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विश्व सुंदरी कांटेस्ट के बदले सर्वगुण संपन्न नारियों का करें चयन,समारोह में मिले सम्मान: रवि शास्त्री

बडौत,01 जून 2024  (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा 6 जून से चौधरी केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में होने वाले योग एवं चरित्र निर्माण के आवासीय शिविर के लिए हिमालय ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट लोयन मलकपुर में छात्राओं को प्रतिभाग करने का आह्वान किया गया।    सभा मंत्री रवि शास्त्री ने बेटियों को संबोधित करते हुए कहा ,संस्कारित बेटियां ही समाज का दर्पण होती हैं। आज विश्व सुंदरी प्रतियोगिताओं की बजाय सर्वगुण संपन्न नारियों की प्रतियोगिताएं होनी चाहिएं ,जिससे समाज के हर क्षेत्र में अच्छा बनने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिले। त्याग ,सेवा, बड़ों का सम्मान, शालीनता आदि गुणों से युक्त नारी ही समाज को वैचारिक रूप से स्वस्थ कर सकती हैं।कहा कि, अंग प्रदर्शन का चलन बंद होना चाहिए। नारी का स्थान समाज में ऊंचा है। गुण संपन्न नारियां ही वीरों तथा वीरांगनाओं को जन्म देती हैं ,जिनसे राष्ट्र मजबूत बनता है।    शिविर के विषय में विस्तार से बताया गया कि, चरित्र निर्माण के साथ ही बेटियों को जूडो कराटे, योगासन, आत्मरक्षा के अभ्यासों को सिखाया जाएगा। इस अवसर पर प्रबंधक विपिन राणा, आदेश राणा, प्राचार्य कुलदीप तोमर, मनीष गोयल, पूजा गुप्ता, चंचल शर्मा, विधि चौधरी आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 1, 2024

शिक्षक संघ का दावा,माध्यमिक के 70 विद्यालयों के शिक्षकों का मई का वेतन उनके खातों में 1 जून को : वीरेंद्र सिंह

बडौत,01 जून 2024  (यूटीएन)। स्थानीय जनता वैदिक इंटर कॉलेज में पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्र सिंह तथा जिला मंत्री सतवीर सिंह ने बताया कि यह पहला अवसर है ,जिसमें 71 विद्यालयों में से 70 विद्यालयों का एक साथ वेतन शिक्षकों के खातों में पहुंच जाएगा। जो विद्यालय बचा है वह एकमात्र हजारीलाल इंटर कॉलेज खैला है। जिसका अभी तक वेतन बिल पारित ही नहीं हो सका है।जिले के शिक्षकों ने प्रदेशीय कार्यकारिणी सदस्य एवं शिक्षक नेता वीरेंद्र सिंह सहित जिला संगठन की मेहनत और वेतन भुगतान में मिली सफलता पर खुशी व्यक्त की है तथा कहा कि,संगठन के दबाव से ही संभव हो सका है।    शिक्षक नेता वीरेंद्र सिंह ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी देते हुए कहा कि, अभी भी शिक्षकों के ढ़ेरो प्रकरण जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में लंबित हैं। जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है ,जो प्रधानाचार्य व शिक्षक सेवानिवृत हो गए हैं अभी तक उनकी पेंशन की स्वीकृत नहीं हो सकी है तथा जीपीएफ के प्रकरण भी शिक्षा निदेशक मेरठ कार्यालय से स्वीकृत होने पर भी चेक निर्गत नहीं किये जा रहे हैं। शिक्षकों के चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान तथा मृतक आश्रितों के नियुक्ति के प्रकरण भी लटके पड़े हैं,   जिनपर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जा रही है। वार्ता के दौरान संघ के प्रदेशीय नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि, कार्य लम्बित होने तथा भुगतान में बिना किसी कारण के देरी से शिक्षक बेहद परेशान हैं तथा इन मामलों पर शिक्षक संघ के पदाधिकारी 3 जून को जिला विद्यालय निरीक्षक से मुलाकात कर सकारात्मक समाधान करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर मीडिया प्रभारीअजय राज शर्मा व इंद्रपाल सिंह भी मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 1, 2024

युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की खेलों में अपार संभखवनाएं, सरकार, समाज व परिजनों से सहयोग की अपेक्षा: प्रमेंद्र तोमर

बडौत,01 जून 2024  (यूटीएन)। जम्मू कश्मीर में संयुक्त भारत खेल महासंघ द्वारा जम्मू यूनिवर्सिटी में आयोजित पावर लिपिंटग के 24-26 मई में चले मुक़ाबले में बडौत के दो युवाओं ने जीते गोल्ड मेडल। बडौत बॉडी इवोल्यूशन शिव विहार जिम के ऑनर डॉ सनी तोमर एवं विक्की खिवाल आज़ाद नगर ने अपनी अपनी कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर उत्तर प्रदेश के साथ साथ बडौत सहित क्षेत्र और जनपद को गौरवान्वित किया है ।   इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि प्रमेन्द्र तोमर ने सन्नी तोमर एवं विक्की को सम्मानित और बधाई देते हुए कहा कि ,आप क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें ।युवाओं के लिए स्पोर्ट्स हमेशा सफल होने का मज़बूत आधार रहा है और बागपत क्षेत्र के युवाओं ने हर खेल में देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।   सांसद प्रतिनिधि एवं भाजपा नेता प्रमेन्द्र तोमर ने कहा कि, जनपद के गौरवशाली इतिहास को मज़बूत बनाने के लिए समर्पित युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इस सबके बावजूद सरकार, राजनीतिक दलों ,परिवारजनों और समाज को भी खेलों के प्रोत्साहन देने के लिए  लिए ज़्यादा से ज़्यादा सुविधाजनक योजनाओं पर काम करना चाहिए।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 1, 2024

दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर बीजेपी ने सरकार को घेरा

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व में आज आई.टी,ओ, स्थिति शहीदी पार्क के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार के कारण पैदा हुए दिल्ली में पानी संकट को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और अरविंद केजरीवाल एवं जलमंत्री सुश्री आतिशी के इस्तीफे की मांग की। धारा 144 लगी होने के कारण वीरेन्द्र सचदेवा एवं लगभग 100 कार्यकर्ताओं को आई.पी. स्टेट थाने ले गई जहां से उन्हे कुछ देर बाद चेतावनी दे कर छोड़ दिया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली का जल संकट प्राकृतिक नही है यह अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए भ्रष्टाचार एवं अक्रमणयता से उत्पन्न हुआ है और  इस बात को दिल्ली की जनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता आज अगर एक-एक बूंद पानी के लिए तड़प रही है तो उसके इकलौते जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल हैं।     वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 2014 के बाद हरियाणा सरकार द्वारा सीएलसी का निर्माण किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकना था और पानी एक कैनल के माध्यम से होते हुए लोगों तक पहुंचे और उस वक्त मुनक नहर से 1049 क्यूसेक पानी हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली को दिया गया।   दिल्ली सरकार द्वारा फिर उसे बवाना, हैदरपुर, द्वारका अलग अलग चैनल की तरफ डाइवर्ट किया जाता था और यही से शुरू हुआ भ्रष्टाचार का खेल। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 1 मई से 29 मई तक प्रतिदिन 1049 क्यूसेक पानी हरियाणा सरकार ने दिल्ली को दिया है। जलमंत्री सुश्री आतिशी कोर्ट जाने की बात कह रही है लेकिन यह पहली बार नहीं है जब पानी की कमी को लेकर दिल्ली सरकार कोर्ट जाएगी।    केजरीवाल सरकार इससे पहले भी 2021 में कोर्ट जा चुकी है जहां कोर्ट द्वारा फटकार लगाते हुए कहा गया कि पानी दिल्ली सरकार को पूरा मिल रहा है लेकिन केजरीवाल सरकार सिर्फ पानी की बर्बादी को रोकने मे असफल रही है। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली का  53% पानी सप्लाई के दौरान चोरी हो जाता है या बर्बाद हो जाता है। अगर उस पूरे पानी को बर्बाद होने से रोक लिया जाता तो ही दिल्ली वालों को काफी पानी मिलेगा।   सचदेवा ने आप विधायकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि टैंकर के माध्यम से आम आदमी पार्टी के विधायक पानी को बेचते हैं और पानी चोरी कर अपनी जेबे भरते हैं। मंच का संचालन कर रहे प्रदेश महामंत्री योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि वजीराबाद बैराज में पानी स्टोर किया जाता है पर उसमें 94% सिर्फ गाद होती है। 10 साल से वहाँ से गाद नही निकाली गई है। अगर वहाँ पूरी स्टोरेज हो पाती तो दिल्ली की आधी आबादी को पानी मिल सकता था लेकिन केजरीवाल सरकार ने ऐसा नहीं किया।    उन्होंने कहा कि अब तो जल बोर्ड के अधिकारी भी कह रहे हैं कि जल बोर्ड में घोटाला हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए जो व्यक्ति दिल्ली को पानी नहीं दे सकता है उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। 2 दिन बाद वैसे भी केजरीवाल अपने होम टाऊन जाने वाले है। इसलिए अब केजरीवाल को कुछ करने की जरूरत नहीं है। बांसुरी स्वराज ने कहा कि इस झुलसती हुई गर्मी में दिल्ली पानी के लिए त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है। पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रही है और यह पूरे का पूरा पानी का संकट सिर्फ केजरीवाल द्वारा बनाया गया है।  वह दिल्ली जल बोर्ड जो 2013 में 600 करोड़ रुपए के मुनाफे में था आज 73000 करोड़ रुपए के घाटे में है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इस बात का जवाब देना चाहिए क्योंकि यह इतनी निकम्मी सरकार है जो सिर्फ प्रचार और प्रचार के अलावा भ्रष्टाचार में लिप्त रहती है और पानी की किल्लत कराकर प्रोत्साहन देना चाहती है टैंकर माफियाओं को।   यह तानाशाही नहीं चलेगी और भाजपा का एक एक कार्यकर्ता तब तक लड़ता रहेगा जब तक केजरीवाल इसका जवाब नहीं दे देते। आज अगर मार्च महीने में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाकर जल वितरण एक्शन प्लान पर काम किया होता तो शायद आज दिल्ली बूंद बूंद पानी के लिए नहीं तड़पती। प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर पानी संकट सिर्फ केजरीवाल की नाकामी और भ्रष्टाचार का प्रमाण है। जेल के अंदर से पानी की चिंता दिखाने वाले केजरीवाल लोगों को गुमराह करने के लिए वह चिट्ठी तक लिखा करते थे लेकिन जेल से बाहर आने के बाद वह पानी की संकट का समाधान करने की जगह वे चुनाव प्रचार में निकल गए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सिर्फ झूठ बोलते हैं दिल्ली की जनता उनके इस छलावे में नहीं आने वाली है क्योंकि दिल्ली के अंदर गर्मियों में हमेशा जल संकट का सामना करना पड़ रहा है लेकिन पिछले 10 सालों से केजरीवाल सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 31, 2024

जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची दिल्ली सरकार

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। जल संकट से जूझ रही दिल्ली के लिए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। शुक्रवार को दाखिल की गई याचिका में केजरीवाल सरकार ने अपील की है कि कोर्ट हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से एक महीने के लिए एक्स्ट्रा पानी देने के लिए निर्देश दे। दिल्ली सरकार ने कहा है कि गर्मी की वजह से शहर में पानी की मांग काफी बढ़ गई है और पड़ोसी राज्यों को एक महीने के लिए और ज्यादा पानी देने का निर्देश दिया जाना चाहिए।   राजधानी में पानी की बहुत ज्यादा कमी है और जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा से अपील की है कि वह हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अपनी सरकारों से एक महीने के लिए पानी देने के लिए कहे।   *केजरीवाल ने लिखा- इस वक्त राजनीति न करें* केजरीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि भीषण गर्मी में पानी की डिमांड बहुत बढ़ गई है। जो पानी दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से मिलता था, उसमें भी कमी कर दी गई है। यानी सप्लाई कम हो गई है। हम सबको मिलकर इसका निवारण करना है। मैं देख रहा हूं कि बीजेपी के साथी हमारे खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।   इससे समस्या का समाधान नहीं निकलेगा। यदि बीजेपी हरियाणा और उत्तर प्रदेश की अपनी सरकारों से बात करके एक महीने के लिए दिल्ली को कुछ पानी दिलवा दे तो दिल्ली वाले बीजेपी के इस कदम की खूब सराहना करेंगे। इतनी भीषण गर्मी किसी के हाथ की बात नहीं, लेकिन हम सब मिलकर।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) | 

