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यदि शुचिता नष्ट हो जाए तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना पड़ता है', नीट मामले में 'सुप्रीम' टिप्पणी

नई दिल्ली, 09 जुलाई  2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुई। याचिका में पांच मई को हुई परीक्षा रद्द करने, एनटीए को दोबारा परीक्षा कराने का आदेश देने और अनियमितताओं के संबंध में कोर्ट की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की गई। कुछ याचिकाकर्ताओं के वकील ने कोर्ट से दोबारा परीक्षा कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि कसूरवार और बेकसूरों की पहचान करना संभव नहीं है। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने एनटीए को परीक्षा रद्द करने से रोकने की मांग वाली गुजरात के 50 से अधिक सफल परीक्षार्थियों की याचिका पर भी सुनवाई की।   शीर्ष कोर्ट ने कहा, 'एक बात तो साफ है कि प्रश्न-पत्र लीक हुआ है। सवाल यह है कि इसकी पहुंच कितनी व्यापक है? पेपर लीक होना एक स्वीकार्य तथ्य है। लीक की प्रकृति कुछ ऐसी है, जिसका हम पता लगा रहे हैं। आप केवल इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं कर सकते, क्योंकि दो छात्र धांधली में शामिल थे। इसलिए हमें लीक की प्रकृति के बारे में सावधान रहना चाहिए। दोबारा परीक्षा का आदेश देने से पहले हमें लीक की सीमा के बारे में जानना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि हम 23 लाख छात्रों के मामले को सुन रहे हैं।' सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि केंद्र और एनटीए ने इस गड़बड़ी से किन-किन छात्रों को फायदा पहुंचा? यह जानने के लिए क्या कार्रवाई की?'   *'लीक होने के कारण कितने छात्रों के परिणाम रोके गए?'* सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि लीक होने के कारण कितने छात्रों के परिणाम रोके गए। कोर्ट ने पूछा कि ये छात्र कहां हैं? भौगोलिक तौर पर ये छात्र कहां कहां हैं? क्या हम अभी भी गलत काम करने वालों का पता लगा रहे हैं और क्या हम लाभार्थियों की पहचान कर भी पाएं हैं? सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि परीक्षा को दोबारा से कराना सबसे आखिरी विकल्प होना चाहिए। मामले में जो कुछ भी हुआ, उसकी जांच देश भर के विशेषज्ञों की एक बहु-अनुशासनात्मक समिति से कराई जानी चाहिए।   *'क्या हम काउंसलिंग होने देंगे?'* सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम पढ़ाई-लिखाई की सबसे प्रतिष्ठित शाखा से निपट रहे हैं। हर मध्यम वर्ग का व्यक्ति चाहता है कि उनके बच्चे या तो चिकित्सा या इंजीनियरिंग की पढ़ाई करें। यह मानते हुए कि हम परीक्षा रद्द नहीं करने जा रहे हैं। हम ऐसे लोगों की पहचान कैसे करेंगे, जिन्हें इस धांधली का फायदा हुआ है। क्या हम काउंसलिंग होने देंगे और अब तक क्या हुआ है?   *कोर्ट ने दिए कई अहम निर्देश* सुप्रीम कोर्ट ने साइबर फोरेंसिक यूनिट को शामिल करने, एआई का उपयोग करके गलत काम करने वालों की संख्या का पता लगाने और उनके लिए फिर से परीक्षा की संभावना तलाशने के बारे में पूछा। कोर्ट ने सीबीआई को जांच की स्थिति बताते हुए रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिया कि वह बताए कि प्रश्नपत्र पहली बार कब लीक हुआ। वह प्रश्नपत्र लीक होने की घटना और 5 मई को परीक्षा आयोजित होने के बीच की समय अवधि के बारे में भी बताए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए 11 जुलाई की तारीख तय की।   देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा नीट-यूजी आयोजित की जाती है। पेपर लीक सहित अनियमितताओं के आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। इस पर जमकर राजनीति भी हुई। केंद्र और एनटीए ने 13 जून को अदालत को बताया था कि उन्होंने 1,563 अभ्यर्थियों को दिए गए कृपांक ग्रेस मार्क रद्द कर दिए हैं। उन्हें दोबारा परीक्षा या प्रतिपूरक अंकों को छोड़ने का विकल्प दिया गया था। एनटीए ने 23 जून को आयोजित पुन: परीक्षा के परिणाम जारी करने के बाद एक जुलाई को संशोधित रैंक सूची जारी की।   *कैसे संदेह पैदा हुआ?* पांच मई को हुई परीक्षा में कुल 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक प्राप्त किए। यह एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व था। इसमें सूची में हरियाणा केंद्र के छह छात्र शामिल हैं। इसके बाद परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर संदेह शुरू हुआ। आरोप लगाया गया कि कृपांक के चलते 67 छात्रों को शीर्ष रैंक मिली। इसके बाद एनटीए ने एक जुलाई को संशोधित परिणाम घोषित किया। इसके बाद नीट-यूजी में शीर्ष रैंक वाले अभ्यर्थियों की संख्या 67 से घटकर 61 हो गई।   *सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणियां* 1- यदि परीक्षा की शुचिता नष्ट हो जाए तो पुनः परीक्षा का आदेश देना पड़ता है। 2- अगर हम दोषियों की पहचान करने में असमर्थ हैं तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा। 3- यदि प्रश्न पत्र लीक सोशल मीडिया के जरिए हुआ, तो दोबारा परीक्षा कराने का आदेश देना होगा। 4- कुछ ध्यान देने वाली बातें हैं, 67 उम्मीदवार 720 में से 720 अंक प्राप्त कर रहे हैं, जबकि पिछले वर्षों में यह अनुपात बहुत कम था। 5-यदि प्रश्नपत्र टेलीग्राम, व्हाट्सएप और इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से लीक होता है, तो यह जंगल की आग की तरह फैलता है। 6-यह साफ है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है। 7-इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है, हम लीक की सीमा का पता लगा रहे हैं। 8-हम प्रश्न पत्र लीक के लाभार्थियों की संख्या जानना चाहते हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। कितने गलत कृत्य करने वालों के परिणाम रोके गए हैं, ऐसे लाभार्थियों का भौगोलिक वितरण जानना चाहते हैं। 9-यह मानते हुए कि सरकार परीक्षा रद्द नहीं करेगी, वह प्रश्न पत्र लीक के लाभार्थियों की पहचान करने के लिए क्या करेगी? 10-जो हुआ उसे हमें नकारना नहीं चाहिए।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 9, 2024

