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भारत-बांग्लादेश के बीच 10 अहम समझौते

नई दिल्ली, 23 जून 2024 (यूटीएन)। भारत और बांग्लादेश ने शनिवार को समुद्री क्षेत्र और समुद्री अर्थव्यवस्था ब्लू इकॉनोमी में संबंधों को बढ़ावा देने सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना के बीच व्यापक बातचीत के बाद समझौतों को अंतिम रूप दिया गया। दोनों पक्षों द्वारा हस्ताक्षर किए गए इन समझौतों में डिजिटल डोमेन में संबंध मजबूत करने और 'हरित साझेदारी' को लेकर एक समझौता भी शामिल है।   *रेल संपर्क बढ़ाने का हुआ समझौता* दोनों देशों के बीच रेलवे संपर्क बढ़ाने के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। समझौतों के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा कि, 'आज हमने नए क्षेत्रों में सहयोग के लिए भविष्य का विजन तैयार किया है। हरित भागीदारी, डिजिटल भागीदारी, समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर बनी सहमति से दोनों देशों के युवाओं को फायदा होगा।   वहीं अपने बयान में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को बांग्लादेश का प्रमुख पड़ोसी और भरोसेमंद दोस्त बताया। उन्होंने कहा कि 'भारत हमारा प्रमुख पड़ोसी, भरोसेमंद मित्र और क्षेत्रीय साझेदार है। बांग्लादेश भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है, जो 1971 के मुक्ति संग्राम से शुरू हुए थे।   *बांग्लादेश के नागरिकों को मेडिकल ई-वीजा सुविधा देगा भारत* भारत ने बांग्लादेश के नागरिकों को मेडिकल ई-वीजा की सुविधा देने का एलान किया है। इसके लिए भारत सरकार बांग्लादेश के रंगपुर में उप-उच्चायोग खोलेगी। साथ ही दोनों देश तीस्ता नदी के जल-बंटवारे पर चर्चा के लिए तकनीकी टीम भेजने पर भी सहमत हो गए हैं। पीएम मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष के बीच कुल 10 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिनमें डिजिटल साझेदारी, हरित साझेदारी, मेरीटाइम सहयोग, समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था, अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग, रेलवे संपर्क, समुद्री रिसर्च, सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में आपसी सहयोग, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन और मतस्य पालन संबंधी समझौते शामिल हैं।     *'बांग्लादेश की आजादी में भारत के योगदान से कृतज्ञ'* बांग्लादेशी पीएम ने कहा, 'मैं बांग्लादेश की स्वतंत्रता में भारत सरकार और भारत के लोगों के योगदान को कृतज्ञता के साथ याद करती हूं।' शेख हसीना ने 1971 के युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत के वीर शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'आज हमारी बहुत ही उपयोगी बैठकें हुईं, जिनमें हमने सुरक्षा, व्यापार, संपर्क, साझा नदियों के पानी के बंटवारे, बिजली और ऊर्जा तथा क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। हम अपने लोगों और देशों की बेहतरी के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग करने पर सहमत हुए।   *एक महीने में दूसरी बार भारत आईं शेख हसीना* बांग्लादेश की प्रधानमंत्री भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचीं। लोकसभा चुनावों के बाद भारत में नई सरकार के गठन के बाद यह किसी विदेशी नेता की पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है। शनिवार सुबह शेख हसीना ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। बैठक से पहले बांग्लादेशी प्रधानमंत्री को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। शेख हसीना भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के उन सात शीर्ष नेताओं में शामिल थीं, जिन्होंने 9 जून को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था।   *भारत-बांग्लादेश के बीच इन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर* विदेश मंत्रालय एमईए ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के भारत के राजकीय दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों  एमओयू की सूची जारी की। एमओयू में भारत-बांग्लादेश डिजिटल और हरित साझेदारी के लिए एक साझा दृष्टिकोण, समुद्री सहयोग और नीली अर्थव्यवस्था पर समझौता, भारत के इन-स्पेस और बांग्लादेश के आईसीटी और दूरसंचार मंत्रालय के बीच समझौता, रेल संपर्क के लिए दोनों देशों के रेल मंत्रालयों के बीच समझौता, सीएसआईआर के तहत बांग्लादेश समुद्र विज्ञान अनुसंधान संस्थान बीओआरआई और भारत के राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान एनआईओ के बीच समझौता, सामरिक और परिचालन अध्ययन के क्षेत्र में सैन्य शिक्षा से संबंधित सहयोग के लिए रक्षा सेवा स्टाफ के लिए समझौता, आपदा प्रबंधन में सहयोग के लिए एनडीएमए और आपदा प्रबंधन व राहत मंत्रालय के बीच समझौता, मत्स्य पालन में सहयोग के लिए समझौता शामिल हैं।    *हसीना के दौरे के दौरान की गईं घोषणाएं* एमईए ने हसीना के भारत दौरे के दौरान की गई घोषणाओं की सूची भी जारी की। इन घोषणाओं में बांग्लादेश के मरीजों के लिए ई-वीजा, बांग्लादेश के रंगपुर में भारत का नया सहायक उच्चायोग, राजशाही और कोलकाता के बीच ट्रेन सेवा,चटगांव और कोलकाता के बीच नई बस सेवा, गेडे-दरसाना और हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी के बीच डलगांव तक मालगाड़ी सेवा शुरू करना, अनुदान सहायता के तहत सिराजगंज में अंतर्देशीय कंटेनर डिपो आईसीडी का निर्माण, भारतीय ग्रिड के जरिए नेपाल से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली का निर्यात करना, गंगा जल संधि के नवीकरण पर चर्चा के लिए संयुक्त तकनीकी समिति गठित करना, बांग्लादेश के अंदर तीस्ता नदीं के संरक्षण औऱ प्रबंधन पर परियोजना के लिए तकनीकी प्रतिनिधिमंडल का बांग्लादेश दौरा, बांग्लादेश के पुलिस अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण और प्रति रोगी आठ लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ मरीजों के लिए मुक्तिजोधा योजना शामिल हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 23, 2024

