Other

भागवत् कथा में कृष्ण लीलाएं सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु

खेकड़ा, 10 जून 2024 (यूटीएन)। नूरपुर के बाबा मोहनराम मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथाव्यास देवकी नंदन महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाएं और गोवर्धन पूजा का प्रसंग सुनाया। भावविभोर श्रोताओं ने कृष्ण राधा के भजनों पर नृत्य किया। रविवार को कथाव्यास देवकी नंदन महाराज ने कहा कि, भगवान श्रीकृष्ण की सब लीलाएं भगवान ने जन्म से लगभग सात साल तक की आयु में की।    भगवान ने राक्षसों का अंत करके भक्तों को भयमुक्त किया। उन्होने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठा लिया। गोकुलवासियों की रक्षा की। कहा कि, भगवान तो भाव के भूखे होते हैं ,जो भगवान को भाव से पुकारता है, भगवान उसका कल्याण करते हैं। भगवान किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करते। कथा में रामपत भगत जी, आदेश कुमार समेत बडी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं व पुरुष शामिल रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

शांति सौहार्द से त्‍यौहार मनाने की अपील, कोतवाली में हुई शांति समिति की बैठक

खेकड़ा, 10 जून 2024 (यूटीएन)। ईद उल फितर का पर्व शांतिपूर्वक सम्‍पन्‍न कराने के लिए कोतवाली में शांति समिति की बैठक हुई तथा लोगों से शांतिपूर्वक पर्व मनाने की अपील की गयी। कोतवाली परिसर में रविवार को आयोजित शांति समिति की बैठक में सीओ प्रीता सिंह ने कहा कि, सभी समुदाय के लोग प्रेम, सौहार्द व एकता की मिसाल कायम करते हुए मिलजुल कर ईद मनाएं। अशांति फैलाने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर है। कहा कि, ईद का पर्व आपसी भाईचारे का पर्व है, यदि कहीं से भी अप्रिय घटना घटित होने की आशंका होती है।   तो तुरंत स्थानीय प्रशासन सहित 112 नंबर पर सूचित करे। सोशल मीडिया पर कुछ भी गलत टिप्पणी या मैसेज आते हैं, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस थाने पर करें। बैठक में चर्चा की गई कि, सभी ईदगाहों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल तैनात रहेंगे। लोगों से ईद पर्व शांति पूर्ण माहौल में सम्पन्न कराने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई। बैठक में कोतवाल राजबीर सिंह, रटौल चेयरमेन जुनैद फरीदी, शाबिर अली, संदीप प्रजापति, अजेश जैन, पूर्व सभासद राजेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

सड़क दुर्घटना में बागपत के डॉ विद्याभूषण गेरा हुए घायल

खेकड़ा, 10 जून 2024 (यूटीएन)। दिल्ली- सहारनपुर हाईवे पर रविवार को खेकड़ा पाठशाला बस स्टेंड पर बागपत के चिकित्सक की कार को एक डम्फर ने मारी टक्कर। कार हुई बुरी तरह क्षतिग्रस्त, जिसमें सवार चिकित्सक हुए घायल। पुलिस ने डम्फर चालक कों लिया हिरासत में।   डा विद्याभूषण गेरा, जनपद के जाने माने चिकित्सक हैं। बागपत में उनका नर्सिंग होम है। वे परिवार के साथ नोएडा मेंं रहते हैं। रविवार की सुबह भी वह अपनी कार से नोएडा से बागपत आ रहे थे।दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाईवे पर खेकड़ा पुलिस चौकी के पास अनियंत्रित डंपर ने उनकी कार में टक्कर मार दी, जिसमें डा गेरा गंभीर रूप में घायल हो गए।   उनकी कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने डंपर और उसके चालक को हिरासत में ले लिया। डॉक्टर गेरा को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया। डॉ गेरा के पुत्र डा अनुज गेरा ने खेकड़ा कोतवाली पर घटना की तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

हाइवे किनारे बने ढाबों और होटलों के लिए खड़े वाहनों के कारण जाम व दुर्घटना का अंदेशा

