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○ एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक
○ पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू
○ आदिवासी समुदायों की प्रगति राष्ट्रीय प्राथमिकता: राष्ट्रपति
○ पर्यावरण प्रदूषण के कारण लगे प्रतिबंधों का कोई असर नहीं, वाहनों व उद्योगों में काम भवननिर्माण भी पूर्ववत्
○ धर्मावलंबियों ने देव दीपावली पर जलाए दीये, देवी- देवताओं की गई पूजा -अर्चना
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फिल्म बंदा सिंह चौधरी' स्टारकास्ट ने किया दिल्ली के स्पर्श ग्लोबल स्कूल का दौरा
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हाल ही में, एक्टर अरशद वारसी, मैहर विज और अभिनेता अरबाज खान अपनी आनेवाली फिल्म ‘बंदा सिंह चौधरी’ के प्रचार के सिलसिले में दिल्ली पहुंचे। उनके साथ निर्देशक अभिषेक सक्सेना और फिल्म के सह—निर्माता मनीष भी प्रमोशनल कार्यक्रम में उपस्थित थे। उनका प्रचार नई दिल्ली के स्पर्श ग्लोबल स्कूल में जश्न-ए-काफिला में आयोजित किया गया। फिल्म 'बंदा सिंह चौधरी' 25 अक्टूबर, 2024 को रिलीज होगी। फिल्म 'बंदा सिंह चौधरी' वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद पंजाब में सांप्रदायिक दंगों के दौरान की कहानी पेश करती है। इसमें यह दिखाया गया कि एक आदमी किस तरह देश विभाजन और भयंकर हिंसा के बीच अपने अधिकारों के लिए परिवार के अस्तित्व के लिए संघर्ष करता है। एक साधारण आदमी अपने परिवार के अधिकारों की रक्षा करने। विभाजन की गहरी पीड़ा और हिंसा के बीच खुद को जीवित रखने के लिए लड़ता और जूझता है। अभिनेता अरशद वारसी ने बताया, ‘मुझे आज इस फिल्म के प्रमोशनल कार्यक्रम का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है।' उन्होंने कहा कि आप जो भी लोग फिल्म निर्माता—निर्देशक या लेखक बनने की ख्वाहिश रखते हैं, तो इसे मूर्त रूप दें। मैं तो मानता हूं कि लेखन एक बेहद खूबसूरत काम है, इसलिए कृपया इसे जारी रखें।’ विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
admin
Oct 24, 2024
एम्स ट्रॉमा सेंटर में बनेगा हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर- मेडिकल फिल्ड में एक और नई शुरुआत एम्स करने जा रहा है। एम्स प्रशासन ने जयप्रकाश ट्रॉमा सेंटर में हाइब्रिड ऑपरेशन थिएटर बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। 24 अक्टूबर से इस ट्रॉमा सेंटर में बने नए पांच ऑपरेशन थियेटर की शुरुआत हो रही है, जिससे अब 11 ऑपरेशन थियेटर हो जांएगे। इसकी शुरुआत होने से ट्रॉमा सेंटर में ट्रॉमा मरीजों को सर्जरी के लिए इंतजार में कमी आएगी। *हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर पर काम कर रहा एम्स* एम्स ट्रॉमा सेंटर के चीफ डॉ. कामरान फारूकी ने बताया कि हम हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल ऑपरेशन थियेटर में जब मरीज टेबल पर होते हैं, सर्जरी चल रही होती है, तो कई बार सर्जरी के दौरान कुछ जरूरी जांच की जरूरत पड़ जाती है, जिसमें सीटी स्कैन करना पड़ता है। अभी ऐसी स्थिति में सर्जरी रोक कर मरीज को ऑपरेशन थियेटर से बाहर सीटी स्कैन रूम में लेकर जाना पड़ता है। इस सुविधा के शुरू होने पर सर्जन अपने ओटी में ही सीटी स्कैन जांच कर पाएंगे और साथ-साथ देख पाएंगे। इससे सर्जरी के रिजल्ट में बहुत सुधार होने की उम्मीद है। *मरीज को क्या-क्या मिलेगी सुविधा?* उन्होंने बताया कि हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर में सीटी स्कैन के अलावा एंजियोग्राफी की भी सुविधा होगी। कई बार मरीज की ब्लीडिंग नहीं रूकती है, ऐसी स्थिति में एम्बोलिजेशन की जरूरत होती है। इसमें कैथेटर की मदद से ब्लीडिंग रोकने में मदद की जाती है। डॉ. कामरान ने कहा कि इसका प्रोसेस शुरू कर दिया है। इस थियेटर में काफी स्पेस की जरूरत होगी। यह ट्रॉमा के मरीजों के इलाज के लिए काफी मददगार साबित होगा। अभी ट्रॉमा सेंटर में कुल 259 बेड्स हैं और इस पांच नई ओटी के शुरू होने के बाद ऑपरेशन थियेटर की संख्या 11 हो जाएगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