भारत बांग्लादेश के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है: सीआई में शेख हसीना

नई दिल्ली, 23 जून 2024 (यूटीएन)। बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना ने कहा कि पूरे भारत में एक बहुत बड़ा बाजार है और भारत तथा बांग्लादेश दोनों को व्यापार करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। वह भारत की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यों के साथ संवाद को संबोधित कर रही थीं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा, "पूरे भारत में एक बहुत बड़ा बाजार है, इसलिए दोनों देश मिलकर काम कर सकते हैं और अपने अनुभव साझा कर सकते हैं। व्यापार करने का यह एक अच्छा अवसर है।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार करना द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।   उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के साथ काम करने को बहुत महत्व दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश कृषि से आगे बढ़कर विशेष आर्थिक क्षेत्रों के माध्यम से अपने उद्योग को विकसित करना चाहता है। उन्होंने भारतीय व्यापारियों को इन क्षेत्रों में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पड़ोसी पूर्वोत्तर भारत से परे भारत में एक बड़ा बाजार देखता है। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि वह बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत तथा अधिक टिकाऊ बनाना चाहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश बड़े बंदरगाहों, जलमार्गों, रेल और सड़क संपर्क पर काम करेगा।   सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि बांग्लादेश दक्षिण-पूर्व एशिया के जीवंत क्षेत्रों के लिए भारत का भूमि पुल है, और बांग्लादेश और भारत ऐसे समय में एक साथ बाजार को संबोधित कर सकते हैं जब आपूर्ति श्रृंखलाएं बदल रही हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कृषि में, भारत और बांग्लादेश निजी क्षेत्रों के बीच संयुक्त उद्यम स्थापित कर सकते हैं।   सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि आर्थिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए सीआईआई इस साल के अंत में सीईओ प्रतिनिधिमंडल को बांग्लादेश ले जाने की योजना बना रहा है। उद्योग बातचीत के दौरान, भारत और बांग्लादेश के व्यापार सदस्यों ने संयुक्त सहयोग के कई क्षेत्रों पर प्रकाश डाला, जिसमें जलविद्युत पर विशेष जोर देने के साथ बांग्लादेश को ऊर्जा की आपूर्ति बढ़ाना और बांग्लादेश में अधिक ऊर्जा संचरण लाइनें बनाना शामिल है। उन्होंने दूरसंचार समाधानों के माध्यम से बांग्लादेश में शिक्षा और कौशल विकास के बारे में भी बात की। कृषि, व्यापार और आईटी जैसे सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर भी चर्चा की गई।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 23, 2024

