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सारथी वेलफेयर फाउंडेशन ने मात्र 5 रुपये में कराया भरपेट भोजन

बागपत, उत्तर प्रदेश,06 जून 2024  (यूटीएन)।  सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में सारथी की 18 वीं रसोई का शुभारंभ मां अन्नपूर्णा को भोग समर्पित कर किया गया। इस रसोई का उद्धघाटन रचना जौहर, जौहर पब्लिक स्कूल की प्रबन्धक व प्रधानाचार्य ने किया।    रचना जौहर ने बताया कि ऐसी  रसोई चलती रहनी चाहिए, ताकि जरूरतमंद की मदद होती रहे।सारथी की रसोई में जरूरतमंद लोग भोजन करते है ओर रसोई इसी प्रकार निरन्तर चलती रहे। जानवी चौधरी ने बताया इस रसोई के प्रसाद में आम जनों को, गरीबों को, मजदूर वर्ग, रिक्शा चालक, राहगीरों को एवं अन्य वर्ग के सभी लोगों को 5 रुपये में भरपेट भोजन कराया जाता है।  राकेश चन्ना व हर्ष चन्ना फैट टाइगर रेस्टोरेंट वालों ने बताया कि जितनी उत्सुकता खाने वालों को होती है, उतनी ही उत्सुकता एवं सेवा भाव खिलाने वालों में भी होती है।   दीपांशु वर्मा ने भी इस रसोई में आकर सेवा की। उन्होंने बताया किसी भूखे को भरपेट भोजन करना ही वास्तव में  पुण्य का कार्य है। शेखर वर्मा ने बताया सारथी की रसोई में हजारों लोग भोजन करते है। सबके साथ ओर सहयोग से ये रसोई निरन्तर ऐसे ही चलती रहे। सुमित चौधरी ग्रीन रिसोर्ट ने बताया कि वास्तव में इन कार्यो से मन को सकून मिलता है।    इस मौके पर वन्दना गुप्ता, मीता अरोरा, नेशनल अवार्डी एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, विभु जैन, जानवी चौधरी, ममता अरोरा, शिवानी जैन, हेमा, जया वाधवा, मीनाक्षी, रेणु, अनिल अरोरा, रजनीश जैन, सुमित ग्रीन रिसोर्ट, नितिंन जैन, मनीष जैन, विपिन सिंघल, अभिषेक जैन, आदित्या भारद्वाज, अंकुज खोकर,सचिन खोकर, दीपांशु वर्मा, आनन्द, सत्यम जैन, सत्यम जैन, ध्रुव जैन, आदित्या भारद्वाज आदि मौजूद रहे।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Jun 6, 2024

कृषि वैज्ञानिक बनने पर अक्षय उज्ज्वल का जोरदार स्वागत

बिनौली,06 जून 2024  (यूटीएन)। क्षेत्र के सिरसलगढ गांव में रविवार को हुए कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक बने किसान के बेटे अक्षय उज्ज्वल का ग्रामीणों ने अभिनंदन किया।    सिरसलगढ निवासी किसान के योगेंद्र उज्ज्वल के बेटे अक्षय उज्ज्वल का इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एग्रीकल्चर साइंटिस्ट के पद पर चयन हुआ है। इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। अक्षय के ताऊ डॉ ओमवीर सिंह भी करनाल में प्रधान साइंटिस्ट हैं,जिनकी प्रेरणा से अक्षय ने यह उपलब्धि हाँसिल की है। गांव में हुए कार्यक्रम में अक्षय का अभिनंदन किया गया, जिसमें क्षेत्र के सैंकड़ों गणमान्य ग्रामीणों ने अक्षय को बधाई दी।    इस अवसर पर रालोद राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री डॉ कुलदीप उज्जवल ने कहा कि ,आज किसानों के बच्चे शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में बड़े कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। एक साधारण किसान के घर में पैदा होकर अक्षय ने भी गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर जिला जाट महासभा जिलाध्यक्ष देवेंद्र धामा, उपाध्यक्ष रामनिवास, मास्टर जयवीर उज्ज्वल, मोहनवीर उज्ज्वल, अंकित उज्जवल, हर्ष उज्ज्वल, सूर्यांश उज्ज्वल, मोहित उज्ज्वल आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 6, 2024

पूर्व प्रधान पर जानलेवा हमले का प्रयास, गिरफ्तारी न होने पर जताया रोष, सुरक्षा की मांग

बालैनी,06 जून 2024  (यूटीएन)। क्षेत्र के मवीकला गांव में पूर्व प्रधान पर जानलेवा हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा हैं। रविवार को पूर्व प्रधान के मकान पर ग्रामीणों ने पंचायत कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की और पूर्व प्रधान व उसके परिवार को सरकारी सुरक्षा देने की मांग की है।   गौरतलब है कि, तीन दिन पूर्व बालैनी क्षेत्र के मविकला गांव मे ग्राम प्रधान के देवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर पूर्व प्रधान संजय चौधरी पर जानलेवा हमला किया और कनपटी पर तमंचा रखकर गोली मारने का प्रयास किया था ,लेकिन गोली मिस हो गई थी।   पूर्व प्रधान की तहरीर पर ग्राम प्रधान के देवर इंद्र, बिट्टन, मनोज और विपिन के खिलाफ जानलेवा हमला करने और ग्राम प्रधान पति सुरेंद्र पर षड़यंत्र रचने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।   रविवार को आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के विरोध मे पूर्व प्रधान के आवास पर ग्रामीणो की पंचायत हुई ,जिसमें पुलिस से आरोपियो की जल्द गिरफ्तारी और प्रसाशन से पूर्व प्रधान और उसके परिवार को सरकारी सुरक्षा  दिलाने की मांग की।   पंचायत मे राजीव, कल्लू, गजेंन्द्र, राजेन्द्र, ओमकार शर्मा, ब्रहमपाल  हरेन्द्र ,रविकांत, राजीव, सत्येंद्र मुखिया,रामपाल,जितेन्द्र आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 6, 2024

