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रामेश्वर धाम मंदिर की तर्ज पर बनेगा तीन मंजिला मंच 135 सुप्रसिद्ध कलाकार करेंगे मंचन

नई दिल्ली, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। कॉन्फ्रेंस में लव कुश रामलीला कमेटी के प्रेसीडेंट अर्जुन कुमार ने कहा देश में पहली बार श्री रामेश्वरम धाम मंदिर की थीम पर बने विशाल भव्य तीन मंजिला मंच पर प्रभु श्री राम की लीला का मंचन 03 से 13 अक्टूबर तक होगा और दशहरा पर्व 12 अक्टूबर को होगा। फिल्म इंडस्ट्री के 15 मशहूर स्टार्स के साथ साथ टीवी और रंगमंच के 120 कलाकारों द्वारा लीला मंचन किया जाएगा। उन्होंने बताया 180 फीट ऊंची क्रैनो द्वारा आकाश मार्ग में तीन विशाल रथो में श्री राम , लक्ष्मण, दूसरे रथ में श्री राम की सेना और तीसरे रथ में रावण सवार होंगे। आसमान में राम रावण युद्ध, रावण द्वारा सीता हरण, जटायु वध, हनुमान जी का संजीवनी बूटी लाने से लेकर युद्ध के जीवंत एक्शन सीन देख राम भक्त दंग रह जाएंगे। लीला प्रेसिडेंट अर्जुन कुमार के अनुसार फिल्म स्टार हिमांशु सोनी ( फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया, टीवी राम सिया के लव कुश, अगर तुम ना होते, द्वारकाधीश श्री कृष्णा, आदि) प्रभु श्री राम का रोल करेंगे फिल्म एक्ट्रेस समीक्षा भटनागर ( फिल्म कैलेंडर गर्ल्स, पोस्टर बॉयज, टीवी देवों के देव महादेव आदि) माता सीता के रोल में, एक्टर कनन मल्होत्रा ( सूर्य पुत्र करण, चांद छुपा बादल में आदि) लक्ष्मण।   और बी आर चोपड़ा के महाभारत सीरियल में भीम पुत्र घटोतकच से अलग इमेज बनाने वाले सवा 6 फीट के एक्टर केतन करांडे जो ठग्स ऑफ हिंदुस्तान, रेस 2, भोला, सहित 55 से ज्यादा फिल्मे कर चुके है लीला में महाबली हनुमान का रोल करेंगे। लीला कमेटी के महासचिव सुभाष गोयल  के अनुसार इस बार लीला में हाईटेक डिजिटल तकनीक का ज्यादा प्रयोग किया जाएगा, इसमें 3डी मेपिंग, विजुअल इफेक्ट्स, 8 ट्रैक डिजिटल डोलबी साउंड सिस्टम का प्रयोग मुंबई से आई ट्रेंड तकनीशीयन की टीम द्वारा किया जाएगा। विभिन्न टीवी चैनल, यू ट्यूब चैनल , के माध्यम से देश विदेश के 25 करोड़ से ज्यादा दर्शक लीला का लाइव मंचन देखेंगे  गोयल के अनुसार टीवी पर अनेक पौराणिक टीवी सीरियल्स के कॉस्ट्यूम डायरेक्टर विष्णु पाटिल मुंबई में अभी से लीला के सभी कलाकारों के कॉस्ट्यूम तैयार करने में लगे है लीला कमेटी के चेयरमैन  पवन गुप्ता के अनुसार फिल्म नगरी के मेकअप आर्टिस्ट चोटलिया पंकज जीवराज भाई अपनी टीम के साथ लीला के सभी कलाकारों का किरदार के मुताबिक रीयल लुक मेकअप करेंगे। फिल्म इंडस्ट्री के अनुभवी एक्शन आर्टिस्ट मनोज कागड़ा और उनकी टीम इस बार लीला में मंचित होने वाले सभी हैरत अंगेज, दिल दहलाते, आसमान में होने वाले एक्शन दृश्यों को पूर्ण सुरक्षा प्रबंधों के साथ करेगी,  प्रवेश कुमार के निर्देशन में लीला का मंचन होगा।    फिल्म एक्टर हिमांशु सोनी ने मीडिया को बताया टीवी पर प्रभु श्री राम का किरदार निभाने के बाद हजारों भक्तो के बीच लव कुश की विशाल स्टेज पर एकबार फिर श्री राम का किरदार करना मेरे लिए गर्व की बात है, सिने तारिका समीक्षा भटनागर ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा सीता माता का किरदार बेहतरीन ढंग से निभा सकू इसके लिए मैं अभी से अपने घर में इस किरदार को जीवंत करने के लिए रिहर्सल करने में बिजी हूं। लालकिला ग्राउंड पर देश की सबसे बड़ी लव कुश लीला कमेटी के मंच पर लक्ष्मण का रोल बेहतरीन ढंग से निभाना मेरे लिए बडा चेलेंज है, महाबली हनुमान का किरदार निभा रहे केतन ने कहा मैं श्री राम का अटूट भक्त हूं, हनुमान जी की बचपन से पूजा अर्चना करता हु अब इसी पात्र को देश की राजधानी में लव कुश लीला के मंच पर निभाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। लीला मंत्री प्रवीन सिंघल और वरिष्ठ उप प्रधान के मुताबिक लोकप्रिय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर विशाल मेगा हैल्थ कैंप का आयोजन और प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल और उनकी टीम द्वारा खाटू श्याम  के भजनों का कार्यक्रम होगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

सावन में शिव,पूजा जलाभिषेक के साथ साथ शिवमहापुराण श्रवण का विशेष महत्व है

नई दिल्ली, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। सावन के पावन अवसर पर स्वामीराजेश्वरानंद महाराज के सान्निध्य राजमाता झंडेवाला मंदिर, गौरख पार्क में आयोजित शिवमहापुराण कथा से पहले भव्य दिव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी राजेश्वरानंद ने कहा कि "सावन में शिव,पूजा जलाभिषेक के साथ शिवमहापुराण कथा श्रवण का अत्यधिक महत्व माना गया है।शिवमहापुराण मार्गदर्शन से व्यवहार करने से सुखमय जीवन जीने की युक्ति,हरी भक्ति एवं मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।    उन्होंने कहा कि शिवजी जी जगद्गुरु है जोकि विषम परिस्थितियों एवम विषम विचारधारा के मध्य आनंदपूर्वक जीवन जीने का ढंग देते हैं। शिवजी भक्ति और मुक्ति के दाता हैं।  झंडेवाला मंदिर गौरख पार्क, दिल्ली में शिवमहापुराण कथा सप्ताह का शुभारंभ हुआ। शनिवार तक चलने वाले इस महाआयोजन में बृज रशिका पूज्यता किशोरी प्रति दिन शिव महापुराण कथा का वाचन करेंगी। कथा सप्ताह के पहले दिन भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमे सौभाग्यवती बहनों ने मस्तक पर अमृत कलश तो पुरुष सेवादारों के मस्तक पर बारी बारी से शिवमहापुराण मस्तक की भाग्य रेखाओं को सुंदरता प्रदान कर रहा था। स्वामी राजेश्वरानंद के साथ पूजा गुरु माता भजन कीर्तन करते हुए पदयात्रा में चल रहे थे।   रथ, बैंड बाजे ढोल शहनाई ताशे के साथ सैकडो भक्त हर हर महादेव, बम बम भोले के जयकारों की गगनभेदी गूंज के साथ नाचते गाते झूमते दिखाई दिए।कलश यात्रा का नारियल फोड़कर शुभारंभ किया गया फिर राजमाता मंदिर मार्ग,बाबरपुर रोड, प्रताप पूरा, मोहन पार्क, सुभाष पार्क, गोरख पार्क से होती हुई यात्रा कथास्थल पर पहुंची रास्ते में जगह जगह पर  पुष्पवर्षा, फूलमाला, फल आदि प्रसाद वितरण करते हुए लोगों ने स्वागत किया। सोमवार से शनिवार दोपहर ढाई से शाम 6 बजे तक कथाव्यास बृज रसिक पूज्यता किशोरी जी के मुखारबिंद से शिवमहापुराण कथा की रसामृत वर्षा की जाएगी। कलश यात्रा में अनेक गणमान्य व्यक्ति व सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

