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○ सिरसली के जंगल में शिकारियों के खटके में फंसा तेंदुआ, 4 घंटे के बाद किया गया रेस्क्यू
○ होली चाइल्ड एकेडमी में हुआ मातृ पितृ पूजन
○ भाजपा ओबीसी के प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा नगरपालिका के सफाई ठेके व विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत
○ विद्या भवन में मोदी हाऊस बना चैम्पियन
○ कोणार्क के तीन दिवसीय खेलों के समापन अवसर खिलाड़ी किए पुरस्कृत, बढाया हौसला
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सरकार खेल नीति और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक को अंतिम रूप देने पर काम कर रही है
नई दिल्ली,02 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुणाल ने 14वें वैश्विक खेल शिखर सम्मेलन 'फिक्की टर्फ 2024' को संबोधित करते हुए कहा कि खेल अर्थव्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, "सरकार को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि खेलों का प्रशासन उचित, न्यायसंगत और समतापूर्ण हो ताकि जो लोग खेलना चाहते हैं उन्हें अवसर मिले और साथ ही संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र विकसित हो। कुणाल ने आगे कहा कि भारत ने 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने की घोषणा की है और सभी हितधारकों को न केवल 2036 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बल्कि 2047 में भारत के विजन को प्राप्त करने के लिए भी मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दो दस्तावेज - खेल नीति 2024 और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक का मसौदा, वर्तमान में आगे के परामर्श के लिए सार्वजनिक डोमेन में हैं। "बहुत जल्द हम इन दोनों दस्तावेजों को अंतिम रूप देने जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन दस्तावेजों की आवश्यकता है क्योंकि खेल केवल खेलों के बारे में नहीं है, बल्कि यह अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करता है। कुणाल ने यह भी कहा कि हमारे पक्ष में बहने वाली हवा में हमारी अर्थव्यवस्था, लोकतंत्र और संस्थाएं, स्थिर सरकार के साथ जीवंत कॉर्पोरेट क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में खेलो-इंडिया केंद्र स्थापित किए जाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कई मौन क्रांतियां भी हो रही हैं। फिक्की खेल समिति के अध्यक्ष पीकेएसवी सागर ने कहा कि भारतीय खेलों का भविष्य सरकारों, निजी उद्यमों, खेल संगठनों और व्यक्तियों के बीच निर्बाध सहयोग पर निर्भर करता है। तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अतुल्य मिश्रा ने राज्य सरकार के लिए खेलों की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि खेलों का स्वामित्व संघों, खिलाड़ियों के पास है और हम नियामक नहीं बल्कि सक्षमकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य खेलों को बढ़ावा देगा और यह हमारा छोटा विषय नहीं बल्कि मुख्यधारा का विषय होगा। श्री मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार कोयंबटूर और चेन्नई में नए क्रिकेट स्टेडियम बनाने जा रही है। उन्होंने कहा, तमिलनाडु में सभी सरकारी नौकरियों में से 3 प्रतिशत पूर्व खिलाड़ियों के लिए आरक्षित हैं और अगले सप्ताह मुख्यमंत्री द्वारा 100 नौकरियां दी जाएंगी। हम वह राज्य हैं जो खेलों में सबसे अधिक राशि खर्च कर रहा है और हमने तमिलनाडु चैंपियन फंड बनाया है जिसमें सीएसआर की बहुत बड़ी राशि आ रही है।" भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजय जडेजा ने कहा कि अगर हम युवा बच्चों के जीवन में खेलों को शामिल करने के लिए काम कर सकें तो 2036 का लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि खेलों का विकास अब जमीनी स्तर पर भी दिखाई दे रहा है और हमें खो-खो खेल को भी बढ़ावा देना चाहिए। रग्बी इंडिया के निदेशक, और अध्यक्ष राहुल बोस ने कहा कि खेलों में भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है और जबकि हम जीतने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, हमें इसे सही तरीके से करना चाहिए। "नैतिकता, पारदर्शिता, जवाबदेही और विश्वास ही जीतने के एकमात्र तरीके हैं। आज मैं हर जगह ऐसे चेहरे देख रहा हूँ जिनके बारे में आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वे भारतीय खेलों का हिस्सा होंगे - कुछ सबसे अच्छे, सबसे प्रतिभाशाली और सबसे नैतिक दिमाग जो मुझे मिल सकते हैं। उन्होंने कहा, "हमें इस अवसर को नहीं गंवाना चाहिए। ओलंपियन और भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी सुश्री मनिका बत्रा ने कहा, "मैंने खेल क्षेत्र में बदलाव होते देखा है और मैं सरकार और विशेष रूप से खेल मंत्रालय से मिल रहे समर्थन के लिए आभारी हूं। इसके अलावा, कॉर्पोरेट क्षेत्र से मिलने वाला समर्थन इस क्षेत्र और खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद होगा।" पैरालिंपिक पदक विजेता हरविंदर सिंह ने कहा, "माता-पिता अब अपने बच्चों को खेलों में जाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह बदलाव हमें आगामी ओलंपिक और पैरालिंपिक में पदक तालिका बढ़ाने में मदद करेगा।" वर्ड्सवर्क कम्युनिकेशंस कंसल्टिंग की संस्थापक सुश्री नेहा माथुर रस्तोगी ने कहा, "खेल एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें एक समान लक्ष्य, एक समान दृष्टि के लिए निजी और सार्वजनिक संस्थाओं के सफल एक साथ आने की वास्तव में आवश्यकता है और वह है खेल की भाषा और खेल की संस्कृति के साथ हमारे राष्ट्र का निर्माण करना।" नांगिया नेक्स्ट के मैनेजिंग पार्टनर सूरज नांगिया ने कहा, "भारत में खेल सामाजिक-आर्थिक बदलाव को प्रेरित करने और आगे बढ़ाने के लिए खेल की शक्ति का प्रतीक है। हमारी रिपोर्ट आगे का रास्ता दिखाती है-सफलता का जश्न मनाना, मुद्दों से निपटना और प्रौद्योगिकी, समावेशन और स्थिरता में अवसर खोलना। यह एक साथ आने और एक विश्व स्तरीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने का समय है जो खिलाड़ियों को सशक्त बनाता है और भारत को खेलों में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने में मदद करता है।" सत्र के दौरान फिक्की-नांगिया नेक्स्ट नॉलेज रिपोर्ट - 'भारत में खेलों का भविष्य' जारी की गई। *रिपोर्ट के मुख्य अंश:* भारतीय खेल उद्योग गतिशील विकास के दौर से गुज़र रहा है, जिसके 2020 में 27 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2027 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। यह परिवर्तन विभिन्न कारकों से प्रेरित है, जिसमें खेल लीगों का व्यावसायीकरण, तकनीकी प्रगति और विविध खेल विषयों पर बढ़ता ज़ोर शामिल है। खेल के सामान, परिधान और मीडिया अधिकार जैसे क्षेत्र इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, अकेले खेल मीडिया बाज़ार के 2020 में $1 बिलियन से बढ़कर 2027 तक $13.4 बिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है। इसके अलावा, 2023 एशियाई खेलों और 2024 पेरिस ओलंपिक में भारतीय एथलीटों की ऐतिहासिक उपलब्धियाँ वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता को उजागर करती हैं। अकेले खेल के सामान का बाजार, जिसका मूल्य 2020 में 4.5 बिलियन डॉलर था, 2027 तक 6.6 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है, जबकि खेल परिधान क्षेत्र 2020 में 14 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 तक 21 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है, जो मुख्य रूप से पुरुषों के खेल उत्पादों द्वारा संचालित है। खेल से संबंधित व्यवसायों में वृद्धि प्रायोजन, मीडिया अधिकार और बिक्री तक फैली हुई है, जो इस क्षेत्र के समग्र पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करती है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