बालैनी, 10 जून 2024 (यूटीएन)। मेरठ-बागपत हाइवे पर बालैनी टोल प्लाजा के समीप ही मुख्य मार्ग के किनारे खड़े रहने वाले ट्रक दे रहे हैं हादसों को न्यौता। ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायतों के बावजूद ध्यान नहीँ दे रहे हैं अधिकारी। दूसरी ओर बेतरतीब खड़े इन ट्रकों से अन्य वाहन चालकों को होती रहती हैं परेशानियां।   बालैनी टोल प्लाजा के समीप हाइवे किनारे बहुत से ढ़ाबे और चाय की दुकानें खुली हुई हैं ,जिसके चलते दिनभर इन ढाबों और दुकानों पर ट्रक चालक रुकते हैं और ट्रक हाइवे किनारे ही खड़ा कर देते हैं। यही कारण बनते हैं हाइवे पर लगातार हादसों के और टोल के समीप जाम भी लगा रहता है।बताया तो यह भी जाता है कि, रात मे तो ये ट्रक चालक हाइवे किनारे ही ट्रक खड़ा कर उसमे आराम के साथ साथ नशा भी करते हैं।    क्षेत्र के ग्रामीणो ने कई बार इसकी शिकायत बालैनी पुलिस और अधिकारियो से की ह, लेकिन अभी तक इन ट्रक चालकों पर कोई एक्शन नही हुआ है। हाइवे पर खड़े ट्रको की वजह से हाइवे से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों को लगातार परेशानी होती है और दुर्घटना का डर बना रहता है। थाना प्रभारी साक्षी सिंह  का कहना है कि, हाइवे पर अवैध रूप से खड़े होने वाले वाहनो के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा और वाहनो को हाइवे पर इस तरह खड़ा होने नही दिया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

अच्छा सोचें, अच्छा बोलें और अच्छा ही कर्म करे युवा पीढ़ी: रवि शास्त्री

बडौत, 10 जून 2024 (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चौधरी केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में चल रहे योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के चौथे दिन योगाचार्य धर्मवीर आर्य ने आर्य वीरों को, सूर्य नमस्कार, डंबल, जूडो कराटे, लेजियम, योगासन आदि का प्रशिक्षण दिया।   इस मौके पर जिला मंत्री रवि शास्त्री ने कहा, युवा पीढ़ी सबके लिए अच्छा सोचे, अच्छा बोले और शरीर से भी अच्छा ही कर्म करे, तभी कल्याण होगा। अच्छी विचारधारा का व्यक्ति ही जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। कहा कि, आवासीय शिविर में भाग लेने से युवाओं में परस्पर सहयोग की भावना पैदा होती है, जिससे समाज का अच्छा वातावरण बनता है।   बताया कि, आर्य वीरों में देशभक्ति की भावना का भाव पैदा करने के लिए सोमवार की शाम को एक शाम शहीदों के नाम संगीत के साथ भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जनपद के वरिष्ठ सर्जन डॉ मनीष तोमर, प्रधानाचार्य रामपाल सिंह तोमर, धर्मपाल त्यागी, कपिल आर्य, अरविंद ठेकेदार, मोनिका आदि उपस्थित रहे।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

बेटियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम, निःशुल्क सिलाई कढ़ाई केंद्र का शुभारंभ

