National

ये गैस चेंबर से कम नहीं... उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कोचिंग सेंटर्स पर उठाए सवाल

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर तीन यूपीएससी कैंडिडेट्स की मौत का मुद्दा राज्यसभा में उठा। इस चर्चा में कोचिंग सेंटरों की भूमिका पर भी सवाल उठे। विपक्ष ने शिक्षा के निजीकरण और सरकारी स्कूलों की हालत पर भी चिंता जताई। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए चर्चा की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि यह मामला हमारे युवाओं, शहरी ढांचे और शासन से जुड़ा है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने चर्चा के दौरान कोचिंग सेंटरों पर भी तीखी टिप्पणी भी की। उन्होंने कहा कि कोचिंग एक ऐसा उद्योग बन गया है जहां मुनाफा ही सब कुछ है। अखबारों में हर दिन कोचिंग सेंटरों के पूरे पन्ने के विज्ञापन छपते हैं। इन विज्ञापनों की जांच होनी चाहिए।   *कोचिंग फलता-फूलता उद्योग बन गया*   उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग सेटर्स से जुड़े विज्ञापन पर खर्च होने वाला हर पैसा छात्रों से ही आता है। हर नई इमारत छात्रों के पैसों से बनती है। ऐसे में इस पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कोचिंग सेंटर्स की तुलना गैस चैंबर से किया है। धनखड़ ने कहा कि कोचिंग एक फलता-फूलता उद्योग बन गया है जहां मुनाफा बहुत ज्यादा है। हम हर दिन अखबारों में कोचिंग सेंटरों के पूरे पन्ने के विज्ञापन देखते हैं और इस तरह के विज्ञापनों की जांच करने की जरूरत है। वास्तव में एक ऐसे दृष्टिकोण की आवश्यकता है जो इसे दूर करने में एक लंबा रास्ता तय कर सके।   *बीजेपी-कांग्रेस ने क्या कहा*   राज्यसभा में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली के कोचिंग संस्थान में हुई घटना में दिल्ली सरकार और एमसीडी की लापरवाही साफ दिखती है। उन्होंने सुझाव दिया कि दिल्ली सरकार को सभी कोचिंग सेंटरों की सूची बनाकर यह जांच करनी चाहिए कि वे नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने देश में बढ़ते कोचिंग उद्योग पर चिंता जताई। उन्होंने इसके लिए 10 साल के एनडीए शासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से एक ऐसी सरकार सत्ता में है जिसने शिक्षा के पवित्र क्षेत्र का व्यवसायीकरण और निजीकरण कर दिया है।   *राज्यसभा में दिल्ली कोचिंग हादसे की गूंज*   सुरजेवाला ने इस दौरान पिछले 10 सालों में बंद हुए सरकारी स्कूलों और खुलने वाले निजी स्कूलों का आंकड़ा पेश किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि सदन को रेल हादसों, नीट, मणिपुर अशांति, असम बाढ़, किसान आत्महत्या और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी उतनी ही गंभीरता और तेजी से चर्चा करनी चाहिए जितनी कि विपक्ष की ओर से उठाए गए मुद्दों पर। आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली के उपराज्यपाल राज्य सरकार को ठीक से काम नहीं करने दे रहे हैं। उन्होंने हालिया घटना को उन कई वर्षों की चूक का नतीजा बताया जब एमसीडी में बीजेपी काबिज थी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 31, 2024

