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बसी मार्ग पर देवकृष्णा स्कूल में हुई चोरी, हजारों का सामान ले उडे

खेकड़ा,31 मई 2024  (यूटीएन)। कस्बे के देव कृष्णा पब्लिक स्कूल में बीती रात बदमाशों ने चोरी की। बदमाश स्कूल से 50 हजार रुपए से अधिक का सामान चोरी कर ले गए। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है।   कस्बे में देव कृष्णा पब्लिक स्कूल ,बसी मार्ग पर है। बदमाश मंगलवार की रात स्कूल में चार दीवारी के तार काटकर घघुसे तथा स्कूल से 150 मीटर केबल बिजली के पंखे, बैटरी, माइक और एम्प्लीफायर आदि सामान चोरी कर ले गए। स्कूल संचालक सोनू यादव को घटना का पता बुधवार सुबह स्कूल पहुंचने पर चला। इसके बाद उसने पुलिस को घटना की सूचना दी।    डायल 112 के पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। सोनू यादव के मुताबिक चोरी गए सामान की कीमत 50 हजार रुपए से अधिक की है। कोतवाली प्रभारी राजबीर सिंह का कहना है कि ,घटना की तहरीर मिल गई है। बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 31, 2024

पुण्यतिथि पर याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह , खेकड़ा और सांकरौद में किए पुष्प अर्पित

खेकडा, 31 मई 2024  (यूटीएन)। भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 37 वीं पुण्य तिथि पर बुधवार को कस्बे में अनुयायियो ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। गोष्ठी में वक्ताओं ने चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा बताया। दूसरी ओर सांकरौद गांव में भी पूर्व प्रधानमंत्री को याद किया गया।   किसानों के मसीहा, भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री चौ‌ चरण सिंह की पुण्यतिथि पर रविवार को कार्यक्रम हुए। कस्बे में तांगा स्टैंड पर आयोजित कार्यक्रम में रालोद किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ब्रह्मपाल सिंह सभासद के आवास पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए तथा वक्ताओं ने उनको किसानों का सच्चा हमदर्द बताया। इनमें विकास धामा, संजीव धामा, ओमसिंह, शिवकुमार, नीरज धामा, महक सिंह, नरेन्द्र आदि शामिल रहे।   उधर सांकरौद गांव में नवोदय लोक चेतना कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने वालों में ग्राम प्रधान इंद्रजीत सिंह, संस्था के महासचिव देवेंद्र धामा, मा ओमवीर, रामदेव डायरेक्टर, अंकित, गजेंद्र आदि शामिल रहे।   संवाददाता शशि धामा |

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May 31, 2024

१०वीं एवं १२वीं कक्षा में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए प्रोत्साहन समारोह का आयोजन

कालका, 31 मई 2024  (यूटीएन)। हित चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा १०वीं एवं १२वीं कक्षा में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए प्रोत्साहन समारोह का आयोजन किया । समारोह में मु य अतिथि के तौर पर ब्रह्मर्षि कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन की प्रधानाचार्यी स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी ने शिरकत की। हित चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक हितेश पाहवा द्वारा स्वामी डॉ अमृता दीदी को फुल बुके देकर और उनका आशीर्वाद लेते हुए समारोह में उनका स्वागत किया । समारोह का शुभ आरंभ स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान २१ स्कूलों में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका, आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका, सोफिया कान्वेंट स्कूल, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिटना, आईशर स्कूल परवाणू, सेपीएंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीसी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजोर,न्यू इंडिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजौर, सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल एचएमटी, विराट नगर स्कूल, शैमफर्ड स्कूल पिंजौर, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजौर, जेपी गुरुकुल स्कूल, नोबल हाई स्कूल, सरस्वती हाई स्कूल, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चिकन, अकालजोत स्कूल, आजाद पब्लिक स्कूल, अमरावती विद्यालय, लिटिल लावर स्कूल पंचकूला, जवाहर नवोदय मोली के कुल १४७ छात्रों को स्मृति चिन्ह और मेडल पहनकर अमृता दीदी द्वारा स मानित किया गया। इस मौके पर स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी ने सभी छात्रों को परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । उन्होंने कहा कि बहुत ही हर्ष की बात है कि हमारे क्षेत्र से इस तरह बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं और यदि हमारे युवा पीढ़ी पढ़ी-लिखी होगी तो एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण होगा। वही हितेश पाहवा कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों, स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों के लिए खानपान की विशेष व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर रोहताश आर्य, परमजीत शर्मा, दीक्षा पाहवा, मधु पाहवा, वरदान पाहवा, शेरचंद चावला, मुकेश पसरीचा,किरण पसरीचा, शशि गुप्ता, आहूजा पंचकूला आदि भी मौजूद रहे। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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May 31, 2024

