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नवरात्रि के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा गरबा गीत

नई दिल्ली, 07 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। इन दिनों देशभर में नवरात्रि की धूम है. मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हुए पूरे उत्साह के साथ यह त्योहार मनाया जा रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां दुर्गा को समर्पित एक गरबा गीत लिखा है. उन्होंने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से सोमवार को गरबा गीत साझा करते हुए मां दुर्गा से प्रार्थना की है कि सभी लोगों पर उनका आशीर्वाद सदा बना रहे. पीएम के द्वारा लिखे गए गरबा गीत की मधुर प्रस्तुति के लिए उन्होंने सिंगर पूर्वा मंत्री का आभार जताया है.   यूं तो डांडिया और गरबा गुजराती कल्चर का हिस्सा है, लेकिन आजकल गरबा नाइट्स की धूम पूरे देश में देखने को मिल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां दुर्गा को समर्पित गरबा गीत 'आवती कलाय' अपने एक्स हैंडल के जरिए साझा किया है. गरबा गीत का म्यूजिक वीडियो शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, "नवरात्रि का शुभ समय है और लोग मां दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति में एकजुट होकर अलग-अलग तरीके से जश्न मना रहे हैं. श्रद्धा और आनंद की इस भावना में मैंने उनकी शक्ति और अनुग्रह के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में एक गरबा आवती कलाय लिखा था.    उनका आशीर्वाद सदैव हम पर बना रहे." पोस्ट करने के कुछ ही घंटे के अंदर गरबा सॉन्ग के वीडियो को करीब 5 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. पीएम मोदी ने अपने द्वारा लिखे गए गरबा गीत की मधुर प्रस्तुति के लिए सिंगर पूर्वा मंत्री को धन्यवाद दिया और गायकी की तारीफ भी की है. एक अन्य एक्स पोस्ट में पीएम मोदी ने आवती कलाय सिंगर की तारीफ करते हुए लिखा, "मैं एक प्रतिभाशाली उभरती गायिका पूर्वा मंत्री को इस गरबा को गाने और इसकी इतनी मधुर प्रस्तुति देने के लिए धन्यवाद देता हूं." पीएम के गरबा गीत पोस्ट को करीब 18 हजार लोगों ने लाइक किया है और 3.5 हजार लोगों ने रिपोस्ट किया है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 7, 2024

रेपो दर में कटौती से कारोबारी धारणा को बढ़ावा मिलेगा: पीएचडीसीसीआई

नई दिल्ली, 07 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। भारत की मुद्रास्फीति दर आरबीआई के लक्ष्य बैंड से काफी नीचे आ रही है, इस समय रेपो दर में कटौती से भारत की खपत मांग और समग्र आर्थिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।   पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा। उन्होंने कहा कि खरीफ की बुवाई का उच्च स्तर आने वाले दिनों में मंडियों में अच्छी फसल आने और आपूर्ति में और सुधार होने का संकेत देता है, संजीव अग्रवाल ने कहा कि।    बेहतर आपूर्ति श्रृंखला मुद्रास्फीति की दर को अनुकूल परिस्थितियों में बनाए रखने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि चूंकि कई अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति कम हो रही है, इसलिए विकास को समर्थन देने और उत्पादन संभावना सीमाओं को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत दरों में कटौती अपरिहार्य हो गई है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 7, 2024

एफएमसीजी क्षेत्र की अनुकूलनशीलता, लचीलापन एक मजबूत और टिकाऊ अर्थव्यवस्था को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण होगा

