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साइबर खतरे के बारे में जागरूकता के लिए विनीत कुमार अक्षय ओबेरॉय ने साइबर सुरक्षा मुख्यालय का दौरा किया

नई दिल्ली, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। सुसी गणेशन द्वारा निर्देशित और विनीत कुमार सिंह, उर्वशी रौतेला और अक्षय ओबेरॉय अभिनीत आगामी फिल्म “घुसपैठिया” की टीम ने कफ परेड के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में साइबर सुरक्षा मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरे में महाराष्ट्र साइबर विभाग के आईजीपी यशस्वी यादव आईपीएस के साथ बैठक शामिल थी, जिसमें भारत और दुनिया भर में साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस दौरे के दौरान, अभिनेता विनीत कुमार सिंह और अक्षय ओबेरॉय ने निर्देशक सुसी गणेशन के साथ साइबर अपराधों के प्रचलित मुद्दों के बारे में आईजीपी यशस्वी यादव के साथ एक व्यावहारिक चर्चा की।   विनीत कुमार सिंह ने कहा, “साइबर धोखाधड़ी एक बढ़ता हुआ खतरा है, और लोगों को ऑनलाइन सामना करने वाले खतरों के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है। हमारा उद्देश्य अपने मंच का उपयोग शिक्षित करने और सुरक्षा के लिए करना है।” अक्षय ओबेरॉय ने जोर देकर कहा, “साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति को समझकर, हम खुद को और अपने प्रियजनों को बेहतर तरीके से सुरक्षित कर सकते हैं।  यह दौरा हमारी आँखें खोलने वाला रहा है, और हम इस जागरूकता को फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” निर्देशक सुसी गणेशन ने साझा किया, “हमारी फिल्म ‘घुसपैठिया’ न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि साइबर खतरों के खतरों को उजागर करने के एक बड़े उद्देश्य को भी पूरा करती है। साइबर विभाग के साथ यह बातचीत इन अपराधों के खिलाफ लड़ने के हमारे संकल्प को मजबूत करती है।”   आईजीपी यशस्वी यादव ने अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, “साइबर अपराध के खिलाफ हमारी लड़ाई में इस तरह की पहल महत्वपूर्ण हैं। फिल्म उद्योग की एक शक्तिशाली आवाज है, और मैं ‘घुसपैठिया’ की टीम की सराहना करता हूँ कि उन्होंने जागरूकता पैदा करने और पीड़ितों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अपने मंच का उपयोग किया। “घुसपैठिया” के निर्माताओं ने #माई घुसपैठिया स्टोरी अभियान भी शुरू किया है, जिसमें साइबर खतरों का सामना करने वाले व्यक्तियों से अपने अनुभव साझा करने और ₹1 लाख का नकद पुरस्कार जीतने का आग्रह किया गया है। मीडिया के सम्मानित सदस्य इन कहानियों का मूल्यांकन करेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर आवाज़ सुनी जाए और उसका सम्मान किया जाए।  टीम साइबर खतरों के खतरों के बारे में पीड़ितों को बोलने और दूसरों को शिक्षित करने के लिए एक मंच प्रदान करके समाज को एक सुरक्षित स्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 3, 2024

