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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत तय किए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अगले पांच वर्षों के रोड मैप पर मंथन शुरू

नई दिल्ली, 10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत तय किए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अगले पांच वर्षों के रोड मैप पर मंथन शुरू किया है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में कहा कि राज्यों और केंद्र दोनों को ही शिक्षा इकोसिस्‍टम को मजबूत बनाने और एक- दूसरे राज्यों में बेस्ट प्रैक्टिस को आगे बढ़ाने के लिए एक टीम के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने पूरे देश में स्कूली शिक्षा के समग्र विकास के लिए अगले पांच वर्षों के रोडमैप के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के विजन का एक प्रमुख स्तंभ है और राज्यों को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के करीब चार वर्षों में देश में शिक्षा इकोसिस्‍टम ने तेजी से प्रगति की है। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी भी मौजूद रहे।   *शिक्षा मंत्री ने की राज्यों के साथ समीक्षा बैठक* शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक युवा देश है। हमारी चुनौती 21वीं सदी की दुनिया के लिए वैश्विक नागरिक तैयार करना है, जो तेजी से बदल रही हैं क्‍योंकि यह सदी प्रौद्योगिकी की ओर से संचालित हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि एक ऐसी शिक्षा प्रणाली सुनिश्चित की जाए, जो जमीनी और आधुनिक दोनों ही हो। स्कूलों में टेक्नोलोजी पर ध्यान देना होगा। हमें रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए अपनी कौशल क्षमताओं को भी बढ़ाना चाहिए। राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि एनईपी 2020 सबसे महत्वाकांक्षी और प्रगतिशील नीति दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) को शत-प्रतिशत तक ले जाना होगा।   *पांच साल के एक्शन प्लान पर मंथन* शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने कहा कि समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य एनईपी 2020 की समीक्षा करना और इसका राज्यों में कार्यान्वयन करने के साथ-साथ मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं की प्रगति को देखना भी है। समग्र शिक्षा, पीएम श्री, पीएम पोषण, उल्लास जैसी योजनाओं को नीति के साथ समायोजन करना होगा। बैठक के दौरान पांच साल के एक्शन प्लान, 100 दिन के एक्शन प्लान, सभी राज्यों के लिए समग्र शिक्षा के तहत बुनियादी ढांचे पर चर्चा होगी। स्मार्ट क्लासेज समय की जरूरत हैं। स्कूलों परिसर को तंबाकू मुक्त बनाने की दिशा में मिलकर काम करना होगा।   *स्कूलों में बैगलैस डेज को लेकर तैयार गाइडलाइंस की समीक्षा* केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों में बिना स्कूल बैग को लेकर तैयार की गई गाइडलाइंस की समीक्षा की है। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने एनसीईआरटी की यूनिट की ओर से तैयार गाइडलाइंस पर सीबीएसई, एनसीईआरटी, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। यह तय किया गया है कि समीक्षा के बाद अब जल्द ही इन दिशा- निर्देशों को अंतिम रूप दिया जाएगा।   *जल्द फाइनल होंगी गाइडलाइंस* स्कूली शिक्षा के लिए जारी किए गए नैशनल करिकुलम फ्रेमवर्क में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि क्लासरूम टीचिंग केवल किताबों की दुनिया ही नहीं है बल्कि छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स से भी मिलवाना चाहिए। स्कूलों के वार्षिक कैलेंडर में 10 दिन वगैर बैग होंगे यानी इन दस दिन छात्र बिना बैग और किताबों के स्कूल जाएंगे। इन दिनों में छात्रों को फील्ड विजिट करवाई जाएगी। यह सिफारिश की गई है कि इन दस दिनों में छात्रों को स्थानीय पारिस्थितिकी के बारे में जागरूक करने, उन्हें पानी की शुद्धता की जांच करना सिखाने, स्थानीय वनस्पतियों और जीवों को पहचानने और स्थानीय स्मारकों का दौरा करवाया जाए।   *शिक्षा के लिए तय लक्ष्यों को हासिल करने पर दिया जोर* शिक्षा नीति में यह कहा गया है कि कक्षा 6-8 के सभी छात्रों के लिए दस दिन बिना बैग के स्कूल जाना जरूरी होगा। इस दौरान छात्र लोकल स्किल एक्सपर्ट्स के साथ इंटर्नशिप करेंगे और पारंपरिक स्कूल व्यवस्था से बाहर की गतिविधियों में भाग लेंगे। बैगलेस डेज़ के दौरान कला, क्विज़, खेल और कौशल-आधारित शिक्षा जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल होंगी। छात्रों को कक्षा के बाहर की गतिविधियों से समय-समय पर अवगत कराया जाएगा, जिसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा, स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों के साथ बातचीत और स्थानीय कौशल आवश्यकताओं के अनुसार उनके गांव, तहसील, जिले या राज्य के भीतर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का दौरा शामिल है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 10, 2024

मुस्लिम महिला पति से कर सकती है गुजारा भत्ता की मांग', सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला

नई दिल्ली, 10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बड़ा फैसला सुनाया. कोर्ट ने अहम निर्णय में फिर साफ किया है कि सीआरपीसी की धारा 125 के तहत एक मुस्लिम महिला पति से गुजारा भत्ता की मांग कर सकती है. एक मुस्लिम शख्श ने पत्नी को गुजारा भत्ता देने के तेलंगाना हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. इस याचिका पर बुधवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये अहम फैसला दिया है. मोहम्मद अब्दुल समद नाम के शख्स ने याचिका दायर की थी.   जस्टिस बीवी नागरत्ना और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने सीआरपीसी की धारा 125 के तहत तलाकशुदा पत्नी को गुजारा भत्ता देने के निर्देश के खिलाफ मोहम्मद अब्दुल समद के जरिए दायर याचिका को खारिज कर दिया. कोर्ट ने माना कि 'मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 1986' धर्मनिरपेश कानून पर हावी नहीं हो सकता है. जस्टिस नागरत्ना और जस्टिस मसीह ने अलग-अलग, लेकिन सहमति वाले फैसले दिए. हाईकोर्ट ने मोहम्मद समद को 10 हजार रुपये गुजारा भत्ता देने का निर्देश दिया था.   *सभी महिलाओं पर लागू होती है धारा 125* जस्टिस नागरत्ना ने फैसला सुनाते हुए कहा, "हम इस निष्कर्ष के साथ आपराधिक अपील खारिज कर रहे हैं कि सीआरपीसी की धारा 125 सभी महिलाओं पर लागू होती है, न कि सिर्फ शादीशुदा महिला पर. कोर्ट ने अपने फैसले में ये भी कहा कि अगर सीआरपीसी की धारा 125 के तहत आवेदन के लंबित रहने के दौरान संबंधित मुस्लिम महिला का तलाक होता है तो वह 'मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 2019' का सहारा ले सकती है. कोर्ट ने कहा कि 'मुस्लिम अधिनियम 2019' सीआरपीसी की धारा 125 के तहत उपाय के अलावा अन्य समाधान भी मुहैया कराता है.    *क्या है सीआरपीसी की धारा 125?* सुप्रीम कोर्ट ने शाह बानो मामले में फैसला सुनाते हुए कहा था कि सीआरपीसी की धारा 125 एक धर्मनिरपेक्ष प्रावधान है, जो मुस्लिम महिलाओं पर भी लागू होती है. हालांकि, इसे 'मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 1986' के जरिए रद्द कर दिया गया था. इसके बाद 2001 में कानून की वैधता को बरकरार रखा गया. सीआरपीसी की धारा 125 पत्नी, बच्चे और माता-पिता को भरष-पोषण का प्रावधान करती है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 10, 2024

उत्तराखंड: पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री के रूप में 3 साल पूरे.. कड़े फैसलों के कारण चर्चा में रहे