राइजिंग दिवा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम

पिंजौर, 31 मई 2024  (यूटीएन)। राइजिंग दिवा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम, में आज पहल करते हुए तालाब में पानी के टैंकरों के द्वारा पानी गिरवाया गया अध्यक्ष प्रियंका राठौर, ने बताया कि हमारी संस्था लगातार जनहित में समाज की सेवा के लिए कार्य करती रहती है आज भी हमने कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम की पहल अपनी पूरी टीम के साथियों के साथ की है पीने के पानी के टैंकर के द्वारा तालाब में पानी छोड़ा गया. और मछलियों व आसपास के जानवरों को पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध करवाया गया और आने वाले दिनों में तालाब की सफाई के लिए भी कार्य किया जाएगा इस अवसर पर उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा ,सलाहकार अमिता शर्मा वहां पर मौजूद लोगों से भी अपील की कि वह तालाब को साफ और स्वच्छ बनाने में सहयोग करें व लोगों को भी समझाया कि वह जब मछलियों को आटा डालने आते हैं तो कृपया वहां पर लिफाफा फेंक कर मत जाएं व पूजा करने के बाद जो सामग्री वहां पर फेंकी जाती है. वह भी मत फेक जिससे कि तालाब में गंदगी फैल रही है और मछलियों का जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है इस अवसर पर अध्यक्ष प्रियंका राठौर,अध्यक्ष सोनिया शर्मा,सलाहकार अमिता शर्मा आदि सदस्य मौजूद रहे. हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।  

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May 31, 2024

अगर मोदी सरकार की हुई वापसी तो कौन होगा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार?

