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एक हैं तो सेफ हैं... आज देश का महामंत्र बन गया: मोदी

नई दिल्ली, 29 नवंबर 2024 (यूटीएन)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति अलायंस की बंपर जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई और झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है। नेगिटिव पॉलिटिक्स की पराजय हुई है। परिवारवाद की हार हुई है। महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मजबूत किया है। मैं देशभर के, भाजपा और एनडीए के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बहुत बधाई देता हूं। हेडक्वार्टर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने एक बार फिर 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा दोहराया। पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा के बाद महाराष्ट्र चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश 'एकजुटता' है। उन्होंने इस दौरान कहा कि एक हैं तो सेफ हैं... ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसका इको सिस्टम ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, एससी-एसटी और ओबीसी को छोटे छोटे समूह में बांद देंगे। वो सोचते थे कि सब बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है।   पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, आज कई राज्यों के उपचुनावों के नतीजे भी आए हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान ने बीजेपी को मजबूत समर्थन दिया है।असम की जनता ने एक बार फिर बीजेपी पर भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में एनडीए के लिए समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ विकास चाहता है। पीएम मोदी बोले- महाराष्ट्र देश का 6वां राज्य है जिसने भाजपा को लगातार तीन बार जनादेश दिया है। गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा और एमपी में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी एनडीए को तीन बार लगातार जनादेश मिला है। जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है। इस विश्वास को बनाने के लिए हम कोई कसर नहीं रखेंगे। मैं आज महाराष्ट्र का जनता का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिर सरकार को चुनना उनका विश्वास जताता है।   महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत जरूरी ग्रोथ इंजन है। इसलिए यहां के लोगों ने जो जनादेश दिया है। वो विकसित भारत के बहुत बड़ा आधार बनेगा। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का जनादेश है एकजुटता... एक है तो सेफ है। मोदी ने कहा- महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है। पूरे देश में एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। देश में जो दो संविधान की बात करेगा। उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा 370 की दीवार बनाने का काम किया। वो संविधान का भी अपमान किया है। कांग्रेस वालों को कहता हूं, उनके साथियों को कहता हूं कि कान खोलकर सुन लो अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को जम्मू-कश्मीर में वापस नहीं ला सकती है। पीएम बोले- जो राजनीतिक दल एक राज्य में बड़े-बड़े वादे करता है जनता दूसरे राज्य में उनकी परफोर्मेंस देखता है। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है। इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के सीएम मैदान में उतारे, तब भी इनकी चाल कामयाब हुई। इनके झूठे वादे नहीं चले।   इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम आंकते हैं। देश का वोटर अस्थिरता नहीं चाहता। वो नेशन फर्स्ट के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट के साथ हैं, उन्हें देश का नेचर पसंद नहीं आ रहा। पीएम ने कहा- मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लाल किले की दीवार पंच प्राणों की बात की। भारत विकास भी, विरासत भी इसका संकल्प लेता है तो पूरी दुनिया इसको देखती है। अगले पांच साल में विकास भी विरासत भी इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा। मोदी बोले- कांग्रेस को सालों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लेंग्वेज का दर्जा दिया। मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान, इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार और इतिहास में हैं। मैं तो हमेशा कहता हूं कि मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान।   पीएम मोदी बोले- हम विकास, विरासत दोनों को साथ लेकर चलते हैं। इसलिए हमें वोट मिला है। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभुतियां जन्मीं जो मेरे और बीजेपी के लिए आराध्य हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा आबेडकर, महात्मा फुले, सावित्री फुले को माना है। पीएम ने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज, बाबा साहेब आंवेडकर, सावित्री फुले, बाला साहेब ठाकरे की पावन धरती ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बीते 50 साल में किसी भी पार्टी, किसी भी प्री पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले भाजपा मुख्यालय पहुंचने पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया। जेपी नड्‌डा ने कहा- आज का दिन ऐतिहासिक है। इसका श्रेय मोदी को जाता है। जनता ने पीएम मोदी की राष्ट्र सेवा पर मुहर लगाई है। महाराष्ट्र की जनता ने 2019 में भी भाजपा को जनादेश दिया था, लेकिन तब उद्धव ठाकरे की सत्ता की लालच ने जनता के आदेश का अपमान किया था।   नड्‌डा बोले- बिहार में 4 सीटों पर चुनाव हुआ। चारों सीटें एनडीए ने जीती हैं। एक सीट हम पार्टी ने रिटेन की। असम में 5 सीटें बीजेपी ने जीती, गुजरात की एक सीट पर उपचुनाव था उसे बीजेपी ने जीती। झारखंड में हम रचनात्मक विपक्ष की भूमिका में रहकर बांग्लादेशियों के मुद्दे पर काम करेंगे। नड्‌डा ने कहा- महाराष्ट्र चुनाव ने कांग्रेस को सुखाया और दूसरी पार्टी को भी सुखा दिया। ये परजीवी पार्टी है। महाविकास अघाड़ी को कांग्रेस ने सुखा दिया। गुजरात में 3 दशक तक कमल खिला है। एमपी में 2 दशक से कमल खिल रहा है। असम, त्रिपुरा, उत्तराखंड में, यूपी में, गोवा में दूसरे टर्म में भाजपा का परचम लहरा रहा है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Nov 29, 2024

