State

श्वादवाद इंस्टीटयूट में आयोजित हुए योग शिविर

बागपत, 19 जून 2024 (यूटीएन)। नगर के दिल्ली रोड स्थित श्वादवाद इंस्टीटयूट में सोमवार को योग सप्ताह के तहत शिविर में प्रशासनिक अधिकारियों समेत बडी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया। योग के महत्व को बताया गया। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के तहत बागपत पुलिस लाइन में विशाल योग शिविर का आयोजन होगा। इससे पूर्व योग सप्ताह मनाया जा रहा है। इसमें 15 जून को लोक मंच कलेक्ट्रेट में, 16 जून को बडागांव त्रिलोक तीर्थ मंदिर में और सोमवार 17 जून को श्वादवाद इंस्टीटयूट रीवर पार्क बागपत में योग शिविर का आयोजन हुआ।   इसमें जिला आयुष अधिकारी डा. मोनिका गुप्ता, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डा. उषा शर्मा समेत अनेक विभागों के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए। योग क्रियाओं के साथ जीवन में योगासन के महत्व की जानकारी दी गइ। डा. मोनिका ने बताया कि 18 जून को लाक्षाग्रह परिसर, 19 जून को पक्का घाट, 20 जून को पुरा महादेव मंदिर  प्रांगण में योग शिविर होगा। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को विशाल योग शिविर पुलिस लाइन बागपत के प्रांगण में होगा। इसके अलावा जनपद के कार्यालयों, चिकित्सालयों, योग वेलनेस केन्द्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में योग शिविर लगेगे। उन्होने सभी जनमानस से कार्यक्रमों में प्रतिभाग लेकर योग विद्या से स्वास्थ्य लाभ लेने की अपील की।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

admin

Jun 19, 2024

नेशनल शूटिंग में धनौरा सिल्वर नगर निवासी विपिन राणा ने जीते दो कांस्य पदक

बिनौली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। भोपाल में चल रही 22 वीं कुमार सुरेंद्र सिंह मेमोरियल शूटिंग चैंपियनशिप में रेलवे में कार्यरत धनौरा सिल्वरनगर गांव के निशानेबाज विपिन राणा ने दो कांस्य पदक जीतकर जनपद व प्रदेश का नाम रोशन किया।    मध्य प्रदेश के भोपाल शहर स्थित एमपी स्टेट शूटिंग एकेडमी में 01 जून से 19 जून तक 22 वीं ऑल इंडिया कुमार सुरेंद्र सिंह मेमोरियल शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन चल रहा है, जिसमें रेलवे के निशानेबाज विपिन राणा ने 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल पुरुष वर्ग स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, साथ ही फ्री पिस्टल पुरुष स्पर्धा में भी कांस्य पदक ही हासिल हुआ।    बता दें कि, विपिन राणा इस समय द्रोणाचार्य शूंटिंग एकैडमी पर निशानेबाजी का प्रशिक्षण ले रहे हैं तथा उत्तर रेलवे में कार्यालय अधीक्षक के पद पर मेरठ कैंट स्टेशन पर कार्यरत हैं। पदक जीतने पर एकैडमी अध्यक्ष रोमी शिव, डा रवि राणा, अरुण कुमार सिंह, अंकुर सिंह पहल, मोहम्मद फैसल, अदनान अब्बास, सुशील वत्स, प्रांजुल शर्मा, रामबल राणा आदि ने हर्ष व्यक्त किया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |  

admin

Jun 19, 2024

निर्जला एकादशी पर की ठंडाई वितरण, तहसील क्षेत्र में डेढ सौ से अधिक स्थानों पर हुई शरबत सेवा