सरकार 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है: पीयूष गोयल

नई दिल्ली, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। अभूतपूर्व अवसरों का लाभ उठाना’ विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। आईएमएफ के कार्यकारी निदेशक डॉ. के.वी. सुब्रमण्यन द्वारा लिखित पुस्तक इंडिया@100: एनविज़निंग टुमॉरो इकनोमिक पावरहाउस का वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री द्वारा विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “हमारे पास क्षमता है, हमारे पास इच्छाशक्ति है, हमारी इच्छाशक्ति है, हमारे पास प्रतिभा, कौशल और क्षमता है। नीति निर्माताओं के रूप में हम 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रक्षा, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में आत्मनिर्भरता और हमारे विनिर्माण सेटअप की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए केंद्रित प्रयासों के साथ-साथ बढ़ी हुई पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी अपनाने से हमें एक मजबूत मुद्रा और एक मजबूत मैक्रो-इकोनॉमी बनाने में मदद मिलेगी, जिससे हम 55 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकेंगे।   “अगले 3-3.5 वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी, जिससे हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। जैसे-जैसे हम अपनी शिपिंग बढ़ाते हैं, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर ध्यान केंद्रित करते हैं और रक्षा में पर्याप्त होते हैं, हम रुपये में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। हम 2000-20 के बीच चीन की कहानी को दोहरा सकते हैं, अगर बेहतर नहीं तो।” कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने इंडिया@100: एनविज़निंग टुमॉरो इकनॉमिक पावरहाउस में इस सदी में एक बार मिलने वाले अवसर की जांच की है, जो भारत के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। इंडिया@100 इस बात का मजबूत सबूत है कि भारत एक ऐसे मोड़ पर है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, यह भारतीय वास्तविकताओं पर आधारित एक साहसिक दृष्टिकोण है। चार प्रमुख स्तंभों - विकास पर व्यापक आर्थिक जोर, सामाजिक और आर्थिक समावेशन पर सूक्ष्म आर्थिक ध्यान, नैतिक धन सृजन की दृष्टि, और निवेश द्वारा प्रेरित एक पुण्य चक्र की रणनीति - की जांच सुब्रमण्यन ने सावधानीपूर्वक शोध और अवधारणात्मक विश्लेषण के माध्यम से की है।    वह प्रत्येक स्तंभ के भीतर नीति के विकल्पों और सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा करते हैं। इंडिया@100 सहजता से पाठक की कल्पना को प्रज्वलित करता है और एक ऐसे भविष्य की ओर सामूहिक अभियान को प्रेरित करता है जहां भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभरता है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के उत्थान में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक अमूल्य पुस्तक है। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने इस प्रतिष्ठित सभा को संबोधित करते हुए कहा, "देश ने पिछले वर्षों में जो महत्वपूर्ण प्रगति की है, वह संयोग से नहीं है, यह डिजाइन द्वारा है, और पिछले 10 साल इसका प्रमाण हैं। भारत एक अत्यधिक लचीली अर्थव्यवस्था है। कुछ साल पहले, 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना हमारा सपना था और आज हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की बात कर रहे हैं और इसके लिए बहुत काम करने की जरूरत है। भारत ने सफलतापूर्वक वैश्विक विश्वास अर्जित किया है और हमने अपनी जनसांख्यिकी, अपने बड़े बाजार का लाभ उठाकर और चीजों को अंजाम देने के लिए सही क्षमताओं का निर्माण करके ऐसा किया है।”   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 3, 2024

आम्रपाली, फजली, लंगड़ा… आम की मिठास में डूबी दिल्ली, भारत आम महोत्सव में लोगों ने उठाए खूब लुत्फ