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May 31, 2024

साउथ में साफ, नॉर्थ में हाफ, हरियाणा में भी बीजेपी बिल्कुल साफ: पवन कुमारी शर्मा

पिंजौर,31 मई 2024  (यूटीएन)। महिला कांग्रेस प्रदेश की महासचिव एवं प्रसिद्ध समाजसेवी पवन कुमारी शर्मा ने बीजेपी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि अभी तक हुए 6 चरणों के लोकसभा चुनाव में जनता की बीजेपी सरकार के विरुद्ध नाराजगी को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि साउथ में साफ, नॉर्थ में हाफ और हरियाणा में भी बीजेपी बिल्कुल साफ। कांग्रेस नेत्री पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी सरकार अल्पमत में आ चुकी है मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देकर मध्यावधि चुनाव करवाने चाहिए।   उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की जन विरोधी नीतियों से खुद उसकी पार्टी के विधायक कार्यकर्ता तक भी दुखी हैं। यदि आज ही विधानसभा के चुनाव होते हैं तो हरियाणा में बीजेपी का सूपड़ा पूरी तरह से साफ हो जाएगा। कांग्रेस नेत्री पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि गत 25 मई को हुए लोकसभा के चुनाव में हरियाणा में लोगों ने बीजेपी के विरुद्ध मतदान किया है जैसे रुझान लोगों में देखने को मिल रहे हैं उससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में बीजेपी की लोकसभा की एक भी सीट नहीं आने वाली।    पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश सहित देश की जनता कमरतोड़ महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से बहुत दुखी है पिछले कई दिनों से पिंजौर, कालका क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती के कारण इस भीषण गर्मी में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।   लेकिन सरकार ने बिजली संकट को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। पवन कुमारी शर्मा ने कहा कि बिजली का कट कब लग जाए यह किसी को पता नहीं और बिजली कितने घंटे के बाद आएगी यह भी खुद बिजली कर्मचारी और अधिकारी भी बता पाने की स्थिति में नहीं होते हैं। उन्होंने बताया कि बिजली कटौती का प्रभाव सीधे पीने के पानी की सप्लाई पर भी पड़ता है। बिजली जाने के बाद ट्यूबवेल नहीं चल पाते जिससे पानी की सप्लाई भी प्रभावित हो रही है। विशेष कर कालका, पिंजौर और दून, रायतन के क्षेत्र के गांवो में बिजली का इतना बुरा हाल है कि लोगो में भीषण गर्मी में बिजली और पानी के संकट को लेकर हाहाकार मची हुई है।   पवन कुमारी शर्मा ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में लोगों द्वारा भाजपा के सभी प्रत्याशियों को नकार दिया है। अब वह विधानसभा चुनावों की का इंतजार कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा प्रदेश के लोग भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देंगे।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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May 31, 2024

