Education

अपनी क्षमता और योग्यताओं को पहचानने के लिए बच्चों को किताबें पढ़नी चाहिए: राष्ट्रपति

नई दिल्ली, 02 फरवरी 2025 (यूटीएन)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में विश्व पुस्तक मेला-2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों को विविध विषयों पर किताबें पढ़नी चाहिए, जिससे उन्हें अपनी क्षमता और योग्यताओं को पहचानने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब आप किसी बच्चे को पढ़ने में रुचि पैदा करते हैं, तो आप राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि किताबें पढ़ना सिर्फ़ एक शौक नहीं है बल्कि एक बदलावकारी अनुभव है। अलग-अलग भाषाओं और संस्कृतियों की किताबें पढ़ने से क्षेत्रों और समुदायों के बीच पुल बनते हैं।   राष्ट्रपति ने कहा कि किताबें पढ़ना सिर्फ शौक नहीं है, यह एक परिवर्तनकारी अनुभव है। विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों की किताबें पढ़ने से क्षेत्रों और समुदायों के बीच पुल का निर्माण होता है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में भारत की विभिन्न भाषाओं और अन्य देशों की भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कई स्टॉल हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक मेला पुस्तक प्रेमियों को एक ही स्थान पर दुनिया भर के साहित्य तक पहुँच बनाने में सक्षम बनाएगा।   राष्ट्रपति ने कहा कि पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में निर्धारित पुस्तकों को पढ़ने के अलावा, स्कूली बच्चों को विविध विषयों पर विभिन्न प्रकार की किताबें पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें अपनी क्षमता और योग्यताओं को खोजने में मदद मिलेगी और वे अच्छे इंसान बनेंगे। राष्ट्रपति ने सभी से बच्चों के लिए पुस्तकों के निर्माण और प्रचार को विशेष महत्व देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चों में जो सबसे अच्छी आदत विकसित कर सकते हैं, वह है किताबें पढ़ने का शौक। उन्होंने कहा कि हर बड़े को इसे एक महत्वपूर्ण कर्तव्य के रूप में लेना चाहिए।   इस अवसर पर भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव, डॉ. एलेक्सी वर्लामोव (रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे), स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता सचिव संजय कुमार (आईएएस), नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया (एनबीटी) के चेयरमैन प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे और एनबीटी निदेशक युवराज मलिक भी उपस्थित थे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Ujjwal Times News

Feb 2, 2025

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू करेंगी विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन

नई दिल्ली, 31 जनवरी 2025 (यूटीएन)। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 के शुभारंभ से पहले भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें एनबीटी, भारत के निदेशक युवराज मलिक ने बताया कि इस बार इस साहित्यिक आयोजन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा 1 फरवरी भारत मंडपम में किया जाएगा। साहित्य प्रेमियों को विश्व पुस्तक मेले का इंतजार रहता है। इस बार 1 से 9 फरवरी तक पुस्तक मेला लगने जा रहा है। कई हजार स्क्वॉयर मीटर में फैले फेयर में हिंदी, इंग्लिश के अलावा क्षेत्रियों भाषाओं की किताबें देखने को मिलेंगी। इस बार अतिथि देश रूस होगा। ऐसे में पाठकों को रूस के लेखक और साहित्यकारों से मिलने का मौका भी मिलेगा। 52वें पुस्तक मेले का आयोजन शिक्षा मंत्रालय और नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) की ओर से किया जा रहा है। आज़ यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनबीटी के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद मराठे, प्रमुख रूसी लेखक और साहित्यकार डॉ. एलेक्सी वर्लामोव, तीसरे सचिव (संस्कृति, शिक्षा, खेल)  मिखाइल एंट्सिफेरोव और एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।   राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आयोजित शिक्षा मंत्रालय का प्रमुख कार्यक्रम, एनडीडब्ल्यूबीएफ 2025 न केवल देश भर से बल्कि दुनिया भर से विचारों, लेखकों और चर्चाओं की मेजबानी और जश्न मनाएगा। यह आयोजन एक ऐसे मंच के रूप में खड़ा है, जहां पचहत्तर साल पुराने गणतंत्र का सार वैश्विक प्रशंसा हासिल करने के लिए तैयार राष्ट्र की आकांक्षाओं के साथ मिलता है। इस भावना के अनुरूप युवराज मलिक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि विश्व पुस्तक मेले में फ्रांस, कतर, स्पेन, यूएई, सऊदी अरब, कोलंबिया और रूस सहित 50 से अधिक देशों के अंतर्राष्ट्रीय लेखक और वक्ता भाग लेंगे। उनके अनुसार, इस बार मेले की थीम 'रिपब्लिक 75' है। पिछले साल की तरह क्षेत्रीय भाषाओं की किताबें यहां मिलेंगी। इसलिए मेले की थीम वक्तव्य 'हम भारत के लोग' है, एक ऐसा मंच है, जो देश की सांस्कृतिक विरासत को उसके भविष्य की उम्मीदों से जोड़ता है। डॉ. एलेक्सी वर्लामोव ने इस बात पर जोर दिया कि मेले में रूसी प्रकाशन गृहों द्वारा 1,500 से अधिक पुस्तकें प्रस्तुत करने के साथ, यह प्रदर्शनी रूसी इतिहास, संस्कृति और साहित्य का एक सच्चा प्रतिनिधित्व है। इसके अलावा, तीसरे सचिव (संस्कृति, शिक्षा, खेल) मिखाइल एंट्सिफेरोव ने कहा कि रूसी प्रदर्शनी में लेखकों के साक्षात्कार और रूसी संग्रहालयों की प्रस्तुतियाँ होंगी। रूसी मिठाइयाँ और पेस्ट्री आज़माने के इच्छुक लोगों के लिए एक छोटा कैफे आयोजित करने की भी योजना है।   प्रो. मिलिंद मराठे ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे यह आयोजन संविधान में निहित सिद्धांतों और मूल्यों को प्रतिबिंबित करने वाले कई तरह के खंडों और दृष्टिकोणों को एक साथ लाता है। 2000 से अधिक प्रकाशकों और प्रदर्शकों, 1000 से अधिक वक्ताओं, 600 से अधिक साहित्य और सांस्कृतिक स्टेशनों के साथ, विश्व पुस्तक मेला संस्कृति, साहित्य, कला और पुस्तक पढ़ने का एक नया स्वाद पैदा करेगा। इसी तरह, अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम कॉर्नर में रूस, नेपाल, न्यूजीलैंड, जर्मनी, लिथुआनिया और इटली जैसे देशों के लेखकों, वक्ताओं और साहित्यिक संघों की पुस्तक विमोचन, पैनल चर्चा, पठन सत्र, फिल्म स्क्रीनिंग और कार्यशालाएँ होंगी। इसके साथ ही, विश्व पुस्तक मेला 2025 देश भर से विविध आवाज़ों का जश्न