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नौ गांवों में करीब तीन करोड 21 लाख रूपये के 9 विकास कार्यो का गांव ककराली में किया उदघाटन

पंचकूला, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। हरियाणा के पंचायत एवं सहकारिता राज्य मंत्री महिपाल ढांडा ने कालका विधानसभा क्षेत्र के नौ गांवों में करीब तीन करोड 21 लाख रूपये के 9 विकास कार्यो का गांव ककराली में उदघाटन व शिलान्यास किया। उन्होने कहा कि फिरनियां पक्की होने व कम्युनिटी सैंटर के बनने व स्ट्रीट लाईट लगने से ग्रामीण आंचल के लोगों को सामाजिक कार्यक्रम करने और आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी । इस अवसर पर कालका की पूर्व विधायिका लतिका शर्मा, सीओ जिला परिषद गगनदीप सिंह भी उपस्थित थे। ढांडा ने बताया कि हरियाणा सरकार पंचायतों व ग्रामीणों को बेहतर सुविधा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इस कडी में सरंपचों को और मजबूत करते हुए सरपंचों की आर्थिक शक्ति बढाकर 21 लाख रूपये की गई है ताकि गांव में ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य को गति मिल सके व लोगों को इसका लाभ मिल सके।    उन्होने पूर्व विधायिका  लतिका शर्मा से कहा कि गांव के विकास के लिए 20 करोड रूपये तक की परियोजना के एस्टीमेट बनाकर उनके पास भिजवाओं। उसको प्राथमिकता के आधार पर पास करवाकर शीघ्र ही पैसा भेजा जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्र का विकास भी शहरों की तर्ज पर हो सके। उन्होने बताया कि सरकार के पास विकास कार्य करवाने के लिए पैसों की कोई कमी नही है। पंचायत मंत्री ने गांव ककराली के लिए सामुदायिक केंद्र के लिए अनुमानित राशि जिला परिषद के सीईओ को व पंचायत राज के अधिकारियों को जल्द से जल्द बनाकर भेजने के निर्देश दिए ताकि गांव के लिए सामुदायिक केद्र का कार्य शुरू करवाया जा सके। उन्होने बताया कि बरौना कलंा में फिरनी पक्की करने के लिए लगभग 12 लाख रूपये की राशि खर्च की जाएगी। भूड गांव में फिरनी पक्की करने के लिए लगभग 24 लाख रूपये की राशि, गांव हंगौला में 8 लाख रूपये, गांव ककराली मंें लगभग 42 लाख रूपये की लागत से फिरनियों को पक्का किया जाएगा।   इसके अलावा भोज जब्याल, चिकन, खडकुआ में दो करोड दस लाख रूप्ये की लागत से बने सामुदायिक केंद्र ग्रामीण सीधा लाभ उठा पाएंगे, इसके अलावा गांव गढी व मौली में फिरनियों पर लगभग 19 लाख रूपये की लागत से बनी स्ट्रीट लाईट से गांववासियों को अंधेरे से निजात मिलेगी। उन्होने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री  नायब सैनी प्रदेश में समान रूप से विकास कार्य करवा रहे हैं। उन्होने बताया कि पूर्व विधायिका लतिका शर्मा कालका विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के समाधान के साथ साथ उन्हें सभी सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रही है । ढांडा ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने बीजेपी के विरूद्व भ्रामक प्रचार करके बीजेपी को किसान विरोधी व गरीब विरोधी पार्टी बताया, परंतु नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही एक ही झटके में देश के किसानों के खाते में करोडो रूपये डालकर सिद्ध कर दिया के वे सच्चे किसान हितैषी है ।    पूर्व विधायिका लतिका शर्मा ने बताया कि पूर्व की सरकारों में कालका विधानसभा क्षेत्र से भेदभाव के चलते विकास कार्य नही हो पाए परंतु बीजेपी सरकार के आते ही क्षेत्र में विकास कार्यो की झडी लग गई। उन्होने बताया कि मोरनी पहाडी क्षेत्र है यंहा पर भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करोडों रूप्ये के विकास कार्य करवाकर क्षेत्रवासियों को सौगात दी। उन्होने पंचायत एवं सहकारिता राज्य मंत्री महिपाल ढांडा को क्षेत्र में विकास कार्यो की मांग के लिए मंाग पत्र सौंपा। इस पर राज्य मंत्री ने मांगों को जल्द ही पूरा करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर ककराली गांव के सरपंच निशा, भोज जब्याल के सरपंच संगीता, बीटीसी चेयरमैन सतबीर, जिला परिषद के सदस्य बहादुर राणा, मंडल अध्यक्ष मदन धीमान, हरपाल सिंह, राम सिंह नटवाल, देवेंद्र शास्त्री, बागवाला के सरपंच सुभाष, किसान मोर्चा से रामपाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Aug 8, 2024