उत्तराखंड,10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी सरकार के तीन साल पूरे कर लिए हैं। धामी सरकार ने आज तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इन तीन सालों में मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड में समान नागरिक सहिंता को लागू करने सहित नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण कानून जैसे कई बड़े फैसले लिए तो ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में बड़े निवेश को भी आकर्षित करने में सफल रहे।    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 4 जुलाई 2021 को पहली बार बीजेपी हाईकमान ने राज्य का सीएम बनाया था। युवा धामी के चयन और नेतृत्व क्षमता को लेकर तब तमाम तरह की अटकलों और चर्चाएं हुए लेकिन दृढ़ इरादों के पक्के धामी ने अपने छोटे से कार्यकाल से ही तब दर्शा दिया था कि वे लंबी रेस के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं। नतीजा, सीएम धामी के नेतृत्व में पहली बार ऐसा हुआ जब राज्य की सत्ता में लगातार दूसरी बार कोई दल ने वापसी की।   सीएम धामी ने अपनी दूसरी इनिंग की शुरुआत करने से पहले ही जनता जनार्दन से सत्ता में आने पर समान नागरिक सहिंता को लागू करने का वादा किया और इस साल सम्पन्न हुए लोकसभा चुनावों से पहले धामी ने इस फैसले को धरातल पर उतारते हुए देश में वो कर दिखाया जो आज तक किसी राज्य ने नहीं किया है। यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया। आज मुख्यमंत्री धामी ने सीएम के रूप में तीन साल पूरे किये तो सुबह से ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर समान नागरिक संहिता सहित तमाम ऐतिहासिक निर्णय  एक्स पर ट्रेंड करते रहे।   *धामी के वे निर्णय जो बन गए नज़ीर* समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला देश का पहला राज्य उत्तराखंड बना। प्रदेश में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून बनाया गया और लागू भी किया गया। उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए धर्मांतरण कानून लागू। प्रदेश में दंगारोधी कानून। लैंड जेहाद पर एक्शन देवभूमि उत्तराखंड में सुख, शांति और अमन-चैन सुनिश्चित किया गया। लैंड जिहाद के तहत की गई कार्यवाही के दौरान प्रदेश में करीब 5 हजार एकड़ सरकारी भूमि को कब्जामुक्त कराया गया है। सरकारी नौकरी में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण। राज्य आंदोलनकारियों और उनके सभी आश्रित पात्रों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का फैसला।    राज्य में फ्री जांच योजना के तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधा दी जा रही है। आयुष्मान योजना के अनुसार उत्तराखंड में इस योजना के तहत 55 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाएं जा चुके हैं, जिसमें से 9 लाख 11 हजार मरीजों का फ्री उपचार हो रहा है। उत्तराखंड नई शिक्षा नीति को सबसे पहले लागू करने वाला राज्य बना। नारी सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रोजेक्ट कॉस्ट का 30 प्रतिशत या एक लाख रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में विभिन्न देशों के उद्योगपतियों द्वारा 3.56 लाख करोड़ के 1,779 एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं। राज्य सरकार 20 फीसदी करार को धरातल पर उतार चुकी है।   *राज्य गठन से चला आ रहा मिथक टूटा:* मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल के दौरान हुए विधानसभा चुनाव 2022 में सबसे बड़ा मिथक टूटा. क्योंकि, उत्तराखंड राज्य में एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस के सत्ता पर काबिज होने की परिपाटी राज्य गठन से ही चली आ रही थी. लेकिन पहली बार साल 2022 में भाजपा दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई. हालांकि, इतना जरूर रहा कि साल 2017 के दौरान भाजपा को मिले परिणामों के मुकाबले साल 2022 में उतनी सीटें हासिल करने में भाजपा कामयाब नहीं हो पाई. इसके बाद साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में पांचों सीटों पर हैट्रिक लगाते हुए भाजपा ने पांचों लोकसभा सीटों पर तीसरी बार जीत दर्ज की.   *आगामी चुनाव सरकार के लिए बड़ी चुनौती:* साल 2022 विधानसभा चुनाव और साल 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली बड़ी जीत के बाद अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए आगामी प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को जीतने की बड़ी चुनौती है. इसके साथ ही आगामी नगर निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव भी होने हैं. ऐसे में धामी सरकार इन चुनाव में भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरह कमाल दिखा पाएगी या नहीं यह एक बड़ा सवाल है. लेकिन इन चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करना, सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.   *चारधाम, आपदा और कांवड़ यात्रा चुनौती:*  उत्तराखंड चारधाम की यात्रा चल रही है. हालांकि, मॉनसून सीजन के चलते धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बेहद कम हो गई है. लेकिन इन मॉनसून सीजन के दौरान भी चारधाम की यात्रा सही ढंग से संचालित हो और सकुशल श्रद्धालु दर्शन कर अपने गंतव्य को वापस लौट जाए, यह सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. मॉनसून सीजन के दौरान प्रदेश की स्थितियां बद से बदतर हो जाती है. क्योंकि अत्यधिक भारी बारिश के चलते प्रदेश की तमाम स्थानों पर आपदा जैसे हालात बन जाते हैं और इन्हीं आपदाओं के चलते काफी जान- माल का नुकसान होता है. इस आपदा सीजन में जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए क्विक रिस्पांस और पुनर्वानुमान की बड़ी चुनौती है. यही नहीं, इसी महीने कांवड़ की यात्रा भी शुरू होने जा रही है. ऐसे में चारधाम यात्रा और आपदा सीजन के बीच कांवड़ यात्रा का बेहतर प्रबंधन सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.   *यूसीसी विधेयक पास करने वाली पहली विधानसभा:* मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने की दिशा में अंतिम चरण में काम कर रही है. दरअसल, साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता पर काबिज हुए सीएम धामी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने का निर्णय लिया था. जिसके लिए पांच सदस्य विशेषज्ञ समिति ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का मसौदा तैयार किया. इसके बाद सारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए फिर राष्ट्रपति के अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति भवन भेजा गया. जिस पर मंजूरी मिलने के बाद राज्य सरकार ने गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया था.   लेकिन अभी तक राज्य में उच्च लागू नहीं हो पाई है कि इसे लागू करने के लिए नियम तैयार करने की जरूरत थी. लिहाजा, यूसीसी के नियम और पोर्टल को तैयार करने के समितियां का गठन किया गया. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर महीने तक उत्तराखंड राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू हो जाएगा.   *तमाम कानूनों को लेकर चर्चाओं में आए सीएम धामी:* राज्य की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने इन तीन सालों के कार्यकाल के दौरान कई बड़े निर्णय के तहत कई ऐसे कानूनों को धरातल पर उतारा जो एक नजीर बन गए हैं. इन बड़े कानूनों में नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण कानून, दंगारोधी कानून, लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई, भ्रष्टाचार रोकने के लिए 1064 बनाया गया, हाउस ऑफ हिमालयन ब्रांड तैयार किया. प्रदेश की महिलाओं को 30 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का लाभ देने का प्रावधान किया गया. इसके साथ ही तमाम अन्य योजनाएं जैसे कि वात्सल्य योजना, लखपति दीदी योजना, नई खेल नीति, घर-घर प्रमाण पत्र पहुंचने की व्यवस्था, सरकारी अस्पतालों में 207 निशुल्क जांच की सुविधा के साथ ही तमाम अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इन्हीं निर्णयों के चलते सीएम धामी चर्चाओं में आए. इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारी को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का लाभ देने का प्रावधान भी किया गया.   *चारधाम यात्रा और वनाग्नि कांड पर झेलनी पड़ी फजीहत:* उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालू धामों के दर्शन करने पहुंचे थे. जिसके चलते धामों में की गई व्यवस्थाएं चरमरा गई थी. अत्यधिक भीड़ होने के कारण शुरुआती दौर में श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. चारधाम यात्रा के दौरान पर्याप्त व्यवस्था न होने के चलते सरकार को फजीहत झेलनी पड़ी थी. इसके बाद सीएम धामी ने खुद यात्रा की कमान संभाली और वीवीआईपी दर्शन पर रोक लगाने के साथ ही श्रद्धालुओं को संख्या सीमित कर दी थी.   इसके अलावा, हालही में हुए वनाग्नि कांड के दौरान वन विभाग के कई कर्मचारियों की मौत हो गई थी. जिस दौरान भी सीएम धामी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी. हालांकि, सरकार इस घटना पर बड़ा एक्शन लेते हुए कई अधिकारियों पर कार्रवाई की.   *विधानसभा भर्ती घोटाले में हुई फजीहत:* मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल के दौरान जुलाई 2022 में विधानसभा भर्ती घोटाला का मामला सामने आया था. साथ ही अगस्त 2022 में विधानसभा में हुई भर्तियों की सूची वायरल हुई. इसके बाद सीएम धामी के निर्देश पर मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेषज्ञ जांच समिति का गठन किया गया. फिर रिपोर्ट की सिफारिश के आधार पर साल 2016 में की गई 150 तदर्थ नियुक्तियां, साल 2020 में हुईं 6 तदर्थ नियुक्तियां, साल 2021 में हुईं.    72 तदर्थ नियुक्तियों के साथ ही उपनल के माध्यम से हुईं 22 नियुक्तियां रद्द की गई थी.वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर प्रदेश की जनता, पीएम मोदी और भाजपा के आलाकमान का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें देवभूमि उत्तराखंड में मुख्य सेवक के रूप में काम करने का अवसर मिला. इन तीन सालों में ऐतिहासिक निर्णय लिए गए. साथ ही कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार किसी पार्टी पर जनता ने लगातार दूसरी बार भरोसा जताया. जिसके चलते पार्टी के मूल सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए कामों को आगे बढ़ाया है. इन तीन सालों में 14 हजार 800 पदों पर भर्तियां की गई. स्वरोजगार के क्षेत्र में काम किया. महिला उत्थान के लिए काम किया. इसके साथ ही इन तीन सालों में तमाम महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jul 10, 2024

