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○ सिरसली के जंगल में शिकारियों के खटके में फंसा तेंदुआ, 4 घंटे के बाद किया गया रेस्क्यू
○ होली चाइल्ड एकेडमी में हुआ मातृ पितृ पूजन
○ भाजपा ओबीसी के प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा नगरपालिका के सफाई ठेके व विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत
○ विद्या भवन में मोदी हाऊस बना चैम्पियन
○ कोणार्क के तीन दिवसीय खेलों के समापन अवसर खिलाड़ी किए पुरस्कृत, बढाया हौसला
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State
तैयारी: स्कूलों से होगी सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण की शुरुआत, पीएम मोदी लॉन्च कर सकते हैं अभियान
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। देश में जल्द ही सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू होगा। इसके तहत सबसे पहले स्कूलों में जाकर जिला स्वास्थ्य टीमें नौ से 14 साल की छात्राओं को टीका देंगी। स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय ने संयुक्त रूप से इसकी रूपरेखा तैयार की है। सूत्रों का कहना है कि एक से दो सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पहले 100 दिन के कार्यकाल को लेकर समीक्षा बैठक होगी, जिसमें अभियान लॉन्च करने का दिन तय होगा। संभावना है कि दिल्ली में एक स्कूल से पीएम मोदी इस अभियान को लॉन्च कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर का टीका शामिल करने की तैयारी लगभग पूरी है। अंतिम घोषणा का इंतजार है। इसके टीके की एक खुराक असरदार है। देश के कुछ क्षेत्रों में स्वतंत्र तौर पर इसका टीकाकरण किया जा रहा है। यह स्वदेशी रूप से विकसित क्वाड्रिवेलेंट वैक्सीन सेरवावैक नाम से बाजार में उपलब्ध है। *सिक्किम के मॉडल पर अभियान* स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि सिक्किम सरकार ने हाल ही में सर्वाइकल कैंसर को लेकर टीकाकरण अभियान चलाया है, जिसमें नौ से 13 साल की छात्राओं का टीकाकरण किया गया। कुल 25 हजार छात्राओं का लक्ष्य रखा गया, जिसमें लगभग 95 फीसदी सफलता हासिल हुई है। सिक्किम सरकार के मॉडल को बेहतर उदाहरण मानते हुए देशभर में सबसे पहले स्कूलों को लक्षित करने का फैसला लिया गया। *हर सात मिनट में एक मौत* सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला विश्व में चौथा और भारत में दूसरा सबसे आम कैंसर है। जिसकी वजह से देश में हर सात मिनट में एक महिला रोगी दम तोड़ रही है। हर साल करीब एक लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। *सीरम ने तैयार किया है टीका* इस जानलेवा बीमारी से महिलाओं को बचाने के लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने नया टीका विकसित किया है, जिसे साल भर पहले लॉन्च किया गया। यह टीका भारतीय बाजार में करीब दो हजार रुपये प्रति खुराक की कीमत में उपलब्ध है, लेकिन सरकार इसे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करते हुए सभी राज्यों के सहयोग से देशभर में निशुल्क उपलब्ध कराना चाहती है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 10, 2024
दैनिक भोजन में मोटा अनाज खाओ... मधुमेह और एनीमिया भगाओ; मिलेंगे प्रचुर मात्रा में पोषण तत्व
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। दैनिक भोजन में मोटा अनाज शामिल करने से एनीमिया के साथ मधुमेह होने की आशंका कम होती है। साथ ही जिन्हें यह रोग हैं उनमें भी सुधार देखा गया है। एम्स ने अपने विश्लेषण के बाद यह दावा किया है। एम्स ने तीन स्तर पर मोटे अनाज का इस्तेमाल शुरू किया। सबसे पहले डॉक्टरों की कैंटीन में मोटे अनाज को शामिल किया गया। इसके बाद एम्स में भर्ती होने वाले मरीजों को भी मोटा अनाज देना शुरू हुआ। साथ ही एम्स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओपीडी में आने वाले