उद्योग जगत विकसित भारत के निर्माण का सशक्त माध्यम है: सीआईआई सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल और कई अनिश्चितताओं के बीच भारत वृद्धि और स्थिरता के प्रतीक के रूप में खड़ा है, जो लगातार ‘उच्च वृद्धि, कम मुद्रास्फीति’ वाला देश बना हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत वृहद आर्थिक बुनियादी ढांचे हमें आश्वस्त करते हैं कि यह वास्तव में 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा, यह बात माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित ‘विकसित भारत की ओर यात्रा: केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद’ सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कही। सम्मेलन का उद्देश्य विकास के लिए सरकार के व्यापक दृष्टिकोण और इस प्रयास में उद्योग की भूमिका की रूपरेखा प्रस्तुत करना था। प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत को धन सृजनकर्ता और विकसित भारत के निर्माण का सशक्त माध्यम होने का श्रेय दिया।   वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, माननीय प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की राजकोषीय समझदारी बाकी दुनिया के लिए एक आदर्श बन गई है।" उन्होंने जीवन को आसान बनाने के उपायों को बढ़ावा देकर अपने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने पर सरकार के निरंतर ध्यान को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि उद्योग 4.0 के साथ-साथ कौशल विकास और रोजगार पर ध्यान वर्तमान सरकार के अन्य महत्वपूर्ण फोकस क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि बजट में घोषित पीएम पैकेज का उद्देश्य भारत की जनशक्ति और उत्पादों को गुणवत्ता और मूल्य के मामले में वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाना है। पिछले कुछ वर्षों में विनिर्माण क्षेत्र में आए बदलावों को रेखांकित करते हुए, प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया और विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई नियमों के सरलीकरण के साथ-साथ मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और 14 क्षेत्रों के लिए पीएलआई योजनाओं जैसे उपायों का उल्लेख किया, जो भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "देश के 100 शहरों के पास बजट में घोषित निवेश-तैयार औद्योगिक पार्कों से विकसित भारत के नए केंद्र बनने की उम्मीद है।"   अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र की महत्वपूर्ण रोजगार सृजन भूमिका को मान्यता देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान किया है और उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान की हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बजट में एमएसएमई के लिए घोषित ऋण गारंटी योजना की शुरुआत से इस क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी। इसके अलावा, उन्होंने उद्योग और उद्यमियों से सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और ग्रीन जॉब्स जैसे उभरते क्षेत्रों द्वारा प्रस्तुत अवसरों में तेजी से भाग लेने का आह्वान किया।  छोटे परमाणु रिएक्टरों पर किए जा रहे काम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे न केवल उद्योग को ऊर्जा पहुंच के रूप में लाभ होगा, बल्कि इस क्षेत्र से जुड़ी पूरी आपूर्ति श्रृंखला को भी नए व्यावसायिक अवसर मिलेंगे। अपने स्वागत भाषण में, सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने समावेशी विकास पर जोर देने और विकसित भारत की दिशा में एक रोडमैप की रूपरेखा तैयार करने के लिए केंद्रीय बजट की सराहना की। यह देखते हुए कि यह भारत के आर्थिक इतिहास में एक रोमांचक और अभूतपूर्व चरण है, भारतीय उद्योग सभी मोर्चों पर सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 31, 2024