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध पर चिकित्सा पेशेवरों का राष्ट्रीय गठबंधन बनाया

नई दिल्ली, 10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध पर चिकित्सा पेशेवरों का राष्ट्रीय गठबंधन (एनएएमपी-एएमआर) बनाकर एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है। यह अग्रणी पहल देश भर के 52 चिकित्सा विशेषज्ञ संगठनों/संघों के नेताओं और प्रतिनिधियों को एक साथ लाती है, जो इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संकट के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए एक साझा मंच पर एकजुट होते हैं।   भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा एनएएमपी-एएमआर का गठन एएमआर की मूक महामारी से निपटने के लिए एक ठोस राष्ट्रीय प्रयास की शुरुआत है जो हमारे देश के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है। अकेले 2019 में एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध 297,000 मौतों के लिए जिम्मेदार था और हमारे देश में 1,042,500 मौतों से जुड़ा था। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेतृत्व में एनएएमपी-एएमआरका उद्देश्य इस संकट का सीधा समाधान करना है।     एनएएमपी-एएमआर के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सैनी ने देश को खतरे में डालने वाली  की मूक महामारी को रेखांकित किया। "एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध हमारे राष्ट्र के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है। 2019 में, हमारे देश में एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध के कारण 297,000 मौतें हुईं और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध से जुड़ी 1,042,500 मौतें हुईं।डॉ. सैनी ने कहा कि भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा एनएएमपी-एएमआर का गठन इस संकट से सीधे निपटने के लिए एक ठोस राष्ट्रीय प्रयास की शुरुआत है।   नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल द्वारा प्रतिनिधित्व की गई सरकार ने एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध को संबोधित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। डॉ. पॉल ने समृद्धि, जीडीपी और विभिन्न स्वास्थ्य पहलुओं सहित विकसित भारत पर एएम के संभावित प्रभाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आईएमए की एनएएमपी-एएमआर पहल की सराहना की और इसे सही दिशा में उठाया गया सही कदम बताया। डॉ. पॉल ने इसे राष्ट्रीय आंदोलन बनाने के लिए सभी संगठनों को एक बैनर के तहत एकजुट करने की आवश्यकता पर जोर दिया।   डब्ल्यूएचओ इंडिया की उप प्रमुख सुश्री पेडेन ने एएमआर को संबोधित करने की वैश्विक तात्कालिकता पर जोर दिया और इसे 2050 तक मृत्यु का संभावित प्रमुख कारण बताया। उन्होंने इस वैश्विक खतरे के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया। डब्ल्यूएचओ के एएमआर और आईपीसी के लिए टीम फोकल प्वाइंट डॉ. अनुज शर्मा ने एनएएमपी-एएमआर के गठन के लिए एक साथ आए सभी 52 चिकित्सा संगठनों/संघों के प्रति आभार व्यक्त किया।   चिकित्सा पद्धति की गुणवत्ता में सुधार के लिए उन्नत चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने एंटीबायोटिक दवाओं का प्रभावी ढंग से उपयोग कब और कैसे किया जाए, यह समझने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला। बुनियादी बातों से शुरू करके और चिकित्सा शिक्षा को मजबूत करके, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रथाओं में योगदान दे सकते हैं और एएमआर से लड़ सकते हैं।   एएमआर पर चिकित्सा पेशेवरों का राष्ट्रीय गठबंधन हमारे समय की सबसे गंभीर स्वास्थ्य आपात स्थितियों में से एक को संबोधित करने के लिए एक एकीकृत प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है। सहयोगी प्रयासों, रणनीतिक योजना और सरकारी सहायता के माध्यम से, आईएमए की एनएएमपी-एएमआर पहल का उद्देश्य एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध के प्रभाव को कम करने के वैश्विक प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभाना है।