संविधान दिवस पर 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' पदयात्रा

नई दिल्ली, 23 नवंबर 2024 (यूटीएन)। संविधान आजकल चुनावी राजनीति का भी हिस्सा बन गया है और सत्तापक्ष व विपक्ष की ओर से एक दूसरे पर संविधान को चोट पहुंचाने का आरोप तेज है। इस साल 26 नवंबर का संविधान दिवस एक और ऐसा अवसर होगा जब आरोप प्रत्यारोप बढ़ सकते हैं। द्र सरकार संविधान के 75वें साल को धूमधाम से मनाने की तैयारी में जुट गई है। इसके तहत खेल व युवा मंत्रालय पूरे देश में युवाओं की पदयात्रा निकालेगी। वहीं, 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर संसद के संयुक्त सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु संबोधित करेंगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधन दे सकते हैं। इसके पहले 25 नवंबर को दिल्ली में 10 हजार युवा संविधान की प्रस्तावना का पाठ करेंगे।   * संविधान के 75 साल * गौरतलब है कि संविधान दिवस की शुरूआत ही मोदी काल में हुई है। संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान की सम्मान देने की बात भी मोदी सरकार की ओर से ही हुई है और कांग्रेस पर आरोप लगाया जाता रहा है कि आपातकाल संविधान और लोकतंत्र पर सबसे बड़ा कुठाराघात था। बदले में विपक्ष की ओर से संविधान बदलकर आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाया जाता रहा है। ऐसे में संविधान दिवस के 75 साल को इस तरह बनाने की तैयारी है जिससे फिर से यह संदेश स्पष्ट रहे कि संविधान को बदलने की कोई नीयत ही नहीं है।   * हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान पद यात्रा * खेल व युवा मामलों के मंत्री मनसुख मांडविया के अनुसार दिल्ली में मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' पद यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 120 शिक्षण संस्थाओं से जुड़े 10 हजार युवा भाग लेंगे। लगभग 5.5 किलोमीटर की पद यात्रा के दौरान अलग-अलग चार स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। यात्रा का समापन इंडिया गेट पर होगा, जहां सभी युवा संविधान की प्रस्तावना सामूहिक पाठ करेंगे। मांडविया ने कहा कि इसका उद्देश्य युवाओं में संविधान के प्रति जागरूक करने के साथ ही संविधान को लेकर उनके मन में स्वाभिमान की भावना विकसित करना भी है। इसके बाद सभी राज्यों में पूरे साल इसी तरह से युवाओं के साथ मिलकर 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' पद यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही अलग-अलग मंत्रालय संविधान के 75वें साल पर अलग-अलग कार्यक्रमों की तैयारी में जुटे हैं। खासतौर पर देश भर के शिक्षण संस्थानों में संविधान को केंद्र में रखकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Nov 23, 2024

