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कार्यकर्ताओं की मेहनत बदलेगी कालका हल्के की तकदीर : गुरदेव चौधरी

रायपुररानी, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कालका हल्के की तकदीर अब वोट के रूप में जनता के हाथ में है। आने वाली 5 अक्तूबर को जब लोग ईवीएम मशीन पर हीरे के निशान के सामने वाला बटन दबायेंगे तो ही कालका हल्के की तकदीर बदलेगी। यह बात युवा समाजसेवी एवं गुर्जर नेता गुरदेव चौधरी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कही। गुरदेव चौधरी ने कहा के जिस तरह से आज़ाद प्रत्याशी गोपाल चौधरी के प्रचार के लिए गांव गांव में कार्यकर्ता जुटे हैं उससे गोपाल चौधरी की जीत तय है। कार्यकर्ताओं की मेहनत ओर कालका हल्के की प्रबुद्ध जनता का अपार समर्थन कालका हल्के की तकदीर को बदलेगा। उन्होंने कहा के भाजपा व कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों व हल्के की अनदेखी के चलते आज कालका विधानसभा विकास के मामले में 20 साल पीछे हो चुका है। 10 साल हरियाणा में भाजपा की सरकार रही लेकिन सरकार ने कालका हल्के के जख्मों को भरना जरूरी नहीं समझा।    गुर्जर नेता गुरदेव चौधरी ने कहा के आज कालका हल्के में बेरोजगार युवा रोजगार के लिए दर दर भटक रहे हैं। अगर हमारे पड़ोसी राज्य हिमाचल में बीबीएन बद्दी इंडस्ट्री एरिया नहीं होता तो युवा वर्ग व उनके परिवार भूखे मरते। कालका हल्के में सड़कों की जर्जर हालत किसी से छिपी नहीं है। सालों से कई सड़के अधूरी पड़ी हैं जिनका निर्माण करने की जहमत भाजपा सरकार ने नहीं उठाई। चौधरी ने कहा के आज आम वर्ग, मध्यम वर्ग मंहगाई के बोझ तले दबा है, लेकिन सरकारों को कोई फर्क नहीं पड़ा। गुरदेव चौधरी ने कहा के इस बार कालका हल्के की जनता के पास एक सुनहरी मौका है के वह भाजपा कांग्रेस को दरकिनार कर हल्के से आज़ाद प्रत्याशी गोपाल चौधरी को भारी वोटों से जिताकर विधानसभा भेजे। ताकि कालका हल्के का आपका अपना धरती पुत्र कालका हल्के के विकास ओर आम वर्ग की आवाज़ को विधानसभा में बुलंद कर सके।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही का कालका का अब होगा विकास

कालका, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कालका विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने कालका और पिंजौर क्षेत्र में चुनाव प्रचार करते हुए वोट मांगें और कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही हैं। जिसके बाद अब कालका के रुके हुए विकास को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में बीजेपी ने जानबुझ कर कालका के विकास को लटकाने का काम किया है। अब जनता के बीच जाकर विकास की बातें कर रहे हैं। इनकी बातों पर जनता को बिलकुल भी विश्वास नही है। एचएमटी इन्होंने बंद कर दी और धारा 7ए लगाकर लोगों को परेशान किया हैं। इसके साथ ही कालोनियों को नियमित नही किया गया और इन कालोनियों का विकास नही हो पा रहा है। लोगो को पीने का पानी नही मिल रहा है। लावारिस पशु लोगों की जान ले रहे है। साफ सफाई की व्यवस्था ठप्प पड़ी है। इसके अलावा सड़कों का बुरा हाल है।  हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