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल का कार्यकाल इस महीने के आखिर में 31 मई, 2024 को समाप्त हो रहा है। इस साल जनवरी में 79 वर्ष के हो चुके अजील डोभाल पिछले दस सालों से देश के एनएसए हैं। चार जून को  चुनाव परिणाम घोषित होने हैं, जिसके बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ होगा। अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है, तो ऐसे में जाहिर है कि एनएसए के पद के लिए वह अपनी पसंद को प्राथमिकता देगी। नौकरशाही के हलकों में इस बात को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं कि अगर फिर से भाजपा सरकार की वापसी होती है, तो मोदी सरकार 3.0 में देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कौन होगा?    *2019 में पांच साल के लिए एनएसए बने थे अजीत डोभाल* 1968 बैच के केरल कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को साल 2019 में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 31-05-2019 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी। उनका दूसरा कार्यकाल पांच साल के लिए बढ़ाया गया था। साथ ही उन्हें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समान कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया था। उस समय उनकी नियुक्ति के आदेश को लेकर कहा गया था कि उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ-साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त होगी। वहीं उनका कार्यकाल इस साल 31 मई को समाप्त हो रहा है। हालांकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वे केवल राज्य मंत्री के रैंक के साथ केवल एनएसए ही नियुक्त किए गए थे। तब उन्होंने पांचवे एनएसए के तौर पर 30 मई, 2014 को पदभार संभाला था।    *नए उत्तराधिकारी के नाम पर कयास जारी* सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अजीत डोभाल ने अब रिटायर होने की इच्छा जताई है। चार जून के बाद नई सरकार के गठन के बाद उन्होंने पद छोड़ने के संकेत दिए हैं। उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि अगर भाजपा सरकार लौट कर भी आती है, तो भी वे अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर अनिच्छुक हैं। वहीं अब उनका उत्तराधिकारी कौन होगा, इसे लेकर कयासों के दौर जारी हैं। सूत्रों का कहना है कि डोभाल के उत्तराधिकारी के तौर पर कुछ नाम कैबिनेट की नियुक्ति समिति को भेजे गए हैं। लगभग 10 साल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में सबसे सीनियर 'मंत्री-नौकरशाह' का खिताब हासिल अजील डोभाल के उत्तराधिकारी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर तीसरी बार फिर भाजपा सत्ता में आती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजपोशी होती है, तो वे पहले से तय कर चुके होंगे कि वह अजीत डोभाल के स्थान पर किसे नया एनएसए नियुक्त करेंगे।    *रॉ में लगातार चार साल रह चुके हैं चीफ* वहीं नए एनएसए के नाम को लेकर फिलहाल कयास ही लगाए जा रहे हैं। नया एनएनए बनने की रेस में जो नाम सबसे आगे हैं, उनमें पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) चीफ सामंत गोयल का नाम भी है। अजीत डोभाल के करीबी सामंत गोयल को पहले 2021 में बतौर रॉ चीफ एक वर्ष का एक्सटेंशन दिया गया। उसके बाद 2022 में भी कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनका कार्यकाल एक साल यानी 30 जून 2023 तक बढ़ा दिया था। गोयल को खुफिया मामलों का खास जानकार बताया जाता है। लंबे समय बाद रॉ में किसी चीफ को चार साल तक सेवा करने का अवसर मिला है। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिका में हत्या की साजिश मामले में तत्कालीन रॉ प्रमुख सामंत गोयल का सामने आया था, और कहा गया था कि उन्होंने ही इसे मंजूरी दी थी। हालांकि भारत-अमेरिकी संबंधों को देखते हुए उनके नाम पर कम ही सहमति बन सकती है। सामंत गोयल के बाद जो नाम चर्चा में है वह राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी एनएसए आईपीएस पंकज सिंह है। पंकज सिंह पहले बीएसएफ के प्रमुख की निभा चुके हैं। वे अजीत डोभाल के करीबी भी हैं और उनके पास इंटरनल सिक्योरिटी का खासा अनुभव भी है। हालांकि उनके पास विदेश मामलों को लेकर ज्यादा अनुभव नहीं है, जो संभवतया उनके लिए वीक पॉइंट साबित हो सकता है।     *गलवां घाटी में हिंसक संघर्ष के दौरान रहे चीन में राजदूत* इसके अलावा भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिसरी का नाम भी रेस में है। विक्रम मिसरी 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हैं। उनकी गिनती चीन मामलों के जानकार के तौर पर होती है। मिसरी को 2019 में बीजिंग में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था। जून 2020 में गलवां घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के हिंसक संघर्ष के बाद मिसरी चीन के साथ हुईं कई वार्ताओं का हिस्सा रहे थे। उन्होंने विदेश मंत्रालय में, प्रधानमंत्री कार्यालय में, और यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में कई भारतीय मिशनों में काम किया है। सूत्रों का कहना है कि उनके पास इंटरनल सिक्योरिटी को लेकर ज्यादा अनुभव नहीं है। इसलिए उनके नाम पर सहमति बनने के चांस कम ही हैं।    *रूस में भारत के राजदूत रह चुके हैं पंकज सरन* 1982 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके पंकज सरन पूर्व डिप्टी एनएसए भी रह चुके हैं और चार साल पहले ही इस पद से रिटायर हुए हैं। सरन को नवंबर 2015 में रूस में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था। वह भारत और विदेश में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं। पहले 1995 से 1997 तक उपसचिव, निदेशक के रूप में और फिर 2007 से 2012 तक संयुक्त सचिव के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। उन्हें भी डोभाल का करीबी माना जाता है।   लेकिन आंतरिक मामलों को लेकर उनके पास भी ज्यादा अनुभव नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि उनके नाम पर कोई विवाद नहीं है। स्वच्छ छवि वाले अधिकारी रहे हैं। लेकिन वे कुछ साल पहले ही रिटायर हुए हैं। अगर वे एनएसए बन भी जाते हैं तो ब्यूरोक्रेसी पर कितनी लगाम लगा पाएंगे ये बड़ा सवाल है।   *उरी और बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका* रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख अनिल धस्माना 1981 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। धस्माना को सितंबर 2020 में ही दो साल के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) प्रमुख नियुक्त किया गया था। एनटीआरओ देश की तकनीकी संस्था है जो भू-स्थानिक खुफिया और उपग्रह इमेजरी की देखभाल करती है। धस्माना की काबिलियत यह है कि उरी और बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभा चुके हैं।   उन्हें बलूचिस्तान, आतंकवाद और इस्लामी मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। उनके पास पाकिस्तान और अफगानिस्तान में काम करने का खासा अनुभव भी है। वे दुनिया भर के तमाम देशों की राजधानियों में सेवा भी दे चुके हैं, जिसमें लंदन और फ्रैंकफर्ट भी शामिल हैं और उन्होंने सार्क और यूरोप डेस्क भी संभाला है। माना जा रहा है कि मोदी 3.0 में धस्माना बतौर एनएसए पद के लिए पहली पसंद हो सकते हैं। खास बात यह है कि उन्हें अजीत डोभाल भी पसंद करते हैं, साथ ही वे उत्तराखंड से भी ताल्लुक रखते हैं।    *खुद इनके सफल ऑपरेशनों की प्रधानमंत्री कर चुके हैं निगरानी* हिमाचल प्रदेश 1998 बैच काडर के आईपीएस अफसर तपन डेका को जून 2022 में इंटेलिजेंस ब्यूरो का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल इस साल जून के आखिर तक है। तेजतर्रार अधिकारी तपन डेका ने अपना ज्यादातर करियर इंटेलिजेंस ब्यूरो में ही गुजारा है। वे केंद्र सरकार के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक रहे हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, खासकर टारगेटेड किलिंग के मामलों को संभाला है। वे कई एंटी टेररिस्ट अभियानों में भी शामिल रहे हैं।   जम्मू कश्मीर में इंटेलिजेंस से जुटा महत्वपूर्ण डाटा जुटाने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनके कई सफल ऑपरेशनों की खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बारीकी से निगरानी की है। वे भी नए एनएसए के पद के लिए कैबिनेट की नियुक्ति समिति की पसंद बन सकते हैं।    *क्या कोई कैबिनेट मंत्री बनेगा एनएसए?* सूत्रों ने बताया कि नए एनएसए को लेकर एक अप्रत्याशित फेरबदल भी देखने को मिल सकता है। मोदी सरकार के सबसे खास मौजूदा कैबिनेट मंत्री और पूर्व ब्यूरोक्रेट को भी यह पद सौंपा जा सकता है। अगर चार जून को भाजपा सरकार की वापसी होती है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभालते हैं, तो वे उनकी योग्य पसंद बन सकते हैं।   इसकी वजह है कि न केवल उनके बाहरी राष्ट्रों से भी अच्छे संबंध हैं, बल्कि अमेरिका और रूस से भी उनके अच्छे रिश्ते हैं। पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं। उनके दो जूनियर अफसर इस बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ रहे हैं। संभव है कि नई सरकार में उनमें से एक को विदेश मंत्री का कार्यभार भी सौंपा जा सकता है। वहीं अगर वह पूर्व ब्यूरोक्रेट एनएसए बनते हैं, तो राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ विदेश मामलों पर भी उनकी गहरी नजर रहेगी और मार्गदर्शक की भूमिका भी बखूबी निभा सकेंगे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 31, 2024