नीट पीजी के एग्जाम में अब नहीं होगी कोई गड़बड़ी, 11 अगस्त के लिए हुए कड़े इंतजाम

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नीट पीजी परीक्षा की तारीख जारी हो गई है. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशंस इन मेडिकल साइंसेंस ने जानकारी दी है कि इस बार नीट पीजी परीक्षा का आयोजन 11 अगस्त 2024 के दिन किया जाएगा. एक ही दिन में, दो शिफ्टों में परीक्षा आयोजित होगी. पिछली बार एग्जाम में गड़बड़ी की आशंका से परीक्षा से करीब 12 घंटे पहले ही इसे कैंसिल कर दिया गया था. इस बार कोई समस्या न आए इसलिए होम मिनिस्ट्री साइबर सेल के साथ मिलकर तगड़े इंतजाम करेगी.   *शिफ्ट के बारे में बाद में दी जाएगी जानकारी* नीट पीजी परीक्षा शिफ्ट के बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी. वे कैंडिडे्स जो इस साल की परीक्षा में शामिल हो रहे हों, वे ताजा अपडेट्स के लिए विजिट करते रहें. कट-ऑफ डेट में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है और ये 15 अगस्त 2024 ही है.   *होम मिनिस्ट्री की निगरानी में होगा एग्जाम* इस बार का नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर पीजी एग्जाम अब होम मिनिस्ट्री की निगरानी में आयोजित होगा. पेपर लीक जैसी समस्याओं से बचने के लिए परीक्षा से दो घंटे पहले क्वैश्चन पेपर बनाया जाएगा. इसके अलावा बहुत सी गवर्नमेंट एजेंसी इस काम में लगेंगी कि कहीं कोई गलती की गुंजाइश न हो. साइबर सेल और टाटा कंसल्टेंसी के साथ होम मिनिस्ट्री की मीटिंग इस बाबत हो चुकी है और परीक्षा की सुरक्षा के लिए तगड़े इंतजाम किए गए हैं.   *इस बार बदला पेपर पैटर्न भी* इस बार नीट पीजी परीक्षा का पेपर पैटर्न भी बदल दिया गया था. एग्जाम से कुछ दिन पहले ही ये फैसला आया था. परीक्षा को समय-सीमा में भी बांधा गया है और ये भी सुरक्षा के लिहाज से ही किया गया है. सेक्शन में बंटा होगा. जैसे पांच सेक्शन हैं तो हर सेक्शन के लिए 42 मिनट दिए जाएंगे जिसमें 40 सवाल आएंगे. नये नियम के तहत जब तक एक सेक्शन पूरा नहीं हो जाता यानी उसको दिया टाइम पूरा नहीं हो जाता आप दूसरे सेक्शन में नहीं जा सकते.   एक बार दिया गया समय पूरा हो जाता है तो कैंडिडेट अपने पुराने उत्तरों को न तो फिर से देख सकते हैं और न ही बदल सकते हैं. एक बारे में और दिए गए समय में वो जिस सेक्शन में जिस भी एमसीक्यू का जो उत्तर देना चाहते हैं, वे दे सकते हैं.   *एग्जाम डे गाइडलाइन* परीक्षा शुरू होने से कम से कम डेढ़ घंटे पहले केंद्र पहुंच जाएं. पहले परीक्षा की टाइमिंग सुबह 9 से दोपहर 12.30 बजे तक थी. ऐसे में आपको 8 बजे सेंटर पहुंचना था. इस बार की शिफ्ट की टाइमिंग कुछ दिन में जारी होगी. किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज अपने साथ न ले जाएं. साथ ही किसी भी तरह की कॉपी-किताब भी कैरी न करें. अपने साथ एमडिट कार्ड और वैलिड फोटो आईडी जरूर ले जाएं. नये एडमिट कार्ड फिर से जारी हो सकते हैं. अपडेट्स जानने के लिए वेबसाइट देखते रहें.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

