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○ दो उपकेंद्र सहित लुहारा टाउन की बत्ती गुल, 24 घंटे से पांच हजार परिवारों की बढ़ी परेशानी
○ मंडोला विहार तक मैट्रो की मांग को लेकर संघर्ष समिति को ग्रामीण देंगे पूरा सहयोग , मुख्यमंत्री से मिलेंगे समिति के पदाधिकारी
○ असारा को नगर पंचायत बनाने, झूंडपुर में लघु सेतु की मांग तथा दो विद्युत उपकेंद्र की स्थापना की मांग पर मिले नकारात्मक उत्तर
○ भारत में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को एक उभरते क्षेत्र के रूप में मान्यता प्राप्त है: श्रीमती अनुप्रिया पटेल
○ देश को इलेक्ट्रिक वाहन उपभोक्ता और कार्बन न्यूट्रल बनाना हमारा लक्ष्य : नितिन गडकरी
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Education
यूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा शांतिपूर्ण व सकुशल संपन्न कराने हेतु जिलाधिकारी ने की बैठक
बागपत,13 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में जोनल मजिस्ट्रेट ,सेक्टर मजिस्ट्रेट ,स्टैटिक मजिस्ट्रेट व केंद्र व्यवस्थापकओ के साथ उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य ,प्रवर अधीनस्थ सेवा पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को सहज, ईमानदारी पूर्वक, स्वतंत्र, निष्पक्ष , गुणधर्मिता,पारदर्शिता, शुचितापूर्वक सकुशल संपन्न कराने के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जनपद बागपत में पहली बार पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है ,जो जनपद के 13 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित कराई जाएगी ।पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए कड़े बंदोबस्त जिलाधिकारी के निर्देशन में किए गए हैं । अभ्यर्थी समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। सुबह की प्रथम पाली में 8:00 बजे से लेकर 8:45 तक प्रवेश किया जाएगा, जबकि दोपहर की दूसरी पाली में 1 बजे से दोपहर 1:45 तक अभ्यर्थी को प्रवेश दिया जाएगा ,इसके बाद किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा । प्रथम पाली का परीक्षा समय 9:30 से 11:30 तक का है ,जबकि द्वितीय सत्र का समय 2:30 बजे से 4:30 तक का है। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के जनपद में 13 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैंं, जिन पर सभी चाक-चौबंद व्यवस्था के जिलाधिकारी ने निर्देश दिए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि, जो कमियां अभी नजर आ रही हैं, उन्हें तत्काल दुरुस्त जाकर किया जाए ,परीक्षाएं कैमरे की निगरानी में संपन्न कराई जाएंगी । सभी कैमरे सभी परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थित तरीके से संचालित रहे। जिलाधिकारी ने समस्त सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि, परीक्षा केंद्रों पर जाकर अवश्य भ्रमण करें परीक्षा से संबंधित जुड़ी हुई व्यवस्थाओं को ध्यान पूर्वक देखें, जो कमी दिखाई दे ,उसे तत्काल पूर्ण करायें । जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि, परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और सुव्यवस्थित होनी चाहिए।परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, परीक्षा सामग्री की समय पर उपलब्धता और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट ,स्टेटिक मजिस्ट्रेट केंद्र व्यवस्थापक को उनके दायित्वों के प्रति जानकारी दी और निर्देशित किया कि अपने दायित्वों को अवश्य पढ़ें, जिससे की परीक्षा के समय किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो। अभ्यर्थी के साथ-साथ परीक्षा कराने वाले की भी परीक्षा ली जाती है । जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि, पीसीएस परीक्षा के समय लाइट प्रभावित नहीं होनी चाहिए, सुचारू रूप से विद्युत व्यवस्था संचालित रहे ,किसी भी तरह के किसी अभ्यर्थी को कोई समस्या ना आने दी जाए ,सभी परीक्षा केदो का विद्युत विभाग के अधिकारी आवश्यक भ्रमण कर लें। डीआईओएस ने बताया ,जनपद में निर्धारित सभी परीक्षा केंद्रों पर लगे समस्त सीसीटीवी कैमरे स्टैटिक आईपी के माध्यम से जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय , एडीएम पंकज वर्मा , एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेंद्र सक्सेना, समस्त एसडीएम सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