महिलाओं की बेहतरी के लिए मातृत्व लाभ का भुगतान न किए जाने की समस्या का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। एसोचैम के 5वें विविधता और समावेश उत्कृष्टता पुरस्कार और सम्मेलन 2024 में मुख्य अतिथि सुश्री डेलिना खोंगडुप, सदस्य राष्ट्रीय महिला आयोग ने कार्यस्थल पर विविधता और समावेश की आवश्यकता पर बल देते हुए श्रोताओं को संबोधित किया। महिलाओं और सभी लिंगों के अधिकारों के लिए संगठनों में यह एक निरंतर अभ्यास होना चाहिए। समाज के सभी क्षेत्रों के लिए लैंगिक विविधता हासिल करना एक मानवीय और सामाजिक जिम्मेदारी है। भारत में विविधता बहुत अधिक है और सभी संभव स्थानों पर समावेश की भावना होनी चाहिए।   निदेशक मंडल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए कंपनी अधिनियम में संशोधन किया गया है, लेकिन वास्तविकता यह है कि भारतीय कार्यबल में सीईओ स्तर पर महिलाओं की संख्या 5% से भी कम है। कॉरपोरेट इंडिया को इस समावेश को पहचानना चाहिए और कार्यस्थलों पर लैंगिक संतुलन संबंध को पाटना चाहिए। कार्यस्थलों पर उत्पीड़न और मातृत्व लाभ का भुगतान न किए जाने की समस्या को बेहतर बनाने के लिए तत्काल संबोधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।   एसोचैम नेशनल एम्पावरमेंट काउंसिल की अध्यक्ष श्रीमति शिवशंकर ने अपना स्वागत भाषण दिया और कहा कि यह एक निर्णायक क्षण है, जहां विविधता और समावेशन अब केवल चर्चा के शब्द नहीं रह गए हैं, बल्कि सतत विकास के आवश्यक स्तंभ बन गए हैं। हमें ऐसे भविष्य की दिशा में कार्रवाई और सहयोग को प्रेरित करने का लक्ष्य रखना चाहिए, जहां हर कोई, चाहे उसकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो, फल-फूल सके। एसोचैम नेशनल सीएसआर एंड एम्पावरमेंट काउंसिल के सह-अध्यक्ष और दक्षिण एशिया में विदेश मामले और भागीदारी निदेशक रवि भटनागर ने अपने धन्यवाद प्रस्ताव में कार्यस्थलों पर कर्मचारियों की भलाई को मान्यता देने के महत्व पर प्रकाश डाला, ताकि लैंगिक विविधता को केंद्र में रखा जा सके।   भारत का मिशन विविधता, समानता और समावेशन हासिल करना है, क्योंकि इस देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है। समावेशी कार्यस्थल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस विविधता को अपनाना बहुत ज़रूरी है। एसोचैम नेशनल एम्पावरमेंट काउंसिल की सह-अध्यक्ष सुश्री ज्ञान शाह ने बताया कि विविधता में एकता की भारत की विरासत को हमारे कार्यस्थलों और समुदायों तक कैसे बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे ऐसे माहौल का निर्माण हो सके जहाँ हर कोई मूल्यवान महसूस करे और योगदान करने के लिए सशक्त हो। समावेशी भारत ही समृद्ध भारत है। विकलांग व्यक्तियों के लिए प्रशिक्षण सत्रों में मदद करना समय की मांग है। भारत में सच्चे समावेश का मतलब है अंतर को पाटना - न केवल क्षेत्रों और भाषाओं में बल्कि लिंग, क्षमता और अवसर में भी गुरप्रीत अरोड़ा ने कहा भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में समावेश केवल एक विकल्प नहीं है; यह एक जिम्मेदारी है।   उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को यह महसूस होना चाहिए कि वह किसी से जुड़ा हुआ है, चाहे उसकी पृष्ठभूमि या पहचान कुछ भी हो। 5वें विविधता और समावेश उत्कृष्टता पुरस्कार और कॉन्क्लेव 2024 में पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया, जहां विभिन्न श्रेणियों के तहत संगठनों को मान्यता दी गई। विविधता और समावेश पर नीतियों के लिए सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता का पुरस्कार एडेलमेन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (छोटा), मिंत्रा डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड (मध्यम), केपीएमजी इंडिया (बड़ा) ने जीता। विकलांग व्यक्तियों के लिए सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता का पुरस्कार बिज़सोलइंडिया सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (छोटा), सीएसजी सिस्टम्स इंटरनेशनल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (मध्यम), टीवीएस मोटर कंपनी (बड़ा), रिफ्लेक्शंस इन्फो सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड (छोटा), स्विस रे (मध्यम) ने जीता; महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता की श्रेणी में केपीएमजी (बड़ा) ने जीता।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