हाइपरटेंशन के इलाज के लिए एम्स के डॉक्टरों ने बनाई एक न्यू ड्रग कॉम्बिनेशन

नई दिल्ली, 23 नवंबर 2024 (यूटीएन)। इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स के अनुसार भारत में हाइपरटेंशन यानी ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए किसी प्रभावित दवा की कमी के कारण एम्स के डॉक्टरों ने हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए 2 दवाओं के प्रभावी संयोजन की खोज की है। भारत के मरीजों में उच्च रक्तचाप के प्रबंधन के लिए दो खास दवाओं के संयोजन का परीक्षण करने वाला यह पहला नैदानिक ​​परीक्षण है। यह नया प्रभावी संयोजन हाइपरटेंशन के इलाज के लिए काफी आसान सुरक्षित और उपयोगी तरीका है। इस कांबिनेशन की मदद से न केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है बल्कि स्थिर भी रखेगा। जल्द ही इस क्लिनिकल ट्रायल को पूरा किया गया, जो पूर्ण रूप से सुरक्षित और कारगर है। इस बेहतरीन खोज से भारत के लाखों मरीजों को राहत मिलेगी। यह हृदय रोगों के खतरों को भी कम करने में कारगर है। इस रिसर्च के दौरान रिसचर्स का दावा है कि इस ड्रग कांबिनेशन से मरीजों के ब्लड प्रेशर को तेजी से नियंत्रित किया जा सकेगा और हार्ट से जुड़ी समस्याएं दूर होंगे।   * हाइपरटेंशन के मरीज को मिलेगी राहत * एम्स के डॉक्टर ने हाइपरटेंशन के इलाज के लिए काफी बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने एक ऐसा ड्रग कांबिनेशन बनाया है, जो हाई ब्लड प्रेशर को बेहतरीन रूप से नियंत्रित कर पाएगा। इन विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रेडिशनल दवाओं के मुकाबले यह नया कांबिनेशन अधिक प्रभावी और सुरक्षित है, जो लॉन्ग टर्म हाइपरटेंशन से जूझ रहे हैं। उन मरीजों के लिए यह बहुत ही कारगर है।   * ड्रग कांबिनेशन का प्रभाव * मुख्य रूप से दो दावाओं को मिलाकर इस ड्रग कांबिनेशन को बनाया गया है, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। पहले दवा का कार्य रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करना है, जिससे ब्लड फ्लो अच्छे से हो पाए और दूसरी दवा का कार्य दिल की धड़कन को संतुलित करना है, जिससे हृदय पर प्रेशर कम पड़े।   * इस क्लिनिकल ट्रायल के परिणाम क्या है * एम्स के वैज्ञानिकों ने 500 से अधिक मरीजों पर इस शोध को किया। इस शोध में पाया गया कि 80% मरीज में हाइपरटेंशन की समस्या में तेजी से सुधार हो। इन दावाओं के इस्तेमाल के बाद देखा गया कि अन्य दावाओं की तुलना में 50% कम साइड इफैक्ट्स हुए। अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर पेशेंट पर भी यह काफी प्रभावी साबित हुआ। डॉक्टर्स का कहना है कि इस ड्रग कांबिनेशन का नियमित उपयोग करने से मरीजों को हृदय से जुड़ी बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।   * इस दवा के मल्टी फंक्शनल प्रभाव * दो अलग-अलग दावाओँ को मिलाकर इस दवा को बनाया गया है, जो हाइपरटेंशन को अलग-अलग एंगल से नियंत्रित कर सकती है। हर व्यक्ति के अंदर हाइपरटेंशन होने का कारण समान नहीं होता।   * हाइपरटेंशन के मरीजों को मिली नई उम्मीद * हाइपरटेंशन एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जो कई लोगों को अपने चपेट में ले रही है अनियमित जीवन शैली, अनुचित खानपान और तनाव इसका मुख्य कारण है। एम्स के डॉक्टर द्वारा किया गया यह रिसर्च उन मरीजों के लिए एक नहीं उम्मीद है, जो काफी लंबे टाइम से हाइपरटेंशन की समस्या से गुजर रहे हैं।       नई दिल्ली, 23 नवंबर 2024 (यूटीएन)।