ऑर्गन ट्रांसपोर्ट के लिए सरकार के नए दिशानिर्देश, ट्रांसप्लांट के लिए मरीज को नहीं करना होगा इंतजार

नई दिल्ली, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंसानी अंगों को अलग-अलग तरह के यातायात के जरिए आसानी से पहुंचाने के लिए पहली बार मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। इसके तहत, मानव अंग ले जाने वाली एयरलाइंस को प्राथमिकता से उड़ान भरने और उतरने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से अनुरोध करने और साथ आगे की सीटें व्यवस्थित करने की भी अनुमति होगी। ऑर्गेन ट्रांसप्लांट के लिए एसओपी पूरे देश में अंग प्रत्यारोपण से जुड़े लोगों के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज के रूप में काम करेगी और इसका मकसद अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि अंग परिवहन की प्रक्रिया को बेहतर कर हमारा लक्ष्य है कि कीमती अंगों का अधिकतम उपयोग हो सके और जीवन रक्षक प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे अनगिनत मरीजों को उम्मीद मिले। ये एसओपी पूरे देश में अंग प्राप्ति और प्रत्यारोपण संस्थानों के लिए एक रोडमैप हैं, जो सर्वोत्तम प्रथाओं और गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करते हैं।   *एसओपी में क्या-क्या है?* जब डोनर और रेसिपेंट( अंग प्राप्तकर्ता) अलग-अलग अस्पतालों में हों, चाहे एक ही शहर में हों या अलग-अलग शहरों में, तब एक जीवित अंग को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाना पड़ता है। हवाई मार्ग से परिवहन के लिए एसओपी के अनुसार, मानव शव से लिए गए अंगों को ले जाने वाली एयरलाइंस एयर ट्रैफिक कंट्रोल से विमान के लिए प्राथमिकता से उड़ान भरने और उतरने का अनुरोध कर सकती हैं और आगे की सीटें भी बुक करा सकती हैं। ये अंग ले जाने वाले मेडिकल स्टाफ के लिए प्राथमिकता से सीट बुकिंग और लेट चेक-इन की सुविधा का भी अनुरोध कर सकते हैं। एसओपी के अनुसार, सोर्स एयरपोर्ट गंतव्य एयरपोर्ट को सूचित करेगा और पहुंच प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए संवाद करेगा। दिशानिर्देशों के अनुसार, विमान के कप्तान घोषणा कर सकते हैं कि विमान में मानव अंग ले जाये जा रहे हैं। एसओपी के अनुसार, हवाईअड्डे और एयरलाइन स्टाफ द्वारा विमान से एंबुलेंस तक अंग वाले बॉक्स को ले जाने के लिए ट्रॉली की व्यवस्था की जा सकती है। अगर एंबुलेंस को रनवे तक आने की अनुमति मिलती है, तो एयरलाइन क्रू अंग वाले बॉक्स को लेकर मेडिकल स्टाफ की मदद कर सकता है ताकि वे सीढ़ियों से सीधे रनवे पर उतरकर इंतजार कर रही एंबुलेंस में जा सकें।    हवाईअड्डे के अधिकारियों को शुरुआती हवाईअड्डे पर और गंतव्य हवाईअड्डे पर एंबुलेंस से विमान तक अंग वाले बॉक्स के लिए एक ग्रीन कॉरिडोरऔर एक ट्रॉली की व्यवस्था करनी चाहिए। एसओपी के अनुसार, एंबुलेंस और अन्य वाहनों द्वारा अंगों के परिवहन की सुविधा के लिए, विशिष्ट अधिकारियों या एजेंसियों के अनुरोध पर "ग्रीन कॉरिडोर" प्रदान किया जा सकता है। एसओपी में आगे कहा गया है कि वन ट्रिगर सिस्टम यानी अंग आवंटन प्राधिकरण (एनओटीटीओ/आरओटीटीओ/एसओटीटीओ) द्वारा "ग्रीन कॉरिडोर" बनाने के माध्यम से ऑर्गेन ट्रांसपोर्ट की प्रक्रिया शुरू करने के अनुरोध को इस उद्देश्य के लिए माना जा सकता है। इससे आंतरिक सुरक्षा संबंधी चिंताओं को कम करने में मदद मिल सकती है क्योंकि अनुरोध एक विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त होगा। प्रत्येक राज्य/शहर में "ग्रीन कॉरिडोर" बनाने से संबंधित मुद्दों को संभालने के लिए पुलिस विभाग से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जा सकता है, जो "ग्रीन कॉरिडोर" बनाने के दौरान अधिकार क्षेत्र, अनुमोदन, सुरक्षा चिंताओं आदि से संबंधित मुद्दों को सुलझाने में मदद कर सकता है।   *और सुविधाएं जानिए* एसओपी में अंगदान और प्रत्यारोपण के बारे में विभिन्न राज्यों के यातायात पुलिस को जागरूक करने का भी आह्वान किया गया है, साथ ही ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अंग परिवहन में तेजी लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है। मेट्रो के माध्यम से अंगों के परिवहन को सुविधाजनक बनाने के लिए, मेट्रो ट्रैफिक कंट्रोल को प्रत्यारोपण के लिए जीवित मानव अंग ले जाने वाले मेट्रो को प्राथमिकता से जाने देना चाहिए। एसओपी के अनुसार, मेट्रो सुरक्षा कर्मचारियों को मेट्रो स्टेशन पर चढ़ने तक अंग का बॉक्स ले जाने वाली मेडिकल टीम का साथ देना चाहिए।एसओपी में कहा गया है कि मेट्रो का एक अधिकारी मेट्रो में मेडिकल टीम के साथ जा सकता है और अंग के बॉक्स के लिए कम से कम आवश्यक क्षेत्र को घेर सकता है।   सुरक्षा जांच में देरी से बचने के लिए मेट्रो सुरक्षा को ऐसे जीवित मानव अंगों के परिवहन के बारे में सुरक्षा जांच क्षेत्र (एसएचए) को सूचित करना चाहिए।  साथ ही संबंधित मेट्रो कर्मचारियों को भी सूचित किया जाना चाहिए ताकि गंतव्य स्थान पर ऐसे अंगों को ले जाने की उचित व्यवस्था की जा सके। अंग बॉक्स को परिवहन के दौरान सही स्थिति और दिशा में रखा जाना चाहिए, यानी सतह के लंबवत सीधे खड़े 90 डिग्री पर। बॉक्स पर "सावधानी से संभालें" का लेबल लगाया जा सकता है। दिशानिर्देशों के अनुसार, अधिक सुरक्षा के लिए अंग बॉक्स को सीट बेल्ट से सुरक्षित किया जाना चाहिए। इसी तरह, सड़क, रेल और जहाज के माध्यम से बंदरगाहों के जरिए अंगों के परिवहन की सुविधा के लिए एसओपी जारी की गई हैं, जिनमें आवश्यक दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल दिए गए हैं। अंग परिवहन एसओपी को नीति आयोग, संबंधित मंत्रालयों और प्रत्यारोपण विशेषज्ञों के परामर्श से विकसित किया गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