एशिया पावर इंडेक्स:जापान को पछाड़कर तीसरा सबसे ताकतवर देश बना भारत

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। एशिया पावर इंडेक्स में जापान को पछाड़कर भारत तीसरा सबसे ताकतवर देश बन गया है। बुधवार को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि भारत के तेज आर्थिक विकास, युवा जनसंख्या, अर्थव्यवस्था का विस्तार की वजह से भारत की स्थिति बेहतर हुई है। साथ ही ये भारत की दुनिया में बढ़ती साख को भी दर्शाता है।    *एशिया प्रशांत क्षेत्र के ताकतवर देशों की सूची दर्शाता है एशिया पावर इंडेक्स* मंत्रालय ने बयान में कहा कि 'एक बड़े बदलाव के तहत भारत ने जापान को पछाड़कर एशिया पावर इंडेक्स में तीसरे सबसे ताकतवर देश का दर्जा हासिल किया है। ये भारत की दुनियाभर में बढ़ रही साख को दर्शाता है।' एशिया पावर इंडेक्स की शुरुआत साल 2018 में लॉवी इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। इसमें एशिया प्रशांत क्षेत्र में सालाना आधार पर ताकतवर देशों की एक सूची तैयार की जाती है। इसमें एशिया प्रशांत के 27 देशों की स्थिति का आकलन किया जाता है।   *इन वजहों से बढ़ रही दुनिया में भारत की साख* मंत्रालय ने बताया कि एशिया पावर इंडेक्स में पता चला है कि क्षेत्रीय ताकतों की सूची में भी भारत की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है और भारत का प्रभाव भी बढ़ रहा है। भारत के उछाल में सबसे अहम फैक्टर इसका आर्थिक विकास है। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी के बाद जबरदस्त आर्थिक रिकवरी की, जिसकी वजह से भारत की आर्थिक क्षमताओं में 4.2 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई। देश के आर्थिक विकास में इसकी बड़ी जनसंख्या की अहम भूमिका है और मजबूत आर्थिक वृद्धि दर के चलते भारत दुनिया दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।    *युवा जनसंख्या भारत की ताकत* भारत को अपने क्षेत्रीय प्रतिद्वंदियों चीन और जापान की तुलना में जनसांख्यिकी का भी फायदा मिला है। चीन और जापान जहां अपनी बुजुर्ग होती जनसंख्या से जूझ रहे हैं, वहीं भारत के पास विशाल युवा आबादी है, जो इसके आर्थिक विकास को आने वाले दशकों में मजबूती देती रहेगी। क्वाड और विभिन्न वैश्विक संगठनों में भारत की मौजूदगी से कूटनीति की दुनिया में भी भारत का प्रभाव बढ़ा है। एशिया पावर इंडेक्स में किसी भी देश की ताकत का आकलन उसकी आर्थिक क्षमता, सैन्य क्षमता, भविष्य के संसाधनों, आर्थिक साझेदारी, रक्षा नेटवर्क, कूटनीतिक प्रभाव और सांस्कृतिक प्रभाव के आधार पर किया जाता है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

दिल्ली सरकार का 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'एनसीआर के राज्यों में बढ़ने वाले प्रदूषण स्तर का प्रभाव दिल्ली पर पड़ता है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केंद्र सरकार की भी जरूरत हमें पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि जब सभी एजेंसियां और सरकारें मिलकर काम करेंगी, तभी प्रभावी तरीके से प्रदूषण से लड़ा जा सकता है।   इसीलिए हमारी सरकार 'मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें' थीम पर चलकर हमारी सरकार विंटर एक्शन प्लान पर काम करेगी। हमारे सामूहिक प्रयासों का परिणाम है कि दिल्ली में लगातार प्रदूषण का स्तर कम हो रहा है। गोपाल राय ने बताया कि सर्दियों में प्रदूषण स्तर नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार आज से 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू कर रही है। इस साल अभियान का थीम होगा, “मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें”।    *दिल्ली में 7 अक्तूबर से धूल विरोधी अभियान शुरू* गोपाल राय ने बताया, 'इस बार हमने 21 सूत्री विंटर एक्शन प्लान बनाया है जिसके आधार पर हम काम करना शुरू करेंगे। दिल्ली में पहली बार हॉट स्पॉट की ड्रोन से निगरानी कराने का फैसला लिया गया है। इससे प्रदूषण के कारण का वास्तविक समय में पता लगाया जा सकेगा। धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली में 7 अक्तूबर से धूल विरोधी अभियान शुरू होगा।    *85 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही* गोपाल राय ने कहा कि प्राइवेट और सरकारी सभी एजेंसियों के पास 7 अक्टूबर तक का समय है। अगर वे तब तक मापदंडों पर खरे नहीं उतरे तो उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 500 मीटर से अधिक के सभी निर्माण स्थलों को पोर्टल पर पंजीकृत कराना होगा। 85 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं, 500 पानी छिड़कने वाली मशीनें भी इस्तेमाल की जा रही हैं। इस बार 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन लॉन्च की जाएंगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

