State

आर्यवीर एवं वीरांगनाओं के लिए चरित्र निर्माण शिविर का भव्य उद्घाटन, मात-पिता की असली संपत्ति है संस्कारित संतान

बडौत, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत द्वारा आयोजित आर्य वीर व वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय विशेष शिविर का भव्य उद्घाटन नगर के चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में संपन्न हुआ।मुख्य अतिथि डॉ मनीष तोमर ने ओम ध्वज फहराकर आर्य वीरों को संबोधित करते हुए कहा, दुनिया में असली संपत्ति संस्कारित संतान है। बच्चों को संस्कारित करने का यह पुनीत कार्य आर्य समाज के द्वारा किया जा रहा है।    डॉ मनीष तोमर ने कहा, की युवा पीढ़ी नशे जैसी सामाजिक बुराई को त्याग कर अच्छे समाज का निर्माण करे। शिविर बच्चों के लिए एक आवश्यक कार्यक्रम है। बच्चों में बढ़ती निराशा और आत्महत्या जैसी दर्दनाक घटनाओं को रोकने के लिए इस प्रकार के शिविरों में भेजने की आवश्यकता है। शिविर के माध्यम से बच्चों के जीवन में नेतृत्व की क्षमता का भी विकास होता है। समाज उत्थान के कार्य के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग को आगे आकर कार्य करना चाहिए।   बच्चों के मन को शुद्ध करने का शिविर एक अच्छा माध्यम है। कार्यक्रम अध्यक्ष व आर्य विद्वान धर्मपाल त्यागी ने कहा, हमारे देश की संस्कृति वृद्धाश्रम की कभी नहीं रही। हमें अपने बड़ों की सेवा घर में ही करनी चाहिए। यही संस्कार देने के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है।सभा मंत्री रवि शास्त्री ने कार्यक्रम का संचालन किया व आयोजन में पहुंचे सैकड़ों लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सभा कोषाध्यक्ष कपिल आर्य, सुमेधा आर्या, प्रशांत आर्य रामपाल सिह, जितेंद्र आर्य आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

वीर सिंह व दिव्या ने जीती सौ मीटर फर्राटा दौड़, ब्लाक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में छाए उदीयमान खिलाड़ी

बिनौली, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। न्यू एरा वर्ल्ड स्कूल बिनौली में बुधवार को परिषदीय विद्यालयों की ब्लाक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता हुई, जिसमे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर पर विभिन्न स्पर्धाओं में बाल खिलाडियों ने दम दिखाया। प्रतियोगिता का शुभारंभ बीईओ राशिद अनवर सिद्दीकी ने किया। प्राथमिक स्तर की 50 मीटर बालक वर्ग स्पर्धा में फजलपुर के जुबेर( 7.8 सैकेंड) प्रथम रहे। बालिका वर्ग में कनवाडा की रीतू (8.7 सेकेंड) अव्वल रही। 100 मीटर बालक वर्ग स्पर्धा में बेगमाबाद गढ़ी के वीर सिंह ने 13.1 सेकेंड समय में दौड पूरी की। बालिका वर्ग में ईदरीशपुर की दिव्या(14.2 सेकेंड) प्रथम रही।   जूनियर स्तर की 100 मीटर बालक वर्ग स्पर्धा में आदमपुर के जुनैद (13.2सेकेंड) प्रथम, बालिका वर्ग में फजलपुर की निशा (13.8सेकेंड) प्रथम रही। 200 मीटर बालक वर्ग स्पर्धा में ईदरीशपुर के सावन (23.7सेकेंड) प्रथम, बालिका वर्ग में आदमपुर की परी(25.3सेकेंड) अव्वल रही। जूनियर बालिका वर्ग कबड्डी में एनपीआरसी बिजवाडा विजेता रही, जबकि खोखो स्पर्धा में एनपीआरसी मुलसम विजेता बनी। विजेता प्रतिभागियों को बीईओ राशिद अनवर व गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधक डाअनिल आर्य ने प्रमाण पत्र व मेडल देकर पुरस्कृत किया। आयोजन में जिला व्यायाम शिक्षक सुनील वशिष्ठ, बिजेंद्र कुमार, विकास सोलंकी, निविश सोलंकी, कमल तोमर, जितेंद्र सिंह, वरुण कुमार, विवेक राणा, राजीव चिकारा, रेनू, शारदा देवी, स्वाति, अवध शर्मा आदि का सहयोग रहा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