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Jul 10, 2024

Urvashi Rautela gets hospitalized after injury on the sets of 'NBK 109', fans hail her for her efforts as they pray for her speedy recovery

Mumbai,10 July , 2024 (UTN). Urvashi Rautela is India's most hardworking performing artiste. She is also youngest & highest-paid global icon to have been featured in Forbes Top 10 and that too multiple times. Not just for her incredible body of work, Urvashi Rautela recently found herself in the list of Forbes Top 10 highest-followed Indian celebrities on Instagram as the youngest in that list. Her skills and ability is known to the world and she certainly needs no introduction. The charismatic and alluring beauty has a magnanimous net worth of over 770 crores and each and every bit of it is earned with hard-earned credible work.   Her Instagram fan following knows no limits with a supremely dominating figure of more than 73.3 million, which is a lot more than the 'Khan trinity' of Bollywood and at quite at par with PM Narendra Modi & Virat Kohli. Apart from all this, Urvashi Rautela is certainly rated and loved by everyone as one of the most loved and admired personalities in the country. From her multiple Miss Universe dominant victories to guiding people as a judge and frontline Bollywood superstar, the hypnotic and charismatic actress has certainly come a long way forward in her life, all thanks to her discipline, hard work, determination and perseverance.    Off-late, Urvashi Rautela has been very busy and occupied shooting for her next mega project down South which is 'NBK 109' alongside Nandamuri Balakrishna, Dulqeer Salmaan and Bobby Deol. She has been pushing the envelope and working beyond usual hours to deliver her best for the film. For the last 7-8 months, Urvashi Rautela has literally been working 18-19 hours almost in a day and well, no wonder netizens have hailed her efforts to shine. However, right now, a really sad update is coming from her end. Urvashi Rautela has unfortunately suffered injuries on the sets of the film while shooting due to which she suffered a terrible fracture.   The actress has now been hospitalized where she's receiving the best kind of treatment so that she can get going with things in a smooth manner at the earliest. Buzz is that Urvashi suffered the fracture while shooting a high-octane scene and unfortunately, she's been in pain ever since then. She is right now in the hospital where she's undergoing treatment for her fracture. Although the injury is quite serious, Urvashi Rautela is showing good amount of determination and perseverance to recover from the injury. Here's wishing her a super speedy recovery going forward so that she can be completely fine soonest.    On the work front, apart from 'NBK 109' with Nandamuri Balakrishna, Dulqeer Salmaan & Bobby Deol, Urvashi Rautela also has 'Kasoor' with Aftab Shivdasani and Jassie Gill. The global Indian superstar Urvashi Rautela also has other massive projects like Welcome 3 with Akshay Kumar, upcoming movie with Jassie Gill, 'Baap' (remake of Hollywood blockbuster Expendables) with Sunny Deol & Sanjay Dutt, Inspector Avinash 2 with Randeep Hooda, Black Rose. She also has a massive special project alongside director Shankar where she's set to master the Tamil language as well as a part of her learning process.   Apart from all this, Urvashi Rautela will also be seen in an International music video and the actress will also be essaying the role of Parveen Babi in an upcoming biopic. Along with that, she also has a very special music video with Jason Derulo & a lot more. Stay tuned for more updates.   Mumbai-Reporter, (Hitesh Jain).