बडौत, 19 जून 2024 (यूटीएन)। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्त्वाधान में निर्जला एकादशी पर नगर में ठंडाई वितरण किया गया। इस दौरान लू व गर्मी के दिन भर प्रभावी रहने की स्थिति में ठंडाई शुकून व गर्मी से राहत महसूस कराती रही।    गर्मी, लू और प्यास से पीड़ित लोगों के लिए दिन भर ठंडाई वितरण में समाजसेवी ईश्वर दयाल गोयल उनकी पुत्रवधू ईशा गोयल ,पौत्री अर्सिया, अभिनव गोयल का विशेष सहयोग रहा। निर्जला एकादशी के पावन पर्व पर कस्बे में जगह-जगह शरबत, ठंडाई पिलाई जाती रही। एक सर्वे के अनुसार तहसील क्षेत्र में डेढ सौ से अधिक स्थानों पर शरबत व ठंडाई वितरण किया जाता रहा।  इस मौके पर वन्दना गुप्ता, मीता अरोरा,अर्शिया गोयल, डॉ बबीता खोखर, संगीता दांगी, जाह्नवी, ममता अरोरा, गीता, जया, डॉ सुनीता, सरोज, सारिका, विकास गुप्ता, अनिल अरोरा, रजनीश जैन, नगरपालिका इंस्पेक्टर सुशील शर्मा,अंकुज खोखर, आदित्य भारद्वाज, सचिन खोखर, भूपेंद्र दांगी, अजित जैन, अभिषेक जैन, हैप्पी शर्मा, दीपेश तोमर, प्रवीण बग्गा, दीपांशु, आनन्द वर्मा आदि का विभिन्न स्थानों पर सहयोग रहा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 19, 2024

पौधारोपण को प्रोत्साहन, पेड़ पौधे लगाते हुए सेल्फी दिखाओ ओपीडी में डिस्काउंट पाओ

बडोत, 19 जून 2024 (यूटीएन)। नगर के दिल्ली रोड स्थित आस्था हॉस्पिटल के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ व प्रकृति प्रेमी डॉ अभिनव तोमर ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता अभियान चलाते हुए कहा कि, अब शहर के आस्था हॉस्पिटल में उपचार के दोरान ओपीडी में ऐसे मरीज को 20 फ़ीसदी छूट देने की पहल की जा रही है।   जो पौधा लगाते हुए अपनी सेल्फी, उन्हें दिखाएंगे वह मरीज ओपीडी 20 फीसदी छूट पायेंगे । बता दें कि, डॉ अभिनव तोमर द्वारा शुरू यह मुहिम रंग ला रही है अब तक 100 से अधिक ऐसे मरीजों को वे छूट दे चुके हैं, जिन्होंने उन्हें पौधे रोपित करते हुए अपनी या अपने परिवार के साथ पौधे लगाते हुए सेल्फी दिखाई है। डॉ अभिनव तोमर का कहना है कि।   अब वे हर गांव में करीब 10-15 पौधे खुद अपने हाथों से गांव-देहात में लगाने का काम भी करेंगे तथा गांव में ग्राम प्रधान के नेतृत्व में ग्रामवासियों को भी पौधारोपण करने को भी साथ आने के लिए कहा जाएगा उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि, आने वाली अगली पीढ़ियां तभी सुरक्षित रह पाएंगी जब युवा वर्ग भी पौधा रोपण करने का काम करेंगे। एक दिन वही पौधा वृक्ष बनकर हमें अपनी छाव में बैठाकर ठंडी हवा देगा। उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि, सभी पर्यावरण के प्रति जागरूकता हेतु अभियान में स्वत: शामिल हों।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 19, 2024

फ्लाइंग ऑफिसर पारुल दांगी को आदर्श जाट महासभा ने सम्मानित किया

बडौत, 19 जून 2024 (यूटीएन)। नगर के छपरौली रोड स्थित चौधरी चरण सिंह ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट में आयोजित सम्मान समारोह में फ्लाइंग आफिसर पारुल दांगी ने कहा कि, समय और श्रम ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं। सम्मान समारोह की अध्यक्षता भाकियू नेता चौ ज्ञानेंद्र सिंह प्रधान ने की l इस मौके पर ज्ञानेंद्र प्रधान ने कहा कि बेटी पारुल दांगी ने गांव, क्षेत्र व जिले का नाम रोशन किया है।   बेटियां भी हर क्षेत्र में अपने मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं l कार्यक्रम का संचालन कर रहे आदर्श जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव एवं कालेज निदेशक डॉ संजीव आर्य ने कहा कि, गुरुओं के लिए बड़े सम्मान की बात होती है, जब उनके छात्र कॉलेज का नाम रोशन करते हैं l बताया कि, पारुल दांगी ने महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय एवं कॉलेज से इसी वर्ष एमएससी किया है ।    इस मौके पर आदर्श जाट महासभा तथा चौधरी चरण सिंह ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट द्वारा फ्लाइंग ऑफिसर पारुल दांगी को प्रशस्ति पत्र देकर तथा फूल माला आदि से सम्मानित किया गया । समारोह में मा गुलबीर सिंह, मा संजीव चौधरी, कृष्णपाल, भीम सिंह भारतीय किसान यूनियन, सुखपाल सिंह, धर्मपाल सिंह संस्थापक सदस्य भाकियू, बबलू मेंबर, अशोक प्रधान टीका, देवेंद्र शेरा, शैनेशपाल, जालंधर सिंह, मा विनोद कुमार, मा लोकेंद्र कुमार, सेवाराम आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 19, 2024