राजकीय महाविद्यालय कालका में तीज महोत्सव हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया

पंचकूला, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ की ओर से तीज महोत्सव हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने कहा कि तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत है। तीज महिलाओं का उत्सव है और महिलाएं इसे बड़े गर्व और उल्लास के साथ मनाती है। यह त्योहार हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। इसे सहेज कर रखना हमारी जिम्मेदारी है। प्रस्तुत कार्यक्रम के अंतर्गत मेहंदी प्रतियोगिता, नेल आर्ट प्रतियोगिता, हेयर स्टाइल प्रतियोगिता तथा मेकअप प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। मेहंदी प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की शबाना और बीकॉम तृतीय वर्ष की कृतिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। आरुषि ने द्वितीय स्थान, वसुंधरा व पूजा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।    प्रस्तुत कार्यक्रम महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर सुनीता चौहान के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में किया गया। मेहंदी प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के सदस्य प्रोफेसर डॉक्टर गुलशन कुमार डीन कला संकाय, डॉ वीरेंद्र अटवाल डीन कॉमर्स संकाय तथा डॉक्टर रामचंद्र डीन विज्ञान संकाय रहे। प्रतियोगिता के समापन पर प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने सभी को हरियाली तीज की बधाई दी तथा कार्यक्रम की सराहना की। मेकअप सज्जा में साक्षी प्रथम रही, खुशप्रीत द्वितीय स्थान पर रही और शबाना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मेकअप प्रतियोगिता की निर्णायक मंडल की सदस्या प्रोफेसर डॉक्टर बिंदु और प्रोफेसर डॉक्टर गुरप्रीत रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला प्रकोष्ठ की सदस्या डॉक्टर नीरू शर्मा, डॉक्टर इंदु, असिस्टेंट प्रोफेसर सविता, डॉक्टर शबनम का योगदान रहा।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Aug 8, 2024

फिनटेक नवाचार और समय पर विनियामक प्रतिक्रिया के बीच संतुलन बनाना अनिवार्य: विवेक जोशी