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Nov 23, 2024

राजस्थान मंडप में राजस्थानी मसालों और व्यंजनों के काउंटरों पर उमड़ी भीड़

नई दिल्ली, 23 नवंबर 2024 (यूटीएन)। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवम्बर से शुरू हुए चौदह दिवसीय भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद और मसालों की खुशबू मेला देखने आए आगंतुकों को अपनी ओर खूब आकर्षित कर रही है राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद के लिए मंडप में लगे काउंटरों पर भीड़ उमडती दिखी। मंडप में काउंटर न. 9 पर नागौर से आए बाबू लाल कैटरर्स के प्रतिनिधि से बताया कि उनकी काउंटर पर राजस्थानी मसालों से बने भेलपूड़ी और चना जोर गर्म की बिक्री तेजी से बढ रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राजस्थानी पापड़, मंगोड़ी और मसालों की खुश्बू से दर्शक इसको खूब पसंद कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त काउंटर नं 13 पर श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ के एस.के.फूड प्रोडक्ट्स के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी पैक्ड फूड आईट्म्स अचार, पापड़, नमकीन इत्यादि को लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। इसके कारण उनके उत्पादों की अच्छी बिक्री हो रही है।    उल्लेखनीय है कि आईआईटीएफ की इस बार की मेला थीम के अनुसार राजस्थान पवेलियन में राजस्थान की प्रगति, नवाचार और सांस्कृतिक विरासत को बखूबी दिखाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि आगामी महीने में राजस्थान में होने वाली ‘‘राइजिंग राजस्थान समिट -2024‘ में निवेशकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी पवेलियन में विशेष व्यवस्थाएं की गई है जहां देश-विदेश से आए व्यापारियों और दर्शकों के लिए राजस्थान में निवेश के अवसरों को समझने और राजस्थान की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलेगा। राजस्थान पवैलियन के संचालक श्री आर जी घई ने बताया कि पवैलियन में में रीको, बीआईपी, उद्योग विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग, पर्यटन विभाग के साथ-साथ रूढा और राजस्थली द्वारा अपने-अपने उत्पाद और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया है। श्री घई ने बताया कि राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से भाग लेने आए उद्यमियों और हुनरमंद कलाकारों के लगभग 23 स्टालों का प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने बताया कि पवेलियन में राजस्थानी खान- पान, ज्वैलरी, हैंडीक्राफ्ट और परिधानों के स्टालों पर भारी भीड़ में देखने को मिल रही है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Nov 23, 2024

आखिर हेमंत सोरेन का किला क्यों नहीं हिला पाई भाजपा ?