जिलाधिकारी की प्रशंसक पहल, जिले में नवीन उद्योगों की स्थापना व युवाओं को रोजगार की उम्मीद जगी

बागपत, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जनपद का औद्योगिक विकास हो तो कैसे हो। उद्योगपति तैयार हैं, साढे़ अट्ठारह हजार करोड़ की योजनाएं तैयार हैं तथा जनपद में बेरोजगारी की बढती समस्या को कुछ हद तक दूर करने के लिए प्लानिंग भी, लेकिन नहींं है तो बस, योजना को धरातल पर उतारने के लिए जमीन। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने जनपद के विकास को गंभीरता से लेते हुए एक छ: सदस्यों वाली समिति गठित की है, जो अगली उद्योग बंधु की बैठक से पूर्व इस समस्या का समाधान करने के लिए ।   जिले में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए जमीन का चिह्नांकन करते हुए सुझाव देगी। समिति में बागपत बडौत खेकड़ा विकास प्राधिकरण के सचिव सुभाष सिंह, उप महाप्रबंधक रघुनंदन यादव, परियोजना अधिकारी शर्मिला पटेल, एसडीएम बागपत अविनाश त्रिपाठी, इंडस्ट्रियल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ योगेश जिंदल व सचिव संजय सिंह शामिल किए गए हैं। अब यह समिति जल्दी से अपनी बैठकें और जिले में ऐसे भूभाग का चिह्नांकन कर सुझाव देंगे, जिसे औद्योगिक क्षेत्र 2 के रूप में विकसित किया जा सके और उद्योगपतियों सहित युवाओं के सपने साकार हो सकें।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

टटीरी में इफको नैनो यूरिया केंद्र का निरीक्षण, खाद की गुणवत्ता व वितरण प्रक्रिया में किसानों को न हो परेशानी

बागपत, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने इफको नैनो यूरिया केंद्र, टटीरी का निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने किसानों के लिए खाद और बीज की उपलब्धता का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, विभिन्न प्रकार की खाद की कीमतों का भी अवलोकन किया गया। यहाँ उपलब्ध यूरिया की कीमत 266.50 रुपये प्रति बैग, डीएपी की कीमत 1350 रुपये प्रति बैग और एनपीके की कीमत 1470 रुपये प्रति बैग पाई गई। जिलाधिकारी ने खाद की गुणवत्ता और वितरण प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया और किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने पर जोर दिया।   उन्होंने खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि, किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को खाद गोदाम का दौरा करने और उपलब्धता की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया, साथ ही खाद की गुणवत्ता और वितरण प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने पर जोर दिया ताकि किसानों को समय पर और उचित दर पर खाद उपलब्ध हो सके। इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक दुर्विजय सिंह जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

हरियाणा में जीत की भाजपाई हैट्रिक की जलेबी छपरौली में खूब बंटी, की आतिशबाजी

छपरौली, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। हरियाणा में भाजपा की जीत पर व्यापारियों ने मनाया जश्न। इस खुशी में दिल्ली के भाजपा कार्यालय में बंटी जलेबी बांटने की परंपरा को लोगों ने बखूबी निभाया तथा एक दूसरे को जलेबी खिलाकर बधाई दी व जगह-जगह आतिशबाजी भी की गई। हरियाणा चुनाव में भाजपा की जीत पर छपरौली कस्बे के व्यापारियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जश्न का माहौल छाया रहा। व्यापारियों ने जमकर आतिशबाजी की और लोगों को अनोखे अंदाज में जलेबी बांटकर खुशी का इजहार किया।    व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद जैन ने कहा कि, प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बन रही है, जो देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ रही है और देश के हित में निरंतर कार्य करती रहेगी। इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद जैन, संरक्षक नरेश गुप्ता, दिनेश बंसल, सुनील जैन, दिनेश जैन, सचिव मोनू जैन, जिनेंद्र जैन, संजय जैन, सुशील मुनीम, प्रमोद गुप्ता, राम भरोसे गुप्ता, पीयूष जैन, राजेश जैन, दीपक जैन, सत्येंद्र जैन आदि व्यापारी उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर पेंशन में हो 5, 10 व 15 प्रतिशत की बढोत्तरी : पेंशनर्स एसोसिएशन

