक संयुक्त टीम ने हाल ही में बरामद किया है. एएन-12 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के लगभग 56 साल बाद चार जवानों के पार्थिव अवशेष बरामद किए गए. यह 102 लोगों को ले जा रहा ट्विन-इंजन टर्बोप्रॉप परिवहन विमान सात फरवरी 1968 को चंडीगढ़ से लेह के लिए उड़ान भरते समय लापता हो गया था.   *सैनिकों के शव खोज रही सेना* एक अधिकारी ने बताया, ''जवानों के शव और विमान का मलबा दशकों तक बर्फीले इलाके में दबा रहा. वर्ष 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों ने मलबे की खोज की. इसके बाद भारतीय सेना, विशेष रूप से डोगरा स्काउट्स द्वारा कई वर्षों तक कई अभियान चलाए गए. खतरनाक परिस्थितियों और दुर्गम इलाका होने की वजह से साल 2019 तक केवल पांच शव ही बरामद किए गए थे.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

नीरज चोपड़ा की मां के हाथों बने ‘चूरमा’ खाकर भावुक हुए पीएम मोदी

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र लिखकर जेवलिन थ्रो खिलाड़ी ओलंपियन गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी को चूरमा खिलाने के लिए धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने अपने पत्र में लिखा, आदरणीया सरोज देवी जी सादर प्रणाम, आशा है आप स्वस्थ्य, सकुशल और सानंद होंगी.    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पत्र में आगे लिखा, जमैका के प्रधानमंत्री जी की भारत यात्रा के अवसर पर आयोजित भोज में मुझे भाई नीरज से मिलने का अवसर मिला. उनसे चर्चाओं के बीच मेरी खुशी तब और बढ़ गई, जब उन्होंने मुझे आपके हाथों से बना स्वादिष्ट चूरमा दिया. इस चूरमे को खाने के बाद आपको पत्र लिखने से खुद को रोक ना सका. भाई नीरज अक्सर मुझसे इस चूरमे की चर्चा करते हैं, लेकिन इसे खाकर मैं भावुक हो गया. आपके अपार नेह और अपनेपन से भरे इस उपहार ने, मुझे मेरी मां की याद दिला दी.   *मुझे मां का ये प्रसाद नवरात्र पर्व के एक दिन पहले मिला*   मां शक्ति, वात्सल्य और समर्पण का रूप होती है. यह संयोग ही है कि मुझे मां का ये प्रसाद नवरात्र पर्व के एक दिन पहले मिला है. मैं नवरात्रि के इन 9 दिनों में उपवास करता हूं. एक तरह से आपका ये चूरमा मेरे उपवास के पहले मेरा मुख्य अन्न बन गया है. जिस तरह आपका बनाया भोजन जैसे भाई नीरज को देश के लिए मेडल जीतने की ऊर्जा देता है. वैसे ही ये चूरमा, अगले 9 दिन मुझे राष्ट्र सेवा की शक्ति देगा. शक्ति पर्व नवरात्र के इस अवसर पर मैं आपके साथ, देशभर की मातृशक्ति को ये विश्वास दिलाता हूं कि मैं विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए और अधिक सेवाभाव से निरंतर काम में जुटा रहूंगा.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

रामलीला मंचन :नारद की तपस्या भंग करने इन्द्र ने भेजी राजनर्तकी मेनका

खेकड़ा, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। कस्बे के गांधी प्याऊ पर आयोजित रामलीला में महर्षि नारद की तपस्या को भंग करने इन्द्र ने मेनका को भेजा। वहीं बालाजी रामलीला में प्रजा के कल्याण को जनक ने हल चलाया, तो मिट्टी के घडे में बालरूप सीता मिली। कस्बे में गांधी प्याऊ स्थल और बालाजी मंदिर मैदान में भगवान राम की लीला का मंचन हो रहा है। गांधी प्याऊ पर नारद मोह की लीला का मंचन हुआ।    इन्द्र ने महर्षि नारद की तपस्या को भंग करने अपनी राजनर्तकी मेनका को भेजा। मेनका ने अपने रूप छल व कपट से नारद मुनि को आकर्षित किया। वहीं बालाजी रामलीला में राजा जनक ने प्रजा के कल्याण के लिए हल चलाया। हल एक मिट्टी के घटे से टकराया, उसमें बालिका सीता मिली। राजा जनक उसे अपनी पुत्री मानते हुए महलों में ले आए। रामलीला के मंचन में तरुण गुप्ता, पुष्पेन्द्र कुमार, दीपक शर्मा, संदीप प्रजापति, हर्ष कुमार, राजेश शर्मा, आनंद यादव, अनंत प्रसाद यादव, नरेन्द्र शर्मा आदि का योगदान रहा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024