मरीजों को खाने में मोटा अनाज शामिल करने की सलाह दी गई। तीन स्तर पर मोटे अनाज के इस्तेमाल के बाद यह पाया गया है कि केवल गेहूं और चावल खाने वाले लोगों के मुकाबले मोटा अनाज खाने वाले लोगों में पोषण तत्व ज्यादा मिले। ऐसे लोगों में मधुमेह और एनीमिया के मामले कम हुए हैं। एम्स के सामुदायिक चिकित्सा विभाग में प्रोफेसर और एनीमिया नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता एवं उन्नत अनुसंधान केंद्र में प्रमुख अन्वेषक डॉ. कपिल यादव ने एम्स ने तीन स्तर पर मोटे अनाज के इस्तेमाल को बढ़ाया। इसके शुरुआती परिणाम बेहतर दिख रहे हैं। मोटा अनाज भारत का पारंपरिक खाना है। इसमें प्रचुर मात्रा में पोषण तत्व हैं। यह हमारे शरीर की संरचना के आधार बने हुए हैं। इससे एलर्जी नहीं होती। यही कारण है कि इसकी मदद से मधुमेह, एनीमिया के साथ दूसरे रोगों की रोकथाम संभव हो सकेगी। बता दें कि देश की 50 फीसदी महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। वहीं मधुमेह के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। *गेहूं के इस्तेमाल से बढ़ीं समस्याएं* एम्स के पूर्व प्रोफेसर डॉ. चंद्रकांत एस. पांडव ने कहा कि हजारों साल से भारतीय लोग मोटा अनाज खा रहे थे। ब्रिटिश काल में दैनिक भोजन में गेहूं को शामिल करने से आंत में सूजन की समस्या बढ़ी। इसके कारण शरीर में कई रोगों ने जन्म लिया। इसमें मधुमेह, मानसिक रोग सहित दूसरे विकार शामिल हैं। यदि हम दैनिक खाने में मोटा अनाज शामिल करते हैं तो खाने का पोषक फिर से शरीर को मिलेगा। यह प्राकृतिक भोजन है। इससे शरीर को कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटिन सहित दूसरे तत्व आसानी से मिलते हैं। शरीर और मस्तिष्क को बैलेंस न्यूट्रिशन मिलने से होता है। *जठरांत्र के अच्छे बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद* सूजन का समाधान विषय पर दिल्ली में मोटे अनाज को लेकर हुए कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बताया कि मोटा अनाज हमारे जठरांत्र (आंत का हिस्सा) के अच्छे बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद है। बैक्टीरिया जठरांत्र के अलावा त्वचा और नाक में भी रहते हैं। हमारा शरीर इन बैक्टीरिया को खाना और पनाह देता है। इन बैक्टीरिया की मदद से उन फाइबर को डाइजेस्ट कर पाते हैं जिनके लिए शरीर सक्षम नहीं है। इसके अलावा ये बैक्टीरिया शरीर में ऐसे एंजाइम को तैयार करते हैं जिनकी मदद से शरीर को विटामिन मिलते हैं। इसमें बी 1, बी 12, बी फोलिक एसिड सहित अन्य शामिल हैं। यदि शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की हानि होती है तो शरीर में कुपोषण के साथ, मोटाबॉलिक डिसऑर्डर, मानसिक रोग सहित जीवन शैली से जुड़े दूसरे रोग हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मोटा अनाज शरीर को ऐसे पोषक तत्व देता है जो हमारे अच्छे बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद हैं। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 10, 2024
सहायक उपकरणों के लिए भारत एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है: राजेश अग्रवाल
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। दिव्यांगजनों के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए मुद्दों और चुनौतियों को संबोधित करते हुए, एसोचैम के 6वें सम्मेलन में दिव्यांगजनों को सुलभ और सहायक प्रौद्योगिकी के माध्यम से सशक्त बनाने पर, मुख्य अतिथि श्री राजेश अग्रवाल आईएएस, सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने मानवता की प्रकृति के साथ इसे विकलांगता के बजाय विविधता कहने पर जोर दिया। उन्होंने 3 प्रचलित मुद्दों के बारे में बात की जो दिव्यांगजनों के लिए सुलभ बुनियादी ढाँचा, रोजगार के अवसर और शिक्षा हैं। उन्होंने श्रोताओं को प्रेरित किया कि वे दिव्यांगजनों की मदद दान के उद्देश्यों से न करें बल्कि उन्हें कोटा के बजाय निर्दिष्ट नौकरी प्रोफाइल में शामिल करें। शिक्षा को बढ़ाने के लिए, उन्होंने ब्रेल डिस्प्ले, स्पीच-टू-टेक्स्ट सॉफ़्टवेयर और सीखने की सुविधा के लिए अनुकूलित शिक्षण उपकरणों जैसे उपकरणों के उपयोग के उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए एर्गोनोमिक कुर्सियाँ, विशेष कीबोर्ड और सॉफ़्टवेयर समाधान जैसी आवश्यक कार्यस्थल सुविधाएँ प्रदान करना। 