राम मंदिर निर्माण की कहानी महामंत्री चंपतराय की जुबानी

उत्तर प्रदेश, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)।  के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के अगले चरण का कार्य तेज हो गया है। राम मंदिर ट्रस्‍ट ने अपने सोशल मीडिया पर मंदिर के पहले तल और परकोटा के निर्माण की तस्वीरें पोस्ट की है। इस संदर्भ में इस संवाददाता ने राम मंदिर ट्रस्‍ट के महामंत्री चंपतराय से बात करनी।   मंदिर निर्माण को लेकर जानकारी देते हुए उन्होंने विस्तार से बताया कि परकोटा और इसके 6 मंदिरों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। वहीं, प्रथम तल का निर्माण पूरा होने के बाद मंदिर के शिखर का निर्माण शुरू होगा। उन्होंने बताया कि परकोटा और शिखर का निर्माण सबसे चुनौतीपूर्ण है। इसे भी दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में निर्माण में तेजी लाई गई है। एल एंड टी कंपनी को मजदूर संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।   *अयोध्या राम मंदिर में दूसरे चरण का काम हुआ तेज* महामंत्री ने बताया कि अयोध्या राम मंदिर में दूसरे चरण का काम तेज हुआ है। राम मंदिर में दूसरे चरण का कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा कराने की तैयारी है। राम मंदिर का निर्माण तीन चरणों में पूरा कराया जाना है। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण का कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा होगा। इसके लिए योजना पर काम अपनी गति से चलाया जा रहा है।   *परकोटे का किया जाना है निर्माण* चंपतराय ने बताया कि राम मंदिर के परकोटे का निर्माण किया जाना है। मंदिर निर्माण कार्य के फाइनल होने तक यानी दिसंबर 2025 तक परकोटे के निर्माण का कार्य पूरा कराया जाना है। हालांकि, इसके निर्माण की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में निर्माण कार्य में आने वाली दिक्कतों पर चर्चा की गई है।   *परिसर में हो रहा है 6 मंदिरों का निर्माण* महामंत्री ने बताया कि रामलला के धाम में छह मंदिरों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि माता अन्नपूर्णा के साथ-साथ इन मंदिरों के निर्माण की प्रक्रिया को तेज किया गया है। इनमें भगवान सूर्य, भगवान शंकर, गणपति और भक्त प्रवर हनुमान जी के मंदिर का निर्माण हो रहा है।   *800 मीटर लंबा होगा परकोटा* चंपतराय के अनुसार अयोध्या राम मंदिर में बनाया जा रहा परकोटा 800 मीटर लंबा होगा। मार्च 2025 तक परकोटा निर्माण का कार्य पूरा कर लिए जाने का दावा किया जाता रहा है। उनके अनुसार परकोटे के निर्माण में 200 कारीगरों को लगाया जा रहा है। निर्माण कर रही कंपनी की ओर से सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए इसका निर्माण कराया जा रहा है।   *परकोटे पर उकेरे जाएंगे रामायण के प्रसंग* ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया कि राम मंदिर के परकोटे पर रामायण के प्रसंग उकेरे जाएंगे। कार्य की गति को तेज करने के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कारीगरों की संख्या में वृद्धि को लेकर भी निर्माण एजेंसी से चर्चा की गई है। इसको लेकर लगातार सभी पक्ष आपस में बातचीत कर रहे हैं।   *परकोटा निर्माण में लगेंगे 8000 घनफीट पत्थर* चंपतराय के अनुसार राम मंदिर के परकोटा निर्माण में 8000 घनफीट पत्थरों का उपयोग होना है। इसके लिए राजस्थान के वंशीपहाड़पुर से पत्थरों को लाया जा रहा है। मार्च तक साढ़े चार हजार घन फीट पत्थर लाए गए थे। उनके अनुसार इसके बाद से लगातार पत्थरों को लाने की प्रक्रिया चल रही है। ट्रस्ट का दावा है कि निर्माण के लिए पत्थरों की कमी नहीं होने दी जाएगी।   *परकोटे के 166 स्तंभों पर होनी है कारीगरी* चंपतराय ने बताया कि राम मंदिर के 800 मीटर लंबे परकोटा निर्माण के लिए 166 स्तंभों का निर्माण होना है। इन सभी स्तंभों पर देवी-देवताओं, यक्ष-यक्षिणियों के चित्र उकेरे जाने हैं। यह कार्य लगातार चल रहा है। उन्होंने बताया कि आधे से अधिक स्तंभों पर इस प्रकार के कार्य पूरे कराए जा चुके हैं। इसके बाद इन्हें परकोटे में लगाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।   *राम मंदिर में छह शिखर का हो रहा है निर्माण* महामंत्री के अनुसार राम मंदिर में छह शिखर का निर्माण होना है। इन छह में से पांच शिखर पहले ही बनाए जा चुके हैं। मुख्य शिखर निर्माण का कार्य इसी सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। उनके अनुसार मुख्य शिखर का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही मंदिर पूरी भव्यता के साथ भक्तों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।   *शिखरों को दिया जा रहा है फिनिशिंग टच* चंपतराय ने बताया कि राम मंदिर में बने पांच शिखरों को फिनिशिंग टच देने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। राम मंदिर में नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप, भजन और कीर्तन मंडप के शिखर बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सबसे ऊंचा मुख्य शिखर है। काम करने वाली एजेंसी एलएंडटी ने तय समय पर निर्माण पूर्ण करने का दावा किया है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने पिछले सप्ताह मजदूरों की कमी से मंदिर की पूर्णता में दो माह का विलंब होने की आशंका जताई थी। हालांकि, एलएंडटी ने दावा किया है कि मजदूर बढ़ाए जा रहे हैं।   *161 फीट होगी मंदिर की ऊंचाई* महामंत्री ने बताया कि राम मंदिर की ऊंचाई 161 फीट होगी। मुख्य शिखर निर्माण के बाद यह दिखना शुरू होगा। दिसंबर तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा कराने की तैयारी है। ग्राउंड फ्लोर के बाद फर्स्ट फ्लोर का ढांचा भी तैयार हो गया है। उन्होंने बताया कि फर्स्ट फ्लोर की दीवारों पर प्रतिमाओं को उकेरा जा रहा है। फर्श पर संगमरमर लगाया जा रहा है। दूसरे तल का निर्माण तेज गति से चल रहा है। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा है कि पहले मंदिर निर्माण का कार्य समाप्त होना चाहिए। एलएंडटी के निदेशक वीके मेहता ने बताया कि निर्माण समय से पूर्ण करने को लेकर हम सब प्रतिबद्ध हैं। उन्होंकहा ने कि मजदूर बढ़ रहे हैं। अब मुख्य शिखर ही बनना है, जो मंदिर के दूसरे फ्लोर के निर्माण के बाद पूर्ण होगा। इस समय दूसरे तल पर दीवारों के स्तंभ तैयार किए जा रहे हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