admin
Oct 24, 2024
एम्स का चौंकाने वाला खुलासा: बेवजह रसायन का इस्तेमाल बन रहा 'साइलेंट किलर
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। खाने-पीने की वस्तुओं में अनजाने में इस्तेमाल हो रहे रसायन साइलेंट किलर बन रहे हैं। एम्स के एनाटॉमी विभाग ने विषाक्तता की पहचान के लिए देश का पहला रोग विषयक पारिस्थितिक विषाक्तता निदान एवं अनुसंधान सुविधा विकसित किया। यहां ऐसे लोगों की जांच की गई जिनके रोग का कारण पता नहीं चल पा रहा था। इस जांच में रोग के लिए अनुवांशिकी, दुर्घटना, संक्रमण के बाद विषाक्तता बढ़ाने में प्रमुख कारण मिला। विशेषज्ञों के अनुसार जागरूकता के अभाव में लोगों तक हैवी मेटल, कीटनाशक युक्त खाद्य व पेय पदार्थ पहुंच रहा है। इससे शरीर के अंगों को घातक नुकसान होता है। सुविधा के सह-संस्थापक डॉ. जावेद के कादरी ने बताया कि सेंटर में एम्स, नई दिल्ली और अन्य सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन चिकित्सा, आईसीयू, चिकित्सा, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, जेरिएट्रिक मेडिसिन, बाल चिकित्सा, हेमाटोलॉजी, कान, नाक और गला, यूरोलॉजी, बाल चिकित्सा न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरो-सर्जरी, रुमेटोलॉजी, सर्जरी, स्त्री रोग, सीडीईआर, पल्मोनरी मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक्स, मनोचिकित्सा विभाग विभाग से मरीजों के रोग के कारण का पता लगाने के लिए भेजा गया। यहां से आए मरीजों के सैंपल की जांच के बाद करीब 40 फीसदी लोगों में रोग के लिए विषाक्तता बढ़ा कारण पाया गया। *हैवी मेटल और कीटनाशक से हो सकते हैं रोग* अध्ययन के दौरान हैवी मेटल में कैडमियम, सीसा, तांबा और जस्ता के अलावा कीटनाशक से शरीर पर होने वाले नुकसान का जांच की गई। इसमें पाया गया कि किसी भी माध्यम से शरीर तक पहुंचने वाले हैवी मेटल और कीटनाशक शरीर को कई घातक रोग देते हैं। इसमें अल्जाइमर, दिल की गति रुकना, लंग्स कैंसर, यकृत परिगलन, ओवेरियन कैंसर, मस्कुलोस्केलेटल रोग, थायरोक्सिन हार्मोन का कम होना, ऑस्टियोपोरोसिस, गुर्दे की शिथिलता, उल्टी, दस्त, अंतःसंवहनी रक्त-अपघटन प्रमुख हैं। *देश के 718 जिलों में स्थिति खराब* रिपोर्ट में एक अध्ययन का जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया कि हैवी मेटल सहित दूूसरे कारणों से देश के 718 जिलों में स्थिति खराब है। कई हैवी मेटल तो कही दूसरे वजहों से लोग रोग का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा 386 जिलों में नाइट्रेट का दुष्प्रभाव है। *जागरूकता से बचाव* एम्स में एनाटॉमी विभाग के प्रमुख और रोग विषयक पारिस्थितिक विषाक्तता निदान एवं अनुसंधान सुविधा के संस्थापक प्रोफेसर डॉ. ए शरीफ का कहना है कि जागरूकता रोग होने की आशंका कम हो जाती है। कुछ भी लेने से पहले उक्त की जांच कर लेनी चाहिए। *जल्द तैयार होगा प्रोटोकॉल* देश में हैवी मेटल की उपलब्धता, कीटनाशक के इस्तेमाल सहित अन्य को लेकर कोई प्रोटोकॉल नहीं है। अभी विदेश में बने नियम को ही फॉलो किया जा रहा है। देश में इसे लेकर मरीजों के डाटा तैयार किया जा रहा है। डाटा तैयार होने के बाद भारतीय लोगों की जरूरत और स्थिति को आधार बनाकर एक प्रोटोकॉल बनाया जाएगा। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
admin
Oct 24, 2024
औद्योगिक एल्कोहल के उत्पादन पर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र सरकार को झटका