लज्जा, वाणी और संस्कार, नारी का इनसे श्रृंगार: डॉ शस्या तोमर

बडौत, 19 जून 2024 (यूटीएन)। नारी की सबलता और सफलता का मार्ग उसके संस्कारों पर निर्भर है। लज्जा, वाणी और संस्कार के समन्वय से नारी जाति स्वत: ही श्रृंगार से विभूषित हो जाती है। यह कहना है डॉ शस्या तोमर का, जो बेटियों के लिए आयोजित चरित्र निर्माण व योग शिविर में प्रेरक व्याख्यान दे रही थी। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चौधरी केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में चल रहे आर्य वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के छठे दिन शिक्षिका सुमेधा आर्या ने जहां बेटियों को सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, प्राणायाम, भाला एवं तलवार का अभ्यास कराते हुए व्यक्तित्व विकास का पाठपढ़ाया, वहीं डॉ शश्या तोमर ने बेटियों से कहा, नारी के लिए सुसंस्कार ही सौन्दर्य है।   संस्कारों से पूर्ण होना ही नारी के आभूषण हैं। वर्तमान समय में बेटियों को बनावटी सौन्दर्य की अपेक्षा अच्छी विचारधारा का संग्रह करना चाहिए। अच्छे विचारों के द्वारा ही आप अपना लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सकती हैं। जिला मंत्री रवि शास्त्री ने कहा, जिस प्रकार से व्यक्ति शरीर को चलाने के लिए भोजन करता है। ठीक उसी प्रकार से हमें मन की शांति के लिए प्रतिदिन ध्यान का अभ्यास करना चाहिए। ऐसा करने से हम शांति के साथ अपने जीवन के सफर को आगे बढ़ाते हुए लक्ष्य की प्राप्ति तक पहुंच सकेंगे। इस अवसर पर सविता आर्या, राजेश उज्जवल, मीनाक्षी सिसोदिया, शिखा शास्त्री, ज्योति, कपिल आर्य, धर्मपाल त्यागी, वेद प्रकाश, सुरेश आर्य, रामपाल तोमर  आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 19, 2024

मुस्लिम कपड़े पहन जैन समुदाय के लोगों ने खरीदे 124 बकरे, सभी को कुर्बानी से बचाया

