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दिल्ली सरकार का 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'एनसीआर के राज्यों में बढ़ने वाले प्रदूषण स्तर का प्रभाव दिल्ली पर पड़ता है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केंद्र सरकार की भी जरूरत हमें पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि जब सभी एजेंसियां और सरकारें मिलकर काम करेंगी, तभी प्रभावी तरीके से प्रदूषण से लड़ा जा सकता है।   इसीलिए हमारी सरकार 'मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें' थीम पर चलकर हमारी सरकार विंटर एक्शन प्लान पर काम करेगी। हमारे सामूहिक प्रयासों का परिणाम है कि दिल्ली में लगातार प्रदूषण का स्तर कम हो रहा है। गोपाल राय ने बताया कि सर्दियों में प्रदूषण स्तर नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार आज से 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू कर रही है। इस साल अभियान का थीम होगा, “मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें”।    *दिल्ली में 7 अक्तूबर से धूल विरोधी अभियान शुरू* गोपाल राय ने बताया, 'इस बार हमने 21 सूत्री विंटर एक्शन प्लान बनाया है जिसके आधार पर हम काम करना शुरू करेंगे। दिल्ली में पहली बार हॉट स्पॉट की ड्रोन से निगरानी कराने का फैसला लिया गया है। इससे प्रदूषण के कारण का वास्तविक समय में पता लगाया जा सकेगा। धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली में 7 अक्तूबर से धूल विरोधी अभियान शुरू होगा।    *85 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही* गोपाल राय ने कहा कि प्राइवेट और सरकारी सभी एजेंसियों के पास 7 अक्टूबर तक का समय है। अगर वे तब तक मापदंडों पर खरे नहीं उतरे तो उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 500 मीटर से अधिक के सभी निर्माण स्थलों को पोर्टल पर पंजीकृत कराना होगा। 85 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं, 500 पानी छिड़कने वाली मशीनें भी इस्तेमाल की जा रही हैं। इस बार 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन लॉन्च की जाएंगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

प्रौद्योगिकी उन्नति के साथ करदाताओं का समर्थन बढ़ाना: शशांक प्रिया

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। एसोचैम द्वारा जीएसटी पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि शशांक प्रिया विशेष सचिव एवं सदस्य -जीएसटी, सीबीआईसी ने कहा कि ''हमने जीएसटी के क्रियान्वयन के सात वर्ष पूरे कर लिए हैं। हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। हर साल सर्वेक्षण हुए हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं द्वारा जीएसटी की संतुष्टि रेटिंग में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। राजस्व में वृद्धि देखी जा रही है। हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि प्रौद्योगिकी और स्वचालन का उपयोग करदाताओं के लिए जीवन को आसान बनाए। समिट के दौरान उन्होंने कहा कि उद्योग ने एक ही पैन वाले जीएसटी के लिए विभिन्न राज्यों के बीच पूर्ण जीएसटी हस्तांतरण की मांग की है। ऐसी भी मांगें हैं कि आपूर्तिकर्ताओं द्वारा जीएसटी जमा न करने के लिए प्राप्तकर्ता को जिम्मेदार नहीं बनाया जाना चाहिए।   उन्होंने आगे कहा, ''हमें यह याद रखना होगा कि जीएसटी एक बहुत ही सावधानी से बनाया गया स्थानीय रूप से संतुलित कानून है, जो राज्य और केंद्र के अधिकारियों के बीच बहुत गहन और लंबे विचार-विमर्श के बाद हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद बना है। इसलिए, यह संघीय ढांचे को संतुलित करता है। हमें यह पहचानना होगा कि कर की शक्ति केंद्र और राज्यों दोनों के पास है। और इसीलिए हमें सावधान रहना होगा, दोनों समान हितधारक हैं और जीएसटी के लिए दोनों को एक साथ आने की जरूरत है। इस बारे में कुछ लगातार समस्याएं रही हैं कि कैसे छोटे करदाताओं को अनुपालन आवश्यकताओं के बारे में पता नहीं था, जिसके परिणामस्वरूप उनमें से बहुत से समय पर अपना रिटर्न दाखिल नहीं कर सके, इनपुट टैक्स क्रेडिट गलत तरीके से लिया गया।    जैसे-जैसे हमने रिटर्न दाखिल करने की समय अवधि बढ़ाई, हमने रिटर्न दाखिल करने में देरी के लिए कुछ माफी दी, सीजीएसटी अधिनियम की धारा 73 के तहत जो मांगें उठाई गईं, हमने उस पर जुर्माना और ब्याज में छूट दी। इसलिए, उन सभी मुद्दों को हमने 54वीं जीएसटी परिषद की बैठक में आगे बढ़ाया है। परिषद ने 31 मार्च, 2025 को वह तिथि निर्धारित की है जिस दिन या उससे पहले करदाताओं को कर का भुगतान करना होगा, यदि वे इस विशेष छूट का लाभ उठाना चाहते हैं। अपने विशेष संबोधन में जीएसटीएन के सीईओ मनीष कुमार सिन्हा ने जीएसटी में मौजूदा रुझानों को साझा किया, जैसे कि विसंगतियां, जहां उन्होंने स्वचालन लागू किया है, जिसमें करदाता और कर प्रशासक दोनों ही परिणाम देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि तरीकों और अंतरों को मानकीकृत किया जा सकता है।   इनवॉयस मैनेजमेंट सिस्टम (आईएमएस) एक लंबे समय से प्रतीक्षित कदम है। सरकार उद्योग की चिंताओं को समायोजित कर रही है। स्वागत भाषण में एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के अध्यक्ष प्रतीक जैन ने जीएसटी की उल्लेखनीय तकनीकी प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे एआई उपकरण अब जटिल कानूनी निर्णयों को तुरंत सारांशित करने में सक्षम हैं और कहा कि विशाल जीएसटी डेटा सरकार और उद्योग के लिए बेहतर निर्णय लेने में सहायक हो सकता है। एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के सह-अध्यक्ष नवीन जैन ने इस बात पर जोर दिया कि जीएसटी परिषद और प्रशासन उद्योग के साथ सक्रिय जुड़ाव और सहयोग के माध्यम से प्रणाली की निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।   उन्होंने जीएसटी प्रक्रियाओं को सरल बनाने की प्राथमिकता पर प्रकाश डाला और उद्योग के सदस्यों को प्रमुख चुनौतियों पर प्रतिक्रिया साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। जैन ने इस बात पर भी जोर दिया कि जीएसटी ढांचे के भीतर मूल्य को अनलॉक करने और प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ निरंतर सहयोग आवश्यक है। एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के सह-अध्यक्ष नितिन गोयल ने यह कहते हुए अपना समापन भाषण दिया कि पिछले सात वर्षों में जीएसटी का विकास कर परिदृश्य को परिष्कृत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अब 13 मिलियन से अधिक इकाइयाँ जीएसटी-पंजीकृत हैं और लगातार रिटर्न दाखिल कर रही हैं, जो पिछले वर्ष के संग्रह से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