देश कमल के चक्रव्यूह में फंसा हुआ है: राहुल गांधी

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में बजट चर्चा में हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने देश में डर के माहौल की बात कही। राहुल गांधी ने महाभारत के जरिये बीजेपी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने चक्रव्यूह का जिक्र करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि चक्रव्यूह को 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि चक्रव्यूह में देश को फंसाया गया है। राहुल गांधी ने भाषण के दौरान सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कहा कि डरो मत, डराओ मत।   'मंत्री, किसान, वोटर सब डरे हैं'   राहुल गांधी ने कहा कि मंत्री, किसान, वोटर, वर्कर सभी डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बारे में मैंने काफी सोचा और एक जवाब मैं प्रस्तावित करता हूं। हजारों साल पहले हरियाणा में कुरुक्षेत्र में एक युवा अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में मारा था। फंसाकर मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर होता है, हिंसा होती है, और अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकार मारा।   राहुल ने कहा कि मैंने चक्रव्यूह के बारे में तोड़ी रिसर्च की, पता लगा कि उसका दूसरा नम पद्म व्यूह वो लोटस के शेप में होता है। 21वीं सदी में सर एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है। वो भी लोट्स की शेप में है, उनका चिह्न पीएम अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं। यही चक्रव्यूह किसान, मीडियम साइज बिजनेस के साथ हो रहा है, द्रोण, कृतवर्मा, शकुनी, कृपाचार्य, अश्वस्थामा, आज भी चक्रव्यूह के बीज में है 6 लोग हैं।   *संपत्ति के हक पर सवाल*   राहुल गांधी ने कहा कि किसी एक शख्स को देश की पूरी संपत्ति का हक रखने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्तीय शक्ति, संस्थान, एजेंसी, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स और तीसरा राजनीतिक कार्यकारी इस चक्रव्यूह का हार्ट है। राहुल ने कहा कि मेरी उम्मीद है थी कि इस बजट में इस चक्रव्यूह को कमजोर करेगा। किसान, मजदूर की मदद करने वाला होगा। इसकी नीयत जो है वो है बिग बिजनेस, राजनीतिक मोनोपली को मजबूत करने वाला है, एजेंसी को मजबूत करने वाला है।   *नोटबंदी पर साधा निशाना*   राहुल गांधी ने नोटबंदी, जीएसटी और टैक्स टेररिज्म के जरिए हमला किया गया। इसको रोकने के लिए बजट में आपने कुछ नहीं किया है। ये जो आपकी नीतियां है जो कोविड के समय बड़े बिजनेस की मदद की और छोटी बिजनेस को खत्म किया, उसके कारण आज देश के युवा को रोजगार नहीं मिल सकता है। एक युवा को रोजगार नहीं मिल सकते हैं।   *इंटर्नशिप प्रोग्राम पर उठाए सवाल*   राहुल गांधी ने कहा कि बजट में आपने इंटर्नशिप प्रोग्राम है। आपने कहा कि सबसे बड़ी 5 कंपनियों में होगा। 99 फीसदी युवा को इस इंटर्नशिप प्रोग्राम से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेन मुद्दा युवाओं का परीक्षा में पेपर लीक है। जहां भी हम जाते हैं वो कहते हैं बेरोजगारी है लेकिन पेपर लीक भी होता है। 10 साल में 70 बार हुआ है पेपर लीक।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 31, 2024

हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है

पिंजौर, 30 जुलाई  2024 (यूटीएन)। जैसे जैसे हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे ही क्षेत्र में राजनीति सरगर्मियां भी तेज हो गई है। इसी कड़ी में पवन कुमारी शर्मा महासचिव प्रदेश महिला कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से मुलाकात की और क्षेत्र की राजनीति के बारे में बात की और कालका हल्का में समस्याओं से भी अवगत करवाते हुए कहा कि यहा के करीब 50 प्रतिशत लोग रोजगार के लिए पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश पर निर्भर है जबकि हमारे हल्का कालका में उत्तर भारत की लाइफ लाइन एचएमटी है।   जहा पर ट्रैक्टर प्लांट जिसमें हजारो लोगो का रोजगार जुड़ा हुआ था परन्तु अक्टूबर 2016 में मौजूद भाजपा सरकार ने बन्द करके लोगो से रोजगार छीनने का काम किया है, कहा कि कार्यकाल में प्रदेश में 7 जगहों में नगर निगम का दर्जा देकर विकास को गति दी थी परन्तु मौजूद सरकार ने सत्ता में आते ही पिंजौर, कालका को निगम से अलग करके नगर परिषद बना दिया उसके बाद से ही पिंजौर, कालका क्षेत्र में जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री से कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही कालका हल्का की समस्याओं को प्राथमिकता पर लेकर समाधान करवाए।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

admin

Jul 30, 2024

धामी ने नीति आयोग की बैठक में हिमालयी राज्यों के लिए विशिष्ट नीतियां बनाने का किया अनुरोध