नई दिल्ली, 07 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने फिक्की मासमेराइज़ 2024’ के 13वें संस्करण को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि हर क्षेत्र में उत्पादों की गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे न केवल कंपनी के ब्रांड बल्कि भारत के ब्रांड पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्वयं के भारतीय मानक स्थापित करने पर काम कर रही है जिन्हें दुनिया को स्वीकार करना चाहिए। पासवान ने कहा कि भारतीय खुदरा, एसएमजीऔर ई-कॉमर्स क्षेत्र भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा, "जैसा कि हम एक विकसित भारत की दिशा में काम कर रहे हैं एफएमसीजी क्षेत्र की अनुकूलनशीलता और लचीलापन एक मजबूत और टिकाऊ अर्थव्यवस्था को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण होगा। ये क्षेत्र माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।"   मंत्री ने देश के भीतर मौजूद प्रचुर संसाधनों की पहचान करने और उनका दोहन करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार भारत की आबादी को अपार अवसरों के साथ राष्ट्र के लिए एक संपत्ति में बदलने पर भी काम कर रही है। "भारत, एक बाजार के रूप में न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि दुनिया को भी बहुत बड़ा अवसर देता है। हमारी आबादी हमें नई तकनीकों और नवाचारों के माध्यम से हर क्षेत्र में विविधता प्रदान करती है।" प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को दोहराते हुए, पासवान ने सुधार और परिवर्तन के महत्व पर प्रकाश डाला। "भारत ने पिछले 10 वर्षों में परिवर्तनकारी सुधार देखे हैं और नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है, जिसे दुनिया देख रही है। इस यात्रा में उद्योग की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के अमृत काल की यात्रा में प्रत्येक हितधारक की महत्वपूर्ण भूमिका है।"   खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विकास के बारे में बोलते हुए, पासवान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार का मुख्य उद्देश्य मूल्य संवर्धन के साथ खाद्य अपव्यय को कम करना सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जल्द ही 100 खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं के साथ 50 बहुउद्देशीय खाद्य विकिरण इकाइयाँ स्थापित की जाएँगी। उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव और सफलता के लिए रणनीति’ सत्र को संबोधित करते हुए भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा, “हम शिकायत निवारण की कुशल प्रणाली के माध्यम से उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी समर्पित राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन का लक्ष्य अधिक से अधिक शिकायतों का समाधान करना है। उल्लेखनीय रूप से, पंजीकृत शिकायतों की संख्या पिछले वर्ष से दोगुनी हो गई है।   जो राष्ट्रीय शिकायत निवारण तंत्र में बढ़ते उपभोक्ता विश्वास को दर्शाता है।” फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हर्ष वी अग्रवाल ने कहा कि आगे चलकर नवाचार और प्रौद्योगिकी सभी गतिविधियों के मूल में स्थिरता के साथ एफएमसीजी क्षेत्र को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा, “जैसा कि हम भविष्य की ओर देखते हैं, प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए नवाचार और डिजिटल परिवर्तन को अपनाना महत्वपूर्ण होगा।” फिक्की एफएमसीजी समिति के अध्यक्ष कुमार वेंकटसुब्रमण्यम ने कहा कि एफएमसीजी क्षेत्र हमारी खपत-आधारित अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख सिम्युलेटर है। यह दोहरे अंकों की वृद्धि को आगे बढ़ाने और विकसितभारत के विज़न को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा, "नवाचार, लचीलापन और विकास वास्तव में भारतीय फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स क्षेत्र की पहचान हैं।" फिक्की ई-कॉमर्स समिति के अध्यक्ष सिद्धार्थ शाह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 7, 2024

श्री धार्मिक लीला कमेटी:भगवान राम पहुंचे जनकपुरी

नई दिल्ली, 06 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। श्री धार्मिक लीला कमेटी की ओर से माधवदास पार्क में आयोजित रामलीला में ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में महाराज जनक के दूत जानकी के स्वयंवर में पधारने का निमंत्रण लेकर आने लेकर माता गौरी की पूजा करने तक मंचन हुआ। कमेटी के महासचिव धीरजधर गुप्ता, सचिव प्रदीप शरण व प्रवक्ता रवि जैन ने बताया कि विश्वामित्र के भगवान राम एवं लक्ष्मण के साथ जनकपुरी के लिए प्रस्थान करनेे, जनकपुरी पहुंचने पर स्थानीय निवासियों ने भगवान राम के दर्शन कर उनका भव्य स्वागत करने, जानकी का राजमहल में पहुंचने। भगवान शंकर के धनुष को दूसरी जगह रखने, जनक राज के इस धनुष का उठाने वालेे स जानकी का विवाह करने की घोषणा करने, जानकी का माता की आज्ञा से पुष्प वाटिका में गौरी पूजन करने, भगवान राम एवं लक्ष्मण के पुष्प लेने के लिए वाटिका में पहुंचने व भगवान राम एवं जानकी ने एक दूसरे का देखने, जानकी ने मां गौरी से भगवान राम को पति के रूप में प्राप्त करने के आग्रह का मंचन हुआ। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 6, 2024