मनाता है, जो भारत के संविधान में निहित सिद्धांतों और मूल्यों को प्रतिबिंबित करने वाले विभिन्न दृष्टिकोणों को एक साथ लाता है। नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया द्वारा 2024 में शुरू की गई पहल फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स के हिस्से के रूप में, देश भर के विभिन्न पुस्तक महोत्सव और साहित्यिक मंच के साथ एक साझा मंच पर एक साथ आएंगे। भारत के विशाल साहित्यिक परिदृश्य का जश्न मनाते हुए, ब्रह्मपुत्र लिटरेचर फेस्टिवल, प्रभात प्रकाशन, भारत लिटरेचर फेस्टिवल, एपीजे कोलकाता लिटरेरी फेस्टिवल, ऑथर्स इंक पब्लिकेशन्स, पेंगुइन डायलॉग्स, माई सीक्रेट बुकशेल्फ़ x एनेकडोट पब्लिशिंग हाउस, एशियन लिटरेरी सोसाइटी और ग्रेट इंडियन बुक टूर सभी भाग लेंगे, जिससे भारत के उभरते पुस्तक महोत्सवों के बीच सहयोग और जुड़ाव को बढ़ावा मिलेगा।    युवराज मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के इस साल के संस्करण में इसके प्रोग्रामिंग में नए रोमांचक जोड़ हैं। उदाहरण के लिए, ऑथर्स लाउंज को एक समर्पित स्थान के रूप में डिज़ाइन किया गया है वास्तव में, यह सभा, जहाँ विचारों का आदान-प्रदान हवा की तरह स्वतंत्र रूप से होता है, जहाँ रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होती है, और जहाँ गणतंत्र की विरासत अपनी असीम संभावनाओं के साथ जुड़ी होती है, ऐसी सभा को मिस नहीं किया जा सकता। इसी तरह, एक और नई सुविधा - बच्चों का कोना (किड्ज़ किंगडम) - विश्व पुस्तक मेला 2025 में सभी 9 दिनों में युवा आगंतुकों के लिए कहानी, साहित्य, कला, शिल्प और नृत्य सत्रों की भरमार पेश करेगा। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 अपने थीम रिपब्लिक@75 के साथ एक ऐसे मंच के रूप में कार्य करता है जो देश की सांस्कृतिक विरासत को भविष्य की आकांक्षाओं के साथ जोड़ता है। यह कार्यक्रम साहित्य, शासन, प्रौद्योगिकी, कला और सिनेमा सहित विविध संस्कृतियों और क्षेत्रों से अग्रणी आवाज़ों को एक साथ लाता है। पंकज त्रिपाठी, फोनसोख लद्दाखी, पुष्पेश पंत, शशि थरूर, गजेंद्र सिंह शेखावत, गोविंद ढोलकिया, कुमार विश्वास और प्रकाश झा जैसे दिग्गज अपने सत्रों में दर्शकों से जुड़ेंगे, जो उत्सव की गतिशील और समावेशी दृष्टि को दर्शाते हैं।    *थीम पैवेलियन (हॉल 5):* यह प्रतिष्ठानों, पुस्तकों, वृत्तचित्रों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत के गणतंत्रात्मक आदर्शों को प्रदर्शित करता है। *अंतर्राष्ट्रीय फोकस पैवेलियन (हॉल 4):* रूस से आई किताबें क्यूरेटेड प्रदर्शनों के माध्यम से रूस की समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत की खोज करें। *लेखक कॉर्नर (हॉल 5) और लेखक मंच (हॉल 2):* जीवंत साहित्यिक चर्चाओं में अग्रणी लेखकों, कवियों और अनुवादकों के साथ बातचीत करें। *बच्चों का मंडप (हॉल 6):* कहानी सुनाने, कार्यशालाओं और इंटरैक्टिव गतिविधियों के साथ युवा पाठकों के लिए एक समर्पित स्थान। सभी के लिए पुस्तकें पहल के तहत ब्रेल पुस्तकों का निःशुल्क वितरण हॉल 6।  *बी2बी अवसर:* बी2बी जोन और राइट्स एक्सचेंज फोरम (नई दिल्ली राइट्स टेबल) प्रकाशकों, लेखकों और हितधारकों को वैश्विक स्तर पर जुड़ने के लिए मंच प्रदान करते हैं। सांस्कृतिक संध्याएँ:  भारत की विविधता और विरासत का जश्न मनाने वाले सांस्कृतिक प्रदर्शन देखें। लेखकों का लाउंज प्रकाशित लेखकों के लिए समर्पित लाउंज चित्रकार कॉर्नर प्रकाशन क्षेत्र में चित्रकारों के काम को प्रदर्शित करने के लिए एक समर्पित चित्रकार क्षेत्र।     विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jan 31, 2025