'समान अवसरों के लिए नवाचार और सतत समाधान' विषय पर केंद्रित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाना और अधिक समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है। यह सम्मेलन विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो भारत को वैश्विक AT हब के रूप में स्थापित करने की आकांक्षा रखता है। प्रतिस्पर्धी विनिर्माण लागतों से प्रेरित होकर, मेक इन इंडिया जैसी सरकारी नीतियों का समर्थन करते हुए, भारत वैश्विक बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में खुद को स्थापित कर सकता है। एसोचैम नेशनल सीएसआर काउंसिल के अध्यक्ष अनिल राजपूत ने कहा, "डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया की 16% आबादी, जो एक अरब से अधिक है, किसी न किसी रूप में विकलांगता से ग्रस्त है, और इनमें से 80% विकासशील देशों में रहते हैं, जिसमें दिव्यांगों के जीवन में गतिशीलता एक महत्वपूर्ण कारक है- इस संदर्भ में, मैं भारत में ऑटोमोबाइल निर्माताओं से अपील करता हूं कि वे दिव्यांगों के लिए वाहनों में नवीनतम तकनीकें लाएं, जिनका उपयोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है- इससे भारत में दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ सकता है। मैं मीडिया से भी आग्रह करता हूं कि वे न केवल दिव्यांगों के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करें, बल्कि उनकी सफलता की कहानियों को भी प्रदर्शित करें, इससे कई और लोगों को उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रेरणा मिलेगी, साथ ही बड़े दर्शकों के सामने उनकी अनूठी क्षमताओं को भी सामने लाया जा सकेगा। ईवाई के पार्टनर अमित सिंह ने नागरिक समाज के लिए स्थायी समाधान बनाने और भागीदारी में बाधाओं को कम करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग पर जोर दिया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहायक उपकरणों की क्षमताओं को बढ़ाकर, अनुभवों को वैयक्तिकृत करके उभरती हुई प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में क्रांति ला रहा है। सुलभता को बढ़ावा देना। देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा विकलांग है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और समाधान की आवश्यकता है। सीबीएम इंडिया की मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. सारा वरुघी ने बताया कि भारत में विकलांगता एक गंभीर मुद्दा है, जिसके लिए सामाजिक रूप से समावेशी और सार्वभौमिक रूप से सुलभ बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए ठोस प्रयास की आवश्यकता है। सामाजिक कलंक और भेदभाव ऐसे मुद्दे हैं जिनका सामना भारत में अभी भी किया जाता है, जिससे आर्थिक कमजोरी होती है। डेज़ी फोरम ऑफ इंडिया के अध्यक्ष दीपेंद्र मनोचा ने सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला, जो सब्सिडी, कर प्रोत्साहन और अनुसंधान और विकास के लिए अनुदान के माध्यम से सहायक उपकरणों के बड़े पैमाने पर उत्पादन को प्रोत्साहित कर सकती हैं। इस तरह के हस्तक्षेप से उत्पादन लागत कम हो सकती है, आपूर्ति बढ़ सकती है और नवाचार को बढ़ावा मिल सकता है। जिससे कम कीमतों पर बड़ी आबादी को उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। कार्यक्रम का समापन एसोचैम नेशनल सीएसआर एंड एम्पावरमेंट काउंसिल के सह-अध्यक्ष और रेकिट के दक्षिण एशिया के बाहरी मामलों और भागीदारी के निदेशक रवि भटनागर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में भी लोगों के लिए संसाधनों को अधिक सुलभ बनाया जाना चाहिए, और उन्होंने चर्चा की कि कैसे निगम विकलांग कार्यबल के लिए एक समावेशी संरचना का समर्थन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में एसोचैम और ईवाई द्वारा एक संयुक्त ज्ञान रिपोर्ट का अनावरण किया गया जिसका शीर्षक था ''सभी के लिए सुलभता: सार्वभौमिक डिजाइन के साथ डिजिटल परिवर्तन को अपनाना। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 10, 2024
आईसीसी अवॉर्ड्स में भारत का डबल धमाका; जसप्रीत बुमराह-स्मृति मंधाना बने जून महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कप्तान रोहित शर्मा को पछाड़ते हुए जून महीने के आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत लिया। रोहित ने इस मामले में ना सिर्फ रोहत, बल्कि अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज को भी पीछे छोड़ा। वहीं, महिला वर्ग में भारतीय उपकप्तान स्मृति मंधाना विजेता बनकर उभरीं। *टी20 विश्व कप में किया था दमदार प्रदर्शन* बुमराह ने हाल ही में संपन्न हुए टी20 विश्व कप में 15 विकेट झटके थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। इस 30 वर्षीय गेंदबाज ने वैश्विक टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया था और 8.26 के औसत तथा 4.17 की इकॉनोमी रेट से गेंदबाजी की थी। भारत पहली टीम बनी थी जिसने टूर्नामेंट में बिना कोई मैच गंवाए टी20 विश्व कप का खिताब जीता था। भारतीय टीम का कनाडा के खिलाफ ग्रुप चरण का मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ा था, लेकिन रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ने सभी आठ मुकाबले जीते थे। यह मेरे लिए विशेष उपलब्धि' बुमराह ने आईसीसी के हवाले से कहा, मैं जून महीने का आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवॉर्ड जीतकर काफी अभिभूत हूं। अमेरिका और वेस्टइंडीज में यादगार दिनों के बाद यह मेरे लिए विशेष उपलब्धि है। एक टीम के रूप में हमारे पास जश्न मनाने के लिए बहुत कुछ है और मुझे इस व्यक्तिगत उपलब्धि पर काफी खुशी हो रही है। प्रदर्शन करना और साथ ही ट्रॉफी जीतना यह काफी विशेष है और मैं इस पल को हमेशा याद रखूंगा। मैं अपने कप्तान रोहित शर्मा और गुरबाज को भी इस दौरान शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि मैं विजेता चुना गया। *मंधाना ने पहली बार जीता पुरस्कार* यह मंधाना का पहला महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार है। उन्होंने पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में दमदार प्रदर्शन किया था और तीन मैचों में दो शतक तथा एक अर्धशतक जड़े थे। मंधाना ने इस दौड़ में इंग्लैंड की माएया बाउचियर और श्रीलंका की विशमी गुनारत्ने को पीछे छोड़ा। मंधाना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 117 रन बनाए थे। इसके अलावा दूसरे मैच में लगातार एक और शतक जड़ते हुए 120 गेंदों पर 136 रन की पारी खेली थी। मंधाना तीसरे मैच में भी शतक की ओर बढ़ रही थीं, लेकिन 90 रन बनाकर आउट हो गई थीं। इस दौरान मंधाना ने 100 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 343 रन बनाए थे। मंधाना ने कहा, मुझे जून महीने का आईसीसी के महिला वर्ग का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने पर गर्व महसूस हो रहा है। जिस तरह से टीम ने प्रदर्शन किया और उसमे मेरा जो योगदान रहा, उससे मैं काफी खुश हूं। हमने वनडे और टेस्ट सीरीज जीती और मुझे उम्मीद है कि हम आगे भी इस लय को बरकरार रखेंगे तथा मैं भारत की जीत में आगे भी योगदान देती रहूंगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
admin
Jul 10, 2024
असाधारण आसूचना कुशलता पदक 2024 से सम्मानित हुए बुढ़सैनी के देवदत्त शर्मा