नई दिल्ली, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। राजधानी दिल्ली में भारत आम महोत्सव का आयोजन किया गया। फलों के राजा आम के शौकीनों के लिए ये खास मौका होता है। कानपुर के भाजपा सांसद रमेश अवस्थी द्वारा पिछले 17 वर्षों से आयोजित इस आम महोत्सव में अलग-अलग वैरायटी के आमों की नुमाइश लगती है। बागवानों का कहना है कि इस तरह के आयोजनों के जरिए उन्हें आमों की पुरानी किस्मों को बरकरार रखने और नई किस्में तैयार करने का मौका मिलता है। बागवान ये भी मानते हैं कि महोत्सव उन्हें बाजार बढ़ाने के लिए बड़ा मंच देता है। उन्हें यहां नए खऱीदार मिलते हैं। सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत सहित अनेक राजनेता, अभिनेता व अनेक देशों के राजनायिक इस आयोजन के साक्षी बने। जिसमें अभिनेत्री भाग्य, नवीन जिंदल, अर्जुन राम मेघवाल एवं रविशंकर प्रसाद आदि शामिल हैं।   *300 तरीके के आम प्रदर्शित किए गए* इस फेस्टिवल की खास बात यह है कि यहां पर एक दो तरह के नहीं बल्कि 300 तरीके के अलग-अलग आम लाए गए हैं. कुछ आम ऐसे हैं, जिन्हें क्रॉस ब्रीड करके बनाया गया है तो कुछ ऐसे आम हैं, जिनके आकार को आप सोच भी नहीं सकते हैं. अब बाजार में तो 4 से 5 तरह के आम ने ही लोगों के दिलों पर राज कर रखा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम की 3000 से ज्यादा प्रजातियां होती है, इन्हीं में से कुछ प्रजातियां इस फेस्टिवल का भी हिस्सा बनीं.   *जानें आम महोत्सव की कुछ खास वैरायटी*  इस महोत्सव में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से लाए गए अद्वितीय और स्वादिष्ट आमों की प्रदर्शनी लगी। इस फेस्टिवल में देशभर के अलग-अलग किसानों ने हिस्सा लिया. अलग-अलग राज्यों के आम यहां मौजूद हैं, अब चाहे लखनऊ के मलिहाबाद का दशहरी हो, जिसको गीआई टैग भी मिल गया है या पश्चिम बंगाल का हिमसागर और मालदा तो वहीं उत्तर प्रदेश का लंगड़ा और बिहार का बंबइया आम लोगों को खूब पसंद आ रहा है. सबसे बड़ी बात ये है कि इस आम महोत्सव के जरिए छोटे बागवानी करने वाले किसानों को भी काफी फायदा हो रहा है. साथ ही गी टैग मिलने से दशहरे आम आज सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में लोगों को भारतीय आम का परिचय दे रहा है.   *आम के अनोखे नाम* यह तो हो गई अलग-अलग प्रजातियां , चलिए आपको कुछ अनोखे नाम के आम के बारे में भी बताते हैं, इस फेस्टिवल में कहीं अंगूरी आम, देसी राजा तो कहीं मल्लिका लोगों के दिलों पर राज करती नजर आई. लेकिन इन सबके बीच एक आम जिसने सुर्खियां बटोर ली उसका नाम है मोदी मैंगो. इस नाम को रखने की वजह बताते हुए लखनऊ से आए दुकानदार कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 10 सालों में देश को ऊंचाइयों पर पहुंचा है इसलिए उन्होंने भी अपने सबसे बड़े आम का नाम मोदी मैंगो रख दिया।   *अंगूर से पपीते के आकार तक के आम*  इस फेस्टिवल की खास बात यह है कि यहां पर अंगूर के आकार से लेकर पपीते के आकार के भी आम मौजूद हैं, कुछ आम दिखने में करेले जैसे हैं। लगातार 17 वर्षों से आयोजित किए जा रहे इस मैंगो फेस्टिवल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसके आयोजक कानपुर के भाजपा सांसद रमेश अवस्थी बताते हैं कि पहले कानपुर में मैंगो पार्टी के नाम से इसका आयोजन शुरू किया 2014 में जब केंद्र में भाजपा सरकार बनी तो दिल्ली के पीएसओआई क्लब में बड़े पैमाने पर इसका आयोजन शुरू किया गया लेकिन वहां जगह कम पड़ने लगी तो कंस्टीट्यूशन क्लब में शिफ्ट किया गया वहां से वैस्टर्न कोर्ट होते हुए तालकटोरा स्टेडियम तक पहुंचा। वे बताते हैं कि कानपुर की छोटी सी मैंगो पार्टी से शुरू हुआ यह आयोजन आज देश के नामी मैंगो फेस्टिवल में शुमार हो गया। अब इसमें उत्तर प्रदेश के ही नहीं देश के अनेक राज्यों के किसान अपने आम का प्रदर्शन करते हैं। अवस्थी बताते हैं कि इस मैंगो फेस्टिवल में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के सांसद, विधायक  एवं अनेक वरिष्ठ राजनेता, फिल्म जगत की जानी-मानी हस्तियां तथा अनेक देशों के राजनायिक शामिल होते हैं।   इस आयोजन में कंधे से कंधा मिलाकर अपने पिता का साथ देने वाले सचिन अवस्थी बताते हैं कि इस बार मैंगो फेस्टिवल में 107 सांसदों, 15 केंद्रीय मंत्रियों सहित दस देशों के राजदूतों व मशहूर फिल्म अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत और अनेक फिल्म अभिनेता व अभिनेत्री शामिल हुए। इसके अलावा देश भर से आए हजारों किसानों और आम प्रेमियों ने अनेक प्रजातियों के आमों व उनसे तैयार मैंगो शेक और आईसक्रीम का स्वाद भी लिया। सचिन बताते हैं कि इस मैंगो फेस्टिवल में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से लाए गए अद्वितीय और स्वादिष्ट आमों की प्रदर्शनी लगाई गई. तथा लोगों ने दशहरी, लंगड़ा, अल्फांसो, हापुस, केसर, और कई अन्य किस्मों के आमों का स्वाद लिया. इसके अलावा उन किसानों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट कार्य और योगदान से आम उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए नृत्य, संगीत और पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन भी किया गया. इसके साथ ही एक गाला डिनर भी आयोजित किया गया जिसमें जिसमें आम से बने विविध व्यंजनों का आनंद लिया. यह डिनर महोत्सव का प्रमुख आकर्षण था, जहां आम प्रेमियों को एक ही स्थान पर अनेक स्वादिष्ट व्यंजन चखने का मौका मिला. इस फेस्टिवल में आमों की विभिन्न वैरायटियों से बना केक भी काटा गया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 3, 2024