Ujjwal Times News
Dec 13, 2024
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह में जब भावुक हो गए उपराज्यपाल सक्सेना
नई दिल्ली, 13 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। दिल्ली में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह और स्थापना दिवस के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना अचानक भावुक हो गए । वीके सक्सेना ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन पर सबसे ज्यादा व्यक्तिगत हमले किए गए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्लीवासियों की भलाई के लिए काम करने की उनकी प्रतिबद्धता तमाम बाधाओं के बावजूद अटूट बनी हुई है। छात्रों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "याद रखें, समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले निर्णय लेना आसान नहीं है। आपको यथास्थिति बनाए रखने में निहित स्वार्थ वाले लोगों से अनुचित आलोचना और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। कहा जाता है कि बड़े निर्णय लेते समय, डर महसूस होना स्वाभाविक है, लेकिन डर के कारण कार्य न करना गलत कदम है। एलजी सक्सेना ने कहा, "मैं अपना अनुभव साझा करना चाहूंगा। पिछले ढाई वर्षों में, मुझे वह काम करने से रोकने के कई प्रयास किए गए हैं जो मुझे लगता है कि अच्छा है। इस दौरान मुझे प्रताड़ित किया गया। तमाम आरोपों और व्यक्तिगत हमलों के बावजूद दिल्ली और यहां रहनेवाले लोगों की भलाई के लिए काम करने की मेरी प्रतिबद्धता मजबूत रही है, इसलिए मैं कभी नहीं रुका और अपने लक्ष्य की दिशा में काम करता रहा। *भविष्य निर्माण में युवाओं की भूमिका पर दिया जोर* उन्होंने देश के भविष्य को आकार देने में युवाओं की भूमिका पर भी जोर दिया। एलजी सक्सेना ने कहा, "आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयासों में लगातार और अटूट रहना चाहिए। हमेशा लोगों के व्यापक हित में काम करना चाहिए। आप पर देश की वृद्धि और वैश्विक मंच पर इसकी स्थिति में योगदान करने की जिम्मेदारी है। आइए आशा करते हैं कि इस दिशा में यूनिवर्सिटी अपना काम जारी रखेगी। गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के नए लोगो का अनावरण, रजत जयंती डाक टिकट, स्मारक चांदी के सिक्के के विमोचन और विश्वविद्यालय के रणनीतिक विजन दस्तावेज, विजन@2047 रोडमैप के शुभारंभ भी किया गया। इस अवसर पर पोलैंड के क्राको के एजीएच विश्वविद्यालय के सहयोग से सतत विनिर्माण के लिए डिजिटल उत्पादन में मास्टर ऑफ साइंस में दोहरी डिग्री कार्यक्रम की घोषणा की गई और गिनी गणराज्य में जीजीएसआईपीयू के अपतटीय परिसर की स्थापना की योजना बनाई गई। इस अवसर पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पिछले 25 वर्षों में जीजीएसआईपीयू की उल्लेखनीय यात्रा की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के लिए आशा की किरण और अग्रणी शैक्षणिक पहलों का केंद्र बन गया है। उन्होंने वैश्विक भागीदारी बनाने की दिशा में प्रयासों की सराहना की और सामाजिक कल्याण और भारतीय ज्ञान प्रणाली को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर दिया। गुरु गोविंद सिंह के जीवन से उद्धरण देते हुए, उन्होंने छात्रों को ज्ञान, साहस और न्याय के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। जीजीएसआईपीयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा ने विश्वविद्यालय के विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने तेजी से विकास किया है, अब यह 1.13 लाख से अधिक छात्रों को 40 विषयों में 190 शैक्षणिक कार्यक्रम प्रदान कर रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की नवीनतम पहलों को साझा