नई दिल्ली, 23 नवंबर 2024 (यूटीएन)। झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन एक बार फिर सत्ता में वापसी कर रही है और हेमंत सोरेन कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रहे है. शुरुआती रुझानों में बढ़त बनाने के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार पिछड़ती गई और एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े से काफी दूर रह गया. लेकिन, ऐसी क्या वजह है कि झारखंड में बीजेपी की सियासी पकड़ एक बार फिर कमजोर होती नजर आ रही है और किन वजहों से बीजेपी हेमंत सोरेन का किला नहीं हिला पाई ?     1. हेमंत सोरेन के लिए सहानुभूति............ चुनाव से कुछ महीने पहले जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन के लिए सहावुभूति ने काम किया और बीजेपी को इसका झटका लगा. हेमंत सोरेन को 8.36 एकड़ जमीन के अवैध कब्जे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद बीजेपी को उनके खिलाफ एक मजबूत हथियार मिल गया और पार्टी लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर हमला करती रही. लेकिन, यह रणनीति उल्टी पड़ गई और जब सोरेन जेल में थे तो उन्होंने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को लोगों तक पहुंचने के लिए पीड़ित कार्ड खेलने के लिए तैनात किया. अब चुनावी नतीजों से लगता है कि वो इस रणनीति में सफल रहे हैं.     2. बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा नहीं आया काम.......... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर झारखंड भाजपा के सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा तक सभी पार्टी प्रचारकों ने झारखंड विधानसभा चुनाव में 'बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा' पूरी ताकत से उठाया. भाजपा ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए दावा किया कि अगर वह सत्ता में आई तो वह बांग्लादेशी मुसलमानों को बांग्लादेश भेज देगी. चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के शीर्ष नेताओं ने दावा किया कि झारखंड के कुछ हिस्से खासकर संथाल परगना क्षेत्र 'मिनी बांग्लादेश' बन रहे हैं. इस मुद्दे ने भाजपा को तब झटका दिया, जब सत्तारूढ़ गठबंधन ने मतदाताओं को यह विश्वास दिलाया कि भाजपा 'फूट डालो और राज करो' के अनुरूप सांप्रदायिक एजेंडा लागू करने की कोशिश कर रही है.     3. भाजपा में सीएम चेहरे की कमी......... भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड चुना के लिए कोई मुख्यमंत्री चेहरा पेश नहीं किया, जो सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ विपक्षी पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हुआ. जबकि, दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन की तरफ से यह साफ था कि उनका सीएम चेहरा हेमंत सोरेन ही हैं. भाजपा में सीएम चेहरे की कमी के कारण मतदाताओं में भ्रम था कि एनडीए का नेतृत्व कौन करेगा.     4. ईडी और सीबीआई छापे............. केंद्रीय जांच एजेंसियां (ईडी और सीबीआई ) सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेताओं पर छापे मारने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए चर्चा में रही हैं, जिससे इंडिया गठबंधन को यह दावा करने का मौका मिला कि ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित और पक्षपातपूर्ण हैं. भाजपा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन कहीं न कहीं यह मतदाताओं के बीच अच्छा नहीं गया.     5. दलबदलू नेताओं ने भी कराया नुकसान............ हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन से लेकर उनके करीबी चंपई सोरेन भाजपा ने अपने पाले में खींचा. लेकिन, दलबदलुओं के साथ राजनीतिक का फायदा बीजेपी को नहीं मिल पाया और चुनावी लाभ कमाने में विफल रही. दोपहर 2 बजे तक 9 राउंड की गिनती के बाद सरायकेला से चंपाई सोरेन तो आगे चल रहे हैं, लेकिन,  जामताड़ा से सीता सोरेन करीब 36 हजार वोटों से पीछे चल रही हैं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Nov 23, 2024

एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक

नई दिल्ली, 16 नवंबर 2024 (यूटीएन)। बच्चों की आंखों में होने वाली मायोपिया की बीमारी के इलाज के लिए एम्स में स्पेशल क्लिनिक की शुरुआत की गई है। गुरुवार को एम्स के डायरेक्टर डॉ. एम. श्रीनिवास और सेंटर के चीफ डॉ. जे. एस. तितियाल ने क्लिनिक का उ‌द्घाटन किया। डॉ. तितियान ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बच्चों में मायोपिया की समस्या तेजी से बढ़ी है। स्कूल में दौरे के दौरान करीब आधे बच्चों की आंखों पर चश्मा दिखाई देता है। यह चिंता का विषय है। इस समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए आरपी सेंटर में यह क्लिनिक खोला गया है।   इसमें बच्चों को एक छत के नीचे जांच और इलाज मिलेगा। साथ ही इससे रिसर्च में भी मदद मिलेगी। डॉ. रोहित सक्सेना ने कहा कि ओपीडी में हर रोज ऐसे बच्चे आ रहे हैं, जिनमें मायोपिया है। एम्स में ऐसे एक हजार बच्चे फॉलोअप में है। इस क्लिनिक के शुरू होने के बाद बच्चों की जांच, परिवार को सही सलाह दी जा सकेगी।   क्लिनिक में 5 से 18 साल तक के बच्चों की जांच होगी। मौजूदा समय में करीब 20 फीसदी बच्चों में यह समस्या है। डॉ. तितियाल ने कहा कि बच्चों को स्कूल में एक घंटे का ब्रेक मिलना चाहिए, ताकि वो कमरे से बाहर हों, धूप में रहें, खेल सकें। हर स्कूल में बच्चों की आंखों की जांच होनी चाहिए। तीसरी और 5वीं क्लास में बच्चों की आंखों की जांच हो। कोविड के दौरान बच्चों में मोबाइल इस्तेमाल के मामले बढ़े। इसमें इतना इजाफा हुआ कि मायोपिया के मामले बढ़ने लगे हैं। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि बच्चों की आंखों की जांच के लिए स्पेशल क्लिनिक हो।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Nov 16, 2024

पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू

नई दिल्ली, 16 नवंबर 2024 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री मोदी का भारत के जनजातीय समुदाय के साथ बेहद व्यक्तिगत संबंध है. फिर चाहे किसी आदिवासी के घर में चाय सांझा करना हो, उनके त्योहार मनाना हो या फिर गर्व के साथ उनकी पोशाक पहनना हो. वह ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो आदिवासी समुदाय के साथ इतने घनिष्ठ संबंध रखते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आदिवासी समुदायों की आवाज और उनकी विरासत को आगे बढ़ाया है.    *पीएम मोदी ने विश्व नेताओं को भेंट किए जनजातीय तोहफे* पीएम मोदी ने झारखंड की सोहराई पेंटिंग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भेंट की.  उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कुक आइलैंड्स और टोंगा के नेताओं को डोगरा कला में बनी कलाकृदितियां तोहफे के रूप में दी. मध्यप्रदेश की गोंड पेंटिंग उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा को दी. उज्बेकिस्तान और कोमोरोस के नेताओं को पीएम मोदी ने महाराष्ट्र की वार्ली पेंटिंग उपाहर के रूप में दी. जनजातीय विरासत को बढ़ावा देने के लिए दिए गए जीआई टैग जनजातीय विरासत को बढ़ावा देने के लिए जीआई टैग दिए गए हैं.   वोकल फॉर लोकल पहल के तहत आदिवासियों कारिगरों को सशक्त बनाने की कोशिश की जा रही है. 75 से अधिक जनजातीय उत्पादों को आधिकारिक तौर पर टैग किया गया है. इनमें निम्न उत्पाद शामिल हैं - असम की जापी यानि बांस की टोपी. ओडिशा की डोंगरिया कोंध शॉल.अरुणाचल की याक चुरपी.ओडिशा में लाल बुनकर चींटियों से बनी सिमिलिपाल काई चटनी. बोडो समुदाय का पारंपरिक बुना हुआ कपड़ा बोडो अरोनई.   *15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस की पीएम मोदी ने की थी घोषणा* 300 से अधिक जनजाती विरासत संरक्षण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं. पीएम मोदी ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित कर भगवान बिरसा मुंडा को सम्मानित किया है. वह झारखंड के उलीहातू में बिरसा मुंडा के जन्म स्थान का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बनें. रांची में भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क और स्वतंत्रता संग्रहालय का निर्माण भी कराया गया.    *आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को किया सम्मानित* मोदी सरकार ने बिरसा मुंडा, रानी कमलापति और गोंड महारानी वीर दुर्गावती जैसे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया है. गारो खासी, मिजो और कोल विद्रोह जैसे आंदोलनों को भी मान्यता दी गई है. भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया है. मणिपुर के कैमाई रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी गाइदिन्ल्यू स्टेशन किया गया है.    *देशभर में विकसित किए जा रहे स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय* इतना ही नहीं पूरे देश में स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय भी विकसित किए जा रहे हैं. इसके अलावा आदि महोत्सव की शुरुआत 2017 में की गई. इसके तहत देशभर के अलग-अलग स्थानों में आदिवासी उद्यमिता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया गया है. जी 20 शिखर सम्मेलन में आदिवासी कारीगरों को उनके काम के लिए और भी अधिक अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली.    *जनजातीय प्रोडक्ट्स को दिया जा रहा बढ़ावा* जनजातीय और आदिवासी क्षेत्रिय प्रोडक्ट्स के निर्यात को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. अराकू कॉफी ने 2017 में पेरिस में अपनी पहली ऑर्गेनिक कॉफी शॉप खोली, जिससे वैश्विक बाजारों में उसका प्रवेश हुआ. इसी तरह छत्तीसगढ़ के निर्जलित महुआ फूलों ने फ्रांस समेत अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी जगह बनाई है. शॉल, पेंटिंग्स, लकड़ी के सामान, आभूषण और टोकरियां आदि सामान विदेशों में भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.    *ट्राइफेड के जरिए कारीगर परिवारों को किया जा रहा सशक्त* सरकार, ट्राइफेड यानी ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के आउटलेट्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ई-कोमर्स प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी के माध्यम के साथ इन प्रयासों का समर्थन करती है. नवंबर 2024 तक ट्राइफेड ने 2,18,500 से अधिक कारीगर परिवारों को सशक्त बनाया है. ट्राइब्स इंडिया के माध्यम से 1 लाख से अधिक आदिवासी उत्पादों की बिक्री को सुविधा मिली है. भारत के जनजातीय समुदायों की विरासत को सही सम्मान देना, पीएम मोदी की प्रतिबद्धता है. यह उनकी सोच है जो आदिवासी समुदायों गहरी सांस्कृतिक जड़ों का सम्मान करती है, उन्हें सशक्त बनाती है और उनकी कहानियों को दुनिया के सामने ला रही है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Nov 16, 2024