जमानत मिलने के बाद भी अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे केजरीवाल, हाई कोर्ट ने बेल ऑर्डर पर रोक लगाई

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. बीते दिन गुरुवार को राऊज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी वो तिहाड़ से जेल से अगले कुछ दिनों तक बाहर नहीं आ पाएंगे. उनकी जमानत याचिका को ईडी ने हाई कोर्ट में चुनौती दी है जिस पर लगातार सुनवाई चल हो रही है. कोर्ट ने सोमवार तक लिखित दलील देने को कहा है, इसका मतलब मंगलवार या बुधवार तक ही आदेश आएगा.   यानि केजरीवाल को तब तक जेल की सलाखों के पीछे रहना होगा. प्रवर्तन निदेशालय के वकील एसपी राजू ने कहा कि अदालत ने हमारी याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है, तब तक केजरीवाल की रिहाई पर लगी रोक जारी रहेगी.   *क्या कहा ईडी के वकील ने?* दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जमानत आदेश पर रोक लगाने पर एएसजी एसवी राजू ने कहा, "केजरीवाल के जमानत आदेश पर रोक लगा दी गई है और अंतिम आदेश 2-4 दिनों में आएगा और जमानत याचिका रद्द करने पर सुनवाई बाद में होगी और इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया गया है.   *राऊज ऐवेन्यू कोर्ट के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंची ईडी* ईडी ने जस्टिस सुधीर कुमार जैन और जस्टिस रविन्द्र डुडेजा की पीठ के समक्ष निचली अदालत के जमानत आदेश को चुनौती देने वाली अपनी याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया. इस पर हाई कोर्ट ने कहा कि जब तक वह याचिका पर सुनवाई नहीं कर लेता, निचली अदालत के आदेश पर कार्रवाई नहीं की जाएगी.   *निचली अदालत ने एक लाख के मुचलके पर दी थी जमानत* कल गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने केजरीवाल को 1 लाख रुपये के निजी मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया, लेकिन उन्हें राहत देने से पहले कुछ शर्तें भी लगाईं, जिसमें यह भी शामिल है कि वह जांच में बाधा डालने या गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे. अदालत ने उनकी इस दलील को स्वीकार कर लिया था कि जांच एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के बाद से पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए हैं.    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 22, 2024

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट: देश के जलाशयों में बचा सिर्फ 21 फीसदी पानी