किया, जिसमें खेल कोटा, एकल-लड़की बाल सीटें, कुलपति इंटर्नशिप कार्यक्रम और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक इनक्यूबेशन फंड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एजीएच यूनिवर्सिटी ऑफ क्राको के साथ हाल ही में घोषित दोहरी डिग्री कार्यक्रम छात्रों को पोलैंड में दो सेमेस्टर और भारत में दो सेमेस्टर की पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि छात्र इस कार्यक्रम के लिए केवल भारतीय शुल्क का भुगतान करेंगे, जिससे अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सुलभ हो जाएगी। समारोह के दौरान कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिसमें 1,000 छात्रों की मेजबानी करने की क्षमता वाला एक एम्फीथिएटर, एक स्वास्थ्य केंद्र और विजिटिंग फैकल्टी के लिए एक गेस्ट हाउस शामिल है।औद्योगिक रोबोटिक्स लैब, एक अत्याधुनिक टीवी स्टूडियो, सामुदायिक रेडियो स्टेशन और पूर्वी परिसर में भारतीय बैंक के एक एक्सटेंशन काउंटर जैसी सुविधाओं का भी शुभारंभ किया गया। इसके अतिरिक्त रजत जयंती स्मृति चिन्हों का भी अनावरण किया गया। समारोह में कारीगरों की रचनात्मक प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने वाले 'हुनर हाट' के साथ-साथ एक अकादमिक और शोध प्रदर्शनी भी शामिल थी। पूर्व कुलपति प्रो. के.के. अग्रवाल और प्रो. डी.के. बंद्योपाध्याय को विश्वविद्यालय की विरासत में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ साथ उपराज्यपाल के प्रधान सचिव आशीष कुंद्रा और उच्च शिक्षा सचिव सुश्री नंदिनी पालीवाल ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. कमल पाठक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने विश्वविद्यालय की शानदार विरासत को आकार देने में योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों, छात्रों और शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Dec 13, 2024
आईपी यूनिवर्सिटी अपने रजत जयंती के अवसर पर अनेक योजनाएं शुरू करेगी
नई दिल्ली,12 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय अपनी 25 वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 12 दिसंबर को रजत जयंती समारोह के समापन के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह अवसर यूनिवर्सिटी की 25 वर्षों की अकादमिक उत्कृष्टता, सामाजिक प्रभाव और नवाचार को प्रदर्शित करता है, साथ ही भविष्य के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण का अनावरण करता है। इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल और यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती आतिशी, दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र और दिल्ली के उच्च शिक्षा की सचिव श्रीमती नंदिनी पालीवाल भाग ले रहे हैं। इस समारोह में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा जिसमें एक एम्फीथिएटर कम रिचार्ज बेसिन, विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र,अत्याधुनिक रोबोटिक्स लैब शामिल हैं। विश्वविद्यालय अपने समुदाय सरोकारों को मजबूत करने के लिए सूरजमल विहार स्थित पूर्वी परिसर में कम्युनिटी रेडियो स्टेशन भी लॉन्च करेगा। कार्यक्रम में सांस्कृतिक और अकादमिक प्रदर्शनियां भी लगाई जाएँगी।परिसर में एक रचनात्मक 'हुनर हाट' देश की पारंपरिक विरासत को प्रदर्शित करेगा। इस अवसर पर रजत जयंती डाक टिकट, स्मारक सिक्का, विजन@2047 रोडमैप, अपडेटेड विश्वविद्यालय कैलेंडर 2024 और विश्वविद्यालय के नए लोगो का अनावरण भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में संकाय, कर्मचारियों और संबद्ध कॉलेजों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने विश्वविद्यालय की यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पिछले 25 वर्षों में विश्वविद्यालय ने नए कार्यक्रमों और बढ़ी हुई छात्र संख्या के साथ भौगोलिक रूप से सूरजमल विहार में एक नया परिसर और नरेला में एक और परिसर के साथ अकादमिक रूप से काफ़ी विकास किया है। यह भव्य समारोह यूनिवर्सिटी द्वारा पिछले 25 वर्षों से बनाए रखे गए नवाचार और उत्कृष्टता की भावना को दर्शाता है और एक आशाजनक भविष्य की ओर निहारता है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Dec 12, 2024