अब देश के सैनिकों को मिलेगा बेस्ट टेक्नोलॉजी आधारित इलाज

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को जल्द ही दुनिया की बेस्ट टेक्नोलॉजी आधारित इलाज मिल सकेगा। इसमें ड्रोन-आधारित रोगी परिवहन, टेलीमेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और नैनो टेक्नोलॉजी शामिल हैं। इन सभी नई पहल, रिसर्च और ट्रेनिंग में सहयोग के उद्देश्य से सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) ने आईआईटी हैदराबाद के साथ एक समझौता किया है।   *सेना के जवानों को मिलेगा बेस्ट इलाज* इस एमओयू का उद्देश्य नए चिकित्सा उपकरणों के विकास में इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देना है। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में सेवारत सैनिकों के लिए विशिष्ट स्वास्थ्य सुविधाओं का समाधान के साथ विस्तार करना है। इसके अंतर्गत सशस्त्र बलों के सामने आने वाली विविध चिकित्सा चुनौतियों से निपटने के लिए आईआईटी हैदराबाद अपने जैव प्रौद्योगिकी, जैव चिकित्सा अभियांत्रिकी और जैव सूचना विज्ञान जैसे विभागों के साथ आवश्यक तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करेगा।   *आईआईटी हैदराबाद के साथ किया समझौता* रक्षा मंत्रालय ने कहा कि समझौते के अनुसार, सहयोग के जिन प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की गई है, उनमें ड्रोन-आधारित रोगी परिवहन, टेलीमेडिसिन इनोवेशन, चिकित्सा क्षेत्र में एआई का अनुप्रयोग और नैनो टेक्नोलॉजी में प्रगति कार्यक्रम शामिल हैं। इनके अलावा एमओयू के अंतर्गत विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रमों, स्नातक विद्यार्थियों के लिए अल्पकालिक पाठ्यक्रम और फैकल्टी विनिमय गतिविधियों की सुविधा दी जाएगी। सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह और आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रोफेसर बीएस मूर्ति ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए।   लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने दूसरे और तीसरे स्तर की देखभाल यानी दोनों ही स्थितियों में सैनिकों को व्यापक चिकित्सा देखभाल देने के लिए सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा की प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने इस तथ्य का भी जिक्र किया कि अपनी अत्याधुनिक तकनीक के लिए मशहूर आईआईटी हैदराबाद जैसे संस्थान के साथ साझेदारी करना रिसर्च और ट्रेनिंग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रोफेसर बीएस मूर्ति ने सशस्त्र बलों द्वारा बताई जाने वाली समस्याओं के निपटान के लिए आईआईटी हैदराबाद की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे उनके सामने आने वाली चुनौतियों का तत्काल और प्रभावी समाधान सुनिश्चित होगा। यह सहयोग सैन्य कर्मियों के स्वास्थ्य-कल्याण को बढ़ाने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी और रिसर्च का लाभ उठाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 31, 2024

खाइए मगर स्वादानुसार, 5 ग्राम नमक, 25 ग्राम चीनी भी ज्यादा, आईसीएमआर की नई गाइडलाइंस