बागपत,09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। जनपद बागपत को गौरवान्वित करने वाले बुढ़सैनी गांव के देवदत्त शर्मा पुत्र स्वर्गीय ईलमचंद शर्मा को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सैना ने असाधारण आसूचना कुशलता पदक 2024 से पुरस्कृत व सम्मानित किया। देवदत्त शर्मा को असाधारण आसूचना कुशलता पदक 2024, उनके उत्कृष्ट कार्य निष्पादन, अदम्य एवं साहसिक आसूचना सेवा, आतंकवाद, उग्रवाद व विद्रोह की रोकथाम करने, आतंकवाद, उग्रवाद व संगठित अपराधों के मॉड़यूल्स का पता लगाने, इनसे जुड़े सदस्यों को गिरफ्तार करने, गंभीर और व्यापक रूप से अपराध और सार्वजनिक अव्यवस्था के विरूद्ध आसूचना एकत्र करने में असाधारण साहस और कौशल के लिए प्रदान किया गया। देवदत्त शर्मा प्रेसिडेंट मेड़ल ऑफ गैलेंट्री सहित अनेकों पुरस्कारों से पुरस्कृत व सम्मानित किये जा चुके है। वह 5 बार पुरस्कार स्वरूप कमीशनर ऑफ दिल्ली की और से 5 लाख रूपये कैश रिवार्ड रूप में प्राप्त कर चुके है। उनके कार्यो को देखते हुए उनको तीन बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला। वह वर्ष 1990 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पद पर दिल्ली पुलिस के सुरक्षा विभाग में तैनात हुए। वर्ष 2003 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल में तैनाती हुई। वर्ष 2004 में हैड़ कांस्टेबल, वर्ष 2013 में एएसआई और वर्ष 2019 में सब इंस्पेक्टर बने। देवदत्त शर्मा ने छोटा शकील एंड़ दाउद के शूटरों, बटला हाउस केस के अपराधियों, जामा मस्जिद शूट एंड़ ब्लास्ट केस में अंड़र वर्ल्ड डान फजलू रहमान की गिरफ्तारी, मुन्ना बजरंगी की गिरफ्तारी सहित अनेकों बड़े अपराधियों को गिरफ्तार कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और शुरू से लेकर अब तक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल में अपनी अहम सेवा प्रदान कर रहे है। देवदत्त शर्मा ने अपनी समस्त उपलब्ध्यिों को श्रेय अपने माता-पिता, गुरूजनों और सहयोगियों को दिया है। कहा कि उनके लिए देश से बढ़कर कुछ भी नही है। बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024
दाहा गाँव के जंगल में शावक सहित दिखा तेंदुआ, पंजे के निसान पर असमंजस, गश्त बढी, किसानों में दहशत
बड़ौत, 09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। तहसील क्षेत्र के दाहा गांव के जंगल में शावक के साथ देखा गया एक तेंदुआ । देखते ही ग्रामीणों में बढी दहशत , जिसके कारण अब खेतों में जाने से भी घबराने लगे हैं। इतना ही नहीं ग्रामीण लाठी डंडों के सहारे पशुओं के लिए खेतों में चारा लेने जा रहे हैं इकठ्ठे होकर। नलकूपों पर भी सामूहिक रूप से तथा लाठी डंडे आदि लेकर जाने को मजबूर हैं । खेतों में काम कर रहे किसानों ने रविवार की दोपहर में शावक के साथ तेंदुए को देखा ,तो किसानों के होश उड़ गए । सूचना पाकर किसान लाठी डंडों से लैस होकर खेतों में पहुंचे तथा तेंदुए को तलाश किया ,मगर तेंदुआ गन्ने के खेतों में छुप गया। शैलेंद्र चौधरी बिल्लू चौधरी सुनील चौधरी प्रदीप चौधरी इलियास शौकीनपाल रमेश धर्मपाल चौधरी देवेंद्र पंवार सुरेश पंवार मनोज पवार रविंद्र पवार धर्मपाल सिंह आदि किसानों का कहना है कि ,जंगल में तेंदुए को देखा गया है। वन विभाग की टीम ने भी जंगलों में जाकर छानबीन की है ,मगर तेंदुआ हाथ नहीं लगा। तेंदुए के पंजे के निशान खेतों में देखे गए हैं ,इसकी जांच भी की जा रही है। मामले में दरोगा राहुल कुमार का कहना है कि, किसानों द्वारा दिखाए गए पंजे कुत्ते के भी हो सकते हैं । जांच के बाद ही पता लगेगा कि, यह पंजे तेंदुए के हैं या कुत्ते के। फिर भी किसानों को सावधान रहने के लिए वन विभाग की टीम ने सचेत किया है तथा वन विभाग की टीम भी जंगलों में तेंदुए की तलाश में गश्त कर रही है, मगर अभी तक तेंदुए का कोई अता पता नहीं लग रहा है। संवाददाता,आशीष चंद्रमौलि।