लाइफबॉय और भारत स्काउट्स एवं गाइड्स ने लॉन्च किया "एआई टीचर हिप्पो" टूल
नई दिल्ली,11 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। लाइफबॉय और भारत के सबसे बड़े युवा संगठन भारत स्काउट्स एवं गाइड्स ने स्वच्छता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक गौरवपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। दोनों के संयुक्त तत्वधान में "एआई-टीचर हिप्पो" टूल का लॉन्च दिल्ली में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राष्ट्रीय मुख्यालय पर आयोजित भव्य समारोह में किया गया । "एआई-टीचर हिप्पो" एक बेहतरीन टूल है जो बच्चों को आकर्षक गेम, गाने और पेटिंग की गतिविधियों के माध्यम से हाथ की स्वच्छता के बारे में सिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। "एआई-टीचर हिप्पो" टूल लाइफबॉय के 'एच फॉर हैंडवाशिंग' आंदोलन का हिस्सा है, जो बच्चों के लिए व्यक्तिगत हाथ धोने का अनुभव बनाने के लिए एआई और एआर तकनीक का उपयोग करता है। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के अनुसार यह पहल ऐसे महत्वपूर्ण समय में आई है जब दुनिया भर में 646 मिलियन बच्चों के पास स्कूल में बुनियादी स्वच्छता सेवाओं का अभाव है। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, अपने 6.3 मिलियन सदस्यों के साथ अनौपचारिक शिक्षा और सामुदायिक सेवा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस साझेदारी का लक्ष्य भारत के 9000 स्कूलों में 900,000 से अधिक बच्चों तक पहुचाना है, जिससे स्वच्छता शिक्षा के पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया जा सके । "एआई-टीचर हिप्पो" टूल को भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त डॉ. के.के. खंडेलवाल, आईएएस अधिकारी सेवानिवृत्त और आकाशवाणी के अतिरिक्त महानिदेशक अतुल गुप्ता द्वारा लॉन्च किया गया। माइक्रोसॉफ्ट और एयरकार्ड्स के सहयोग से विकसित यह टूल सीखने के लिए एक नया, प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो आकर्षक अनुभव पैदा करता है और सकारात्मक प्रभाव डालता है । इस अवसर पर भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की ओर से प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे अरूप सरकार ने कहा "शिक्षा सिर्फ तथ्यों को सीखने के बारे में नहीं है, बल्कि आदतों को संवारने के बारे में है। "एआई-टीचर हिप्पो" के साथ, हम अपनी तकनीकी क्षमताओं का उपयोग करके बच्चों में हाथों की स्वच्छता की जीवन रक्षक आदत को विकसित कर रहे हैं। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Dec 11, 2024
भारत के पास अपनी 'प्राण शक्ति'है: मोहन भागवत
नई दिल्ली, 29 नवंबर 2024 (यूटीएन)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत के पास अपनी 'प्राण शक्ति' है, लेकिन 500 साल के 'संस्कार' उनकी चेतना में गहराई से समाहित होने के कारण यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती है. दिल्ली विश्वविद्यालय के परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि यह भारत की 'प्राण शक्ति' (जीवन शक्ति) है, जो दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई संकट आने पर उसे मदद के लिए दौड़ने पर मजबूर कर देती है. बिना इस बात पर विचार किए कि देश किस संकट का सामना कर रहा है. स्थिति चाहे कोई भी हो चाहे वो शत्रुतापूर्ण हो या मैत्रीपूर्ण रहे. मोहन भागवत ने कहा, "भारत में भी एक 'प्राण शक्ति' है, जो हमारी आंखों के सामने है लेकिन दिखाई नहीं देती क्योंकि 500 साल का 'संस्कार' हमारे अंदर गहराई से समाया हुआ है. उन्होंने इस साल 22 जनवरी को अयोध्या में हुए राम मंदिर प्रतिष्ठापन के परोक्ष संदर्भ में कहा, ''भारत की 'प्राण शक्ति' आम आदमी और छोटी-छोटी चीजों में दिखाई देती है. यह आश्चर्यजनक रूप से 22 जनवरी को