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धामिर्क रामलीला में हुआ भगवान राम के जन्म का मंचन

बागपत,  04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के तत्वावधान में खेकड़ा नगर की गांधी प्याउ पर चल रही रामलीला मंचन में राजा दशरथ द्वारा शिकार खेलते हुए श्रवण कुमार तीर लगना, श्रवण कुमार के माता-पिता द्वारा राजा दशरथ को श्राप दिया जाना, राजा जनक द्वारा राज्य में अकाल पड़ने पर सोने का हल चलाने पर भूमि से सीता जी का प्रकट होना और राजा दशरथ द्वारा यज्ञ किए जाने पर राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के जन्म तक की लीला हुई ।   रामलीला का उद्घाटन मुकेश जैन शुभम् जैन पुनीत जैन द्वारा किया गया। रामलीला के सफल आयोजन में रामलीला के प्रधान पुष्पेंद्र कुमार,नरेश शर्मा, तरुण गुप्ता, नेतराम रूहेला, दीपक शर्मा, मुकेश शर्मा, आदेश, रविकांत, हेमंत, रवींद्र धामा, संदीप प्रजापति, नवीन शर्मा, सूरज, सचिन, अजीत यादव, योगेश यादव, मनोज जैन, जतिन,अनुराग, संदीप, दक्ष, जयंत, राजा, अखिलेश शास्त्री, गौरव वर्मा, रोहित वर्मा, हर्ष भारद्वाज,अमित झा, देव सिरोही का महत्वपूर्ण योगदान रहा।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Oct 4, 2024

कंगना रनौत के देश के पिता नहीं होते लाल होते हैं वाले बयान से फिर फंसी भाजपा

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। अभिनेत्री-नेता कंगना रनौत ने बुधवार को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के बारे में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर नया विवाद खड़ा कर दिया. इससे पहले, किसानों के आंदोलन पर अपनी टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना कर चुकीं रनौत ने शास्त्री को उनकी 120 वीं जयंती पर एक पोस्ट के माध्यम से श्रद्धांजलि दी, जो राष्ट्रपिता के रूप में महात्मा गांधी के कद को कम करने वाला प्रतीत हुआ.   *कंगना ने इंस्टा स्टोरी पर क्या लिखा* रनौत ने अपनी ‘इंस्टाग्राम स्टोरी' पर लिखा, “देश के पिता नहीं, देश के तो लाल होते हैं. धन्य हैं भारत के ये लाल.” एक अन्य पोस्ट में अभिनेत्री ने देश में स्वच्छता पर गांधीजी की विरासत को आगे बढ़ाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया. शास्त्री और गांधी पर पोस्ट ने हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र से भाजपा सांसद के लिए एक और विवाद को जन्म दे दिया. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने गांधी पर “भद्दे कटाक्ष” के लिए रनौत की आलोचना की.   *सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना को घेरा* सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “महात्मा गांधी की जयंती पर भाजपा सांसद कंगना ने यह भद्दा कटाक्ष किया। गोडसे के उपासक बापू और शास्त्री जी में भेद करते हैं। क्या नरेन्द्र मोदी अपनी पार्टी की नए गोडसे भक्त को दिल से माफ करेंगे? राष्ट्रपिता हैं, सपूत हैं, शहीद हैं, सभी का सम्मान होना चाहिए.” मार्च में, श्रीनेत खुद लोकसभा चुनाव से पहले अभिनेत्री के बारे में एक आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर विवादों में घिर गई थीं.   *बीजेपी का कंगना से फिर किनारा* पंजाब के वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने भी रनौत की नयी टिप्पणी की आलोचना की. कालिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट एक वीडियो में कहा, “मैं गांधी जी की 155वीं जयंती पर कंगना रनौत द्वारा की गई टिप्पणी की निंदा करता हूं. अपने छोटे से राजनीतिक जीवन में उन्हें विवादित बयान देने की आदत पड़ गई है.” उन्होंने कहा, “राजनीति उनका क्षेत्र नहीं है. राजनीति एक गंभीर मामला है। बोलने से पहले सोचना चाहिए... उनकी विवादास्पद टिप्पणी पार्टी के लिए परेशानी का कारण बनती है.”   पिछले महीने ही रनौत को 2021 में निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों की वापसी की वकालत करने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. जून में सांसद के रूप में चुने गए अभिनेता ने आरोप लगाया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन “भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा कर रहा है, उन्होंने दावा किया कि विरोध स्थलों पर “लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे. बाद में रनौत ने अपने बयान को वापस लेते हुए स्वीकार किया कि उन्हें याद रखना चाहिए कि वह केवल एक कलाकार नहीं हैं, बल्कि भाजपा की सदस्य भी हैं.   *अपने बयानों से विवादों में घिरती रही हैं कंगना* बता दें कि इसके पहले कंगना रनौत ने किसानों और किसान बिल को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी. कंगना रनौत के उस बयान की विपक्षी पार्टियों से लेकर उनकी पार्टी के नेताओं ने आलोचना की थी.कंगना रनौत के बयान पर उस समय भी हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कंगना रनौत पर हमला बोला था और उन्होंने कहा था कि किसी भी पार्टी नेता द्वारा आत्म-प्रचार के लिए पार्टी के सिद्धांतों से समझौता नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा था कि हर सांसद रातों-रात पार्टी का नेता नहीं बन जाता है. किसी भी कार्यकर्ता को हमारी पार्टी के सिद्धांतों के साथ पूरी तरह से एकरूप होने के लिए वर्षों के समर्पण की आवश्यकता होती है. मैं पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से भाजपा से जुड़ा हुआ हूं. उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान ने कंगना रनौत को उनकी टिप्पणी से नाराजगी जताई है.   *कंगना ने बाद में विवादित बयान पर दी सफाई* कंगना ने अपने अगले पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी ने महात्मा गांधी की स्वच्छता मुहिम को आगे बढ़ाया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मकसद महात्मा गांधी का अपमान करना नहीं था, बल्कि वे शास्त्री जी को सम्मान देना चाहती थीं। हालांकि, कंगना के बयान के बाद से बीजेपी के अंदर भी इसे लेकर मतभेद उभर आए हैं। कंगना अपने विवादित बयानों की वजह से कंगना बार-बार चर्चा में रहती हैं, और यह मामला भी अब गरमा गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