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। 5 ग्राम नमक, 10 ग्राम फैट और 25 ग्राम चीनी भी ज्यादा है। यह इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की यह नई गाइडलाइंस हैं। अगर आप अपने खाने में नमक, चीनी, फैट को कंट्रोल कर लेते हैं, तो बहुत हद तक बीमारियों को टालने में सक्षम हो सकते हैं। वरना ज्यादा नमक, चीनी और फैट न केवल बीमारी की वजह बन सकते हैं, बल्कि यह मौत का भी कारण हो सकते हैं। इसी संदर्भ में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और राष्ट्रीय पोषण संस्थान ने हाल ही में गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें चीनी, नमक, फैट और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से होने वाले खतरे का संज्ञान लेते हुए रेगुलर खाने में 5 ग्राम नमक और 25 ग्राम चीनी को भी ज्यादा माना गया है।   भारतीयों के लिए खाने संबंधी जारी गाइडलाइंस के हिसाब से हर दूसरा व्यक्ति अधिक चीनी नमक और तेल को भोजन में शामिल कर रहा है, जो उसे भविष्य में बहुत बीमार कर सकता है। चीनी, नमक, तेल और संरक्षित डिब्बा बंद खाने और कोल्ड ड्रिंक के भी खतरे कम नहीं हैं। फिट रहना है तो खाने में चीनी, नमक और तेल की मात्रा कम ही रखें। इसके साथ ही अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड जैसे सॉफ्ट ड्रिंक, कुकीज, पेस्ट्री आदि भी सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। खाने की यह सभी चीजें आपको बीपी, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियां दे रही हैं।   *कितना नमक ज्यादा?* गाइडलाइंस में रेगुलर 5 ग्राम से अधिक नमक (2 ग्राम सोडियम) को भी ज्यादा बताया गया है। पैकेट बंद चिप्स, सॉस, स्नैक्स, नमकीन आदि मानक से कहीं अधिक नमक का प्रयोग करते हैं।   *हाई सॉल्ट वाले फूड* प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड में नमक की मात्रा अधिक होती है। इनमें चिप्स, सॉस, बिस्किट, बेकरी प्रोडक्ट्स और पका कर पैक किए जाने वाले फूड आइटम्स जैसे नमकीन, स्नैक्स, पापड़, अचार में नमक की मात्रा ज्यादा होती है। इन्हें अधिकतर लोग अपने घरों में तैयार करते हैं और अपने अनुसार नमक मिलाते हैं।   *ज्यादा चीनी खतरनाक* दिनभर में अगर दो हजार कैलरी ली जा रही है, तो उसमें 25 ग्राम कैलरी ही चीनी की होनी चाहिए। इससे अधिक चीनी नुकसानदेह हो सकती है। संभव हो तो एडेड शुगर (सिरप या तरल पेय के रूप में खाने में अलग से मिलाई जाने वाली शुगर) को खाने से बिल्कुल हटा दें। गाइडलाइंस के अनुसार, चीनी का सेवन, कुल एनर्जी के 5 पर्सेंट या 25 ग्राम प्रति दिन (2,000 किलो कैलरी प्रतिदिन के औसत सेवन के आधार पर) से अधिक होता है तो इसे हाई शुगर की श्रेणी में रखा जाता है।   *सॉलिड (ठोस) खाने के लिए* *चीनी की लिमिट:*  *5% एनर्जी एडेड शुगर से होती है, कुल चीनी से 10% से ज्यादा एनर्जी नहीं होना निर्धारित किया गया है।* *फैट की लिमिट:*  *15% एनर्जी एडेड फैट से होती है, कुल फैट से 30% से ज्यादा एनर्जी नहीं होना निर्धारित किया गया है।* *ड्रिंक्स (लिक्विड) के लिए:* *चीनी की लिमिट: 10% एनर्जी जोड़ी गई चीनी से और कुल चीनी (फलों के रस/दूध में मौजूद चीनी सहित) से 30% एनर्जी से अधिक नहीं होना निर्धारित किया गया है।* *फैट की लिमिट:*  *15% एनर्जी जोड़ी गई फैट से और कुल फैट से 30% ऊर्जा से अधिक नहीं हो, यह निर्धारित किया गया है।*   विश्व स्वास्थ्य संगठन अपनी सिफारिश को संशोधित करने पर विचार कर रहा है और चीनी से कैलरी को 5 पर्सेंट से कम करने की योजना बना रहा है। चीनी को 25 ग्राम तक रोजाना तक सीमित करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। अगर संभव हो, तो ऊपर से ली जाने वाली चीनी को पूरी तरह से अपने डाइट में खत्म कर सकते हैं। जो चीनी स्वाभाविक रूप से खाने-पीने की चीजों में होती है, उसे प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाले शुगर यानी चीनी कहा जाता है, जैसे मोनोसैकेराइड सिंपल शुगर है, जिसमें सिंगल शुगर मॉलीक्यूल होते हैं, जैसे फलों में ग्लूकोज या फ्रुक्टोज। डिसैकेराइड्स दो सिंपल शुगर मॉलीक्यूल होते हैं, जैसे सुक्रोज (चीनी) या दूध में लैक्टोज।   *अलग से मीठा नुकसानदायक* एडेड या अतिरिक्त शुगर उसे कहा जाता है, जिसमें एक्स्ट्रा मिलाया जाता है। इसका सोर्स टेबल शुगर भी है। इसके अलावा गुड़, शहद, ग्लूकोज, फ्रूटोज आदि का एडेड शुगर के तौर पर इस्तेमाल होता है। इससे कैलरी की मात्रा बढ़ जाती है। चिंता की बात यह है कि इनसे कैलरी के अलावा कोई न्यूट्रिशयन नहीं मिलता है। कैलरी केवल तभी हेल्दी होती है, जब उसके साथ विटामिन, खनिज और फाइबर भी हों।   रिसर्च के अनुसार, नियमित रूप से ली जाने वाले शुगर के विकल्प जैसे स्पाटम, सैकरीन, शुगर अल्कोहल आदि का भी लंबे समय तक प्रयोग से मोटापा, डायबिटीज और हाइपरटेंशन हो सकते हैं। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बच्चों को कृत्रिम शुगर का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह पेट के लाभदायक वायरस फ्लोरा को डैमेज करती है।   *​खाने में तेल पर रखें नज़र* विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, खाने में कुल एनर्जी में फैट या वसा की मात्रा 30 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्राकृतिक रूप से खाने की सभी चीजों मे 15 प्रतिशत तेल मौजूद रहता है, जिसके कई तरह के लाभ होते हैं। इसके अतिरिक्त केवल 15 प्रतिशत वसा या तेल और प्रयोग किया जा सकता है, इससे अधिक नहीं।   *हाई इन फैट, सुगर एंड सॉल्ट क्या है* हाई इन फैट, सुगर एंड सॉल्ट हैं। इसलिए एच एफ एस एस ऐसे फूड प्रोडक्ट को कहा जाता है, जिनमें किसी भी खाना पकाने वाले वनस्पति तेल, घी, मक्खन (दिखाई देने वाली या जोड़ी गई तेल/ वसा) आदि से 15 प्रतिशत से अधिक ऊर्जा मिलती है। दूसरे शब्दों में, वे खानपान, जो 2000 किलो कैलरी के आहार के लिए हर दिन 30 ग्राम से अधिक दिखाई देने वाली या ऐड की गई तेल या फैट होता है। हाई फैट वाले फूड प्रोडक्ट्स को सभी डीप-फ्राइड करके तैयार किया जाता है।   इनमें फ्रेंच फ्राइज, समोसा, कचौड़ी, पूरी, नमकीन, मिठाई, बिस्किट, कुकीज, केक, परांठे या यहां तक कि कुछ करी शामिल हैं। जब रोजाना 10 ग्राम से अधिक विजुअल सैचुरेटेड फैट (2000 किलो कैलरी आहार के लिए) घी, मक्खन के रूप में या स्नैक्स या मिठाई की तैयारी में ताड़ के तेल, नारियल तेल के अत्यधिक उपयोग के कारण सेवन किया जाता है, तो एस एफ का उपयोग उच्च माना जाता है।   *पैकेट वाला खाना भी ठीक नहीं* डिब्बाबंद खाने को अधिक दिन तक चलाने के लिए उसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड किया जाता है। इसे कई तरह से प्रोसेस किया जाता है। प्राइमरी, सेकंडरी, मिनिमम प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड, प्राइमरी प्रोसेसिंग में बेसिक क्लिनिंग, ग्रेडिंग और पैकिंग को शामिल किया जाता है। सेकंडरी प्रोसेसिंग खाद्य पदार्थों के प्रयोग से ठीक पहले की अवस्था होती है। चावल के खेतों को सेकंडरी प्रोसेसिंग के तहत पैक किया जाता है। वहीं रेडी टु ईट खाने की चीजें टेरिटरी प्रोसेसिंग की श्रेणी में आती हैं।   बेकरी प्रोडक्ट्स, इंस्टेंट फूड और हेल्थ ड्रिंक इसी श्रेणी में आते हैं। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड को एक प्रक्रिया के तहत कई तरह के संरक्षित चीजों (कृत्रिम शुगर, रंग और फ्लेवर) के साथ पैक किया जाता है, ताकि अधिक दिन तक खराब न हों। इससे खाद्य पदार्थों की सेल्फ लाइफ को बढ़ जाती है, लेकिन वे सेहत के लिए हानिकारक हो जाते हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 31, 2024