नई दिल्ली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। जामा मस्जिद से करीब 500 मीटर की दूरी पर चांदनी चौक में एक मंदिर के आगंन में सैकड़ो बकरों ने विवेक जैन को घेर लिया। पेशे से सीए ने ईद-उल-अजहा के मौके पर 124 बकरों को कटने से बचाने के लिए करीब 15 लाख रुपये जुटाए थे। वह उन सभी को शांत करने के लिए स्पीकर से एक मंत्र को बोल रहा था। यह एक जैन मंत्र था। यह सब बकरें डरे हुए थे और उनको लग रहा था कि उनको बलि देने के लिए इकट्ठा किया गया है। उनको नहीं पता कि उन्हें हमने नई जिंदगी दी है।ईद से पहले धरमपुर इलाके में नए जैन मंदिर में बकरे बाजारों जैसी ही चहल-पहल थी। हालांकि, यहां पर लोगों में उत्साह बकरों को कसाई के ब्लेड से बचाने के लिए था। लोग बकरों की एक झलक पाने के लिए मंदिर में जुट रहे थे। कुछ ने उनके चारे के लिए पैसे दिए तो किसी ने उनको प्यार से दुलारा।   *जैन समुदाय बना चर्चा का विषय* हर साल मुस्लिम त्योहारों के दौरान शाकाहार और बर्बरता के बीच छिड़ी जंग के बीच, पुरानी दिल्ली में जैन समुदाय चर्चा का विषय बन गया था। सोशल मीडिया पर भी काफी ट्रेंड में रहे थे। हिंदू हो या मुस्लिम या सिख हर कोई पुरानी दिल्ली की गलियों में छिपे हुए इस मंदिर को जानता है। इसने इन बकरों को बचाने के लिए लाखों रुपये खर्च किए थे। जैन ने लोगों को बकरे के दर्शन के लिए आंगन में ले जाते हुए कहा कि हमे खुद पर काफी गर्व है। यह सब इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि देशभर से हमारे समुदाय से हमें काफी सपोर्ट मिला। हमारा धर्म हमें यही करना सिखाता है। चिराग जैन ने याद करते हुए कहा कि इस सबकी शुरुआत उनके गुरु संजीव के एक फोन कॉल के बाद शुरू हुई थी।   संजीव ईद पर बकरों की होने वाली हत्या से काफी परेशान थे। चिराग ने कहा कि वह इस बारे में कुछ करना चाहते थे और उसी वक्त फैसला किया कि हम सभी बकरों को नहीं बचा सकते लेकिन जितने ज्यादा को बचा सकते हैं उनको तो बचाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके बाद एक प्लानिंग की गई। 15 जून की शाम को जैन समुदाय के 25 लोगों की एक टीम बनाई गई। पैसे के लिए व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा गया। इसके बाद एक टीम वहां पर गई जहां पर बकरों को बेचा जा रहा था। चिराग ने कहा कि हमने मुस्लिम समुदाय के लोग बनकर उनके बकरों के रेट पूछें। इतना ही नहीं, हमने बकरे की मंडियों का भी दौरा किया।   *कई सारी टीमें बनाईं* 16 जून को टीम सीक्रेट तरीके से पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद, मीना बाजार, मटिया महल और चितली कबर जैसे इलाकों में अलग-अलग बकरा बाजारों में फैल गई। सभी को यह बताया गया था कि वे कुर्ता पहनें और इस लहजे में बात करें कि बकरों को खरीदते समय किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें। विवेक ने आगे कहा कि हमें किसी भी तरह का कोई डर नहीं था। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इस बात का पता चल जाता कि हम मुस्लिम लोग नहीं है तो वे हमें बकरों को ज्यादा पैसों में बेचते। हम ज्यादा से ज्यादा बकरों को बचाना चाहते थे।   *दस हजार की कीमत में खरीदे बकरें* बकरों को खरीदते समय कोई ज्यादा मोलभाव नहीं किया गया। आखिरकार बकरों को 10,000 रुपये प्रति बकरे की कीमत पर खरीद लिया गया। हालांकि, विवेक इस बात से काफी हैरान थे कि पुरानी दिल्ली की मंडियों में इन बकरों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है।विवेक जैन ने कहा कि ऐसा लगा जैसे हम किसी स्ट्रीट वेंडर से कपड़े खरीद रहे हैं। बकरों को एक साथ ठूंस दिया गया था। इन सांस लेने वालों जानवरों के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर के आंगन को खाली कर दिया गया था। इसका ज्यादातर इस्तेमाल शादियों के लिए किया जाता था। जब शाम को सभी टीमें बकरों को वहां पर लेकर लौटी तो सभी तरफ खुशी का माहौल था।   *15 लाख रुपये जुटाए* विवेक ने मुस्कुराते हुए कहा कि आखिरकार हम 100 से ज्यादा बकरों को बचाने में काफी हद तक सफल रहे। विवेक जैन ने यह भी बताया कि उन्होंने गुजरात, हैदराबाद, केरल, पंजाब और महाराष्ट्र के जैन समुदाय के लोगों से करीब 15 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। उसी शाम विवेक, चिराग और दूसरे लोगों ने बचे हुए पैसे से भिंडी और पालक जैसे चारे खरीदे थे।व्हाट्सएप और फेसबुक ग्रुप पर एक मैसेज तेजी से फैलाया गया कि नेक काम में सहयोग करें ताकि कुछ जानवरों की बलि देने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि हम इन बकरों को गौशालाओं या दूसरी किसी जगह पर भेज देंगे। विवेक ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे चार बकरे भी खरीद पाएंगे।   लेकिन उनकी अपील ने लोगों पर काफी ज्यादा असर डाला और लोगों ने पैसे भी काफी दान किए। विवेक जैन ने कहा कि फिर एक बड़ा सवाल आया कि आखिर बचाए गए इन 124 बकरों को कहां पर रखा जाए। बागपत के अमीनगर बाजार में मनोज जैन ने कहा कि इन बकरों के लिए एक बाड़े को बनाया जा रहा है। इनको 15 दिन अलग-अलग रखा जाएगा। आठ साल पहले बकरों को बलि से बचाने के लिए मनोज ने बकरों के रहने के लिए एक ठिकाना बनाया। उनके उस ठिकाने में 615 बकरें हैं। इनको भारत में ईद के जश्न के दौरान बचाया गया था।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jun 19, 2024