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट ने औद्योगिक शराब के उत्पादन को लेकर केंद्र सरकार को झटका देते हुए राज्य सरकारों के पक्ष में फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट की नौ जजों की संवैधानिक पीठ ने सात जजों की पीठ का फैसला पलटते हुए कहा कि औद्योगिक शराब पर कानून बनाने की राज्य की शक्ति को नहीं छीना जा सकता। पीठ ने कहा कि केंद्र के पास औद्योगिक एल्कोहल के उत्पादन पर विनियामक शक्ति का अभाव है। सुप्रीम कोर्ट की नौ जजों की पीठ ने 8:1 के बहुमत से फैसला दिया। उल्लेखनीय है कि साल 1997 में सात जजों की पीठ ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को औद्योगिक एल्कोहल के उत्पादन को विनियमित करने का अधिकार दिया था। साल 2010 में इस मामले को नौ जजों की पीठ के पास समीक्षा के लिए भेजा गया। नौ जजों की पीठ ने अपने फैसले में कहा है कि 'औद्योगिक एल्कोहल मानव उपभोग के लिए नहीं है।' पीठ ने कहा कि 'संविधान की सातवीं अनुसूची के अंतर्गत राज्य सूची की प्रविष्टि 8, राज्यों को मादक मदिरा के निर्माण, परिवहन, खरीद और बिक्री पर कानून बनाने का अधिकार देती है।' वहीं केंद्र सरकार के अधिकार वाले उद्योगों की सूची संघ सूची की प्रविष्टि 52 और समवर्ती सूची की प्रविष्टि 33 में दी गई है। समवर्ती सूची के विषयों पर केंद्र और राज्य विधानमंडल, दोनों को कानून बनाने का अधिकार है, लेकिन केंद्रीय कानून को राज्य के कानून पर प्राथमिकता देने का प्रावधान है। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली नौ जजों की पीठ में मुख्य न्यायाधीश के अलावा जस्टिस ऋषिकेश रॉय, जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस मनोज मिश्रा, जस्टिस जेबी पारदीवाला, जस्टिस उज्जल भुइयां, जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा, जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह शामिल रहे। पीठ में सिर्फ जस्टिस बीवी नागरत्नी ने बहुमत के फैसले से असहमति जताई। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Oct 24, 2024
डॉक्टर बन गया भगवान हाफ मैराथन में दौड़ने वाले एक धावक को तत्काल सीपीआर देकर बचायी जान
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम के डॉ रमित वाधवा, कंसल्टेंट, नॉन इन्वेसिव कार्डियोलॉजी ने निस्वार्थ सेवाभाव का परिचय देते हुए हाल में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित दिल्ली हाफ मैराथन के दौरान अपनी मेडिकल विशेषज्ञता और त्वरित एक्शन प्लान को प्रदर्शित किया। डॉ वाधवा ने हाफ मैराथन में दौड़ रहे एक अन्य धावक के रेस के दौरान गिरते ही इस मेडिकल इमरजेंसी को समझा और मरीज को सीपीआर दिया। उनके तुरंत निर्णय लेने के इस प्रयास ने न सिर्फ मरीज की जान बची बल्कि यह भी एक बार फिर साबित हुआ कि हमें क्लीनिकल सेटिंग्स के बाहर भी हमेशा मेडिकल इमरजेंसी के लिए तत्पर रहना चाहिए। रेस के दौरान, डॉ वाधवा ने देखा कि एक धावक दौड़ते हुए अचानक गिर पड़ा। डॉ वाधवा ने बिना देरी और संकोच किए स्वयं आगे बढ़कर मरीज को सीपीआर दिया। समय पर उपचार मिलने से धावक को तुरंत रिवाइव करने और एंबुलेंस से नज़दीकी अस्पताल पहुंचाने से पहले स्थिर करने में मदद मिली। इस घटना के बारे में डॉ रमित वाधवा, कंसल्टेंट, नॉन-इन्वेसिव कार्डियोलॉजी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने बताया “मैराथन के दौरान, एक धावक फिनिश लाइन से करीब आधा मील पहले गिर गया। मैंने देखा कि कुछ अन्य धावक भी उनकी मदद के लिए रुक चुके थे, तब मैं भी रेस छोड़कर उन्हें देखने के लिए आगे बढ़ा। मुझे लगा कि वे डीहाइड्रेट हो चुके थे और कुछ उनींदे भी हो रहे थे।” वह कुछ समझ भी नहीं पा रहे थे, हालांकि उनकी नब्ज चल रही थी लेकिन काफी कमजोर थी। साथ ही, उन्होंने अपने दांत बुरी तरह से भींच रखे थे और इस वजह से उनकी जीभ भी कट गई तथा उन्हें उल्टी होने लगी। मैंने अन्य साथी धावकों की मदद से उन्हें सीपीआर दिया और उनके वायुमार्ग को खोले रखने का प्रयास किया। कुछ ही देर में घटनास्थल पर एक एंबुलेंस पहुंच चुकी थी और हम मरीज को नजदीकी मेडिकल कैंप लेकर गए। रास्ते में हमने, उन्हें आईवी कैन्युला लगाकर आईवी फ्लूड्स देना शुरू किया। हमने एंबू बैग और मास्क की मदद से उन्हें सांस लेने में मदद देना जारी रखा। कैंप पहुंचने तक मरीज को होश आ चुका था लेकिन वह डिसओरियेंटेड थे और कुछ भ्रमित भी थे। इस बीच, नज़दीकी अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम भी उन्हें मदद देने के लिए पहुंच चुकी थी और धीरे-धीरे उनकी हालत स्थिर हो रही थी।” डॉ रमित ने कहा, “इस तरह की एंड्योरेंस दौड़ के लिए कम से कम 3 से 6 महीने की उचित प्रकार की ट्रेनिंग जरूरी होती है। इस तरह के इवेंट्स में भाग लेने से पहले, किसी भी व्यक्त को कुछ जरूरी कार्डियाक चेक-अप जैसे ईसीजी, इको स्ट्रैस, इको वगैरह जरूर करवाने चाहिए। साथ ही, दौड़ के दौरान हाइड्रेशन और इलैक्ट्रोलाइट्स का ध्यान रखना भी जरूरी होता है क्योंकि पसीना बहने की वजह से शरीर से इलैक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं, जिसके चलते गंभीर डीहाइड्रेशन और इलैक्ट्रोलाइट असंतुलन भी पैदा हो सकता है। ऐसा होने पर कार्डियाक एरिथमिया (हृदय गति में गड़बड़ी) हो सकता है जो घातक भी साबित हो सकता है। साथ ही, लोगों को सीपीआर ट्रेनिंग जैसी जरूरी प्रक्रियाओं के बारे में भी अवगत कराया जाना चाहिए ताकि वे एंबुलेंस या मेडिकल सहायता उपलब्ध होने तक मरीज को बेसिक लाइफ सपोर्ट दे सकें। शुरुआती मिनट ही ऐसे मरीजों के लिए काफी महत्वपूर्ण हेते हैं।” यश रावत, फेसिलटी डायरेक्टर, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट गुरुग्राम ने कहा“मैं भी इस हाफ मैराथन में दौड़ रहा था और मैं सीपीआर के महत्व को बखूबी समझता हूं। इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि इमरजेंसी प्रक्रियाओं के लिए प्रशिक्षण प्राप्त होना कितना महत्वपूर्ण होता है।” तथा इस तरह की जानकारी जीवन और मृत्यु के बीच अंतर पैदा कर सकती है। फोर्टिस हेल्थकेयर आम पब्लिक को कार्डियाक हेल्थ तथा सीपीआर ट्रेनिंग के बारे में जागरूक बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कुशल हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स अस्पताल की दीवारों से बाहर भी जीवन में भारी बदलाव ला सकते हैं। ऐसी घटनाएं लोगों को सीपीआर सर्टिफिकेशन प्राप्त करने तथा समाज में फर्स्ट रिस्पॉन्डर को तैयार करने के लिए प्रेरित करती हैं। डॉ वाधवा की घटनास्थल पर मानसिक चुस्ती और आगे बढ़कर त्वरित कार्रवाई करने की यह घटना फोर्टिस हेल्थकेयर के देखभाल, दयाभाव तथा उत्कृष्ट चिकित्सकीय सहायता करने के मूल्यों को दर्शाती है।” विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Oct 24, 2024
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 14 दिसम्बर को होगा
पंचकूला, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अजय कुमार ने बताया कि 14 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार को चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इसमें अधिक से अधिक मुकदमों का निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालय में लंबित फौजदारी समाधेय, चेक बाउंस केस (धारा 138 एक्ट के मामले), बिजली और पानी के बिल मामले, अन्य दीवानी मामले, ट्रैफिक चालान, मोटर व्हीकल दुर्घटनाग्रस्त मामलों समेत अन्य विभिन्न लंबित वर्गों के मामलों का निपटारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों के केस न्यायालय में लंबित है वे संबंधित न्यायालय में जाकर अपने केसों को 14 दिसंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में लगवाकर उनका निपटारा करवाएं और ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।
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Oct 24, 2024
दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी और निशुल्क डायलिसिस व 25 हजार युवाओं को रोजगार देने का स्वागत किया