कुछ घंटे पहले भाजपा के साथ, फिर राहुल का थाम लिया हाथ... हरियाणा में अशोक तंवर की गजब पलटी

महेंद्रगढ़, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के बीच भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है. पूर्व सांसद अशोक तंवर ने चुनाव से ऐन वक्त पहले कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. हैरानी की बात ये है कि अशोक तंवर गुरुवार को जींद के सफीदों में भाजपा के लिए प्रचार कर रहे थे. इसके कुछ घंटे बाद वह महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी से मिले. इसके बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर आई. तंवर 5 साल में 4 राजनीतिक पार्टियां बदल चुके हैं. अशोक तंवर ने 5 साल पहले हुड्‌डा से मतभेद की वजह से ही कांग्रेस छोड़ी थी.    अशोक तंवर ने 1993 में अपनी राजनीतिक पारी कांग्रेस से ही शुरू की थी. 2003 में वह कांग्रेस पार्टी के छात्र विंग, एन एस यू आइ और 2005 में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए थे. यूथ कांग्रेस में उन्होंने राहुल गांधी के साथ काम किया. राहुल गांधी ने ही 2014 में अशोक तंवर को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपी थी.अशोक तंवर सिरसा से कांग्रेस सांसद और 2014-2019 के बीच हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ थे. इसी दौरान उन्होंने पार्टी छोड़ दी.   *2014-2019 के बीच रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ* फिर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. इसी साल 20 जनवरी को अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी  छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी. भाजपा ने उन्हें सिरसा लोकसभा सीट से टिकट दिया था. इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस की कुमारी शैलजा से था. लोकसभा चुनाव में शैलजा ने अशोक तंवर को 2,68,497 वोटों से हराया था.   *हुड्डा से हमेशा रहा मनमुटाव* हालांकि, तंवर और भूपेंद्र हुड्डा में हमेशा मनमुटाव बना रहा. कहा जाता है कि हुड्डा की वजह से ही अशोक तंवर ने हरियाणा प्रदेश कांग्रे कमेटी की कुर्सी छोड़ दी. फिर 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले टिकट बंटवारे से नाराज होकर उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी.   *कांग्रेस ने किया स्वागत* अशोक तंवर के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा- "कांग्रेस ने लगातार शोषितों, वंचितों के हक की आवाज़ उठाई है. संविधान की रक्षा के लिए पूरी ईमानदारी से लड़ाई लड़ी है. हमारे इस संघर्ष और समर्पण से प्रभावित होकर आज भाजपा के सीनियर नेता, पूर्व सांसद और हरियाणा में भाजपा की कैंपेन कमेटी के सदस्य अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए. उनके आने से दलितों के हक की लड़ाई को और मज़बूती मिलेगी."   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