जस्टिस पारदीवाला के 200 पेज के आदेश के में वो कौन से सुझाव, जिनसे पॉक्सो मामलों पर लगेगी लगाम

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि संसद को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम में संशोधन को लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी शब्द के स्थान पर बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इस तरह ऐसे अपराधों की वास्तविकता को और अधिक सटीक रूप से दर्शाया जा सकेगा. सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ और जस्टिस जे. बी. पारदीवाला की बेंच ने कहा कि इस बीच केंद्र सरकार पॉक्सो अधिनियम में सुझाए गए संशोधन के लिए अध्यादेश पर विचार कर सकती है. बेंच ने कहा, 'हम अदालतों को यह ध्यान दिलाना चाहते हैं कि बाल पॉर्नोग्राफी शब्द का इस्तेमाल किसी भी न्यायिक आदेश या फैसले में नहीं किया जाएगा.   बल्कि इसके स्थान पर बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें कहा गया है कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी देखना और डाउनलोड करना यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत अपराध है. बेंच ने अपने 200 पेज के फैसले में सुझाव दिया कि व्यापक यौन शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करना संभावित अपराधियों को रोकने में मदद कर सकता है. पीठ के अनुसार, इन शिक्षा कार्यक्रमों में बाल पॉर्नोग्राफी के कानूनी और नैतिक प्रभावों के बारे में जानकारी शामिल होनी चाहिए. फैसले में कहा गया है, 'इन कार्यक्रमों के जरिये आम गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए और युवाओं को सहमति एवं शोषण के प्रभाव की स्पष्ट समझ प्रदान की जानी चाहिए.'   सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि प्रारंभिक पहचान, हस्तक्षेप और वैसे स्कूल-आधारित कार्यक्रमों को लागू करने में स्कूल महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जो छात्रों को स्वस्थ संबंधों, सहमति और उचित व्यवहार के बारे में शिक्षित करते हैं और समस्याग्रस्त यौन व्यवहार को रोकने में मदद कर सकते हैं. बेंच ने कहा, 'उपर्युक्त सुझावों को सार्थक प्रभाव देने और आवश्यक तौर-तरीकों पर काम करने के लिए, भारत संघ एक विशेषज्ञ समिति गठित करने पर विचार कर सकता है, जिसका काम स्वास्थ्य और यौन शिक्षा के लिए एक व्यापक कार्यक्रम या तंत्र तैयार करने के साथ ही देश भर में बच्चों के बीच कम उम्र से ही पॉक्सो के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी हो, ताकि बाल संरक्षण, शिक्षा और यौन कल्याण के लिए एक मजबूत और सुविचारित दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके.'   पीठ ने पीड़ितों को सहायता सेवाएं प्रदान करने और अपराधियों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम की आवश्यकता जताते हुए कहा कि इन सेवाओं में अंतर्निहित मुद्दों के समाधान और स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने के लिए मनोवैज्ञानिक परामर्श, चिकित्सीय हस्तक्षेप और शैक्षिक सहायता शामिल होनी चाहिए. पीठ ने कहा, 'संसद को ऐसे अपराधों की वास्तविकता को अधिक सटीक रूप से दर्शाने के उद्देश्य से बाल पॉर्नोग्राफी शब्द को बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री से बदलने के उद्देश्य से पॉक्सो अधिनियम में संशोधन लाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.' सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो लोग पहले से ही बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री देखने या वितरित करने के क्रियाकलापों में शामिल हैं, उनके लिए सीबीटी (संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी)  इस तरह के व्यवहार को बढ़ावा देने वाली संज्ञानात्मक विकृतियों को दूर करने में कारगर साबित हुई है.बेंच ने कहा, 'थेरेपी कार्यक्रमों को सहानुभूति विकसित करने, पीड़ितों को होने वाले नुकसान को समझने और समस्याग्रस्त विचार पैटर्न को बदलने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'   पीठ ने सुझाव दिया कि सार्वजनिक अभियानों के माध्यम से बाल यौन शोषण सामग्री की वास्तविकताओं और इसके परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाने से ऐसी घटनाओं को कम करने में मदद मिल सकती है और इन अभियानों का उद्देश्य यह होना चाहिए कि ऐसी घटनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने से बचने की प्रवृत्ति समाप्त हो और सामुदायिक सतर्कता को प्रोत्साहित किया जा सके. पीठ ने सुझाव दिया कि शिक्षकों, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को पीएसबी के संकेतों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. इसने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम इन पेशेवरों को प्रारंभिक चेतावनी संकेतों को पहचानने तथा उचित तरीके से उसकी जवाबी प्रतिक्रिया देने के तौर-तरीकों को समझने में मदद कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट के उस फैसले को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी को डाउनलोड करना और देखना पॉक्सो अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत अपराध नहीं है. हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