बडौत, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सेवा निवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन 65 , 70 व 75 वर्ष की आयु पार कर चुके रिटायर्ड लोगों के लिए 5,10 व 15 प्रतिशत पैंशन में बढोत्तरी के लिए प्रयासरत। साथ ही राशीकरण की कटौती 15 साल के स्थान पर 10 साल तक किए जाने की मांग को लेकर लगातार उच्च स्तर पर वार्ता एवं सुझावों के द्वारा प्रयास कर रहा है। उक्त बातें आज यहां जनपद बागपत जनपद बागपत शाखा की मासिक बैठक में बताई गई। संगठन के कैम्प कार्यालय कोताना रोड गली नम्बर 1 में जिलाध्यक्ष डा यशबीर सिंह तोमर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक का संचालन करते हुए जिला मंत्री सुरेन्द्र पाल ने कही।   बैठक में सबसे पहले गत कार्यवाही की सभी उपस्थित सदस्यों ने पुष्टि की। जिला मन्त्री सुरेन्द्र पाल ने बैठक में बताया कि, अधिकांशतः पेंशनरों की क्षेत्रीय स्तर पर लम्बित समस्याओं का समाधान हो गया है, शेष समास्याओं का समाधान प्रक्रिया में है। जिन सदस्यों के देयक अवशेष हैं, उनके समाधान के लिए भी संगठन प्रयासरत है। बताया कि, प्रदेश स्तर पर संगठन 65,70 व75 साल की आयु पार कर चुके पेंशनरों के लिए 05,10 व15 प्रतिशत पेंशन में वृद्धि के लिए भी प्रयासरत है। राशिकरण की कटौती 15 साल के स्थान10 साल किए जाने के लिए भी प्रदेश पदाधिकारियों के द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है।   इसके साथ ही बागपत जनपद में जिला मुख्यालय पर पेंशनर्स कक्ष निर्माण के लिए मांग की जा रहीं है। बैठक में डा ओमप्रकाश चौहान, डा उदयवीर सिंह दांगी, उमरजान, यशवीर सिंह तोमर, जय पाल सिंह जावला, राजकुमार मान, शिव ओंकार शर्मा आदि ने विचार व्यक्त किए। डा यशवीर सिंह तोमर ने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा, संगठन का शिष्ट मंडल प्रत्येक विभाग के कार्यालयों में जाकर पेंशनरों की समस्याओं का समाधान कराने के लिए कार्य कर रहा है तथा जनपद को समस्या विहीन करने का प्रयास किया जा रहा है। पेंशनर दिवस तक शेष समस्याओं का समाधान सम्भव होगा। बैठक में डा जगमोहन शर्मा, इलियास अहमद, ईश्वर दास, धर्मवीर सिंह तोमर, जयवीर सिंह जावला, राजेन्द्र प्रसाद जैन, कृष्ण पाल राठी, वेदपाल तोमर, सन्तोष, मुनेश आदि सदस्यों ने भाग लिया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024