प्रत्यारोपण में अग्रणी देशों में से एक बनने के अपने सपने को साकार कर सकता है

नई दिल्ली, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। देश में अंगदान की बड़ी ज़रूरत को पूरा करने के लिए मृत लोगों और “ब्रेन स्टेम डेड” लोगों से अंगदान को बढ़ावा देने की ज़रूरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंगदान के महत्व को रेखांकित किया है और इस तथ्य पर विशेष जोर दिया है कि एक अंगदाता 8 लोगों को नया जीवन दे सकता है।” यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज यहां राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) की ओर से आयोजित 14वें भारतीय अंगदान दिवस समारोह के अवसर पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल की उपस्थिति में कही।   इस अवसर पर अपने संबोधन में पटेल ने मृतक अंगदाताओं के परिवार के सदस्यों की सराहना की और कहा कि उन्होंने "अनेक लोगों की जान बचाकर मानवता की सबसे बड़ी सेवा की है।" उन्हें पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए पटेल ने देशवासियों को आगे आकर मृत्यु के बाद अपने अंगदान का संकल्प लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, "हर व्यक्ति और संस्थाओं के सम्मिलित प्रयासों से ही भारत अंगदान और प्रत्यारोपण में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक बनने के अपने सपने को साकार कर सकता है।" केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्पेन, अमेरिका और चीन जैसे कई देश अंगदान में काफी आगे हैं, लेकिन भारत ने भी हाल के दिनों में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने का आग्रह किया कि प्रत्यारोपित होने से पहले कोई अंग बर्बाद नहीं हो।   इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. विनोद कुमार पॉल ने अंगों की मांग और आपूर्ति के बीच भारी अंतर पर प्रकाश डाला और अंग प्रत्यारोपण की चुनौती को स्वीकार करने के लिए सरकारी अस्पतालों में संस्थागत सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि अंग प्रत्यारोपण सेवाएं प्रदान करने वाले केवल 750 संस्थान हैं। उन्होंने अन्य संस्थानों को भी ऐसी सेवाएं प्रदान करने के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. पॉल ने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शामिल किया गया है। उन्होंने बीमा कंपनियों से भी अंग प्रत्यारोपण को कवर करने का आह्वान किया। उन्होंने अंग प्रत्यारोपण को आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों पर भी प्रकाश डाला, जैसे कि “एक राष्ट्र, एक नीति” जिसने अंग प्रत्यारोपण में निवास और आयु संबंधी बाधाओं को दूर किया।   डॉ. पॉल ने अंगदाताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए और लोगों से इस नेक काम के लिए एकजुट होकर आगे आने का आग्रह करने के साथ अपना संबोधन समाप्त किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने अंग दान के बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग अंग पाने के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत अंग प्रत्यारोपण में तीसरे स्थान पर है। चूंकि अधिकांश अंग दान परिवार के सदस्यों द्वारा ही किया जाता है। इसलिए, लोगों को अंग दान के लिए पंजीकरण करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।अपूर्व चंद्रा ने इस बात पर भी जोर दिया कि हमें अपनी प्रणाली को मजबूत करना होगा ताकि प्रत्यारोपित होने से पहले कोई अंग बर्बाद न हो। उन्होंने बताया कि जब हमें कोई किसी ब्रेन-डेड व्यक्ति मिलता हैं तो समय कम होता है और हमें 12 घंटों में अंग निकालने होते हैं और प्रत्यारोपण भी कम समय में ही करना होता है।   इसलिए, हमें अपनी प्रणाली में सुधार करना होगा और यह एनओटीटीओ, एसओटीटीओ और आरओटीटीओ के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने मृतक अंगदाताओं के 10 परिवार के सदस्यों को उनके प्रियजनों के अंग दान करने के साहसिक निर्णय के लिए सम्मानित किया। इसमें अंग दान के चार प्राप्तकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। अंग दान और प्रत्यारोपण के क्षेत्र में योगदान को मान्यता देने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों, क्षेत्रीय और राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठनों, मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों, पेशेवर सामादिक संगठनों, चिकित्सा पेशेवरों और गैर-सरकारी संगठनों आदि को भी पुरस्कार प्रदान किए गए।  कार्यक्रम में ​​स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा भारतीय जैन संगठन दिल्ली को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उत्तम सहयोगी  एनजीओ अवार्ड से सम्मानित किया गया।   भारतीय जैन संगठन दिल्ली राज्य अध्यक्ष विजय जैन ने बताया कि मृत्यु उपरांत अंगदान, देहदान ,नेत्रदान का संकल्प लेने हेतु प्रेरणा देने के लिए बीजेएस दिल्ली टीम द्वारा नोटो के साथ मिलकर मोक्ष पथ के नाम से सफलतापूर्वक प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से जन जन में जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित कर के जनसेवा की जा रही हैं। आरओटीटीओ नॉर्थ-पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ ने सर्वश्रेष्ठ आरओटीटीओ पुरस्कार जीता। तेलंगाना को सर्वश्रेष्ठ एसओटीटीओ/राज्य का पुरस्कार मिला, जबकि तमिलनाडु और कर्नाटक को दूसरे सर्वश्रेष्ठ एसओटीटीओ/राज्य का पुरस्कार मिला। मणिपुर को पूर्वोत्तर में सर्वश्रेष्ठ उभरते राज्य का पुरस्कार दिया गया। अंग दान में उभरते राज्यों का पुरस्कार पाने वाले राज्य 1) आंध्र प्रदेश 2) मध्य प्रदेश, और 3) जम्मू और कश्मीर रहे।   सर्वश्रेष्ठ गैर-प्रत्यारोपण अंग पुनर्प्राप्ति केंद्र (एनटीओआरसी) का पुरस्कार सिविल अस्पताल, अहमदाबाद को मिला जबकि उभरते एनटीओआरसी 1. कमांड अस्पताल, चांदमंदिर, और 2. डॉ. राजेंद्र प्रसाद सरकारी मेडिकल कॉलेज, हिमाचल प्रदेश रहे। राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ जागरूकता/आईईसी गतिविधियों वाले राज्य के रूप में सम्मानित किया गया। सर्वाधिक मृतक दान वाले निजी क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का पुरस्कार यशोदा अस्पताल, सिकंदराबाद को मिला। मृतक अंगदान कार्यक्रम के कुशल पुनरुद्धार के लिए केन्द्र सरकार के अस्पताल का विशेष पुरस्कार सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली को मिला। मृतक अंगदान कार्यक्रम के कुशल पुनरुद्धार के लिए राज्य अस्पताल का विशेष पुरस्कार केईएम अस्पताल, मुंबई को मिला। सर्वश्रेष्ठ ब्रेन स्टेम डेथ सर्टिफिकेशन टीम (क्षेत्रवार) इस प्रकार रहीं 1. पश्चिम - न्यू सिविल अस्पताल, सूरत; 2. उत्तर- एआईआईएमएस, दिल्ली; 3. दक्षिण - केआईएमएस, सिकंदराबाद; 4. पूर्व- आईपीजीएमईआर, कोलकाता।   इस कार्यक्रम में एक ई-न्यूज़लेटर, एनओटीटीओ की वार्षिक रिपोर्ट और अंग परिवहन मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का परिचय प्रदान करने वाली एक पुस्तिका को भी लॉन्च किया गया। आज़ादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में, वर्ष 2023 में पूरे देश में “जन आंदोलन” के रूप में एक विशेष अभियान ‘अंगदान महोत्सव’ का आयोजन किया गया। जुलाई का महीना अंगदान माह के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष “अंगदान जन जागरूकता अभियान” नामक अभियान के तहत सभी केंद्रीय सरकारी मंत्रालयों/विभागों, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारों/राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और राज्य अंग एवं ऊतक नेटवर्किंग संगठनों/अस्पतालों/संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों के माध्यम से शहर से लेकर गांव स्तर तक देश भर में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इस कार्यक्रम में एनओटीटीओ के निदेशक डॉ. अनिल कुमार, दिल्ली पुलिस के जवान, अंग प्राप्तकर्ता, छात्र और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