हास्य अभिनेता असरानी एवं सांसद मनोज तिवारी ने दमदार अंदाज में दर्शकों को रिझाया

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। देश-विदेश में ख्याति प्राप्त लव कुश रामलीला कमेटी, लालकिला मैदान दिल्ली के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार, गायक एवं भाजपा सांसद  मनोज तिवारी  ने भगवान परशु राम का दमदार अभिनय किया, राजा जनक के प्रमुख मंत्री हास्य अभिनेता असरानी ने राजा जनक के दरबार में सीता स्वयंवर के अवसर पर  अपने अनूठे हास्य अंदाज में राजाओं को आमंत्रित किया। लीला को देख रामभक्त अपनी हंसी को रोक नहीं पाये। कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने यह भी बताया कि भाभी जी घर पर है के कलाकार आसिफ शेख एवं रोहिताश गौड़ ने लीला स्थल पर प्रभु श्री राम को तिलक कर आशीर्वाद लिया। जय श्री राम, जय श्रीराम का जय घोष किया। इस अवसर पर उन्होंने चांदनी चौक की सुप्रसिद्ध जलेबी भी खिलाई गई।   लीला के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के अनुसार भव्य मंच पर विश्वामित्र आश्रम में जनक दूत का निमंत्रण पत्रिका लाना व विश्वामित्र के साथ राम लक्ष्मण का जनकपुरी के लिए गमन, अहिल्या उद्धार, राम लक्ष्मण का जनकपुरी में टहलना व घुमना, जनक वाटिका में सीता का आना, फूल चुनना, राम लक्ष्मण को देखना, सीता द्वारा गौरी पूजन, जनकपुरी में  सीता स्वयंवर की नगर वासियों को सूचना, नगरवासी नाचते गाते सजावट करते है, महाराजा जनक के दरबार में उदघोष एक-एक राजा को सभागार में आमंत्रित करना, सीता जी के आने की घोषणा-राजाओं का ललचाई दृष्टि से देखना, 'रंगभूमि' सीता जी द्वारा शिव धनुष पूजन, राजाओं का जनक आमंत्रण, राजमंत्री द्वारा परिचय चारण को बुलाना, प्रतिज्ञा सुनाना, राजाओं का बल अजमाना किन्तु असफल होना। जनक की निराशा पर लक्ष्मण का क्रोधित होने पर विश्वामित्र द्वारा रोकना तथा राम को आज्ञा देना, राम द्वारा धनुष भंग होना एवं परशुराम संवाद की लीला का मंचन हुआ।  प्रभु श्रीराम की आरती के साथ लीला सम्पन्न हुई ।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 5, 2024