जनएचएआई की लापरवाही और अनदेखी, खुदे पड़े गड्ढे के कारण फिर एक हादसा, बिजली कर्मी की मौत

बालैनी,06 जून 2024  (यूटीएन)। मेरठ-बागपत हाइवे पर बालैनी टोल प्लाजा के समीप खुदे पड़े गड्ढे में टकराकर बाइक सवार की मौत। मृतक बिजली विभाग मे टीजी टू के पद पर तैनात था और ड्यूटी के लिये बड़ौत जा रहा था। मौके पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया।   मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी 54 वर्षीय योगेश भटनागर पुत्र प्यारेलाल भटनागर बिजली विभाग मे टीजी टू के पद पर बड़ौत मे तैनात रहा है। रविवार की सुबह वह बाइक पर सवार होकर ड्यूटी के लिये बड़ौत जा रहा था ,जैसे ही वह मेरठ-बागपत हाइवे पर बालैनी टोल प्लाज के समीप पहुँचे तो वहां पहले से खुदे पड़े गड्ढे मे उसकी बाइक टकरा गई और वह सड़क पर गिर गए।इस दौरान सिर सड़क पर टकराने से टीजी टू की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया। घटना का पता चलते ही मृतक के परिजनों मे कोहराम मच गया।     *खुदे पड़े गड्ढे की वजह से हो रहे है हादसे*   टोल प्लाजा के समीप काफी दिनों से गड्ढा खुदा पड़ा है ,जिसकी वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं। कुछ दिन पहले भी इसी गड्ढे की वजह से बालैनी निवासी युवक की मौत हो गई थी, लेकिन हादसे होने के बाद एनएचएआई द्वारा इस गड्ढे को सही नही करवाया जा रहा है ,जिसके चलते ग्रामीणो मे रोष व्याप्त है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 6, 2024

नोटिस जारी करने तक सीमित हुए नगर पालिका के अधिकारी, अतिक्रमण जारी

बड़ौत,06 जून 2024  (यूटीएन)। नगर पालिका प्रशासन की ढीली कार्यशैली के चलते सरकारी संपत्तियों पर लगातार अतिक्रमण किए जाने का खेल जारी है, क्योंकि शिकायत मिलने के बाद भी केवल नगर पालिका प्रशासन नोटिस जारी करने तक ही सीमित रहता है, इससे अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। यही कारण है कि हर साल बरसात में शहर में भीषण जलभराव की समस्या रहती है।    दिल्ली बस स्टैंड की बराबर का मुख्य बाजार बरसात के समय में पानी से भरपूर हो जाता है। इस दौरान बाजार का पानी नाले कीचड़ से भरपूर के बाजार का रास्ता हो जाता है । यहां से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, क्योंकि नाले भी कीचड़ से भरे रहते हैं । नालों में भरे कीचड़ से मुक्ति दिलाने के लिए हर साल नई-नई योजनाएं लाकर उन पर लाखों रुपया पानी की तरह बहाया जाता है, लेकिन जिन कारणों से जलभराव होता है, उनके समाधान की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जाता। इन कारणों से हर साल शहर के जलमग्न होने की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है।    नगर के शोरगिरान मोहल्ले में नोटिस के बावजूद नाले पर छज्जा निकालने की घटना, नगर पालिका प्रशासन की लचर कार्यशैली को उजागर करता है। आलम यह है कि, मामला उजागर होने के बाद भी नगर पालिका केवल नोटिस जारी करने की कार्रवाई तक ही सीमित रह गई, जिससे अतिक्रमण करने वाले लोगों के हौसले और भी बुलंद हो रहे हैं।    *कार्रवाई करने से बच रही नगर पालिका*   नाले पर हुए अवैध कब्जे के बाद भी नगर पालिका प्रशासन नियमों की बात कह कर कार्रवाई करने से बचता नजर आ रहा है, इससे प्रतीत होता है कि, नगर पालिका प्रशासन की शह के चलते नाले पर छज्जा निकालकर अवैध कब्जा कर लिया। मोहल्ले के लोगों ने गली में छज्जे हटवाए जाने की मांग की है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 6, 2024