महिलाओं के हार्ट फेलियर प्रबंधन में अग्रणी प्रगति हेडलाइन ऐतिहासिक कार्डियो मेटाबोलिक सम्मेलन

नई दिल्ली, 30 मई 2024  (यूटीएन)। कोविड के बाद के युग में महिलाओं में हार्ट फेलियर के बढ़ते खतरे और अनियंत्रित उच्च रक्तचाप, मोटापे और मधुमेह के उच्च प्रसार से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवा में “कार्डियो रेनो मेटाबोलिक नेविगेशन द्वारा महिलाओं में हार्ट फेलियर के नैदानिक ​​प्रबंधन की संभावनाओं को बढ़ाने” पर प्रकाश डालने वाला ऐतिहासिक कार्डियो मेटाबोलिक सम्मेलन हाल ही में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में आयोजित किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हेल्दी हार्ट सोसाइटी और मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, साकेत के सहयोग से सम्मेलन की मेजबानी की।   सम्मेलन में विचार-विमर्श करते हुए, डॉ. एच.के. चोपड़ा, मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार, आईएमए, एनडीबी ने हृदयाघात के प्रभाव को कम करने के लिए संरचित तरीके से शीघ्र निदान और उपचार की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "महिलाओं में चयापचय संबंधी कारणों से संरक्षित इजेक्शन अंश (एचएफपीईएफ) के साथ हृदयाघात होने की अधिक संभावना होती है, जिसके लिए एक विशेष दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। महिलाओं में हृदयाघात को जागरूकता बढ़ाने और समय पर उपचार के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है, प्रतिवर्ती किया जा सकता है और प्रबंधित किया जा सकता है।" इस सम्मेलन का उद्देश्य वजन और रक्तचाप प्रबंधन, नमक का सेवन कम करना, नींद को प्राथमिकता देना, धूम्रपान से बचना और तनाव प्रबंधन, व्यायाम, ध्यान, योग और मन लगाकर खाने को शामिल करने सहित हृदय स्वास्थ्य के लिए निवारक रणनीतियों के साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाना है।   यह महिलाओं में हृदयाघात के प्रबंधन के लिए नवीन नैदानिक ​​दृष्टिकोणों का भी पता लगाएगा, विशेष रूप से उच्च रक्तचाप, मोटापा और मधुमेह जैसी चयापचय स्थितियों के कारण, और परिणामों को बेहतर बनाने और हृदय से संबंधित मौतों को कम करने के लिए हाल ही में हुई सफलताओं पर चर्चा करेगा। डॉ. चोपड़ा ने हार्ट फेलियर के निदान में इको, एमआरआई और एनटी प्रो बीएनपी जैसी उन्नत तकनीकों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया, "डेपाग्लिफ्लोज़िन, एआरएनआई, बीटा ब्लॉकर्स, एमआरए, वेरिसिग्वेट जैसी क्रांतिकारी दवाओं और इंक्लिसिरन और स्टैटिन के साथ पीसीएसके 9 अवरोधकों जैसे नए लिपिड-कम करने वाले एजेंटों के प्रभाव को कम करके नहीं आंका जा सकता है।    इन दवाओं को हार्ट फेलियर थेरेपी के लिए स्वर्ण मानक माना जाता है। इसलिए, हर अस्पताल में 'हार्ट फेलियर क्लीनिक' की स्थापना और टेलीविजन और समाचार पत्रों के माध्यम से जनता को शिक्षित करने, जागरूकता बढ़ाने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए 'मिशन हार्ट फेलियर केयर' पहल का प्रस्ताव करना इस गंभीर समस्या को दूर करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा।" आईएमए एनडीबी के अध्यक्ष और मैक्स हार्ट एंड वैस्कुलर इंस्टीट्यूट में कैथ लैब्स के प्रमुख डॉ. विवेका कुमार ने ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (टीएवीआई) के प्रभाव पर प्रकाश डाला, जो एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है,   उन्होंने कहा, "टीएवीआई पारंपरिक सर्जरी के लिए अयोग्य गंभीर महाधमनी स्टेनोसिस वाले रोगियों के लिए जीवन रक्षक विकल्प प्रदान करता है, हृदय संबंधी देखभाल को बदलता है और उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है, जो चिकित्सा नवाचार की वैश्विक क्षमता को प्रदर्शित करता है। "आईएमए एनडीबी के सचिव डॉ. राजीव गर्ग कहते हैं, 'गैर-संचारी रोगों को रोकने में जीवनशैली में बदलाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अतिरिक्त, व्यापक पर्यावरणीय और व्यावसायिक स्वास्थ्य पहल आवश्यक हैं, क्योंकि वे समग्र स्वास्थ्य सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।   सम्मेलन का समापन "महिलाओं के लिए वार्षिक सम्मान समारोह" के साथ हुआ, जिसमें उन्नत चिकित्सा देखभाल में उनके योगदान के लिए 150 से अधिक महिला डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। इस सशक्तिकरण इशारे ने महिला चिकित्सा पेशेवरों के महत्वपूर्ण प्रभाव को उजागर किया। वैज्ञानिक विचार-विमर्श में 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो महिलाओं की स्वास्थ्य सेवा में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 30, 2024

मनमोहन सिंह का पत्र: 'लो लेवल भाषा और हेट स्‍पीच मोदी जी आपने पीएम ऑफिस की मर्यादा गिराई