दिखाई दी. *अंधविश्वास के लिए कोई जगह नहीं* दिल्ली विश्वविद्यालय के परिसर में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी मुकुल कानिटकर द्वारा लिखित पुस्तक 'बनें जीवन प्रणवाण' के विमोचन के लिए आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के आयोजक के अनुसार, यह पुस्तक पाठकों को भारतीय परंपराओं के वैज्ञानिक और दार्शनिक आधारों को जानने की यात्रा पर ले जाती है. यह जीवन, विचार और क्रिया के गहन अंतर्संबंध को उजागर करता है, "प्राण" को समझने के महत्व पर जोर देता है - वह जीवन शक्ति जो सभी शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक घटनाओं की नींव बनाती है. पुस्तक के प्रकाशन की सराहना करते हुए भागवत ने कहा कि अध्यात्म और विज्ञान के बीच कोई विरोध नहीं है. उन्होंने कहा, "जानें और फिर विश्वास करें...अंधविश्वास के लिए कोई जगह नहीं है. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
Ujjwal Times News
Nov 29, 2024
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना:स्टूडेंट्स को बिना गारंटर के मिलेगा 10 लाख तक का लोन
नई दिल्ली, 08 नवंबर 2024 (यूटीएन)। अब पैसों की कमी के चलते देश के होनहार छात्रों को अपनी पढ़ाई बीच में नहीं छोड़नी पड़ेगी. दरअसल, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में एक नई योजना पीएम विद्यालक्ष्मी को मंजूरी दे दी गई है, जिसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. इस योजना के जरिए योग्य छात्रों को 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से उपलब्ध कराया जाएगा. इस योजना के तहत सालाना 8 लाख से कम आय वाले परिवारों के छात्रों को 10 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन दिया जाएगा. कैबिनेट मीटिंग में लिए गए इस फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव द्वारा दी गई है. उन्होंने बताया कि सरकार इस पर 3 फीसदी ब्याज की सब्सिडी भी उपलब्ध कराएगी. अश्विणी वैष्णव ने बताया कि इस योचना का लाभ हायर एजुकेशन के लिए एडमिशन लेने वाले कई स्टूडेंट्स को मिलेगा. साथ ही इस योजना के तहत लोन लेने के लिए छात्रों को किसी गारंटर की भी जरूरत नहीं है. *प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना की योग्यता* हायर स्टडीज के लिए छात्र को जिस इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेना है वो एनआरआईएफ रैंकिंग में ऑल इंडिया 100 और स्टेट में 200 में आना चाहिए और वो सरकारी इंस्टीट्यूट होना चाहिए. छात्र के परिवार की आय सालाना 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए. हर साल 1 लाख स्टूडेंट्स को इस योजना का लाभ मिलेगा. भारत सरकार 7.5 लाख रुपये तक के लोन के लिए 75 प्रतिशत की क्रेडिट गारंटी देगी. इस तरह से कर सकेंगे आवेदन प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के लिए स्टूडेंट्स ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अश्विणी वैष्णव ने बताया कि इस लोन प्रक्रिया के लिए डिजीलॉकर जैसे माध्यम से किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 1 लाख स्टूडेंट्स इस योजना के तहत एजुकेशन लोन ले पाएंगे. इसके लिए https://www.vidyalakshmi.co.in/ पर अप्लाई करना होगा. *22 लाख छात्र इसके दायरे में आएंगे* प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के दायरे में प्रमुख 860 हायर इंस्टीट्यूट के 22 लाख से ज्यादा स्टूडेंटस आएंगे. इस योजना के तहत 4.5 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले परिवार के छात्रों को पूर्ण ब्याज अनुदान भी मिलेगा. पीएम विद्यालक्ष्मी योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीती 2020 का ही विस्तार है. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Nov 8, 2024
हरियाणा पुलिस ने छात्रों से सेवा सुरक्षा व सहयोग पर की चर्चा