पिंजौर, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हरियाणा में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर नायब सिंह सैनी को बधाई देने क्षेत्र के भाजपा नेता बलवान सिंह ठाकुर पहुंचे ठाकुर ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए उनके द्वारा दूसरी बार प्रदेश की सत्ता सम्भालते ही हरियाणा की जनता के लिए दो बड़े फैसले निशुल्क डायलिसिस व 25 हजार युवाओं को रोजगार देने का स्वागत करते हुए कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा ने सत्ता संभाली हैं तब से ही जनहित में ऐसे ऐतिहासिक फैसले लिए हैं कि जिसे आज तक हरियाणा की कोई भी सरकार नहीं ले सकी, हरियाणा में नोकरी पाना युवाओं के लिए सपना बनकर रह गया था क्योंकि पर्ची और खर्ची के बिना नोकरी मिलना मुश्किल था। परन्तु भाजपा की सरकार ने इस परंपरा को खत्म करके एक मजदूर के बेटे के लिए भी नोकरी के रास्ते खोलकर रख दिए हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सत्ता में आते ही पहली कलम से निशुल्क डायलिसिस की घोषणा करके उन लोगों को बड़ी राहत दी हैं जो डायलिसिस के लिए हर माह मोटा पैसा खर्च कर रहे थे। ठाकुर ने कहा कि वो धारा 7ए खत्म करने के लिए भी मुख्यमंत्री से मांग करेंगे, इसके अलावा कालका विधानसभा की नई विधायिका शक्तिरानी शर्मा ने भी शपथ ग्रहण करने के उपरांत ही क्षेत्र में लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए बैठके शुरू कर दी हैं, आने वाले दिनों में जनहित के विकास कार्य दिखाई देने लगेंगे। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।
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Oct 24, 2024
Pahele bhi main hitmaker Vishal Mishra is ready to make his debut performance in London
Mumbai, October 22, 2024 (UTN). November marks a month of festivities, and renowned Bollywood singer Vishal Mishra is all set to hit the stage for his first-ever international concert in London, UK, bringing the festive holiday spirit on 24th November 2024, at the iconic Ovo Arena. The announcement poster has already piqued the interest of the audience who are excited to witness this one-of-a-kind event. The live concert is meticulously organised by the leading global event company Rock On Music Ltd, headed by Vijay Bhola*, for the Indian diaspora and Bollywood music lovers in the UK. Mr. Bhola promises a night filled with soulful songs and a performance that will keep everyone on their feet. Vishal Mishra, the versatile artist known for his power-packed performances and a string of chart-topping hits, has won the hearts of millions worldwide. With his impressive stage presence and distinctive voice, Vishal will be seen treating the fans with some of his most iconic Bollywood blockbusters, including 'Kaise Hua’, ‘Pehle Bhi Main’, ‘Naacho Naacho’, ‘Khoobsurat’, ‘Pehla Pyaar’ and many more soul-stirring melodies, delivering an unforgettable musical experience. Expressing his enthusiasm about the concert, Vishal Mishra shared, "This is my first-ever concert in London, and it holds a special place in my heart. While I have performed in many cities & countries, have been fortunate to receive a lot of love for my songs. London has always been at the top of my wish list. This event is a milestone of sorts and an incredible opportunity to connect with my amazing UK audience. Music is not just my profession but my reason for being, and I look forward to celebrating music with my people and love there.” Vishal Mishra’s live concert is a celebration of brilliant music and will be a perfect way for the audience to unwind and connect with fellow music lovers. 'Rock On Music Ltd' has been working relentlessly to offer a musical treat to UK music lovers. Tickets are available at Whether you're a Bollywood fan or simply enjoy phenomenal live performances, Vishal Mishra’s live concert promises a memorable experience for his global fans. Mumbai-Reporter,(Hitesh Jain).