नई दिल्ली, 30 मई 2024  (यूटीएन)। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण के मतदान से पहले एक तरफ वोटरों से खास अपील की तो दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी पर उनकी भाषा और नीतियों को लेकर जोरदार हमला भी किया. गुरुवार को एक लेटर जारी करते हुए मनमोहन सिंह ने पंजाब की जनता से कई और बातें भी कहीं.   डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा, मेरे प्यारे साथी नागरिकों, भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है. अंतिम चरण के मतदान में, हमारे पास लोकतंत्र और हमारे संविधान को सुरक्षित रखने का एक निरकुंश शासन को खत्म करने का एक अंतिम मौका है. पंजाब और पंजाबी योद्धा हैं. हम अपने बलिदान की भावना के लिए जाने जाते हैं. हमारा सद्भाव, सौहार्द और लोकतांत्रिक व्यवस्था में सहज विश्वास हमारे महान राष्ट्र की रक्षा कर सकता है.   *'पीएम ने काफी असंसदीय भाषा का किया है इस्तेमाल'* अपने लेटर में मनमोहन सिंह ने कहा, "मैं इस चुनाव अभियान के दौरान राजनीतिक चर्चा को बहुत ध्यान से देख रहा हूं. मोदी जी ने काफी घृणास्पद भाषण दिए हैं, जो पूरी तरह से विभाजनकारी हैं. मोदी जी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने पद की गरिमा और उसके साथ ही प्रधानमंत्री पद की गंभीरता को कम किया है.    इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने किसी खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इतनी घृणित, असंसदीय और निम्नस्तरीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने मुझे लेकर भी कुछ गलत बयान दिए हैं. मैंने अपने जीवन में कभी भी एक समुदाय को दूसरे से अलग नहीं किया. यह भाजपा का विशेष अधिकार और आदत है.   *'10 साल में बीजेपी ने पंजाब को बदनाम किया'* मनमोहन सिंह ने आगे लिखा, पिछले दस साल में भाजपा सरकार ने पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. पंजाब के 750 किसान शहीद हुए हैं. किसान लगातार महीनों तक दिल्ली की सीमाओं पर इंतजार करते रहे. इन पर सरकार ने हमले कराए. किसानों को संसद में आंदोलनजीवी और परजीवी कहा गया.   *किसानों का मुद्दा भी उठाया* मोदी जी ने 2022 तक हमारे किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन उल्टा 10 साल में किसानों की आय कम हो गई है. हमारे खेत परिवारों की बचत को नष्ट कर दिया और उन्हें हाशिये पर छोड़ दिया. इस बार कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में "किसान न्याय" के तहत 5 गारंटी हैं. कांग्रेस ने एमएसपी की कानूनी गारंटी, कृषि के लिए एक स्थिर निर्यात-आयात नीति, ऋण माफी और अन्य कई घोषणाएं की हैं.   *नोटबंदी जैसे फैसलों को बताया गलत* मनमोहन सिंह ने अपने लेटर में मोदी सरकार की नीतियों पर की भी आलोचना की है. उन्होंने लिखा है कि पिछले 10 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था में अकल्पनीय उथल-पुथल देखी गई है. नोटबंदी, गलत तरह से जीएसटी लागू, कोरोना में लॉकडाउन के फैसले ने दयनीय स्थिति उत्पन्न की है. भाजपा सरकार के कार्यकाल में औसत जीडीपी विकास दर 6 फीसदी से कम रही है, जबकि कांग्रेस-यूपीए के कार्यकाल में यह लगभग 8 प्रतिशत थी.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 30, 2024

मैं जेल जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं : अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली, 30 मई 2024  (यूटीएन)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से अपनी जमानत अवधि एक सप्ताह बढ़ाने की अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल की यह याचिका मंजूर नहीं हुई है। इसके बाद अब गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह 2 जून को जेल जाने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि मैं जेल जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। देश को बचाने के लिए भगत सिंह फांसी पर चढ़े थे, अगर देश को बचाने के लिए मुझे बार-बार जेल जाना पड़े तो मैं इसके लिए तैयार हूं। केजरीवाल का कहना है कि उन्हें गर्व है कि वह अपने देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं।   गौरतलब है कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए जमानत दी थी। 1 जून को लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान है। इसके उपरांत अरविंद केजरीवाल को जेल में सरेंडर करना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निचली अदालत में अपनी नियमित जमानत की अर्जी भी लगाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि इनके पास मेरे खिलाफ एक भी सबूत नहीं है।   यह कह रहे हैं कि केजरीवाल भ्रष्ट है। लोगों का कहना है कि अगर केजरीवाल भ्रष्ट है तो फिर दुनिया में कोई भी ईमानदार व्यक्ति नहीं है। इन लोगों के पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि ये कहते हैं कि 100 करोड़ रुपए की चोरी हुई है। इन्होंने 500 जगह रेड मारी, एक रुपया तक नहीं मिला तो फिर 100 करोड़ रूपया कहां है। खुद प्रधानमंत्री ने कहा है कि कोई रिकवरी नहीं हुई है और वह इसलिए क्योंकि केजरीवाल एक अनुभवी चोर है। जब मेरे खिलाफ कोई सबूत ही नहीं है तो फिर मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया है।   केजरीवाल का कहना है कि उन्हें गिरफ्तार इसलिए किया गया है क्योंकि वे जो काम कर रहे हैं, वह काम मोदी जी नहीं कर सकते। मैंने शानदार स्कूल बनवा दिए, दिल्ली और पंजाब में बिजली फ्री करवा दी, मोहल्ला क्लीनिक बनवाए। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि आज इनकी तानाशाही के खिलाफ सबसे बुलंद आवाज हम ही उठा रहे हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 30, 2024