पर्यावरण प्रदूषण के कारण लगे प्रतिबंधों का कोई असर नहीं, वाहनों व उद्योगों में काम भवननिर्माण भी पूर्ववत्

लोनी,16 नवंबर 2024 (यूटीएन)।  जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, उसी तेजी से प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है। कोहरे व धुंध के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त  हो गया है। दूसरी ओर देश की राजधानी सहित एनसीआर क्षेत्र में ग्रेप 3 योजना लागू होने के बाद भी उसका कोई असर लोनी क्षेत्र में देखने को नहीं मिल रहा है ।    देश की राजधानी दिल्ली से लोनी के सटे होने के कारण लोनी क्षेत्र के मौसम में लगातार बदलाव आ रहा है। लोनी के एक तरफ दिल्ली है तो दूसरी तरफ हरियाणा भी लगता है । वर्तमान समय में हवा की गुणवत्ता एयर क्वालिटी बेहद खराब 360 के करीब है ,जो दिन में लगातार बढ़ता जाता है। इस कारण जनजीवन पर सीधा असर पड़ रहा है । यहां अस्पतालों में श्वसन, गले के रोग, आंखों में जलन, एलर्जी व बुखार जैसे रोगो के कारण मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ।    शुक्रवार की सुबह कोहरे की चादर ने क्षेत्र को पूरी तरह से अपने चपेट में ले लिया। सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद कम हो गई जिस कारण वाहन चालक को बेहद सावधानी के साथ धीमी गति  में यानि रेंगते हुए ही यात्रा पूरी करनी पड़ी । कोहरे के कारण ट्रेन भी अपने निर्धारित समय से आधा घंटे से ज्यादा  देरी से चल रही थी ।    केंद्रीय नियंत्रण बोर्ड द्वारा देश की राजधानी सहित एनसीआर क्षेत्र को ग्रेप 3 में शामिल कर कुछ प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन लोनी क्षेत्र में इस सबके बावजूद उनका कोई असर देखने को नहीं मिला । क्षेत्र में निर्माण कार्य धड़ल्ले से चल रहे हैं ,वायु प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग धंधों मे  आज भी कार्य पूर्व की तरह होते रहे। इसके अलावा सड़कों पर बीएस 3 व बीएस 4 पेट्रोल व डीजल के वाहन पुलिसकर्मियों के सामने फर्राटे भरते नजर आए।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Nov 16, 2024