Pradeep Jain
Dec 2, 2024
स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण कृषि-खाद्य प्रणाली को बदलने की आवश्यकता है
नई दिल्ली,02 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। चौथे सतत कृषि पुरस्कार 2024 को संबोधित करते हुए, भारत में एफएओ प्रतिनिधि ताकायुकी हागीवारा ने कल इस बात पर जोर दिया कि कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है, जो 60 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण आजीविका का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि एफएओ न केवल कृषि बल्कि भारत में संपूर्ण कृषि-खाद्य प्रणाली को बदलने की वकालत करता है। इस परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए, उन्होंने उत्पादन से लेकर उपभोग तक संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में सतत प्रथाओं पर सहयोग के महत्व पर जोर दिया। हागीवारा ने कहा, "भारत अपनी आईटी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध है और इसमें डिजिटल कृषि को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस परिवर्तन के लिए कृषि के भविष्य और एक सतत अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को सुनिश्चित करने के लिए सरकार, उद्योग और समुदायों में एकीकृत प्रयास की आवश्यकता है। फिक्की के खाद्य प्रसंस्करण सलाहकार और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पूर्व सचिव सिराज हुसैन ने कहा कि ऐसी तकनीकें विकसित करने की आवश्यकता है जो कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, मुर्गीपालन और डेयरी सहित विभिन्न क्षेत्रों में पैदावार को संरक्षित और बढ़ा सकें। उन्होंने कहा, ये नवाचार संधारणीय प्रथाओं को बढ़ावा देंगे और संबद्ध क्षेत्रों का समर्थन करेंगे।" एफपीओ पर फिक्की टास्कफोर्स के अध्यक्ष प्रवेश शर्मा ने संधारणीयता के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसमें कृषि में संधारणीयता को तीन-आयामी दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता पर बल दिया- आर्थिक संधारणीयता, पर्यावरणीय संधारणीयता और सामाजिक संधारणीयता। खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा पर ब्रिक्स डब्ल्यूबीए कार्य समूह की भारत अध्यक्ष और संधारणीय कृषि पर फिक्की टास्कफोर्स की अध्यक्ष सुश्री अनुजा कादियान ने कहा, "ऐसे समय में जब भारत वैश्विक स्तर पर संधारणीय कृषि विकास का नेतृत्व कर रहा है, संधारणीय उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के साथ किसानों को सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है। कृषि के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में तेजी से काम करने का समय आ गया है, ताकि विकसित भारत के एजेंडे में योगदान दिया जा सके। इस कार्यक्रम में फिक्की-यस बैंक की रिपोर्ट भी जारी की गई, जिसका शीर्षक था “भारतीय कृषि में स्थिरता को बढ़ावा देना: निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाली प्रभावशाली पहलों का एक संग्रह”। यस बैंक इस कार्यक्रम का ज्ञान भागीदार था और रिलीज के बाद संग्रह के निष्कर्षों पर प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम के दौरान फिक्की सतत कृषि पुरस्कारों की घोषणा की गई। 2021 में शुरू किए गए फिक्की सतत कृषि पुरस्कार, ऐसे प्रभावशाली किसान जुड़ाव कार्यक्रमों को मान्यता देते हैं, जो स्थिरता को बढ़ावा देते हैं, आय बढ़ाते हैं, सतत सोर्सिंग करते हैं और जलवायु लचीलेपन को संबोधित करते हैं। पिछले चार वर्षों में, कृषि में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए 80 संगठनों को सम्मानित किया गया है। शिखर सम्मेलन के चौथे संस्करण में, इन पुरस्कारों ने ऐसे अभिनव समाधानों का जश्न मनाया, जो टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ा रहे हैं और भारतीय कृषि के भविष्य को आकार दे रहे हैं। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