भारत का लीजिंग क्षेत्र तेजी से विकास के लिए तैयार: फिक्की-पीडब्ल्यूसी रिपोर्ट

नई दिल्ली, 29 मई 2024  (यूटीएन)। फिक्की-पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट, जिसका शीर्षक है, 'अवसरों का अनावरण: भारत के लीजिंग परिदृश्य की खोज', इस बात पर प्रकाश डालती है कि लीजिंग निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के लिए विकास को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम स्तरों पर महत्वपूर्ण वित्तीय समावेशन को भी सक्षम करेगा। अच्छी गुणवत्ता वाली मशीनरी का लाभ उठाने से उच्च प्राप्तियों में मदद मिलती है, जो उद्योगों को सरकार द्वारा परिकल्पित 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' पहल के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाने में सक्षम बनाएगी।   एनबीएफसी पर फिक्की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष राजीव सभरवाल ने कहा, "भारत में लीजिंग उद्योग परिवर्तन के मुहाने पर है, जिसे कई कारकों द्वारा आकार दिया जा रहा है जो एक साथ आ रहे हैं। इन कारकों में मूल उपकरण निर्माताओं सहित बाजार में नए खिलाड़ियों का प्रवेश, परिसंपत्ति वर्गों का विविधीकरण और व्यवसायों के लिए वित्तपोषण उपकरण के रूप में पट्टे के लाभों को समझना शामिल है। जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान, यूके और यूएस जैसे कुछ अधिक विकसित बाजारों में देखी गई प्रगति की तुलना में यह उद्योग अभी भी एक नवजात अवस्था में है। इसके विपरीत, यह भी संकेत देता है कि उद्योग में भारतीय बाजार में भी विकास की जबरदस्त संभावना है।   पीडब्ल्यूसी इंडिया के डिजिटल और रणनीति भागीदार सिद्धार्थ दीवान ने कहा, "जैसे-जैसे भारत सतत विकास और आर्थिक लचीलेपन की ओर अपनी यात्रा शुरू कर रहा है, लीजिंग बाजार का महत्व बढ़ गया है। नवाचार को बढ़ावा देने, पूंजी तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने और दक्षता को बढ़ावा देने के द्वारा, लीजिंग देश में आर्थिक विकास और समावेशी विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में उभरती है।   *रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं:* *गिफ्ट सिटी:* गिफ्ट सिटी में शीर्ष-स्तरीय बुनियादी ढाँचा और व्यवसाय-अनुकूल वातावरण ने लीजिंग उद्योग को आगे बढ़ाया है, जिससे वैश्विक और घरेलू दोनों कंपनियाँ लीजिंग परिचालन स्थापित करने के लिए आकर्षित हुई हैं।   *रुझान और अवसर:*   लचीले और लागत प्रभावी समाधानों की मांग में वृद्धि ने लीजिंग सेवाओं में रुचि को बढ़ावा दिया है। कंपनियाँ न्यूनतम अग्रिम लागतों के साथ परिसंपत्तियों तक पहुँच सकती हैं, जिससे उन्हें आवश्यकतानुसार अनुकूलन और उन्नयन करने की अनुमति मिलती है। यह ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण सर्कुलर अर्थव्यवस्था सिद्धांतों के साथ संरेखित है, जो परिसंपत्ति के पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण को बढ़ावा देता है। लीजिंग अब प्रौद्योगिकी, कृषि और नवीकरणीय ऊर्जा सहित विविध क्षेत्रों में फैल रही है, जो क्रॉस-इंडस्ट्री सहयोग को बढ़ावा दे रही है। *प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना:*   लीजिंग उद्योग भी डिजिटल परिवर्तन से गुजर रहा है, जो रोबोटिक प्रक्रिया स्वचालन , डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन और एसेट टेलीमैटिक्स जैसी उभरती हुई तकनीकों का लाभ उठा रहा है। ये नवाचार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करते हैं, जोखिम मूल्यांकन को बढ़ाते हैं, और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाते हैं। ड्रोन और संवर्धित वास्तविकता द्वारा संचालित दूरस्थ संपत्ति निरीक्षणों के साथ, उद्योग दक्षता और बेहतर उपयोगकर्ता संतुष्टि के एक नए युग के लिए तैयार है।   पर्यावरण संबंधी चिंताओं के कारण टिकाऊ और हरित लीजिंग में बढ़ती रुचि को बढ़ावा मिल रहा है। पट्टाकर्ता और पट्टाधारक दोनों ही पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपना रहे हैं और पट्टा अनुबंधों में पर्यावरणीय प्रावधानों, प्रदर्शन मानकों को शामिल कर रहे हैं, तथा पट्टा उद्योग में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा दे रहे हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 29, 2024