सफाई का काम सिर्फ निचली जाति के कैदियों को ठीक नहीं तुरंत बदलिए जेल मैन्युअल: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में जाति-आधारित भेदभाव रोकने के लिए दायर जनहित याचिका पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि जेल नियमावली जाति के आधार पर कामों का बंटवारा करके सीधे भेदभाव करती है।    सफाई का काम सिर्फ निचली जाति के कैदियों को देना और खाना बनाने का काम ऊंची जाति वालों को देना आर्टिकल 15 का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जेल मैन्युअल के उन प्रावधानों को बदलने का निर्देश दिया है जो जेलों में जातिगत भेदभाव को बढ़ावा देते हैं।   *सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला* सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जाति के आधार पर जेलों में काम का बंटवारा करना गलत है। जाति के आधार पर काम नहीं सौंपा जा सकता। कोर्ट ने कहा कि जेल नियमावली में साफ तौर पर भेदभाव किया गया है। सफाई का काम सिर्फ अनुसूचित जाति के कैदियों को सौंपा जाना चौंकाने वाला है। इसी तरह से खाना बनाने का काम दूसरी जाति के कैदियों को दिया गया है।   *जेल मैन्युअल बदलाव का सभी राज्यों का निर्देश* सर्वोच्च कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि जेल नियमावली में कैदियों की जाति से जुड़ी डिटेल्स जैसे संदर्भ असंवैधानिक हैं। इसके साथ ही सजायाफ्ता या विचाराधीन कैदियों के रजिस्टर से जाति का कॉलम हटा दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में जातीय भेदभाव के मामले को खुद से संज्ञान में लिया। सभी राज्यों को इस फैसले के अनुपालन की रिपोर्ट पेश करने को कहा है।   *सुप्रीम कोर्ट की खरी-खरी* सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा कि जेल में सफाई का काम सिर्फ निचली जाति के कैदियों को ठीक नहीं है। ये आर्टिकल 15 का उल्लंघन है। सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश तुरंत जेल मैन्युअल में बदलाव करें। इस फैसले के पालन संबंधी रिपोर्ट को कोर्ट में पेश भी करें।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