प्रौद्योगिकी उन्नति के साथ करदाताओं का समर्थन बढ़ाना: शशांक प्रिया

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। एसोचैम द्वारा जीएसटी पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि शशांक प्रिया विशेष सचिव एवं सदस्य -जीएसटी, सीबीआईसी ने कहा कि ''हमने जीएसटी के क्रियान्वयन के सात वर्ष पूरे कर लिए हैं। हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। हर साल सर्वेक्षण हुए हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं द्वारा जीएसटी की संतुष्टि रेटिंग में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। राजस्व में वृद्धि देखी जा रही है। हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि प्रौद्योगिकी और स्वचालन का उपयोग करदाताओं के लिए जीवन को आसान बनाए। समिट के दौरान उन्होंने कहा कि उद्योग ने एक ही पैन वाले जीएसटी के लिए विभिन्न राज्यों के बीच पूर्ण जीएसटी हस्तांतरण की मांग की है। ऐसी भी मांगें हैं कि आपूर्तिकर्ताओं द्वारा जीएसटी जमा न करने के लिए प्राप्तकर्ता को जिम्मेदार नहीं बनाया जाना चाहिए।   उन्होंने आगे कहा, ''हमें यह याद रखना होगा कि जीएसटी एक बहुत ही सावधानी से बनाया गया स्थानीय रूप से संतुलित कानून है, जो राज्य और केंद्र के अधिकारियों के बीच बहुत गहन और लंबे विचार-विमर्श के बाद हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद बना है। इसलिए, यह संघीय ढांचे को संतुलित करता है। हमें यह पहचानना होगा कि कर की शक्ति केंद्र और राज्यों दोनों के पास है। और इसीलिए हमें सावधान रहना होगा, दोनों समान हितधारक हैं और जीएसटी के लिए दोनों को एक साथ आने की जरूरत है। इस बारे में कुछ लगातार समस्याएं रही हैं कि कैसे छोटे करदाताओं को अनुपालन आवश्यकताओं के बारे में पता नहीं था, जिसके परिणामस्वरूप उनमें से बहुत से समय पर अपना रिटर्न दाखिल नहीं कर सके, इनपुट टैक्स क्रेडिट गलत तरीके से लिया गया।    जैसे-जैसे हमने रिटर्न दाखिल करने की समय अवधि बढ़ाई, हमने रिटर्न दाखिल करने में देरी के लिए कुछ माफी दी, सीजीएसटी अधिनियम की धारा 73 के तहत जो मांगें उठाई गईं, हमने उस पर जुर्माना और ब्याज में छूट दी। इसलिए, उन सभी मुद्दों को हमने 54वीं जीएसटी परिषद की बैठक में आगे बढ़ाया है। परिषद ने 31 मार्च, 2025 को वह तिथि निर्धारित की है जिस दिन या उससे पहले करदाताओं को कर का भुगतान करना होगा, यदि वे इस विशेष छूट का लाभ उठाना चाहते हैं। अपने विशेष संबोधन में जीएसटीएन के सीईओ मनीष कुमार सिन्हा ने जीएसटी में मौजूदा रुझानों को साझा किया, जैसे कि विसंगतियां, जहां उन्होंने स्वचालन लागू किया है, जिसमें करदाता और कर प्रशासक दोनों ही परिणाम देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि तरीकों और अंतरों को मानकीकृत किया जा सकता है।   इनवॉयस मैनेजमेंट सिस्टम (आईएमएस) एक लंबे समय से प्रतीक्षित कदम है। सरकार उद्योग की चिंताओं को समायोजित कर रही है। स्वागत भाषण में एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के अध्यक्ष प्रतीक जैन ने जीएसटी की उल्लेखनीय तकनीकी प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे एआई उपकरण अब जटिल कानूनी निर्णयों को तुरंत सारांशित करने में सक्षम हैं और कहा कि विशाल जीएसटी डेटा सरकार और उद्योग के लिए बेहतर निर्णय लेने में सहायक हो सकता है। एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के सह-अध्यक्ष नवीन जैन ने इस बात पर जोर दिया कि जीएसटी परिषद और प्रशासन उद्योग के साथ सक्रिय जुड़ाव और सहयोग के माध्यम से प्रणाली की निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।   उन्होंने जीएसटी प्रक्रियाओं को सरल बनाने की प्राथमिकता पर प्रकाश डाला और उद्योग के सदस्यों को प्रमुख चुनौतियों पर प्रतिक्रिया साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। जैन ने इस बात पर भी जोर दिया कि जीएसटी ढांचे के भीतर मूल्य को अनलॉक करने और प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ निरंतर सहयोग आवश्यक है। एसोचैम की राष्ट्रीय अप्रत्यक्ष कर परिषद के सह-अध्यक्ष नितिन गोयल ने यह कहते हुए अपना समापन भाषण दिया कि पिछले सात वर्षों में जीएसटी का विकास कर परिदृश्य को परिष्कृत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अब 13 मिलियन से अधिक इकाइयाँ जीएसटी-पंजीकृत हैं और लगातार रिटर्न दाखिल कर रही हैं, जो पिछले वर्ष के संग्रह से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