नई दिल्ली, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी ने कहा कि वैश्विक भू-राजनीतिक शत्रुता और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों के साथ-साथ लंबे समय तक उच्च ब्याज दरों के बावजूद, भारत बाकी दुनिया की तुलना में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, नागरिकों के लिए व्यापार करने में आसानी और जीवनयापन में आसानी प्रदान करने के लिए विभिन्न नीतिगत उपाय किए गए हैं। सरकार द्वारा जीएसटी, आईबीसी जैसे कई ऐतिहासिक सुधार पेश किए गए हैं जो भारतीय अर्थव्यवस्था को एक सतत और उच्च विकास पथ की ओर ले जा रहे हैं।” फिक्की और आईबीए द्वारा आयोजित ‘पीआईसीयूपी फिनटेक सम्मेलन और पुरस्कार’ को संबोधित करते हुए, जोशी ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है और भारत की आर्थिक वृद्धि में फिनटेक क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान है।    उन्होंने कहा, "भारत का फिनटेक क्षेत्र दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है, जिसमें 10,000 से अधिक फिनटेक विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। फिनटेक के योगदान के बिना उच्च-स्तरीय आर्थिक विकास संभव नहीं होता।" फिनटेक की भूमिका पर बोलते हुए, सचिव ने कहा कि फिनटेक ने नए उभरते क्षेत्रों के साथ-साथ विभिन्न सेवाओं में अभिनव समाधान प्रदान करके वित्तीय क्षेत्र की संरचना को बदल दिया है। उन्होंने फिनटेक से पहले समाधान बनाने और फिर बैंकों से संपर्क करने के बजाय बैंकों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। एमएसएमई क्षेत्र के बड़े और बढ़ते बाजार आकार के साथ-साथ बढ़ते इंटरनेट उपयोगकर्ता आधार और उसके बाद सक्षम नीति और नियामक वातावरण को देखते हुए फिनटेक क्षेत्र के लिए बहुत सारे अवसर हैं। जोशी ने कहा, "उभरती हुई प्रौद्योगिकियां इस क्षेत्र के लिए सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, सुरक्षा उपायों को बढ़ाने।    और पूरे उद्योग में दक्षता बढ़ाने की अपार संभावनाएं रखती हैं।"  उन्होंने कहा कि डिजिटल विकास ने शासन संबंधी मुद्दों, नियामक और वैधानिक अनुपालन, उपभोक्ता संरक्षण के साथ-साथ निष्पक्ष व्यवहार जैसी अनूठी चुनौतियां पेश की हैं। सचिव ने जोर देकर कहा, "फिनटेक नवाचार और समय पर विनियामक प्रतिक्रिया के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है।" आईबीए के मुख्य कार्यकारी सुनील मेहता ने कहा कि फिनटेक में चपलता, नवाचार करने की क्षमता, एक सुव्यवस्थित संरचना और लीक से हटकर सोचने की क्षमता है। इसने बैंकिंग प्रणाली के लिए सहयोग करने के लिए वास्तव में बहुत सारे मूल्य प्रस्ताव बनाए हैं। उन्होंने कहा, "भारत भुगतान क्षेत्र में विश्व स्तर पर अग्रणी है; अब ऋण क्षेत्र के डिजिटलीकरण का समय आ गया है। बैंकिंग प्रणाली ने ऋण देने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने पर काम करना शुरू कर दिया है।"  फिक्की की राष्ट्रीय फिनटेक समिति के सह-अध्यक्ष सब्यसाची गोस्वामी ने कहा कि।    फिनटेक क्षेत्र की क्षमता इसके वर्तमान प्रदर्शन से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा, "संभावनाओं का पूरा दोहन करने के लिए, सरकार ने भारत को एक 'फिनटेक राष्ट्र' के रूप में विकसित करने का विजन निर्धारित किया है, जिसमें सबसे अधिक संख्या में फिनटेक फर्म और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे द्वारा संचालित मौजूदा कंपनियों द्वारा सबसे अधिक फिनटेक अपनाने की दर होगी।" यशराज एरांडे, एमडी और पार्टनर; ग्लोबल लीडर, फिनटेक और इंडिया लीडर, वित्तीय सेवाएँ, बीसीजी ने कहा, "यह स्पष्ट है कि उभरती हुई फिनटेक कंपनियाँ बच गई हैं और फल-फूल रही हैं। यह ज़िम्मेदार, परिपक्व, अच्छी तरह से विकसित फिनटेक का युग है जो राष्ट्र, वित्तीय सेवा पारिस्थितिकी तंत्र और मौजूदा लोगों की सेवा करेगी। बीएन मिश्रा, वरिष्ठ सलाहकार, आईबीए ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। सम्मेलन में बैंकिंग क्षेत्र, फिनटेक क्षेत्र, बीमा क्षेत्र, प्रौद्योगिकी कंपनियों, निवेशकों, राजनयिक समुदाय और शिक्षाविदों के सदस्यों ने भाग लिया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 8, 2024