रोज हजारों लोगों को लूट रहे साइबर जालसाज, कानून ने बांधे सरकार के हाथ

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। एक रिपोर्ट के अनुसार साइबर अपराधियों ने 2023 में दुनिया भर से छह खरब डालर लूट लिए थे। अनुमान है कि 2024 में यह आंकड़ा 8 खरब अमेरिकी डालर को पार कर जाएगा। इसमें एक बड़ा हिस्सा लूटे गए भारतीयों का भी होगा। साइबर सुरक्षा मामलों के उच्चतम न्यायालय के वकील पवन दुग्गल कहते हैं कि हमारे तो हाथ बंधे हैं। न देश के पास कोई प्रभावी कानून है और न ही साइबर अपराधों को रोकने और इससे निपटने की प्रभावी तकनीक प्रोफेशनल का कहना है।    कि साइबर सुरक्षा की चिंता के घेरे में देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के गांव, कस्बे, शहर हैं। बताते हैं कोविड-19 के बाद यह खतरा कई गुना बढ़ गया है। अब तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की भी एंट्री हो गई है। लार्सन टुब्रो की सिस्टर आईटी कंपनी माइंड ट्री के सीनियर अधिकारी राजेश चौधरी कहते हैं कि अभी तो मान लीजिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने साइबर अपराध के साथ खेलना शुरू किया है। अभी तो इसका उछल-कूद मचाना बाकी है। राजेश चौधरी भी उन लोगों में से हैं जिनकी पत्नी को भी कभी साइबर ठगों ने ठग लिया था। वह कहते हैं कि देश का पढ़ा, लिखा, अंग्रेजी और हिंदी जानने वाला भी साइबर ठगों के जाल में बहुत तेजी से आ रहा है।   *न सरकार के पास राजनीतिक इच्छा शक्ति और न ही कोई मैकेनिज्म* देश की जनता साइबर लूट को सहने के लिए अभिशप्त है, क्योंकि सरकार के पास राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी है। जो भी फोन कॉल, वीडियो कॉल आते हैं, सब नेटवर्क प्रोवाइडर के जरिये ही आ रहे हैं। लेकिन सरकार ने अभी तक किसी सर्विस प्रोवाइडर या एजेंसी की इसके बाबत नकेल कसने के उपाय नहीं किए हैं। दुग्गल के मुताबिक 2013 में भारत सरकार ने एक कानून बनाया था, लेकिन तकनीक और अपराध के तिलिस्म में यह पूरी तरह से निष्प्रभावी है। दुग्गल कहते हैं कि अखबारों में तमाम साइबर अपराध की खबरें आ रही हैं। लेकिन केंद्र सरकार कान में तेल डालकर बैठी है। इसके कारण साइबर अपराध पूरे देश में कॉटेज इंडस्ट्री बनता जा रहा है।   *कैसे कैसे चल रहे हैं साइबर ठगी के हथकंडे* पवन दुग्गल को फोन आया। फोन से पूरा आभास था कि यह ट्राई(टेलीफोन रेगुलेटरी अथारिटी आफ इंडिया) की तरफ से है। इसमें साफ कहा गया कि फोन के दुरुपयोग, पोर्नोग्राफी और लोगों को गाली देने का कारण दो घंटे बाद आपका फोन बंद हो जाएगा। इसके बाद निर्देश आने लगते हैं कि इस मामले को जानने के लिए एक दबाइए।   एक्जीक्यूटिव से बात करने के लिए दो दबाइए और फिर पैसा उगाही शुरू हो जाती है। एक व्यक्ति के पास भी ऐसा ही एक फोन आया कि उसके पास तीस हजारी की अदालत गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। वारंट और विवरण जानने के लिए फलां बटन दबाइए। ओम प्रकाश एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं। उनके पास फोन आया और व्हाट्सअप फोन नंबर देने का अनुरोध किया गया।   इसके बाद ठगों ने ओम प्रकाश को एक युवती के साथ बात कराकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। सबसे दिलचस्प वाकया सुनील कुमार से हुआ। सुनील कुमार बंगलूरू से अपने घर आए थे। अचानक उनके फोन पर सूचना आई कि बंगलूरू एयरपोर्ट पर चेक इन के दौरान उनके सामान से एक पैकेट गिर गया था। इसमें सुरक्षा अधिकारी को ड्रग्स मिला था। सुनील कुमार थोड़े ही समय में साइबर ठगों के जाल में फंस गए। इसके बाद उन्हें ब्लैकमैल करके धन की उगाही शुरू हो गई।   *दिल्ली में पुलिस डाल डाल तो चोर पात-पात, कैसे लगेगी लगाम?* दिल्ली पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारी हैं। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में जिम्मेदारी संभालते हैं। लेकिन स्वीकार कर रहे हैं कि पुलिस को जिस स्तर साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण मिलना चाहिए वह नहीं है। एक पुलिस स्टेशन के एसएचओ कहते हैं कि उन्हें सीसीटीवी खंगालने के लिए निजी आईटी एक्सपर्ट की मदद लेनी पड़ती है। एनआईसी को अपनी सेवाएं दे रहे सूत्र का कहना है कि आप साइबर सुरक्षा की बात कर रहे हैं। जबकि देश में एकाध प्रतिशत ही लोग हैं जिन्हें अपने मोबाइल को ठीक से ऑपरेट करने का ज्ञान होगा।    *इंटरनेट के प्रयोग में भी लोग गड़बड़ियां करते हैं* सूत्र का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों और अर्ध सैनिक बलों की स्थिति भी काफी चिंतनीय है। खुफिया और सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सूत्र का कहना है कि सरकार को इस दिशा में ठोस उपाय करने की आवश्यकता है। सूत्र का कहना है कि साइबर ठगों, सेंधमारों और हैकरों का जाल लगातार जटिल होता जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जो आप नहीं चाहते, वह आपका मोबाइल, कंप्यूटर या इंटरनेट का माध्यम किसी न किसी माध्यम से क्यों आपकी स्क्रीन पर लेकर आता है? सूत्र का कहना है कि आज सबसे बड़ी समस्या डाटा की सुरक्षा ही है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 5, 2024