वारिस पंजाब दे' चीफ अमृपाल सिंह ने लोकसभा में ली सांसद की शपथ, विशेष विमान से लाया गया दिल्ली

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह ने शुक्रवार लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है. शपथ ग्रहण करने के बाद उसे संसद से बाहर लाया गया. अमृतपाल सिंह को सांसद के रूप में शपथ ग्रहण के लिए 5 जुलाई की सुबह विशेष विमान से नई दिल्ली ले जाया गया. अमृतपाल जिन्होंने पंजाब के खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता है, उन्हें शपथ ग्रहण के लिए चार दिन की पैरोल दी गई है, जो 5 जुलाई से शुरू हुई है.   *अमृतपाल को लाने पंजाब पुलिस गई थी असम* अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से एक लाख 97 हजार 120 वोटों से जीत दर्जी की. उन्होंने कांग्रेस उम्मदीवार कुलबीर सिंह जीरा को हाराय था. पंजाब पुलिस की आठ सदस्यीय टीम गुरुवार को अमृतपाल को नई दिल्ली लाने के लिए डिब्रूगढ़ जेल पहुंची. अधिकारी ने बताया कि असम पुलिस और जिला प्रशासन की एक टीम जेल से एयरपोर्ट तक उनके साथ गई थी.   *पेरोल के दौरान अमृतपाल को सख्त आदेश* खडूर साहिब लोकसभा से जीते निर्दलीय उम्मदीवार अमृतपाल सिंह के पेरोल को लेकर सख्त आदेश था कि वे या उनके रिश्तेदार दिल्ली की यात्रा के दौरान कोई सार्वजनिक बयान नहीं देंगे. इसके अलावा, वीडियोग्राफी या बयानों के प्रसार सहित किसी भी तरह की मीडिया कवरेज पर सख्त प्रतिबंध है.   पिछले महीने चुनाव जीतने के बाद अमृतपाल सिंह के माता-पिता तरसेम सिंह और बलविंदर कौर और उनकी पत्नी किरणदीप कौर ने जेल में बंद कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी. अमृतपाल और उनके एक चाचा सहित संगठन के दस सदस्य राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत के तहत अलग-अलग जेलों में बंद हैं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

नीरज चोपड़ा से पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे तुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। पेरिस ओलंपिक के लिए रवाना हो रहे 120 भारतीय दलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों से न केवल बातचीत की, बल्कि उनका हौसला भी बढ़ाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक-एक प्लेयर से उसके अनुभव को जानने के बाद विश्वास जताया कि यह दल देश को पिछले ओलंपिक की तरह ही गौरवान्वित करेगा और देश के 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा.    *नीरज चोपड़ा से कही ये बात* इस दौरान पीएम मोदी ने जेवलिन थ्रो चैंपियन नीरज चोपड़ा से भी बात की. नीरज से बात करते हुए पीएम मोदी ने एक खास डिमांड कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा के साथ मजाकिया अंदाज में बात करते हुए कहा कि मुझे तुम्हारी मां की ओर बनाया गया 'चूरमा' हरियाणा और राजस्थान का एक लोकप्रिय खाना चाहिए. नीरज चोपड़ा ने ने भी प्रधानमंत्री की डिमांड को स्वीकारा और हंसते हुए कहा कि सर अगली बार जरूर लेकर आऊंगा.   *पीएम बोले- तुम्हारी मां के हाथ का ही चूरमा खाना है* दरअसल सबसे पहले नीरज चोपड़ा ने पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए कहा, “नमस्कार सर, कैसे हैं? जिस पर पीएम मोदी ने हंसते हुए जवाब दिया, मैं वैसा ही हूं. इसके बाद पीएम मोदी ने मजाक में कहा, मेरा चूरमा अभी तक नहीं आया है, जिससे हर कोई हंसने लगा. शरमाते हुए और मुस्कान के साथ नीरज ने जवाब दिया, इस बार हरियाणा वाला चूरमा खिलाएंगे सर, पिछली बार दिल्ली का चीनी वाला खाया था. प्रधानमंत्री ने घर का बना चूरमा खाने की अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा, मुझे तुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है. इस मजाकिया बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज को पेरिस ओलंपिक के लिए शुभकामनाएं दीं और उनसे फिट रहने और चोट से मुक्त रहने का आग्रह किया.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

चकाचौंध में खोना नहीं, दबाव लिये बिना खेलना', पीएम मोदी का ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए मैसेज