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

पिंजौर, 31 मई 2024  (यूटीएन)। पिंजौर के अरबन पॉलीक्लिनिक विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया गया। इस दौरान संस्था की दंतक सर्जन डॉक्टर सुनीता मंगल ने जागरूक अभियान चलाकर संस्था में आए मरीजों को तम्बाकू से होने वाले रोग जैसे कि मुंह का कैंसर और दूसरे नुकसान बारे जानकारी दी।   इसके साथ ही नशे से दूरी बनाने के लिए लोगों से अपील की। डॉक्टर सुनीता मंगल ने लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने और इसको छोड़ने को लेकर लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि तंबाकू गंभीर बीमारी का कारण बनता है और एक दिन लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है।   इसलिए तंबाकू का सेवन जितनी जल्दी हो छोड़ दें। यदि लोग तंबाकू का सेवन करना छोड़ देते हैं तो पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी। खैनी, पान और गुटखा खाकर लोग जहां तहां थूकते हैं, इससे गंदगी फैलती है। दूसरी तरफ बीड़ी सिगरेट आदि पीकर धुआं छोड़ते रहते हैं। इससे भी पर्यावरण का नुकसान होता है।   अगर लोग इन चीजों को छोड़ देंगे तो पर्यावरण की सुरक्षा खुद ही हो जाएगी। इसके साथ ही सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को भी धूम्रपान, या दूसरे तम्बाकू उत्पादों से दूर रहने बारे भी सचेत किया।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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May 31, 2024

एम्स में ट्विन स्पिन तकनीक के साथ बाइप्लेन फ्लैट पैनल डिजिटल सबट्रैक्शन एंजियोग्राफी

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। एम्स, नई दिल्ली के न्यूरोसाइंसेज सेंटर के न्यूरोइमेजिंग और इंटरवेंशनल न्यूरोरेडियोलॉजी विभाग ने ‘ट्विन स्पिन तकनीक के साथ बाइप्लेन फ्लैट पैनल डिजिटल सबट्रैक्शन एंजियोग्राफी’ में सबसे उन्नत तकनीक स्थापित करके एक नया मानदंड स्थापित किया है। एम्स, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने इस नई सुविधा का उद्घाटन किया। वर्तमान में इसमें दोनों विमानों में 3डी रोटेशनल एंजियोग्राफी (ट्विन स्पिन) प्राप्त करने की एक अनूठी सुविधा है; यह तकनीक अन्य प्रतिस्पर्धियों के पास उपलब्ध नहीं है।    ट्विन स्पिन तकनीक के साथ, ऑपरेटर पार्श्व विमान को पार्क स्थिति में ले जाए बिना 2डी बाइप्लेनर इमेजिंग और 3डी इमेजिंग के बीच सहजता से स्विच कर सकते हैं। यह स्ट्रोक केंद्रों को अधिक रोगियों का तेजी से और अधिक सटीक रूप से इलाज करने की चुनौती से निपटने में मदद करता है।   इसके अलावा, यह सबसे उन्नत "कोन बीम सीटी तकनीक" से लैस है जो डायरेक्ट-टू-एंजियोग्राफी सूट वर्कफ़्लो के साथ तीव्र स्ट्रोक रोगियों की सबसे तेज़ ट्राइएजिंग की अनुमति देता है, जो देरी को काफी कम करता है और इस तरह मस्तिष्क को और अधिक नुकसान से बचाता है, जो "समय मस्तिष्क है" की अवधारणा का पूरी तरह से समर्थन करता है। इसे एक ही इंटरवेंशनल सूट में न्यूरो-इंटरवेंशनल प्रक्रियाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।   यह नया उपकरण बेजोड़ छवि गुणवत्ता सुनिश्चित करता है जो सी-आर्म एंगुलेशन और रोगी के वजन की एक विस्तृत श्रृंखला में लगातार उच्च बनी रहती है, जो विकिरण खुराक में महत्वपूर्ण बचत की अनुमति देती है, जिससे रोगियों और ऑपरेटरों की सुरक्षा को लाभ होता है।   चूंकि पिक्सेल रिज़ॉल्यूशन सबसे अच्छा है, इसलिए यह सुविधा छोटी संरचनाओं के बेहतर विज़ुअलाइज़ेशन की सुविधा देती है जिन्हें अन्यथा चित्रित करना मुश्किल होता है। 2डी और 3Dडी इमेजिंग तकनीक में प्रगति के साथ, छवि गुणवत्ता और विकिरण खुराक में कमी अगले स्तर पर पहुंच गई है।    विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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