साइबर अटैक की चपेट में देश के 300 बैंक, कामकाज बंद, यूपीआई से पेमेंट भी ठप

नई दिल्ली, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर एक बड़ा साइबर अटैक किया गया है. इसके चलते लगभग 300 छोटे बैंक प्रभावित हुए हैं. इस रैनसमवेयर अटैक  के चलते इन स्थानीय बैंकों को अपना कामकाज बंद करना पड़ा है. इस हमले की शिकार एक सी-एज टेक्नोलॉजीस कंपनी हुई है. यह इन सभी बैंकों को टेक्निकल सपोर्ट देती है. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने फिलहाल अस्थायी रूप से इस कंपनी के काम पर रोक लगा दी है.    *सी-एज टेक्नोलॉजीस पर फिलहाल लगी रोक* सूत्रों के हवाले से आई इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सी-एज टेक्नोलॉजीस पर हुए इस साइबर अटैक के चलते देश के लगभग 300 छोटे बैंकों का पेमेंट सिस्टम ठप पड़ गया. यह कंपनी पूरे देश में बैंकिंग टेक्नोलॉजी सिस्टम उपलब्ध कराती है. हालांकि, इस मामले पर फिलहाल सी-एज टेक्नोलॉजीस ने कुछ भी कहने इनकार कर दिया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इस बड़े साइबर अटैक को लेकर चुप्पी साध ली है. हालांकि, भारत में पेमेंट सिस्टम की रेगुलेटर एनपीसीआई ने बुधवार देर रात जानकारी दी कि उन्होंने सी-एज टेक्नोलॉजीस पर फिलहाल कुछ समय के लिए रोक लगा दी है. यह कंपनी अगले आदेश तक रिटेल पेमेंट सिस्टम का हिस्सा नहीं होगी.   फिलहाल पेमेंट सिस्टम नेटवर्क से बाहर रहेंगे 300 बैंक एनपीसीआई के अनुसार, सी-एज टेक्नोलॉजीस की सर्विसेज का इस्तेमाल कर रहे बैंकों के कस्टमर कुछ समय तक पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल नहीं कर पाए. सूत्रों ने कहा है कि देश के पेमेंट सिस्टम पर गलत प्रभाव को रोकने के लिए फिलहाल ये 300 बैंक पेमेंट नेटवर्क से बाहर ही रहेंगे. उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर छोटे बैंक हैं. देश के कुल पेमेंट सिस्टम में इनकी सिर्फ 0.5 फीसदी हिस्सेदारी है. इसकी वजह से लोगों को ज्यादा समस्या नहीं आएगी. फिर भी इसका असर कुछ समय तक पेमेंट सिस्टम पर दिखाई दे सकता है.    *ऑडिट में जुटी एनपीसीआई, आरबीआई ने दी थी चेतावनी* भारत में लगभग 1,500 कोऑपरेटिव और रीजनल बैंक हैं. इनमें से ज्यादातर का कारोबार बड़े शहरों के बाहर होता है. सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ बैंक प्रभावित हुए हैं. एनपीसीआई फिलहाल ऑडिट करने में जुटी हुई है ताकि यह रैनसमवेयर अटैक ज्यादा बैंकों तक न फैले. बैंकिंग सेक्टर हमेशा से साइबर अपराधियों के निशाने पर रहा है. आरबीआई के अलावा अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने हाल ही में कई बार भारतीय बैंकों को संभावित साइबर हमलों के बारे में चेतावनी दी थी.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 3, 2024

भाजपा के राज में रोजगार के साधनों को बंद किया गया है

पिंजौर, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने जनसंपर्क अभियान के तहत गांव सूरजपुर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के राज में रोजगार के साधनों को बंद किया गया है। नगर परिषद भी गांव के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसकी वजह से लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में कोई बचाव के इंतजाम नहीं किए गए और आज लोग जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों को नुकसान झेलना पड़ रहा है लेकिन सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं मिल रही हैं। विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि लावारिस पशुओं की वजह से हर जगह हादसे हो रहे हैं और इसके साथ ही किसानों की फसलों को भी नुकसान हो रहा है। परंतु पशुओं को हटाने के कोई प्रबंध नहीं है। केवल पशु हटाने के नाम पर पैसा हड़पा जा रहा है।   उन्होंने कहा कि 10 साल में सुखोमाजरी बायपास का तक निर्माण पुरा नही हो पाया हैं। पिंजौर से बद्दी रोड पर फ्लाईओवर के स्लीप रोड सही नही होने से बहुत लंबा जाम लगता है। हर जगह सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। कूड़ा गिराने की कोई व्यवस्था नही है। सुरजपुर से एचएमटी सड़क का बुरा हाल हो चुका है। जनसंपर्क अभियान के दौरान कई नेताओं ने संबोधित किया। विधायक ने कहा कि वर्तमान में बिजली और पानी की किल्लत से विधानसभा में कई क्षेत्र भारी किल्लत झेल रहे हैं। इसके साथ ही किसानों की बिजली भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि रायपुररानी, रायतन क्षेत्र, कालका इत्यादि क्षेत्र से लगातार लोगों के फोन आ रहे हैं। इस मौके पर पवन कुमारी शर्मा, नरेश मान, रणदीप राजू, जरनैल मानकपुर, राजेश बेनीवाल, गेल्ला, कुलदीप, मलकीत मान, दीपक मान, नीलम बेनीवाल, पूर्व सरपंच गुरनाम सिंह इत्यादि मौजूद रहे।          हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Aug 3, 2024