Ujjwal Times News
Dec 2, 2024
पंचकल्याणक में हुआ गर्भकल्याणक का पूजन ,56 कुमारियों ने की माता वामादेवी की सेवा ,महाराजा अश्वसैन का लगा दरबार
खेकड़ा,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। धर्मनगरी बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थ धाम में चल रहे पंचकल्याणक महामहोत्सव में शुक्रवार को गर्भकल्याणक का पूजन हुआ। माता की गोद भराई की गई, 56 कुमारियों ने माता की सेवा की तथा महाराजा अश्वसैन का राजदरबार लगा। इस दौरान बडी संख्या में श्रद्धालु पूजन में शामिल हुए। ज्ञेयसागर महाराज के सानिध्य में अनुष्ठान सुबह साढे छह बजे श्रीजी की मंत्र आराधना और जाप के साथ शुरू हुआ, प्रभु का नित पूजन किया व अभिषेक किया गया। शांतिधारा की गई तथा गर्भकल्याणक का पूजन किया गया। पूजन प्रतिष्ठाचार्य श्रेयांश कुमार जैन और जय कुमार निशांत ने मंत्रोच्चार के जरिए कराया। दोपहर में सीमांतनी क्रिया की गई। माता की गोद भराई की गई। शाम के समय त्रसनाली वेदी की शुद्धि की गई। मंगल आरती की गई। शास्त्र सभा हुई। महाराजा अश्वसैन का राजदरबार लगा। उसमें राज्य की व्यवस्था का मंचन हुआ। राजदरबार के बाद माता को स्वप्न दिखाई देने की क्रिया हुई। उन्हें स्वप्न के फल का वर्णन सुनाया गया। गर्भ में प्रभु के आने की जानकारी मिलते ही अयोध्या नगरी में हर्षाेल्लास का माहौल बन गया। श्रद्धालु झूमने लगे। 56 कुमारियां माता की सेवा में जुट गई। अष्ट कुमारियों ने तत्व चर्चा की। समारोह में जैन संत आचार्य ज्ञेयसागर महाराज ने माता और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। अनुष्ठान में त्रिलोक चंद जैन आदि ने सहयोग दिया। गोद भराई रस्म में छाया श्रद्धा का उल्लास पंचकल्याणक महामहोत्सव का पंडाल श्रीजी की माता की गोद भराई की रस्म के समय जयकारों से गूंज उठा। ढोलक की थाप पर मंगल गीत गाए गए। जैन साध्वियों के सानिध्य में श्रद्धालु महिलाओं ने श्रीजी की माता की गोद भराई की। गोला, बादाम, अखरोट और मखाने से उनकी गोद भर दी। उन्होंने मंगल गीत गाते हुए नृत्य भी किया। श्री जी के माता-पिता का साफा व माला पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। *संस्कृति के लिए बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण जरूरी* अनुष्ठान में प्रवचन करते हुए जैन संत ज्ञेयसागर ने कहा कि ,धन कमाने से ज्यादा जरूरी बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण जरूरी है। संस्कारों से ही संस्कृति की रक्षा होगी। मन वचन व काया हमे शरीर के साथ प्राप्त हुए है। इन्ही से नरक, त्रियंच, मनुष्य और देव गति में जहां जाना चाहे वहां जाया जा सकता है। इनसे परमात्मा पद तक प्राप्त किया जा सकता हैं। जितनी भी आत्मा अरिहंत बनी है वे भविष्य में भी बनेगी, वे भी मन वचन काया को परम विशुद्ध बनाकर बनी हैं। मानव को आज भी यही तीनों साधन प्राप्त हैं। हमने इनका महत्व नहीं समझा। हम सोचते हैं ये तो सहज में प्राप्त हो गए हैं,कितु अनंत पुण्य के उदय से ही ये साधन हमें उपलब्ध होते हैं। मानव रूपी संसार सागर के किनारे आकर भी इसका सदुपयोग नहीं किया तो जीती बाजी हम हार जाते हैं। *घट यात्रा में श्रद्धालु झुमे* अनुष्ठान में दोपहर के समय घट यात्रा निकली। यात्रा अनुष्ठान पंडाल से पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई। बैंड बाजा के साथ यात्रा ने समूचे अतिशय क्षेत्र में भ्रमण किया। यात्रा में शामिल श्रद्धालु प्रभु के भजनों पर झूमते रहे। अबीर गुलाल उड़ते रहे। करीब एक घंटे के भ्रमण के बाद यात्रा वापस पंडाल पर पहुंचकर संपन्न हुई।