आईपी यूनिवर्सिटी में 1 फरवरी से शुरू होगी दाख़िले की ऑनलाइन प्रक्रिया

नई दिल्ली, 29 जनवरी 2025 (यूटीएन)। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) से संबद्ध 106 कॉलेजों और 18 विश्वविद्यालय स्कूलों में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी कार्यक्रमों में 40,000 से अधिक सीटों पर अकादमिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की आज घोषणा की गई। यूनिवर्सिटी के पूर्वी परिसर में आयोजित आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति पद्मश्री प्रो. ( डॉ.) महेश वर्मा ने स्नातक, परा-स्नातक और पीएचडी कार्यक्रमों की दाख़िला  पुस्तिकाएँ जारी की। इस शैक्षणिक सत्र से शुरू किए गए कुछ नए पाठ्यक्रमों में शामिल हैं - एमएससी इन मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स, एमएससी इन माइक्रोबायोलॉजी, बीपीटी,  एलएलबी (3 साल का), एप्लाइड जियोइन्फॉर्मेटिक्स में पीजी प्रोग्राम और रेडियोलॉजिकल फिजिक्स में पीजी डिप्लोमा। इस वर्ष विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न कार्यक्रमों में लगभग 250 अतिरिक्त सीटें जोड़ी गई हैं, जबकि पिछले वर्ष 1600 नई सीटें जोड़ी गई थीं। कुलपति ने कहा कि मास्टर डिग्री के 46 स्ट्रीम, 40 पीएचडी और स्नातक डिग्री कार्यक्रमों की 34 विषयों  में दाख़िले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 फरवरी, 2025 से शुरू हो जाएगी।कक्षाएं अगस्त से शुरू होंगी।   विश्वविद्यालय स्कूलों में प्रत्येक प्रोग्राम में एक सीट एकल लड़की कोटे के लिए आरक्षित होगी। किसी विशेष कार्यक्रम में प्रवेश का अधिकतम 2% विश्वविद्यालय स्कूलों में खेल कोटा के तहत भरा जाएगा। कुल 52 सामान्य प्रवेश परीक्षाएं (सीईटी) 26 अप्रैल से लेकर 18 मई, 2025 के बीच आयोजित की जाएंगी। आवेदकों की सुविधा के लिए दिल्ली से बाहर भी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।एमबीए (कैट के माध्यम से), एलएलबी और एलएलएम (क्लैट यूजी/पीजी के माध्यम से) के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग 1 मई से शुरू होगी। अन्य कार्यक्रमों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन काउंसलिंग 2 जून से शुरू होगी। विभिन्न प्रवेश मोड में शामिल हैं -जेईई मेन्स, नीट यूजी, पीजी और एसएस, कैट, सीएमएटी, निम्सेट, क्लैट-यूजी और पीजी, यूसीडी, नाटा आदि के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं। सामान्य प्रवेश परीक्षाएं / सीयूईटी यूजी और पीजी और कुछ कार्यक्रमों में योग्यता परीक्षाओं के मेरिट के माध्यम से प्रवेश होगा। रिक्त सीटों के लिए प्रवेश सीयूईटी के माध्यम से 20 स्नातक डिग्री कार्यक्रमों और 18 स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रमों में होंगे।     आवेदकों की सहूलियत के लिए आवेदन शुल्क और काउन्सलिंग भागीदारी शुल्क इस बार एक मुश्त 2500 रुपये लिए जाएँगे। यूनिवर्सिटी हर साल अपने फंड से विभिन्न स्तर के ईडबल्यूएस श्रेणी के छात्रों को दाख़िले के बाद फ़ीस के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस सहायता राशि को इस साल से ढाई करोड़ रुपए से बढ़ा कर साढ़े तीन करोड़ करने का फ़ैसला लिया गया है ताकि अधिक से अधिक छात्र इस स्कीम से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने बताया कि गुआना सरकार के सहयोग से यूनिवर्सिटी अपना पहला ऑफ़शॉर कैम्पस वहाँ खोलेगी। द्वारका कैम्पस में चल रहे चार वर्षीय बीए इन लिबरल आर्ट्स में अब इंटेक  60 की जगह 80 की होगी। इसमें पहले से चल रहे राजनीति शास्त्र, इतिहास और समाजशास्त्र के अलावा मनोविज्ञान को भी शामिल कर लिया गया है। ईस्ट दिल्ली कैम्पस में चल विभिन्न बी॰ टेक प्रोग्राम में  दाख़िले के लिए अब लैटरल एंट्री का ऑप्शन भी होगा। यह ऑप्शन बी॰ फार्म में भी होगा।   *कुछ नए प्रवेश मोड विभिन्न कार्यक्रमों में  इस प्रकार शामिल किए गए हैं:* - बीएससी नर्सिंग में पोस्ट बेसिक: पहले केवल सीईटी थी। इस साल साक्षात्कार और योग्यता परीक्षाओं का मेरिट भी शामिल किया गया है। - भौतिकी, रसायन विज्ञान / गणित में बीएससी एमएससी डुअल डिग्री: पहले जेईई मेन स्कोर और सीयूईटी थे। इस साल सीईटी और योग्यता परीक्षा का मेरिट भी शामिल किया गया है। - एमएस पैकेजिंग टेक्नोलॉजी: पहले केवल सीईटी और सीयूईटी थे। इस साल जीएटीई, यूजीसी-नेट, सीएसआईआर-नेट भी शामिल किए गए हैं। - बीएस पैकेजिंग टेक्नोलॉजी: पहले केवल सीईटी और सीयूईटी थे। इस साल जेईई एडवांस्ड, जेईई मेन्स, नीट भी शामिल किए गए हैं। - एम.टेक. (फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी): पहले केवल जीएटीई और सीईटी थे। अब योग्यता परीक्षा का मेरिट भी शामिल किया गया है। - एम.टेक. (बायोटेक्नोलॉजी): पहले केवल जीएटीई और सीईटी थे। अब योग्यता परीक्षा का मेरिट भी शामिल किया गया है। - बीएससी (पर्यावरण विज्ञान): पहले केवल सीयूईटी और योग्यता परीक्षा का मेरिट था। अब सीईटी भी शामिल किया गया है। - एमएससी (पर्यावरण प्रबंधन): पहले केवल सीयूईटी और योग्यता परीक्षा का मेरिट था।अब सीईटी भी शामिल किया गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jan 29, 2025

शिक्षकों की जीपीएफ की एक अरब रुपये से अधिक की राशि को मेरठ से आने का झमेला, माध्यमिक शिक्षक संघ ने उठाया बीड़ा