निजी जीवन में भी योद्धा हैं विनेश फोगाट, संघर्षों से भरा रहा करियर

नई दिल्ली, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को संन्यास का एलान कर दिया। बुधवार को उन्हें महिलाओं की 55 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर कर दिया गया था। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। माना जा रहा था कि विनेश का पदक पक्का हो गया है,लेकिन उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया। विनेश के इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा है। वह सिर्फ कुश्ती के मैट पर नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी एक योद्धा रही हैं। पिछले एक-डेढ़ साल में विनेश का नाम काफी चर्चा में रहा है। सिर्फ पदक जीतने के मामले में नहीं, बल्कि विवादों से भी उनका नाता रहा है   *1994 में हुआ था विनेश का जन्म* विनेश ने बड़े-बड़े टूर्नामेंट में देश का नाम रोशन किया। ओलंपिक पदक लाने से पहले उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा एशियाई खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में तिरंगा लहराया है। 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गांव में विनेश फोगाट का जन्म हुआ। विनेश का जन्म भारत के सबसे प्रसिद्ध कुश्ती परिवार में हुआ। विनेश के ताऊ महावीर सिंह ने फोगाट बहनों को बहुत कम उम्र से ही इस खेल से परिचय करा दिया था। विनेश भी अपनी चचेरी बहनों गीता फोगाट और बबीता कुमारी के नक्शेकदम पर चल पड़ीं। महज नौ साल की उम्र में विनेश के पिता का अचानक निधन हो गया था। विनेश के ताऊ जी ने अपनी बेटियों विनेश को भी कुश्ती सिखानी शुरू की। लड़कियों को पहलवानी सिखाने पर फोगाट परिवार को समाज में ताने दिए जाते थे, लेकिन किसी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।   *मुश्किल ट्रेनिंग करती थीं विनेश* विनेश को ट्रेनिंग के लिए सुबह साढ़े तीन बजे उठकर जाना पड़ता था। बचपन से ही बिना ट्रेनिंग के घंटों की गिनती किए बिना लगातार प्रैक्टिस करती थीं। गलती होने पर मार भी पड़ती। ट्रेनिंग के बाद वह स्कूल भी जाती, जहां थकान के कारण वह क्लासरूम में सो जाया करती थीं। बाल लंबे करने की इजाजत उन्हें नहीं थी, क्योंकि विनेश के ताऊ जी को लगता था कि लंबे बार ध्यान भटका सकते हैं।   *विनेश फोगाट का करियर* 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में विनेश फोगाट ने अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। उन्होंने स्वर्ण जीता तो ओलंपिक खेलों में कदम रखने के लिए आत्मविश्वास बढ़ा। फिर 2016 रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। हालांकि, उस दौरान वह पदक जीतने से चूक गईं, लेकिन इसके बाद उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण हासिल किया नूर सुल्तान में पहला विश्व चैंपियनशिप पदक हासिल किया और इससे पहले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर सभी को हैरान कर दिया। 2021 एशियाई चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो ओलंपिक का हिस्सा बनीं। साथ ही राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगातार तीसरी बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। विनेश फोगाट तीन राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।   *पिछले साल खेल प्रणाली के खिलाफ किया था आंदोलन* पिछले साल यानी 2023 में 18 जनवरी को जब विनेश समेत भारत के कुछ दिग्गज पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे तो पूरा देश हिल गया। महिला खिलाड़ियों ने तब कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मामला बढ़ा तो बृजभूषण को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव का एलान हुआ और बृजभूषण के करीबी संजय सिंह 21 दिसंबर को अध्यक्ष चुने गए। संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही विनेश की साथी पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का एलान कर दिया। उनके बाद बजरंग पूनिया ने पद्मश्री लौटा दिया और पैरा पहलवान वीरेंद्र सिंह (गूंगा पहलवान) ने भी पद्मश्री लौटाने की बात की। इसके बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया। तदर्थ समिति बनाई गई तो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया। हालांकि, संजय सिंह को पहलवान अध्यक्ष मानने को तैयार हुए और आईओसी ने निलंबन हटा लिया। हालांकि, बृजभूषण पर आरोप तय होने के बाद सजा नहीं मिली तो विनेश ने भी खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटाने का एलान कर दिया।   *चयन ट्रायल को लेकर भी हुआ था बवाल* इसके बाद ओलंपिक चयन ट्रायल को लेकर भी खूब बवाल हुआ। किन्हें दिया जाएगा। अंतिम पंघाल भारत का उभरता सितारा साबित हुईं। ऐसे में विनेश को अपना मूल भारवर्ग 53 किलोग्राम छोड़ना पड़ा और वह भार घटाकर 50 किलोग्राम कैटेगरी में आ गईं। हालांकि, बवाल यहीं तक नहीं रुका। कौन सी एथलीट जाएगी और कौन नहीं, इसको लेकर कुश्ती संघ को फैसला करना था और उन्होंने ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले एथलीट्स के लिए दो चयन ट्रायल रखवाए। हालांकि, बाद में कुश्ती संघ ने चयन ट्रायल रद्द कर दिया और इस तरह विनेश ही ओलंपिक में उतरीं। हालांकि, आंदोलन में शामिल होने के कारण कहा गया कि उनकी तैयारी अच्छी नहीं है। विनेश हमेशा कहती रहीं कि उनका सपना भारत को ओलंपिक पदक दिलाना रहा है। अब उन्होंने ऐसा कर दिखाया है और हर एक भारतीय को गौरवान्वित किया है। सात अगस्त को वह स्वर्ण पदक जीतने उतरेंगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 8, 2024

आईआईएम संबलपुर के मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम में शामिल हुए आईआईएलएम यूनिवर्सिटी के 62 छात्र