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। देश में भीषण गर्मी ने जहां लोगों के पसीने छुड़ाए हुए हैं, वहीं पानी के स्त्रोतों को भी सुखा दिया है। केंद्रीय जल आयोग की हालिया रिपोर्ट में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं, जो सभी की चिंताएं बढ़ा सकते हैं। जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के 150 मुख्य जलाशयों में पानी घटकर महज 21 प्रतिशत रह गया है। जलविद्युत परियोजनाओं और जल आपूर्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले इन जलाशयों की संयुक्त भंडारण क्षमता 178.784 अरब क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है, जो देश की कुल जल भंडारण क्षमता का लगभग 69.35 प्रतिशत है।   *जलाशयों में जल भंडारण क्षमता घटी* गुरुवार तक, इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण 37.662 बीसीएम है, जो उनकी कुल क्षमता का 21 प्रतिशत है। कुल मिलाकर, 150 जलाशयों में उपलब्ध लाइव स्टोरेज 257.812 बीसीएम की अनुमानित कुल क्षमता के मुकाबले 54.310 बीसीएम है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के आंकड़ों से कम है।  केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि जलाशयों में मौजूदा भंडारण बीते दस वर्षों के औसत भंडारण से भी कम है। दो सप्ताह में पहले जलाशयों में कुल भंडारण करीब 22 प्रतिशत था, जबकि उससे एक सप्ताह पहले यह 23 प्रतिशत था।   *कहां-कितनी जल भंडारण क्षमता, कितनी आई कमी?* आयोग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी की वजह से दिल्ली समेत देश के कई क्षेत्रों में जल संकट देखने को मिल रहा है। जलाशयों में जल भंडारण पर नजर डालें तो दक्षिण भारत के राज्यों पर इसका गहरा असर पड़ा है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मौजूद 42 जलाशयों की कुल क्षमता 53.334 बीसीएम है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण अब  8.508 बीसीएम रह गया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 21 प्रतिशत कम है।    उत्तर भारत की बात करें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान में मौजूद कुल 10 जलाशयों में कुल मिलाकर 19.663 बीसीएम जल भंडारण क्षमता है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार इन जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 5.488 बीसीएम रह गया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 39 प्रतिशत कम है।    पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड और बिहार के 23 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 20.430 बीसीएम है। इन जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 3.873 बीसीएम रह गया है, जो कि कुल क्षमता का 19 प्रतिशत है। हालांकि पिछले वर्ष 18 प्रतिशत के मुकाबले इन 23 जलाशयों में जल भंडारण थोड़ा सा बढ़ा है।  भारत के पश्चिमी राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 49 जलाशय हैं। इनकी जल भंडारण क्षमता 37.130 बीसीएम है। इन 49 जलाशयों में मौजूदा जल भंडारण 7.608 बीसीएम रह गया है। यह भंडारण पिछले वर्ष 24 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 20.49 प्रतिशत पर आ गया है।     इसी तरह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मौजूद कुल 26 जलाशयों की कुल जल भंडारण क्षमता 48.227 बीसीएम है। मौजूदा स्थिति की बात करें तो इन 26 जलाशयों में 12.185 बीसीएम जल भंडारण है। यह भंडारण पिछले वर्ष 32 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 25 प्रतिशत पर आ गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के सभी जलाशयों की जल भंडारण क्षमता में पिछले वर्ष के मुकाबले कमी देखने को मिली है।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 22, 2024

प्रोटेम स्पीकर पर सियासी बवाल: 'संसदीय प्रक्रियाओं की अनदेखी करने का आरोप

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने अपने आठ बार के सांसद कोडिकुनिल सुरेश के बजाय महताब को अस्थायी अध्यक्ष बनाए जाने को संसदीय मानदंडों को नष्ट करने का प्रयास बताया। वहीं, अब सुरेश ने भी कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा का वरिष्ठ सदस्य होने के नाते उन्हें अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था। भाजपा ने ऐसा करके दिखा दिया है कि वह संसदीय प्रक्रियाओं की अनदेखी करना जारी रखेगी जैसा कि वह पहले भी दो बार कर चुकी है।    *अतीत में अपनाई गई परंपराओं के खिलाफ फैसला* इससे पहले, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि सुरेश को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए था क्योंकि वह आठ बार के सांसद हैं, जबकि महताब सात बार के सांसद है। महताब को अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के एक दिन बाद सुरेश ने कहा कि यह अतीत में अपनाई गई परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह फैसला देश में संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा है। यह संकेत देता है कि भाजपा संसदीय प्रक्रियाओं को दरकिनार करना जारी रखेगी या अपने हितों के लिए उनका इस्तेमाल करेगी, जैसा कि उसने पहले भी दो बार किया है।   *कब होगा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव?* बता दें, अस्थायी अध्यक्ष 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे और अध्यक्ष के चुनाव तक निचले सदन की अध्यक्षता करेंगे। वरिष्ठतम सदस्य को अस्थाई अध्यक्ष नियुक्त करने की परंपरा 1956 में नहीं थी जब सरदार हुकम सिंह को इस पद पर नियुक्त किया गया था। सन् 1977 में डीएन तिवारी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया। वह भी सदन के वरिष्ठतम सदस्य नहीं थे। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा। नवनिर्वाचित सदस्य 24-25 जून को शपथ लेंगे। लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होना है। सुरेश ने कहा कि इस फैसले से यह भी संकेत मिलता है कि भाजपा विपक्ष का अपमान करती रहेगी। उसके अवसरों को छीन लेगी और उसे वह पहचान नहीं देगी, जिसका वह हकदार है। उन्होंने (भाजपा) पिछली दो बार सत्ता में रहते हुए भी यही किया है।   *भाजपा के पास बहुमत नहीं* मवेलिक्कारा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद ने कहा कि भाजपा के पास सदन में अपने दम पर बहुमत नहीं होने के बावजूद, जैसा कि उसने पिछली दो बार किया था, उसके खुद के आचरण में कोई बदलाव नहीं आया। पुरानी परंपराओं के अनुसार सबसे ज्यादा बार सांसद रहे लोकसभा सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। उन्होंने आगे कहा, 'यह परंपरा पहले भी अपनाई गई थी जब कांग्रेस, यूपीए, भाजपा और एनडीए सत्ता में थे।   *मुझे अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था* सुरेश ने दावा किया कि पिछली बार मेनका गांधी प्रोटेम स्पीकर बनने के योग्य थीं, लेकिन उन्हें दिलचस्पी नहीं थी क्योंकि उन्हें केंद्रीय मंत्री नहीं बनाया गया था। उन्होंने कहा, 'उनके बाद सबसे वरिष्ठ सांसद मैं और भाजपा के वीरेंद्र कुमार रहे। मगर कुमार को अस्थायी अध्यक्ष चुना गया। इस बार भी कुमार और मैं सबसे वरिष्ठ सांसद थे। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और इसलिए, स्वचालित रूप से, लोकसभा नियमों, प्रक्रियाओं और परंपराओं के अनुसार, मुझे अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था।' उन्होंने कहा, 'लोकसभा सचिवालय ने मेरे नाम की सिफारिश की थी, लेकिन जब केंद्र ने राष्ट्रपति को अपनी सिफारिश भेजी तो मेरा नाम नहीं लिया गया।' केंद्र के इस फैसले की गुरुवार को कांग्रेस ने तीखी आलोचना की थी।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 22, 2024