बागपत, 22 जनवरी 2025 (यूटीएन)। जनपद के माध्यमिक शिक्षकों को सेवा निवृत्ति के बाद भी जीपीएफ के भुगतान में हो रही देरी तथा अग्रिम लोन लेने में आ रही बाधा पर माध्यमिक शिक्षक संघ ने कडा रुख अपनाया है तथा अधिकारियों पर दबाव बनाकर समस्या के निस्तारण हेतु दबाव बनाया है, जिसके चलते यदि सब कुछ ठीक रहा तो शीघ्र ही जीपीएफ भुगतान संभव हो सकेगा।    उप्र मा शिक्षक संघ के शिष्टमंडल ने जिला विद्यालय निरीक्षक से भेंट कर जनपद बागपत के शिक्षकों सहित शिक्षिकाओं व कर्मचारियों की जीपीएफ की धनराशि, जो मेरठ जनपद से अलग होने से आज तक जनपद मेरठ जनपद में पड़ी हुई है,को मंगवाने हेतु समस्त आपत्तियों का निराकरण करा कर जिला विद्यालय निरीक्षक मेरठ को भिजवाया है। संगठन के संरक्षक मण्डल के सदस्य स्वराज पाल दूहुण ने बताया कि, अंकन एक अरब, तीन करोड़ छियानवे हज़ार रुपए की राशि शीघ्र ही जनपद बागपत में आ जायेगी। इस प्रकार जनपद के शिक्षक शिक्षिकाओं को सेवा निवृत्त होने तथा जीपीएफ से ऋण लेने हेतु कोई कठिनाई नहींं रह जायेगी।    दुहूण ने बताया, कई माह से संगठन इस कार्य में लगा हुआ था,अब आकर यह कार्य सम्पूर्ण हुआ है। अब यह राशि मेरठ से मंगवाने के कार्य पर संगठन लग गया है। आशा है फरवरी 25 में ही यह राशि जनपद में आ जायेगी। शिष्ट मंडल में कोमवीर सिंह तोमर, स्वराज पाल दुहूण,जिलाध्यक्ष डा राजवीर सिंह तोमर तथा जितेंद्र सिंह तोमर रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Yogesh Chand Kaushik

Jan 22, 2025

कीर्ति मिस फेयरवैल व शिवम् को चुना गया मिस्टर फेयरवैल

बिनौली, 20 जनवरी 2025 (यूटीएन)। ग्वालीखेडा के चौधरी दलीप सिंह इंटर कॉलेज में फेयरवैल पार्टी का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह आयोजन जूनियर छात्र छात्राओं ने सीनियर छात्र छात्राओं के लिए किया था ,जिसमें छात्र छात्राओ द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।   कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कालिज प्रबंधक ब्रजपाल सिंह शास्त्री ने विद्यार्थियों को उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर डॉ विन्नी पंवार, प्राचार्य डॉ राजीव गुप्ता , देशपाल सिंह तोमर ने भी विद्यार्थियों को उन्नति के मार्ग के लिए टिप्स देते हुए शुभकामनाएं दीं ।     छात्रा आयुषी, निशा, सना, तनु, वंशिका, सानिया, टिया जैन, इकरा, प्रिया, माही ने  सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किए। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इस दौरान जूनियर्स ने अपने सीनियर छात्र छात्राओं को गिफ्ट देकर भावपूर्ण विदाई दी।   छात्राओं द्वारा रेम्प पर किये गये कैटवाक में कक्षा 12 की छात्रा कीर्ति मिस फेयरवैल, छात्र शिवम् को मिस्टर फेयरवैल चुना गया। बेस्ट बॉय हर्ष पंवार व बेस्ट गर्ल फरहाना को चुना गया। कार्यक्रम का संचालन प्रतिज्ञा, जिज्ञासा ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में प्रबंधक ब्रजपाल सिंह शास्त्री, डॉ रवि पंवार, प्राचार्य डॉ. राजीव गुप्ता, प्रधानाचार्य देशपाल सिंह तोमर, नीतू तोमर, डॉ विन्नी, मुकेश देवी, जयबीरी, रेखा, पूर्वी, हीरालाल, प्राची, अश्वनी मोघा, सुरेन्द्र  सूरज कुमार आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jan 20, 2025