संबलपुर, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने आईआईएलएम विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम (एमआईपी) का आयोजन किया। चार दिवसीय आवासीय मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम का उद्देश्य आईआईएम संबलपुर में मैनेजमेंट एजुकेशन के साथ ही विद्यार्थियों को कैम्पस लाइफ का गहन अनुभव प्रदान करना था। 30 जुलाई से 2 अगस्त 2024 के दौरान आयोजित मैनेजमेंट इमर्शन में आईआईएलएम विश्वविद्यालय के 62 छात्र शामिल हुए। इस प्रोग्राम को विभिन्न इंटरैक्टिव सत्रों, कार्यशालाओं और केस स्टडीज़ के माध्यम से फ़्लिप्ड कक्षाओं, व्यावहारिक प्रबंधन अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक अनुभव में अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया। आईआईएम संबलपुर के प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों और उद्योग विशेषज्ञों ने इस प्रोग्राम को और प्रभावी बनाने में सहायता की।  इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को नजदीक से जानने और समझने का अवसर भी मिला। इसके अलावा, उन्होंने एक सोशल आउटरीच कार्यक्रम के हिस्से के रूप में अट्टाबीरा में बुनाई उद्योगों का दौरा भी किया। इस यात्रा ने उन्हें स्थानीय बुनकरों से जुड़ने, उनके शिल्प को समझने और बुनकर समुदाय को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करने में आईआईएम संबलपुर के योगदान को समझने का अवसर प्रदान किया। मैनेजमेंट इमर्शन प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह में आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, ‘‘आईआईएम संबलपुर में हम अपने कोर वैल्यू- इनोवेशन, इंटीग्रिटी और इन्क्लूसिवनेस को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। परिवर्तन और दूरदर्शी समाधानों को अपनाते हुए, हम परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ते हैं। भगवान विष्णु के अवतारों से प्रेरित उच्च नैतिक मानकों को बनाए रखते हुए, हम सुनिश्चित करते हैं कि हर कोई मूल्यवान महसूस करे। साथ ही हम ऐसे लीडर्स को बढ़ावा देते हैं, जो नवाचार और नैतिकता में समावेशिता के महत्व को समझते हैं।’’ मुख्य अतिथि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ज्वाइंट प्रेसिडेंट देबाशीष मलिक ने सैद्धांतिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के बीच की खाई को पाटने के महत्व पर जोर दिया और कहा, ‘‘सच्ची लीडरशिप वही है जिसमें टास्क मैनेजमेंट से आगे की बात सोची जाए। इस तरह की लीडरशिप प्रेरित करती है और सशक्त बनाती है। हिंडाल्को हीराकुड में, हम सीखने और विकास के माहौल को बढ़ावा देते हैं, प्रबंधकीय कौशल को बढ़ाते हैं और प्रयोग को प्रोत्साहित करते हैं। असफलता को सीखने के अवसर के रूप में स्वीकार करते हुए, हम सुधार को आगे बढ़ाते हैं। और जो अग्रणी लोग होते हैं, वे जीत और असफलताओं के माध्यम से अपनी टीमों का समर्थन करते हैं, निरंतर सुधार और नवाचार को बढ़ावा देते हैं।’’ चार दिवसीय आवासीय कार्यक्रम को पाँच मॉड्यूल में विभाजित किया गया, जिनमें से प्रत्येक मैनेजमेंट और पर्सनल डेवलपमेंट के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है। मॉड्यूल का नेतृत्व समरेंद्र मिश्रा, सह-संस्थापक, ओवीओ फार्म, केशव राव, निदेशक कार्मिक, एमसीएल, डॉ. के. गणेश (पार्टनर ग्लोबल लीड, मैकिन्से एंड कंपनी), प्रो. भारत भूषण और आईआईएम संबलपुर के विभिन्न संकाय सदस्यों ने किया।

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Aug 8, 2024

शॉर्ट नोटिस पर शेख हसीना ने मांगी भारत आने की इजाजत:एस जयशंकर

नई दिल्ली, 06 अगस्त 2024 (यूटीएन)। भारत का पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. बिगड़े हालातों को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बोलते हुए मंगलवार को कहा कि पूर्व पीएम शेख हसीना ने बहुत ही कम समय में भारत आने के लिए मंजूरी मांगी. विदेश मंत्री ने बताया कि हमें उसी समय बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी के लिए अनुरोध मिला.   जिसके बाद वह सोमवार को दिल्ली पहुंचीं. एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि बांग्लादेश के हालात पर भारत सरकार नजर रखे हुए है. उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की अनुमति मांगी थी और उनका अनुरोध स्वीकार कर उन्हें यहां आने की अनुमति दी गई. इसके साथ ही भारत बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है.    *भारत सरकार पिछले 24 घंटे से ढाका के संपर्क में* एस जयशंकर ने आगे कहा, "पिछले 24 घंटों में, हम ढाका में अधिकारियों के साथ भी लगातार संपर्क में हैं. अभी यही स्थिति है. मैं एक महत्वपूर्ण पड़ोसी के बारे में संवेदनशील मुद्दों के संबंध में सदन की समझ और समर्थन की मांग करता हूं, जिस पर हमेशा एक मजबूत राष्ट्रीय सहमति रही है." जयशंकर ने यह भी कहा कि सरकार पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों के मामले में स्थिति पर नजर रख रही है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हसीना के जाने के बाद हुई हिंसा में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई है.   *'बीएसएफ को चौकसी बढ़ाने और अलर्ट रहने के दिए निर्देश'* विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये भी बताया कि कुछ ग्रुप और संगठन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी कर रहे हैं. हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन स्वाभाविक रूप से कानून और व्यवस्था बहाल होने तक हम बेहद चिंतित रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि सीमा सुरक्षा बलों को भी इस हालात के मद्देनजर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.   *करीब 19 हजार भारतीय बांग्लादेश में फंसे* राज्य सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, " अनुमान है कि वहां 19,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं, जिनमें से लगभग 9,000 भारतीय छात्र हैं. हालांकि, इनमें से कई छात्र जुलाई में आ गए थे. हम अल्पसंख्यकों की स्थिति के संबंध में भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं."   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 6, 2024