जाट महिला संगठन ने मनाया हरियाली तीज महोत्सव

मथुरा, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। सावन आते ही ब्रज में उत्सव की धूम शुरू हो जाती है जैसे जैसे सावन बढ़ता जाता है वैसे ही ब्रज में उत्सव भी बढ़ते जाते है। सावन माह में हरियाली तीज का बड़ा महत्व होता है तो वही ब्रज की महिलाए भी हरियाली तीज को बड़े पर्व के रूप में मनाती है। इसी श्रृंखला जाट महिला संगठन की बहनों ने एक दूसरे की साथ मिलकर हरियाली तीज कार्यक्रम को बड़ी ही धूम धाम से मनाया। जिसमे संगठन की महिलाओं के द्वारा बहुत ही सुंदर सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई।   ब्रज की प्राचीन परम्परा को जीवन्त रखते हुए सावन की मल्हार एवम नृत्य का आयोजन किया गया।वही हरियाली तीज महोत्सव में नारी सशक्तिकरण पर भी चर्चा हुई एव वन मिनट गेम प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। वही संगठन के द्वारा आई हुए समस्त बहनों के लिए स्वल्पाहार एवम भोजन की सुंदर व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में शिखा चौधरी,रिया चौधरी,नीतू चौधरी, पुष्पा चौधरी, रजनी छौकर, रीता चौधरी, जया चौधरी आदि महिलाओं ने प्रतिभाग किया।   मथुरा, रिपोर्टर- ( बी.एल.पाण्डेय )।

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Aug 4, 2024

वैश्विक खाद्य संकट के समाधान के लिए काम कर रहा भारत: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 04 अगस्त 2024 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे। इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में मौजूद कृषि अर्थशास्त्रियों को संबोधित भी किया। उन्होंने बताया कि 65 वर्षों बाद भारत में इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसे देखकर वह खुश हैं। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को स्वागत किया।   उन्होंने बताया कि कृषि को लेकर हमारी परंपराएं हमारे देश की तरह ही प्राचीन है। पीएम मोदी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा, 65 साल बाद देश में इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, इसे देखकर मैं बहुत खुश हूं। इस दुनिया के विभिन्न देशों से आपलोग यहां आए हैं। मैं 12 करोड़ भारतीय किसानों, तीन करोड़ भारतीय महिला किसानों और तीन करोड़ मछुआरों की तरफ से आपका स्वागत करता हूं। आप उस देश में हैं, जहां 55 करोड़ पशु रहते हैं।   आप सभी का कृषि प्रधान और पशु प्रेमी देश में स्वागत है। उन्होंने आगे कहा, "भोजन और कृषि के बारे में हमारी परंपराएं और अनुभव हमारे देश की तरह ही प्राचीन हैं। भारत में कृषि परंपरा में विज्ञान को प्राथमिकता दी जाती है।"पीएम मोदी ने कहा कि पिछली बार जब भारत ने इस सम्मेलन की मेजबानी की थी, तब उसे आजादी मिले ज्यादा समय नहीं हुआ था। वह दौर देश में कृषि एवं खाद्य सुरक्षा के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण दौर था। उन्होंने कहा, "भारत अब एक खाद्य अधिशेष देश है।    यह दुनिया में दूध, दालों और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा, भारत खाद्यान्न, फल, सब्जी, कपास, चीनी और चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक भी बन गया है। एक दौर था, जब भारत की खाद्य सुरक्षा दुनिया के लिए चिंता का सबब थी। अब, भारत वैश्विक खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए समाधान प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है।"पीएम मोदी ने बताया कि भारत पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल करने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में जलवायु परिवर्तन के प्रति कम संवेदनशील फसलों की 1,900 नयी प्रजातियां प्रदान की हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा।   "भारत में कृषि से जुड़ी शिक्षा और अनुसंधान से जुड़ा एक मजबूत इकोसिस्टम बना हुआ है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के ही 100 से ज्यादा रिसर्च संस्थान हैं। भारत में कृषि और उससे संबंधित विषयों की पढ़ाई के लिए 500 से ज्यादा कॉलेज हैं। भारत में 700 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र हैं जो किसानों तक नई तकनीक पहुंचाने में मदद करते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "पिछली बार जब आईसीएई सम्मेलन भारत में हुआ था वो भारत की कृषि और खाद्य सुरक्षा को लेकर चुनौतीपूर्ण समय था। भारत को नई-नई आजादी मिली थी।  भारत एक खाद्य अधिशेष वाला देश है। भारत दूध, दाल और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक है। आज भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा और वैश्विक पोषण सुरक्षा के समाधान देने में जुटा है।"   *शिवराज सिंह ने की पीएम मोदी की सराहना* कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नतृत्व में कृषि के क्षेत्र में भारत का विकास दर दुनिया में शीर्ष पर है। उत्पादन बढ़ाना चाहिए, लेकिन भारत हमेशा सुरक्षित उत्पादन को लेकर चिंतित रहा है। मानव शरीर, पृथ्वी के स्वास्थ्य और मिट्टी के लिए भारत जैविक खेती पर ध्यान दे रहा है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Aug 4, 2024