अपनी दैनिक दिनचर्या में योग के अभ्यास को अपने जीवन का एक अभिन्न भाग बनाए : नड्डा

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। दिल्ली भाजपा ने आज 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर योग कार्यक्रमों का आयोजन किया। जगत प्रकाश नड्डा, वीरेंद्र सचदेवा,हर्ष मल्होत्रा ओम प्रकाश शर्मा और वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली सहित राष्ट्रीय मीडिया सह प्रमुख संजय मयुख, प्रदेश मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने आज प्रातः  यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित विशाल योग दिवस समारोह में सम्मिलित होकर योग किया।    इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने योगा की महत्ता को ना सिर्फ देश भर में बल्कि पूरे विश्व में मान्यता दिलाई है। यह योग की विधा जो हमारे देश तक सीमित थी उसे आज पूरा विश्व ने अपनाया है। आज हम 10 वां योग दिवस मना रहे हैं।   नड्डा ने सभी से आवाहन किया कि अपनी दैनिक दिनचर्या में योग के अभ्यास को अपने जीवन का एक अभिन्न भाग बनाए ताकि हम स्वास्थ्य रहे और हमारे जीवन में शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक के समावेश से हमारा जीवन सुचारु रूप से आगे बढ़ सके। योग से जहां हमारा शरीर उत्तम रहता है वही हमारी आंतरिक शक्ति भी जागृत होती है।   दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आईये संकल्प लें योग करें निरोग रहें। उन्होंने याद दिलाया कि जब संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में योग होते देखा गया तब हर भारतीय गौरवांवित हुआ था और हमें गर्व है कि आज भारत को विश्व योग गुरू के रूप में देख रहा है।   संगठन महामंत्री पवन राणा ने शास्त्री पार्क दिल्ली गेट में, सांसद मनोज तिवारी ने मल्टीपरपस हाल दिल्ली विश्वविद्यालय में, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने द्वारका राज नगर पार्क दिल्ली में, योगेंद्र चंदोलिया ने रोहिणी स्पोर्ट्स कंपलेक्स सेक्टर 14 में, सुश्री बांसुरी स्वराज आरएमएल अस्पताल कंपाउंड में और प्रवीन खंडेलवाल लाल किले पर आयुष मंत्रालय के कार्यक्रम में शामिल हुए।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 22, 2024