भारत में बनी पेपर लीक करने की इंडस्ट्री: उपराष्ट्रपति

नई दिल्ली, 12 जनवरी 2025 (यूटीएन)। जगदीप धनखड़ ने पेपर लीक को लेकर कहा है कि इस पर रोक लगनी चाहिए. पेपर लीक एक तरह का व्यापार बन गया है. जगदीप धनखड़ ने कहा है कि अगर पेपर लीक होते हैं तो चयन की निष्पक्षता का कोई मतलब नहीं रह जाता. पेपर लीक होना एक इंडस्ट्री बन गई है एक तरह का व्यापार बन गया है. ये एक ऐसी बुराई है, जिस पर लगाम लगनी चाहिए. केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक, 2024 की उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तारीफ की. हालांकि, उन्होंने चिंता जताते हुए कहा, "मैं सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक, 2024 के संबंध में सरकार की ओर से की गई पहल की सराहना करता हूं. छात्रों को अब दो डर का सामना करना पड़ रहा है. पहली है परीक्षा का डर और दूसरी पेपर लीक होने का डर.   *पेपर लीक से छात्र होते है निराश* उपराष्ट्रपति ने कहा कि छात्र छात्राएं महीनों तक तैयारी करते हैं, लेकिन जब पेपर लीक होता है तो वह उनके लिए एक बड़ा झटका होता है, जो बेहद निराशाजनक है.   *पेपर लीक को लेकर निशाने पर रहती है मोदी सरकार* भारत में पेपर लीक का मुद्दा इतना बड़ा हो चुका है कि अब तो इसके मामले सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने लगे हैं. हर राज्य की सरकार पर विपक्ष का निशाना रहता है. कई राजनीतिक दलों ने तो इसको लेकर प्रदर्शन और धरना भी दिया है. संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी इसको लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए 3 जनवरी को कहा था कि भाजपा युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. भाजपा युवाओं के भविष्य को बिल्कुल एकलव्य की तरह नष्ट कर रही है.    *युवाओं की आवाज को दबाती है मोदी सरकार* राहुल गांधी ने कहा था कि सरकारी भर्ती में हो रही बड़ी गड़बड़ियां युवाओं के लिए बड़ा अन्याय है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पहले तो भर्ती प्रक्रिया ही नहीं होती और जब वैकेंसी निकलती है तो परीक्षा समय पर नहीं होती. अगर परीक्षा हो भी जाती है तो पेपर लीक करवा दिए जाते हैं. जब युवा इन समस्याओं के खिलाफ न्याय की मांग करते हैं तो उनकी आवाज को बेरहमी से दबा दिया जाता है.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jan 12, 2025

विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को इस मौके पर सम्मानित किया

पिंजौर, 27 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। पीएम  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिंजौर में गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह जी तथा बाबा फतेह सिंह जी के बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में श्रद्धा एवं भावना से मनाया गया।  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में व हरियाणा सरकार के प्रशंसनीय प्रयास से इस विषय को सभी संस्थाओं द्वारा पहली बार प्रदेश स्तर पर व्यापक रूप में किया गया। इस विषय पर साहिबजादों की वीरता एवं बलिदान को याद करते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों ने भाषण, कविता एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  नराता राम, जसमेर सिंह बंजारा व दिनेश मोंगा  ने चारों साहिबजादों की शौर्य गाथा पर प्रकाश डाला और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को इस मौके पर सम्मानित किया। अध्यापकों ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे।स्कूल की प्रधानाचार्या अलका गुप्ता ने अतिथि गणों का स्वागत एवं धन्यवाद किया। पिंजौर के अन्य लोगों, बच्चों के अभिभावकों, विद्यालय के स्टाफ सदस्यों और बच्चों ने पूर्ण निष्ठा और लगन से इस कार्यक्रम में सहभागिता दी।   हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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Dec 27, 2024