नई दिल्ली, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में प्रतिभाग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में उत्तराखण्ड भी निरंतर कार्य कर रहा है। उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील राज्य है, इस बार के केन्द्रीय बजट में इसको दृष्टिगत रखते हुए विशेष वित्तीय प्राविधान किये जाने पर उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।   उन्होंने कहा कि हाल ही में जारी सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स इंडेक्स रैंकिंग में उत्तराखण्ड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य ने ‘समान नागरिक संहिता’ विधेयक को उत्तराखण्ड में पारित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई शहरों में पेयजल का गंभीर संकट दिखाई दिया है, इस समस्या के समाधान के के लिए भू जल स्तर बढ़ाने के साथ-साथ जल संरक्षण पर विशेष कार्य करने की आवश्यकता है।   उत्तराखण्ड में इसके लिए स्प्रिंग एंड रिवर रिज्यूविनेशन ऑथोरिटी का गठन किया है, जो जल संरक्षण और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने और हिम आधारित नदियों को वर्षा आधारित नदियों से जोड़े जाने की परियोजना पर कार्य कर रही है। उन्होंने इसके लिए केन्द्र सरकार से विशेष वित्तीय सहायता एवं तकनीकि सहयोग का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को और अधिक बढ़ावा देने की आवश्यकता है, जिसके लिए कलस्टर आधारित इंक्यूबेशन सेंटर तथा ग्रोथ सेंटर महत्वपूर्ण साबित होंगे। उत्तराखण्ड में पायलट प्रोजक्ट के रूप में दो रूरल इंक्यूबेशन सेंटर तथा 110 ग्रोथ सेंटर स्थापित किये गये हैं।   उन्होंने इंक्यूबेशन सेंटर्स स्थापित करने के लिए केन्द्र सरकार से तकनीकि और वित्तीय सहयोग के लिए अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए राज्यों को 25 मेगावाट से कम क्षमता की जल विद्युत परियोजनाओं के अनुमोदन तथा क्रियान्वयन की अनुमति प्रदान करने तथा लघु जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के लिए प्रस्तावित 24 प्रतिशत कैपिटल सब्सिडी के प्रस्ताव को पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही हिमालयी राज्यों में भी लागू करने का अनुरोध किया। ‘पी.एम कृषि सिंचाई योजना’ की गाईडलाइन्स में लिफ्ट इरिगेशन को शामिल करने के लिए भी मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया।    मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग तथा क्लाईमेट चेंज जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत उत्तराखण्ड सरकार ईकोलॉजी और ईकॉनॉमी के समन्वय से विकास योजनाओं को संचालित करने पर विशेष ध्यान दे रही है। राज्य में जीडीपी की तर्ज पर जीईपी जारी करने की शुरूआत की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी विकसित राष्ट्र में उनके शहरी क्षेत्र ग्रोथ इंजन के रूप में विशेष योगदान देते हैं। रोजगार सृजन बड़े शहरों में अधिक होता है, जिस कारण इन शहरों में अत्यधिक जनसंख्या के कारण मूलभूत सुविधाएं देना कठिन हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए देश के विभिन्न शहरों के बीच ‘काउंटर मैग्नेट एरियाज’ विकसित करने होंगे।   उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना शोध विकास एवं नवाचार के लिए ए.आई रेडीनेस और क्वांटम रेडीनेस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष नीति आयोग की आठवीं बैठक में हिमालयी राज्यों के विकास संबंधित कुछ प्रस्ताव रखे गये थे, उन प्रस्तावों पर हिमालयी राज्यों के परिपेक्ष में विशिष्ट नीतियां बनाने का उन्होंने अनुरोध किया।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 27, 2024

