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इस्कॉन आईजीसी के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन

वृंदावन, 06 मई 2024  (यूटीएन)। वरिष्ठ संन्यासियों में से एक और इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन हो गया है। रविवार सुबह देहरादून में उनका निधन हुआ। उनके निधन की खबर से भक्तों व वृंदावन सहित विश्व के सभी मंदिरों में शोक की लहर है। सोमवार को गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का पार्थिव शरीर वृंदावन लाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर में प्रभुपाद की समाधि के पास ही अंतिम दर्शन को सुबह 11 बजे से रखा जाएगा। दोपहर 2.30 बजे करीब उनको इस्कॉन की गोशाला के पास समाधि दी जाएगी। इस्कॉन मंदिर, वृंदावन के पदाधिकारी बृजधाम दास की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार विश्व भर में उनके लाखों भक्त हैं। वे भक्त अंतिम दर्शन के लिए वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में आएंगे। भक्तों में उनके निधन से शोक की लहर है। बता दें कि  गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उनके फेफड़ों में पंक्चर हो गया था। तीन दिनों से उनका इलाज सिनर्जी अस्पताल में चल रहा था। रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। 1944 में नई दिल्ली में जन्मे गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक मेधावी छात्र थे, जिन्हें सोरबोन विश्वविद्यालय (फ्रांस) और मैकगिल विश्वविद्यालय (कनाडा) में अध्ययन करने के लिए दो छात्रवृत्तियां प्रदान की गई थीं। उन्होंने 1968 में कनाडा में अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद से मुलाकात की और तब से उन्होंने सभी की शांति और कल्याण के लिए भगवान कृष्ण और सनातन धर्म की शिक्षाओं को दुनिया के साथ साझा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के पार्थिव शरीर को समाधि देने की तैयारी वृंदावन इस्कॉन में की जा रही है। इधर, पुलिस-प्रशासन के लिए भी भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करना चुनौती रहेगा। आशंका जताई जा रही है कि करीब दो से ढाई लाख भक्त उनके अंतिम दर्शन को वृंदावन आ सकते हैं।

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May 6, 2024

संबंधियों को छोड़कर संत धर्म का पालन करने में लगे हैं ब्रजवासी गौ रक्षक सेना

मथुरा, 06 मई 2024  (यूटीएन)। आपकों बता दें कि सगे संबंधियों को छोड़कर संत धर्म का पालन करने में लगे हैं ब्रजवासी गौ रक्षक सेना भारत संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौ पुत्र धर्म दास महाराज सही बात है अपने सगे भाई डाक्टर राम किशोर के छोटे बेटे कुंवर उदयभानु सिंह कुछ समय पहले शादी थी तथा डॉ राम किशोर गांव मुस्तफाबाद फरह ब्लाक के रहने वाले हैं उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं सबसे बड़े बेटे का नाम कुंवर योगेश कुमार, दुसरे बेटे का नाम डॉ विनोद कुमार तथा तीसरे बेटे का नाम कुंवर उदयभान सिंह तथा बेटी पिंकी,उमा है उन्होंने गौ पुत्र धर्म दास महाराज को निमंत्रण दिया था। तथा जिस दिन लग्न आई उस दिन भी फोन कर बुलाया। लेकिन गौ पुत्र धर्म दास महाराज ने कहा कि सारा संसार हमारे भाई बहन हैं जब हम संत समाज में है तो हमारा रिश्ता पहले था जिस दिन हमारा नाम कर्ण हुआ था उसी दिन हमारा पुराना जीवन खत्म हो गया। अब केवल हम संत गुरु की आज्ञानुसार काम कर रहे हैं तथा शादी के सात दिन बाद गौ पुत्र धर्म दास महाराज मथुरा से फरह ब्लाक के गांव मुस्तफाबाद में पहुंचे और सभी परिवारी जन से मिले और आशिर्वाद देकर भृमण में निकल गये। संत समाज की महिमा अपरम्पार है उन्होंने ना किसी प्रकार की चिंता ना किसी प्रकार का भंय। केवल निस्वार्थ भाव से भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। संसार सागर में भृमण करते रहते हैं ना खाने की चिंता ना रहने की चिंता ना पैसे की चिंता ना सोने की चिंता केवल चिंता है तो गौ माताओं की सेवा और रक्षा की है। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। संत समाज में भी केवल नागा साधु, नाथ साधु और वैष्णव सम्प्रदाय के संत समाज ही निस्वार्थ भाव से भगवान की भक्ति करते हैं बाकी संत तो केवल परिवार को पालने के लिए संत समाज में रह कर लोगों को ठगने में लगे हैं जैसे महामंडलेश्वर राजेन्द्र गिरी महाराज जैसे लोग केवल परिवार को पालने में लगे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कुछ संत समाज तो सही है लेकिन कुछ संत समाज का चोला ओढ़कर संत समाज को बदनाम करने में लगे हैं। संत समाज का हाथ सिर पर होता है लेकिन आज कुछ संत समाज तो भिक्षा मांगने में लगे हैं। हम उन लोगों से एक अपील करते हैं क्या आपका जीवन बड़ी बड़ी गाड़ियों में घुमाने के लिए हुआ है, क्या कारण है जो भगवान की भक्ति को छोड़कर पैसे कमाने पर ध्यान दें रहे हों।  इतिहास गवाह है जब जब संत समाज ने एकसाथ होकर धर्म के लिए कदम उठाया है तब तब भगवान श्री कृष्ण ने उनका साथ दिया है।आज हमारी गौ माता की हालत गंभीर बनी हुई है संत समाज से अनुरोध है कृपया गौ माताओं की पिडा को देखो और एकजुट होकर संघर्ष करों। संत रुप भगवान श्री हरि का प्रिय रुप होता है अगर किसी संत समाज के दिल को ठेस पहुंची हो तो आपके चरणों की रज से हम ने ऐसा कथन किया है सच्चाई यह है।