पीएनजीआरबी करों को कम करने के लिए राज्यों के साथ सहयोग कर रहा है

नई दिल्ली, 06 अगस्त 2024 (यूटीएन)। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) भारत भर में गैस की पहुंच का विस्तार करने के प्रयासों को तेज कर रहा है, शहरी गैस वितरण (सीजीडी) क्षेत्र में विनियामक बाधाओं को दूर करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह प्रयास ऐसे समय में किया जा रहा है जब देश में गैस के बुनियादी ढांचे और खपत में उल्लेखनीय विस्तार हो रहा है, जिसमें सीजीडी नेटवर्क द्वारा कवर किए गए भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) की संख्या पीएनजीआरबी की स्थापना से पहले 34 से बढ़कर वर्तमान में 307 हो गई है। पीएनजीआरबी के सदस्य गजेंद्र सिंह ने फिक्की के शहरी गैस वितरण शिखर सम्मेलन 2024 में बोलते हुए विनियामक के प्राथमिक उद्देश्य पर जोर दिया: "हमारा लक्ष्य सभी उपभोक्ताओं को गैस की पहुंच प्रदान करना है, चाहे वह पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस), औद्योगिक और वाणिज्यिक उपयोग, या सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस) के लिए हो।" सीजीडी क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिसमें गैस की खपत 2007 में 86 मिलियन मीट्रिक मानक क्यूबिक मीटर प्रति दिन (एमएमएससीएमडी) से बढ़कर वर्तमान में 189 एमएमएससीएमडी हो गई है।    यह वृद्धि राष्ट्रीय गैस पाइपलाइन नेटवर्क के विस्तार में परिलक्षित होती है, जो 2018 में 14,000 किमी से बढ़कर आज 24,000 किमी हो गई है। विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि औद्योगिक और वाणिज्यिक गैस उपभोक्ताओं में वृद्धि हुई है जो मुख्य रूप से रीगैसीफाइड लिक्विफाइड नेचुरल गैस (आरएलएनजी) का उपयोग करते हैं। सीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर में भी नाटकीय रूप से विस्तार हुआ है, जिसमें 2006 में 280 से बढ़कर 2024 में 7,000 स्टेशन हो गए हैं। हालांकि, घरेलू उपयोग के लिए पीएनजी को अपनाने में चुनौतियां बनी हुई हैं। 1.31 करोड़ कनेक्शन तक पहुंचने के बावजूद, पीएनजी को बेहतर एलपीजी सेवाओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। सिंह ने उपभोक्ता हिचकिचाहट और कनेक्शन सेटअप से जुड़ी लागतों का हवाला देते हुए स्वीकार किया, "एलपीजी को पीएनजी से बदलना थोड़ा मुश्किल काम है।" इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए,पीएनजीआरबी  कर असमानताओं और बुनियादी ढांचे की चुनौतियों को दूर करने के लिए राज्य अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है। सिंह ने कहा, "हम करों को कैसे कम कर सकते हैं, इस पर चर्चा करने के लिए राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।   आपूर्ति के मोर्चे पर, सिंह ने आश्वासन दिया कि कोई बड़ी बाधा नहीं है, घरेलू गैस और आर एल एन जी दोनों आसानी से उपलब्ध हैं। वर्तमान मिश्रण 52% घरेलू गैस और 48% आर एल एन जी है। नियामक अपने दृष्टिकोण में लचीला बना हुआ है, बाजार की जरूरतों और हितधारकों की प्रतिक्रिया के आधार पर नियमों को बदलने के लिए तैयार है। यह कोविड-19 व्यवधानों के बाद सभी संस्थाओं को दो साल का विस्तार देने के उनके फैसले में स्पष्ट था। इस अवसर पर दीपक माहुरकर ने इस बात पर जोर दिया कि ग्राहक अर्थशास्त्र गैस अपनाने को बढ़ावा देता है, जिसमें लागत प्राथमिक कारक है। उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षा न केवल गैस की खपत को बढ़ाना है, बल्कि आपूर्ति श्रृंखला कार्बन लागत को भी काफी कम करना है। कार्यक्रम के दौरान, फिक्की-पीडब्ल्यूसी नॉलेज पेपर "सीजीडी में आगे का रास्ता तय करना: उभरते रुझान और अंतर्दृष्टि" का अनावरण किया गया। रिपोर्ट प्राकृतिक गैस को अपनाने और इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों में क्षेत्र-विशिष्ट चुनौतियों और अवसरों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करती है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 6, 2024