देश को विकसित बनाने में राज्यों की भूमिका अहम: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाना हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है. उन्होंने कहा कि हरेक राज्य इस लक्ष्य को हासिल करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि राज्यों की भूमिका इसलिए अहम है कि वे लोगों से सीधे जुड़े हुए हैं. राज्यों की जनता का हित राज्य सरकारों का सरोकार का हिस्सा है. केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को हर संभव मदद दी जाती है और राज्य सरकार उसे जनता तक पहुंचाती हैं. इस अहम मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत 2047 हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है. राज्य इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े हुए हैं. नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि ये दशक बदलावों, तकनीकी और भू-राजनीतिक और अवसरों का भी है.    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और अपनी नीतियों को अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनाना चाहिए. यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रगति की सीढ़ी है. पीएम ने कहा कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हमने 100 साल में एक बार आने वाली महामारी को हराया है. हमारे लोग उत्साह और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं. हम सभी राज्यों के संयुक्त प्रयास से विकसित भारत 2047 के अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं.नीति आयोग की मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक युवा देश है. यह अपने कार्यबल के कारण पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा आकर्षण है. हमें अपने युवाओं को एक कुशल और रोजगार योग्य कार्यबल बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए. विकसित भारत बनाने के लिए स्किल, रिसर्च, इनोवेशन और नौकरी आधारित ज्ञान पर जोर देना जरूरी है.    नीति आयोग की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की गई एक पोस्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में विकसित भारत में खुशहाल जनता के लिए बड़ी लकीर खींची है और इसे साकार बनाने में राज्यों की भूमिका को काफी अहम करार दिया है. राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित इस बैठक में अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल, केंद्रीय मंत्री और नीति आयोग के सदस्य शामिल हुए.   *केंद्र राज्य के बीच सहयोग बढ़ाने पर विमर्श* इस बैठक का मकसद केंद्र और राज्य सरकारों के बीच जन कल्याण से जुड़ी सरकारी परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने पर विचार विमर्श करना, सरकारी तंत्र को मजबूती प्रदान करना, साथ ही ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्र की आबादी के जीवन स्तर को बढ़ाना था.   *गैर भाजपा राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बनाई दूरी* हालांकि इस बैठक का गैर-भाजपा शासित कई राज्य सरकारों ने बहिष्कार करने का फैसला किया, और इन राज्यों के मुख्यमंत्री इस बैठक में नहीं आए. तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मसलन कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी ने इस बैठक में आने से पहले ही इनकार कर दिया था. इनके अलावा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और पंजाब और दिल्ली की आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारों ने भी बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया था. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस बैठक में नहीं आए लेकिन बिहार के दोनों डिप्टी सीएम ने बैठक में शिरकत की.   *ममता बनर्जी ने लगाया माइक बंद करने का आरोप* नीति आयोग की बैठक को बीच में छोड़कर निकलीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि उनको बोलने का पर्याप्त अवसर नहीं दिया गया. उनका माइक बंद कर दिया गया. इससे नाराज होकर वो बैठक बीच में ही छोड़कर निकल आईं. हालांकि बैठक में शामिल केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि ममता बनर्जी को बोलने का पूरा समय दिया गया. समय से पहले उनका माइक बंद नहीं किया गया था. उनका समय खत्म हो गया था.    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 27, 2024

धूमधाम से मनाया गया तीज उत्सव, पूर्व विधायक लतिका शर्मा के आह्वान पर पहुंची सैंकड़ों महिलायें

कालका, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। ज़िला पंचकूला के कालका में हर वर्ष की तरह इस बार भी भाजपा महिला मोर्चा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक लतिका शर्मा द्वारा कालका के एक निजी होटल में महिलाओं के लिए तीज उत्सव का आयोजन किया गया, यहाँ तीज उत्सव हरियाणवीं संस्कृति अंदाज में हर्ष-उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया।  जिसमें मुख्य तौर पर मुख्यमंत्री हरियाणा नायब सिंह सैनी जी की धर्मपत्नी सुमन सैनी, बंतो कटारिया, चंडीगढ़ भाजपा महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हीरा नेगी, पूर्व मानद सचिव रंजिता मेहता, महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री ऋचा पाहवा समेत क्षेत्र की सैंकड़ों महिलाएं भी मौजूद रही। तीज उत्सव पर होटल को पतंगों से सजाया गया और महिलाओं के लिए झुल्हे लगाए गए एवं सेल्फ़ी पोइंट भी बनाए गए।   सांस्कृतिक कार्यक्रम में महिलाओं ने गानों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी की धर्मपत्नी सुमन सैनी एवं पूर्व विधायक लतिका शर्मा के साथ खूब डांस किया और खूब भांगड़ा किया।  इस अवसर  सुमन सैनी ने आई महिलाओं को हरियाली तीज की बधाई देते हुए कहा कि भगवान सभी सुहागनों के जीवन में सुख समृद्धि बरकरार रखे और इसी तरह हमारा हरियाणा दिन दुगुनी रात चोगुणी उन्नति करता रहे। यह तीज का पर्व मुख्य रूप से पार्वती और भगवान शिव के साथ उनके पुनर्मिलन को समर्पित है। सभी को मिलजुल कर इस त्योहार को मनाना चाहिए। आगे बताते हुए कहा कि आने वाली चार तारीख़ को मुख्यमंत्री निवास पर भी हम पहली बार तीज का उत्सव मनाने जा रहे हैं।    डांस इंडिया डांस फेम बाप-बेटी की जोड़ी पिंजौर के मुकेश बादल एवं सरगम बादल और संत विवेकानंद स्कूल से आयी बच्चियों ने भी हरियाणवी संस्कृतिक वेशभूषा के साथ अपनी नृत की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। इस मौके पर तरह-तरह के व्यंजनों का भी सभी ने खूब आनंद लिया। पूर्व विधायक लतिका शर्मा ने भी सभी महिलाओं, बहनों एवं अपनी पूरी टीम को तीज की बधाई देते हुए कहा कि “तीज" एक सामान्य नाम है जो तीन प्रकार के तीज त्योहारों - हरतालिका, हरियाली और कजरी को संदर्भित करता है। सावन का महीना शुरू होते ही हमारी सारी बहने इस इंतज़ार में लग जाती है कि कब हम तीज का त्योहार मनायेंगे। इससे पहले लगातार कई वर्षों से यह उत्सव हम पिंजौर गार्डन में मनाते रहे हैं और इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी की धर्मपत्नी के आने से और चार चंद लग गये हैं। एक छोटे से बुलावे पर सभी महिलाओं के इस कार्यक्रम में पहुँचने पर और इस कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