बडौत, 10 जून 2024 (यूटीएन)। क्षेत्र के बडका गाँव में महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से बालिकाओं व महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता हेतु सिलाई व कढाई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक सचिन गुप्ता व समाजसेवी मा सत्तार अहमद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ओमप्रकाश सिंह व संचालन एड रणवीर चौधरी ने किया।शिविर प्रारंभ होते ही गांव की 30 प्रशिक्षुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया।   इस अवसर पर मुख्य अतिथि सचिन गुप्ता ने कहा कि, सिलाई सीखकर बालिका एवं महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और केंद्र पर आकर अनुशासन में रहकर सीखेंगी तो उनको भविष्य में सफलता जरूर मिलेगी।उन्होंने ट्रस्ट के पदाधिकारियों और प्रशिक्षू बेटियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। वहीं समाजसेवी मा सत्तार अहमद ने कहा कि, बेटियां घर की शान होती हैं,बेटियां सिलाई सीखकर अपना रोजगार कर सकती हैं और भविष्य में दूसरों को सिखा भी सकती हैं। कहा, सिलाई का क्षेत्र आज इतना बड़ा हो चुका है, जिसे सीखकर बड़े से बड़ी डिजाइनर भी बन सकती हैं ।   ट्रस्ट चेयरमैन एड रणवीर चौधरी ने बालिकाओं को बधाई देते हुए कहा कि, बेटी आज किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं। आज लड़कियां आगे बढ़कर सभी क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं। चैयरमेन एडवोकेट रणवीर चौधरी ने सभी अतिथियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया और धन्यवाद दिया ।इस अवसर पर विशाल दाहिमा, यामीन, इमरान, आशाराम, अनिल, इलाउद्दीन, शीबा, सना, ईशा, साजिदा, मोनी, महरून, साइन, नगमा, महरीन, मोहसिना, खुशी, कशिश,निशु,अंजली, नताशा, देविका, सानिया और बबीता आदि उपस्थित रही ।       स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

Jun 10, 2024

मिलेगा 1 लाख रुपये का अनुदान,सरकार देगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली

मथुरा, 10 जून 2024 (यूटीएन)। बिजली के बिल से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो पीएम सूर्यघर योजना आपके लिए एकदम मुफीद है। केंद्र सरकार की इस योजना में प्रदेश सरकार 30 हजार और केंद्र सरकार 78 हजार रुपये तक का अनुदान दे रही है। इतना ही नहीं लाभार्थियों को सरकार की ओर से 300 यूनिट मुफ्त बिजली भी दी जा रही है। योजना के लिए कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। नेडा के प्रभारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया पीएम सूर्य घर योजना में आगरा जिले के 1 लाख घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य है। इस योजना में सरकार घरों पर सोलर पैनल लगवाने के लिए आने वाले खर्च में भारी छूट भी दे रही है। सोलर पैनल की क्षमता के आधार पर केंद्र की ओर से 18000 रुपये से लेकर 78000 रुपये और प्रदेश सरकार की ओर से 15-30 हजार तक का अनुदान दिया जा रहा है। ऑनलाइन आवेदन करना कर सकता है। आवेदन के लिए अधिकारिक वेबसाइट पर पूरी जानकारी के साथ आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सबसे पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिसके लिए अपने राज्य की बिजली आपूर्ति संस्था का चयन करें। इसके बाद आपको अपना इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करना होगा। पंजीकरण के बाद उपभोक्ता संख्या और मोबाइल नंबर के साथ लॉगइन करना होगा। फॉर्म के अनुसार रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन करें। अगले स्टेप में जब आपको अप्रूवल मिल जाए, तो किसी भी रजिस्टर्ड वेंडर से प्लांट इंस्टॉल करवाएं। इंस्टॉलेशन पूरा होने पर प्लांट की डिटेल जमा करें और नेट मीटर के लिए आवेदन करें। अब आपके नेट मीटर की इंस्टॉलेशन और जांच के बाद पोर्टल से कमीशनिंग सर्टिफिकेट जेनरेट होगा। इस प्रमाण पत्र मिलने के बाद पोर्टल के माध्यम से बैंक अकाउंट की डिटेल और एक कैंसिल चेक जमा करें आपको 30 दिनों के भीतर बैंक अकाउंट में सब्सिडी मिल जाएगी। मथुरा, रिपोर्टर-(दुर्गा प्रसाद)।