विशेष स्वच्छता अभियान की शुरुआत

पिंजौर, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)।  स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिला पंचकुला की सभी पंचायतों में विशेष स्वच्छता अभियान की शुरुआत हो गई है। सीईओ जिला परिषद पंचकुला गगनदीप सिंह व बीडीपीओ पिंजौर विनय प्रताप सिंह की अगवाई में पिंजौर ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतो में अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान 24 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक लगातार चलेगा। अनिकेत धनखड़ ब्लॉक ऑर्डिनेटर पिंजौर ने बताया कि यह विशेष अभियान गत 24 जुलाई से अगामी 15 अगस्त तक सभी ग्राम पंचायतों में चलाया जाएगा।    उन्हें बताया कि विशेष अभियान के तहत गांव स्कूलों में रेली प्रभात फेरी निकाली कर पेड़ पौधे लगाएंगे जाएंगे। इसके इलावा पॉलीथिन मुक्त गांव , घर घर कूड़ा उठाने, कूड़ेदान का प्रयोग करने को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। धनखड़ ने बताया कि इसके साथ-साथ जल संरक्षण के लिए सॉकेट पिट जैविक खाद के लिए कम्पोस्ट पिट बनाने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। उन्हें बताया कि यह कोई एक दीन का विषय नहीं है यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। क्योंकि स्वच्छता प्रत्येक व्यक्ति पशु पर्यावरण आदि के लिए बहुत जरूरी है। इसको साफ रखना हमारी ज़िम्मेदारी बनती है।    हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Jul 31, 2024

एचएमटी की ओर से शिव भक्त कावड़ियों के लिए भव्य शिविर लगाया गया है

पिंजौर, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। पिंजौर एचएमटी मेन गेट के समीप गौरी शंकर मंदिर सनातन धर्म सभा एचएमटी की ओर से शिव भक्त कावड़ियों के लिए भव्य शिविर लगाया गया है। शिविर में हल्का कालका के विधायक प्रदीप चौधरी, हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी शर्मा, नरेश मान आदि भी नतमस्तक होने के लिए पहुंचे। वहीं उन्होंने शिविर में पहुंचे कावड़ियों का भव्य स्वागत किया और भगवान शिव से समस्त पिंजौर कालका क्षेत्र वासियों के सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म में सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और भगवान शिव के भक्ति कांवडिये हरिद्वार से गंगाजल लाकर शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करवाते हैं। शर्मा ने कहा की जो भी व्यक्ति सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है भगवान शिव उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। उन्होंने आने वाले शिवरात्रि पर्व की सभी क्षेत्र वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं भी।  हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Jul 31, 2024

वियतनाम के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ मजबूत आर्थिक संबंधों का आह्वान किया