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May 6, 2024

बिजली चोरी करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

वृंदावन, 06 मई 2024  (यूटीएन)। चोरी की बिजली से चार्जिंग स्टेशन का संचालन किया जा रहा था। विद्युत निगम के अधिकारियों ने छापा मारकर इसका खुलासा किया। बिजली चोरी करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। मामला वृंदावन के रुक्मिणी विहार का है। यहां लंबे समय से चोरी की बिजली से ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन संचालित किया जा रहा था। एक बार में करीब 30 ई-रिक्शा की बैटरी को चार्ज किया जा रहा था। दिन-रात चार्जिंग स्टेशन पर ई-रिक्शा चालकों की भीड़ लगी रहती थी। इस बात की जानकारी निगम अधिकारियों को मिल गई।शनिवार सुबह टीम ने एसडीओ संदीप कुमार वार्ष्णेय के नेतृत्व में चार्जिंग स्टेशन पर छापा मारा। निगम की टीम के पहुंचते ही मौके पर भगदड़ मच गई। टीम को तीस ई-रिक्शा चोरी की बिजली से चार्ज होते मिले। टीम ने जांच की तो पता चला कि चार्जिंग स्टेशन चोरी की बिजली से चलाया जा रहा था। चोरी की बिजली इस्तेमाल करके स्टेशन संचालक हर महीने मोटी कमाई कर रहा था। टीम ने चोरी पकड़ में आने के बाद मौके पर ही कनेक्शन काट दिया है। एसडीओ वृंदावन संदीप कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि चार्जिंग स्टेशन संचालक प्रीतम यादव और कोमल यादव के खिलाफ बिजली थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। दोनों से निर्धारित जुर्माना भी वसूला जाएगा।

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May 6, 2024

भगवान् के मस्तकाभिषेक में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

बिनौली,06 मई 2024  (यूटीएन)। बरनावा के श्री चंद्रप्रभ  दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर में रविवार को भगवान का मस्तकाभिषेक धूमधाम के साथ भक्तिभाव पूर्वक किया गया ,जिसमें आसपास के जनपदों सहित कई प्रांतों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।    मस्ताभिषेक सर्वप्रथम सौभाग्य विवेक जैन, विकास जैन, अमित जैन के परिवार को मिला। इसके उपरांत मंदिर में आए सभी श्रद्धालुओं ने क्रमवार भगवान का महाभिषेक किया। इस दौरान कार्यक्रम में चमत्कारी दिव्य शांतिमंत्रों के साथ भगवान के मस्तक पर  विश्वशांति की कामना  के साथ शांतिधारा की गई। अमित जैन ने भगवान का मार्जन किया। मार्जन के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान की भक्ति की।    विधानाचार्य पं अंशुल जैन शास्त्री ने धर्म सभा में कहा कि, धर्म अभिव्यक्ति नहीं अनुभूति है,धर्म वाणी का विलास नहीं, जीवन का निचोड़ है। धर्म अहिंसा संयम तप है। धर्महीन जीवन बकरी के गले में लगे धन के समान अकार्यकारी है। धर्म आत्मा का जागरण है, तो परमात्मा मार्ग का प्रकाश है। जैसे कोयल और कौवे में एक रंगरुपता होने के उपरांत भी अभिव्यक्ति दोनों की एक नहीं है, हंस और बगुला में भी रंग की एकरूपता है, किंतु दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है।   एक के अंदर छल कपट माया की कलुषता है। दूसरे के अंदर शांत परिणाम तथा नीर क्षीर को पृथक पृथक करने की सामर्थ्य है। उस धर्म का जागरण होना चाहिए ,जो तुम्हें परमहंस बना दे। आयोजन में क्षेत्र अध्यक्ष जीवंधर जैन, महामंत्री पंकज जैन, पवन जैन, भागचंद जैन, संदीप जैन, हंस कुमार जैन, विनेश जैन,प्रवीण जैन,सतेंद्र जैन अशोक जैन, ललित  शास्त्री, नेहा जैन आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 6, 2024