नाबालिग लड़की की बरामदगी को लेकर कोतवाली पर प्रदर्शन

बडौत, 06 जून 2024  (यूटीएन)। नगर के गुराना रोड की घटना को लेकर हिंदू समाज में पनपा आक्रोश। किया कोतवाली में प्रदर्शन।दी आंदोलन की चेतावनी।    नगर कोतवाली पर महिला सुरक्षा सम्मान के लिए हिंदू समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया तथा नारेबाज़ी करते हुए पुलिस पर अपना गुस्सा जाहिर किया। आरोप लगाया कि,24 घंटे बीत जाने के बाद भी 13 वर्षीया नाबालिग लड़की को पुलिस प्रशासन पीड़ित परिवार को धमका रहा है।   प्रदर्शनकारियों ने बताया कि, विशेष समुदाय के व्यक्ति द्वारा लड़की ले जाने के बाद भी पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है ,जबकि पुलिस लड़की को ढूंढ पाने में असफल है । चेतावनी दी कि, अगर लड़की बरामद नहीं हुई ,तो हिंदू समाज उग्र आंदोलन आंदोलन करेगा। प्रदर्शन करने वालों में घसीटू, धन सिंह, मिंटू, चाहतीराम, जगदीश सिंह,  सोराज, संजय कुमार बुगली, रेखा, कामिनी, पूनम, ममता, चान्दों आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |  

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Jun 6, 2024

यह एग्जिट पोल नहीं, बल्कि मोदी पोल है: राहुल गांधी

नई दिल्ली, 03 जून 2024  (यूटीएन)। लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल में तीसरी बार भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान है। एग्जिट पोल के आंकड़ों को इंडिया ब्लॉक के नेता ने मानने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस ने एग्जिट पोल के नतीजों को एक मनोवैज्ञानिक खेल बताया। इन्हीं सब को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आज एक बैठक की। बैठक के तुरंत बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने इस दौरान सिद्धू मूसेवाला के एक गाने की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि यह मोदी मीडिया पोल है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बैठक की।    बैठक में कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'ये एग्जिट पोल झूठे हैं। इंडिया गठबंधन को 295 सीटों से कम सीटें नहीं मिलने जा रही हैं। ये एग्जिट पोल फर्जी हैं क्योंकि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मनोवैज्ञानिक खेल खेल रहे हैं।  विपक्षी दलों, चुनाव आयोग, मतगणना एजेंटों, रिटर्निंग अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा माहौल बना रहे हैं कि वे वापस आ रहे हैं लेकिन वास्तविकता पूरी तरह से अलग है।   राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, 'यह एग्जिट पोल नहीं है। यह मोदी मीडिया पोल है। यह मोदी जी का पोल है। उनका फैंटेसी पोल है।' इंडिया अलायंस के लिए सीटों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, 'क्या आपने सिद्धू मूसे वाला का गाना 295 सुना है? 295।' एग्जिट पोल पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा, 'हमें विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में दो तिहाई सीटें जीतेगी। इस देश के लोग बदलाव चाहते हैं।   सभी कार्यकर्ता आश्वस्त हैं और मुझे नहीं लगता कि हम कर्नाटक में हारने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल पर गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, 'पहले भाजपा कहती थी कि हम सभी 26 सीटें पांच लाख वोटों के अंतर से जीतेंगे, लेकिन अब वो ऐसा नहीं कह रहे हैं। 12 सीटों पर हम भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं और कांग्रेस 4-5 सीटें जीतेगी।   पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, 'सभी सर्वेक्षणों में कांग्रेस पार्टी को सात से नौ सीटें दी गई हैं। हम नौ सीटों पर आगे हैं, एक सीट आप के खाते में जाएगी और तीन सीटें ऐसे उम्मीदवारों को मिलेंगी जो किसी भी तरह से एनडीए या पीएम मोदी की मदद नहीं करेंगे। मेरा मानना है कि इंडिया गठबंधन को कम से कम 10 सीटें मिलेंगी... पंजाब में एनडीए को एक भी सीट नहीं मिलने जा रही है।    राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, 'राजस्थान में इंडिया गठबंधन 11-12 सीटें जीतने जा रहा है और आठ सीटों पर एक करीबी मुकाबला है। वे (एनडीए) राज्य में सात सीटों तक सीमित हैं। हमें किसी भी कीमत पर भाजपा से एक सीट ज्यादा मिलने वाली है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 3, 2024

शैक्षणिक वर्ष 24-25 के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय ने जारी की यूजी एडमिशन पॉलिसी