जिले के 13 केंद्रों पर 4465 अभ्यर्थियों ने दी पीसीएस प्री परीक्षा

हरदोई, 23 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। जनपद के 13 केंद्रों पर पीसीएस प्री परीक्षा 2024 कड़ी सुरक्षा के बीच सकुशल संपन्न हुई। डीएम मंगला प्रसाद सिंह व पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से प्रश्न पत्रों व ओएमआर शीट को सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने प्राप्त कर परीक्षा केंद्र तक पहुँचाया। प्रश्न पत्र रवाना होने के बाद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। सबसे पहले वे टड़ियावां स्थित पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचे। यहाँ पर परीक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र पर पहुँच चुके थे। प्रश्न पत्र का वितरण किया जा चुका था।    डीएम ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि परीक्षा आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित की जाये। यहाँ से दोनों अधिकारी स्वशासी राज्य मेडिकल में बने परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने सभी परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। परीक्षा सुचारु रूप से चल रही थी। इसके उपरांत वे जीडीसी पहुंचे।   यहाँ उन्होंने सभी कक्षों में चल रही परीक्षा को देखा। उन्होंने कंट्रोल रूम में जाकर परीक्षा की लाइव स्ट्रीमिंग देखी। दोनों वरिष्ठ अधिकारी प्रथम पाली की परीक्षा के समाप्त होने तक यहाँ रहे। द्वितीय पाली की परीक्षा के दौरान डीएम ने सबसे पहले वेणी माधव बालिका विद्यापीठ इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। यहाँ उन्होंने आधार प्रमाणीकरण डेस्क पर प्रमाणीकरण की प्रक्रिया को देखा।    परीक्षा कक्ष में चल रही परीक्षा को देखा। यहाँ से वह आर्य कन्या महाविद्यालय पहुंचे। द्वार पर पुलिस कर्मियों से केन्द्र की सुरक्षा के सम्बन्ध में वार्तालाप किया तथा केन्द्र के अंदर जाकर परीक्षा का जायजा लिया। इसके उपरांत व आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज का निरीक्षण कर परीक्षा का जायजा लिया। यहाँ से निकलकर वह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पहुंचे। उन्होंने कक्ष निरीक्षण के साथ ही स्टेटिक मजिस्ट्रेट व केन्द्र व्यवस्थापक से बात की। इसके उपरांत वह आरआर इंटर कॉलेज पहुंचे।   यहाँ उन्होंने गहनता से सभी कक्षो को देखा तथा सम्बंधित अधिकारियों को आयोग के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके बाद वह सीएसएन पीजी कॉलेज गए। यहाँ उन्होंने कक्षों का निरीक्षण किया तथा केन्द्र व्यवस्थापक से बातचीत की। सभी 13 परीक्षा केंद्रों पर हुई परीक्षा शुचितापूर्ण रही। परीक्षा में कुल 5664 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। इसमें से प्रथम पाली में कुल 2243 व दूसरी पाली में 2222 परीक्षार्थी उपस्थित रहे।    हरदोई-स्टेट ब्यूरो,(लव कुश सिंह)।

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Dec 23, 2024

आईटीआई के 81 छात्रों के टेबलेट पाकर खिल उठे चेहरे

बडौत, 22 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। नगर की छपरौली रोड़ स्थित भारतीय ऋषिकुल आईटीआई कॉलिज में प्रदेश सरकार की निःशुल्क योजना के तहत टेबलेट वितरण कार्यक्रम में 81 विद्यर्थियों को टेबलेट वितरित किये गये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फायर आफिसर दुष्यंत कुमार शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को टेबलेट के सदुपयोग के बारे में जानकारी दी।    संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधीक्षक डॉ वशिष्ठ ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया व शुभकामनाएं देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रिंसिपल अरविंद स्वामी ने सभी अथितियों का आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम का संचालन महेश पंवार ने किया ।   कार्यकम में डॉ विकास वशिष्ठ, डॉ वी के शर्मा, रामकुमार शर्मा, अंकुर मान, अंकित कुमार, सनत कुमार, रक्षा राम, रामबीर सिंह, विकास, वासु तोमर, रजनीश, आशीष, विसु  कुमार, शुभम, अभिषेक, आदित्य मान, विशाल मालिक, अमन कौशिक, रोबिन, रवि कपिल, हिमांशू, निखिल मान, वरुण जांगिड, विनायक पांचाल आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Dec 22, 2024

आईआईएम संबलपुर ने एमबीए प्रोग्राम 2025-27 के लिए अपने स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की