भारतीय उद्योग जगत में कारोबारी आशावाद बढ़ा: सीआईआई बिजनेस कॉन्फिडेंस इंडेक्स

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की आर्थिक वृद्धि अच्छी रही है। आम चुनावों के बाद आर्थिक गति में तेज़ी आई है। उद्योग जगत नीतिगत निरंतरता से उत्साहित है, जो सीआईआई बिजनेस कॉन्फिडेंस इंडेक्स के हालिया प्रिंट में भी झलकता है, जो चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 68.2 के दो तिमाहियों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 67.3 और पिछले साल की इसी तिमाही में 67.1 था। कारोबारी संभावनाओं में देखे गए सुधार के साथ-साथ उद्योग जगत ने विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की उपलब्धता पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। लगभग आधे उत्तरदाताओं को दूसरी तिमाही के दौरान अपनी कंपनियों में भर्ती की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। उद्योग जगत कारोबारी भावनाओं को लेकर आशावादी है, जैसा कि सीआईआई बिजनेस कॉन्फिडेंस इंडेक्स में देखी गई।   ऊपर की ओर प्रक्षेपवक्र से प्रदर्शित होता है, जो जुलाई-सितंबर की अवधि में दो-तिमाही के उच्च स्तर पर पहुंच गया। आगामी त्यौहारी सीजन विकास की संभावनाओं को और मजबूत करने के लिए अच्छा संकेत है।  प्रेस विज्ञप्ति में सीआईआई ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे उभरती आर्थिक स्थितियों पर सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है। सर्वेक्षण के उत्तरदाताओं ने खपत में सुधार, विशेष रूप से ग्रामीण मांग; मानसून में स्थिर प्रगति; सुधारों पर निरंतर जोर और निजी निवेश में नए दृश्य जैसे कारकों को चालू वित्त वर्ष में विकास को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कारणों के रूप में उद्धृत किया। वास्तव में, आधे से अधिक (59 प्रतिशत) उत्तरदाताओं को एच1एफवाई25 में एच2एफवाई24 की तुलना में निजी पूंजीगत व्यय में सुधार की उम्मीद है। यह उत्साहजनक है क्योंकि इससे सार्वजनिक पूंजीगत व्यय को समर्थन मिलने की संभावना है, जिसने चुनावों के कारण पहली तिमाही में सुस्ती के बाद हाल ही में तेजी दिखाई है। निजी निवेश पर सकारात्मक पूर्वानुमान घरेलू मांग में सुधार के कारण है।   सर्वेक्षण के नतीजों में भी यही बात सामने आई, जिसमें बताया गया कि आधे से ज़्यादा उत्तरदाताओं को जुलाई-सितंबर तिमाही में अपनी कंपनियों में बिक्री और नए ऑर्डर की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। नतीजतन, ज़्यादातर उत्तरदाताओं (46 प्रतिशत) को लगता है कि सितंबर 2024 को समाप्त होने वाली तिमाही के दौरान उनकी कंपनी में क्षमता उपयोग का स्तर 75-100 प्रतिशत के बीच होगा। यह स्तर पिछली तिमाही में इस तरह के क्षमता उपयोग के स्तर को देखने वाले अनुपात से ज़्यादा है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक आफ इंडिया के अनुसार 75-80 प्रतिशत के बीच क्षमता उपयोग एक शुभ संकेत है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था में नए निवेश को बढ़ावा मिलता है। सर्वेक्षण में उत्तरदाताओं ने कुछ छोटी-मोटी व्यावसायिक चिंताओं को उजागर किया है, जिनमें लंबे समय से चल रहे भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक कमोडिटी कीमतों में उछाल और बाहरी मांग में कमी सबसे बड़ी तीन चिंताएँ हैं। सीआईआई बिजनेस आउटलुक सर्वेक्षण का 128वां दौर सितंबर 2024 में आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न आकार की सभी उद्योग क्षेत्रों और क्षेत्रों की 200 से अधिक फर्मों को शामिल किया गया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 5, 2024