नई दिल्ली, 01 जून 2024  (यूटीएन)। दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 24--25 के लिए अपनी स्नातक (यूजी) एडमिशन पॉलिसी लॉन्च कर दी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूजी एडमिशन पोर्टल “कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस)” की लॉन्चिंग के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिलों के पहले फेस की शुरुआत हो गई है। इसके साथ ही स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और एनसीवेब के लिए भी दाखिला पॉलिसी जारी की गई। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीयू रजिस्ट्रार डॉ.विकास गुप्ता ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र से सुपरन्यूमैरेरी कोटा के तहत सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए भी अब सभी कॉलेजों एवं विभागों की प्रत्येक कक्षा में एक--एक सीट आरक्षित रखी जाएगी ।  गौरतलब है कि पिछले वर्ष डीयू ने देश में पहली बार अनाथ विद्यार्थियों के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था की थी। प्रैस कॉन्फ्रेंस के पश्चात डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. बलराम पाणी ने लैपटॉप पर बटन दबा कर सीएसएएस पोर्टल की विधिवत लांचिंग की। इस अवसर पर बुलेटिन ऑफ इन्फॉर्मेशन भी जारी किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीयू दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रो. प्रकाश सिंह, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो और डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी भी उपस्थित रहे।  रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता ने बताया कि सीयूईटी स्कोर के आधार पर स्नातक कक्षाओं में लगभग 71 हजार सीटों पर कुल 79 प्रोग्रामों में दाखिले किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 69 कॉलेजों/ विभागों के बीए प्रोग्रामों में कुल 183 कंबिनेशन उपलब्ध हैं। रजिस्ट्रार ने यह बताया कि सीयूईटी रिजल्ट घोषित होने के बाद सीएसएएस के दूसरे फेज की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि एसओएल के लिए 3 जून से दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी जबकि “नॉन कॉलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब)” के लिए दाखिला प्रक्रिया आज से ही शुरू हो रही है।   डॉ गुप्ता ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को लेकर अब तक की जानकारी साझा करते हुए बताया कि पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) प्रोग्रामों, बीटेक और पांच वर्षीय लॉ इंटीग्रेटेड प्रोग्रामों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 25 अप्रैल से शुरू की गई थी। इन प्रोग्रामों की पहली आवंटन सूची 20 जून तक जारी हो सकती है। उन्होंने बताया कि 27 मई तक हुए पंजीकरणों के अनुसार पीजी में 80,346, बीटेक में 9052 और पांच वर्षीय लॉ इंटीग्रेटेड प्रोग्रामों में 7362 पंजीकरण हो चुके हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने यूजी एडमिशन और सीएसएएस के बारे में तथा एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने एसओएल के दाखिलों के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।    *दो चरणों में होगा सीएसएएस (यूजी) पंजीकरण* डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने जानकारी देते हुए बताया कि सीएसएएस (यूजी) पंजीकरण दो चरणों में बांटा गया है। पहला चरण, 28 मई से शुरू हो गया है। यह एक सरल पंजीकरण प्रक्रिया है जिसमें प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवारों को अपने व्यक्तिगत विवरण और बारहवीं कक्षा में प्राप्त शैक्षणिक अंक भरने होंगे। सीयूईटी(यूजी)--2024 सीएसएएस(यूजी)-- 2024 में आवेदन करने के लिए आवेदन संख्या अनिवार्य होगी। उम्मीदवार का नाम, हस्ताक्षर और फोटो सीयूईटी (यूजी) - 2024 पोर्टल से स्वतः एकीकृत हो जाएगा। ये फ़ील्ड गैर-संपादन योग्य होंगे। उम्मीदवार की एक सक्रिय ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर दर्ज करने का प्रावधान होगा। दिल्ली विश्वविद्यालय से सभी संचार केवल सीएसएएस-2024 आवेदन पत्र में प्रस्तुत ईमेल आईडी पर किए जाएंगे। उसके पश्चात उम्मीदवार को अपना व्यक्तिगत विवरण जैसे कि माता-पिता का नाम, श्रेणी / उपश्रेणी / जाति / अधिसंख्य कोटा, लिंग आदि भरना होगा। एक बार भरा गया ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और बैंक खाता विवरण नहीं बदला जाएगा। इसलिए उम्मीदवारों को ये विवरण भरते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।   शैक्षणिक अनुभाग में, उम्मीदवारों को अपनी बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों का विवरण भरना होगा। जिन छात्रों ने सीबीएसई से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है, उनके लिए मार्कशीट उनके डिजीलॉकर के माध्यम से ऑटो-एकीकृत हो जाएगी। इसके बाद, उम्मीदवार अतिरिक्त श्रेणी, यदि कोई हो, का चयन करेंगे और अंत में पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने के लिए आगे बढ़ेंगे। यूआर, ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए पंजीकरण शुल्क 250/- रुपये है, जबकि यह रु. एससी/एसटी/ और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवारों के लिए 100 रुपए है। इस प्रक्रिया से सीएसएएस (यूजी) 2024 का पहला चरण पूरा होगा। सीएसएएस (यूजी) प्रक्रिया का दूसरा चरण सीयूईटी (यूजी) परिणामों की घोषणा के साथ शुरू होगा। दूसरे चरण में भाग लेने के लिए, उम्मीदवारों को अपने सीएसएएस डैशबोर्ड पर लॉग इन करना होगा और वरीयता भरने का कार्य पूरा करना होगा। दूसरे चरण में, उम्मीदवारों को बारहवीं कक्षा में उनके द्वारा पढ़े गए विषयों को उन विषयों से जोड़ना होगा जिनमें वे सीयूईटी (यूजी) में उपस्थित हुए हैं।   दिल्ली विश्वविद्यालय केवल उन्हीं सीयूईटी भाषा/डोमेन पेपरों पर विचार करेगा जो उम्मीदवार द्वारा बारहवीं कक्षा में पढ़े गए विषय के समान/समान हों। उम्मीदवार द्वारा प्रदान की गई विषय मैपिंग और कार्यक्रम-विशिष्ट पात्रता आवश्यकताओं के आधार पर, उम्मीदवार प्रत्येक कार्यक्रम के लिए अपने संचयी अंक देख पाएंगे जो वे प्रवेश के लिए पात्र हैं। विश्वविद्यालय उम्मीदवारों के योग्यता अंकों की गणना के लिए एनटीए द्वारा प्रदान किए गए अंकों पर विचार करेगा। सीएसएएस प्रवेश नीतियों का अधिकतम लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार को सलाह दी जाती है कि वह अधिकतम संख्या में कार्यक्रम/ कॉलेजों का चयन करें। विश्वविद्यालय उम्मीदवारों को प्राथमिकताएँ भरने के लिए पर्याप्त समय प्रदान करेगा। हालांकि, अंतिम समय की जल्दबाजी से बचने के लिए उम्मीदवारों को उन कार्यक्रमों और कॉलेजों को शॉर्टलिस्ट करना शुरू कर देना चाहिए जिनमें वे रुचि रखते हैं।   