admin

Jul 27, 2024

लगभग 80 करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से 30 सड़को व चार नए ट्यूब्वैलों का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

पंचकूला, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। हरियाणा के लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के) और जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी मंत्री डाॅ. बनवारी लाल ने कालका विधानसभा के लोगों को सौगात देते हुए दोनों विभागों की लगभग 80 करोड़ 92 लाख रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत से 30 सड़कों का उद्घाटन एवं शिलान्यास और 91.86 लाख रुपये की लागत से चार नए ट्यूब्वैल का शिलान्यास शामिल है।    कालका स्थित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डाॅ बनवारी लाल ने 53.47 करोड़ रुपये की लागत से 71.24 किलोमीटर लंबी 11 सड़को का उद्घाटन और 26.02 करोड़ रुपये की लागत से 47.63 किलोमीटर लंबी 19 सड़को का शिलान्यास किया। इसके अलावा उन्होंने जिन चार नए ट्यूब्वैलो का शिलान्यास किया, उनमें गांव पत्तन में 22.़92 लाख रुपये की लागत, गांव गणेशपुर भोरिया में 22.96 लाख रुपये की लागत, गांव नाला जबरोट में 22.92 लाख रुपये की लागत और गांव दमदमा में 23.06 लाख रुपये की लागत से ट्यूब्वैल शामिल है। इस अवसर पर कालका की पूर्व विधायिका लतिका शर्मा भी उपस्थित थी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डाॅ बनवारी लाल ने कहा कि कालका विधानसभा क्षेत्र के लोगो के लिए खुशी का दिन है जब उन्हें एक साथ लगभग 81 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात मिली है ।   उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं की शुरूआत से कालका विधानसभा के लोगों को जहां बेहतर रोड कनैक्टिविटी उपलब्ध होगी वहीं स्वच्छ पेयजल की भी आपूर्ति भी होगी। डाॅ बनवारी लाल ने कहा कि वर्तमान बीजेपी सरकार ने अपने अब तक के लगभग 10 वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से कार्य करते हुए क्षेत्रवाद से उपर उठकर समान विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जन सेवा की भावना से कार्य करते हुए लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरूआत कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से 11 बजे तक समाधान शिविर का आयोजन किया जाता है ताकि आमजन को आ रही समस्याओं का तुरंत समाधान हो और वे बिना किसी कठिनाई के सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सके।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

admin

Jul 27, 2024

पहली हाइड्रोजन ट्रेन इस साल आएगी; 2027 तक बुलेट ट्रेन चलने की संभावना: अनिल कुमार खंडेलवाल