वहीं राज्यमंत्री संजीव गोयल ने लिया संतो का आशीर्वाद लिया तथा विश्व की अलौकिक कृति त्रिलोक मंदिर का अवलोकन कर श्रीजी के दर्शन किए व आचार्य संमति सागर महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान मंदिर समिति के गजराज जैन गंगवाल, राजेन्द्र प्रसाद जैन, त्रिलोक चंद जैन आदि ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
admin
Dec 1, 2024
विधायक का मुख्यमंत्री को पत्र: गाजियाबाद साइट 4 में हैं अवैध मीट के कारैबारी, सीबीआई द्वारा हो जांच
लोनी गाजियाबाद,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर गाजियाबाद साइट 4 में चल रहे अवैध मीट के कारोबारियों के खिलाफ सीबीआई जांच कराने की मांग की है। कहा कि,गौकशी के इस धंधे में शामिल लोगों को पुलिस के उच्च अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है।उन्होंने गौकशी में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग की है । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्र में विधायक नंद किशोर गुर्जर ने उल्लेख किया कि , गाजियाबाद गो तस्करों का हब बन गया है और अन्य स्थान से गौ हत्या कर गाजियाबा में साइट 4 सुरक्षित जगह बन गई है। यह धंधा पुलिस की देखरेख में खूब फल फूल रहा है। पत्र में कहा गया कि,गाजियाबाद क्षेत्र में दर्जनों गौकशी की घटनाओं के बावजूद पुलिस आयुक्त द्वारा कभी यह जानने की कोशिश नहीं की गई कि, गाजियाबाद में गौकशी की घटनाओं के पीछे कौन लोग सक्रिय हैं । नोएडा में पकड़े गए गौ तस्करों ने बताया कि गाजियाबाद की साइट 4 में मांस एकत्र कर बेचने के धंधे में कई कंपनियां कार्य कर रही हैं। बताया कि, इन कंपनियों में कार्य कर रहे लोगों ने पकड़े जाने के बाद बताया कि, इन कंपनियों द्वारा मांस की ढुलाई के दौरान प्रयुक्त गाड़ियों के कागज़ों में भैंस की मीट के नाम पर बनाए जा रहे हैं ,लेकिन वास्तव में असली व्यापार तो गौमांस का कर रहे हैं,जिसकी सप्लाई एनसीआर सहित दुबई अफगानिस्तान व अन्य देशों में बड़ी मात्रा में की जा रही है। भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर का कहना है कि, गंगा के खादर क्षेत्र में खरखोदा, अलीगढ़, मेरठ, अमरोहा, हापुड़ व मुरादनगर के नेकपुर धौलाना के नाहल मसूरी व अन्य स्थानों पर गौवध कर उनका मांस गाजियाबाद साइट 4 स्थित कंपनियों में एकत्रित किया जाता है। कहा कि, गाजियाबाद में स्थित कंपनियों पर तालाबंदी कर कठोर कार्रवाई हो और इस धंधे में शामिल लोगों को पुलिस संरक्षण देने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी सीबीआई जांच कराई जाए । स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
admin
Dec 1, 2024
रमेशपाल की हत्या में नामजद एक और आरोपित गिरफ्तार , तमंचा बरामद
बिनौली,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। मालमाजरा गांव में रंजिश को लेकर एक ही परिवार के लोगों ने यूपी पुलिस के सिपाही के पिता रमेशपाल की गाेली मारकर की गई हत्या के मामले में नामजद चौथे आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर तमंचा भी बरामद किया है। मालमाजरा गांव में लगभग 58 वर्षीय रमेशपाल पुत्र रणबीर सिंह की 15 नवंबर की रात में बाइक पर अपने घर लौटते समय उसके घर से 20 कदम दूर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की रमेशपाल की पत्नी मुन्नी ने प्रमोद पुत्र गजे सिंह उसके पुत्र अनुज, पत्नी पुष्पा, पुत्री शालू अनिल उर्फ लीलू पुत्र जीत सिंह व प्रवीण पुत्र सुबोध सहित छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्या में नामजद आरोपित प्रमोद, उसके पुत्र अनुज व अनिल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।