नशा मुक्ति व मोबाइल दुरुपयोग से बचाव को किया जागरूक, विद्याभवन स्कूल में हुआ कार्यक्रम

खेकड़ा, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। कस्बे के विद्या भवन पब्लिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में युवा पीढ़ी को नशा मुक्ति और मोबाइल के दुरुपयोग से बचाने को जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें संगीत व गायकी क्षेत्र की कई हस्तियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कोतवाली प्रभारी कैलाश चंद शर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। तृप्ति, नेहा, रीना, शैफाली, कोमल, मीनू और चंचल ने सरस्वती वंदना की। प्रियंका, सपना, सोनिया, बबीता, हिना, नीलू ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। तमाशा म्यूजिक कम्पनी ने समाज सुधार के उद्देश्य से बनाया गाना, ये नशा, का प्रमोशन किया। गायिका रेणुका पंवार के साथ म्यूजिक कम्पनी के नीरज जैन, गौरव शर्मा, पुरुषोत्तम गोस्वामी, नन्हीं हरयाणवी कलाकार कैमी गोस्वामी ने नशा मुक्ति पर शानदार गायन प्रस्तुति दी।    सौम्या, माधवी, कशिश, दिशा, यशिका, निर्मला, खुशी, ईफा, काजल, दीपाली, कार्तिक, पारस, यशवर्धन, सिमरन, दीव्यांशी ने नशा मुक्ति पर आधारित लघु नाटिका प्रस्तुत की। प्रियांशी, पलक, उदिता, युस्पी, आंचल, मिस्टी, कनिष्का, अक्षत, माधव, मधुर, आयुष, पृथ्वी, लक्की ने वर्तमान में मोबाइल दुरुपयोग के बढ़ते प्रकोप से बचाव पर प्रेरक नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डा शगुन गौड और आयुषी वशिष्ठ ने संयुक्त रूप से किया। समाजसेवी अनुज कौशिक, वीरेंद्र पंवार, विक्की पंवार, सागर पवार, चौ हरेंद्र सिंह,अखिल भारतीय धर्म संघ के अध्यक्ष डॉ सुरेश कौशिक, जयकुमार शर्मा, उमेश शर्मा, अभिषेक शर्मा, छोटू, रितिक शर्मा, विकास धामा, जयकुमार बसी, पवन कुमार, सन्नी गुप्ता, चिंटू आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024

शिकायत की जद में आये हुए शिक्षकों के अभिलेखों की होगी जांच, आदेश जारी

बागपत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। शिक्षक नेता वीरेंद्र सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि, प्रदेश के पिछले 40 वर्षों में नियुक्त शिक्षकों एवं कर्मचारी के जो शैक्षणिक अभिलेख आदि विजिलेंस टीम द्वारा सत्यापन के लिए मंगाए जा रहे हैं, उन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। बताया कि, अब केवल शिकायतकर्ताओं की ही जांच होगी।   शिक्षक नेता ने बताया कि, इस तरह की जांच किए जाने का माध्यमिक शिक्षा अधिनियम में कोई प्रावधान नहीं है। इस जांच से शिक्षकों में जो खलबली मची हुई थी तथा शिक्षकों में भारी आक्रोश को देखते हुए विभाग ने अपने ही आदेश को निरस्त कर दिया है। इस संबंध में प्रयागराज स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में तैनात उप शिक्षा निदेशक रामचेत ने 30 सितम्बर को आदेश भी जारी कर दिया है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024

अधिवक्ताओं द्वारा पूर्व संध्या पर महात्मा गॉंधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर नमन व गोष्ठी आयोजित

बागपत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। राष्ट्र पिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जिला बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी हाल में दोनों महापुरुषों की जयन्ती मनायी गयी। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने दोनों के चित्रों पर पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस दौरान जिला बार के अध्यक्ष रामकुमार तोमर की अध्यक्षता तथा महामंत्री कपिल कुमार डेढा के संचालन में एक गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। अध्यक्ष रामकुमार तोमर ने कहा कि, आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नेतृत्व में राष्ट्र को आजादी मिली, उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।    महामन्त्री कपिल कुमार डेढा ने कहा कि, पूर्व प्रधान मंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा दिया। उनके राष्ट्र के लिए किये गये सेवा कार्यो की बदौलत उन्हें सदैव याद किया जायेगा। इस मौके पर जिला बार अध्यक्ष रामकुमार तोमर, महामंत्री कपिल कुमार डेढा, देवेन्द्र आर्य, फिरोज खान, अर्जुन गिरि, हरेन्द्र तोमर, महेन्द्र बन्सल, प्रवेश दीक्षित, महेश तोमर, आजाद धामा, रश्मि नैन,ओमबीर, विजय मनोज राणा, अजय वर्मा, महेश रंगा, विजय तोमर, अमित तंवर, सेलकराम, विक्रान्त चौहान, संजय, पवन कुमार, जीशान, प्रदीप पूनिया, आदि अनेक अधिवक्ता गण उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024