वरिष्ठ अकाली नेता बेदी ने दिया प्रदीप चौधरी को समर्थन

पिंजौर, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कालका से वरिष्ठ अकाली नेता मलविंदर सिंह बेदी ने कालका के कांग्रेसी प्रत्याशी प्रदीप चौधरी  को अपना समर्थन दिया बेदी ने बताया कि वह अपने सभी साथियों से घर-घर जाकर कांग्रेस को वोट डालने की अपील करेंगे बेदी ने यह भी बताया कि 10 साल हमने भाजपा का समर्थन किया लेकिन भाजपा ने हमारा हर तरह से फायदा उठाया और शोषण किया भाजपा की नीतियों से नाखुश होकर हमने यह कदम उठाया है।   और हमें उम्मीद है की आने वाले समय में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और हमारे हरियाणा के सिख समाज को ऊंचा उठाने का काम करेगी बेदी ने बताया कि मैं मीडिया के माध्यम से भी सभी अपने कार्यकर्ताओं व कालका पिंजौर के सिख बुद्धिजीवीयों से अपील करता हूं की अपने तन मन धन से कालका व हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस का साथ दें और कांग्रेस की सरकार बनाने में सहयोग कर इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीरभान मेहता जी, मनोज अग्रवाल बलवंत सिंह गगनदीप सिंह बंटी अरोड़ा दीपक चौधरी रामकरण चौधरी, सुचा राम,सुनील चेयरमैन , मनीष शर्मा व उनके साथ अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

Ujjwal Times News

Sep 25, 2024

पंचकूला विधानसभा के हर मतदाता के दिल में बसी है कांग्रेस

पंचकूला,  25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। पंचकूला विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्रमोहन ने मंगलवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में जन सभाएं कर लोगों से अपील की कि हरियाणा की खुशहाली के लिए कांग्रेस की सरकार बनाएं और पंचकूला विधानसभा में उन्हें भारी बहुमत से विजय करवाए। पंचकूला विधानसभा में लोगों के मिल रहे अपार समर्थन से उन्होंने कहा कि इस बार चंद्र मोहन नहीं बल्कि जनता चुनाव लड़ रही है। लोगों का यह अहसान वह जीवन भर उनकी सेवा कर भी नहीं उतार पाएंगे। मेरा पूरा परिवार लोगों का ऋणी है और यह ऋण चंद्र मोहन का परिवार जनता की पूरा जीवन सेवा कर उतरेगा।   चन्द्रमोहन ने जनसभाओं को जारी रखते हुए कहा कि भाजपा का अब बुरा वक्त जाने वाला है, जल्द ही जनता भाजपा को सत्ता से बेदखल करेगी और कांग्रेस पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। पार्टी में भगदड़ मची है कि आए दिन भाजपा के के बड़े नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इसका बडा कारण भाजपा का प्रदेश में जनविरोधी नीतियों को लागू करना है जिसके चलते सभी वर्गों के लोगों की मुसीबते बढ़ी हैं। भाजपा के कुशासन से तंग जनता अब मुक्ति चाहती है और कांग्रेस को पूरा समर्थन दें रही है। चन्द्रमोहन ने कहा कि जनता ने कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने का मन बना रखा है। कांग्रेस ने घोषणा पत्र में जो वादे किए गए हैं   उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की तरह सिर्फ ब्यानबाजी या कागजी वायदे नहीं किए जाएंगे, बल्कि वादों को भी पूरा किया जाएगा। उन्होंने राजीव कालोनी व इंदिरा कालोनी वासियों को आश्वासन दिलाया कि पहले भी कांग्रेस पार्टी ने झुग्गियों में रहने वाले लोगों को पक्के घर दिलवाए थे अब सत्ता में आने पर जिनको घर नहीं मिलें थे उन्हें घर दिलवाने की व्यवस्था की जाएगी तथा स्किल स्कूल व मार्किट भी मिलेगी। चन्द्रमोहन ने 24 सितम्बर को पंचकूला सेक्टर 16, राजीव कालोनी, सेक्टर 15, इंदिरा कालोनी, सकेतड़ी, सेक्टर 12, नाड़ा साहिब, सेक्टर 27, बरवाला, भरेली तथा मदनपुर सेक्टर 25 में जनसभाएं की ।   लोग भारी संख्या में जनसभाओं में शामिल हुए। चन्द्रमोहन की जनसभाओं में विभिन्न पार्टी से जुड़ने का कार्यक्रम आज भी जारी रहा, जिसमें चन्द्रमोहन के साथ सुनीत सिंह, सलीम डबकोरी और संदीप सोही भी शामिल रहे। कुंडी गांव से अजय कुंडल्स के अपने साथियों तरसेम सैनी, नरेश कुंडी, हैप्पी सैनी, जसपाल सैनी, संदीप सैनी, मनोज लुबाना, संजीव लुबाना, सतपाल लुबाना, जतिन कुमार, राधे श्याम, कुलदीप लुबाना, गुरदीप, पवन कुण्डी, ओम प्रकाश कुण्डी, गुरदयाल चैधरी ने कांग्रेस पार्टी को अपनाया। सेक्टर 31 पंचकूला में गुरू रविदास सभा के प्रधान मोहन लाल, उप प्रधान राम लाल, जगदीश, रवी कुमार, अजीत सोहाता, सोमनाथ, हरनाथ सिंह, विकास, अभिनन्दन, विशाल, आशीश, जल मेध, मोहम्मद सिंह तथा ओम प्रकाश पूर्व पार्षद, गुरजिंद्र सिंह व कमलेश भी कांग्रेस में शामिल हुए।   राजीव कालोनी सेक्टर 17 के कार्यक्रम में सुभाष सेठी द्वारा लेबर चौक पर कुमारी शैलजा के जन्मदिन को लेकर पूजा अर्चना की गई, जिसमें विह प्रत्याशी चंद्र मोहन शामिल हुए, उन्होंने वादा किया कि जो भी उनकी मांगे और समस्याएं हैं उन्हें हल किया जाएगा, सेक्टर 15 करतार अलाहाबादी, इंदिरा कालोनी नसीर व जफर, सकेतड़ी सुखदेख सिंह, सेक्टर 12 नरेश मित्तल, नाड़ा साहिब का कार्यक्रम सरपंच पिंकी, जस्सी व सोहन लाल, सेक्टर 27 धर्मपाल गुप्ता, गुरजीत सिंह सैनी, बरवाला काका राणा, काला, भरेली टाउन अमन राणा सरपंच व मदनपुर सेक्टर 25 के कार्यक्रम अमर सिंह पूर्व पार्षद की देख रेख में आयोजित हुए।   सैक्टर 20 में उदित मेहदीरता के कार्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान योगेन्द्र क्वात्र , प्रदीप शर्मा, रजनीश शर्मा, महावीर शर्मा, नवीन बंसल, गौतम प्रसाद पार्षद, सलीम खान, अभिषेक दंडआरू, राकेश सोंधी, बाल मुकुंद शर्मा, अंकुर जैन, सौरभ जैन, पुशपिंदर त्रिपाठी, एडवोकेट अमन दत्त शर्मा, कृष्ण गोयल, रविकांत स्वामी, ज्ञान सिंह, बॉबी सिंह, सुरेन्द्र कठपाल भी मौजूद रहे मंगलवार को नगर निगम वार्ड 4 से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुकी, पूर्व जिला सचिव भारतीय जनता पार्टी, पूर्व जिला प्रभारी महिला मोर्चा भारतीय जनता पार्टी समाजसेवी सीमा गर्ग ने कांग्रेस की नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की । इस मौके पर पूर्व पार्षद संगीता गोयल, भीम सिंह गौड़, महाराणा प्रताप संगठन सकेतड़ी ऋषिपाल राणा भी मौजूद रहे। इसके अलावा उनके पुत्र सिद्धार्थ ने भैंसा टिब्बा, एमडीसी फलैटस, मार्केट, महादेवपुर, जीएच 1 एमडीसी, सेक्टर 28 तथा माणकया में जाकर चुनाव प्रचार किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