इंस्पेक्टर कुलदीप सिरोही ने बताया कि ,मुखबिर की सूचना पर गुरुवार रात नौ बजे जिवाना दरकावदा चौराहे से आरोपित प्रवीण पुत्र सुबोध को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह कहीं जाने की फिराक में था। जिसकी निशानदेही पर उसके नलकूप के पास खड़े नीम के पेड़ की जड़ में दबाया गया घटना में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा भी बरामद किया गया। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 1, 2024
वर्ष 2023 में अधिग्रहित भूमि पर अमूल डेयरी प्रोजेक्ट को मूर्तरूप देने को सांसद प्रयासरत
बागपत,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। जनपद के मीतली व मेवला के ग्रामीणों से वर्ष 2023 में अमूल दुग्ध व डेयरी उत्पाद हेतु बडे प्रोजेक्ट निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई भूमि पर लगभग दो साल बाद भी कंपनी द्वारा कोई शुरुआत न किए जाने से जहां किसान क्षुब्ध हैं वहीं सांसद डॉ राजकुमार सांगवान भी प्रयासरत हैं कि, कंपनी अपने प्रोजेक्ट पर जल्द से जल्द कार्य शुरू करे। सांसद ने इस संबंध में केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्य मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से मुलाकात कर उन्हें पत्र भी दिया, जिस पर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया गया। बागपत जिले में अमूल डेयरी द्वारा अधिग्रहित भूमि पर शीघ्र निर्माण कार्य आरंभ कराने के सम्बन्ध में राज्य मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से मुलाकात के दौरान अवगत कराया कि, जनपद बागपत के मेवला व मीतली गाँव में अमूल कम्पनी द्वारा वर्ष 2023 में डेयरी प्लांट लगाने हेतु भूमि क्रय की गयी थी। जिसका उद्देश्य था कि डेयरी से संबंधित सुविधाओं का निर्माण कर क्षेत्र के विकास, रोजगार सृजन और दुग्ध उत्त्पादन को प्रोत्साहित किया जा सके। परंतु खेद है कि,अमूल डेयरी द्वारा भूमि क्रय किये जाने के उपरान्त आज तक भी अमूल डेयरी प्लांट का निर्माण शुरु नही किया है। इससे स्थानीय नागरिकों में निराशा व्याप्त है। सांसद ने कहा कि, इस परियोजना से जुड़ी उम्मीदें अब तक पूरी नहीं हो सकी हैं एवं जनपद बागपत व आस पास के जिलो के दुग्ध उत्त्पादको व किसानो को समस्याओं को झेलना पड रहा है। कहा कि,अमूल डेयरी प्लांट चालू होने से युवाओ को रोजगार के अवसर तो मिलेंगे ही, साथ ही जनपद के सभी दुग्ध उत्पादको एवं किसानो दुध का उचित मूल्य भी मिलेगा, लेकिन यह सब तभी संभव है जब अमूल प्रोजेक्ट धरातल पर दिखाई दे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 1, 2024
रमेशपाल की हत्या में नामजद तीसरा आरोपित भी गिरफ्तार
बिनौली,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। मालमाजरा गांव में रंजिश को लेकर एक ही परिवार के लोगों ने यूपी पुलिस के सिपाही के पिता रमेशपाल की गाेली मारकर की गई हत्या के मामले में नामजद एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि आरोपित पिता पुत्र को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। मालमाजरा गांव में लगभग 58 वर्षीय रमेशपाल पुत्र रणबीर सिंह की 15 नवंबर की रात में बाइक पर अपने घर लौटते समय उसके घर से 20 कदम दूर रंजिश को लेकर प्रमोद व उसके पुत्र सहित परिवार के लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना की रमेशपाल की पत्नी मुन्नी ने प्रमोद पुत्र गजे सिंह उसके पुत्र अनुज, पत्नी पुष्पा, पुत्री शालू अनिल उर्फ लीलू पुत्र जीत सिंह व प्रवीण पुत्र सुबोध सहित छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्या में नामजद आरोपित प्रमोद व उसके पुत्र अनुज को पुलिस ने 17 नवंबर को जेल भेजा था। इंस्पेक्टर कुलदीप सिरोही ने बताया कि, मुखबिर की सूचना पर सुबह दस बजे दरकावदा मोड से आरोपित अनिल उर्फ लीलू पुत्र जीत सिंह को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह कहीं जाने के लिए खड़ा था। आरोपित का चालान कर बागपत न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा गया। घटना में शामिल शेष आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 1, 2024