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024
चंद्रप्रभ भगवान का मस्तकाभिषेक धूमधाम से हुआ संपन्न, आयोजन में उमडे श्रद्धालु
बिनौली,09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। बरनावा के चंद्रप्रभ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर में रविवार को भगवान का मस्तकाभिषेक धूमधाम के साथ भक्ति भावपूर्ण विधिविधान से मनाया गया,जिसमें कई प्रांतों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस अवसर पर बड़ौत से आए पवन जैन व आदित्य जैन ने भगवान के महाभिषेक का पुण्यार्जन प्राप्त किया। इसके उपरांत सभी श्रद्धालुओ ने भगवान का महाभिषेक किया। दिव्य शांतिमंत्रों के उच्चारण व विश्वशांति की कामना के साथ शांतिधारा की गई।भगवान के दाहिनीओर से पवन जैन, नितिन जैन, सम्यक जैन, आर्जव जैन व प्रमोद जैन परिवार एवं बायीं ओर शांतिधारा करने का सौभाग्य प्रवीण जैन, अक्षत जैन परिवार ने प्राप्त किया। जनेश्वर दास व अंकित जैन देहरादून ने भगवान् का मार्जन किया। इस अबसर पर पं अंकित जैन शास्त्री ने कहा, मानव जीवन में अभिषेक पूजन का बड़ा महत्व है। किसी पुण्यशाली जीव का ही अभिषेक इस संसार में मनुष्य व इंद्रों के द्वारा ही किया जाता है। किसी भी महापुरुष का अभिषेक जैसे तीर्थंकर भगवान का दो बार या तीन बार होता है। प्रथम जन्माभिषेक जो जन्म के समय होता है। दीक्षा ग्रहण करते समय देवों व मनुष्य के द्वारा होता है, परंतु वर्तमान समय में जब साक्षात् जिनेंद्र भगवान उपस्थित ना हों, तो उनके साक्षात् कल्याणक मनाकर अभिषेक का सौभाग्य असंभव है। इस समय हम अपने कर्मो का विसर्जन करने हेतु केवल जिन प्रतिमाओं का अभिषेक करते हैं। हमें अपने जीवन में भगवान का मास्तकभिषेक करना चाहिए। बड़े ही सौभाग्य से भगवान का अभिषेक मिलता है। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024
चौभली के ग्राम प्रधान रहे कांति प्रसाद त्यागी की रस्म पगड़ी व श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा समाज
बड़ौत,09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। पांच दशकों तक गाँव, क्षेत्र और जनपद में जनसेवा तथा जनप्रतिनिधि के रूप में निष्पक्ष और निर्विवाद व्यक्तित्व वाले कांति प्रसाद त्यागी की रस्म पगड़ी में उमड़ा समाज। यूपी के विभिन्न जिलों सहित हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों से आए विभिन्न दलों व संगठनों ने उनके कार्यों की सराहना की तथा उनके आदर्श अपनाने में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। गाँव चौभली गांव के कई योजनाओं में ग्राम प्रधान रहे कांति प्रसाद त्यागी अपने जातीय समाज सहित बेदाग जनप्रतिनिधि, सेवाभावी तथा हर किसी की समस्या समाधान के लिए तुरंत साथ चलने वाले रहे हैं। जिले में उनकी छवि और पीडितों के लिए सहयोग के साथ ही अतिथि सम्मान में प्रशंसनीय भूमिका की प्रत्येक वक्ता ने सराहना की। इस अवसर पर उनके बडे बेटे विनोद त्यागी को पगड़ी बांधी गई। रस्म पगड़ी की प्रमुख बात यह रही कि, ओढापुर, जागोस , सिनौली, लोयन, मलकपुर, बसास, कोताना नंगला आदि दर्जनों गांवों के प्रतिनिधियों ने साझा पगड़ी बांधी तथा कहा कि, उनके आदर्श और सेवाभाव जात बिरादरी से ऊपर उठकर रहे। इस अवसर पर सांसद डॉ राजकुमार सांगवान सहित दर्जनों राजनेताओं ने अपने शोक संवेदना संदेश भी भेजे। अमेरिका में बसे प्रसिद्ध वैज्ञानिक शिवराज त्यागी ने वहीं से वाइस मैसेज भेजकर उनके व्यक्तित्व को हर किसी के लिए प्रेरणास्रोत बताया। प्रधानाचार्य डॉ केके त्यागी के संचालन में संपन्न हुई श्रद्धांजलि सभा में रालोद के राष्ट्रीय महामंत्री व पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा ,अश्विनी तोमर, सुखबीर गठीना, आर्य समाज के जिला मंत्री रवि शास्त्री, महामंडलेश्वर विश्रुतपाणी, मा कृष्णपाल शर्मा सिनौली, रामनरेश त्यागी आदि सहित बडी संख्या में लोगों ने उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024