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। पेरिस ओलंपिक जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को जीत हार का दबाव नहीं लेते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें ओलंपिक की चकाचौंध में खोये बगैर अपना फोकस बनाये रखना है. प्रधानमंत्री मोदी ने पेरिस ओलंपिक जा रहे खिलाड़ियों से शुक्रवार को व्यक्तिगत और ऑनलाइन बातचीत में कहा ,‘‘ मेरी कोशिश रहती है कि खेल जगत से जुड़े देश के सितारों से मिलता रहूं, नयी चीजें जानता रहूं और उनके प्रयासों को समझता रहूं.   सरकार के नाते व्यवस्था में कुछ बदलाव लाने हैं तो काम करता रहूं. मेरी कोशिश सभी से सीधे बात करने की होती है .’’ उन्होंने कहा कि ओलंपिक की चकाचौंध में खोना नहीं है, क्योंकि इससे फोकस हटता है और ना ही विरोधी को देखकर विचलित होना है. उन्होंने कहा ,‘‘यह कद काठी का खेल नहीं है बल्कि कौशल का खेल है. विरोधी खिलाड़ी की कद काठी से विचलित हुए बिना अपनी प्रतिभा पर फोकस रखें और वही परिणाम दिलायेगा .   *दबाव लिए बिना शत प्रतिशत देना है* उन्होंने कहा, बहुत से लोग सब कुछ जानते हुए भी परीक्षा में गड़बड़ कर देते हैं और उसका मूल कारण है कि परीक्षा पर ध्यान कम होता है और वह अच्छे अंक लाने के दबाव में रहते है . आप जीत हार की चिंता मत कीजिये, पदक आते हैं और नहीं भी आते. इसका दबाव मत लीजिये, लेकिन अपना शत प्रतिशत दीजिये. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारतीय खिलाड़ी पेरिस में पुराने तमाम रिकॉर्ड तोड़कर देश के लिये गौरव लेकर आयेंगे.   *लौटने के बाद खिलाड़ियों के स्वागत का इंतजार करेंगे* उन्होंने कहा, आप अपनी तपस्या से इस स्थान तक पहुंचे हैं. अब देश को खेल के मैदान पर कुछ देने का मौका है. खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने वाला देश के लिये गौरव लेकर आता है. मुझे विश्वास है कि इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोडकर हमारे खिलाड़ी आयेंगे. उन्होंने कहा कि वह ओलंपिक से लौटने के बाद खिलाड़ियों के स्वागत का इंतजार करेंगे.     *15 अगस्त के कार्यक्रम की कही बात* मोदी ने कहा,  मैं आपका फिर से इंतजार करूंगा जब आप 11 अगस्त को ओलंपिक खत्म होने के बाद लौटेंगे. मैं कोशिश करूंगा कि 15 अगस्त को लालकिले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में आप मौजूद रहें ताकि देश आपको देख सके, क्योंकि जीत हार तो अलग, लेकिन ओलंपिक खेलने जाना ही बहुत बड़ी बात है .’’ उन्होंने खिलाड़ियों से अपनी नींद का पूरा ध्यान रखने के लिये भी कहा.    *पीएम ने कहा- अच्छी नींद बहुत जरूरी है* उन्होंने कहा, खेल जगत में अभ्यास और निरंतरता का जितना महत्व है उतना ही नींद का है. आप सोचोगे कि प्रधानमंत्री आपको सोने के लिये कह रहे हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अच्छी नींद बहुत जरूरी है. शरीर की मेहनत वाली नींद एक बात है और सभी चिंताओं से मुक्त होकर सोना अलग है. प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से ओलंपिक के दौरान सीखने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा, खिलाड़ी नाकाम होने पर भी कभी परिस्थिति को दोष नहीं देता.   *ओलंपिक सीखने का भी बहुत बड़ा मैदान* हम अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये जा रहे हैं, लेकिन ओलंपिक सीखने का भी बहुत बड़ा मैदान होता है. अपने खेल के अलावा बाकी खेलों को भी देखने का मौका होता है ताकि नया सीख सकें. सीखने की आदत से काम करने वाले के लिये सीखने के बहुत अवसर होते हैं. यूं तो दुनिया के समृद्ध और उत्तम सुविधाओं के साथ आये हुए देश के लोग भी शिकायत करते नजर आयेंगे, लेकिन हमारे खिलाड़ी कठिनाइयों को असुविधाओं को हाशिये पर रखकर मिशन के लिये लग जाता है, क्योंकि उसके मन में तिरंगा, अपना देश होता है. उन्होंने कहा, हम खिलाड़ियों को पहले इसलिये भेजते हैं कि वहां के अनुकूल ढल सकें.   *90 खिलाड़ी थे शामिल* खिलाड़ियों की सुविधा के लिये इस बार भी कुछ नया करने का प्रयास किया है. वहां के भारतीय समुदाय को भी हम सक्रिय करते हैं जो वह रखते हैं.  प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, गोलकीपर पी आर श्रीजेश , तीरंदाज दीपिका कुमारी, पहलवान अंतिम पंघाल, निशानेबाज मनु भाकर, रमिता जिंदल, चौदह वर्ष की तैराक धिनिधि देसिंघु के अलावा आनलाइन जुड़ने वालों में ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु और मुक्केबाज निकहत जरीन समेत लगभग 90 खिलाड़ी शामिल थे.   *इन तारीखों में होने वाला है ओलंपिक* पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच खेले जायेंगे . भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तोक्यो ओलंपिक में रहा है जिसमें भालाफेंक में नीरज चोपड़ा के ऐतिहासिक स्वर्ण समेत सात पदक जीते . भारत के 100 से अधिक खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