जिलाधिकारी ने बड़ागांव के पंचायत सचिवालय व निर्माणाधीन जन सुविधा केंद्र का किया निरीक्षण
बागपत,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने जनपद के विकासखंड खेकड़ा के ग्राम पंचायत भवन बड़ागांव का निरीक्षण किया । इस पंचायत सचिवालय भवन का सन् 2022 में 10 लाख ₹ की धनराशि से हुआ था, जिसमें अब जगह-जगह सीलन की समस्या है इसके अलावा यहां पर एक विशेष रूप से जन सुविधा केंद्र निर्माणाधीन है जिसका निर्माण ₹ 5 लाख की धनराशि से किया जा रहा है और उसमें भवन निर्माण की स्थिति अच्छी नहींं है। जो खिड़कियां प्रधान के द्वारा और पंचायत सचिव द्वारा लगाई गई हैं वे काफी निम्न श्रेणी की हैं, उनको बदलने के निर्देश भी दिए गए। भवन की जो 10 लाख ₹ खर्च हुए हैं उसकी गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह है। इसकी जाँच हेतु खंड विकास अधिकारी खेकड़ा व सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए हैं । प्रत्येक ग्राम पंचायत में शासन द्वारा एक जन सुविधा केंद्र बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है।कुछ स्थानों पर जन सुविधा केंद्र संचालित हैं जिससे गांव के व्यक्ति को किसी प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए जगह जगह जाना ना पड़े और अपने गांव में ही उसकी समस्या का समाधान हो जाए । उससे संबंधित जो दस्तावेज हैं वे उसे समय से प्राप्त हो जाएं। जिलाधिकारी ने बड़ागांव के जन सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया ,जिसमें पंचायत सहायक द्वारा 1 वर्ष में 42 प्रमाण पत्र जारी किए हैं। इन जन सुविधा केंद्र में जो पंचायत सहायक कार्य करते हैं उन्हें मानदेय मिलता है। इतने कम प्रमाण पत्र बनने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ग्राम स्तर पर दी जाने वाली सुविधाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कम हुआ है । इस सबके संबंध में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि, जन सुविधा केंद्र पर कितने प्रमाण पत्र बन रहे हैं, कितनी फीस ली जा रही है, ग्राम स्तर पर इसकी आवश्यक जांच की जाए, जिससे जनता को शासन द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधा मिल सकें। जिलाधिकारी ने कहा, गांव की सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा अलग से भवन बनाया जा रहा है, जिससे कि अधिक से अधिक फैसिलिटी मिले । उनमें कंप्यूटर स्कैनर प्रिंटर अन्य फैसिलिटी दी जा रही हैं। डीपीआरओ को निर्देशित किया कि ,जिसकी जो लापरवाही है उसकी जवाब देही तय की जाए और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए । इस दौरान जिलाधिकारी ने बड़ागांव में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थिति पंजिका देखी । पता चला कि,लैब टेक्नीशियन अभय प्रताप काफी समय से अनुपस्थित चल रहे हैं ,जिन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार पूरे माह में 10 दिन उपस्थित हुए हैं, जिसकी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने कहा कि ,इनका वेतन आहरित ना किया जाए।उन्होंने आने वाले मरीजों को दवाइयां उपलब्ध कराने के बारे में भी जानकारी ली और संबंधित से अच्छा फीडबैक प्राप्त हुआ। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 1, 2024
बडागांव में पंचकल्याण महामहोत्सव की तैयारी पूर्ण , त्रिलोकतीर्थ परिसर में पांच दिन तक होंगे धार्मिक अनुष्ठान