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह ने वियतनाम और भारत के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग का आह्वान किया है, उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार में 20 बिलियन डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। फिक्की और सोशलिस्ट रिपब्लिक ऑफ वियतनाम के दूतावास द्वारा आयोजित वियतनाम-भारत व्यापार मंच में बोलते हुए, प्रधानमंत्री चिन्ह ने वियतनाम की आर्थिक उपलब्धियों को रेखांकित किया और भारतीय व्यवसायों को बुनियादी ढांचे, डिजिटल प्रौद्योगिकी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।अपने संबोधन में, पीएम चिन्ह ने वियतनाम और भारत के बीच 2,000 साल पुरानी पुरानी दोस्ती पर जोर दिया। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उन्नत करने पर प्रकाश डाला, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसने "सभी क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है।"   प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और बहुपक्षवाद की वियतनाम की विदेश नीति पर जोर देते हुए कहा कि देश का लक्ष्य "दुनिया भर के सभी देशों का एक अच्छा दोस्त और विश्वसनीय भागीदार और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का एक जिम्मेदार सदस्य बनना है।" प्रधानमंत्री चिन्ह ने भारतीय व्यवसायों को वियतनाम में और अधिक निवेश करने के लिए आमंत्रित किया, विशेष रूप से सेमीकंडक्टर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार, डिजिटल परिवर्तन, हरित हाइड्रोजन, फार्मास्यूटिकल्स, नवीकरणीय ऊर्जा और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में। उन्होंने कहा कि वियतनाम वर्तमान में अपनी 33% फार्मास्यूटिकल्स भारत से प्राप्त करता है और "हमारे लोगों के स्वास्थ्य और जीवन की रक्षा में मदद करने के लिए वियतनाम में एक उचित फार्मास्यूटिकल पारिस्थितिकी तंत्र" स्थापित करने में रुचि व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने भारतीय व्यवसायों से वियतनामी कंपनियों को अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में एकीकृत करने की सुविधा प्रदान करने का भी आह्वान किया और भारतीय व्यवसायों से वियतनाम को एक रणनीतिक गंतव्य के रूप में विचार करने का आग्रह किया। चिन्ह ने खुलासा किया कि उन्होंने कई भारतीय कंपनियों से मुलाकात की है जिन्होंने वियतनाम में निवेश करने का संकल्प लिया है।    उन्होंने इन प्रतिबद्धताओं का स्वागत किया और निरंतर निवेश और सहयोग की आशा व्यक्त की। इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, जितिन प्रसाद ने भारत और वियतनाम के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग का आह्वान किया, उनकी विकास रणनीतियों की पूरक प्रकृति और पारस्परिक लाभ की क्षमता पर जोर दिया। प्रसाद ने भारत और वियतनाम के बीच आर्थिक तालमेल पर प्रकाश डाला, और कहा कि दोनों देश औसत वैश्विक आर्थिक विकास दर से लगभग दोगुनी गति से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमारे दोनों देश अपने विनिर्माण कौशल को बेहतर बनाने और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं और विश्व अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।" मंत्री ने एक-दूसरे के बाजारों में अवसरों पर अधिक ध्यान देने का आह्वान किया, उन्होंने बताया कि बड़े वैश्विक बाजार महत्वपूर्ण हैं, लेकिन द्विपक्षीय व्यापार की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने हनोई में 33वें वियतनाम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में अतिथि के रूप में भारत की हालिया भागीदारी का उल्लेख किया, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों का संकेत देता है। प्रसाद ने आग्रह किया, "मेरा मानना ​​है कि हमारे व्यवसायों को वास्तव में एक-दूसरे पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, जितना हम वर्तमान में कर रहे हैं उससे कहीं अधिक।"    उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यावसायिक संबंधों को बढ़ावा देने और समर्थन देने की भारत सरकार की इच्छा व्यक्त की। मंत्री ने चल रही व्यापार वार्ताओं का उल्लेख किया, जिसमें 2009 के भारत-आसियान व्यापार और माल समझौते की समीक्षा शामिल है, जिसे 2025 तक पूरा किया जाना है, और इंडो-पैसिफिक आर्थिक रूपरेखा वार्ता। ये भारत और वियतनाम के बीच आर्थिक सहयोग को और बढ़ा सकते हैं। अपने स्वागत भाषण में, फिक्की के पूर्व अध्यक्ष संदीप सोमानी ने भारत और वियतनाम के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार 14.8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें और वृद्धि की संभावना है। सोमानी ने पूरक व्यापार लाभों और विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते निवेश पर जोर दिया। उन्होंने कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, आईसीटी और नवीकरणीय ऊर्जा को सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के रूप में पहचाना। पर्यटन, विशेष रूप से बौद्ध-केंद्रित और गंतव्य शादियों को एक आशाजनक जुड़ाव क्षेत्र के रूप में उजागर किया गया। सोमानी ने आपसी समझ को मजबूत करने में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों से लोगों के संपर्क के महत्व पर भी जोर दिया। इस कार्यक्रम में दा नांग, वियतनाम और अहमदाबाद, गुजरात, भारत के बीच सीधी उड़ान का शुभारंभ भी हुआ।   *इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान कई समझौता ज्ञापनों की घोषणा की गई। इनमें शामिल हैं:*   1. वियतनाम एयरलाइंस और इनोवेशन इंडिया के बीच फिल्म लव इन वियतनाम और भारत-वियतनाम मैत्री महोत्सव - नमस्ते वियतनाम महोत्सव 2024 के तीसरे संस्करण से संबंधित सहकारी गतिविधियों में समझौता ज्ञापन।   2. एविएशन, एयरपोर्ट और लॉजिस्टिक्स उद्योग में सहयोग पर सोविको और अडानी के बीच समझौता ज्ञापन।   3. अपशिष्ट उपचार संयंत्र के विकास, वित्तपोषण, निर्माण, संचालन और रखरखाव पर टीएंडटी समूह और रामकी समूह के बीच मास्टर भागीदारी समझौता।   4. फार्मास्युटिकल औद्योगिक पार्क के बारे में सहयोग पर टीएंडटी समूह और रामकी के बीच समझौता ज्ञापन।   5. ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट ग्लोबल और क्रेसेंडो वर्ल्डवाइड के बीच समझौता ज्ञापन।   6. ट्रेडिंग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट ग्लोबल और अरिटा के बीच समझौता ज्ञापन।   7. ट्रेडिंग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट ग्लोबल और जीसीसीआई के बीच समझौता ज्ञापन।   8. ट्रेडिंग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट ग्लोबल और एफ आई आई के बीच समझौता ज्ञापन।   9. वियतनाम में स्टम्प्यूटिक्स उत्पादों के वितरण और नई तकनीकों और तकनीकों (स्टेम सेल) को लागू करने के साथ-साथ वियतनाम में एक लैब स्थापित करने के लिए सहयोग करने के लिए होआंग लैम फार्मास्युटिकल एंड कॉस्मेटिक्स जेएससी और स्टम्प्यूटिक्स रिसर्च के बीच समझौता ज्ञापन।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 31, 2024

2034 तक भारतीय आउटबाउंड पर्यटन के 55388.41 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की संभावना