admin

Jun 10, 2024

वृंदावन में हुए सीवर हादसे में तीन लोगों की मौत

वृंदावन, 10 जून 2024 (यूटीएन)। सीवर हादसे की सूचना पाते ही डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। हादसे के कारणों का पता लगाया। रेस्तरां के कर्मचारियों से वार्ता की। इसके बाद हादसे की पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी। डीएम ने बताया कि हादसे के संबंध में रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी गई है। परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बताया कि इस हादसे में जो भी लोग जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। इधर, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के साथ मौके पर एसपी सिटी डाॅ. अरविंद कुमार, एएसपी/सीओ कुंवर आकाश सिंह, इंस्पेक्टर आनंद कुमार शाही, एसीएम वृंदावन राजकुमार भास्कर हादसे की जांच में लगे रहे। शवों को जैसे ही पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एसीएम वृंदावन राजकुमार भास्कर तत्काल यहां भी पहुंचे। वृंदावन पुलिस से पंचायतनामे की कार्रवाई कराई गई। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि अभी इस मामले में परिजनों की तहरीर का इंतजार है। परिजन तहरीर नहीं देंगे तो पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई करेगी। वृंदावन सीवर हादसे में जान गवांने वाला  मजदूर श्याम गरीब परिवार से था। नौहझील के सल्ला गांव में उसका परिवार रहता है। वह अपनी पत्नी नीलम और तीन बच्चों के साथ बिरला मंदिर के पास मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था। महज 400 रुपये की दिहाड़ी की खातिर श्याम मौत के सीवर में उतरकर अपनी जान गंवा बैठा। मृतक श्याम के भाई नीरज ने बताया कि उन्हें शाम चार बजे करीब अपने भाई की मौत की सूचना ग्राम प्रधान के माध्यम से मिली। प्रधान को पुलिस द्वारा सूचना दी गई थी। इधर, हादसे की सूचना मिलते ही श्याम की पत्नी नीलम बदहवास हो गई। 15 साल की बेटी पूनम की तबीयत बिगड़ गई। अमित और प्रिंस तो वृंदावन में ही काम कर रहे थे, लेकिन शनिवार से कार्य करने के लिए श्याम आया था। उसे क्या पता आज ही कार्य की शुरुआत होगी और आज ही उसकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा। वृंदावन,रिपोर्टर-(दुर्गा प्रसाद)।

Ujjwal Times News

Jun 10, 2024

तीसरे कार्यकाल में पीएम मोदी के सामने होंगी बड़ी चुनौतियां, सहयोगियों को लेकर कैसे बढ़ेंगे आगे?