पंचकूला, 06 नवंबर 2024 (यूटीएन)। शहीद मेजर अनुज राजपूत राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 20 पंचकूला में हरियाणा पुलिस के पुलिस स्टेशन सेक्टर 20 से एसएचओ मलकीत सिंह अपने कर्मचारियों ने विशेष सभा में छात्रों को जागरूक किया । विद्यालय प्राचार्या नीलू कत्याल ने बताया कि एक विशेष जागरूकता अभियान के तहत मलकीत सिंह ने छात्रों को संबोधित किया। अपने सहकर्मियों साथ सभी छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें नियमों की विशेष जानकारी दी । छात्रों को अपराध के विरुद्ध सूचना एवं आवाज उठाने की बात कही । ज़रा सी सावधानी से होने वाले अपराध को रोक कर अपराधी को पकडा जा सकता है । सब इंस्पेक्टर ने साइबर क्राइम के बारे में भी बच्चों को आगाह किया कि आजकल साइबर क्राइम तथा डिजिटल अरेस्ट जैसे अपराध हो रहे हैं उन अपराधों से हम सावधानी तथा जानकारी से बच सकते हैं । उन्होंने बताया कि छात्र अपने अभिभावकों को भी जागरूक करें कि वह किसी भी अपराध की सूचना देने में ना घबराए हरियाणा पुलिस सदैव उनके साथ है । अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति को तथा किसी भी सोशल मीडिया पर देने से बचें क्योंकि यही लापरवाही उनके लिए बड़े नुकसान का कारण बन सकती है । साथ ही साथ उन्होंने बच्चों को भी कहा कि उन्हें भी यदि किसी प्रकार का कोई किसी प्रकार का कोई अपराध होते हुए दिखता है तो वह तुरंत अपने किसी सीनियर साथी को किसी अध्यापक को या प्रिंसिपल को बताएं । अगर वह उन्हें नहीं बता सकते तो वह पुलिस को कभी भी सूचित कर सकते हैं ताकि समय रहते हुए कि अपराधियों को पकड़ा जा सके और अपराध को होने से रोका जा सके । नशे तथा ड्रग्स के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने छात्रों से कहा कि इन बुरी आदतों से स्वयं को तथा अपने साथियों को दूर रखें और यदि कोई उनके आसपास अवैध नशे का या ड्रग्स का आदान-प्रदान करता है तो अपने अध्यापक को तथा पुलिस को समय रहते बताएं । प्राचार्य नीलू कत्याल ने हरियाणा पुलिस के द्वारा दी गई इस जानकारी तथा इस जागरूकता को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया इस प्रकार के कारण कम से छात्रों को नई जानकारियां मिलती हैं तथा भविष्य में होने वाले किसी भी अपराध को रोकने के लिए छात्र स्वयं को सक्षम बना सकते हैं । हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।
admin
Nov 6, 2024
भारतीय संस्कृति परीक्षा से संबंधित निबंध प्रतियोगिता में गोल्डन गेट के बच्चों ने किया प्रतिभाग
चांदीनगर, 29 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। खैला मोड़ पर स्थित गोल्डन गेट इन्टनेशनल स्कूल में भारतीय संस्कृति निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र छात्राओं ने भारतीय संस्कृति के बारे में अपने विचार रखे। बड़ागांव के गोल्डन गेट इन्टनेशनल स्कूल में भारतीय संस्कृति के प्रति छात्र छात्राओं को जागरूक करने के लिए एक भारतीय संस्कृति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमे छात्र छात्राओं ने बढ चढ कर हिस्सा लिया । विजेता छात्र छात्राओं को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया । इस मौके पर स्कूल के डायरेक्टर सुधीर चौधरी ने कहा कि, भारतीय संस्कृति सबसे अलग है, इसके रंग अलग ,जो भारतीय संस्कृति में है, वह कही भी नही है। उन्होंने कहा कि, भारतीय संस्कृति में अपना संस्कार और हमारी तहजीब दर्शाती है, और बताती है कि,हमें अपने समाज से लेकर देश के प्रति क्या अपनी संस्कृति का ज्ञान होना चाहिए। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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Oct 29, 2024
फ्रांस 2030 तक 30,000 भारतीय छात्रों को देगा पढ़ाई का मौका': फ्रांसीसी राजदूत