चिंताजनक: भोजन की आधी बर्बादी भी रुके तो 15 करोड़ का भरेगा पेट

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। दुनिया भर में इंसानों के लिए पैदा किया जा रहा करीब एक तिहाई भोजन बर्बाद हो रहा है। अगर इस बर्बादी को 50 फीसदी भी रोका जाए तो करीब 15 करोड़ लोगों का पेट भर सकता है। इतना ही नहीं, जब भोजन बर्बाद होता है तो भूमि, पानी, ऊर्जा और अन्य इनपुट जो भोजन के उत्पादन, प्रसंस्करण, परिवहन, तैयारी, भंडारण और निपटान में उपयोग किए जाते हैं, वे भी बर्बाद हो जाते हैं। इसमें ग्रीनहाउस गैसों का भारी उत्सर्जन होता है, जो जलवायु परिवर्तन की वजह बन रहा है।   संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन एफएओ और आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ओईसीडी की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार भोजन की बर्बादी को आधा करने से कृषि क्षेत्र से हो रहे ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में चार फीसदी की कमी आ सकती है। यह रिपोर्ट कहती है कि हमें समझना होगा कि हम संसाधनों को यूं जाया नहीं कर सकते, क्योंकि हमारे द्वारा बर्बाद हर निवाला किसी दूसरे का पेट भरने में मदद कर सकता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि अधिकतर घरों में भोजन की बर्बादी ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक में हो रही है। कई बार तो यह ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा देखी जा रही है।   *2030 तक 60 करोड़ लोग भुखमरी को होंगे मजबूर* खाद्य एवं कृषि संगठन का अनुमान है कि 2030 में करीब 60 करोड़ लोग भुखमरी का सामना करने को मजबूर होंगें। खाद्य पदार्थों की हो रही बर्बादी और नुकसान को कम करने से वैश्विक स्तर पर कहीं ज्यादा लोगों के लिए भोजन उपलब्ध होगा। इससे खाद्य उपलब्धता बढ़ेगी और कीमतों में गिरावट आएगी।   *सबसे ज्यादा फल और सब्जियां हो रहीं बर्बाद* रिपोर्ट के अनुसार 2021 से 2023 के बीच बर्बाद भोजन में करीब आधा हिस्सा फल और सब्जियों का था। करीब एक चौथाई हिस्सा अनाज का था। भारत में भी घरों में फल और सब्जियों का खराब होना बेहद आम है। संयुक्त राज्य अमेरिका में एक तिहाई भोजन बिना खाए ही रह जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में घरों में बर्बाद होने वाले भोजन का लगभग 96 फीसदी लैंडफिल, दहन सुविधाओं या सीवर सिस्टम में बह गया। शेष भोजन को खाद में बदल दिया गया।   10% तक बढ़ जाएगी भोजन की उपलब्धता 2030 तक खाद्य पदार्थों के होने वाले नुकसान को आधा करने से कमजोर देशों में आम लोगों के पास 10% अधिक भोजन उपलब्ध होगा। इसी तरह निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 6% और उच्च मध्यम आय वाले देशों में भी लोगों के पास पहले से 4% अधिक भोजन होगा। संयुक्त राष्ट्र ने 2030 तक प्रति व्यक्ति बर्बाद हो रहे खाद्य पदार्थों में 50 फीसदी की कटौती करने का लक्ष्य तय किया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

मुस्लिम आरक्षण, स्कूलों में सूर्य नमस्कार और यूसीसी के खिलाफ लाएंगे प्रस्ताव, जमियत उलेमा-ए-हिंद तैयार

नई दिल्ली, 06 जुलाई  2024 (यूटीएन)। देश में मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की दो दिवसीय आम परिषद की बैठक हो रही है. ये बैठक नई दिल्ली के आईटीओ स्थित जमीयत मुख्यालय में हो रही है. इस बैठक में जमीयत संगठन समान नागरिक संहिता, सूर्य नमस्कार सहित स्कूलों में हिंदू संस्कृति को लागू करने और मुसलमानों के लिए आरक्षण पर प्रस्ताव पारित करेगी. वहीं, इन प्रस्तावों को आखिरी दिन अंतिम रूप दिया जाएगा, जोकि सुबह 8 बजे शुरू होगा और 11:30 बजे कार्यक्रम का समापन होगा.    *जमीयत उलमा-ए-हिंद ने फिलिस्तीन पर जताई चिंता* दरअसल, जमीयत उलेमा-ए-हिंद की गवर्निंग काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक सुबह नई दिल्ली स्थित इसके मुख्यालय में शुरू हुई, जिसमें देश भर से करीब 1500 सदस्य शामिल हुए. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के पहले सत्र में भारत में बढ़ते नफरत भरे अभियानों और इस्लामोफोबिया, फिलिस्तीन में इजरायली सरकार के किए जा रहे नरसंहार पर चर्चा की गई, जिसके बाद कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. हालांकि, आने वाले सत्रों में कई राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें इस्लामी मदरसों के खिलाफ नकारात्मक प्रचार और स्कूलों में मुस्लिम बच्चों पर गैर-इस्लामी प्रथाओं और हिंदू संस्कृति को थोपना शामिल है.   *आबादी के बड़े हिस्से को निशाना बनाना राष्ट्रीय हित के खिलाफ* इस बीच मौलाना जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद असद मदनी ने कहा कि देश नफरत पर नहीं बल्कि प्रेम और एकता पर पनप सकता है. उन्होंने भीड़ की ओर से हत्या की बढ़ती घटनाओं और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ दुष्प्रचार के प्रसार की निंदा की. साथ ही कहा कि इसे देश के ताने-बाने और इसकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के लिए हानिकारक होगी.   *गुमराह करने वाली ताकतों के खिलाफ रहें सतर्क* मौलाना मदनी ने युवाओं से गुमराह करने वाली ताकतों के खिलाफ सतर्क रहने का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि निहित स्वार्थी तत्व निराशा और निराशा फैलाने के लिए उनकी भावनाओं का फायदा उठा सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाले जिम्मेदार व्यक्तियों की चिंताजनक बयानबाजी पर चिंता जताई, जिसमें ज्यादा बच्चा पैदा करते हैं" और "घुसपैठिए" जैसे बयान शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आबादी के इतने बड़े हिस्से को निशाना बनाना राष्ट्रीय हित के खिलाफ है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 6, 2024