धोखाधड़ी करने वाला कोई डॉक्टर बन गया तो- नीट पेपर लीक मामले पर सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। नीट यूजी परीक्षा 2024 के पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करने वाला कोई डॉक्टर बन गया तो गलत होगा. इस साल हुई नीट परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए गए हैं, जिन्हें लेकर देशभर में छात्र और अभिभावक प्रदर्शन कर रहे हैं.  सुप्रीम कोर्ट में भी याचिकाएं दाखिल कर जांच की मांग की गई है. आज इस मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाई और कहा कि अगर 0.001 प्रतिशत भी धांधली पाई गई तो स्ट्रिक्ट एक्शन लिया जाएगा. जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी. कोर्ट ने कहा कि हम छात्रों की मेहनत को नहीं भूल सकते हैं. बच्चे इसके लिए तैयारी करते हैं और हम उनकी मेहनत को नजरअंदाज नहीं कर सकते.   *धोखाधड़ी करने वाला डॉक्टर बन गया तो... सुप्रीम कोर्ट ने कहा* कोर्ट ने  आगे कहा कि अगर सिस्टम में धांधली करने वाला डॉक्टर बन गया तो समाज के लिए यह कितना हानिकारक हो सकता है. बेंच ने एनटीए से कहा, 'कल्पना कीजिए कि सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति डॉक्टर बन जाता है, वह समाज के लिए ज्यादा हानिकारक होगा.' अब कोर्ट 8 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगा. तब तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी  और केंद्र को भी पूरे मामले पर जवाब देना होगा.   *1,563 छात्र फिर देंगे नीट की परीक्षा* जस्टिस विक्रमनाथ ने एनटीए से कहा कि कोर्ट उम्मीद करता है कि एजेंसी इस पर समय से कार्रवाई करेगी. पीठ ने एनटीए के वकीलों से कहा, ''परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार एजेंसी का प्रतिनिधित्व करते हुए, आपको दृढ़ रहना चाहिए. अगर कोई गलती है, तो हां यह गलती हुई है और हम यह कार्रवाई करने जा रहे हैं. कम से कम इससे आपके कामकाज में विश्वास तो पैदा होगा. जब कुछ याचिकाकर्ताओं की ओर से पक्ष रख रहे एक अधिवक्ता ने परीक्षा में पूछे गए एक प्रश्न से संबंधित मुद्दा उठाया तो पीठ ने कहा, 'वे (एनटीए और केंद्र) इस पर जवाब देंगे.' कोर्ट ने कहा, 'पहले हम आपकी दलीलों का मकसद समझ लें. इन मामलों में हम शाम तक बैठने को तैयार हैं.   इससे पहले शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 1,563 छात्रों की परीक्षा दोबारा करवाई जा रही है. उन्होंने बताया कि दो जगह से धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. कोर्ट ने ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1,563 छात्रों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था. एनटीए ने देरी से पेपर मिलने और समय का नुकसान होने पर इन छात्रों को 718 से 719 के ग्रेस मार्क्स दिए थे और अब इनका स्कोरकार्ड रद्द कर दिया गया है.   20 मेडिकल एस्पायरेंट ने याचिका दाखिल कर नीट परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है. याचिकाकर्ताओं ने सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से मामले की जांच की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि इस साल 720 अंकों के साथ 67 बच्चों ने टॉप किया है. याचिकाकर्ता ने कहा कि यह बहुत अजीब बात है कि इस बार 400 फीसदी बच्चों को 620-720 मार्क्स मिले हैं.   *4 जून को आया था नीट परीक्षा का रिजल्ट* एनटीए देशभर की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. इस परीक्षा के जरिए छात्रों को देशभर के सबसे अच्छे सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है. नीट एग्जाम के मार्क्स और रैंक पर छात्रों को एडमिशन मिलता है. इस साल 571 शहरों के 4,750 सेंटर्स पर 5 मई को नीट की परीक्षा हुई थी और 4 जून को रिजल्ट जारी किया गया.   *भाजपा शासित राज्य पेपर लीक के एपिसेंटर बन चुके हैं':राहुल गांधी* वहीं अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी पर सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी इस मुद्दे पर मौन साधे हुए हैं और बीजेपी शासित राज्य पेपर लीक के एपिसेंटर बन चुके हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, नीट परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं. बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन चुके हैं.   *हम सड़क से संसद तक उठाएंगे आवाज* रायबरेली से सांसद राहुल ने कहा, हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी. विपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज सड़क से संसद तक मजबूती से उठा कर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jun 19, 2024