जस्टिस पारदीवाला के 200 पेज के आदेश के में वो कौन से सुझाव, जिनसे पॉक्सो मामलों पर लगेगी लगाम

नई दिल्ली, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि संसद को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम में संशोधन को लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी शब्द के स्थान पर बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इस तरह ऐसे अपराधों की वास्तविकता को और अधिक सटीक रूप से दर्शाया जा सकेगा. सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ और जस्टिस जे. बी. पारदीवाला की बेंच ने कहा कि इस बीच केंद्र सरकार पॉक्सो अधिनियम में सुझाए गए संशोधन के लिए अध्यादेश पर विचार कर सकती है. बेंच ने कहा, 'हम अदालतों को यह ध्यान दिलाना चाहते हैं कि बाल पॉर्नोग्राफी शब्द का इस्तेमाल किसी भी न्यायिक आदेश या फैसले में नहीं किया जाएगा.   बल्कि इसके स्थान पर बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें कहा गया है कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी देखना और डाउनलोड करना यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत अपराध है. बेंच ने अपने 200 पेज के फैसले में सुझाव दिया कि व्यापक यौन शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करना संभावित अपराधियों को रोकने में मदद कर सकता है. पीठ के अनुसार, इन शिक्षा कार्यक्रमों में बाल पॉर्नोग्राफी के कानूनी और नैतिक प्रभावों के बारे में जानकारी शामिल होनी चाहिए. फैसले में कहा गया है, 'इन कार्यक्रमों के जरिये आम गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए और युवाओं को सहमति एवं शोषण के प्रभाव की स्पष्ट समझ प्रदान की जानी चाहिए.'   सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि प्रारंभिक पहचान, हस्तक्षेप और वैसे स्कूल-आधारित कार्यक्रमों को लागू करने में स्कूल महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जो छात्रों को स्वस्थ संबंधों, सहमति और उचित व्यवहार के बारे में शिक्षित करते हैं और समस्याग्रस्त यौन व्यवहार को रोकने में मदद कर सकते हैं. बेंच ने कहा, 'उपर्युक्त सुझावों को सार्थक प्रभाव देने और आवश्यक तौर-तरीकों पर काम करने के लिए, भारत संघ एक विशेषज्ञ समिति गठित करने पर विचार कर सकता है, जिसका काम स्वास्थ्य और यौन शिक्षा के लिए एक व्यापक कार्यक्रम या तंत्र तैयार करने के साथ ही देश भर में बच्चों के बीच कम उम्र से ही पॉक्सो के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी हो, ताकि बाल संरक्षण, शिक्षा और यौन कल्याण के लिए एक मजबूत और सुविचारित दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके.'   पीठ ने पीड़ितों को सहायता सेवाएं प्रदान करने और अपराधियों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम की आवश्यकता जताते हुए कहा कि इन सेवाओं में अंतर्निहित मुद्दों के समाधान और स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने के लिए मनोवैज्ञानिक परामर्श, चिकित्सीय हस्तक्षेप और शैक्षिक सहायता शामिल होनी चाहिए. पीठ ने कहा, 'संसद को ऐसे अपराधों की वास्तविकता को अधिक सटीक रूप से दर्शाने के उद्देश्य से बाल पॉर्नोग्राफी शब्द को बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री से बदलने के उद्देश्य से पॉक्सो अधिनियम में संशोधन लाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.' सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो लोग पहले से ही बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री देखने या वितरित करने के क्रियाकलापों में शामिल हैं, उनके लिए सीबीटी (संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी)  इस तरह के व्यवहार को बढ़ावा देने वाली संज्ञानात्मक विकृतियों को दूर करने में कारगर साबित हुई है.बेंच ने कहा, 'थेरेपी कार्यक्रमों को सहानुभूति विकसित करने, पीड़ितों को होने वाले नुकसान को समझने और समस्याग्रस्त विचार पैटर्न को बदलने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'   पीठ ने सुझाव दिया कि सार्वजनिक अभियानों के माध्यम से बाल यौन शोषण सामग्री की वास्तविकताओं और इसके परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाने से ऐसी घटनाओं को कम करने में मदद मिल सकती है और इन अभियानों का उद्देश्य यह होना चाहिए कि ऐसी घटनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने से बचने की प्रवृत्ति समाप्त हो और सामुदायिक सतर्कता को प्रोत्साहित किया जा सके. पीठ ने सुझाव दिया कि शिक्षकों, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को पीएसबी के संकेतों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. इसने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम इन पेशेवरों को प्रारंभिक चेतावनी संकेतों को पहचानने तथा उचित तरीके से उसकी जवाबी प्रतिक्रिया देने के तौर-तरीकों को समझने में मदद कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट के उस फैसले को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी को डाउनलोड करना और देखना पॉक्सो अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत अपराध नहीं है. हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Sep 25, 2024