कोटा से उत्कृष्टता की विरासत 5 नए परिसरों के शुभारंभ के साथ हैदराबाद पहुँची

कोटा, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। परीक्षा की तैयारी के सिलसिले में उत्कृष्टता का पर्याय बन चुका एलन करियर इंस्टीट्यूट अब अपनी शानदार विरासत को दक्षिण भारत में भी विस्तार दे रहा है। एलन करियर इंस्टीट्यूट ने अब कोटा से आगे बढ़ते हुए हैदराबाद में प्रमुख स्थानों पर पाँच नए परिसरों को लॉन्च करने का एलान किया है। शीर्ष रैंकर्स तैयार करने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए अपनी खास पहचान बना चुके एलन के इस कदम को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह कदम दरअसल एनईईटी, जेईई और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवारों को सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एलन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही इससे यह भी सुनिश्चित होता है कि दक्षिण भारत के छात्र अब कोटा में स्थापित समान उच्च मानकों का लाभ उठा सकें। हैदराबाद में एलन के पाँच नए कैम्पस संस्थान की व्यापक दृष्टि का हिस्सा हैं, जिसके तहत अगले तीन वर्षों में 20,000 से अधिक छात्रों को सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह संस्थान अकादमिक उत्कृष्टता की अपनी 36 साल की विरासत का लाभ उठाता है। ये परिसर कोटा के प्रसिद्ध क्लासरूम ईकोसिस्टम में प्रशिक्षित अनुभवी संकाय सदस्यों से सुसज्जित होंगे, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों को उच्चतम स्तर की शिक्षा और मार्गदर्शन हासिल हो सके। हैदराबाद परिसर में भारत भर के स्टार संकाय सदस्य शामिल होंगे, जिनमें कोटा के प्रसिद्ध क्लासरूम ईकोसिस्टम में प्रशिक्षित लोग और अनुभवी शिक्षाविदों की एक टीम शामिल है। यह पूरी टीम मिलकर शिक्षण और निर्देश की उच्च क्षमता सुनिश्चित करती है। पाठ्यक्रम पर अपने त्रुटिहीन फोकस के अलावा, एलन छात्रों केे समग्र कल्याण पर भी जोर देता है। देश भर में हमारे सभी अन्य परिसरों की तरह, हैदराबाद परिसर में भी सभी छात्रों के लिए संकाय और मनोवैज्ञानिक परामर्शदाताओं के साथ सेशन का इंतजाम होगा। यह महत्वपूर्ण सपोर्ट छात्रों को अपनी पढ़ाई और कल्याण के प्रति एक बेहतर और संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद करता है। हैदराबाद कैम्पस की लॉन्चिंग के अवसर पर आयोजित समारोह में एलन के सीईओ नितिन कुकरेजा और एलन हैदराबाद टीम के साथ भारत की राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के जाने-माने मुख्य राष्ट्रीय कोच पी. गोपीचंद भी मौजूद थे। कार्यक्रम में बोलते हुए, गोपीचंद ने कहा, ‘‘पिछले कई दशकों से एलन सफलता और अनुशासन का पर्याय रहा है। हैदराबाद में प्रवेश करते ही, वे न केवल केंद्र स्थापित कर रहे हैं - वे शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए एक नया मानदंड भी स्थापित कर रहे हैं। मेरा मानना है कि यह कदम न केवल तेलंगाना से अधिक शीर्ष रैंक वाले खिलाड़ियों को तैयार करेगा, बल्कि छात्रों की एक पीढ़ी को सही मार्गदर्शन और देखभाल के साथ संभावनाओं की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करेगा।’’ एलन के सीईओ नितिन कुकरेजा ने इस अवसर पर कहा। देशभर में छात्रों को सशक्त बनाने की एलन की यात्रा में अगला अध्याय अब हैदराबाद है। उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्धता और समग्र विकास पर ध्यान देने के साथ, हमारा लक्ष्य न केवल शैक्षणिक परिणामों को बदलना है, बल्कि विद्यार्थियों के जीवन को बदलना भी है। इस गतिशील शहर में हमारा प्रवेश हमारे इस विश्वास का प्रमाण है कि हर छात्र को अगर बेहतर मार्गनिर्देशन हासिल हो, तो वह उच्चतम स्तर पर उत्कृष्टता हासिल कर सकता है।’’ भारत के कोचिंग उद्योग में एलन करियर इंस्टीट्यूट की 36 साल की विरासत राष्ट्रीय परीक्षाओं में इसके विद्यार्थियों को लगातार मिलने वाली सफलता से देखी जा सकती है। संस्थान ने पिछले 15 वर्षों में 25 ऐसे छात्रों को तैयार किया है, जिन्होंने आईआईटी-जेईई और एनईईटी/एआईपीएमटी में ऑल इंडिया रैंक-वन हासिल की है। 2024 में, आईआईटी में प्रवेश करने वाले 5 में से 1 छात्र एलन क्लासरूम से होगा। हमारे छात्र वेद लाहोटी ने जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की है।  एनईईटी 2024 में, हमारे पांच छात्रों- माजिन मंसूर, प्रचिता, दिव्यांश जितेंद्र, नेहा माने और तेजस सिंह ने ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की है। इस साल, हमारे 45 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड में शीर्ष 100 में स्थान बनाया है और 39 छात्र एनईईटी में शीर्ष 100 में हैं- जो भारत में किसी भी संस्थान से सबसे अधिक है। दक्षिण भारत में एलन के परिसरों के छात्रों ने भी अनुकरणीय परिणाम दिखाए हैं, जिनमें से चार छात्रों ने विश्व प्रसिद्ध मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में जगह बनाई है। इस साल, हमारे पांच छात्रों ने जेईई एडवांस्ड 2024 में शीर्ष 100 में जगह बनाई। दक्षिण में हमारे परिसरों के छात्रों ने चिकित्सा क्षेत्र में भी अविश्वसनीय सफलता की कहानियाँ लिखी हैं, जिनमें 17 छात्रों ने एनईईटी 2024 में 700 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं और 599 छात्रों ने इस प्रतिस्पर्धी परीक्षा में 600 से अधिक अंक हासिल किए हैं। एलन के सभी परिणाम विश्व-प्रसिद्ध ऑडिटर अर्न्स्ट एंड यंग द्वारा मान्य किए जाते हैं, और ऐसी मान्यता हासिल करने वाला एलन पहला शैक्षणिक संस्थान बन गया है।

admin

Oct 9, 2024

भारत में अगली औद्योगिक क्रांति जैव प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित होगी’ – डॉ. जितेन्द्र सिंह