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। भारत का आउटबाउंड पर्यटन बाजार 2024 में 18817.72 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने और 2024 और 2034 के बीच के दशक में 11.4 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर इस अवधि के अंत तक लगभग 55388.41 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जैसा कि ‘तीसरे आउटबाउंड पर्यटन शिखर सम्मेलन’ के दौरान जारी किए गए फिक्की-नांगिया ज्ञान पत्र ‘नेविगेटिंग होराइजन्स: द राइज एंड फ्यूचर ऑफ इंडियन आउटबाउंड टूरिज्म’ में बताया गया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि आउटबाउंड यात्रा के लिए कुछ उभरते बाजार और अवसर हैं, जिनमें विभिन्न दक्षिण पूर्व एशियाई, मध्य पूर्वी, अफ्रीकी और पूर्वी यूरोपीय देश शामिल हैं। भारत का ऑनलाइन यात्रा बाजार, जिसमें ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से यात्रा सेवाओं की बिक्री शामिल है, 2024-29 के बीच 10.5 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 17.24 बिलियन अमरीकी डॉलर से 28.40 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस प्रकार किफायती प्रौद्योगिकी में लगातार वृद्धि से अंतर्राष्ट्रीय यात्रा आसान हो गई है, ऐसा फिक्की-नांगिया रिपोर्ट में कहा गया है। इसमें आगे कहा गया है कि भारत में सरकारी प्रशासन और पर्यटन उद्योग के हितधारक आउटबाउंड पर्यटन बाजार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रणनीतिक हस्तक्षेप कर सकते हैं।    इनमें द्विपक्षीय जुड़ाव; बेहतर कनेक्टिविटी; यात्रा उद्योग के हितधारकों को समर्थन; एमएसएमई विकास; अंतर्राष्ट्रीय स्थलों का विपणन; डिजिटल परिवर्तन; क्यूरेटेड पैकेज; आतिथ्य भागीदारी शामिल हैं। रिपोर्ट के लॉन्च पर बोलते हुए, भारत में केन्या की उप उच्चायुक्त राजदूत सुश्री मैरी एम मुतुकु ने कहा कि केन्या न केवल भारत और केन्या के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि केन्या को एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "वर्तमान में, भारत केन्या के पर्यटकों के शीर्ष 5 प्रमुख स्रोतों में से एक है, और इसमें और भी वृद्धि की संभावना है।" केन्या में अधिक भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए, एम. मुतुकु ने कहा कि केन्या ने देश में यात्रा को आसान बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा तैयार किया है। "दोनों देशों के बीच उड़ानों की संख्या में वृद्धि और नैरोबी एक्सप्रेसवे के खुलने से पर्यटकों को केन्या में यात्रा करने में अधिक सुविधा होगी। मोम्बासा बंदरगाह पर एक नया क्रूज टर्मिनल क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने वाला एक बड़ा कदम है। बर्थ का लक्ष्य यात्री हैंडलिंग क्षमता को बढ़ाना है और साथ ही बंदरगाह पर क्रूज जहाजों के आगमन की मात्रा में वृद्धि करना है। केन्या में अधिक भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए, एम.एम. मुटुकु ने कहा कि केन्या ने देश में यात्रा को आसान बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा तैयार किया है। "दोनों देशों के बीच उड़ानों की संख्या में वृद्धि और नैरोबी एक्सप्रेसवे के खुलने से पर्यटकों को केन्या में यात्रा करने में अधिक सुविधा होगी।   मोम्बासा बंदरगाह पर एक नया क्रूज टर्मिनल क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने वाला एक बड़ा कदम है। बर्थ का लक्ष्य यात्री हैंडलिंग क्षमता को बढ़ाना और बंदरगाह पर क्रूज जहाजों के आगमन की मात्रा में वृद्धि करना है। भारत में कजाकिस्तान दूतावास के उप राजदूत सेतेनोव दरखान ने कहा, "पर्यटन क्षेत्र में हमारे पास पारस्परिक और लाभकारी सहयोग की बहुत अधिक संभावना है। भारत से कजाकिस्तान आने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो कि भारतीय पर्यटकों के लिए 14 दिनों की वीजा मुक्त व्यवस्था की पेशकश और सीधी उड़ानों की संख्या में वृद्धि के कारण भी है।" भारतीय उद्योग के लिए निवेश की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए दरखान ने आगे कहा कि कजाकिस्तान में भारतीय पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, कजाकिस्तान के प्रमुख शहरों में भारतीय होटलों और रेस्तरां का एक नेटवर्क बनाने पर विचार करना उचित होगा। उन्होंने कहा, "हम अपने देश में इन पहलों को लागू करने में भाग लेने के लिए प्रमुख भारतीय निवेशकों को आमंत्रित करते हैं।" भारत में श्रीलंका के उच्चायोग के वाणिज्य मंत्री गेशान दिसानायके ने कहा, "भारत-श्रीलंका के बीच मजबूत साझा विरासत हमारे द्विपक्षीय संबंधों का आधार है। भारत अकेले ही श्रीलंका के लिए एक प्रमुख स्रोत बाजार के रूप में उभर कर सामने आता है। भारतीय यूपीआई भुगतान प्रणाली को 'लंकापे' के साथ एकीकृत करने से श्रीलंका आने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए भुगतान विकल्प सरल हो गए हैं।    दिसानायके ने आगे कहा कि आउटबाउंड पर्यटन की संभावनाओं को पूरी तरह से समझने के लिए श्रीलंका द्वारा विभिन्न पेशकशों के विपणन और प्रचार पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है; बुनियादी ढांचे का विकास; स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देना और वीजा प्रक्रिया को और अधिक सुव्यवस्थित करना। साथ मिलकर काम करते हुए, हम भारत-श्रीलंका के बीच आउटबाउंड पर्यटन की संभावनाओं को खोल सकते हैं। फिक्की की पूर्व अध्यक्ष डॉ ज्योत्सना सूरी ने कहा कि किसी भी देश में स्वस्थ इनबाउंड और आउटबाउंड पर्यटन होना चाहिए। उन्होंने कहा, "भारतीय पर्यटन ने पिछले कुछ वर्षों में बड़ी वृद्धि देखी है और जबकि हम बड़े पैमाने पर विकास की दहलीज पर हैं, हमें स्थिरता के बारे में भी जागरूक होना चाहिए।" फिक्की आउटबाउंड टूरिज्म कमेटी के अध्यक्ष और टीबीओ डॉट कॉम के सह-संस्थापक और निझावन ग्रुप के एमडी अंकुश निझावन ने कहा कि वैश्विक यात्रा और पर्यटन उद्योग 2027 तक 2.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 8.2 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, "यात्रियों की प्राथमिकताएं तेजी से विविधतापूर्ण होती जा रही हैं और वे अनुकूलित यात्रा सेवाओं की मांग कर रहे हैं। जनसांख्यिकी वृद्धि, सरकारी सहायता, बढ़ी हुई कनेक्टिविटी और विशिष्ट क्षेत्रों में वृद्धि भारत में आउटबाउंड यात्रा में उछाल ला रही है।" भारत में मेडागास्कर दूतावास, भारत में जॉर्जिया दूतावास, मलेशिया पर्यटन संवर्धन बोर्ड, सिंगापुर पर्यटन बोर्ड के प्रतिनिधियों ने भी सत्र के दौरान अपने विचार साझा किए।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 31, 2024