उर्वशी रौतेला पेरिस ओलंपिक 2024 द्वारा आधिकारिक तौर पर आमंत्रित की जाने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री हैं

मुंबई, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। उर्वशी रौतेला, जो वर्तमान में भारत की सबसे लोकप्रिय और सनसनीखेज कलाकार हैं, सभी सही कारणों से अपने सभी समकालीनों से एक अलग श्रेणी की और थोड़ी बेहतर हैं। वह एक ऐसी अदाकारा हैं जिन्होंने उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सामान्य सीमाओं से परे जाकर काम किया और यह निश्चित रूप से अनुकरणीय है। सम्मोहक और आकर्षक सुंदरता को निश्चित रूप से किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है और वह जिस सम्मान और विश्वसनीयता के साथ-साथ लोगों को आकर्षित करती हैं, उर्वशी फोर्ब्स टॉप 10 में शामिल होने वाली सबसे कम उम्र की और सबसे अधिक भुगतान पाने वाली वैश्विक आइकन भी हैं और वह भी कई बार। न केवल अपने अद्भुत काम के लिए, बल्कि उर्वशी रौतेला ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर फोर्ब्स टॉप 10 सबसे अधिक फॉलो की जाने वाली भारतीय हस्तियों की सूची में खुद को सबसे कम उम्र की सूची में पाया। उनकी प्रतिभा और क्षमता दुनिया भर में जानी जाती है और वह अपने काम से नई ऊंचाइयों को छूती रहती हैं।  इतना ही नहीं, स्व-निर्मित महिला सुपरस्टार की कुल संपत्ति 770 करोड़ से अधिक है और इसका एक-एक पैसा उन्होंने कड़ी मेहनत और विश्वसनीय मेहनत से कमाया है। उनके इंस्टाग्राम फैन फॉलोइंग की कोई सीमा नहीं है, जो 73.3 मिलियन से अधिक के बेहद प्रभावशाली आंकड़े के साथ है, जो बॉलीवुड की 'खान त्रिमूर्ति' से बहुत अधिक है और पीएम नरेंद्र मोदी और विराट कोहली के बराबर है। इन सबके अलावा, उर्वशी रौतेला को निश्चित रूप से देश की सबसे पसंदीदा और प्रशंसित हस्तियों में से एक के रूप में सभी द्वारा आंका और प्यार किया जाता है। मिस यूनिवर्स की अपनी कई प्रमुख जीत से लेकर जज और फ्रंटलाइन बॉलीवुड सुपरस्टार के रूप में लोगों का मार्गदर्शन करने तक,सम्मोहक और करिश्माई अभिनेत्री ने निश्चित रूप से अपने जीवन में एक लंबा सफर तय किया है,जिसका सारा श्रेय उनके अनुशासन, कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता को जाता है।इस बात पर जरा भी संदेह नहीं है कि उर्वशी रौतेला वैश्विक मंच पर सबसे प्रतिष्ठित भारतीय अभिनेत्री हैं।  समय-समय पर, उन्हें सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक प्लेटफार्मों द्वारा सम्माननीय अतिथि के रूप में चुना गया है जब बात भारतीय प्रतिनिधि होने की आती है और उनकी विश्वसनीयता और सम्मान खुद ही बोलता है। चाहे वह आंतरिक फिल्म समारोह हो या सौंदर्य प्रतियोगिता, उर्वशी रौतेला एक सफल कहानी रही हैं, जिसके बारे में दुनिया जानती है। खैर, ऐसा लगता है कि खेल जगत में भी क्रेज और मांग बड़े समय से जारी है और नई ऊंचाइयों को छू रही है। हाँ यह सही है। उर्वशी रौतेला आधिकारिक तौर पर पेरिस ओलंपिक 2024 द्वारा आधिकारिक रूप से आमंत्रित होने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बन गई हैं। इस तथ्य को देखते हुए कि कोई अन्य अभिनेत्री उर्वशी की तरह भारत के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी धूम नहीं मचा रही है, साथी भारतीयों के लिए यह चयन कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि वे इस बात से खुशी और गर्व महसूस करते हैं कि उर्वशी ने एक बार फिर देश को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित किया है। समाचार अपडेट ने निश्चित रूप से उर्वशी रौतेला के साथ-साथ उनके सभी प्रशंसकों को बेहद खुश कर दिया है। विशेष आमंत्रण और सम्मान के बारे में, खुश और उत्साहित उर्वशी रौतेला ने कहा, "पेरिस ओलंपिक 2024 द्वारा आमंत्रित की जाने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री होने पर वास्तव में विनम्र और सम्मानित महसूस कर रही हूँ। एक जादुई सपना जो 1.4 बिलियन भारतीयों का है। आज, हम पेरिस में प्रतिस्पर्धा करने वाले दुनिया भर के सभी एथलीटों को सलाम करते हैं और उन्हें खेल के लिए अपनी बधाई और शुभकामनाएँ भेजते हैं।" खैर, उर्वशी रौतेला को एक बार फिर बधाई और हम उम्मीद और प्रार्थना करते हैं कि वह हीरे की तरह चमकती रहे और देश के लिए वैसे ही प्रशंसा लाती रहे जैसे वह पिछले कई सालों से करती आ रही है। काम के मोर्चे पर, उर्वशी रौतेला के पास अक्षय ओबेरॉय और अन्य के साथ 'घुसपैठिया' है। उनके पास कमल हासन और शंकर के साथ इंडियन 2 भी है, साथ ही नंदमुरी बालकृष्ण, दुलकीर सलमान और बॉबी देओल के साथ 'एनबीके 109' जैसी कई अन्य फ़िल्में भी हैं। उनके पास आफ़ताब शिवदासानी और जस्सी गिल के साथ 'कसूर' भी है।  वैश्विक भारतीय सुपरस्टार उर्वशी रौतेला के पास अक्षय कुमार के साथ वेलकम 3, जस्सी गिल के साथ आगामी फिल्म, सनी देओल और संजय दत्त के साथ 'बाप' (हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर एक्सपेंडेबल्स का रीमेक), रणदीप हुड्डा के साथ इंस्पेक्टर अविनाश 2, ब्लैक रोज जैसी कई बड़ी परियोजनाएं भी हैं। इन सबके अलावा, उर्वशी रौतेला एक अंतर्राष्ट्रीय संगीत वीडियो में भी नज़र आएंगी और अभिनेत्री एक आगामी बायोपिक में परवीन बाबी की भूमिका भी निभाएंगी। इसके साथ ही, उनके पास जेसन डेरुलो के साथ एक बहुत ही खास संगीत वीडियो और भी बहुत कुछ है। हम उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं। अधिक अपडेट के लिए बने रहें।  मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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Aug 3, 2024