देश में नवरात्रि की धूम से अर्थव्यवस्था को लगे पंख: प्रवीण खंडेलवाल

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। देश में गुरुवार से नवरात्र का त्योहार प्रारंभ हो गया है। 10 दिन चलने वाले नवरात्रि फेस्टिवल का जहां धार्मिक महत्व है, वहीं इसके चलते जो कारोबार होगा, उससे अर्थव्यवस्था को भी पंख लग जाएंगे। यानी अर्थव्यवस्था में अच्छा खासा उछाल देखने को मिलेगा। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली की चांदनी चौक सीट से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सहित देश भर में अगले एक महीने तक त्योहारों की धूम रहेगी। 10 दिन के नवरात्र एवं रामलीला, डांडिया एवं गरबा उत्सवों से 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होगा। दिल्ली में ही लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने की उम्मीद है।   खंडेलवाल के मुताबिक, नवरात्रि, रामलीला, गरबा तथा डांडिया जैसे उत्सव, जो हर वर्ष देश भर में दस दिन तक मनाए जाते हैं, इनके चलते इस बार देशभर में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। एक अनुमान के अनुसार, अगले दस दिनों में देश भर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होने की संभावना है। अकेले दिल्ली में ही लगभग 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होगा। इन उत्सवों के दौरान बाजारों में रौनक बढ़ने की उम्मीद है। जहां एक तरफ व्यापारियों को काफी फायदा होगा तो वहीं दूसरी ओर, लाखों लोगों को अस्थायी रोजगार भी मिलेगा। पिछले वर्ष दस दिन का यह व्यापार लगभग 35 हजार करोड़ रुपये का था।   कैट के राष्ट्रीय महामंत्री खंडेलवाल ने बताया कि त्योहारों में खरीदी की विशेष बात यह है कि बिक्री किए जाने वाले अधिकांश उत्पाद, भारतीय ही होंगे। अब लोगों का चीन से बने सामानों से मोहभंग हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 'वोकल फॉर लोकल' तथा 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान ने देश भर में भारतीय सामानों की गुणवत्ता को बढ़ाया है। भारत में बना सामान, अब किसी भी विदेशी सामान से बेहतर है। यही कारण है कि उपभोक्ताओं का रुझान अब भारतीय वस्तुओं की खरीदी पर ही है। देश भर में नवरात्र, रामलीला, गरबा एवं डांडिया जैसे 1 लाख से अधिक छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इनमें विभिन्न प्रकार के धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम शामिल हैं।    बड़े पैमाने पर देश भर में भक्ति संगीत के कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। इन उत्सवों के जरिए लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होते हैं। नवरात्र के समापन पर विजयदशमी, दुर्गा विसर्जन, करवा चौथ, धनतेरस, दीपावली, भाई दूज, छठ पूजा एवं तुलसी विवाह के बाद ही त्योहारों की यह श्रृंखला समाप्त होगी। अकेले दिल्ली में छोटी बड़ी लगभग एक हजार से अधिक रामलीलाएं आयोजित की जाती हैं। दुर्गा पूजा के लिए सैकड़ों पंडाल लगते हैं। मूल रूप से गुजरात में होने वाले डांडिया और गरबा के कार्यक्रम बड़े पैमाने पर अब दिल्ली सहित देश भर में आयोजित होने लगे हैं। करोड़ों लोग त्योहारों की खुशियां मनाते हैं, ऐसा माना जाता है कि।    त्योहार मनाने से घरों में सौभाग्य एवं संपन्नता का वास होता है। खंडेलवाल ने बताया, इस त्योहारों के सीजन में कपड़े एवं परिधान खासकर पारंपरिक परिधान जैसे साड़ी, लहंगा, और कुर्ते की मांग नवरात्र और रामलीला के दौरान काफी बढ़ती है। पूजा और धार्मिक आयोजनों के लिए लोग नए कपड़े खरीदते हैं। इसके चलते इस श्रेणी में व्यापार में उछाल देखने को मिलता है। बड़े पैमाने पर पूजा सामग्री की मांग भी होती है। पूजन के लिए आवश्यक वस्तुएं जैसे फल, फूल, नारियल, चुनरी, दीपक, अगरबत्ती और अन्य पूजन सामग्रियों की भारी मांग रहती है। खाद्य एवं मिठाई अन्य वस्तुएं हैं, जिनको त्योहारों के दौरान लोग खरीदते हैं। हलवा, लड्डू, बर्फी और अन्य मिठाइयों की खपत इस दौरान बढ़ जाती है।   बड़ी मात्रा में फलों और फूलों की भी मांग रहती है। त्योहारों में घर और पूजा पंडालों को सजाने के लिए साज-सज्जा के सामान, जैसे दीयों, बंदनवार, रंगोली सामग्री और लाइटिंग की मांग बढ़ती है। नवरात्र और रामलीला उत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि व्यापारिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी होते हैं। खंडेलवाल ने कहा कि इन दस दिनों में पंडाल बनाने के लिए टेंट हाउस, सजाने के लिए सजावटी कंपनियां आदि को खूब काम मिलता है। इस मौके पर देश भर में बड़ी मात्रा में मेले तथा उत्सव संबंधी हजारों आयोजन होते हैं। इनमें लाखों लोग भाग लेते हैं। खंडेलवाल ने कहा, यह आयोजन धार्मिक आस्था के साथ-साथ सांस्कृतिक एकता और व्यापारिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करते हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