वरिष्ठ अकाली नेता बेदी ने दिया प्रदीप चौधरी को समर्थन

पिंजौर, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। कालका से वरिष्ठ अकाली नेता मलविंदर सिंह बेदी ने कालका के कांग्रेसी प्रत्याशी प्रदीप चौधरी  को अपना समर्थन दिया बेदी ने बताया कि वह अपने सभी साथियों से घर-घर जाकर कांग्रेस को वोट डालने की अपील करेंगे बेदी ने यह भी बताया कि 10 साल हमने भाजपा का समर्थन किया लेकिन भाजपा ने हमारा हर तरह से फायदा उठाया और शोषण किया भाजपा की नीतियों से नाखुश होकर हमने यह कदम उठाया है।   और हमें उम्मीद है की आने वाले समय में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और हमारे हरियाणा के सिख समाज को ऊंचा उठाने का काम करेगी बेदी ने बताया कि मैं मीडिया के माध्यम से भी सभी अपने कार्यकर्ताओं व कालका पिंजौर के सिख बुद्धिजीवीयों से अपील करता हूं की अपने तन मन धन से कालका व हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस का साथ दें और कांग्रेस की सरकार बनाने में सहयोग कर इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीरभान मेहता जी, मनोज अग्रवाल बलवंत सिंह गगनदीप सिंह बंटी अरोड़ा दीपक चौधरी रामकरण चौधरी, सुचा राम,सुनील चेयरमैन , मनीष शर्मा व उनके साथ अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