प्रियंका गांधी का चुनावी डेब्यू कांग्रेस को क्या फायदा देने वाला है?

नई दिल्ली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अपना चुनावी डेब्यू करने जा रही हैं, जिस पल का इंतजार पार्टी कई सालों से कर रही थी, जिस बात की चर्चा सभी की जुबान पर थी, अब प्रियंका गांधी सक्रिय रूप से चुनावी राजनीति में एक्टिव दिखेंगी। वायनाड से उनका उपचुनाव लड़ना बड़े संदेश दे गया है। अगर प्रियंका वायनाड से यह चुनाव जीत जाती हैं, कांग्रेस के लिए हर मायने से फायदे की स्थिति रहने वाली है। यहां आपको बताते हैं 5 बड़े फायदे जो प्रियंका के चुनावी डेब्यू से कांग्रेस हासिल कर सकती है।   *दक्षिण में कांग्रेस होगी और ज्यादा मजबूत* कांग्रेस के लिए दक्षिण भारत काफी अहम है। चुनावी नजरिए से समझें तो पार्टी वर्तमान में भी सबसे ज्यादा सीटें दक्षिण के राज्यों से हासिल करती है। लेकिन अभी तक राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के पास कोई दूसरा बड़ा या कहना चाहिए गांधी परिवार का चेहरा यहां मौजूद नहीं था। लेकिन अगर प्रियंका वायनाड से चुनाव जीत जाती हैं, उस स्थिति में पूरे केरल के साथ-साथ दक्षिण भारत में इसका असर देखने को मिलेगा। वायनाड को सिर्फ कांग्रेस की सुरक्षित सीट नहीं कहा जा सकता है, इसके ऊपर यहां की जनता के मन में एक भावनात्मक रिश्ता भी चलता है। इसी वजह से प्रियंका गांधी को भी वायनाड से अपार समर्थन मिल सकता है। वो समर्थन फिर कांग्रेस को खड़ा करने में मदद कर सकता है।    प्रियंका की इस बार की 2024 के चुनाव में मेहनत किसी से छिपी नहीं है, उनके प्रचार ने पार्टी को काफी फायदा पहुंचाया है। इसके ऊपर अगर दक्षिण भारत में कांग्रेस का प्रदर्शन देख लिया जाए, कहना गलत नहीं होगा यहां पर पार्टी का प्रदर्शन शानदार है। इस बार के चुनाव में 42 सीटें दक्षिण से निकली हैं, पिछली बार भी 29 सीटें जीती थीं और 2014 में 19। ऐसे में दक्षिण को बचाए रखना कांग्रेस के लिए जरूरी है और अभी के लिए पार्टी के लिए गांधी परिवार का ही कोई सदस्य यह टास्क कर सकता है।   *केरल में कांग्रेस को फायदा* केरल में कांग्रेस पार्टी इस समय काफी ताकतवर हो गई है। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में केरल की 20 सीटों में से 17 पर सीटों पर कांग्रेस-यूडीएफ ने जीत का परचम लहराया था। अब 2026 में फिर केरल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जानकार मानते हैं कि लेफ्ट के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी हावी रहने वाली है, ऐसे में कांग्रेस के पास कमबैक करने का शानदार मौका है। वो मौका ज्यादा इसलिए बन सकता है क्योंकि प्रियंका गांधी वहां पर एक एक्स फैक्टर के रूप में उभर सकती हैं।   कांग्रेस के प्रचार को एक दिशा चाहिए होगी और वो दिशा प्रियंका देने में सक्षम हैं।यूपी जहां पर कांग्रेस पूरी तरह पस्त हो चुकी थी, वहां पर अपनी चुनावी मैनेजमेंट से प्रियंका ने काफी स्थिति बदली है, अब जब केरल की राजनीति में वे सक्रिय होने जा रही हैं, ऐसे में वहां भी उनका प्रचार कांग्रेस को सीधा फायदा पहुंचा सकता है।   *सशक्त महिला चेहरा* कांग्रेस पार्टी को एक महिला चेहरे की तलाश लंबे समय से है। यह वही पार्टी है जिसने इंदिरा गांधी जैसी नेता देखी है, जिसने सोनिया गांधी की लीडरशिप में जीत का स्वाद भी चखा है। लेकिन पिछले कुछ सालों में चुनावी राजनीति में कांग्रेस की तरफ से कोई बड़ा महिला चेहरा नहीं दिखा है।   लेकिन अब अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीत जाती हैं, कांग्रेस को एक मजबूत महिला चेहरा मिलने वाला है। यह नहीं भूलना चाहिए कि यूपी के चुनाव के वक्त प्रियंका ने ही नारा दिया था- लड़की हूं लड़ सकती हूं। अब कांग्रेस ने उस नारे को साकार करने का काम कर दिया है। प्रियंका का चुनावी डेब्यू महिला वोटरों के बीच में भी तगड़ा मैसेज लेकर जाएगा।   *राहुल गांधी पर कम होगी निर्भरता* राजनीतिक जानकार ऐसा मानते हैं कि प्रियंका के चुनावी डेब्यू में इतना समय इसलिए लग गया क्योंकि पहले राहुल गांधी को सियासी रूप से स्थापित करना जरूरी था।कांग्रेस पार्टी के अंदर में भी एक धड़ा ऐसा मानता है कि राहुल की तुलना में प्रियंका गांधी ज्यादा आक्रमक अंदाज में राजनीति कर सकती हैं। ऐसे में पूरी संभावना थी कि राहुल की राजनीति पर प्रियंका की सियासत हावी हो जाती। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। राहुल गांधी ने खुद को साबित कर दिया है, हाल ही में चुनाव में उनके उठाए मुद्दों ने जनता के साथ कनेक्ट बैठाया है, उनका अपना अंदाज चर्चा में रहा है।ऐसे में अब प्रियंका गांधी का वक्त आ चुका है, वे भी चुनावी राजनीति में कूद सकती हैं।   उस स्थिति में उनकी और राहुल गांधी की ताकत एक समान हो जाएगी। तब राहुल पर निर्भरता कम होगी और कई मामलों में प्रियंका ही अहम रोल निभाती दिख सकती हैं। पार्टी में उनका कद पहले की तुलना में बढ़ सकता है। वैसे भी बताया जाता है कि कांग्रेस को कई बार मुश्किल स्थिति से निकालने में प्रियंका ने अहम योगदान दिया है। बात चाहे हाल में यूपी में अखिलेश संग गठबंधन पर सहमति करना हो या फिर कई राज्यों में कांग्रेस की सरकार को गिराने से बचाना हो, प्रियंका ने आगे से लीड किया है।   *लोकसभा में राहुल-प्रियंका की केमिस्ट्री* अगर प्रियंका गांधी चुनावी डेब्यू में ही जीत हासिल कर लेती हैं, कांग्रेस पार्टी के लिए लोकसभा में स्थिति काफी मजबूत बन जाएगी। आगामी चुनाव में पहले ही मजबूत प्रदर्शन कर खुद की उपस्थिति जोरदार तरीके से सदन में पार्टी महसूस करवाने वाली है, उसके ऊपर अगर प्रियंका गांधी का भी साथ मिल गया तो बीजेपी की राह इस बार आसान नहीं रहने वाली है। पिछले कुछ सालों में राहुल गांधी ही अकेले पीएम मोदी को निशाने पर लेने का काम कर रहे थे, अडानी-अंबानी का लगातार मुद्दा उठाते।   लेकिन प्रियंका के साथ आ जान से कई दूसरे मुद्दों पर भी बहस होती दिख सकती है।प्रियंका एक अच्छी वक्ता हैं, यह चुनावी प्रचार के दौरान साबित हो चुका है, इसके ऊपर ठीक समय पर ठीक मुद्दे उठाने को लेकर भी वे जानी जाती हैं। कुछ लोग तो मानते हैं कि राहुल गांधी की तुलना में ज्यादा बेहतर मुद्दे और बेहतर अंदाज में प्रियंका उठाती हैं। ऐसे में अगर सदन में दोनों भाई-बहन एकजुट हो गए तो तीखे प्रहार के लिए मोदी सरकार को तैयार रहना पड़ेगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jun 19, 2024