Ujjwal Times News

Jul 10, 2024

23 करोड़ 75 लाख की निर्माणाधीन परियोजना क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के निरीक्षण में मिली खामियां

बागपत,10 जुलाई, 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत जनपद में 50 शैय्या के क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक निर्माण परियोजना का औचक निरीक्षण किया। यह परियोजना 23 करोड़ 75 लाख की लागत से तैयार की जा रही है , जो इस वर्ष 15 मार्च को प्रारंभ की गई थी तथा कार्य पूर्ण करने की अवधि 30 जून 2025 है ।    इस दौरान पता चला कि,अभी 18 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है। वहीं कार्य की गुणवत्ता खराब मिलने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई व इसमें सुधार के निर्देश दिए। कहा कि, कार्य को जितना साफ सफाई और फिनिशिंग के साथ किया जाएगा, कार्य उतना ही मजबूत और गुणवत्तापूर्ण होगा।कार्य की गुणवत्ता निर्माण के समय ही बहुत घटिया दर्जे की दिखाई दे रही है ।जिसे देख जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की व कहा कि, जो रैम्प तोड़कर बनाया जा रहा है ,वह बिल्डिंग को कमजोर कर रहा है ।   ••घटिया निर्माण कार्य को देख जिलाधिकारी ने कार्य में सुधार करने की दी चेतावनी ••सेफ्टी मानक के नियमों का नहीं किया जा रहा पालन ••पिलर व रैंप में भी फिनिशिंग न मिलने पर जताई नाराजगी, सुधार के दिए निर्देश •• पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को चैक प्वाइंट रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश   उन्होंने कहा, कार्य में साफ सफाई हो व कार्य की गुणवत्ता अच्छी हो, जिससे इस परियोजना का आम जनमानस लाभ उठा सके । यह जनपद की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक परियोजना है। जिलाधिकारी ने संबंधित को सही से कार्य करने की हिदायत दी। परियोजना के अधिशासी अभियंता मौके पर नहीं मिले ,जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई, इसके साथ ही न ही मौके पर साइड इंजीनियर मिले। सहायक अभियंता आदित्य  स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए ।   जिलाधिकारी ने कहा, यह परियोजना जी प्लस 4 की है ,इसके कार्य को साफ सफाई से किया जाए ,इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।उन्होंने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को चेक प्वाइंट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर कुमार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसके चौधरी अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अतुल कुमार सहित कार्यदायी संस्था के अधिकारी भी उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jul 10, 2024

Gutar Gu Series Star Gunjan Saini talks about her secret to Viral Success

Mumbai, 10 July 2024 (UTN). Relatability and association to her content is what has worked for poet, lyricist and actress Gunjan Saini. She has worked as a casting associate and an in-house actor at Filtercopy and was also part of Gutar Gu series on Amazon Mini TV.  Gunjan is known to share viral videos on social media as well.    “Recently, I wrote about middle-class kids, and it crossed 4 million views. You have to strategise a lot about what is relatable. I also posted a reel about the T20 World Cup, which was also well received,” she says.   Shukriyaa is one of her most viral pieces of content. Talking about the same, she says, “Shukriyaa crossed 25-26 million views and 1 million shares, which is huge for my page. The thought was that I believe that being grateful is everything, and it can help you achieve more in life.”   Social media is a great platform for an artist like her, she says, adding, “Instagram has given me a lot of recognition. People who come to my shows are usually my followers who have been with me for a long time. Social media is a game-changer if you use it the right way. It has helped me a lot, and through Instagram, I met my partner.”   Meanwhile, she says that writing content for social media can get challenging. “Being relatable and unique is a challenge. Everyone is trying to be relatable, so you have to find a way to be unique, which can be tricky at times. When you brainstorm and focus on what your audience wants, it becomes easier to create content.   Mumbai-Reporter, (Hitesh Jain).

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Jul 10, 2024

अग्रवाल मंड़ी टटीरी में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में मूर्तियों का कराया घृताधिवास