खाना खाने के दौरान छींटाकशी हुई गुस्से में तब्दील दुल्हा हुआ फरार, बारातियों को किया बंधक

बडौत,06 मई 2024  (यूटीएन)। खाने को लेकर हुई छींटाकशी के बाद दूल्हे पर लगा दहेज का आरोप। मामले को गंभीर होता देख दूल्हा हुआ विवाह मंडप से फरार।कन्या पक्ष ने दूल्हे पक्ष के लोगों को बनाया बंधक।बाद में बड़े बुजुर्गों की सूझबूझ से मामला सुलझा लिया गया।    नगर में एक विवाह मंडप में एक गांव से शनिवार की रात एक बारात आई थी ,जिसमें किसी मामले को लेकर दूल्हा पक्ष एवं दुल्हन पक्ष के बीच खाना खाने के दौरान महिलाओं में कहासुनी हो गई । इस दौरान दूल्हा भी महिलाओं के बीच बैठा हुआ था, तभी महिलाओं ने दूल्हे पर आरोप जड दिया कि ,दूल्हा दहेज में 10 लाख रुपए व एक गाड़ी मांग रहा है।   इस बात का पता दुल्हन पक्ष को लगा ,तो वहां पर हंगामा खड़ा हो गया। मामले की गंभीरता व लोगों का गुस्सा बढता देख दूल्हा बारात से अपने दोस्तों के साथ फरार हो गया।वहीं घटना को लेकर बडी देर तक हंगामा होता रहा। तब कहीं समाज के वरिष्ठ लोगों ने किसी तरह मामले को शांत कराया और शादी की रस्में पूरी कराकर दुल्हन को विदा कराया।    उक्त वाकये शनिवार की रात, नगर के एक मैरिज होम में हुआ है। इस दौरान विवाह मंडप के अंदर बरातियों में मारपीट भी हुई। मामला यहां तक पहुंच गया था कि ,लड़की पक्ष के लोगों ने बारात को बंधक तक बना लिया। समझौता और दुल्हन की विदाई के बाद उक्त मामले में दूल्हा व दुल्हन पक्ष की तरफ से कोई तहरीर कोतवाली में नहीं दी गई , लेकिन यह घटना दिन भर लोगों में चर्चा का विषय बनी रही।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 6, 2024

स्वामी वैष्णव बैरागी समाज के एकता सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन, अध्यक्ष बने मा भोपाल स्वामी