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। फ्रांस जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करने की इच्छा रखने वाले युवाओं और दोनों देशों के बीच के शैक्षिक संबंध में और मजबूती के लिए भारत में फ्रांस के राजदूत थियरी माथू ने भारतीय छात्रों को भरोसा दिलाया कि 2030 तक 30,000 भारतीय छात्रों को फ्रांस बुलाया जाएगा। फ्रांसीसी के राजदूत थियरी माथू ने कहा कि फ्रांस दोनों देशों के शैक्षिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह बात बुधवार को चूज फ्रांस टूर 2024 के दौरान कही। उन्होंने कहा इस टूर के जरिये फ्रांस का लक्ष्य 2030 तक 30,000 भारतीय छात्रों को पढ़ाई के लिए अपने देश बुलाना है। यह टूर फिलहाल भारत के पांच शहरों नई दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, हैदराबाद और बंगलूरू में 19 से 27 अक्तूबर तक है। टूर में अब तक 11,000 से अधिक छात्रों और माता-पिता ने पंजीकरण कराया है। इस टूर में 57 फ्रेंच विश्वविद्यालय और संस्थान भारतीय छात्रों को कई शैक्षिक कार्यक्रमों की पेशकश कर रहे हैं। टूर का उद्देश्य छात्रों को व्यापार, इंजीनियरिंग, और आतिथ्य जैसे क्षेत्रों में अध्ययन के लिए आकर्षित करना है। इसके साथ ही राजदूत माथू ने इस बात पर जोर दिया कि जो भारतीय छात्र फ्रांस में पढ़ाई करेंगे, उन्हें फ्रांस और भारत दोनों में अच्छे करियर के अवसर मिलेंगे। उनका कहना है कि भारत और फ्रांस के बीच मजबूत शैक्षिक और रणनीतिक साझेदारी बनाने का लक्ष्य है, और इस साझेदारी में फ्रांस में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
Ujjwal Times News
Oct 27, 2024
विद्यार्थी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गंभीरता से कर रहे हैं काम- प्राचार्य
पंचकूला, 24 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला में हरियाणा राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा प्रायोजित जिला स्तरीय निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, हरियाणा के तहत किया गया। प्रतियोगिता की समन्वयक रसायन विज्ञान विभाग की प्रोफेसर मीनाक्षी निर्माण रही। संयोजक भौतिकी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. सरोज और सह-संयोजक रसायन विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर अंकिता रही। प्रतियोगिता में राजकीय पीजी कॉलेज सेक्टर-1 पंचकूला, राजकीय पीजी महिला महाविद्यालय सेक्टर-14 पंचकूला, श्रीमती अरुणा आसफ अली राजकीय पीजी महाविद्यालय कालका और राजकीय महाविद्यालय बरवाला के कुल 34 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के विषयों में "सतत कृषि का महत्व", "प्राचीन भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी", "साइबर अपराध और इसकी रोकथाम", "नवीकरणीय ऊर्जा: आधुनिक दुनिया के लिए इसका महत्व" और "दूध उत्पादन को बढ़ाने में विज्ञान की भूमिका" शामिल रहे। मुकाबले का निर्णय रिटायर्ड प्राचार्य अरुण जोशी (वनस्पति विज्ञान, राजकीय कॉलेज अंबाला कैंट), रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रुक्मणि (रसायन विज्ञान, राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर-14, पंचकूला), और रिटायर्ड प्राचार्य डॉ. महेंद्र सिंह श्योराण (भौतिकी, राजकीय कॉलेज अंबाला कैंट) ने किया। जजों ने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित किया। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला के प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिंह सिवाच ने निर्णायकों और छात्रों का स्वागत करते हुए कहा, "विद्यार्थियों की उत्साही भागीदारी यह दर्शाती है। कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गंभीरता से काम कर रहे हैं। इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ उनके लेखन कौशल को निखारने और ज्ञानवर्धन के लिए बेहद आवश्यक हैं।" प्रतियोगिता के परिणामस्वरूप सिमरन, साक्षी चक्रधारी, शिवानी, श्रीराम, दिव्या शर्मा, यशिका, सार्थक परमार, पूजा, दीपिका शर्मा और अंशिका को शीर्ष दस में चुना गया। कार्यक्रम का संचालन बॉटनी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. नीरज ने किया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. विधि मान ने किया। पूरे विज्ञान विभाग ने अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाकर कार्यक्रम को सफल बनाया। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।
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Oct 24, 2024