दिल्ली एम्स अस्पताल में 3000 लोगों ने एक साथ किया योग

नई दिल्ली, 22 जून 2024 (यूटीएन)। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दिल्ली के एम्स अस्पताल में योगा कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर वाणिज्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी यहां शिरकत की. एम्स अस्पताल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लगभग 3000 लोगों ने एक साथ योगासन किया. योग दिवस के मौके पर एम्स अस्पताल की फैकल्टी,डॉक्टर्स,नर्स, सुरक्षा गार्ड और अस्पताल में आए मरीजों ने भी इस योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया.   बता दें कि एम्स अस्पताल में हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाता है और काफी संख्या में लोग इसमें हिस्सा लेते है एक तरफ जहां दिल्ली में अभी तक कई दिनों से भीषण गर्मी का सितम जारी था, वहीं आज मौसम में बदलाव होने से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूरी मिली.   सबसे खास बात ये है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दिल्ली का मौसम काफी सुहावना रहा. एम्स अस्पताल की मीडिया सेल की इंचार्ज प्रोफेसर डॉक्टर रीमा दादा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आज दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एम्स अस्पताल में योग का आयोजन किया गया, लोगों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर काफी ज्यादा उत्साह दिखा. करीब ढाई से 3000 लोगों ने इसमें हिस्सा लिया.    एम्स में आयोजित योग दिवस के मौके पर राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, हेल्थ सेक्रेटरी और एम्स अस्पताल के डायरेक्टर एम श्रीनिवास, डॉक्टर नर्स सिक्योरिटी गार्ड और तो और मरीजों ने भी इसमें भाग लिया. एम्स में तो योग थेरेपी के लिए एक केंद्र भी है जहां डॉक्टर योग के ऊपर रिसर्च करते रहते हैं और यह देखा गया है कि योग के माध्यम से हम बीमारियों से बच सकते हैं.    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Ujjwal Times News

Jun 22, 2024

कालका के कांग्रेसी नेताओ और हजारों कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करने पहुंचे वरुण चौधरी

पिंजौर, 20 जून 2024 (यूटीएन)। अंबाला लोकसभा से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी अंबाला लोकसभा जीतने के बाद पहली बार देर शाम पिंजौर में हल्का कालका के कांग्रेसी नेताओ और हजारों कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करने पहुंचे जहां भारी संख्या में कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ता और इलाकावासी मौजूद रहे। वरुण चौधरी ने कार्यकर्ताओ का आभार प्रकट करते हुए ऐतिहासिक जीत पर इलाकावसियो का आभार प्रकट किया। इसके साथ ही सांसद वरुण चौधरी ने कहा कि हल्का कालका की समस्याओं को संसद के पटल पर मजबूती से उठाकर हल करवाने का कार्य भी किया जाएगा। कार्यक्रम के उपरांत कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का जन्मदिन भी वरुण चौधरी द्वारा केक काटकर मनाया गया । और कांग्रेसियों के साथ हर्षोल्लास से जन्मदिन को मनाया गया जहां राहुल गांधी के स्वस्थ और सफल जीवन के लिए मनोकामना की।दरअसल वरुण चौधरी अंबाला लोकसभा से सांसद निर्वाचित होने के उपरांत हर विधानसभा में जाकर कांग्रेसी नेताओ और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद कर रहे है, इसी श्रृंखला में वह कालका विधानसभा का धन्यवाद करने पहुंचे। कार्यक्रम का आयोजन विजय बंसल, नवदीप शर्मा, दीपांशु बंसल द्वारा किया गया जिसको विधायक कालका प्रदीप चौधरी, पूर्व विधायक लहरी सिंह, मनवीर गिल, पवन कुमारी, अजय सिंगला, बलविंदर चौधरी, सुनील शर्मा, सागर सोनकर, फोम लाल फिरोजपुर, शशि शर्मा, मनदीप, राजिंदर, अश्वनी नागरा, आदि नेताओ ने संबोधित कर कार्यकर्ताओ का आभार प्रकट किया। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।  