सबमिट करने से पहले, उम्मीदवार को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्राथमिकताओं का क्रम उसकी पसंद के अनुसार है। वरीयता-भरने के चरण की समय सीमा के बाद कार्यक्रम + कॉलेज संयोजन वरीयता सूची को संपादित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, यानी, उम्मीदवार अपनी प्राथमिकताओं के क्रम को नहीं बदल सकता है या कोई और कार्यक्रम/कार्यक्रम और/या कॉलेज/जोड़/हटा नहीं सकता है। सीएसएएस नीति के अनुसार, विश्वविद्यालय उस समय उपलब्ध डेटा के आधार पर वरीयता-भरने के चरण के समापन पर एक सिम्युलेटेड रैंक की भी घोषणा करेगा। उम्मीदवार सिम्युलेटेड रैंक के आधार पर अपनी प्राथमिकताओं को फिर से जोड़/हटा/पुनः व्यवस्थित कर सकते हैं।    उन्होंने यह भी बताया है कि एक बार किसी विशेष दौर में सीट आवंटित हो जाने के बाद, उम्मीदवार को दिए गए आवंटन दौर के लिए निर्दिष्ट अंतिम तिथि/समय से पहले आवंटित सीट को 'स्वीकार' करना होगा। किसी विशेष आवंटित सीट की स्वीकृति का प्रावधान केवल उस दौर के लिए मान्य होगा जिसमें सीट उम्मीदवार को आवंटित की गई थी। निष्क्रियता/कोई कार्रवाई न करने को आवंटित सीट की गैर-स्वीकृति के रूप में माना जाएगा। यदि किसी उम्मीदवार को किसी विशेष दौर में कई सीटों की पेशकश की जाती है, तो उसे "स्वीकार" करना होगा और केवल एक आवंटित सीट पर प्रवेश लेना होगा। एक बार जब उम्मीदवार अंतिम रूप से आवंटित सीट को "स्वीकार" कर लेता है, तो संबंधित कॉलेज उम्मीदवार द्वारा अपलोड किए गए दस्तावेजों की पात्रता और वैधता की जांच करेगा। कॉलेज दस्तावेजों का सत्यापन करेगा और अपनी मंजूरी देगा।   अनुमोदन प्राप्त होने पर, उम्मीदवारों को निर्धारित समय के भीतर प्रवेश शुल्क का भुगतान करना होगा। विश्वविद्यालय ने यह भी जानकारी दी है कि प्रत्येक आवंटन दौर के समापन के बाद, दिल्ली विश्वविद्यालय सभी कॉलेजों में प्रत्येक कार्यक्रम में रिक्त सीटों का विवरण प्रकाशित करेगा। सभी प्रवेशित उम्मीदवारों के पास इस स्तर पर "अपग्रेड" या "फ्रिज" चुनने का विकल्प होगा। जिन अभ्यर्थियों ने अपना प्रवेश सुरक्षित कर लिया है, वे उन प्राथमिकताओं को पुनः क्रमित करने में सक्षम होंगे जो उस प्राथमिकता से अधिक हैं जिसमें उन्होंने प्रवेश लिया है। जो उम्मीदवार 'अपग्रेड' का विकल्प चुनते हैं, उन्हें उनके द्वारा प्रस्तुत उच्च प्राथमिकता पर अपग्रेड करने पर विचार किया जाएगा। अपग्रेड होने वाले उम्मीदवार को अपग्रेड की गई सीट को 'स्वीकार' करना होगा और अपग्रेड की गई आवंटित सीट पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी होगी। एक उम्मीदवार जिसने आवंटित सीट पर प्रवेश ले लिया है और इसे जारी रखना चाहता है, उसे अपने डैशबोर्ड के माध्यम से 'फ्रीज' अनुरोध प्रस्तुत करना चाहिए। 'फ्रिज' का चयन करने पर, ऐसे उम्मीदवार को कभी भी "अपग्रेडेशन" का विकल्प चुनने की अनुमति नहीं दी जाएगी।     *मिड एंट्री प्रावधान* विश्वविद्यालय ने उन उम्मीदवारों को समायोजित करने का भी प्रावधान किया है जो निर्धारित पंजीकरण अवधि के भीतर खुद को पंजीकृत करने में विफल रहते हैं। मिड एंट्री प्रावधान के तहत विश्वविद्यालय उन उम्मीदवारों को अवसर देने के लिए एक मिड एंट्री चरण खोलेगा जो सीएसएएस (यूजी)-2024 के लिए आवेदन करने में असफल रहे और सीएसएएस (यूजी)--2024 में भाग लेने के इच्छुक हैं। ऐसा उम्मीदवार 1000 रुपये (गैर-वापसी योग्य) के शुल्क का भुगतान करके मिड एंट्री में प्रवेश कर सकता है। हालाँकि, मिड एंट्री वालों को प्रारंभिक आवेदन चरण के दौरान सीएसएएस (यूजी) -2024 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आवंटित सीटों पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा।   नियमित सीएसएएस (यूजी)-2024 राउंड पूरे करने के बाद, यदि सीटें खाली रहती हैं तो विश्वविद्यालय प्रवेश के स्पॉट राउंड की घोषणा कर सकता है। इष्टतम सीट आवंटन प्राप्त करने के लिए और ड्रॉप आउट के कारण सीटें खाली होने की स्थिति से बचने के लिए, आवंटन के पहले दौर में सभी कॉलेज में सभी प्रोग्रामों के लिए यूआर, ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में 20% और एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30% अतिरिक्त आवंटन में किया जाएगा। हालांकि, जिन कॉलेजों में पिछले साल निकासी स्वीकृत सीटों के 5% से कम थी वहाँ यूआर/ ओबीसी -एनसीएल/ ईडब्ल्यूएस के लिए 10% और एससी/ एसटी/ पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 15% अतिरिक्त आवंटन किया जा सकता है। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइट को देखते रहें। सीएसएएस एकमात्र ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए सभी कॉलेजों में सभी प्रोग्रामों में प्रवेश दिया जाएगा। विश्वविद्यालय केवल उन्हीं उम्मीदवारों को मान्यता देगा जिन्हें विश्वविद्यालय की सामान्य सीट आवंटन प्रणाली के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है।   *यूजी में ईसीए और स्पोर्ट्स और अन्य सुपरन्यूमैरेरी कोटा में प्रवेश* दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने स्पोर्ट्स सुपरन्यूमैरेरी कोटा के तहत 26 गेम्स/स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज सुपरन्यूमैरेरी कोटा के तहत 14 श्रेणियों (एनएसएस और एनसीसी सहित) की पहचान की है। विश्वविद्यालय द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कॉलेज की कुल स्वीकृत संख्या का 5% ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमैरेरी कोटा के लिए आवंटित किया जाएगा। कॉलेज ईसीए और स्पोर्ट्स के लिए 1% से 4% के बीच आवंटन कर सकता है, जो कॉलेज में अधिकतम 5% प्रवेश के अधीन है। इसके अलावा, किसी भी कार्यक्रम के लिए कोटा की निर्धारित सीटों में से 20% से अधिक सीटें आवंटित नहीं की जाएंगी। उदाहरण के लिए , मान लें कि एक कॉलेज की क्षमता 1000 है, तो 50 सीटें कॉलेज के ईसीए और स्पोर्ट्स  सुपरन्यूमैरेरी कोटा के लिए होंगी। यदि कॉलेज खेल को 3% और ईसीए को 2% देने का निर्णय लेता है, तो खेल के लिए 30 सीटें और ईसीए के लिए 20 सीटें निर्धारित की जा सकती हैं।   ऐसे मामले में, किसी विशेष कार्यक्रम में खेल कोटा के लिए 6 से अधिक सीटें आवंटित नहीं की जा सकतीं; इसी तरह, एक कार्यक्रम में ईसीए कोटा के लिए 4 से अधिक सीटें आवंटित नहीं की जा सकती हैं। विश्वविद्यालय का यह भी कहना है कि स्पोर्ट्स  सुपरन्यूमैरेरी कोटा के आधार पर प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवार अधिकतम तीन खेलों के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें केवल 01 मई 2021 से 30 अप्रैल 2024 के बीच जारी पिछले तीन (03) वर्षों के अधिकतम तीन मेरिट/भागीदारी खेल प्रमाणपत्रों की स्व-सत्यापित प्रतियां अपलोड करनी होंगी। इसी प्रकार, ईसीए  सुपरन्यूमैरेरी कोटा के आधार पर प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवार अधिकतम तीन ईसीए श्रेणियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।   