उर्वशी रौतेला से 'घुसपाईथिया' के ट्रेलर लॉन्च पर ऋषभ पंत के बारे में पूछा गया, उनका रिएक्शन वायरल

मुंबई, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। उर्वशी रौतेला, जो वर्तमान में भारत की सबसे लोकप्रिय और विपुल प्रदर्शन करने वाली कलाकार हैं और काफी लंबे समय से उन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। वह वास्तव में शब्द के वास्तविक अर्थ में अभूतपूर्व से कम नहीं रही हैं और उनकी प्रेरक यात्रा खुद के लिए बोलती है। चुंबकीय और मनमोहक सुंदरता को निश्चित रूप से किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है और सम्मान और विश्वसनीयता के साथ-साथ उर्वशी फोर्ब्स टॉप 10 में शामिल होने वाली सबसे कम उम्र की और सबसे अधिक भुगतान पाने वाली वैश्विक आइकन भी हैं और वह भी कई बार। उर्वशी रौतेला ने हाल ही में खुद को इंस्टाग्राम पर फोर्ब्स टॉप 10 सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले भारतीय हस्तियों की सूची में सबसे कम उम्र के रूप में पाया। उनकी प्रतिभा और साहस को दुनिया जानती है और वह अपने काम से नई ऊंचाइयों पर पहुंचती रहती हैं।   इतना ही नहीं, स्व-निर्मित महिला सुपरस्टार की कुल संपत्ति 770 करोड़ से अधिक है और इसका प्रत्येक हिस्सा कड़ी मेहनत से अर्जित विश्वसनीय काम से कमाया जाता है। उनकी इंस्टाग्राम फैन फॉलोइंग 73.3 मिलियन से अधिक के सर्वोच्च वर्चस्व वाले आंकड़े के साथ कोई सीमा नहीं जानती है, जो बॉलीवुड की 'खान ट्रिनिटी' से बहुत अधिक है और पीएम नरेंद्र मोदी और विराट कोहली के बराबर है। इन सब के अलावा, उर्वशी रौतेला को निश्चित रूप से देश में सबसे प्रिय और प्रशंसित व्यक्तित्वों में से एक के रूप में सभी द्वारा मूल्यांकन और प्यार किया जाता है। अपनी कई मिस यूनिवर्स प्रमुख जीत से लेकर एक जज और अग्रिम पंक्ति के बॉलीवुड सुपरस्टार के रूप में लोगों का मार्गदर्शन करने तक, सम्मोहक और करिश्माई अभिनेत्री ने निश्चित रूप से अपने अनुशासन, कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता के कारण अपने जीवन में एक लंबा सफर तय किया है।    जहां तक काम की बात है, उर्वशी रौतेला लेफ्ट, राइट और सेंटर फिल्में साइन कर रही हैं, और डिमांड पर 'हॉट' रही हैं। इतना ही नहीं, उन्हें अपनी हालिया हिट फिल्म 'जेएनयू' में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए जबरदस्त प्यार और प्रशंसा भी मिली। अभी, अभिनेत्री धीरे-धीरे और लगातार घुस्पैथिया के लिए तैयारी कर रही हैं और ट्रेलर को पहले ही सभी द्वारा बहुत सराहा जा चुका है। उर्वशी को हमेशा की तरह ट्रेलर से ही बहुत प्यार मिला और इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि फिल्म के इर्द-गिर्द उत्साह सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। ट्रेलर लॉन्च कार्यक्रम भी एक बड़ी सफलता थी जहाँ उर्वशी एक 'रीगल क्वीन' से कम नहीं लग रही थी क्योंकि उसने अपनी जातीयता को अपनाया था। हालाँकि, इन सबके बीच, कुछ ऐसा हुआ जिसने उर्वशी रौतेला को मुसीबत में डाल दिया। मीडिया के साथ सवाल-जवाब के दौर के दौरान, एक रिपोर्टर ने उर्वशी रौतेला से एक सवाल पूछते हुए भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत के बारे में बात की और इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अभिनेत्री ने अपनी सोच के जूते पहन लिए। उनके भावों ने दर्शकों को 'आश्चर्य' का संकेत दिया और कोई आश्चर्य नहीं कि कुछ ही समय में, उस सवाल पर उनकी प्रतिक्रिया वायरल हो गई। हालांकि इस सवाल का फिल्म से कोई लेना-देना नहीं था।   लेकिन प्रशंसकों को वह गरिमा और चतुराई पसंद आई जिसके साथ उर्वशी ने एक पूर्ण 'बॉस लेडी' की तरह खुद को शांत और शांत रखते हुए स्थिति को संभाला। यह वीडियो पूरे इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। यदि आपने अभी तक इसे नहीं देखा है, वर्क फ्रंट की बात करें तो उर्वशी रौतेला के पास कमल हासन और शंकर के साथ इंडियन 2 के अलावा नंदमुरी बालकृष्ण, दुलकीर सलमान और बॉबी देओल के साथ 'एनबीके 109' जैसी कई फिल्में हैं। उनके पास आफताब शिवदासानी और जस्सी गिल के साथ 'कसूर' भी है। वैश्विक भारतीय सुपरस्टार उर्वशी रौतेला के पास अक्षय कुमार के साथ वेलकम 3, जस्सी गिल के साथ आने वाली फिल्म, सनी देओल और संजय दत्त के साथ 'बाप' (हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर एक्सपेंडेबल्स की रीमेक), रणदीप हुड्डा के साथ इंस्पेक्टर अविनाश 2, ब्लैक रोज जैसी अन्य बड़ी परियोजनाएं भी हैं। इन सबके अलावा उर्वशी रौतेला एक अंतर्राष्ट्रीय संगीत वीडियो में भी दिखाई देंगी और अभिनेत्री आगामी बायोपिक में परवीन बाबी की भूमिका भी निभाएंगी। इसके साथ ही, उनका जेसन डेरुलो के साथ एक बहुत ही खास संगीत वीडियो भी है और बहुत कुछ। हम उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं। अधिक अपडेट के लिए बने रहें।    मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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Aug 3, 2024

शीना चौहान को 'लव ट्राइएंगल "के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार

मुंबई, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। शीना चौहान को पिछले सप्ताह अमर प्रेम में उनके प्रदर्शन के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार मिले, एक प्रेम त्रिकोण फिल्म जिसमें एक मोड़ था जिसे भारत सरकार के सूचना और प्रसारण के संयुक्त मंत्री संजीव शंकर ने दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण फिल्म समारोह कान में लॉन्च किया था। अमर प्रेम एक साथी के विषय से संबंधित है जिसे एक घातक बीमारी है और जब वे चले जाते हैं तो उन्हें अपने पति या पत्नी को नया प्यार मिलने के बारे में कैसा महसूस करना चाहिए। इस तरह के एक शक्तिशाली विषय के साथ, शीना चौहान ने उन लोगों की भावनाओं को समझने के लिए बहुत प्रयास किए, जिन्होंने अपने साथी को खो दिया है, उन लोगों से मिलकर और उनके साथ समय बिताकर, जिन्होंने इस तरह के नुकसान का अनुभव किया था, और यह उनका काम था जो इस तरह के शोध कर रहा था जिसके कारण उन्हें प्रदर्शन करने और पुरस्कार जीतने में मदद मिली।   शीना ने कहाः   "कान में अमर प्रेम का प्रीमियर होना एक ऐसा सपना सच होना था-विशेष रूप से उस सप्ताह में जब किसी भारतीय ने पहली बार कान ग्रां प्री जीती! और अब एक सप्ताह में तीन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीतने के लिए-मैं कृतज्ञता से बहुत अभिभूत हूं। हमारी फिल्म एक बहुत ही कठिन विषय से संबंधित है और मुझे यह समझने के लिए बहुत शोध करना पड़ा कि मेरा चरित्र अपने पति को खोने के साथ क्या करता है और उसके जाने के समय की तैयारी करता है, लेकिन अब वह सारा काम इसके लायक रहा है।    और मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म इसी तरह के अनुभव से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए आराम और प्रेरणा लाने में मदद करती है। द ग्रेट इंडिया फिल्म टेलीविजन (गिफ्ट) के मनोज पांड्या द्वारा जन्नत मूवीज के सहयोग से निर्मित इस फिल्म ने एन. एफ. डी. सी. भारत पवेलियन में लॉन्च होने के बाद से 15 अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं-इनमें से तीन पुरस्कार शीना चौहान के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री हैं। अमर प्रेम के वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह सर्किट में सफल होने के साथ, यहाँ शीना चौहान की इस साल की अन्य रिलीज़ पर एक नज़र डालें, जिसमें संत तुकाराम के साथ उनका बॉलीवुड डेब्यू भी शामिल हैः     1. 'संत तुकाराम'-अवली, संत की पत्नी शीना आगामी बॉलीवुड फिल्म 'संत तुकाराम' में अवली की ऐतिहासिक और महिला प्रधान भूमिका निभाती हैं, जिसमें आदित्य ओम द्वारा निर्देशित सुबोध भावे के साथ महिला प्रधान भूमिका में हैं। पूज्य संत की पत्नी का चित्रण करते हुए, शीना इस महत्वपूर्ण चरित्र में गहराई और बारीकियों को लाती है, जो अपने पति को अवली द्वारा प्रदान किए गए आध्यात्मिक सार और अटूट समर्थन को दर्शाती है। यह भूमिका शीना की जटिल, ऐतिहासिक हस्तियों को गरिमा और प्रामाणिकता के साथ मूर्त रूप देने की क्षमता का प्रमाण है।   2. दक्षिण तेलुगु मनोरंजन फिल्म-ए डेयरिंग कॉप एक रोमांचक दक्षिण तेलुगु परियोजना में, जे. डी. चक्रवर्ती के साथ, शीना एक शक्तिशाली पुलिस की भूमिका में दिखाई देंगी। यह चरित्र उसकी बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित करता है क्योंकि वह एक साहसी और दृढ़ कानून प्रवर्तन अधिकारी के स्थान पर कदम रखती है। फिल्म हाई-ऑक्टेन एक्शन और ड्रामा का वादा करती है, जिसमें शीना एक ऐसा प्रदर्शन करती है जो दर्शकों को उनकी सीटों के किनारे पर रखने के लिए निश्चित है।   3. पौराणिक श्रृंखला-लिलिथ, द शी डेविल एक नकारात्मक भूमिका को अपनाते हुए, शीना एक आगामी वेब-श्रृंखला में लिलिथ में बदल जाती है, जो एक पौराणिक वह-शैतान है जो बाइबिल में एडम की पूर्व पत्नी है। यह भूमिका उन्हें अपने अभिनय क्षेत्र के गहरे, अधिक जटिल पहलुओं का पता लगाने की अनुमति देती है। लिलिथ के उनके चित्रण से उम्मीद की जाती है कि वे चुनौतीपूर्ण और अपरंपरागत पात्रों से निपटने की उनकी क्षमता को उजागर करते हुए चित्ताकर्षक और मंत्रमुग्ध करने वाले दोनों होंगे।   4. 'अमर प्रेम'-एक प्यारी पत्नी के रूप में शक्ति का प्रतीक कान 2024 में आधिकारिक भारतीय मंडप में इसका प्रीमियर किया गया। 'अमर प्रेम' में शीना एक समर्पित और प्यार करने वाली पत्नी की भूमिका निभाते हुए शक्ति के प्रतीक का प्रतीक है। यह भूमिका अपने पात्रों में भावनात्मक गहराई और ताकत लाने में उनकी प्रतिभा को रेखांकित करती है, जो उन्हें लचीलापन और करुणा के स्तंभ के रूप में प्रदर्शित करती है।   5. 'नोमैड'-हॉलीवुड में एक यात्री हाल ही में टैरॉन लेक्सटन द्वारा निर्देशित हॉलीवुड फिल्म 'नोमैड' को समाप्त करते हुए, जिसमें वह एक यात्री की भूमिका निभा रही हैं, शीना ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति का विस्तार करना जारी रखा है। इस फिल्म ने सबसे अधिक देशों में शूट की गई फिल्म के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की बराबरी की-26। इस भूमिका के लिए उन्हें एक भटकने वाले के जीवन में तल्लीन होने की आवश्यकता थी, जो एक अनूठा दृष्टिकोण और भावनात्मक तीव्रता लाता है जो दर्शकों के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होता है। कोलकाता और दिल्ली में पांच साल के थिएटर के बाद, शीना चौहान को मलयालम मेगास्टार ममूटी के साथ सात बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता जयराज की एक फिल्म में लॉन्च किया गया था।   उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बुद्धदेव दासगुप्ता की दो फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई और अपनी फिल्म 'एंट स्टोरी' के लिए दुबई और शंघाई फिल्म समारोहों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में नामांकित हुईं, जिसे नेटफ्लिक्स ने खरीदा था। शीना ने 'द फेम गेम' में माधुरी दीक्षित और 'द ट्रायल' में काजोल के साथ अभिनय किया और अगली बार आदित्य ओम की 'संत तुकाराम' में सुबोध भावे के साथ मुख्य महिला भूमिका में दिखाई देंगी। शीना Humanrights.com के लिए दक्षिण एशिया की राजदूत हैं, जहां उन्हें 17 करोड़ से अधिक लोगों में बुनियादी अधिकारों और समानता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार नायक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें हाल ही में अमेरिका में उनके मानवीय कार्यों के लिए राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा हस्ताक्षरित राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।   मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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Aug 3, 2024