स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता लाने के लिए कुतुब मीनार को गुलाबी रंग से रोशन किया

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने स्तन कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर अक्टूबर में दिल्ली के प्रतिष्ठित स्मारक कुतुब मीनार को गुलाबी रंग से रोशन करने की महत्वपूर्ण पहल की है। 4 से 6 अक्टूबर की शाम तक तीन दिन यह ऐतिहासिक स्‍मारक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में स्तन कैंसर की समय पर जांच, शीघ्र पहचान और प्रभावी निदान के महत्व पर प्रकाश डालेगा। यह पहल न केवल स्तन कैंसर से लड़ने की आवश्यकता को रेखांकित करती है बल्कि उन लोगों को आशा, जीवन रक्षा और साहस का संदेश भी देती है, जिन्होंने इस बीमारी का बहादुरी से मुकाबला किया है। यह महिलाओं, खास तौर पर 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को याद दिलाता है कि स्‍तन कैंसर का समय रहते पता लगाने के लिए हर साल मैमोग्राफी कराना बहुत जरूरी है, जिससे परिणामों में अद्भुत सुधार हो सकता है।   इस पहल पर चर्चा करते हुए डॉ. वेदांत काबरा, प्रिंसिपल डायरेक्‍टर, डिपार्टमेंट ऑफ सर्जिकल ऑन्‍कोलॉजी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने कहा ‘‘स्तन कैंसर भारतीय महिलाओं में सबसे आम कैंसर का रूप बना हुआ है, जो सभी तरह के महिला कैंसर का 25% से अधिक है। हालांकि पहले यह मुख्य रूप से 50 से 64 वर्ष की आयु की महिलाओं में होता था, लेकिन पिछले दशक में चिंताजनक रुझान दर्शाते हैं कि युवा महिलाओं में, यहां तक कि 20 और 30 की उम्र में भी, इस बीमारी के एडवांस्‍ड स्‍टेज का तेजी से प्रसार हो रहा है। इसलिए बीमारी का पता लगाने के लिए प्रारंभिक जांच पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।’’ यश रावत, फैसिलिटी डायरेक्‍टर, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्‍टीट्यूट, ग्ररुग्राम ने कहा , ‘‘गुलाबी रंग से जगमगाता कुतुब मीनार महज एक विजुअल श्रद्धांजलि नहीं है। यह जागरूकता का प्रतीक है।   जो महिलाओं को नियमित जांच के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की अपील करता है। इस पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य स्तन कैंसर की रोकथाम करना और उसका पता लगाने की दिशा में सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करना तथा लोगों की जिंदगियां बचाना है।’’ कुतुब मीनार की रोशनी एक अद्भुत विजुअल प्रभाव पैदा करेगी, जो जागरूकता बढ़ाने, जीवित बचे लोगों की सहायता करने और स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए फोर्टिस हेल्थकेयर की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी। भारत में स्तन कैंसर के बढ़ते मामलों की ओर ध्यान आकर्षित करके फोर्टिस महिलाओं और उनके परिवारों को इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है। इस तरह की पहल के माध्यम से फोर्टिस महिलाओं को जानकारी से सशक्‍त बनाने, बीमारी का शीघ्र पता लगाने और विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 5, 2024