प्रत्येक ईसीए श्रेणी के लिए जिसमें उम्मीदवार आवेदन कर रहा है, उसे केवल 01 मई 2021 से 30 अप्रैल 2024 के बीच जारी किए गए पिछले तीन (03) वर्षों के अधिकतम सर्वश्रेष्ठ पांच (05) स्व-सत्यापित प्रमाण पत्र अपलोड करने होंगे। ईसीए और स्पोर्ट्स  सुपरन्यूमैरेरी कोटा में प्रवेश के लिए, संयुक्त ईसीए मेरिट (सीईएम) और संयुक्त स्पोर्ट्स मेरिट (सीएसएम) सीट आवंटन का आधार होंगे। ईसीए/स्पोर्ट्स  सुपरन्यूमैरेरी कोटा के लिए आवेदन करने पर प्रत्येक के लिए 100/- रुपये का अतिरिक्त शुल्क (गैर-वापसी योग्य) होगा। ईसीए और खेल के अलावा, विश्वविद्यालय ने कुछ अन्य अतिरिक्त कोटा भी निर्धारित किए हैं। इनमें बेंचमार्क विकलांगता वाले व्यक्ति (पीडब्ल्यूबीडी, सशस्त्र बलों (सीडब्ल्यू) के कार्मिकों के बच्चे/विधवाएं), कश्मीरी प्रवासी (केएम), जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएसएस), सिक्किम के छात्रों के लिए सीटों का नामांकन और अनाथ शामिल हैं।    *एसओएल और एनसीवेब में प्रवेश प्रक्रिया* विश्वविद्यालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया है कि स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नॉन कॉलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के स्नातक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है। इन संस्थानों में प्रवेश बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है। प्रो. पायल मागो ने बताया कि स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के 8 पीजी प्रोग्रामों और 9 यूजी प्रोग्रामों सहित पीजी डिप्लोमा इन आटोमेटेड एंड डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट में प्रवेश 3 जून से शुरू हो रहा है।   उन्होंने बताया कि सीयूईटी की घोषणा के बाद प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों को किसी भी कठिनाई से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है कि एसओएल उन उम्मीदवारों की पूरी फीस वापस कर देगा, जो विश्वविद्यालय के प्रवेश बंद होने की अंतिम तिथि से पहले अपना प्रवेश वापस ले लेंगे। इसके लिए मात्र 500 रुपए ही प्रशासनिक शुल्क के रूप में फीस से काटे जाएंगे। गौरतलब है कि एनसीवेब स्नातक कार्यक्रम पेश करता है जहां दिल्ली एनसीटी की छात्राएं ही आवेदन कर सकती हैं। एनसीवेब के दो स्नातक कार्यक्रम बी.ए. और बी.कॉम. में दिल्ली विश्वविद्यालय के 26 संबद्ध कॉलेजों में लगभग 15,000 सीटें हैं।    *एडमिशन सपोर्ट सिस्टम करेगा भावी विद्यार्थियों की सहायता* भावी विद्यार्थियों की मदद के लिए विश्वविद्यालय ने एक एडमिशन सपोर्ट सिस्टम भी स्थापित किया है।  इस पर सूचना के बुलेटिन, दृश्य पात्रता को दर्शाने वाले इन्फोग्राफिक्स और फ़्लोचार्ट एवं वीडियो, वेबिनार और फॉर्म भरने की वीडियो रिकॉर्डिंग आदि जैसे जानकारी सभी प्रारूपों में उपलब्ध है। चैट बोट्स और ईमेल के माध्यम से ऑनलाइन सपोर्ट प्रदान की जा रही है। स्नातक प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए उम्मीदवार पर, स्नातकोत्तर प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए पर और पीएचडी प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए ईमेल पर लिख सकते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) की एक सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पहले से ही उपलब्ध है। उम्मीदवारों के लिए प्रवेश शाखा में हेल्पडेस्क की सुविधा भी स्थापित की गई है। वे जो चाहें, किसी भी मदद के लिए कॉल कर सकते हैं।    *शिकायतों का होगा निपटारा* विश्वविद्यालय प्रवेश से संबंधित शिकायतों को संभालने और उनके हल के आसान और कुशल तरीके के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल स्थापित करने की भी योजना बना रहा है। प्रवेश शाखा ने यह भी घोषणा की है कि वे एक श्रृंखला आयोजित करेंगे जिसमें सीएसएएस फॉर्म भरने, सही प्रमाण पत्र/दस्तावेज़ अपलोड करने, आरक्षण नीतियों और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं से संबंधित पहलुओं को शामिल किया जाएगा जिन्हें उम्मीदवारों को कार्यक्रम चुनने से पहले ध्यान में रखना चाहिए।    *भावी विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह* दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा सभी भावी विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे प्रवेश से संबंधित सभी अपडेट, प्रोग्राम और दिशा निर्देशों के लिए नियमित रूप से विश्वविद्यालय की एडमिशन वेबसाइट और उनके डैशबोर्ड की जाँच करते रहें। आवंटित सीट को स्वीकार करने, प्रवेश शुल्क का भुगतान करने और कॉलेज द्वारा उठाए गए प्रश्नों का उत्तर देने में विफल रहने पर आवंटित सीट को अस्वीकार कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों को सतर्क रहना चाहिए और केवल दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित जानकारी पर ही भरोसा करना चाहिए। सभी प्रामाणिक सूचनाओं, घोषणाओं और प्रोग्रामों के लिए उम्मीदवारों को केवल दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ही जाना चाहिए।  फोरम ऑफ एकेडमिक्स फार सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शैक्षिक सत्र में दाखिला लेने वाले छात्रों को जो जानकारी दी है उसका स्वागत किया है साथ ही यह चिंता भी व्यक्त की है कि हर साल आरक्षित वर्ग की सीटें खाली रह जाती है ।   उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि दाखिला प्रक्रिया शुरू करने से पहलेे कॉलेजों से अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति ,अन्य पिछडा वर्ग , पीड़ब्ल्यूड़ी की कितनी सीटें बनती है उनकी सीटों का ब्यौरा विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजें , साथ ही कॉलेज़ अपनी वेबसाइट पर भी डाले ताकि पता चल सके कि आरक्षित वर्गों की कितनी सीटें है । उन्होंने यह भी मांग की है कि कॉलेज यह भी वेबसाइट पर जारी करें कि गत वर्ष कॉलेज़ ने इन वर्गों का कोटा कितना भरा था ।     डॉ. हंसराज सुमन यह विश्वविद्यालय यह भी मांग की है कि आरक्षिट वर्गो के दाखिला प्रक्रिया को देखने के लिए अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति दाखिला समिति व ग्रीवेन्स कमेटी भी गठित की जाए । इस कमेटी में कॉलेजों के शिक्षकों को रखा जाए । कमेटी को यह पावर दी जाए कि वह हर वर्गो  की सीटों को भरवाने में मदद करें । उन्होंने विश्वविद्यालय से यह भी मांग की है कॉलेजों में बनने वाली हर कमेटी का बोर्ड बनाकर सूचना पट पर लगवाया जाए व कमेटी के सदस्यों की सूची वेबसाईट पर भी जारी की जाए । इसके अलावा आरक्षित वर्ग के छात्रों के जाति प्रमाण पत्र संबंधित जानकारी को भी वेबसाईट्स पर सूचित करे । उनका यह भी कहना है कि हर साल अक्टूबर / नवंबर तक दाखिला प्रक्रिया चलती है जिसके कारण पहले सैमेस्टर में ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते इसलिए विश्वविद्यालय को एक समय सीमा के अंदर दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए ।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 1, 2024