धर्मावलंबियों ने देव दीपावली पर जलाए दीये, देवी- देवताओं की गई पूजा -अर्चना

खेकड़ा, 16 नवंबर 2024 (यूटीएन)। नगर के अखिल भारतवर्षीय धर्म संघ के तत्वाधान में अर्वाचीन इंटर कॉलेज प्रांगण में देव दीपावली उत्सव उत्साह से मनाया गया।इस मौके पर धर्मावलंबियों ने दीप जलाकर देवी देवताओं की पूजा अर्चना व आरती की और सुख- शांति, वैभव के लिये प्रार्थना की।   दीप महोत्सव का शुभारंभ कोतवाली प्रभारी कैलाश चंद शर्मा ने वैदिक मंत्रों के साथ पूजन के साथ दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर कोतवाली प्रभारी कैलाश चंद शर्मा ने कहा कि, धर्म संघ खेकड़ा द्वारा भारतीय संस्कृति और सामाजिक कार्य जनमानस के लिए कल्याणकारी हैं। श्रीगणेश महोत्सव हो, पितृ विसर्जन अमावस्या या तुलसी जयंती ,सभी सनातन धर्म के त्योहारों को धर्म संघ द्वारा मनाये जाते हुए सनातन धर्म पद्धति और संस्कृति का प्रचार- प्रसार करना मील के पत्थर के समान है और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है।   दीपोंत्सव कार्यक्रम का संचालन धर्म संघ के महामंत्री उमेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में डॉ मनोज धामा, पिंटू तेवतिया, हर्ष धामा,प्राचार्या मीनाक्षी शर्मा रोहन देव वरुण लक्ष्य कृष्णा जय शिवानी यश अनुराधा कोरोना कविता नीरू जैन मिनी जैन नीरज आदि ने दीप जला सुख शांति के लिए देवों का प्रकाशमयी आशीर्वाद लिया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Ujjwal Times News

Nov 16, 2024

हो रही फायरिंग के दौरान मजदूरी के लिए जा रहे ट्रेक्टर चालक की गरदन में लगी गोली, हालत गंभीर, मेरठ रैफर

बिनौली, 15 नवंबर 2024 (यूटीएन)। थाना क्षेत्र के जौहड़ी गांव हो सड़क से कूड़ा कचरा हटाने को लेकर दो पक्षो में हुई कहासुनी। इस घटना से आक्रोशित एक पक्ष द्वारा की गई फायरिंग से ट्रेक्टर में बैठकर मजदूरी के लिए बड़ौत जा रहा खिवाई का एक श्रमिक गोली लगने से घायल होथ गया।   थाना क्षेत्र के जौहड़ी गांव में नरेश पुत्र रामरिख की रोड़ी-डस्ट ओर रेत बेचने का प्रतिष्ठान है। गुरुवार की सुबह जब उसका पुत्र अनुज उर्फ काला ट्रेक्टर से कचरा हटाकर गांव के ही धर्मवीर पुत्र मुंशी के खेतों की ओर धकेल रहा था, तब इसका धर्मवीर ने और उसके पुत्र संजीव ने विरोध किया था। इस घटना को लेकर दोनों पक्षों में गाली-गलौज व कहासुनी होते देख ग्रामीणों ने उन्हें शांत कर दिया था।आरोप है कि, बाद में नरेश का पुत्र अनुज घर ट्रेक्टर खड़ा कर तमंचा ओर पिस्टल लेकर वहां आया तथा उसने आते ही धर्मवीर व उसके पुत्र संजीव पर अंधाधुंध कई राउंड फायरिंग किए ,जिससे पिता-पुत्र ने भागकर जान बचाई। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई।   फायरिंग के दौरान ही ट्रेक्टर पर बैठकर बड़ौत मजदूरी करने लिए जा रहा खिवाई निवासी अमित पुत्र किरणपाल को गर्दन में गोली लग गई। इससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। सूचना पर पहुची पुलिस को देखकर आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के पिता को हिरासत में ले लिया व घायल श्रमिक को सीएचसी बिनौली पर लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत में मेरठ मेडिकल के लिए रेफर किया है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Nov 15, 2024