दो साल से बिस्तर पर पड़ी 23 किलोग्राम वजन की 65 वर्षीय महिला की हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी   बिस्तर पर पड़ी महिला को 2 साल बाद एक उल्लेखनीय चिकित्सा उपलब्धि में, सीके बिरला अस्पताल दिल्ली ने 65 वर्षीय महिला पर भारत की कम वजन वाली द्विपक्षीय हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिसका वजन मात्र 23 किलोग्राम था। वह इस तरह की जटिल सर्जरी करवाने वाली देश की इस उम्र की सबसे हल्की महिला हैं। गंभीर गठिया के कारण दो साल से बिस्तर पर पड़ी इस जीवन-परिवर्तनकारी सर्जरी ने उन्हें फिर से चलने में सक्षम बनाया है। सर्जरी का नेतृत्व सीके बिरला अस्पताल®, दिल्ली के ऑर्थोपेडिक्स के निदेशक डॉ. अश्विनी मैचंद ने डॉक्टरों की एक समर्पित टीम के सहयोग से किया।पिछले दो वर्षों से, शुभांगी देवी को बढ़ती उम्र से संबंधित गठिया के कारण दोनों कूल्हों में गंभीर दर्द था, जिससे वह अस्वस्थ हो गई थीं और चलने में असमर्थ थीं। वह पूरी तरह से व्हीलचेयर पर निर्भर थी। उसकी हालत काफी बिगड़ गई थी, जिससे मेडिकल टीम के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी हो गई थीं।    पहली चुनौती यह थी कि प्रक्रिया के दौरान हड्डियों के टूटने का जोखिम बहुत अधिक था, क्योंकि उसकी हड्डियाँ बहुत अधिक ऑस्टियोपोरोटिक थीं, जो भंगुर और नरम थीं और उनमें कैल्शियम की मात्रा कम थी। इसके अलावा, उसकी छोटी हड्डी के आकार ने इम्प्लांट प्लेसमेंट को विशेष रूप से कठिन बना दिया था। उसकी कमज़ोर स्थिति और बहुत कम शारीरिक वज़न के बावजूद - जो कि बाल चिकित्सा मामलों में आम बात है - मेडिकल टीम ने सबसे बेहतर संभव समाधान के रूप में मिनिमली इनवेसिव सर्जरी के साथ आगे बढ़ने का विकल्प चुना।मिनिमली इनवेसिव सर्जरी में छोटे चीरे और उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जो ऊतक क्षति को कम करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऑपरेशन के बाद कम दर्द होता है, रिकवरी तेज़ी से होती है और दैनिक गतिविधियों में तेज़ी से वापसी होती है। मरीज़ की दो सर्जरी हुईं - पहली बार दाहिने कूल्हे की और बाद में बाएँ कूल्हे की - प्रत्येक सर्जरी सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से की गई और लगभग एक घंटे के भीतर पूरी की गई।   उसकी बढ़ती उम्र के कारण एनेस्थीसिया से संबंधित जटिलताओं के जोखिम के बावजूद, मेडिकल टीम ने इन जोखिमों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया। सर्जरी के बाद, मरीज़ ने बिना किसी जटिलता के आसानी से रिकवरी का अनुभव किया। वह अगले ही दिन वॉकर के सहारे चलने में सक्षम हो गई और छह दिनों के बाद उसे व्यापक देखभाल योजना के साथ छुट्टी दे दी गई। सर्जरी से उसकी उम्र से संबंधित हिप गठिया का इलाज करने में मदद मिली, और उसे पहले कोई स्वास्थ्य समस्या या ऐसी ही स्थितियों का पारिवारिक इतिहास नहीं था। सीके बिरला अस्पता, दिल्ली में ऑर्थोपेडिक्स के निदेशक डॉ. अश्विनी मैचंद ने कहा, "इस मामले का अनूठा पहलू यह था कि मरीज का वजन बेहद कम था, जिससे दोहरी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी असाधारण रूप से दुर्लभ हो गई। प्राथमिक चुनौती उसकी ऑस्टियोपोरोटिक हड्डियों के कारण हड्डी के फ्रैक्चर का जोखिम था,  जो भंगुर और छोटी दोनों थीं। सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन के साथ, हम बिना किसी जटिलता के सफलतापूर्वक सर्जरी करने में सक्षम थे।   यह उपलब्धि हमारी टीम की क्षमता और हमारे द्वारा प्रदान की जाने वाली उन्नत देखभाल को रेखांकित करती है। ऐसे रोगियों के लिए पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल महत्वपूर्ण है। प्रत्यारोपण की लंबी उम्र और समग्र स्वास्थ्य सुधार सुनिश्चित करने के लिए नियमित फॉलो-अप, उचित आहार और फिजियोथेरेपी आवश्यक है। हम शुभांगी देवी के पूरी तरह ठीक होने और दर्द-मुक्त, स्वतंत्र जीवन जीने की उनकी क्षमता के बारे में आशावादी हैं।" भारत में हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी तेजी से आम होती जा रही है, हर साल 50,000 से ज़्यादा सर्जरी की जाती हैं, जो गठिया के बढ़ते मामलों और बढ़ती उम्र के कारण हो रही है। प्रगति के बावजूद, ग्रामीण क्षेत्रों में इन सर्जरी तक पहुँच सीमित है। सीके बिरला अस्पताल® उन्नत सर्जिकल देखभाल प्रदान करके और सभी रोगियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित करके इस अंतर को पाटने के लिए समर्पित है। ये सफल सर्जरी गंभीर गठिया से पीड़ित बुजुर्ग रोगियों के लिए समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप के महत्व को रेखांकित करती हैं। अगर उनका इलाज न किया जाए, तो उनकी स्थिति ऑस्टियोपोरोसिस, बिस्तर के घावों और संक्रमण जैसी जटिलताओं को जन्म दे सकती है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