नई दिल्ली, 09 जून 2024 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एनडीए ने अपना नेता चुन लिया है। प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों का एक होमवर्क रंग लाया। शुक्रवार को एनडीए के प्रमुख सहयोगी दलों ने प्रधानमंत्री में अटूट विश्वास का संदेश दिया। टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री की तारीफ की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे बड़ा संदेश दिया। खुद को प्रधानमंत्री का हनुमान कहने वाले चिराग पासवान हर मोड पर आगे बढ़-बढक़र संदेश दे रहे हैं। संदेश यही कि रविवार को शपथ ग्रहण के बाद तीसरा कार्यकाल शानदार होगा। भरोसा भी यही कि प्रधानमंत्री को चुनौतियों से निबटना आता है।     पहले बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनोखी केमिस्ट्री दिखाई। प्रधानमंत्री की पिछली कैबिनेट में उनके सहयोगी ने इस ओर इशारा भी किया। मानो, नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़ने के अपने पिछले अपराधों की क्षमा मांग ली हो। चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने जिस तरह से संसदीय दल का नेता चुने जाते समय संदेश दिया है, उससे साफ है कि सब तय है।   *मंत्रिमंडल में सहयोगियों को लेकर जारी है विमर्श*   भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर कल देर रात तक हलचल थी। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी काफी व्यस्त थे। देर शाम तक बैठकों का दौर चला। दोनों नेता आज भी व्यस्त हैं। अमित शाह की जेपी नड्डा के साथ व्यस्तता आज संसद के पुराने भवन के केंद्रीय कक्ष में एनडीए का नेता चुने जाने को लेकर भी थी। एनडीए के प्रमुख सहयोगियों से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संपर्क में हैं। अब माना जा रहा है कि जेपी नड्डा और अमित शाह की व्यस्तता प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह, उनकी कैबिनेट में शामिल होने वाले सहयोगियों को लेकर है। नए और पुराने साथियों के नाम पर मंथन, चयन का दौर चल रहा है। सहयोगी दलों के नेताओं से भी नामों की सूची मांग ली गई है।   इस बारे में पूछे जाने पर एनडीए के सहयोगी दल के एक नेता ने कहा कि अब समय ही कितना बचा है। अंतिम नामों की सूची प्रधानमंत्री के विशेषाधिकार से ही बनेगी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल में इस बार नए चेहरे काफी होंगे। पुराने तमाम मंत्रिमंडल के सहयोगी चुनाव हार गए हैं। चुनाव हारने वाले मंत्रियों में राजीव चंद्रशेखर जैसे एकाध नाम ही नए मंत्रिमंडल में स्थान पा सकते हैं।   शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री जी-7 की बैठक में हिस्सा लेने इटली जाएंगे   9 जून को प्रधानमंत्री मोदी नए कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। 13-15 जून तक जी-7 देशों का शिखर सम्मेलन इटली में हो रहा है। इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मिलोनी ने पीएम को आमंत्रित किया है और प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। वहां अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर समेत अन्य से भेंट होगी। ऐसे में शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री के पास समय कम है। उनकी इटली की प्रस्तावित यात्रा को देखते हुए शीर्ष नेता की व्यस्तता काफी है। इसके बीच में उनके सहयोगियों में कामकाज का बंटवारा समेत अन्य महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को पूरा करना है।   *क्या रहेंगी प्रधानमंत्री के सामने प्रमुख चुनौती?*   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले कार्यकाल की शुरुआत में जब भाजपा और एनडीए के नेता चुने गए थे तो उन्होंने संसद के केंद्रीय कक्ष में प्रवेश करने से पहले उसकी सीढ़ियों को चूमा था। इस बार उन्होंने भारतीय संविधान को नमन किया है। लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने संविधान में बदलाव को मुद्दा बनाया था। विपक्षी दल कांग्रेस के पास 99 लोकसभा सदस्य हैं। प्रधानमंत्री के नेता चुने जाने और शपथ ग्रहण के पहले ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी शेयर बाजार में घोटाला और इस पर जेपीसी की जांच की मांग कर दी है। मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने संसद भवन में महात्मा गांधी समेत अन्य महापुरुषों की मूर्ति विस्थापन का मुद्दा उठाया है। आशय यह कि विपक्ष आक्रामक, ऊर्जा से लबरेज, सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने का संदेश दे रहा है। राहुल गांधी भी कह रहे हैं कि अब उनके दल के पास ताकत आ गई है। प्रधानमंत्री को अगले कार्यकाल में इस चुनौती से निबटना होगा।   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार सहयोगी दलों के सहयोग से चलने वाली सरकार चलाएंगे। भाजपा के पास संसद में सरकार चलाने के लिए जरूरी संख्याबल नहीं है। निर्भरता सहयोगी दलों पर रहेगी। भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े से 32 सांसद कम हैं। टीडीपी और जद(यू) केवल दो दलों के सांसदों को मिलाकर लोकसभा में 28 होंगे। इसलिए दोनों दलों को एनडीए में वजन रहेगा और प्रधानमंत्री को हमेशा ध्यान में रखना होगा कि सहयोगी दल के बिना नहीं चल सकते। तीसरा दल लोक जनशक्ति पार्टी(राम विलास पासवान) है। उसके पांच सदस्य हैं। इन दलों के नेताओं, मंत्रिमंडल में इनके सदस्यों को भी अहमियत देनी होगी।   केंद्रीय मंत्रिमंडल में गृह, वित्त, रक्षा, विदेश चार प्रमुख मंत्रालय हैं। सहयोगी दल इसमें से किसी विभाग की मांग कर सकते हैं। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, रेल, शिक्षा, स्वास्थ्य, वाणिज्य, ऊर्जा, सडक़ एवं परिवहन, दूर संचार, नागरिक उड्डयन जैसे महत्वपूर्ण मलाईदार विभागों के लिए सहयोगी दल दबाव बना सकते हैं। प्रधानमंत्री के सामने इसकी चुनौती खड़ी भी है। प्रधानमंत्री ने अपने दो कार्यकाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की मंशा के अनुरुप हिन्दुत्व के मुद्दे को धार दी है। उन्होंने अगले 100 दिन के सरकार के कामकाज का एजेंडा तैयार कर लिया है, लेकिन इसे बदलना पड़ सकता है। अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री की पिच कमजोर रही है। तीसरे कार्यकाल में इसकी चुनौती काफी बड़ी है। टीडीपी के नेता चंद्र बाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह विषय महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री को संभलकर चलना पड़ सकता है। गठबंधन की सरकार चलानी पड़ सकती है। कॉमन सिविल कोड, एनआरसी समेत तमाम मुद्दों पर आम सहमति का सामना करना पड़ सकता है।   प्रधानमंत्री को किसान कल्याण और कृषि, ग्रामीण विकास, रोजगार पर विशेष ध्यान देना होगा। उ.प्र., महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, बिहार में राजनीतिक-सामाजिक समीकरण की भी चुनौती बढ़ी है। कुछ ही महीने बाद दिल्ली, महाराष्ट्र, झारखंड समेत राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। प्रधानमंत्री को इसे भी साधना है। भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती योजना को प्रधानमंत्री ने परिवर्तनकारी बताया था, लेकिन इसको लेकर भारी विरोध हो रहा है। सहयोगी दल भी इसकी समीक्षा का दबाव बना रहे हैं।   प्रधानमंत्री को इस तरह के कठोर निर्णय लेने पड़ सकते हैं। इस्राइल-फलस्तीन की धरती पर युद्ध जैसे हालात हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध अभी जारी है। अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, व्यापार चुनौती के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में मंहगाई का लगातार दबाव बना हुआ है। अमेरिका, चीन से संबध, यूरोप, यूरेशिया, मध्य एशिया का संतुलन भी बड़ी चुनौती है। ऐसे में भारत की अर्थ व्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने के साथ-साथ तमाम अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jun 9, 2024