पूजा खेडकर को यूपीएससी ने दिया बड़ा झटका, आईएएस की नौकरी रद्द

नई दिल्ली, 31 जुलाई  2024 (यूटीएन)। विवादों में फंसी प्रशिक्षु आईएएएस अधिकारी पूजा खेडकर को बड़ा झटका लगा है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा खेडकर की अस्थाई उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। इसके अलावा खेडकर पर भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है।   *यूपीएससी ने पहले ही दे दिए थे कार्रवाई के संकेत* आपको बता दें कि यूपीएससी ने इस बात के संकेत पहले ही दे दिए थे। यूपीएससी का कहना था कि अगर पूजा खेडकर पर लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। यूपीएससी ने भी पूजा खेडकर को इस बारे में कारण बताओ नोटिस जारी किया था।   नोटिस में पूछा गया था कि क्यों न पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवारी को रद्द किया जाए। यूपीएससी ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी कि पूजा खेडकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी तस्वीर, हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर फर्जी पहचान पहचान पत्र बनवाए। शिकायत में कहा गया है कि खेडकर ने धोखाधड़ी से परीक्षा दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था।   *पूजा खेडकर पर क्या हैं आरोप ?* आपको बता दें कि पूजा खेडकर का तबादला पुणे से वाशिम कर दिया गया था। उन्हें अतिरिक्त सहायक कलेक्टर के रूप में नियुक्ति मिली थी। इसके बाद जिलाधिकारी सुहास दिवसे ने वरिष्ठ अधिकारियों को खेडकर के आचरण के बारे में जानकारी दी थी। पूजा खेडकर पर आरोप लगाया गया कि प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के रूप में उन सुविधाओं की मांग की,  जिनकी वे हकदार नहीं थीं। इसके अलावा उन पर एक वरिष्ठ अधिकारी के चैंबर पर कब्जा करने का भी आरोप है। खेडकर पर अपने पद का बेजां दुरुपयोग करने का भी आरोप है। बताया गया है कि पूजा खेडकर ने अपनी निजी ऑडी कार में लाल बत्ती और ‘महाराष्ट्र सरकार’ के प्लेट लगवाई। इस निजी कार में पूजा खेडकर वाशिम की सड़कों पर घूमती नजर आईं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 31, 2024