धरती से जुड़े आम इंसान ने दोनों दलों के छुड़ा रखे हैं पसीने : हरनेक रिंकू

पिंजौर, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। न कोई राजनीतिक परिवार है, न कोई राजनीतिक पृष्टभूमि है, न कोई पहले राजनीति में रहा है। ज़मीन से जुड़ा एक आम इंसान देश के 2 बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहा है आम आदमी के हितों की पैरवी कर रहा है यह बहुत बड़ी बात है। जोलुवाल में हरनेक रिंकू ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा के आज गोपाल चौधरी आम जनता की आवाज बनकर उभरा है। स्थानीय लोगों के साथ साथ पूरे कालका विधानसभा हल्के के आम लोग आज राजनीति से ऊपर उठकर हल्के के विकास की उम्मीद गोपाल चौधरी से लगाये बैठे हैं।   हरनेक रिंकू ने कहा के देश के दोनों बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की आंखों में गोपाल चौधरी खड़क रहा है। उन्हें यह बात चुभ रही है के कैसे ज़मीन से जुड़े एक आम आदमी ने इस बार के चुनावी दंगल में भाजपा-कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दलों को चुनोती दे रखी है। हरनेक रिंकू ने कहा के यह सच्चाई है के आज चुनावी रण में गोपाल चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी शक्ति रानी को चुनावी जंग में कहीं पीछे धकेल दिया है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी भी इस चुनाव में हथियार डालने को लगभग तैयार हैं। आज आम जनता पूरे जोश के साथ गोपाल चौधरी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।    बॉक्स :- मैं राजनीति में निजी हित के लिए नहीं बल्कि आम आदमी के हितों की आवाज उठाने आया हूं : गोपाल चौधरी    सोमवार को कालका विधानसभा क्षेत्र के तहत गांव मोलीवाली, चरनियां, जोलूवाल, टांडा जोलूवाल, करनपुर, बसोला वाल्मीकि, चंडी मंदिर, निचली बुर्ज, जल्लाह, थापली, निचली मांदना, उपरली मांदना व पपलोहा में गोपाल चौधरी ने जनसभाओं को संबोधित करते हुए आने वाली 5 अक्टूबर को उन्हें भारी मतों से वोट करने की अपील की। गोपाल चौधरी ने कहा के उनका कोई राजनीतिक बैकराउंड नहीं है न कभी कोई उनके परिवार से राजनीति में रहा है। चौधरी ने कहा के चुनाव में उतरने का उनका मकसद सिर्फ इतना है के वह कालका हल्के के विकास को पटरी पर ला सकें।    भाजपा कांग्रेस ने हमारे कालका विधानसभा क्षेत्र की जनता को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल क़िया। आज कांग्रेस भाजपा की गलत नीतियों के चलते कालका हल्के को 20 साल पीछे धकेल दिया है। अगर कालका की जनता ने इस हल्के को कांग्रेस भाजपा से मुक्त नहीं किया तो हमारा कालका हल्का 50 साल पीछे चला जायेगा। गोपाल चौधरी ने कहा के वह जनता के आशीर्वाद से कालका हल्के की आवाज को विधानसभा में बुलंद करेंगे ओर जनता के हक के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे। राजनीति में आने का उनका मकसद सिर्फ ओर सिर्फ जनता की सेवा करना ओर कालका के विकास को गति प्रदान करना है।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