जेडीयू ने ठोकी रेल और कृषि मंत्रालय पर दावेदारी साथ ही 4-5 मंत्री पद मांगे

नई दिल्ली, 09 जून 2024 (यूटीएन)। देश में एनडीए की नई सरकार बनने जा रही है. जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू की अहम भूमिका रहेगी, क्योंकि नीतीश कुमार के बिना केंद्र में सरकार बनना मुश्किल था. नीतीश कुमार ने भी एनडीए को अपने पूर्ण समर्थन की बात कह दी है. दिल्ली में हुई एनडीए की तमाम बैठकों में वो शामिल हुए और प्रधानंमत्री मरेंद्र मोदी को लोकसभा में एनडीए का नेता चुने जाने का समर्थन भी किया है.    *जेडीयू मंत्री मदन सहनी का बयान*   इस बीच नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता मदन सहनी ने शनिवार को बड़ी डिमांड की है. मदन सहनी ने कहा कि जेडीयू से चार-पांच मंत्री बनने चाहिए और रेल मंत्रालय भी जेडीयू को मिलना चाहिए. बिहार ने लोकसभा चुनाव में इतना अच्छा परिणाम दिया है तो ज्यादा से ज्यादा मंत्री भी बिहार के बनने चाहिए. ताकि बिहार का ज्यादा विकास हो.  बिहार सरकार में मंत्री मदन सहनी ने रेल के साथ-साथ कृषि मंत्रालय पर भी दावा ठोका है. उनका कहना है कि ये दोनों मंत्रालय जेडीयू के खाते में आने चाहिए.   *बिहार में एनडीए ने 40 में से 30 सीटें जीतीं*   दरअसल लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए ने 40 में से 30 सीटें जीती हैं. इनमें बीजेपी की 12, जदयू की 12, एलजेपीआर की 5 और हम की 1 सीट शामिल है. सूत्रों के मुताबिक लोकसभा में बीजेपी के जितने मंत्री बनेंगे उतने ही जेडीयू के भी बनेंगे, लेकिन जेडीयू के नोताओं और मंत्रियों का कहना है कि जेडीयू को 4 मंत्री पद और उसमें एक रेल मंत्रालय होना चाहिए, जबकि बीजेपी रेल मंत्रालय अपने पास ही रखना चाहती है. इधर बिहार के जेडीयू नेताओं का कहना है कि बिहार को रेल मंत्रालय हमेशा मिलता रहा है. अटल बिहारी वाजपयी की सरकार में भी नीतीश कुमार रेल मंत्री थे.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jun 9, 2024