नई दिल्ली, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग में राज्य मंत्री तथा अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने किफायती, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा तथा चिकित्सा पर्यटन के लिए वैश्विक केन्द्र के रूप में भारत की बढ़ती उपस्थिति पर जोर दिया, जो एक महत्वपूर्ण राजस्व जनरेटर बन गया है। वे नई दिल्ली में सीआईआई के छठे फार्मा एवं जीवन विज्ञान शिखर सम्मेलन 2024 को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र को समर्थन देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसमें उद्यम निधियों तथा नीतियों के शुभारंभ का उल्लेख किया गया, जिसने जैव प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में महत्वपूर्ण वृद्धि को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि जैव प्रौद्योगिकी स्टार्टअप की संख्या 2014 में मात्र 50 से बढ़कर अब 5,000 से अधिक हो गई है, जो जैव अर्थव्यवस्था पर भारत के बढ़ते फोकस को दर्शाता है। उन्होंने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच मजबूत सहयोग का आग्रह किया।    डॉ. सिंह ने एक मजबूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, जिसमें जैव प्रौद्योगिकी अगली औद्योगिक क्रांति का केंद्र बिंदु होगी। डॉ. सिंह ने भारत की जैव अर्थव्यवस्था के विकास पर जोर दिया, जिसमें 2014 से दस गुना वृद्धि देखी गई है, और एक समावेशी नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता को दोहराया जो बौद्धिक संपदा, डेटा संरक्षण और नैदानिक ​​परीक्षणों को संतुलित करता है। उनकी टिप्पणियों में स्वास्थ्य सेवा और जैव प्रौद्योगिकी में एक वैश्विक नेता के रूप में भारत की भूमिका के लिए आशावाद परिलक्षित हुआ, साथ ही आगे की चुनौतियों और अवसरों को भी संबोधित किया। भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव डॉ. अरुणिश चावला ने फार्मास्यूटिकल्स और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र के महत्वपूर्ण मील के पत्थर को रेखांकित किया “पिछले महीने, फार्मास्यूटिकल्स और जैव प्रौद्योगिकी भारत के लिए चौथा सबसे बड़ा निर्यात विनिर्माण उद्योग बन गया। भारत दुनिया की एक विश्वसनीय फार्मेसी और जैव प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान दोनों में एक भविष्य का वैश्विक नेता बनने का लक्ष्य बना रहा है”।   उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय लेखा डेटा के अनुसार, ये दोनों क्षेत्र अन्य विनिर्माण क्षेत्रों की तुलना में औसतन उत्पादन के लिए दोगुना मूल्य उत्पन्न करते हैं। बाजार विश्लेषकों और निवेशकों का अनुमान है कि आगे चलकर इन क्षेत्रों से रिटर्न एनएसई और बीएसई के उद्योग औसत से काफी अधिक होने जा रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास और फोकस क्षेत्रों पर ध्यान दिया जो उद्योग के लिए बड़े पैमाने पर अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से बायोलॉजिक्स और बायोसिमिलर स्पेस में आवश्यक गहन कार्य के लिए अनुसंधान और विकास और नियामक प्रणालियों के महत्व को सामने रखा। उन्होंने आगे कहा कि इस क्षेत्र ने कई रूढ़ियों को तोड़ा है, भारत अब पिछले वित्तीय वर्ष में आयात की तुलना में अधिक थोक दवाओं का निर्यात कर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए निष्कर्ष निकाला कि जिन क्षेत्रों पर आगे ध्यान देने की आवश्यकता है, वे नीति, शिक्षाविद और औद्योगिक ढांचे हैं। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश एस. गोखले ने अपने संबोधन में भारत की प्रगति में जैव प्रौद्योगिकी की भावी भूमिका पर जोर दिया तथा वैश्विक मान्यता एवं सहयोग पर प्रकाश डाला।    उन्होंने बायोई3 नीति पर जोर दिया - आर्थिक विकास को गति देने, पर्यावरण की रक्षा करने तथा रोजगार सृजन में जैव प्रौद्योगिकी का महत्व। उन्होंने कहा कि 'विकसित भारत 20247' की ओर भारत के मार्ग को 'मध्यम आय के जाल' से बाहर निकलने की आवश्यकता है, जो कई देशों के सामने चुनौती है। उन्होंने तकनीकी नवाचार में प्रतिमान बदलाव का आह्वान किया, अनुसंधान एवं विकास क्षमता का निर्माण करने, उद्योग निवेश बढ़ाने तथा भारत को आगे बढ़ाने के लिए जैव प्रौद्योगिकी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया। समापन में, उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी विकास के एक अद्वितीय भारतीय मॉडल की आवश्यकता पर बल दिया जो इसके जनसांख्यिकीय और भौगोलिक लाभों का लाभ उठाता हो। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के औषधि महानियंत्रक डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने सीडीएससीओ के तहत नियामक सुधारों की सराहना करते हुए 'विश्व की फार्मेसी' बनने की दिशा में भारत के कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने दवा अनुमोदन को सुव्यवस्थित करने, देरी को कम करने और दक्षता बढ़ाने के लिए नए दृष्टिकोणों सहित सहयोगी प्रयासों के माध्यम से वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे सीडीएससीओ दवा अनुमोदन में तेजी लाने के लिए पुराने नियमों को संशोधित कर रहा है, विशेष रूप से जैविक और नवीन उपचारों के लिए, जबकि अनावश्यक प्रक्रियाओं को समाप्त कर रहा है। 20-60 दिनों से 3 दिनों से कम समय तक अनुमोदन के समय को कम करने के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली शुरू की गई है।   जिससे आयात प्रक्रिया काफी आसान हो गई है। उन्होंने भारत को फार्मास्युटिकल इनोवेशन के लिए वैश्विक केंद्र बनाने में चल रहे सुधारों के महत्व को रेखांकित किया। भारत अब बार-बार होने वाले परीक्षणों से बचने के लिए चुनिंदा देशों से नैदानिक ​​​​डेटा स्वीकार कर रहा है, जिससे नई, बेहतर दवाओं के लिए तेजी से बाजार में प्रवेश को बढ़ावा मिल रहा है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के पॉल ने महामारी की तैयारियों में हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, सरकार, उद्योग और अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र में सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने चार प्रमुख फोकस क्षेत्रों को रेखांकित किया: सरकारी नीति, डेटा प्रबंधन, नवाचार और विनिर्माण, और वैश्विक भागीदारी। उन्होंने सक्रिय अनुसंधान और विकास की आवश्यकता पर जोर दिया, विशेष रूप से भविष्य की महामारियों के लिए प्रतिवाद विकसित करने और तेजी से वैक्सीन विकास के माध्यम से तैयारियों की आवश्यकता पर। पिछली महामारी से मिले सबक पर विचार करते हुए, उन्होंने कई प्लेटफ़ॉर्म पर वैक्सीन बनाने सहित औद्योगिक क्षमताओं के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने हितधारकों से भविष्य के प्रकोपों ​​के लिए तेज़ प्रतिक्रिया समय सुनिश्चित करने के लिए "100-दिवसीय मिशन" मॉडल अपनाने का आग्रह किया, पूर्व-स्वीकृत वैक्सीन पाइपलाइनों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की वकालत की। उन्होंने महामारी की तैयारी में वैश्विक और स्थानीय प्रयासों को मजबूत करने के लिए निरंतर नवाचार और एक नेटवर्क की स्थापना का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत आत्मनिर्भर बना रहे और भविष्य के स्वास्थ्य संकटों के लिए तैयार रहे।   डॉ. राजेश जैन, अध्यक्ष, सीआईआई राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी समिति ने अपने संबोधन में दवा और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के आकार को तीन गुना करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिसका लक्ष्य 2047 तक 300 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचना है। उन्होंने पिछले दशक में सरकार द्वारा किए गए सुधारों की प्रशंसा की, जिसने उद्योग को विशेष रूप से संरचनात्मक और प्रक्रिया सुधारों के माध्यम से फलने-फूलने में मदद की है। उन्होंने सरकार से पीएलआई योजना जैसी पहलों के माध्यम से समर्थन जारी रखने का आग्रह किया, जो सीधे उद्योग के विकास को प्रभावित करती है। उन्होंने नियामक प्रक्रियाओं को सरल बनाने, आवेदनों में अतिरेक को कम करने और व्यापार करने में आसानी और दक्षता में सुधार के लिए अंतर-मंत्रालयी समन्वय को बढ़ावा देने की सिफारिश की। उन्होंने सरकार से डिजिटल स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान में एआई, मशीन लर्निंग और बड़े डेटा एनालिटिक्स के एकीकरण की सिफारिश की। अंत में, उन्होंने सरकार से उद्योग के लिए टीकों की एक सूची प्रकाशित करने का आग्रह किया, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के साथ नवाचार प्रयासों को संरेखित करेगा और सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार करेगा। सीआईआई लाइफ साइंसेज समिट एक वार्षिक प्रमुख विचार नेतृत्व मंच है। यह फार्मास्यूटिकल और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों का एक सहक्रियात्मक संयोजन है और यह नियामक सुधारों के प्रभाव, हालिया तकनीकी रुझानों, अत्याधुनिक नवाचारों को बढ़ावा देने, बायोलॉजिक्स और बायोसिमिलर्स के भविष्य, कुशल प्रतिभा विकसित करने, समान स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने और अन्य प्रचलित वकालत मामलों पर चर्चा करने के लिए समर्पित एक मंच है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Oct 9, 2024