Ujjwal Times News

Sep 25, 2024

पंचकूला विधानसभा के हर मतदाता के दिल में बसी है कांग्रेस

पंचकूला,  25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। पंचकूला विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्रमोहन ने मंगलवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में जन सभाएं कर लोगों से अपील की कि हरियाणा की खुशहाली के लिए कांग्रेस की सरकार बनाएं और पंचकूला विधानसभा में उन्हें भारी बहुमत से विजय करवाए। पंचकूला विधानसभा में लोगों के मिल रहे अपार समर्थन से उन्होंने कहा कि इस बार चंद्र मोहन नहीं बल्कि जनता चुनाव लड़ रही है। लोगों का यह अहसान वह जीवन भर उनकी सेवा कर भी नहीं उतार पाएंगे। मेरा पूरा परिवार लोगों का ऋणी है और यह ऋण चंद्र मोहन का परिवार जनता की पूरा जीवन सेवा कर उतरेगा।   चन्द्रमोहन ने जनसभाओं को जारी रखते हुए कहा कि भाजपा का अब बुरा वक्त जाने वाला है, जल्द ही जनता भाजपा को सत्ता से बेदखल करेगी और कांग्रेस पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। पार्टी में भगदड़ मची है कि आए दिन भाजपा के के बड़े नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इसका बडा कारण भाजपा का प्रदेश में जनविरोधी नीतियों को लागू करना है जिसके चलते सभी वर्गों के लोगों की मुसीबते बढ़ी हैं। भाजपा के कुशासन से तंग जनता अब मुक्ति चाहती है और कांग्रेस को पूरा समर्थन दें रही है। चन्द्रमोहन ने कहा कि जनता ने कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने का मन बना रखा है। कांग्रेस ने घोषणा पत्र में जो वादे किए गए हैं   उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की तरह सिर्फ ब्यानबाजी या कागजी वायदे नहीं किए जाएंगे, बल्कि वादों को भी पूरा किया जाएगा। उन्होंने राजीव कालोनी व इंदिरा कालोनी वासियों को आश्वासन दिलाया कि पहले भी कांग्रेस पार्टी ने झुग्गियों में रहने वाले लोगों को पक्के घर दिलवाए थे अब सत्ता में आने पर जिनको घर नहीं मिलें थे उन्हें घर दिलवाने की व्यवस्था की जाएगी तथा स्किल स्कूल व मार्किट भी मिलेगी। चन्द्रमोहन ने 24 सितम्बर को पंचकूला सेक्टर 16, राजीव कालोनी, सेक्टर 15, इंदिरा कालोनी, सकेतड़ी, सेक्टर 12, नाड़ा साहिब, सेक्टर 27, बरवाला, भरेली तथा मदनपुर सेक्टर 25 में जनसभाएं की ।   लोग भारी संख्या में जनसभाओं में शामिल हुए। चन्द्रमोहन की जनसभाओं में विभिन्न पार्टी से जुड़ने का कार्यक्रम आज भी जारी रहा, जिसमें चन्द्रमोहन के साथ सुनीत सिंह, सलीम डबकोरी और संदीप सोही भी शामिल रहे। कुंडी गांव से अजय कुंडल्स के अपने साथियों तरसेम सैनी, नरेश कुंडी, हैप्पी सैनी, जसपाल सैनी, संदीप सैनी, मनोज लुबाना, संजीव लुबाना, सतपाल लुबाना, जतिन कुमार, राधे श्याम, कुलदीप लुबाना, गुरदीप, पवन कुण्डी, ओम प्रकाश कुण्डी, गुरदयाल चैधरी ने कांग्रेस पार्टी को अपनाया। सेक्टर 31 पंचकूला में गुरू रविदास सभा के प्रधान मोहन लाल, उप प्रधान राम लाल, जगदीश, रवी कुमार, अजीत सोहाता, सोमनाथ, हरनाथ सिंह, विकास, अभिनन्दन, विशाल, आशीश, जल मेध, मोहम्मद सिंह तथा ओम प्रकाश पूर्व पार्षद, गुरजिंद्र सिंह व कमलेश भी कांग्रेस में शामिल हुए।   राजीव कालोनी सेक्टर 17 के कार्यक्रम में सुभाष सेठी द्वारा लेबर चौक पर कुमारी शैलजा के जन्मदिन को लेकर पूजा अर्चना की गई, जिसमें विह प्रत्याशी चंद्र मोहन शामिल हुए, उन्होंने वादा किया कि जो भी उनकी मांगे और समस्याएं हैं उन्हें हल किया जाएगा, सेक्टर 15 करतार अलाहाबादी, इंदिरा कालोनी नसीर व जफर, सकेतड़ी सुखदेख सिंह, सेक्टर 12 नरेश मित्तल, नाड़ा साहिब का कार्यक्रम सरपंच पिंकी, जस्सी व सोहन लाल, सेक्टर 27 धर्मपाल गुप्ता, गुरजीत सिंह सैनी, बरवाला काका राणा, काला, भरेली टाउन अमन राणा सरपंच व मदनपुर सेक्टर 25 के कार्यक्रम अमर सिंह पूर्व पार्षद की देख रेख में आयोजित हुए।   सैक्टर 20 में उदित मेहदीरता के कार्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान योगेन्द्र क्वात्र , प्रदीप शर्मा, रजनीश शर्मा, महावीर शर्मा, नवीन बंसल, गौतम प्रसाद पार्षद, सलीम खान, अभिषेक दंडआरू, राकेश सोंधी, बाल मुकुंद शर्मा, अंकुर जैन, सौरभ जैन, पुशपिंदर त्रिपाठी, एडवोकेट अमन दत्त शर्मा, कृष्ण गोयल, रविकांत स्वामी, ज्ञान सिंह, बॉबी सिंह, सुरेन्द्र कठपाल भी मौजूद रहे मंगलवार को नगर निगम वार्ड 4 से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुकी, पूर्व जिला सचिव भारतीय जनता पार्टी, पूर्व जिला प्रभारी महिला मोर्चा भारतीय जनता पार्टी समाजसेवी सीमा गर्ग ने कांग्रेस की नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की । इस मौके पर पूर्व पार्षद संगीता गोयल, भीम सिंह गौड़, महाराणा प्रताप संगठन सकेतड़ी ऋषिपाल राणा भी मौजूद रहे। इसके अलावा उनके पुत्र सिद्धार्थ ने भैंसा टिब्बा, एमडीसी फलैटस, मार्केट, महादेवपुर, जीएच 1 एमडीसी, सेक्टर 28 तथा माणकया में जाकर चुनाव प्रचार किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