पूर्वोत्तर में सतत विकास और समावेशी विकास की दिशा में सीआईआई का प्रयास

नई दिल्ली, 05 जुलाई  2024 (यूटीएन)। विदेश और कपड़ा राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने इस बात पर जोर दिया कि सीएसआर न केवल एक नैतिक अनिवार्यता है, बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में सतत विकास और समावेशी विकास का एक महत्वपूर्ण चालक भी है। उन्होंने यह वक्तव्य सीआईआई नॉर्थ ईस्ट सीएसआर कॉन्क्लेव के समापन सत्र में दिया, जो एक दो दिवसीय पहल है, जिसमें क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यवसाय, सरकार, नागरिक समाज और गैर-सरकारी संगठन एक साथ आए।   मंत्री ने स्थानीय समुदायों, विशेष रूप से हथकरघा और कपड़ा क्षेत्र में सतत आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने में सीएसआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लगभग 27.83 लाख हथकरघा परिवार बुनाई और संबद्ध गतिविधियों में लगे हुए हैं, जिनमें से 87% ग्रामीण क्षेत्रों में और शेष 13% शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र में देश के कुल चालू हथकरघों का लगभग 65.2% हिस्सा है, जिसमें असम हथकरघा श्रमिकों की संख्या में सबसे आगे है। इस क्षेत्र को समर्थन देकर, बड़ी संख्या में लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार करना संभव है। उन्होंने क्षेत्र में हथकरघा क्षेत्र को समर्थन देने के लिए सीएसआर निधि की वकालत की, क्योंकि उत्तर पूर्व कपड़ा क्षेत्र में कार्यबल का 50% योगदान देता है।   मार्गेरिटा ने कॉरपोरेट इंडिया को राज्य की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप दीर्घकालिक सीएसआर विज़न विकसित करने और अल्पकालिक आपदा राहत और पुनर्वास सहायता प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने निगमों को स्थानीय गैर सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि स्थायी प्रभाव पैदा किया जा सके और क्षेत्र के विकास में योगदान दिया जा सके। इससे पहले, सीआईआई नॉर्थ ईस्ट काउंसिल के अध्यक्ष और अमृत सीमेंट्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप बागला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि सीआईआई ने लगातार उत्तर पूर्वी क्षेत्र के रणनीतिक महत्व पर जोर दिया है, जहां प्रत्येक विकास परियोजना सीधे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हुई है।    नॉर्थ ईस्ट सीएसआर कनेक्ट एक परिवर्तनकारी परियोजना है जिसे सीआईआई अगले 4-6 वर्षों में इस क्षेत्र के लिए शुरू कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीआईआई क्षेत्र की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहेगा। सीआईआई नॉर्थ ईस्ट सीएसआर कॉन्क्लेव ने क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में प्रभावशाली परियोजनाओं को प्रदर्शित किया, जो ज्ञान साझा करने, नवीन विचारों के आदान-प्रदान और उभरते सीएसआर रुझानों की जानकारी के लिए एक मंच प्रदान करता है।   सत्रह गैर सरकारी संगठनों ने कॉर्पोरेट समर्थन और सहयोग को आकर्षित करने के लिए अपनी पहल प्रस्तुत की, जबकि 100 से अधिक गैर सरकारी संगठनों ने संभावित भागीदारी के लिए 80 से अधिक कॉर्पोरेट्स से संपर्क किया। उद्घाटन सत्र के दौरान राज्य मंत्री द्वारा एक संग्रह जारी किया गया, जिसमें क्षेत्र में सफल सीएसआर पहलों पर प्रकाश डाला गया। इसके अतिरिक्त, सामाजिक विकास परियोजनाओं को प्रदर्शित करने और क्षेत्र की विकास यात्रा की झलक प्रदान करने के लिए एक प्रदर्शनी लगाई गई।   सीआईआई नॉर्थ ईस्ट सीएसआर कॉन्क्लेव सतत विकास और समावेशी विकास को आगे बढ़ाने में व्यवसायों, सरकार, नागरिक समाज और गैर सरकारी संगठनों के बीच सहयोग की शक्ति का एक प्रमाण है। इस कार्यक्रम ने भविष्य की पहलों के लिए एक मिसाल कायम की है जो उत्तर पूर्व क्षेत्र के लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव ला सकती है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 5, 2024

कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया ने डिस्लिपिडेमिया प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश जारी किए

नई दिल्ली, 05 जुलाई  2024 (यूटीएन)। एक ऐतिहासिक पहल करते हुए कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया सीएसआई ने डिस्लिपिडेमिया प्रबंधन के लिए भारत में पहली बार दिशानिर्देश जारी किए हैं। यह महत्वपूर्ण पहल देश भर में डिस्लिपिडेमिया के प्रसार में अद्वितीय चुनौतियों और विविधताओं को संबोधित करने में एक मील का पत्थर साबित होगा। कुल कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर, एलडीएल-कोलेस्ट्रॉल खराब कोलेस्ट्रॉल का बढा होना, उच्च ट्राइग्लिसराइड्स और कम एचडीएल-कोलेस्ट्रॉल अच्छा कोलेस्ट्रॉल की विशेषता वाला डिस्लिपिडेमिया, दिल के दौरे, स्ट्रोक और परिधीय धमनी रोग जैसे हृदय रोगों के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है।   भारत में डिस्लिपिडेमिया की व्यापकता चिंताजनक रूप से अधिक है, जिसमें महत्वपूर्ण अंतरराज्यीय विविधताएं और विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में उच्च दर है। डिस्लिपिडेमिया की गंभीरता के बारे में बोलते हुए, कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया सीएसआई के अध्यक्ष डॉ. प्रताप चंद्र रथ ने कहा, “उच्च रक्तचाप और मधुमेह के विपरीत, डिस्लिपिडेमिया एक साइलेंट किलर है, जिसमें अक्सर लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। उन्होंने सक्रिय प्रबंधन और शीघ्र पता लगाने के महत्व पर जोर दिया। नए दिशानिर्देश पारंपरिक खाली पेट से हटकर, जोखिम के आकलन और उपचार के लिए बिना खाली पेट लिपिड को मापने की सलाह देते हैं।   बढ़ा हुआ एलडीएल-सी प्राथमिक लक्ष्य बना हुआ है, लेकिन उच्च ट्राइग्लिसराइड्स 150 मिलीग्राम डीएल वाले मरीजों के लिए, गैर-एचडीएल कोलेस्ट्रॉल केंद्रबिंदु है। डॉ. दुर्जति प्रसाद सिन्हा, मा. सीएसआई के महासचिव ने प्रकाश डालते हुए कहा, "बिना उपवास या खाली पेट लिपिड माप परीक्षण को अधिक सुविधाजनक और सुलभ बनाता है, जिससे अधिक लोगों को परीक्षण और उपचार के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। अगर हृदय रोग या हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया का पारिवारिक इतिहास है तो दिशानिर्देश 18 साल की उम्र में या उससे पहले ही लिपिड प्रोफ़ाइल की सलाह देते हैं। सामान्य आबादी और कम जोखिम वाले व्यक्तियों को एलडीएल-सी का स्तर 100 मिलीग्राम डीएल से नीचे और गैर-एचडीएल-सी का स्तर 130 मिलीग्राम डीएल से नीचे बनाए रखना चाहिए। उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों, जिन्हें मधुमेह या उच्च रक्तचाप है, उन्हें एलडीएल-सी को 70 मिलीग्राम डीएल से नीचे और गैर-एचडीएल को 100 मिलीग्राम डीएल से नीचे रखने का लक्ष्य रखना चाहिए।   सर गंगाराम अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष और लिपिड दिशानिर्देशों के अध्यक्ष, डॉ. जे. पी. एस. साहने ने बताया, "बहुत अधिक जोखिम वाले मरीजों के लिए, जिनमें दिल का दौरा, एनजाइना, स्ट्रोक या क्रोनिक किडनी रोग का इतिहास शामिल है, कड़े लक्ष्य सुझाए गए हैं। इन मरीजों को एलडीएल-सी स्तर 55 मिलीग्राम डीएल से नीचे या गैर-एचडीएल स्तर 85 मिलीग्राम डीएल से नीचे रखने का लक्ष्य रखना चाहिए। डिस्लिपिडेमिया प्रबंधन की आधारशिला के रूप में जीवनशैली में बदलाव पर जोर दिया जाता है। भारत में आहार संबंधी आदतों को देखते हुए, चीनी और कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करने की सिफारिश की जाती है, क्योंकि ये कम मात्रा में वसा का  सेवन करने की तुलना में ब्लॉकेज में अधिक योगदान देते हैं। नियमित व्यायाम और योग, जो हृदय को सुरक्षा प्रदान करते हैं और सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक भी है, की सिफारिश की जाती है।   डॉ. एस. रामाकृष्णन, एम्स में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर ने कहा, "उच्च एलडीएल-सी और गैर-एचडीएल-सी को स्टैटिन और मुंह से खाई जाने वाली गैर-स्टेटिन दवाओं के संयोजन से नियंत्रित किया जा सकता है। यदि लक्ष्य प्राप्त नहीं होते हैं, तो पीसीएसके9 अवरोधक या इनक्लिसिरन जैसी इंजेक्टेबल लिपिड-कम करने वाली दवाओं की सिफारिश की जाती है। उच्च ट्राइग्लिसराइड्स 150 मिलीग्राम डीएल वाले मरीजों के लिए, गैर-एचडीएल कोलेस्ट्रॉल लक्ष्य है। जीवनशैली में बदलाव, जैसे नियमित व्यायाम, शराब और तंबाकू छोड़ना और चीनी व कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करना महत्वपूर्ण हैं। हृदय रोग, स्ट्रोक या मधुमेह के मरीजों में स्टैटिन, गैर-स्टेटिन दवाएं और मछली के तेल ईपीए की सिफारिश की जाती है। 500 मिलीग्राम डीएल से ऊपर ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर के लिए फेनोफाइब्रेट, साराग्लिटाज़ोर और मछली के तेल के इस्तेमाल की आवश्यकता होती है।   सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ और लिपिड दिशानिर्देशों में सहायक की भूमिका निभाने वाले डॉ. अश्वनी मेहता ने जोर देकर कहा, "डिस्लिपिडेमिया के आनुवंशिक कारण, जैसे पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया, विश्व के अन्य हिस्सों की तुलना में भारत में अधिक सामान्य हैं। परिवार के सदस्यों की कैस्केड स्क्रीनिंग के माध्यम से इन मामलों की जल्द पहचान करना और उनका इलाज करना आवश्यक है। इसके अलावा, दिशानिर्देश कम से कम एक बार लिपोप्रोटीन (ए) के स्तर का मूल्यांकन करने की सलाह देते हैं, क्योंकि ऊंचा स्तर 50 मिलीग्राम डीएल हृदय रोग से जुड़ा होता है। उन्नत लिपोप्रोटीन (ए) का प्रचलन पश्चिमी दुनिया (15-20 प्रतिशत) की तुलना में भारत में अधिक 25 प्रतिशत है।   सीएसआई के नए दिशानिर्देश स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को भारत में कोलेस्ट्रॉल को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने और हृदय रोग से लड़ने के लिए सशक्त बनाते हैं, जिससे अंततः सभी के लिए स्वस्थ जीवन को बढ़ावा मिलता है। लिपिड के वांछनीय स्तर निम्नलिखित हैं जिनका देश की सभी जैव रसायन प्रयोगशालाओं द्वारा समान रूप से पालन किया जाना चाहिए। किसी को जोखिम श्रेणी के आधार पर लिपिड लक्ष्यों की तलाश करनी चाहिए। ऐसा मरीजों के बीच भ्रम की स्थिति से बचने के लिए किया गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 5, 2024