पूर्व प्रधान पर जानलेवा हमला, प्रधान पति व देवर सहित 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज, जांच शुरू

बालैनी,01 जून 2024  (यूटीएन)। थाना क्षेत्र के मविकला गांव में ग्राम प्रधान के देवर पर साथियो के संग मिलकर पूर्व प्रधान पर जानलेवा हमला करने का आरोप। कनपटी पर तमंचा रखकर गोली मारने का भी किया प्रयास ,लेकिन गोली मिस हो गई। पूर्व प्रधान की तहरीर पर पांच लोगो के खिलाफ गंभीर धाराओ में रिपोर्ट दर्ज ।   क्षेत्र के मविकला गांव निवासी पूर्व प्रधान संजय कुमार शुक्रवार की रात गांव मे ही राजबीर के यहां से मिलकर वापस घर जा रहे थे ,रास्ते मे ग्राम प्रधान का देवर अपने तीन अन्य साथियो के साथ वहां आ गया और उसपर जानलेवा हमला कर दिया। ग्राम प्रधान के देवर ने संजय की कनपटी पर तमंचा लगाकर गोली मारने का प्रयास भी किया, लेकिन गोली मिस हो गई ,जिसके बाद पूर्व प्रधान ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।    पूर्व प्रधान ने बताया कि, ग्राम प्रधान पति सुरेंद्र पिछले काफी दिनों से उसकी हत्या करने का षड़यंत्र रच रहा है। पूर्व प्रधान की तहरीर पर ग्राम प्रधान के देवर इंद्र, बिट्टन, मनोज और विपिन के खिलाफ जानलेवा हमला करने और ग्राम प्रधान पति सुरेंद्र पर षड़यंत्र रचने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। थाना प्रभारी साक्षी सिंह का कहना है कि ,रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है जांच कर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 1, 2024