बागपत,10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। जनपद बागपत के अग्रवाल मंड़ी टटीरी में सिद्धपीठ श्री शनि धाम एवं श्री खाटू श्याम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में तीसरे दिन भगवान की प्रतिमाओं का घृताधिवास कराया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी अनिल जी ने बताया कि भगवान की मूर्तियों को शक्तियों से ओतप्रोत करने में अधिवास सहायक होता है। कहा कि किसी देवी-देवता की मूर्ति जब शास्त्रोक्त विधि से मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठित हो जाती है तब उसे अमुक देवता का विग्रह कहा जाता है।   अधिवास से मूर्तियों का विग्रह आकर्षक, ऊर्जावान तथा विशिष्ट आभा का दिखाई देता है। कहा कि अधिवास में सभी वस्तुओं का अपना विशिष्ट प्रभाव है। विभिन्न संकल्पो के माध्यम से अलग-अलग औषधियों के स्नान तथा सुगंधित द्रव्य, अन्न, फल, पुष्प, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, आदि से मूर्ति को प्रतिष्ठित करते हुए उनका प्रभाव लिया जाता है। बताया कि घृताधिवास में घी से मूर्ति का अधिवास कराने पर संपूर्ण सनातन संस्कृति का पोषण होता है और उन्नति का प्रादुर्भाव होता है।   कहा कि विधिवत प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति के दर्शन से श्रद्धालु को गृहस्थ जीवन में आ रही बाधाओं के निराकरण की ऊर्जा प्राप्त होती है। प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति के दर्शन कल्याणकारी माने जाते है। सांध्य प्रवचन में स्वदेश स्वरुप जी महाराज वृंदावन वालों ने लोगों को धर्म की महत्ता से अवगत कराया।   प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को सफल बनाने में आचार्य पंड़ित मनोहर लाल जी निबाली वाले, श्री शनि धाम एवं श्री खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण गोयल, उपाध्यक्ष विनोद गोयल, सचिव अंकुर शर्मा, कोषाध्यक्ष नितिन मानव, सहकोषाध्यक्ष तरूण गुप्ता, संदीप गोयल, प्रवीण गोयल, पूर्व चेयरमैन प्रमोद गुप्ता, समाज सेवी संजीव शर्मा, दीपक गोयल, मयंक गोयल, कमलकांत शर्मा, विष्णु मित्तल, केशव गोयल, विकास मानव, प्रवीण चौधरी, राजेन्द प्रसाद आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Jul 10, 2024

आगामी 17 जुलाई को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से सेब मंडी पिंजौर का उद्घाटन किया जा रहा है

कालका, 10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। आगामी 17 जुलाई को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से सेब मंडी पिंजौर का उद्घाटन किया जा रहा है, जिसको लेकर प्रशासन व भाजपा नेता तैयारियों में जुटे हुए है। इसी के मद्देनजर भाजपा नेता संतराम शर्मा द्वारा नुक्कड़ बैठके कर लोगो को ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यक्रम में पहुंचने का निमंत्रण दिया व भाजपा द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओ के बारे अवगत करवाया।   शर्मा ने सोमवार को कालका अप्पर मोहल्ला सहित अन्य जगाहो पर नुक्कड़ बैठक कर लोगो की समस्याएं सुनी ओर उन्हे समारोह में पहुचने का न्योता दिया। उन्होने लोगो को बताया कि बड़े स्तर ओर नई सुविधाओ से लैस इस सेब मंडी में जहां क्षेत्रवासियो को ताजी सब्जियां, फल खरीदने को मिलेगी, वहीं मंडी से रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।   उन्होने कहा कि सरकार की ओर से यह क्षेत्रवासियो दी जा रही एक सौगात है, इसलिए हमारा भी कर्तव्य बनता है कि मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी भागीदारी दिखाए। उन्होने बताया कि इस मौके पर मुख्यमंत्री के समक्ष शहर के प्रमुख मुद्दो को भी रखा जाएगा। बताया कि कार्यक्रम के तहत आगे भी इसी प्रकार नुक्कड़ बैठके जारी रहेंगी।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Jul 10, 2024

12 जुलाई को शास्त्रीय गायक सुभाष गोस और 14 जुलाई को पंजाबी कलाकार गुरप्रीत घुग्गी व अशोक मस्ती देंगे प्रस्तुति