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Oct 22, 2024
I am strongly against bursting crackers: Karan Gulianii
Mumbai, October 22, 2024 (UTN). With Diwali just around the corner, people are talking about a cracker-free, pollution-free Diwali, and are trying to create awareness. Karan Gulianii, who has made a name for himself with his directorial projects like Amrinder Gill, Ranjit Bawa-starrer Savann, which was produced under Priyanka Chopra’s banner, and Chandigarh Amritsar Chandigarh, starring Gippy Grewal and Sargun Mehta, is also in its support and said, “I am strongly against bursting crackers. If it were up to me, I would ban any kind of celebration across India that causes pollution and harms nature.” Sharing a story from his childhood that changed his perspective, he said, “I was around 7-8 years old, and like all kids, I used to ask my parents for crackers every Diwali. One year, I told my dad that I wanted crackers, I remember this clearly. My dad said, ‘Son, crackers are not good because they harm nature. But I’ll give you 200 rupees, but on one condition, you have to burn those 200 rupees. So, he gave me the money, and as I was about to set it on fire, I realized, ‘What am I doing? I’m burning money.’ It hit me that spending money on crackers is just like burning money. From that day onwards, I don’t think I ever burst a cracker again.” "For me, it’s not just about the environment; it feels like burning money, and I just can’t bring myself to do that,” he added. Karan is not too much about fashion and shared that for him comfort is always important when it comes to dressing. “I don’t really plan ahead or decide what specific outfits I should wear, whether traditional or not. Whatever makes me feel comfortable, be it shorts, a t-shirt, or anything else, works for me,” he said. “I’m not someone who always chooses traditional outfits because, honestly, they’re not always comfortable. Based on my experiences, traditional clothes can sometimes be restrictive, and I value comfort above everything else. If something makes me feel uneasy, I avoid it. I’m very clear about this and don’t compromise on my comfort when it comes to dressing,” he added. Karan prefers to indulge in traditional Indian sweets. He said, “During Diwali, I get really excited and keep asking for different types of sweets. I crave my favorite sweets, and it’s something I truly enjoy.” But he is against the culture of gifting during Diwali. “I have experienced that when I get gifts, people start expecting things in return. If those expectations are not met, it damages the relationships and friendship. Instead of focusing on gifts, I believe in sharing good times together and enjoying each other’s company. For me, sitting down with friends, having conversations, playing cards in Diwali and spending quality time is much more important than exchanging gifts,” Karan ended. Mumbai-Reporter,(Hitesh Jain).
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Oct 22, 2024
Fashion can often bring a bit of discomfort: Monika Singh
Mumbai, October 22, 2024 (UTN). Tulsidham Ke Laddu Gopal actress Monika Singh says that although fashion means being comfortable, that’s not always the case. She said, “Fashion can often bring a bit of discomfort—while you want to look good, it may not always feel comfortable. That's why I usually try to stick to simple things and keep my style very basic.” She also revealed that she started putting more effort into her styling when she was around twenty. “I realized how dressing well boosts your confidence and changes how others perceive you. Since then, I've enjoyed experimenting with different styles and trends,” she said. Monika’s wardrobe has a bit of everything; she said, “Whether it's traditional pieces like lehengas or casual western outfits, I have it all,” and she updates her wardrobe frequently. She said, “I don’t do it in one go. I do a little shopping here and there, picking out quality pieces that last long and can be mixed and matched. Changing my entire wardrobe at once isn’t really my thing.” Her fashion idol is Priyanka Chopra, and she said that she has always inspired her. She added, “She’s my role model. Her timeless, simple, yet sophisticated style has always been a source of inspiration for me.” Monika’s go-to outfit is high-waisted pants and palazzos because they’re super comfortable. “High-waisted pants and flowy dresses are back in trend now, which makes it easy for me to pick an outfit,” she said. Fashion trends that you want to see come back? “I would love to see some old fashion trends make a comeback, like bell-bottom jeans, vintage band t-shirts, retro sneakers, or sarees in the traditional western style. These styles still have a cool vibe and bring a unique touch to your outfit,” she ended. Mumbai-Reporter,(Hitesh Jain).
admin
Oct 22, 2024