पुष्कर सिंह धामी ने किया हरियाणा में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार

बल्लभगढ़, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हरियाणा में चल रहे विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के अंतिम दिन गुरुवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बल्लभगढ़ में भाजपा प्रत्याशी मूलचंद शर्मा के समर्थन में भव्य रोड शो में हिस्सा लिया। इस अवसर पर सीएम धामी का बल्लभगढ़ की जनता की ओर से भव्य स्वागत किया गया। सीएम धामी को क्रेन के माध्यम से फूलों की माला पहनाई गई। धामी ने रोड शो के दौरान लोगों द्वारा किए गए आत्मीय स्वागत और उत्साहपूर्ण समर्थन के लिए बल्लभगढ़ की जनता का आभार भी व्यक्त किया।  धामी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने हरियाणा को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा की भाजपा सरकार ने राज्य को सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से समृद्ध किया है।   मुख्यमंत्री ने हरियाणा में भाजपा सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि विकास के हर क्षेत्र में हरियाणा ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 5 अक्टूबर को हरियाणा की देवतुल्य जनता भाजपा सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों पर मुहर लगाएगी और राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए भाजपा को एक बार फिर से भारी समर्थन देगी। मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा प्रत्याशी मूलचंद शर्मा के प्रयासों की सराहना करते हुए कि निश्चित रूप से श्री शर्मा के चुनाव जीतने के बाद बल्लभगढ़ में विकास कार्यों को गति मिलेगी। चुनाव जीतने के बाद डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में सड़क, परिवहन और युवाओं के कौशल विकास के क्षेत्र में नई योजनाओं की शुरुआत होगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

एम्स ऋषिकेश में छठवीं नेशनल कांफ्रेंस ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर का आयोजन किया गया