बडौत,06 मई 2024  (यूटीएन)। नगर के होटल में आयोजित भारतवर्षीय स्वामी, वैष्णव, बैरागी समाज द्वारा एकता सम्मेलन में किया गया राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन ।नव नियुक्त कार्यकारिणी को पगड़ी बाँधकर संगठन के प्रति समर्पित रहने की शपथ भी दिलायी गयी।    बिजरौल रोड़ स्थित टाऊन क्रश में भारतवर्षीय स्वामी, वैष्णव, बैरागी समाज द्वारा आयोजित एकता सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन करते हुए संरक्षक के रूप में रामेश्वर दयाल व चरणसिंह स्वामी, अध्यक्ष पद पर मा भोपाल स्वामी, उपाध्यक्ष केपी स्वामी, महासचिव जितेन्द्र कुमार बली, संगठन मंत्री बिजेन्द्र दीक्षित सहारनपुर, कोषाध्यक्ष सचिन स्वामी, विधिक सलाहकार रविकुमार एडवोकेट, सदस्य सोनू स्वामी, प्रदीप, सचिन को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है।   इस अवसर पर भारतवर्षीय स्वामी, वैष्णव, बैरागी समाज की नव नियुक्त कार्यकारिणी को फूल-माला पहनाकर व पगड़ी बाँधकर सम्मानित किया गया तथा समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय द्वारा नव नियुक्त कार्यकारिणी को समाज व संगठन के प्रति समर्पित रहने की शपथ दिलायी गयी। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए समाजसेवी रविकुमार कुमार एडवोकेट ने कहा कि, भारतवर्षीय स्वामी, वैष्णव, बैरागी समाज राष्ट्र को सर्वोपरि मानते हुए वैष्णव समाज के उत्थान व युवाओं के लिए समर्पित होकर कार्य करेंगा।    नवनियुक्तअध्यक्ष मा भोपाल स्वामी ने कहा ,वैष्णव समाज द्वारा संगठन की जो जिम्मेदारी सौंपी गयी है, पूर्ण निष्ठा और समर्पण भाव के साथ निर्वाह होगा। समाज में युवाओं महिलाओं की भागीदारी निश्चित की जाएगी।इस मौके पर ओमपाल स्वामी, सेवा राम स्वामी विपिन प्रधान, कुमारी रूद्राक्षी, रामनारायण आदि ने एकता सम्मेलन को सम्बोधित किया।   सम्मेलन की अध्यक्षता रामेश्वर दयाल स्वामी और संचालन रविकुमार एडवोकेट ने किया। इस अवसर पर पर मुख्य रूप से सत्य प्रकाश, सुभाष, जितेन्द्र कुमार बली, सुधीर स्वामी, डॉक्टर भजनलाल, सोनू,  अरूण प्रधान, नितिन, नीरज, कवरपाल आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 6, 2024

एंबुलेंस चालक ने बाइक में मारी टक्कर , तीन घायल, लगा जाम

अमींनगर सराय, 06 मई 2024  (यूटीएन)। मेरठ- बागपत मार्ग पर एम्बुलेंस ने बाइक सवार को मारी टक्कर, तीन घायल। घटनास्थल पर लगा जाम। मेरठ -बागपत हाईवे पर सराय मोड़ पर सड़क पार कर रहे बाइक सवार को प्राइवेट एम्बुलेंस ने टक्कर मार दी। टक्कर से बाइक पर सवार तीन गंभीर रूप से घायल हो गए, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों  को सीएचसी भेजा।बताया कि,दत्तनगर निवासी रोहित अपनी मां राजवती व बहन मोनी को कस्बा सराय से लेकर अपने गांव जा रहा था।     जैसे ही रोहित ने सराय मोड़ चौराहे पार करना चाहा , वैसे ही मेरठ की ओर से आ रही तेज रफ्तार प्राइवेट एम्बुलेंस ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बाइक सवार तीनों घायल हो दूर जा पड़े। दुर्घटना देख आसपास के दुकानदार मौके पर पहुंचे और घायलों को उठाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को पिलाना सीएचसी भेजा। दुर्घटना की वजह से लगे जाम हटवाने के लिए दुकानदारों ने एम्बुलेंस को सड़क से हटवाया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 6, 2024

पडोस की महिलाओं ने किया हमला, कुंडल भी खींच ले गये, घायल के उपचार को भेजा अस्पताल

खेकड़ा,06 मई 2024  (यूटीएन)। कस्बे की नाला पार धोबियान बस्ती में एक महिला पर उसके घर में घुसकर हमला बोला गया। हमलावर उसके कान के कुंडल भी खींच ले गए, जिससे उसके कान भी घायल हो गए। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई।   कस्बे की नाला पार धोबियान बस्ती में शमशाद का परिवार रहता है। शनिवार की सुबह परिवार के सभी लोग काम पर चले गए। घर में अकेले उसकी पुत्रवधु गुलसाना रह गई। तभी पड़ोसी परिवार की महिलाएं लाठी डंडे लेकर उनके घर में घुसी और उस पर हमला बोल दिया।   हमले के दौरान उन्होंने उसके कान से सोने के कुंडल भी खींच लिए ,जिससे उसके कान भी घायल हो गए। कोतवाली प्रभारी राजबीर सिंह का कहना है कि ,मामला नाली विवाद का है। घटना की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। घायल महिला को उपचार दिलवाने के साथ चोटों का डाक्टरी परीक्षण कराया गया। हमलावरों को गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |    