छोटा कार्यकाल बड़ी चुनौतियां, दिल्ली में आसान नहीं है 'आतिशी' की डगर

नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री आतिशी पूरे पांच साल के लिए नहीं, बल्कि महज पांच महीने के कार्यकाल के लिए पद संभालने के बाद चुनौतियों के अंबार से जूझने में लग गई हैं. मुख्यमंत्री कार्यलाय के सामने चुनौतियों के अग्निपथ को देखते हुए राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आतिशी के सिर पर कांटों भरा ताज रखा गया है. अरविंद केजरीवाल के बाद मुख्यमंत्री बनीं आतिशी का कार्यकाल भले ही छोटा रहे, लेकिन उनकी चुनौतियां बड़ी होंगी। उन्हें न सिर्फ विपक्षी पार्टियों की ओर से कई तरह के तंज झेलने होंगे, बल्कि उन्हें इस छोटे से कार्यकाल में ऐसे फैसले भी लेने होंगे, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की राह आसान बने।   यही नहीं, अगले विधानसभा चुनाव के नतीजे अगर उम्मीद के मुताबिक नहीं आए तो उसकी जिम्मेदारी भी उन पर ही होगी। हालांकि आम आदमी पार्टी ये लगातार दावा करती रही है कि जमानत देने के साथ ही कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर कामकाज के लिए कोई रोक नहीं लगाई, इसके बावजूद केजरीवाल ने एक रणनीति के तहत आतिशी को मुख्यमंत्री पद सौंप दिया। इसकी वजह ये थी कि केजरीवाल जानते थे कि चुनाव से ऐन पहले उनकी अगुवाई वाली कैबिनेट के फैसलों की वैधता को लेकर चुनौती दी जा सकती है, जिससे ऐसे फैसले लेना मुश्किल हो जाएगा, जो वे चुनाव से पहले लेना चाहते हैं। इसी वजह से आतिशी की अगुवाई में नई सरकार के गठन की तैयारी की गई।   *नाकाफी वक्त और केजरीवाल के साए में खुद को साबित करना* 10 साल बाद दिल्ली को मिली महिला मुख्यमंत्री आतिशी के पास काम करने और खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा. ये उनके लिए सबसे अहम चैलेंज है. शायद यही वजह है कि आतिशी ने दिल्ली का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद अपने पहले बयान में ही साफ कर दिया कि अरविंद केजरीवाल ने ही उन्हें विधायक बनाया, मंत्री बनाया और मुख्यमंत्री बनने की जिम्मेदारी दी. इसलिए दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उसका नाम अरविंद केजरीवाल है.   *सरकार और पार्टी स्तर पर दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी* आतिशी के मंत्रिमंडल के साथी और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता गोपाल राय ने साफ किया था कि उनकी पार्टी दिल्ली में समय से पहले अक्तूबर-नवंबर में चुनाव करवाना चाहती है. हरियाणा चुनाव में प्रचार से पहले जमानत पर बाहर निकले अरविंद केजरीवाल ने भी जंतर मंतर पर जनता दरबार में इसके स्पष्ट संकेत दिए. अगर ऐसा नहीं भी हुआ तो भी आतिशी के सामने दूसरी सबसे बड़ी चुनौती सीमित समय में विधानसभा चुनाव की तैयारी करने की है.    *आम आदमी पार्टी की इमेज को जल्दी दुरुस्त करने की चुनौती* आतिशी के सामने तीसरी सबसे बड़ी चुनौती के रूप में आम आदमी पार्टी की इमेज को दुरुस्त करने की है. क्योंकि दिल्ली शराब घोटाले में ईडी और सीबीआई की जांच के दौरान भ्रष्टाचार का मामला पार्टी की पूरी टॉप लीडरशिप पर भारी पड़ रही है. अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह समेत आम आदमी पार्टी के कई नेता जमानत पर जेल से बाहर निकले हैं. सतेंद्र जैन समेत कुछ नेता दूसरे मामले में जेल जा चुके हैं. पार्टी अंदर-बाहर दोनों ओर से सियासी संकट में है.   *भ्रष्टाचार के बाद महिला सुरक्षा पर भी करना होगा डैमेज कंट्रोल* शराब घोटाले में भले ही आतिशी का जिक्र नहीं है, लेकिन इसकी जांच उनकी सरकार और बतौर मुख्यमंत्री उनके निर्णय क्षमता पर जरूर असर डाल सकती है. इसके बाद आतिशी के सामने चौथी चुनौती महिला वोटर बैंक को साधना भी है. क्योंकि आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट के केस के बाद पार्टी की महिला विरोधी छवि तो आतिशी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से थोड़ा-बहुत कवर हो सकता है, लेकिन चुनाव से पहले डैमेज कंट्रोल की और भी कोशिशों की जरूरत होगी.    *दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री आतिशी के सामने पेंडिग फाइल्स* राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल के लंबे समय तक जेल में रहने के कारण दिल्ली सरकार में काफी पेंडिंग कामकाज को निपटाना आतिशी की पांचवी बड़ी चुनौती होगी. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 156 दिन जेल में और 21 दिन अंतरिम जमानत पर रहने यानी 178 दिन बाद रिहा हुए. इस अवधि के पेडिंग फाइल्स को निपटाकर आतिशी को दिखाना होगा कि दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री के तौर पर वह तेज स्पीड से काम को अंजाम दे सकती है.   *मुख्यमंत्री नई एलजी वही कैसे होगा कामकाज* यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सीएम केजरीवाल और एलजी के बीच लगातार टकराव की खबरें सामने आती रही हैं. यह बात भी सही है कि आतिशी बहुत ही नजदीक से दिल्ली के प्राशसनिक मामलों को देखती आई हैं लेकिन अब उनके सामने नई चुनौती है. वैसे भी केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच लगातार तकरार की प्रमुख वजहें राज्य के अधिकारों और संवैधानिक जिम्मेदारियों के विभाजन से जुड़ी हुई थीं. क्या आगे भी वही होने वाला है, इस पर सभी की निगाहें होंगी।   *उप राज्यपाल और प्रशासन के साथ भरोसे की बहाली का टास्क* आतिशी को दिल्ली के उप राज्यपाल और प्रशासन में भरोसा बहाल करने का भी बड़ा टास्क पूरा करना होगा. चुनाव से पहले आतिशी को कुछ नई और बड़ी योजनाओं की घोषणा भी करनी होगी. अगर इन योजनाओं को एलजी ने रोका तो काम में देरी के अलावा लोगों के बीच ठीक संदेश भी नहीं जा पाएगा. ऐसे में आतिशी को केजरीवाल के सियासी स्टायल से अलग तरीके से उप राज्यपाल के साथ संबंध बेहतर करने होंगे. साथ ही दिल्ली प्रशासन में भी अपनी पैठ बनानी होगी.   *क्या दिल्ली की तकदीर बदल जाएगी?* यह बात सही है कि आतिशी की सरकार कुछ ही महीनों की मेहमान है क्योंकि चुनाव बाद फिर सरकार बदल जाएगी. इसका ऐलान खुद आतिशी ने ही किया है. इधर आतिशी के सामने जो पहली बड़ी चुनौती तो वही होगी, जो चुनौती केजरीवाल के सामने बनी रही. पिछले लंबे समय से दिल्ली के सीएम और उपराज्यपाल के बीच अक्सर टकराव की स्थिति बनी रही. तो आतिशी के सीएम बनने से क्या दिल्ली की तकदीर बदल जाएगी, ये बड़ा सवाल होगा.   *अब आतिशी पर पूरी निगाहें* अगर केजरीवाल सरकार पर नजर दौड़ाएं तो इसा कई बार हुआ कि केजरीवाल सरकार को कई फैसलों के लिए उपराज्यपाल की मंजूरी की जरूरत रही, जैसे कि कुछ कानून लागू करना, फंड्स का आवंटन, या नियुक्तियों के मुद्दे. इस प्रक्रिया में देरी या असहमति की वजह से बार-बार प्रशासनिक बाधाएं उत्पन्न होती रहीं, जिससे केजरीवाल और वीके सक्सेना के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी सामने आए. इन्हीं कारणों की वजह से केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच अक्सर टकराव की स्थिति बनी रही. अब आतिशी पर निगाहें रहेंगी कि क्या वे ऐसी स्थिति बदल पाएंगी.    *दिल्ली में रोजमर्रा के कामकाज में लोगों की मदद करने की चुनौती* दिल्ली में सार्वजनिक सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर की खराब हालत किसी से छिपी नहीं है. ओल्ड राजेंद्र नगर में जलजमाव से सिविल सेवा की तैयारी करने वाले दो स्टूडेंट की मौत हुई. राजधानी में कई इलाके की खराब सड़कें, बिजली बिल माफी में शर्त, गंदे पानी की सप्लाई, स्वच्छता, मोहल्ला क्लिनिक की दुर्दशा जैसे मुद्दों पर आतिशी को आतिशी पारी खेलनी होगी. क्योंकि आम आदमी पार्टी के पास ही दिल्ली एमसीडी भी है. वहीं, आतिशी के पास वित्त,शिक्षा और लोक निर्माण समेत 14 अहम विभाग हैं.    *अफसरशाही के साथ तालमेल रहेगी चुनौती* दिल्ली में विधानसभा चुनाव में बेहद कम वक्त बचा है। ऐसे में आतिशी पर ये जिम्मेदारी होगी कि वे वही सब काम करें, जो अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्यमंत्री करना चाहते थे। हालांकि कानूनी बाधाओं की वजह से वे नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में आतिशी के लिए ये जरूरी होगा कि वे न सिर्फ वो फैसले लें बल्कि अफसरशाही के साथ इस तरह से तालमेल बिठाएं कि उन फैसलों को चुनाव से पहले जमीन पर उतारा भी जाए ताकि चुनाव में पार्टी को फायदा मिल सके।   *उम्मीदों के मुताबिक काम करने की जिम्मेदारी* अब आतिशी के लिए केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप सरकार चलाने की जिम्मेदारी होगी। उन्हें न सिर्फ तेजी से फैसले लेने होंगे, बल्कि ये फैसले इस तरह से करने होंगे ताकि उन पर अमल करने में रोड़े न अटकाए जा सकें। खुद आम आदमी पार्टी आरोप लगाती रही है कि 'राजनिवास' बीजेपी के इशारे पर उन्हें काम नहीं करने दे रहा और अफसर भी उनकी राह में बाधा खड़ी करते हैं। इसके अलावा आने वाले दिनों में जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, आतिशी को विपक्षी पार्टियों के हमलों का भी सामना करना पड़ेगा।   *अरविंद केजरीवाल की ओर से किए वादों को पूरा करने का भी चैलेंज* आतिशी को अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली की जनता से किए वादों को पूरा करने का भी एक टफ टास्क है. इनमें 2025 तक यमुना साफ करने, मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1,000 रुपये मानदेय देने, सार्वजनिक सेवाओं को घर-घर पहुंचाने,   दिल्ली इलेक्ट्रिक वीकल नीति 2.0 और सौर नीति लागू करने जैसे बड़े वादे शामिल हैं. इसके अलावा आतिशी को नई मुख्यमंत्री सड़क, जलापूर्ति, सीवरेज, प्रदूषण, सब्सिडी के वितरण और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के वेतन संशोधन से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के पेंडिंग काम को पूरा करने की चुनौती का भी सामना करना होगा.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 23, 2024