नई दिल्ली, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। रेलवे बोर्ड के सदस्य (इंफ्रास्ट्रक्चर) अनिल कुमार खंडेलवाल के अनुसार, भारतीय रेलवे देश के विशाल रेल नेटवर्क में अपनी स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली, कवच की तैनाती का तेज़ी से विस्तार कर रहा है। फिक्की के फ्यूचर रेल इंडिया 2024 सम्मेलन में बोलते हुए खंडेलवाल ने घोषणा की, "हमने 16 जुलाई को संस्करण I के लिए अपने कवच के अंतिम विनिर्देश को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है। अब, हम इसे पूरे देश में बड़े पैमाने पर लॉन्च कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि 1,400 किलोमीटर से अधिक में काम पहले ही पूरा हो चुका है। यह दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा के 3,000 किलोमीटर पर चल रहा है, और 3,200 किलोमीटर के लिए बोलियाँ आमंत्रित की गई हैं, तथा 5000 किलोमीटर के लिए जल्द ही बोलियाँ आमंत्रित की जाएँगी। रेलवे अब इस महत्वपूर्ण सुरक्षा पहल में व्यापक उद्योग भागीदारी को आमंत्रित कर रहा है। "मैं उद्योगों से बड़े पैमाने पर भागीदारी करने का अनुरोध करता हूँ। उन्होंने खुलासा किया कि कवच के लिए तीन कंपनियों को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, तथा आठ और विचाराधीन हैं।    बढ़ी हुई रेल सुरक्षा के लिए यह प्रयास भारतीय रेलवे के व्यापक परिवर्तन का हिस्सा है। इस परिवर्तन के केंद्र में नव स्थापित गतिशक्ति निदेशालय है, जिसे परियोजना नियोजन और निष्पादन को सुव्यवस्थित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। खंडेलवाल ने बताया कि इस केंद्रीकृत दृष्टिकोण ने प्रभावशाली परिणाम दिए हैं, जिसमें प्रति वर्ष स्वीकृत परियोजनाओं की संख्या 7-8 से बढ़कर 70-80 हो गई है। "पहले, हम औसतन प्रति दिन लगभग चार किलोमीटर की डिलीवरी करने में सक्षम थे; अब यह 14 किलोमीटर प्रति दिन से अधिक हो गया है। पिछले साल हमने 5,000 किलोमीटर से ज़्यादा नई रेल लाइन बिछाई। यह तेज़ विस्तार भारतीय रेलवे की देश के माल बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है। श्री खंडेलवाल ने लक्ष्य को रेखांकित किया: "हमारा कुल लॉजिस्टिक्स बाज़ार लगभग 5,000 मिलियन टन है, जिसमें से पिछले साल हमने 1,600 मिलियन टन माल ढोया था। हम 2030-31 तक इस आंकड़े को 35% या 3,000 मिलियन टन तक ले जाने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने की योजना बना रहे हैं।"   पर्यावरणीय स्थिरता भी एक प्रमुख फ़ोकस है खंडेलवाल ने घोषणा की कि "हमारी पहली हाइड्रोजन ट्रेन इस साल आएगी, और हम 2047 तक लगभग 50 लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं।" रेलवे की महत्वाकांक्षी योजनाएँ हाई-स्पीड रेल तक फैली हुई हैं खंडेलवाल ने पुष्टि की कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन "2027 तक चलने की संभावना है।" अपने प्रस्तुतीकरण के दौरान, खंडेवाल ने निजी क्षेत्र के लिए अनेक अवसरों का उल्लेख किया, जिसमें बुनियादी ढांचे का विकास, सुरक्षा और यात्री सुविधाओं का विकास शामिल है। उद्योग से "तैयार होने और काम करने" का आग्रह करते हुए, उन्होंने कहा, "यह रेलवे के लिए सबसे अच्छा समय है, जहाँ सुरक्षित निधि उपलब्ध है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम कितना काम कर सकते हैं; निधि कोई बाधा नहीं है।" बीईएमएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शांतनु रॉय ने इस बात पर जोर दिया कि देश "परिवर्तन के मुहाने पर है", अब तक रेलवे का विकास केवल "हिमशैल का सिरा" है। उन्होंने भारत में रेल आधुनिकीकरण के भविष्य के लिए आठ महत्वपूर्ण स्तंभों को रेखांकित किया। इनमें बुनियादी ढांचे का विकास, विद्युतीकरण, तकनीकी उन्नति, रसद, सुरक्षा और संरक्षा, यात्री सुविधाएँ, स्थिरता पहल और मेट्रो विस्तार प्रमुख क्षेत्र हैं।   रॉय ने इस क्षेत्र में बीईएमएल के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला, जिसने रेलवे को 20,000 से अधिक कोच और मेट्रो सिस्टम के लिए 2,000 कारें प्रदान की हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बीईएमएल अगले कुछ हफ्तों में भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन देने के लिए तैयार है। फिक्की ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के चेयरमैन बीवीएन राव ने भारतीय रेलवे की महत्वपूर्ण प्रगति और अभिनव उन्नति को रेखांकित किया, जिसने दक्षता, स्थिरता और कनेक्टिविटी में नए मानक स्थापित करते हुए भारतीय रेलवे को नया आकार दिया है। उन्होंने परिचालन दक्षता और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने में जीआईएस, आईओटी और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। फिक्की ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के सह-अध्यक्ष (रेलवे) विवेक लोहिया ने रेलवे की बेहतर दक्षता और स्थिरता को रेखांकित किया, सड़क परिवहन की तुलना में इसकी 40% अधिक दक्षता और 85% कम कार्बन फुटप्रिंट का उल्लेख किया। उन्होंने इस क्षेत्र की हालिया उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में परिचालन में 10% वृद्धि और माल ढुलाई क्षमता में 5% की वृद्धि शामिल है, जिसके साथ रेलवे अब 1,600 मिलियन टन से अधिक माल ढुलाई कर रहा है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 27, 2024