डाक्टर विभाष राजपूत ने किया विश्वभर में देश का नाम रोशन

नई दिल्ली, 06 अगस्त 2024 (यूटीएन)। बागपत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधीक्षक व प्रमुख समाजसेवी डाक्टर विभाष राजपूत ने यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में 195 देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों के समक्ष विश्व की सबसे बड़ी डिजीटल स्वास्थ्य सेवा ई-संजीवनी का प्रदर्शन किया। इस बैठक का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के भारत मंडपम प्रगति मैदान में किया गया। डाक्टर विभाष राजपूत वर्ष 2023 में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन कर चुके है। डाक्टर विभाष राजपूत अद्धभुत प्रतिभा के धनी व्यक्ति है और वह किसी भी विषयवस्तु को बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत करते है, जिससे लोगों को आसानी से विषयवस्तु समझ में आ जाती है। उनकी इसी प्रतिभा को देखते हुए उनको उत्तर प्रदेश राज्य से यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में विश्व की सबसे बड़ी डिजीटल स्वास्थ्य सेवा ई-संजीवनी का प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया। डाक्टर विभाष राजपूत ने अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर ई-संजीवनी को सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया।    और उनके द्वारा ई-संजीवनी के प्रदर्शन को देश-विदेश से आये मेहमानों ने अत्यन्त सराहा और डिजीटल इंड़िया की प्रशंसा की। डाक्टर विभाष राजपूत ने बताया कि 21 जुलाई वर्ष 2024 से 31 जुलाई वर्ष 2024 तक उन्होंने भारत मंडपम प्रगति मैदान नई दिल्ली में यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में ई-संजीवनी का प्रदर्शन किया। कहा कि 11 दिनों तक सुबह 9 बजे से रात्रि 9 बजे तक लगातार 12 घंटो तक ई-संजीवनी के प्रदर्शन को जिस प्रकार विश्वभर में सराहा गया, उससे उनकी थकान पलभर में दूर हो गयी और मन को जो आत्मिक शांति मिली उसको वे बयां नही कर सकते। डाक्टर विभाष राजपूत ने कहा कि उनके लिए देश सर्वोपरि है और उनके पास जो भी कुछ है वह सब कुछ देश के लिए न्यौछावर है। इस अवसर पर डाक्टर विभाष राजपूत ने मिनिस्ट्री ऑफ इलैक्ट्रानिक एंड़ इन्फोरमेशन टेक्नॉलाजी भारत सरकार के सेक्रेटरी एस कृष्णन, एड़िशनल सेक्रेटरी भुवनेश कुमार व अभिषेक सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी संकेत भोंडवे, सुधा मूर्ति, सागर नाईक मुले, निक बूकर जैसी महान हस्तियों व जार्जिया, मारीशस, सेनेगल, फिनलेंड़, अजरबेजान, यूके, स्वीडन, फ्रांस सहित अनेकों देशों के डेलिगेटस के साथ लिए चित्रों को साझा किया।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Aug 6, 2024

लेन चेंज नियम अनदेखा करनें वाले 83 भारी वाहन चालको के काटे चालान

पंचकूला, 06 अगस्त 2024 (यूटीएन)। पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस महानिरीक्षक यातायात एवं हाईवे करनाल हरदीप सिंह दून के नेतृत्व में लगाकर राज्यभर में हाईवे पर ओवर स्पीड व लेंन ड्राईविंग नियम की उल्लंघन करनें वाले वाहन चालको पर कडी कार्रवाई हेतु निर्देश जारी किए हुए है जिन नियमों के तहत जिला ट्रैफिक पुलिस द्वारा नेशनल हाईवे पर भारी वाहन चालक लेन ड्राइविंग नियम को तोड़कर तेज गति वाली लेन का इस्तेमाल करते हैं उन पर सख्त कार्रवाई करते हुए 83 वाहनों के चालान काटे गये है इन्सपेक्टर ट्रैफिक सतबीर सिंह नें बताया वाहन चालको को समय समय पर ट्रैफिक नियमो की पालना हेतु जागरुक किया जा रहा है परन्तु इसके बावजूद कुछ वाहन चालक हाईवे पर भारी वाहन चलाते समय एक ही स्पीड में भारी वाहन अलग-अलग लाइनों में चलते हैं।    जिसे आनें जानें वाले अन्य अन्य वाहनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इनकी वजह से कई बार बड़े-बड़े हादसे भी हो जाते हैं, जिस कारण एक व्यक्ति की गल्ती से पीछे से आनें वालें सभी वाहन आपस में दुर्घटना का शिकार हो जाते है और जान माल का काफी नुक्सान हो जाता है ऐसे हादसों पर रोक लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार स्पेशन अभियान चलाकार कार्रवाई की जा रही है । इन्सपेक्टर ट्रैफिक सतबीर सिंह नें बताया कि हाईवे पर अगर कोई भारी वाहन चालक लेन चेंज नियम की उल्लंघना करता पाया गया तो उसके खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत सख्त कार्रवाई अमल में लाई जायेगी । इस प्रकार की लापरवाही करनें वालें वाहन चालक को बर्दाश्त नही किया जायेगा । इन्सपेक्टर ट्रैफिक सतबीर सिंह नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि वाहन चालक स्पीड लिमिट में वाहन को चलाए और हाईवे पर लेन नियम के बारे में अनदेखा ना करें।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Aug 6, 2024