वैश्विक मंदी के बावजूद भारत के फार्मा, मेडिटेक निर्यात में तेजी जारी रहने की उम्मीद: डॉ. अरुणिश चावला

नई दिल्ली, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। सरकार द्वारा भारत में औषधि विकास के लिए समर्थन बढ़ाने के साथ ही, चिकित्सीय क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए 16 ब्लॉकबस्टर अणुओं को लक्षित किया गया है। बुधवार कोफार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव अरुणीश चावला और भारत के औषधि महानियंत्रक डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने यहां सीआईआई फार्मा और लाइफ साइंसेज शिखर सम्मेलन के बाद संवाददाताओं को बताया। उन्होंने ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के बावजूद भारत के फार्मास्युटिकल और मेडिटेक क्षेत्रों के निर्यात में चालू वित्त वर्ष में वृद्धि की गति जारी रहने की उम्मीद है। सरकार द्वारा भारत में औषधि विकास के लिए समर्थन बढ़ाने के साथ ही, चिकित्सीय क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए 16 ब्लॉकबस्टर अणुओं को लक्षित किया गया है।    फार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव अरुणीश चावला ने संवाददाताओं को बताया कि इसमें कैंसर, मधुमेह, एचआईवी और तपेदिक शामिल हैं, जिनका भारत में उत्पादन किया जाना है। उन्होंने वैश्विक मंदी के बीच फार्मा उद्योग की निर्यात संभावनाओं पर एक प्रश्न के उत्तर में कहा, "हम हाल के आंकड़ों में निर्यात प्रवृत्तियों का विश्लेषण कर रहे हैं। भले ही वैश्विक स्तर पर निर्यात में सामान्य मंदी है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि भारतीय फार्मास्यूटिकल्स, बायोटेक और थोक दवा निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में दोहरे अंकों में बढ़ा है।" उन्होंने आगे कहा, "इस वर्ष के पहले चार महीनों में, ये निर्यात अब भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक निर्यात आइटम बन गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।   और यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जिसे पार कर लिया गया है"।  उन्होंने फार्मा और मेडिटेक उद्योग दोनों के मजबूत प्रदर्शन पर भी प्रकाश डाला। पिछले साल, उपभोग्य वस्तुएं और सर्जिकल क्षेत्र एक निर्यात-उन्मुख उद्योग बन गया। इमेजिंग डिवाइस, बॉडी इम्प्लांट और इन-विट्रो डायग्नोस्टिक निर्यात जैसे अन्य सेगमेंट इस साल अच्छी वृद्धि दिखा रहे हैं। भारत के फार्मा और मेडिटेक निर्यात पर उत्साहित, उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि जब चालू वित्त वर्ष के लिए डेटा अंततः आएगा, तो आप खुद ही प्रभावशाली परिणाम देखेंगे"। भारत में दवा विकास के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "हमने पारंपरिक फार्मा क्षेत्र और नए उभरते बायोटेक और बायोसिमिलर क्षेत्र में ब्लॉकबस्टर अणुओं और ब्लॉकबस्टर दवाओं की पहचान करने के लिए।    अध्ययन और अनुप्रयुक्त अनुसंधान दोनों किए हैं। उन्होंने आगे कहा, "पेटेंट क्लिफ अध्ययनों ने हाल ही में 26 ब्लॉकबस्टर अणुओं की पहचान की है, इनमें से 16 पाइपलाइन में हैं। इनका उत्पादन भारत में किया जाएगा।  वे अनुमोदन और विनिर्माण लाइसेंस के विभिन्न चरणों में हैं।" हालांकि उन्होंने इन दवाओं को विकसित करने वाली कंपनियों के नाम के बारे में विस्तार से नहीं बताया, लेकिन चालवा ने कहा, "ये ज्यादातर भारतीय कंपनियां हैं, और वे पीएलआई योजना, विकास, शोध, नैदानिक ​​परीक्षण करने और इन ब्लॉकबस्टर अणुओं के लिए आवश्यक अनुमोदन प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन से मदद ले रही हैं"। उन्होंने कहा कि ये अणु छोटे और बड़े दोनों प्रकार के अणु हैं, जो कैंसर, मधुमेह, तपेदिक, एचआईवी और एंटीकोगुलेंट्स सहित अधिकांश चिकित्सीय क्षेत्रों के लिए लक्षित हैं।    चावला ने कहा कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पहले ही कुछ अणुओं को मंजूरी दे दी है, उन्होंने कहा, "आगे बढ़ते हुए, हम उनकी मूल्य श्रृंखलाओं पर भी काम करेंगे, जिस तरह से हमने रासायनिक संस्थाओं की अपस्ट्रीम मूल्य श्रृंखलाओं के रूप में थोक दवाओं पर ध्यान केंद्रित किया है।" चावला ने कहा, "आप आगे इस दिशा में बहुत सारे काम होते हुए देखेंगे। हम सेल और जीन थेरेपी और हेल्थकेयर इकोसिस्टम को सुविधाजनक बनाने पर भी काम कर रहे हैं, जो आगे चलकर सामने आएंगे।" उन्होंने कहा कि सरकार अब जैविक इकाइयों के अपस्ट्रीम पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें विशेष रूप से अमीनो एसिड, न्यूक्लियोटाइड और वैक्सीन कच्चे माल जैसे बुनियादी अणु शामिल हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |  