क्या फिर पाला बदलने वाले हैं नीतीश कुमार? नीति आयोग की बैठक में न पहुंचने के बाद लगने लगे कयास

नई दिल्ली, 27 जुलाई  2024 (यूटीएन)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को नीति आयोग की दिल्ली में हुई बैठक में शामिल नहीं हुए. अधिकारियों ने बताया कि बैठक में राज्य का प्रतिनिधित्व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने किया. कुमार के इस महत्वपूर्ण बैठक से अनुपस्थित रहने का कारण अभी पता नहीं चल सका है.   यह पहली बार नहीं है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं. शामिल नहीं हुए थे और बिहार का प्रतिनिधित्व तत्कालीन उपमुख्यमंत्री ने किया था. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि इस बार भी दोनों उपमुख्यमंत्री बैठक में शामिल होने गए थे. इसके अलावा, बिहार से चार केंद्रीय मंत्री भी आयोग के सदस्य हैं और वे बैठक में मौजूद रहेंगे.   *विकसित भारत पर हुई चर्चा*   उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बैठक में क्यों शामिल नहीं हुए इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. बता दें कि आयोग की नौवीं शासी परिषद की बैठक में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से की गई थी. बैठक में डॉक्युमेंट 'विकसित भारत@2047' पर सभी ने चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष हैं.   *बीच में ही बैठक छोड़कर निकलीं ममता बनर्जी*   नीतीश कुमार की अनुपस्थिति से अलग इस बैठक में ममता बनर्जी की उपस्थिति ने भी सबको चौंकाया. हालांकि, चर्चा है कि ममता बनर्जी बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गईं. इतना ही नहीं ममता ने इस दौरान कहा कि ये कैसे चल सकता है? ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने बैठक में अपना विरोध जताया. उन्हें बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया जाता. ये कैसे चल सकता है? केंद्र सरकार मनमानी कर रही है.   मैंने कहा कि आपको (केंद्र सरकार को) राज्य सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. मैं बोलना चाहती थी लेकिन मुझे सिर्फ 5 मिनट बोलने दिया गया. मुझसे पहले के लोगों ने 10-20 मिनट तक बात की. विपक्ष से मैं अकेली थी जो इस बैठक में भाग ले रही थी लेकिन फिर भी मुझे बोलने नहीं दिया गया. यह अपमानजनक है. यह सिर्फ बंगाल का ही नहीं, बल्कि सभी क्षेत्रीय दलों का अपमान है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jul 27, 2024