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने फैमिली फिजिशियन की महत्ता को सर्वोच्च बताते हुए कहा कि आज अस्पतालों में मरीजों की संख्या इसलिए बढ़ रही है l फैमिली फिजिशियन की संख्या भी निहायत कम है। लिहाजा उन्होंने फैमिली डॉक्टर वाले कांसेप्ट को वापस लाने पर जोर दिया, साथ ही इसके लिए फैमिली डॉक्टर को प्रशिक्षित किए जाने की जरुरत बताई। जिससे हम एक अच्छे और मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण कर सकें। उन्होंने भारत सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न स्वास्थ कार्यक्रमों का उल्लेख किया l आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ बीमा योजना का लाभ सत्तर वर्ष के ऊपर के लोगों को देने निर्णय के बारे में बताया l उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधी योजना से कम दाम उत्तम गुणवत्ता की दवाइयों की उपलब्धि से करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचा है।   ऐसे ही कोविड महामारी के दौरान करोड़ों लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराई गई l नए aiims संस्थाओं की संख्या भी बढ़ गई है जिससे पूरे भारत के लोगों को फायदा हो रहा है l कार्यक्रम के दौरान स्वयं पेशे से चिकित्सक व गांव में ही निजी क्लीनिक के माध्यम से मरीजों की सेवा कर चुके केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री चौधरी ने मेडिकल छात्र-छात्राओं से भी चर्चा की और उन्हें चिकित्सकीय पेशे की बारीकियां बताईं, साथ ही उन्होंने चिकित्सकों को कम्युनिटी आउटरीच केलिए कार्य करने को प्रेरित किया। नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर( एनएचएसआरसी) के डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ. अतुल कोतवाल ने कहा कि चिकित्सकों के लिए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित भ्रमण और वहां के जरुरतमंद लोगों, स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित मरीजों के लिए कार्य करना अति आवश्यक है, जिससे चिकित्सक वहां के सामाजिक परिवेश को समझ सकें और लोगों के स्वास्थ्य की स्थितियों से रूबरू हो सकें।   लेफ्टिनेंट जनरल साधना एस. नायर, वीएसएम, महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) ने फैमिली फिजिशियन की भूमिका को वर्तमान जीवनशैली में जनस्वास्थ्य पर पड़ रहे दुष्प्रभावों के मद्देनजर बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि स्वास्थ्य की बात आने पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा का महत्व सबसे अधिक होता है। भारत में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के सामने आने वाली चुनौतियों के साथ-साथ सरकारी पहल और नीतियां भी जरूरी हैं। उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा चिकित्सकों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने का संदेश दिया। इस अवसर पर पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने झंडी दिखाकर 'रन फॉर फेमिली हैल्थ' रैली को रवाना किया। बताया गया कि रैली के माध्यम से प्रतिभागियों ने समाज और परिवारों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने को लेकर जागरुकता का संदेश दिया। संस्थान की निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर (डॉ.)मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित सम्मेलन के अवसर पर।   पूर्व क्रिकेटर मदनलाल ने वर्तमान दौड़धूप व आपाधापी भरे माहौल में स्वयं को स्वस्थ व फिट रखने के लिए संतुलित आहार विहार, व्यायाम जरुरी है। इस दौरान उन्होंने कांफ्रेंस में शिरकत करने वाले प्रतिभागियों को अपने जीवन में फिट रहने और नियमित व्यायाम का संकल्प भी दिलाया। एकेडमी ऑफ फेमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रमन कुमार ने बताया कि हर वर्ष संस्था के स्थापना दिवस को नेशनल फेमिली मेडिसिन डे के तौर पर मनाया जाता l उन्होंने कहा कि नेशनल मेडिकल कमीशन एक्ट 2019 में विशेष रूप से फेमिली फिजिशियन की चिकित्सा विधि फेमिली मेडिसिन को विशेष तौर पर शामिल किया गया  है l सभी नए एम्स  में फेमिली मेडिसिन विषय में एम डी की पढ़ाई शुरू की जा रही है l आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में एम्स, ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉक्टर जया चतुर्वेदी, आयोजन सचिव डॉ. संतोष कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ. महेन्द्र मौजूद रहे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