admin

Oct 9, 2024

एक पेड़ मां के नाम, मेरा युवा भारत स्वयंसेवकों द्वारा बालैनी कालेज में पौधारोपण, प्रधानाचार्य ने बढाया उत्साह

बालैनी, 09 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। भारत सरकार के स्वायत्तशासी संगठन मेरा युवा भारत और नेहरू युवा केन्द्र बागपत के संयुक्त तत्वाधान में बालैनी के श्री कृष्ण इंटर कॉलेज में एक पेड़ मां के नाम अभियान संचालित किया गया। इस दौरान युवाओं ने पौधारोपण कर प्रकृति मां को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प लिया। एक पेड़ मां के नाम अभियान का शुभारंभ प्रधानाचार्य संजय शर्मा, शिक्षाविद् डॉ सत्यवीर सिंह और जिला युवा अधिकारी अरुण कुमार तिवारी ने किया। पौधारोपण से पूर्व युवाओं से संवाद कर अतिथियों ने अभियान के उद्देश्य को साझा किया और पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली को अपनाकर सामाजिक बदलाव के स्वैच्छिक प्रयासों में सहभागी बनने के लिए प्रेरित किया। बाद में युवाओं की टीम बनाकर पौधारोपण हेतु चिन्हित स्थानों पर गड्ढे कर पौधारोपण किया गया।   शिक्षाविद् डॉ सत्यवीर सिंह ने पहला पौधा लगाकर युवाओं को पौधा लगाने की बारीकियों के विषय में जानकारी दी। अभियान के तहत श्री कृष्ण इंटर कॉलेज बालैनी के प्रांगण में केसिया, सागौन, शीशम समेत अन्य प्रजातियों के पौधे लगाए गए। प्रधानाचार्य संजय शर्मा और जिला युवा अधिकारी अरुण कुमार तिवारी ने प्रत्येक पौधे के विशेष गुणों से युवाओं को अवगत कराया, जिसके उपरांत युवाओं ने बड़े उत्साह और समर्पण के साथ पौधे लगाए। पौधारोपण के उपरांत युवाओं को पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने और स्वच्छ स्वस्थ सुंदर बागपत बनाने का संकल्प दिलाया गया। यूथ लीडर अमन कुमार ने मेरा युवा भारत प्लेटफार्म के विषय में युवाओं को जानकारी दी। अभियान में अग्रणी योगदान देने पर युवा स्वयंसेवकों को मेरा युवा भारत बैज देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम आयोजन में प्रभा यादव, अरुणा, डॉ वेद प्रकाश, मनोज कुमार, विवेक कुमार, शंभूनाथ, आलोक कुमार, सतीश कुमार, सचिन सिंह का योगदान रहा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Oct 9, 2024