एम्स में स्वदेशी मशीन और उपकरणों से होगा दंत रोगों का इलाज

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। दंत रोग के इलाज के लिए एम्स का दंत चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (सीडीईआर) स्वदेशी उपकरण और इंप्लांट विकसित करेगा। नैदानिक अनुसंधान के लिए सीडीईआर भवन के पास दो बेसमेंट सहित सात मंजिला भवन तैयार किया गया है। भवन में इंप्लांट और उपकरण को विकसित करने के लिए रिसर्च का काम होगा। साथ ही जानवर व मरीज पर उक्त उपकरण व इंप्लांट की उपयोगिता की जांच भी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि देश में दंत रोग के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके इलाज में जरूरी उपकरण व इंप्लांट मौजूदा समय में 70 फीसदी से अधिक विदेश से आते हैं। यह महंगे होने के साथ भारतीय मूल की जरूरत के आधार पर विकसित नहीं होते।   स्वदेशी उपकरण व इंप्लांट को विकसित करने के दौरान भारतीय मूल की जरूरत को ध्यान में रखा जाएगा। सीडीईआर की प्रमुख डॉ. रितु दुग्गल ने कहा कि नैदानिक अनुसंधान के लिए तैयार हुआ भवन बनकर तैयार है। उम्मीद है कि जल्द ही इसका उद्घाटन होगा। इस भवन में उपकरण व इंप्लांट को लेकर रिसर्च होंगे। वहीं अन्य डॉक्टरों ने बताया कि इस सात मंजिला भवन में ओरल कैंसर, टेढ़े-मेढ़े दांत, जबड़े की सर्जरी, दांतों की सड़न या कैविटी, पेरियोडोंटाइटिस, पेरियापिकल टूथ एब्सेस, पल्पाइटिस, इम्पैक्टेड टीथ (दबाव में आए दांत), मालऑक्लूजन, दांत का टूटना, दुर्घटना में दांत या जबड़े का टूटना सहित दूसरे रोगों से जुड़े विषयों पर शोध होगा। इसमें मरीज की जरूरत के आधार पर इलाज की उचित विधि भी तैयार होगी।   *ब्लॉक का यह है उद्देश्य* डॉक्टरों ने बताया कि ब्लाॅक में नैदानिक अनुसंधान किया जाएगा। यह स्वास्थ्य सेवा विज्ञान की एक शाखा है। इसमें मरीजों में होने वाले रोग और उसके इलाज के लिए विधि की के लिए शोध किए जाएंगे। इसका मकसद रोगों के कारणों का पता लगाना, उनका इलाज करने के बेहतर तरीके खोजना और बीमारियों को रोकने के उपाय तलाशना शामिल होगा। एम्स में नए ब्लॉक में गैजेट, स्कैनर, सीजी सीटी मशीन सहित दूसरे जरूरी मशीन को लेकर शोध होगा।   *इलाज की प्लानिंग बनाएगा साफ्टवेयर* दंत रोग से परेशान मरीजों की इलाज के लिए जल्द साफ्टवेयर प्लानिंग बनाएगा। इसमें उसकी सर्जरी सहित इंप्लांट लगाने की जरूरत पर भी चर्चा होगी। दरअसल सीडीईआर की प्रमुख डॉ. रितु दुग्गल माईटी के साथ मिलकर एक साफ्टवेयर विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। यह साफ्टवेयर इलाज को लेकर प्लानिंग बनाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि इलाज को लेकर प्लानिंग बनने से मरीज की रिकवरी बेहतर हो जाती है। साथ ही सटीक इलाज भी हो पाता है।   स्टेम सेल पर भी हो सकता है काम दंत रोग का इलाज स्टेम सेल से भी हो सकेगा। मौजूदा समय में डॉ. सुजाता इसे लेकर अध्ययन कर रही है। यदि सीडीईआर के डॉक्टर इस दिशा में कोई प्रयास करते हैं तो वह डॉ. सुजाता के साथ मिलकर प्रयास कर सकेंगे। नए सेंटर में मेडिकल छात्रों को इसे लेकर सुविधाएं मिलेगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 5, 2024

पीएम इंटर्नशिप योजना: कुछ घंटों में ही 111 कंपनियां पंजीकृत

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। पोर्टल के शुरू होने के कुछ घंटों के अंदर ही करीब 111 कंपनियों ने खुद को पंजीकृत कराया। इतना ही नहीं, कंपनियां इस योजना के तहत अब तक 2,200 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण देने की पेशकश कर चुकी हैं। इस योजना का मकसद युवाओं को रोजगार के योग्य बनाना है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि।    इंटर्नशिप पोर्टल पर शुक्रवार को दोपहर तीन बजे तक कई कंपनियों ने 2,200 से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव दिया। पोर्टल पर लगभग 111 कंपनियां सूचीबद्ध हो चुकी हैं। पायलट आधार पर बृहस्पतिवार को शुरू की गई योजना के तहत इंटर्नशिप के लिए चयनित युवाओं को 5,000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता मिलेगी। इसके अलावा उन्हें इंटर्नशिप का हिस्सा बनने पर एकमुश्त 6,000 रुपये की मदद दी जाएगी। इंटर्नशिप 12 महीने के लिए होगी। चालू वित्त वर्ष में 1.25 लाख इंटर्नशिप अवसर उपलब्ध कराने की योजना है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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