नई दिल्ली, 22 दिसंबर 2024 (यूटीएन)। देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने एक और इनोवशन करते हुए अपनी प्रवेश प्रक्रिया में एक रणनीतिक बदलाव की घोषणा की है। नए शैक्षणिक वर्ष 2025-2026 में, ट्रेंडसेटर संस्थान अपने प्रमुख एमबीए प्रोग्राम के लिए स्वतंत्र रूप से अपनी प्रवेश प्रक्रिया का संचालन करेगा। इसके अतिरिक्त, वही प्रवेश प्रक्रिया नए लॉन्च किए गए कोर्स बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए पर भी लागू होगी। यह प्रोग्राम दोहरी डिग्री का विकल्प प्रदान करता है। यह पहल संस्थान की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।आईआईएम संबलपुर की यह नई प्रवेश प्रक्रिया उम्मीदवारों के साथ सीधे बातचीत के माध्यम से प्रवेश की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने और छात्रों के समग्र प्रवेश अनुभव को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। इसके अलावा, इस प्रक्रिया के माध्यम से उम्मीदवारों को यह विकल्प भी प्रदान किए जाते हैं कि वे चाहें तो फिजिकल तौर पर अथवा वर्चुअल मोड के जरिये व्यक्तिगत साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि आईआईएम संबलपुर यह सुनिश्चित करता है कि सीएटी-2024 स्कोर, शैक्षणिक रिकॉर्ड, काम पर अनुभव और लिंग संतुलन के योग का उपयोग करके प्रवेश योग्यता-आधारित हों। संस्थान की वेबसाइट के माध्यम से पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। *प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी*• साक्षात्कार के लिए दो विकल्प- उम्मीदवार ऑनलाइन साक्षात्कार का विकल्प चुन सकते हैं या आईआईएम संबलपुर परिसर या इसके दिल्ली परिसर में ऑफ़लाइन साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं, इस प्रकार उन्हें दो विकल्प मिलते हैं।• एक साथ प्रवेश- शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के अनुभव को सुव्यवस्थित करने के लिए फ्लैगशिप एमबीए और नए एमबीए (बीए) कार्यक्रमों के लिए एक ही प्रवेश प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।• व्यक्तिगत बातचीत- बेहतर मूल्यांकन के लिए आईआईएम संबलपुर और भावी छात्रों के बीच प्रत्यक्ष, व्यक्तिगत बातचीत आयोजित की जाती है।प्रवेश की टाइम लाइन--• पहले चरण के बाद शॉर्टलिस्ट किए जाने वाले छात्रों को 10 जनवरी, 2025 तक ईमेल के माध्यम से सूचना प्राप्त होगी, और उन्हें 25 जनवरी, 2025 को या उससे पहले पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। उम्मीदवारों को उनकी जानकारी सत्यापित और अपडेट करनी होगी, और उन्हें आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे, साथ ही उन्हें शॉर्टलिस्ट किए जाने पर साक्षात्कार के लिए अपने पसंदीदा मोड का विकल्प भी बताना होगा।• व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए दूसरी सूची के बारे में शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को सूचना दी जाएगी, और छात्र तब अपने पसंदीदा स्लॉट चुन सकेंगे।• व्यक्तिगत साक्षात्कार 3 मार्च, 2025 और 18 अप्रैल, 2025 के बीच आयोजित किए जाएंगे। इस अवधि के दौरान ऑनलाइन साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे, जबकि संबलपुर और दिल्ली परिसरों में ऑफ़लाइन साक्षात्कार की तिथियां नियत समय में प्रकाशित की जाएंगी।• पहली मेरिट सूची 10 मई 2025 को घोषित की जाएगी और उसके बाद, सभी सीटें भर जाने तक (यदि आवश्यक हो) बाद की सूचियाँ घोषित की जाएंगी। आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर महादेव जायसवाल ने कहा, “2018 से, आईआईएम संबलपुर कॉमन एडमिशन प्रोसेस (सीएपी) का हिस्सा रहा है, जहां इसने एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश के उद्देश्य से शॉर्टलिस्टिंग और व्यक्तिगत साक्षात्कार प्रक्रियाओं को सामूहिक रूप से आयोजित करने के लिए अन्य आईआईएम के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग का प्राथमिक उद्देश्य संस्थान के शुरुआती वर्षों के दौरान सीमित संसाधनों का बेहतर उपयोग करना और उम्मीदवारों को प्रवेश सत्र के दौरान कई साक्षात्कारों से बचने के लिए एक सुविधाजनक विकल्प प्रदान करना था। अब इस नई और स्वतंत्र प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत के साथ, आईआईएम संबलपुर ने पिछली पीढ़ी के आईआईएम के समान अपनी एमबीए प्रवेश प्रक्रिया को स्वतंत्र रूप से संचालित करने का विकल्प चुना है, जिससे संभावित उम्मीदवारों का संस्थान द्वारा सीधे साक्षात्कार किया जा सके। हमारा उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों को सपोर्ट करने के साथ-साथ इनोवेशन को बढ़ावा देना है। देशभर के उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए, 2025-27 एमबीए बैच के लिए साक्षात्कार 3 मार्च, 2025 से 18 अप्रैल, 2025 के बीच ऑनलाइन मोड में आयोजित किए जाएंगे। पहली मेरिट सूची 10 मई 2025 को संभावित रूप से घोषित की जाएगी, और बाद की मेरिट सूचियाँ (यदि आवश्यक हो) एमबीए 2025-27 और एमबीए-बीए 2025-27 बैचों द्वारा अपनी पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने तक आवश्यकतानुसार घोषित की जाएंगी। जयपुर-रिपोर्टर,(नरेंद्र आर्य) |

Ujjwal Times News

Dec 22, 2024