केजरीवाल ने लैंडफिल साइट सफाई पर दिल्ली वालों को दिया धोखा: वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि दिल्ली की तीनों बड़ी लैंडफिल साइट की सफाई की तारिख 2028 तक बढ़ा कर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नगर निगम में सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है. इस दौरान राजा इकबाल सिंह और प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि गत दो साल में दिल्ली नगर निगम जनसेवा करने की जगह "आप" नेताओं एवं पार्षदों के भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि 2016 से नवम्बर 2023 तक "आप" नेताओं खासकर खुद अरविंद केजरीवाल एवं दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के लोगों से ना जाने कितनी बार नगर निगम में सत्ता में आते ही दिल्ली को कूड़ा मुक्त करने और लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया. दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 27 अक्टूबर 2022 को गाज़ीपुर लैंडफिल साइट गये और दिल्ली वालों से नगर निगम सत्ता में आते ही प्रमुखता से तीनों लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया. *बीजेपी ने दुर्गेश पाठक और शैली ओबेरॉय का मांगा इस्तीफा* दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि सत्ता के एक साल में लैंडफिल साइट सफाई करवाने का दावा करने वाले दुर्गेश पाठक एवं शैली ओबेरॉय के शासन में दिल्ली कूड़े की राजधानी बनी, दोनों इस्तीफा दें. उन्होंने कहा कि 2016 से 2022 के बीच के अगर हम अखबार निकाल कर देखें तो हमें याद आएगा की लगभग हर माह दुर्गेश पाठक एक पत्रकार सम्मेलन तीनों लैंडफिल साइट सफाई को लेकर करते थे. लेकिन पर आज जब सत्ताधारी आप ने नगर निगम लैंडफिल साइट सफाई की तारिख चुपचाप 2028 कर दी है. महापौर से ज्यादा आप के नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक जवाबदेह हैं.   उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के अंदर प्रदूषण की जो स्थिति है उसका प्रमुख कारण है कूड़े का पहाड़. वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, के साथ दिल्ली पूरी तरह से जहरीली बनती जा रही है और आम आमदी पार्टी साजिश के तहत दिल्ली में स्टैंडिंग कमेटी नहीं बनने दे रही है, जिससे विकास कार्य आगे सुचारू रूप से चल सके. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्लीवासियों ने नवंबर 2022 के चुनाव में "आप" को सत्ता सौंपी, सोचकर कि इससे दिल्ली स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनेगी, लेकिन अब 22 महीने बाद जनता को दिल्ली की बर्बादी देखकर पछतावा हो रहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने 2017 से 2022 के बीच योजनाबद्ध तरीके से लैंडफिल साइटों की सफाई की थी, लेकिन "आप" ने इसे रोक दिया।   दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि "आप" की सरकार के एक साल में लैंडफिल साइट सफाई का वादा पूरा नहीं हुआ और दिल्ली कूड़े की राजधानी बन गई। उन्होंने दुर्गेश पाठक और शेली ओबेरॉय से इस्तीफा देने की मांग की।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 23, 2024