नगर में ईंटों से भरा ट्रक बाइक सवार को रौंदते हुए कार पर पलटा, एक की मौत, चार घायल

बडौत, 01 जून 2024  (यूटीएन)। नगर की छपरौली चुंगी के पास दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर शुक्रवार देर रात हुआ हादसा । ईंटों से भरा ट्रक एकाएक कार पर पलटा। एक व्यक्ति की मौके पर मौत, जबकि चार अन्य हुए घायल।    एलआईसी के सामने ईंटों से भरा तेज रफ्तार ट्रक बाइक सवार को कुचलते हुए वहां से गुजर रही गाड़ी पर पलट गया, जिसमें लोनी निवासी बाइक सवार 28 वर्षीय विकास पुत्र वीर की मौत हो गई, जबकि कार में सवार 4 लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मंगवाकर घायलों को वहां से निकाला और उन्हें सीएचसी पर भर्ती कराया।    बताया जा रहा है कि, शुक्रवार की देर रात लोनी निवासी विकास अपनी बाइक पर सवार होकर शामली से लोनी की तरफ जा रहा था। उसके पीछे ईंटों से भरा ट्रक तेज गति से दौड़ रहा था। जैसे ही बाइक सवार दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर एलआईसी के सामने पहुंचा, तो तेज गति से दौड़ रहा ईंटों से भरा ट्रक बाइक सवार विकास को कुचलते हुए वहां से गुजर रही एक कार पर जा पलटा,जिससे कार में सवार मेहताब, राजू, सोनू निवासी बड़ावद समेत चार लोग दब गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।   सूचना पर सीओ सविरत्न गौतम कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और जेसीबी मंगवाकर घायलों को वहां से निकाला और उन्हें सीएचसी पर भर्ती कराया। घायलों का उपचार जारी है जिनमें से दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Ujjwal Times News

Jun 1, 2024