शाहपुर गांव के समीप कबाड़ और एक लकड़ी के गोदाम में भीषण आग लग गई

पिंजौर, 29 मई 2024  (यूटीएन)। आज पिंजौर नालागढ़ नेशनल हाईवे पर पर स्थित दून क्षेत्र के शाहपुर गांव के समीप कबाड़ और एक लकड़ी के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी की आसमान पर धुंआ ही धुंआ और आग की लपटें दूर दूर तक दिखाई दे रहे थी। पहली घटना में जानकारी देते हुए मढ़ावाला पुलिस चौकी इंचार्ज मान सिंह ने बताया की सुबह करीब साढ़े 11 बजे पुलिस को सूचना मिली के गांव शाहपुर के पास एक प्लास्टिक और कबाड़ के समान के गोदाम में जो की अच्छर सिंह का था में अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। जिसमे कबाड़ का पूरा गोदाम उसकी चपेट में आ गया हे। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरान मौके पर पोहोच गई।   इसी के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बद्दी और कालका से भी मौके पर पोहोच गई। अच्छर ने पुलिस को बताया की आज सुबह जब गोदाम खोला तो सब ठीक था। लेकिन सुबह करीब सवा 11 बजे अचानक गोदाम के अंदर से तेज धुआं और लपटे निकलती नजर आई जैसे ही वो कुछ समझ पाते अचानक ही भीषण आग अचानक पूरे गोदाम में फैल गई। उन्होंने बताया की शुरुवात में अपने वर्करों के साथ सामान निकालने की कोशिश करी परंतु बाद में अंदर घुस पाना भी मुश्किल हो गया। फिलहाल 5 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा दोपहर 3 बजे तक भी आग पर पूरी तरह काबू नही पाया गया है। वही आग से लाखो का समान जल कर राख हो गया। वही आग लगने का कारण फिलहाल शॉट सर्किट बताया जा रहा है।      --------- लकड़ी के गोदाम में भी लगी आग -----------    वही दुसरी घटना में गांव मढ़ावाला के पास स्थित एक लकड़ी के गोदाम में दोपहर करीब ढाई बजे भीषण आग लग गई। पुलिस ने बताया की यह लकड़ी का गोदाम के मालिक वेजनाथ गुप्ता है। लकड़ी के गोदाम में लगी आज के कर्म का फिलहाल पता नहीं लग पाया पुलिस ने बताया कि फाइबर गेट को फोन कर दिया गया है उनके अनुसार जहां आग लगी है उसे गोदाम के साथ है एक पेट्रोल पंप है और दूसरी तरफ घर बने हुए हैं पुलिस को आग बुझाने में मिशन कब का सामना करना पड़ रहा है कहीं आज ज्यादा फैल गई तो पेट्रोल पंप और साथ के घरों को भी नुकसान हो सकता है फिलहाल आप पर काबू पाया जा रहा है इस लकड़ी के गोदाममें भी बड़ी मात्रा में नुकसान हो गया है।    हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।    

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May 29, 2024