कालका वासियों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रही भाजपा सरकार- मनवीर गिल

पिंजौर, 06 अगस्त 2024 (यूटीएन)। कांग्रेस की प्रदेश महासचिव रही लोकप्रिय नेता और वर्ष 2014 विधानसभा चुनाव में कालका से कांग्रेस की प्रत्याशी रही मनवीर कौर गिल ने पिंजौर स्थित अपने कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें पिंजरे के विभिन्न स्थानों से आए उत्तरांचल सभा से जुड़े दर्जनों लोग शामिल हुए उन्होंने अपनी समस्याएं कांग्रेस नेता को बताकर उनका समाधान करवाने की मांग भी की। पूर्वांचल सभा के प्रधान विनय जसवाल सहित अन्य लोगों ने बताया कि मच्छी वाली गली से रतपुर कॉलोनी जाने वाली गालियां और सड़के बुरी तरह से टूटी हुई है उन्हे रात को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि यहां पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं है इतना ही नहीं स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए गलियों में खंबे तक नहीं लगे हुए हैं यानी सरकार और नगर परिषद प्रशासन द्वारा भविष्य में जल्द ही स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था का यहां कोई नामोनिशान नजर नहीं आ रहा है।   उन्होंने कबूतर बाजी में उनसे विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों रुपए ऐंठने का आरोप लगाते हुए दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने और पूर्वांचल के लोगों के पैसे वापस दिलवाने की भी मांग की। मनवीर कौर गिल ने लोगों की समस्याएं सुनने के बाद कहा कि भाजपा सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह से विफल रही है। आज कालका विधानसभा क्षेत्र में हर वर्ग बीजेपी की निकम्मी सरकार से दुखी है। मनवीर कौर गिल ने उत्तरांचल सभा के लोगों को आश्वासन दिया कि वह विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगे गए करोड़ों रुपए के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीसीपी पंचकूला से मिलकर आरोपी के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने और पीड़ित लोगों के पैसे वापस दिलवाने की मांग करेंगी। मनवीर कौर गिल ने लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा यदि स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई जा रही है तो वह अपने खर्चे पर उनकी कालोनी में स्ट्रीट लाइट लगवाने का काम करेंगी ताकि रात के समय लोगों को आने-जाने में दिक्कत ना हो।   उन्होंने लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि इसके अलावा अन्य सभी समस्याओं के समाधान के लिए वह सरकार के अधिकारियों के समक्ष समस्या रखेंगी। मनवीर कौर गिल ने आश्वासन दिया कि हरियाणा में बीजेपी सरकार के अब नाम मात्र गिनती के दिन रह गए हैं हरियाणा से बीजेपी सरकार का सफाया होने वाला है और कांग्रेस सरकार बनना निश्चित हो चुका है। कांग्रेस सरकार आते ही लोगों की समस्याओं का प्राथमिक आधार पर समाधान किया जाएगा। इस अवसर पर बैठक में उत्तरांचल सभा के प्रधान विनय जसवाल के अलावा हरिओम, हिरदेश, कृष्ण कुमार शिवानंद विकास पांडे भूपति विपन कुमार अजय कुमार सुनील कुमार अभिषेक मनोज अजीत कुमार दिलीप कुमार मुकेश कुमार पंकज कुमार बिजेंदर दुशांत सिंह मनोज सिंह प्रवीण कुमार राकेश कुमार गुप्ता संदीप, गगन सिंह बिंदु शर्मा पुष्पेंद्र शर्मा सहित अन्य कई लोग शामिल थे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Aug 6, 2024