राजनाथ सिंह के घर एनडीए की बैठक, स्पीकर चुनाव और इंडिया गठबंधन के खिलाफ बनी रणनीति

नई दिल्ली, 19 जून 2024 (यूटीएन)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एनडीए की एक अहम बैठक हुई है। उस बैठक में लोकसभा स्पीकर के चुनाव को लेकर गहन मंथन हुआ है। असल में 26 जून को लोकसभा स्पीकार का चुनाव होने वाला है, माना जा रहा है कि बीजेपी अपना ही उम्मीदवार उतारने वाली है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन ने भी खेल करते हुए एनडीए से डिप्टी स्पीकर का पद मांग लिया है। यहां तक कहा गया है कि अगर बात नहीं मानी गई तो स्पीकर पद के लिए भी विपक्ष अपना उम्मीदवार उतार देगा।   *किन मुद्दों पर हुआ मंथन?* अब इस बदली हुई स्थिति में ही तमाम समीकरण साधने के लिए राजनाथ सिंह के घर पर यह बैठक की गई है। बैठक में चिराग पासवान, जेपी नड्डा, अश्विनी वैष्णव जैसे कई बड़े नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान चर्चा हुई कि आखिर किस तरह से अपने उम्मीदवार के लिए ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाया जाए। वैसे बीजेपी के लिए राहत की बात यह है कि जेडीयू और टीडीपी ने अपना समर्थन पार्टी को दे दिया है। पहले जरूर कहा जा रहा था कि जेडीयू और टीडीपी स्पीकर पद पर दावा ठोक सकते हैं, लेकिन अब वो दोनों दल भी बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में वहां से बीजेपी के लिए राहत की खबर है।   *इंडिया गठबंधन की क्या रणनीति?* विपक्ष जरूर अभी भी टीडीपी को कह रहा है कि उन्हें स्पीकर पद पर दावा ठोकना चाहिए। संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर टीडीपी अपना उम्मीदवार उतारेगी, इंडिया गठबंधन उसका समर्थन कर देगा। पूरी कोशिश हो रही है कि स्पीकर चुनाव में बीजेपी को आइसोलेट कर दिया जाए। अब उसी आइसोलेशन से बचने के लिए बीजेपी ने यह बैठक की है। बैठक सदन की कार्यवाही को लेकर भी बातचीत हुई है, कई दूसरे मुद्दों का भी जिक्र रहा है।   *उम्मीदवार कौन हो सकता है?* बीजेपी की तरफ से अगर स्पीकर चुनाव के लिए दावेदारों की बात करें तो बीजेपी के 7 बार के सांसद राधा मोहन सिंह का नाम भी स्पीकर पद के लिए है। तो वहीं पिछले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का नाम भी सुर्खियों में है और वह भी दोबारा स्पीकर बन सकते हैं। वहीं तीसरा नाम जो सुर्खियों में छाया हुआ है वह भाजपा की आंध्र प्रदेश अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का है। वह सांसद बनी हैं और चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन हैं। माना जा रहा है कि उन्हें टीडीपी भी आसानी से स्वीकार कर लेगी।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |      

admin

Jun 19, 2024