अभिनेता हर्षवर्द्धन राणे व मिस इंडिया वर्ल्ड नंदनी गुप्ता ने इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के 'लकी ड्रा' के विजेताओं को पुरस्कार बांटे

नई दिल्ली, 04 जुलाई  2024 (यूटीएन)। भारत का अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट, जो ग्राहक संबंधों और संतुष्टि की अपनी विरासत के लिए जाना जाता है, हंड्रेड परसेंट ग्राहक संतुष्टि हासिल करने की दिशा में दिल्ली एनसीआर के लोगों का दिल जीत लिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने राजौरी गार्डन स्थित विशाल स्टोर में अपने प्रसिद्ध और सर्वाधिक प्रतीक्षित 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के लकी ड्रा की मेजबानी की।    अभिनेता हर्षवर्द्धन राणे के साथ मिस इंडिया वर्ल्ड नंदनी गुप्ता ने दस दस लाख रुपये के पुरस्कार जीतनेवाले पांचों विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ शुभकामना दी। साथ ही उन्होंने ग्राहकों को भी इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट में खरीदारी जारी रखने और रोमांचक पुरस्कार जीतते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।   बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के दिल्ली-एनसीआर के राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, पश्चिम विहार, पटेल नगर, लक्ष्मी नगर, प्रीत विहार, द्वारका, इंदिरापुरम, करोल बाग, नरेला, फरीदाबाद में फैले हुए हैं। उत्तम नगर और नोएडा सेक्टर 18 में 13 मेगा स्टोर हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट स्टोर आसान ईएमआई विकल्पों के साथ सर्वोत्तम कीमतों पर एलईडी टीवी, घरेलू और रसोई उपकरणों, मोबाइल, लैपटॉप, गैजेट्स, एक्सेसरीज और बहुत कुछ की व्यापक रेंज के साथ समृद्ध खुदरा अनुभव प्रदान करता है।   इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के सीईओ करण बजाज ने कहा कि'इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपने लॉन्च के बहुत ही कम समय में यह सफलता हासिल की है। बम्पर ड्रॉ एक ऐसा तरीका है, जिसके द्वारा ग्राहक इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट में वापसी करने का प्रयास करते हैं। इसके लिए हम अपने ग्राहकों के आभारी हैं। हम चाहते हैं कि ग्राहकों के साथ हमारा रिश्ता और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 4, 2024