मेरा युवा भारत स्वयंसेवकों ने बरनावा में किया स्वैच्छिक श्रमदान, दिया स्वच्छता ही सेवा का संदेश

बिनौली, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के स्वायतशासी संगठन मेरा युवा भारत के स्वयंसेवकों ने बिनौली ब्लॉक के महाभारतकालीन बरनावा गांव में स्थित महानंद संस्कृत महाविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत श्रमदान किया। अभियान का शुभारम्भ स्वच्छता जागरूकता रैली के साथ हुआ जिसमें युवाओं का समूह पंक्ति में नारे लगाते हुए ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त द्वार तक आए, जहां नेहरू इंटर कॉलेज पिलाना के प्रधानाचार्य डॉ सत्यवीर सिंह ने युवाओं को छोटे छोटे समूहों में विभाजित किया।   वहीं युवाओं ने हाथ में दस्ताने पहनकर आश्रम के गेट से लेकर आश्रम प्रांगण तक के रास्ते के दोनों ओर से कूड़े, कचरे, प्लास्टिक को एकत्रित किया और संदेश दिया कि हमारे घर, स्कूल एवं सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता की जिम्मेदारी केवल हमारी है। युवाओं ने प्लास्टिक बैग में कूड़े कचरे को एकत्रित किया ,जिसका मौके पर निस्तारण किया गया। यूथ लीडर अमन कुमार ने युवाओं को मेरा युवा भारत प्लेटफार्म पर उपलब्ध राष्ट्र निर्माण गतिविधियों के विषय में जानकारी देते हुए पंजीकरण हेतु प्रेरित किया और कहा कि, स्वच्छता जैसे छोटे छोटे प्रयासों से हम राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।   जिला युवा अधिकारी अरुण तिवारी ने कहा कि, विकसित भारत लक्ष्य प्राप्ति में स्वच्छता एक महत्वपूर्ण उप-लक्ष्य है, जिसके लिए स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाकर स्वच्छता की चेतना को बढ़ावा दिया गया। शिक्षाविद डॉ सत्यवीर सिंह ने युवा स्वयंसेवकों को शपथ दिलाई कि, स्वच्छता की इस नई चेतना को जन जन तक पहुंचाएंगे और देश को 2047 तक विकसित भारत बनाएंगे। जिला युवा अधिकारी अरुण तिवारी, गुरुकुल आचार्य अरविंद कुमार शास्त्री, अध्यापक विजय कुमार ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर वंश, गोविंद, हरीश, अर्जुन, कार्तिक को मेरा युवा भारत बैज देकर सम्मानित किया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024

बाइक सवार को डीसीएम ने कुचला, मौके पर ही मौत

बड़ौत, 02 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। बड़ौत-सराय मार्ग पर सोमवार की देर रात एक सड़क दुर्घटना में क्षेत्र के बड़ावद गांव निवासी विक्की उम्र 34 पुत्र तेजपाल को डीसीएम चालक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि, युवक विक्की की मौत मौके पर ही हो गई। वहीं राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा डीसीएम चालक की तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। युवक की मौत से परिजनों व गांव में शोक व्याप्त है।   मृतक के बड़े भाई विकास ने बताया कि ,सोमवार की शाम विक्की बाइक से बड़ौत किसी काम से गया था।काम पूरा कर विक्की जब घर के लिए वापस लौटने लगा, तो गांव के पास स्थित गुराना कटिया के नजदीक बड़ौत से मेरठ की ओर तेज गति से जा रहे डीसीएम ने उसे जोरदार टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। बाद में वहां से गुजरने वाले राहगीरों ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी।   जिसके बाद काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुुंची और डीसीएम चालक की तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नही चल सका। इस दौरान परिजनों व पुलिस ने विक्की को एक निजी अस्पताल में भर्ती जरूर कराया था, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीओ विजय चौधरी ने बताया कि,मृतक विक्की के बड़े भाई विकास ने कोतवाली में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 2, 2024