धरती से जुड़े आम इंसान ने दोनों दलों के छुड़ा रखे हैं पसीने : हरनेक रिंकू

पिंजौर, 25 सितंबर 2024 (यूटीएन)। न कोई राजनीतिक परिवार है, न कोई राजनीतिक पृष्टभूमि है, न कोई पहले राजनीति में रहा है। ज़मीन से जुड़ा एक आम इंसान देश के 2 बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहा है आम आदमी के हितों की पैरवी कर रहा है यह बहुत बड़ी बात है। जोलुवाल में हरनेक रिंकू ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा के आज गोपाल चौधरी आम जनता की आवाज बनकर उभरा है। स्थानीय लोगों के साथ साथ पूरे कालका विधानसभा हल्के के आम लोग आज राजनीति से ऊपर उठकर हल्के के विकास की उम्मीद गोपाल चौधरी से लगाये बैठे हैं।   हरनेक रिंकू ने कहा के देश के दोनों बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की आंखों में गोपाल चौधरी खड़क रहा है। उन्हें यह बात चुभ रही है के कैसे ज़मीन से जुड़े एक आम आदमी ने इस बार के चुनावी दंगल में भाजपा-कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दलों को चुनोती दे रखी है। हरनेक रिंकू ने कहा के यह सच्चाई है के आज चुनावी रण में गोपाल चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी शक्ति रानी को चुनावी जंग में कहीं पीछे धकेल दिया है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी भी इस चुनाव में हथियार डालने को लगभग तैयार हैं। आज आम जनता पूरे जोश के साथ गोपाल चौधरी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।    बॉक्स :- मैं राजनीति में निजी हित के लिए नहीं बल्कि आम आदमी के हितों की आवाज उठाने आया हूं : गोपाल चौधरी    सोमवार को कालका विधानसभा क्षेत्र के तहत गांव मोलीवाली, चरनियां, जोलूवाल, टांडा जोलूवाल, करनपुर, बसोला वाल्मीकि, चंडी मंदिर, निचली बुर्ज, जल्लाह, थापली, निचली मांदना, उपरली मांदना व पपलोहा में गोपाल चौधरी ने जनसभाओं को संबोधित करते हुए आने वाली 5 अक्टूबर को उन्हें भारी मतों से वोट करने की अपील की। गोपाल चौधरी ने कहा के उनका कोई राजनीतिक बैकराउंड नहीं है न कभी कोई उनके परिवार से राजनीति में रहा है। चौधरी ने कहा के चुनाव में उतरने का उनका मकसद सिर्फ इतना है के वह कालका हल्के के विकास को पटरी पर ला सकें।    भाजपा कांग्रेस ने हमारे कालका विधानसभा क्षेत्र की जनता को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल क़िया। आज कांग्रेस भाजपा की गलत नीतियों के चलते कालका हल्के को 20 साल पीछे धकेल दिया है। अगर कालका की जनता ने इस हल्के को कांग्रेस भाजपा से मुक्त नहीं किया तो हमारा कालका हल्का 50 साल पीछे चला जायेगा। गोपाल चौधरी ने कहा के वह जनता के आशीर्वाद से कालका हल्के की आवाज को विधानसभा में बुलंद करेंगे ओर जनता के हक के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे। राजनीति में आने का उनका मकसद सिर्फ ओर सिर्फ जनता की सेवा करना ओर कालका के विकास को गति प्रदान करना है।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Sep 25, 2024

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