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Jun 20, 2024

सड़कों एवं पीने के पानी की समस्या को रखा मंत्री के समक्ष- लतिका शर्मा

पिंजौर, 20 जून 2024 (यूटीएन)। मंगलवार को पूर्व विधायक लतिका शर्मा ने हल्का कालका की सड़कों एवं पीने के पानी की समस्या को लेकर कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल से मुलाक़ात की। रविवार-सोमवार को पूर्व विधायक के कालका व पिंजौर में हुए दौरे के दौरान स्थानीय लोगों ने अवगत करवाया था कि पीने के पानी की बहुत समस्या आ रही है। पीने के पानी का कोई समय नहीं है और कई जगह तो पानी का प्रेशर भी बहुत लो रहता है। यहाँ की सड़कों की हालात भी बहुत दयनीय हो रखी है।   फिर चाहे मल्लाह चौक से काली माता मंदिर हो, पिंजौर-मल्लाह से दमदमा, पिंजौर-मल्लाह से जनौली, लिंक रोड़ भवाना-नौल्टा से डकरोग हो। इन सभी माँगों पर शीघ्र कार्यवाही के लिए जन स्वास्थ्य एवं लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल को सौंपा गया। मंत्री जी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को इन पर जल्द से जल्द कार्यवाही करते हुए पूरा करवाने बारे आश्वस्त किया है। 15 करोड़ के एस्टीमेट सरकार को मंज़ूरी के लिए भेजे लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उक़्त लगभग सभी सड़कों के 15करोड़ के एस्टीमेट बनाकर सरकार की मंज़ूरी के लिए भेजे जा चुके है। मंज़ूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया पर जल्द कार्यवाही शुरू कर दी जाएगा।    हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।  

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Jun 20, 2024

मुस्लिम कपड़े पहन जैन समुदाय के लोगों ने खरीदे 124 बकरे, सभी को कुर्बानी से बचाया