हरियाणा में सच नहीं होंगे कांग्रेस के मुंगेरी लाल के हसीन सपनेः पुष्कर सिंह धामी

फरीदाबाद, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को फरीदाबाद, हरियाणा में भाजपा प्रत्याशी सतीश फागना जी के पक्ष में आयोजित जनसभा में जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हरियाणा की सरकार ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। समाजिक और आर्थिक रूप से हरियाणा बुलंदी के शिखर पर पहुंचा है। स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या फिर शिक्षा, स्वास्थ्य, कनेक्टिवटी का क्षेत्र हो, 10 साल में हरियाणा में कई विकास के कार्य किए गए हैं। डबल इंजन सरकार ने हरियाणा के रेलवे बजट को 10 गुना बढ़ाकर ₹300 करोड़ से बढ़ाकर ₹3000 करोड़ कर दिया है।    धामी ने कहा कि डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में ₹1530 करोड़ की लागत से पूर्वी फरीदाबार को पश्चिमी फरीदाबाद से जोड़ने वाली दो परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। फरीदाबाद का रेलवे स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। बस टर्मिनल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। फरीदाबार को 50 नई इलेक्ट्रिक बस की सौगात दी गई है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हरियाणा के अंदर आज लोग महसूस कर रहे हैं कि डबल इंजन सरकार ने पिछले 10 साल में जन-जन के उत्थान के लिए कार्य किया है। 24 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन और 50 लाख लोगों को 500 रुपये में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। डबल इंजन सरकार ने लोगों के जीवन को बदलने का काम किया है। गरीब कल्याण योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान सम्मान निधि, लखपति दीदी जैसी योजनाएं लोगों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।    मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीके नेतृत्व में भाजपा सरकार विकास और ऊंचाई पर ले जाने का काम कर रही है वहीं दूसरी ओर परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद और भ्रष्टाचार के दलदल में धंकलने वाली कांग्रेस पार्टी है। 2014 से पहले हरियाणा में प्रतिभा, योग्यता और क्षमता के आधार पर नहीं बल्कि पर्ची-खर्ची, भाई-भतिजावाद और जातिवाद के सिस्टम के कारण नौकरी मिलती थी, जिसे भाजपा ने पारदर्शिता में बदलने का काम किया है। धामी ने कहा कि कांग्रेस के राज मे किसानों की जमीन को छीन कर बड़े-बड़े पूंजीपतियों और कांग्रेस के दामाद को खैरात में बांट दी जाती थी। उस समय पूरा तंत्र भ्रष्ज्ञ्टाचार और घूसखोरी के आकंठ में डूबा हुआ था। हरियाणा के दर्जनों अधिकारी जिन पर आय से अधिक संपत्ति के मामले दर्ज थे उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि उस समय नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला था।    मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हरियाणा में कानून का राज स्थापित किया है। पिछले 10 सालों में ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद दलाली, घूसखोरी और भ्रष्टाचार का खेल फिर शुरू हो जाएगा। महिलाओं और दलितों पर अत्याचार शुरू हो जाएंगे। धामी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नौकरी के बडे़-बड़े वादे करने वाली कांग्रेस के पास कर्माचारियों की तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं है। जिस-जिस भी राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी वहां का खजाना पूरी तरह से खाली हो गया।  उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और जेजेपी जैसी पार्टियां वोट कटुवा पार्टी है। हर बार आम आदमी पार्टी दिल्ली के प्रदूषण के लिए हरियाणा को जिम्मेदार बताती है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जनता कांग्रेस के मुंगेरी लाल के हसीन सपनों को सच नहीं होने देगी। भाजपा ने हरियाणा की तकदीर और तस्वीर बदलने का काम हुआ है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 4, 2024

पिंजौर मार्किट में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने डोर टू डोर प्रचार कर मांगें वोट

पिंजौर, 04 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। कालका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने आज पिंजोर मार्केट में डोर टू डोर डोर चुनाव प्रचार करते हुए अपने लिए वोट मांगे। उन्होंने दुकानों पर जाकर दुकानदारों से बात की और कांग्रेस को वोट देने की बात की। प्रदीप चौधरी ने कहा कि भाजपा के राज में सबसे ज्यादा नशा फैला है और नशे की रोकथाम के लिए दावे कर रहे हैं। यही लोग नशे को बढ़ावा देते हैं और लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। हमारे युवा नशे की चपेट आने से अपनी जान गंवा रहे हैं।   परंतु सरकार ने नशे की रोकथाम के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने कहा कि सुखोमाजरी बॉयपास का काम पूरा नही हो सका और जिस की वजह से पिंजौर में जाम लगने से दुकानदारी प्रभावित होती है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि लोगों के लिए पीने का पानी नही मिल रहा है और युवाओं को नौकरी नही मिल रही हैं।mप्रदीप चौधरी ने रायपुररानी के गांवों में चुनाव प्रचार किया और यहां बड़ी संख्या में गांवों में लोगों ने समर्थन दिया। प्रदीप चौधरी के सपुत्र अमन चौधरी ने मोरनी के भोज राजपुरा और भोज नग्गल में चुनाव प्रचार किया। उधर चौधरी की धर्म पत्नि कमला चौधरी ने भी डोर टू डोर प्रचार किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Oct 4, 2024