पंचकूला,10 जुलाई  2024 (यूटीएन)। उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि हरियाणा पर्यटन निगम एवं बागवानी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 12 जुलाई से पिंजौर के यादवेंद्रा गार्डन में तीन दिवसीय 31वें मैंगो मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री  नायब सिंह 12 जुलाई को सायं 5.30 बजे मेले का उद्घाटन करेंगे। उपायुक्त डा. यश गर्ग आज लघु सचिवालय के सभागार में 31वें मैंगो मेले के आयोजन को लेकर बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने मेले के सफल आयोजन के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने, वाहनों की पार्किंग, स्वास्थ्य सेवाएं, मोबाइल टाॅयलेट्स, मेला परिसर में नियमित फाॅगिंग, पीने के पानी की व्यवस्था के लिए संबन्धित विभागों को उचित दिशा-निर्देश दिए। डा. यश गर्ग ने कहा कि नगर परिषद कालका गार्डन में मेले से पहले पार्किंग और साफ-सफाई की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करे। बरसात को देखते हुए मेला के समापन तक रोजाना अंदर व बाहर फोगिंग करवाई जाए। इसके साथ ही पानी के टैंकर और पब्लिक व वीआईपी टोयलेट की व्यवस्था सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मेला के दौरान कोई भी आवारा पशु नहीं होना चाहिए। विशेष कर आवारा कुतों को दूर रखा जाए। उन्होंने रोडवेज विभाग को निर्देश दिए कि मेेले के दौरान स्पेशल बसों का संचालन किया जाए। इसमें कालका, पंचकूचला और चंडीगढ़ से स्पेशल बसों के रूट तय किए जाएं। उन्हांेने पुलिस विभाग को यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए हुए कहा कि कालका हमारा प्रमुख मार्ग है, ट्रेफिक की ऐसी व्यवस्था हो कि जाम की स्थिति ना बनें और साथ ही अंदर भी किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि मेला के दौरान स्पेशल स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाए। एंबूलेंस गाड़ी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और मेले में आने वाले बच्चों के लिए ओआरएस का घोल बनाकर रखा जाए। उन्होंने कहा कि फायर विभाग की दो गाड़ियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बिजली विभाग पावर सप्लाई को विशेष ध्यान रखे।*मेला के तीनों दिन ये कार्यक्रम होंगे* एमडी वीरेंद्र चैधरी ने बताया कि मेले के 31वें संस्करण में विभिन्न गतिविधियां, प्रतियोगिताएं और संध्या के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पहले दिन की शुरुआत छात्रों के लिए रंगोली, ड्राइंग, पोस्टर मेकिंग और मैंगो क्विज जैसी प्रतियोगिताओं के साथ सुबह 10.00 बजे से होगी। मेले के आकर्षण में और इजाफा होगा, जिसमें डे परफॉर्मर्स और सांस्कृतिक कलाकारों की आकर्षक प्रस्तुतियां होंगी। विभिन्न कलाकारों द्वारा नगाड़ा पार्टी, जंगम पार्टी, बिगपाइपर ग्रुप, बीन पार्टी, इकतारा पार्टी, बहुरूपदर्शक नृत्य और गायन प्रदर्शन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिलेंगे। शाम को 6ः30 बजे शास्त्रीय गायक सुभाष गोस प्रस्तुति देंगे। उन्होंने कहा कि मेले के दूसरे दिन 13 जुलाई को सुबह 10.00 बजे से गतिविधियों का नया दौर आयोजित किया जाएगा। छात्रों के लिए ग्रुप डांस, कहानी लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन, नेल आर्ट, हैंड राइटिंग जैसी प्रतियोगिताएं होंगी। बाद में सायं 6.30 बजे बाॅलीबुड सनसनी विनोद राठौर अपनी प्रस्तुति देंगे। उन्होंने बताया कि तीसरे दिन यानी 14 जुलाई को स्कूल की प्रतियोगिताएं जैसे ग्रुप गायन, ड्राइंग, बेस्ट आउट आॅफ वेस्ट प्रतियोगिता, महेंदी प्रतियोगिता और मैंगो ईटिंग प्रतियोगिताएं जारी रहेंगी। सायं के समय पंजाबी गायक अशोक मस्ती और गुरप्रीत घुग्गी द्वारा रिब गुदगुदी शो के प्रदर्शन से माहौल खुशनुमा होगा।*शिल्प बाजार में हथकरघा और हस्तशिल्प का होगा प्रदर्शन*उन्होंने कहा कि महलों, प्राचीरों और गढ़ों पर विशेष रोशनी से उद्यानों को रोशन किया जाएगा। इन विशेष लाइटों का उपयोग बिजली बचाने और चल रही ‘गो ग्रीन’ पहल में योगदान देने के लिए किया जाता है। भारतीय स्ट्रीट फूड के साथ-साथ पंजाब के स्वाद, दक्षिण की सूक्ष्म सुगंध और चाईनीज के प्राच्य स्वाद सहित मुंह में पानी लाने वाले व्यंजन परोसने के लिए एक बहु-व्यंजन फूड कोर्ट स्थापित किया जाएगा। इसी प्रकार शिल्प बाजार मेले का एक और अतिरिक्त आकर्षण का केन्द्र होगा। शिल्प बाजार में, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान आदि के शिल्पकारों/बुनकरों द्वारा हथकरघा और हस्तशिल्प का प्रदर्शन और बिक्री की जाएगी।*विभिन्न किस्मों के आमों का होगा प्रदर्शन*उन्होंने बताया कि मैंगो मेला आम उत्पादकों को अपने आम व आम से बने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है। आम की प्रमुख वाणिज्यिक किस्में जो मेले में प्रतिस्पर्धा करेंगी, उनमें दशहरी, चैसा, लंगड़ा, अमरपाली, बॉम्बे ग्रीन (मालदा), रतोल, मलिका, अंबिका, रामकेला (एक अचार की किस्म) आदि शामिल हैं। इस मेले में देश भर से बड़ी संख्या में आम उत्पादक भाग लेंगे और आम की विभिन्न किस्मों का प्रदर्शन करेगा। इस अवसर पर उन्होंने मेले का पोस्टर भी लांच किया।*ये रहे मौजूद*इस मौके पर पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, एसडीएम कालका लक्षित सरीन, नगराधीश मन्नत राणा, एसीपी कालका जोगिन्द्र शर्मा, डीएचओ अशोक कौशिक, हरियाणा टूरिज्म रेड बिशप से अश्वनी कुमार, पिंजौर गार्डन डीएम अनिल कुमार, तहसीलदार कालका विवेक गोयल मौजूद रहे। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Jul 10, 2024