एनबीसीसी में अश्लील हरकतें करते प्रेमी जोड़े की दबंगई,साथियों को बुलाकर आपत्तिकर्ता पडौसी को धुना
खेकड़ा,09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। कस्बे के दिल्ली सहारनपुर मार्ग पर स्थित एनबीसीसी कॉलोनी में प्रेमी जोडे का विरोध करना एक पडोसी को भारी पड गया। प्रेमी जोडे ने अपने साथियों को बुलाकर पडोसी की धुनाई कर डाली तथा पुलिस आने पर आरोपी फरार हो गए। कस्बे की एनबीसीसी कॉलोनी में आएदिन मकानों में तमाम व्यभिचार की सूचनाएं मिलती रहती हैं। रविवार को भी एक युवती के पास उसका प्रेमी पहुंच गया। आरोप है कि, वे गलत हरकतें कर रहे थे। पडोसी ने इसका विरोध किया। विवाद बढा तो दबंग प्रेमी ने फोन कर अपने साथियों को बुला लिया और विरोध करने वाले पडोसी पर हमला बोल दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची ,तो हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने घायल को उपचार दिलाया और हमलावरो की तलाश में जुटी है।उधर कॉलोनी की वेलफेयर समिति ने कड़ा विरोध जताते हुए पुलिस से कॉलोनी में ऐसे तत्वो के प्रवेश पर रोक लगवाने की मांग की है। संवाददाता, शशि धामा।
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024
हमारी मांगें पूरी करो :माध्यमिक शिक्षकों द्वारा 19 जुलाई को धरने का ऐलान, विद्यालयों में संपर्क शुरू
बडौत, 09 जुलाई 2024 (यूटीएन)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का चेतनारायण गुट 19 जुलाई को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर देगा धरना। मांगों के संबंध में दिया जाएगा ज्ञापन। धरने की सफलता और तैयारी को लेकर विद्यालयों में संपर्क अभियान शुरू। शिक्षक संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जनपद इकाई जिले के शिक्षकों की मांगों के समर्थन में 19 जुलाई को ज़िला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक धरना देगी।धरने कार्यक्रम को सफ़ल बनाने के उद्देश्य से जनपद के शिक्षकों सहित शिक्षिकाओं को धरना किए जाने के कारणों को समझाते हुए,संगठन के पदाधिकारी विद्यालय दर विद्यालय भ्रमण कर रहे हैं। संगठन के प्रांतीय संरक्षक मण्डल के सदस्य स्वराज पाल दुहूण के साथ संगठन ज़िलाध्यक्ष डा राजवीर सिंह तोमर व पूर्व जिला मंत्री जितेन्द्र तोमर ने मुस्लिम इण्टर कॉलेज असारा,गांधी विद्या निकेतन इंटर कॉलेज बूढ़पुर रमाला,डीएवी इण्टर कॉलेज किशनपुर बराल,चेतना इण्टर कॉलेज बराल व सर्वोदय विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज बावली का भ्रमण किया। इस अवसर पर बताया गया कि, संगठन की प्रमुख मांगों में पुरानी पैंशन बहाली, स्ववित्तपोषित विद्यालयों में शिक्षक व शिक्षिकाओं को समान कार्य के लिए समान वेतन ,राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों की भांति चिकित्सकीय सहायता, राजकीय कर्मचारियों की भांति 30 जून व 31दिसम्बर को सेवानिवृत्त शिक्षक व शिक्षिकाओं को एक अतिरिक्त वेतन-वृद्धि का लाभ सहित वर्ष 2000 के बाद नियुक्त तदर्थ शिक्षक व शिक्षिकाओं को मानदेय पर नियुक्त करने के स्थान पर उन्हें नियमित किया जाने की मांग भी शामिल हैं । बताया कि,जनपद के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ,शिक्षक व शिक्षिकाओं को अभी तक जीपीएफ का भुगतान नहींं किया गया,इसके लिए तुरंत भुगतान कराने की मांग को लेकर दबाव बनाया जाएगा तथा एनपीएस एकाउंट को नियमित करते हुए प्रत्येक शिक्षक व शिक्षिका को लेखा पर्ची उपलब्ध कराये जाने पर जोर दिया जाएगा । साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक बागपत के कार्यालय पर लम्बित अन्य सभी प्रकरणों का निस्तारण 15 दिन के अन्तर्गत किये जाने हेतु प्रयास होंगे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Jul 9, 2024