खेकड़ा,01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। खेकड़ा।बडागांव के त्रिलोक तीर्थ परिसर में नवनिर्मित त्रसनाली के जिनबिम्बों का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव गुरुवार से प्रारम्भ होगा। पांच दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान होंगे। बुधवार को बडे संतो का ससंघ आगमन बैंड बाजे के साथ जारी रहा। बडागांव में विश्व की अलौकिक कृति त्रिलोक तीर्थ धाम के मध्य में त्रसनाली के जिनबिम्बों का नवनिर्माण हुआ है। इनकी प्रतिष्ठा का पंचकल्याणक महामहोत्सव गुरुवार से शुरू होगा। पांच दिवसीय कार्यक्रम का समापन दो दिसम्बर को होगा। इसमें देश भर से प्रतिष्ठित संत और साध्वी माता का सानिध्य रहेगा। प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसके लिए परिसर में विशालकाय वाटरप्रूफ टेंट लगाया गया है। बुधवार को बडागांव में संतो को आगमन हुआ। आचार्य श्रुतसागर महाराज, सुबल सागर महाराज, ज्ञेयसागर महाराज, त्रिलोक भूषण महाराज, आर्यिका दृष्टिभूषण माता आदि का सानिध्य रहेगा। गजराज जैन गंगवाल, राजेन्द्र प्रसाद जैन, त्रिलोक चंद जैन आदि की देखरेख में कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है। *ये रहेंगे प्रतिष्ठाचार्य* डा श्रेयांस कुमार जैन के निर्देशन में ब्रह्मचारी जय निशांत टीकमगढ मुख्य प्रतिष्ठाचार्य रहे। ब्रहमचारी नवीन भैया सह प्रतिष्ठाचार्य होंगे। *रोज होंगे मांगलिक कार्यक्रम* प्रथम दिन गर्भकल्याणक पूर्व होगा। दूसरे दिन गर्भकल्याण उत्तर होगा। तीसरे दिन जन्म व तप कल्याण के अनुष्ठान होंगे। सायंकाल तपोवन आर्ट ग्रुप सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे। चौथे दिन ज्ञान कल्याण के अनुष्ठान के साथ रात्रि में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। पांचवे दिन मोक्ष कल्याणक अनुष्ठान होगा। साथ ही 31 फुट उतंग अष्टधातु प्रतिमा का महामस्तिकाभिषेक होगा। जन्म कल्याणक और मोक्ष कल्याणक पर ड्रोन से पुष्प वर्षा दर्शनीय रहेगी। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 1, 2024
कासिमपुर खेडी तक चलने वाली ट्रेन को शामली तक बढाएं, 14545-46 में और 4 कोच लगाएं :सांसद सांगवान
बागपत, 01 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। लोकसभा में शून्य काल के दौरान बागपत सांसद डॉ राजकुमार सांगवान ने रेल यात्रियों की परेशानियों के मद्देनजर दिल्ली से कासिमपुर खेडी तक चलने वाली रेल को शामली तक भेजे जाने की मांग की। सांसद ने लोकसभा सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि, मेरे लोकसभा क्षेत्र की गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। यात्री गाड़ी संख्या 04023/24 ,जो दिल्ली से बागपत बड़ौत कासिमपुर खेड़ी तक जाती है ,जिसमें यात्रियों का भारी दवाब है और यह गाड़ी शामली स्टेशन तक नहीं जाती है, जिसके कारण उन्हें अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए काफी परेशानी होती है। सदन के माध्यम से माननीय मंत्री से अनुरोध करता है, कृपा कर इसे ट्रेन को शामली तक बढ़ाया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा,ट्रेन संख्या 14546/45 में भी यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण भीड़भाड़ की समस्या रहती है। इस ट्रेन में 4 अतिरिक्त कोच लगाने से यात्रियों को यात्रा करने में सुविधा होगी। इन दोनों समस्याओं का शीघ्र समाधान करें। यात्री गाड़ी संख्या 04023/24 को शामली स्टेशन तक बढ़ाया जाए और ट्रेन संख्या 14546/45 में अतिरिक्त कोच लगाए जाएं।कहा कि, यह एक छोटा सा कदम है, लेकिन इससे हजारों लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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Dec 1, 2024