भाजपा ने किया सदस्यता अभियान गीत लांच और पार्टी चलाएगी 25 सितम्बर को महा सदस्यता अभियान

नई दिल्ली, 23 सितंबर 2024 (यूटीएन)। भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के संदर्भ में आज प्रदेश के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की विशाल "सदस्यता अभियान समीक्षा बैठक" नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में सम्पन्न हुई। राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम, राष्ट्रीय मंत्री एवं दिल्ली भाजपा की सह प्रभारी डा. अल्का गुर्जर, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली के संगठन महामंत्री पवन राणा, केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, प्रदेश महामंत्री योगेन्द्र चांदोलिया, कमलजीत सहरावत एवं  विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद मनोज तिवारी के साथ साथ अनेक पदाधिकारी एवं सैंकड़ों कार्यकर्ता इस अवसर पर मौजूद थे। मुख्य वक्ता विनोद तावड़े ने कहा कि इस बार सदस्यता अभियान का उपयोग इस तरह का होना चाहिए कि आम आदमी पार्टी को अपनी बोरिया बिस्तर लेकर मजबूरन यहां से भागना पड़े। आने वाले दिनों का प्रथम लक्ष्य सदस्यता बढ़ाना होना चाहिए।   उन्होंने कहा कि पदाधिकारी और दायित्व वाले कार्यकर्ता में एक बहुत छोटा अंतर है। दायित्व वान कार्यकर्ता प्रतिदिन सोचता है और विचार करता है कि हमने कितने लक्ष्य रखा था और उसमें कितना पूरा हो पाया। अपना लक्ष्य खुद के लिए होता है कि हमने उसमें से कितना बाकी रखा उसको जानना जरूरी है क्योंकि इसी से इंसान आगे बढ़ता है। तावड़े ने कहा कि सदस्यता मात्र सिर्फ चुनाव जीतने का लक्ष्य नहीं होता बल्कि इसमें युवा, महिलाएं और अन्य वर्ग सभी के साथ एक संपर्क बैठाने की जरूरत है क्योंकि उससे हमें हर वर्ग को जानने और उसकी नजदीक से देखने का मौका मिलता है, यहां तक कि जब हम अपने आस पास के लोगों से मिलते हैं तो उसमें कई प्रकार के लोगों से संपर्क होता है। कई धर्म वर्ग के लोगों का मिलना हमें काफी कुछ सिखाता है। इतना ही नहीं जब देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अलग अलग लोगों से मिलते हैं और उनकी बात करते हैं तो फिर हमें उनसे सीखते हुए उसी बातों का अमल करना चाहिए।    विनोद तावड़े ने कहा कि पिछले 10 सालों में भारत एक मजबूत राष्ट्र बनकर उभरा है और प्रधामंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो विकसित भारत का एक रास्ता चुना है और उसमें हमें 50 करोड़ लोगों को जोड़ने का काम करना है। अपने अधक्षयीय सम्बोधन में वीरेन्द्र सचदेवा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से कहा की यह सदस्यता अभियान हमें विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी के एवं केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली में किये कार्यों को जनता के बीच ले जाने का मौका दे रहा है और इसका पूरा उपयोग करना चाहिए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा की यह सदस्यता अभियान लगभग दो माह सक्रियता से चलेगा और हमें इसको आम जनता से जुड़ने का माध्यम बनाना है। हम पार्टी सदस्यता को जितना विस्तारित करेंगे उतना ही  आगामी विधानसभा में लाभ पार्टी प्रत्याशियों को मिलेगा और इसलिए जिसे भी सदस्य बनायें निजता के भाव के साथ बनायें।दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा की 25 सितम्बर को पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती की दिन हम महा सदस्यता अभियान चलायेंगे। संगठन महामंत्री पवन राणा ने सदस्यता अभियान की समिति एवं जिलाध्यक्षों से सदस्यता अभियान के आंकड़ों पर चर्चा कर समीक्षा की।   डॉक्टर अलका गुर्जर ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं के पास पद है लेकिन उनका कद तभी बढ़ता है जब वह पार्टी की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने का काम करता है। हम जितना लोगों से संपर्क करेंगे उतना ही अपने विचारों को किसी के सामने रख पाएंगे। डा. अल्का गुर्जर ने कहा किसी संगठन को तभी गति मिलती है जब उसके कार्यकर्ता अपनी सही दिशा में काम करते हैं। दिल्ली में भाजपा की मजबूती का प्रमाण इस बात से है की हम केजरीवाल को जेल में भेजने, जनता के सामने बेनकाब कर लोकसभा चुनाव हारने और अब इस्तीफा दिलवाने में सफल रहे। विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली में एक निक्कमी सरकार है जिसे हम हटाने के लिए पूरी दिल्ली में इसकी भ्रष्टाचारी रवैए से लोगों को लगातार परिचित करवाएंगे। 25 सितंबर को इसका विशेष सदस्यता अभियान को इस सरकार की पोल खोलने के काम को तेज़ करेंगे और उसके बाद 26 एवं 27 सितम्बर को केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार के मामले को विधानसभा में भी उठाया जाएगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 23, 2024

युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का काम कर रही है लवकुश रामलीला: असरानी

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली की प्राचीन रामलीला कमेटी लवकुश रामलीला आज भी भारतीय संस्कृति को संजोए हुए है। यह विभिन्न तकनीकी का उपयोग कर युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का एक अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रही है। इससे दूसरों को भी प्रेरणा लेकर भारतीय संस्कृति को बचाने और उससे युवाओं को जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। यह कहना था सुप्रसिद्ध हास्य अभिनेता और भारतीय सिनेमा के लीजेंड असरानी का। वे आज यहां लवकुश रामलीला द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में अपने किरदार के बारे में बता रहे थे। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध गायक शंकर साहनी, आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश महामंत्री ब्रजेश गोयल एवं सेना से सेवानिवृत्त मेजर शालू वर्मा भी मौजूद थे। यह सभी लवकुश रामलीला में किरदार निभा रहे हैं।   असरानी ने कहा कि सदियों से रामलीला हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग रही है। इसलिए भी कि रामलीलाएं सभी वर्गों, जातियों और धर्मों के लोगों को एक मंच पर साथ लाती रही हैं। उन्होंने कहा कि वे वर्षों से इस रामलीला में नारद का किरदार निभाते रहे हैं तथा इस बार राजा दशरथ के मंत्री का किरदार निभा रहे हैं। लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष  अर्जुन कुमार ने बताया कि रामलीला मंचन इस वर्ष 3 से 13 अक्तूबर तक होगा एवं दशहरा पर्व 12 अक्तूबर को पूरे देश में घूम धाम से मनाया जायेगा। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जाने माने फिल्म स्टार, कामेडीयन, अग्रेजों के जमाने के जेलर असरानी राजा जनक के दरबार में सीता स्वयंवर के अवसर पर सभी राजाओं को अपने अनोखे हास्य स्टाइल से धनुष भंग करने लिए आमंत्रित करते नजर आयेंगे।   फेमस सिंगर शंकर साहनी केवट के रूप में रामलीला में प्रभु श्री राम को नईया पार कराते हुए प्रभु श्री राम का गुनगान भी करेंगे। आम आदमी पार्टी के नेता एवं सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल रावण के पराकमी इन्द्र विजयी पुत्र मेघनाद की भूमिका निभायेंगे। आर्मी की सेवा निवृत्त मेजर  शालू वर्मा महारानी  केकई का किरदार करेंगी। उन्होंने रामलीला में सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ साथ निजी सुरक्षाकर्मी एवं हमारे स्वयं सेवक सुरक्षा की जिम्मेदारी सम्हालेंगे तथा लवकुश रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को अलग अलग व्यवस्था और जिम्मेदारी सौंपी गई है। असरानी ने मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए कहा कि रामलीला में कोई भी किरदार निभाना मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हास्य अभिनेता के रूप में मेरा कोई भी किरदार इतना प्रसिद्ध नहीं हुआ जितना कि लवकुश रामलीला में निभाया गया नारद जी का किरदार।   असरानी ने बताया कि मैं जब भी विदेश गया मुझे वहां पर मेरे प्रशंसाको ने नारद जी कह कर पुकारा क्योंकि मैंने लव कुश के मंच पर नारद मुनि का किरदार निभाया था, मुझे खुशी हुई की विदेश में भी लव कुश रामलीला का इतना प्रचार प्रसार है की वहां की युवा पीढ़ी में रामलीला के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं संस्कार आ रहे हैं| मैं इस वर्ष में राजा जनक के दरबार में प्रमुख मंत्री का किरदार निभा रहा हूँ जो सीताजी के स्वयंवर में आये सभी राजाओं को बाबा भोले का धनुष भंग करने के लिए आमंत्रित करूंगा। यह पूछे जाने पर कि उन्हें कोनसा किरदार ज्यादा पसंद है तो असरानी ने बेबाकी से जबाब दिया कि उन्हें नारदजी का किरदार ज्यादा पसंद है क्योंकि यह किरदार उनकी पहचान बन चुका है।   इस बार अपना किरदार बदलने पर उनका कहना है कि वे अपने जीवन में रामलीला के अधिक से अधिक किरदारों को जीना चाहते हैं। लवकुश रामलीला में केवट का किरदार निभाने वाले सुप्रसिद्ध गायक शंकर साहनी ने बताया कि मै एक गायक हूँ और मुझे खुशी है कि मैं केवट का किरदार निभा रहा हूँ जोकि प्रभु श्रीराम जी को गाते हुए गंगा पार कराएगा, इस किरदार के लिए मेरा चयन किया गया यह मेरे लिए गौरव की बात है तथा मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि।   आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजेश गोयल ने बताया कि मैं लव कुश के मंच पर दशानन रावण पुत्र महा-बलशाली मेघनाद का किरदार निभाउंगा, यह किरदार चुनौती पूर्ण है इसके लिए मैं अभी से तैयारी कर रहा हूँ। उन्होंने बताया कि पहले वे लवकुश रामलीला में अंगद का किरदार निभाते रहे हैं लेकिन इस बार मेघनाथ का किरदार निभाएंगे क्यों कि उनके पिता जयपुर में 20 वर्षों से भी अधिक समय से मेघनाथ का किरदार निभाते रहे हैं.   इसलिए वे भी इस बार अपने पिता के किरदार को जीना चाहते हैं। वहीं आर्मी बेक ग्राउण्ड से आयी मेजर  शालू वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि लीला में महाराज दशरथ की महारानी केकेई का महत्वपूर्ण किरदार निभाना यकीनन मेरे लिए बहुत अहम है। लव कुश रामलीला कमेटी महामंत्री सुभाष गोयल ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि लीला से पूर्व संत त्रिलोचन दास जी महाराज का प्रवचन कार्यक्रम, विख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल द्वारा खाटू श्याम की भजन संध्या होगी इसी के साथ महाराज श्री अनिरूद्वाचार्य जी के प्रवचन, भजन कार्यक्रम भी होगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Ujjwal Times News

Sep 22, 2024