नई दिल्ली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। जामा मस्जिद से करीब 500 मीटर की दूरी पर चांदनी चौक में एक मंदिर के आगंन में सैकड़ो बकरों ने विवेक जैन को घेर लिया। पेशे से सीए ने ईद-उल-अजहा के मौके पर 124 बकरों को कटने से बचाने के लिए करीब 15 लाख रुपये जुटाए थे। वह उन सभी को शांत करने के लिए स्पीकर से एक मंत्र को बोल रहा था। यह एक जैन मंत्र था। यह सब बकरें डरे हुए थे और उनको लग रहा था कि उनको बलि देने के लिए इकट्ठा किया गया है। उनको नहीं पता कि उन्हें हमने नई जिंदगी दी है।ईद से पहले धरमपुर इलाके में नए जैन मंदिर में बकरे बाजारों जैसी ही चहल-पहल थी। हालांकि, यहां पर लोगों में उत्साह बकरों को कसाई के ब्लेड से बचाने के लिए था। लोग बकरों की एक झलक पाने के लिए मंदिर में जुट रहे थे। कुछ ने उनके चारे के लिए पैसे दिए तो किसी ने उनको प्यार से दुलारा।   *जैन समुदाय बना चर्चा का विषय* हर साल मुस्लिम त्योहारों के दौरान शाकाहार और बर्बरता के बीच छिड़ी जंग के बीच, पुरानी दिल्ली में जैन समुदाय चर्चा का विषय बन गया था। सोशल मीडिया पर भी काफी ट्रेंड में रहे थे। हिंदू हो या मुस्लिम या सिख हर कोई पुरानी दिल्ली की गलियों में छिपे हुए इस मंदिर को जानता है। इसने इन बकरों को बचाने के लिए लाखों रुपये खर्च किए थे। जैन ने लोगों को बकरे के दर्शन के लिए आंगन में ले जाते हुए कहा कि हमे खुद पर काफी गर्व है। यह सब इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि देशभर से हमारे समुदाय से हमें काफी सपोर्ट मिला। हमारा धर्म हमें यही करना सिखाता है। चिराग जैन ने याद करते हुए कहा कि इस सबकी शुरुआत उनके गुरु संजीव के एक फोन कॉल के बाद शुरू हुई थी।   संजीव ईद पर बकरों की होने वाली हत्या से काफी परेशान थे। चिराग ने कहा कि वह इस बारे में कुछ करना चाहते थे और उसी वक्त फैसला किया कि हम सभी बकरों को नहीं बचा सकते लेकिन जितने ज्यादा को बचा सकते हैं उनको तो बचाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके बाद एक प्लानिंग की गई। 15 जून की शाम को जैन समुदाय के 25 लोगों की एक टीम बनाई गई। पैसे के लिए व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा गया। इसके बाद एक टीम वहां पर गई जहां पर बकरों को बेचा जा रहा था। चिराग ने कहा कि हमने मुस्लिम समुदाय के लोग बनकर उनके बकरों के रेट पूछें। इतना ही नहीं, हमने बकरे की मंडियों का भी दौरा किया।   *कई सारी टीमें बनाईं* 16 जून को टीम सीक्रेट तरीके से पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद, मीना बाजार, मटिया महल और चितली कबर जैसे इलाकों में अलग-अलग बकरा बाजारों में फैल गई। सभी को यह बताया गया था कि वे कुर्ता पहनें और इस लहजे में बात करें कि बकरों को खरीदते समय किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें। विवेक ने आगे कहा कि हमें किसी भी तरह का कोई डर नहीं था। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इस बात का पता चल जाता कि हम मुस्लिम लोग नहीं है तो वे हमें बकरों को ज्यादा पैसों में बेचते। हम ज्यादा से ज्यादा बकरों को बचाना चाहते थे।   *दस हजार की कीमत में खरीदे बकरें* बकरों को खरीदते समय कोई ज्यादा मोलभाव नहीं किया गया। आखिरकार बकरों को 10,000 रुपये प्रति बकरे की कीमत पर खरीद लिया गया। हालांकि, विवेक इस बात से काफी हैरान थे कि पुरानी दिल्ली की मंडियों में इन बकरों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है।विवेक जैन ने कहा कि ऐसा लगा जैसे हम किसी स्ट्रीट वेंडर से कपड़े खरीद रहे हैं। बकरों को एक साथ ठूंस दिया गया था। इन सांस लेने वालों जानवरों के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर के आंगन को खाली कर दिया गया था। इसका ज्यादातर इस्तेमाल शादियों के लिए किया जाता था। जब शाम को सभी टीमें बकरों को वहां पर लेकर लौटी तो सभी तरफ खुशी का माहौल था।   *15 लाख रुपये जुटाए* विवेक ने मुस्कुराते हुए कहा कि आखिरकार हम 100 से ज्यादा बकरों को बचाने में काफी हद तक सफल रहे। विवेक जैन ने यह भी बताया कि उन्होंने गुजरात, हैदराबाद, केरल, पंजाब और महाराष्ट्र के जैन समुदाय के लोगों से करीब 15 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। उसी शाम विवेक, चिराग और दूसरे लोगों ने बचे हुए पैसे से भिंडी और पालक जैसे चारे खरीदे थे।व्हाट्सएप और फेसबुक ग्रुप पर एक मैसेज तेजी से फैलाया गया कि नेक काम में सहयोग करें ताकि कुछ जानवरों की बलि देने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि हम इन बकरों को गौशालाओं या दूसरी किसी जगह पर भेज देंगे। विवेक ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे चार बकरे भी खरीद पाएंगे।   लेकिन उनकी अपील ने लोगों पर काफी ज्यादा असर डाला और लोगों ने पैसे भी काफी दान किए। विवेक जैन ने कहा कि फिर एक बड़ा सवाल आया कि आखिर बचाए गए इन 124 बकरों को कहां पर रखा जाए। बागपत के अमीनगर बाजार में मनोज जैन ने कहा कि इन बकरों के लिए एक बाड़े को बनाया जा रहा है। इनको 15 दिन अलग-अलग रखा जाएगा। आठ साल पहले बकरों को बलि से बचाने के लिए मनोज ने बकरों के रहने के लिए एक ठिकाना बनाया। उनके उस ठिकाने में 615 बकरें हैं। इनको भारत में ईद के जश्न के दौरान बचाया गया था।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 19, 2024