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May 6, 2024

जनपद के 18 सरकारी खरीद केन्द्रों पर लक्ष्य के सापेक्ष मात्र तीन प्रतिशत आया गेहूं

खेकड़ा,06 मई 2024  (यूटीएन)। गेहूं खरीद केन्द्रों को खुले एक माह से अधिक समय होने के बाद भी लक्ष्य के सापेक्ष्य 3 प्रतिशत ही गेहूं की खरीद हो पाई है। इस समय जनपद के 18 केन्द्र किसानों की बाट जोह रहे हैं , जबकि किसान प्राइवेट मिलों पर जा रहे हैं।वहीं सरकारी केन्द्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ हैै।   बता दें कि, जनपद बागपत में एक अप्रैल से 18 गेहूं खरीद केन्द्र खोले गए हैं। इन पर प्रत्येक में करीब 10 हजार किवंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। भाव भी 2275 रूपये घोषित हुआ, लेकिन पूरा अप्रैल माह बीत जाने के बाद भी मात्र छह हजार दो सौ तीस क्विंटल गेहूं ही खरीदा जा सका , जो एक लाख 60 हजार किवंटल के लक्ष्य के सापेक्ष मात्र तीन प्रतिशत ही है। किसान सरकारी सस्थानों से विमुख होकर प्राइवेट आटा मिल या आढती को गेहूं दे रहे हैं , जिससे सरकारी तंत्र पिछडता जा रहा है। सरकारी रेट 2275, वहीं आटा मिल उन्हें 2300 रुपये दे रहा है।    पता यह भी चला है कि, किसान सरकारी तंत्र से खुश नही हैं। अधिक भाव, नगद पेमेंट और अन्य सुविधाओं के चलते किसान सरकारी केन्द्रों के बजाए प्राइवेट मिल को गेहूं दे रहे है। किसानों का कहना है कि ,सरकारी केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन, फरद, खाता नम्बर आदि औपचारिकताएं और फिर आनलाइन पेमेंट का इंतजार करना पडता है। वहीं प्राइवेट मिल संचालक 25 रुपये प्रति कुंतल अधिक की खरीद के साथ में पेमेंट भी नकद दे रहे है।   *क्या बोले विपणन अधिकारी*   विपणन अधिकारी अरुण टेग ने बताया कि सभी केन्द्रों पर किसानों के लिए शीतल जल, छाया के लिए टेंट आदि व्यवस्थाएं की गई है। एक माह बीत जाने पर भी लक्ष्य के सापेक्ष मात्र तीन प्रतिशत ही गेहूं आया है। किसानों से वार्ता की जा रही है।जल्द ही गेहूं की खरीद बढेगी।   *किस केन्द्र पर कितने किवंटल आया गेहूं*   खेकड़ा ब्लाक के रटौल में 21 सिंघौली तगा- 197,लहचौड़ा- 24 फिरोजपुर- 0.2 मुबारिकपुर- 1411 क्रय विक्रय खेकड़ा- 153 एफसीएस खेकड़ा- 172 तथा पिलाना ब्लाक के मुकारी में 800 बालैनी में 121खट्टा प्रह्लादपुर में 52 कुंतल खरीद हो सकी है। वहीं बागपत ब्लाक के टटीरी में 312 ,सरूरपुर कलां 722 एफसीएस बागपत 122 ,एफसीआई बागपत 604 कुंतल के साथ ही बडौत ब्लाक के एफसीएस बडौत 358 एफसीआई बडौत-894 तथा बिनौली ब्लाक के दाहा में 65 कुंतल गेहूं खरीद हुई। छपरौली ब्लाक के कुरडी नांगल में 197 कुंतल की खरीद के साथ ही कुल 6230 किवंटल गेहूं खरीद हो सकी है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 6, 2024

रूढ़िवादिता को तोड़ना:बॉलीवुड में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर शमा सिकंदर का प्रभाव

मुंबई-06 मई 2024 (UTN)। यदि आप शमा सिकंदर के उत्साही प्रशंसक हैं, तो आपने निश्चित रूप से उनके इंस्टाग्राम बायो पर तीन बहुत महत्वपूर्ण शब्द देखे होंगे।  खैर, तीन शब्द हैं 'मानसिक स्वास्थ्य समर्थक'  एक कलाकार के रूप में, शमा हमेशा साहसी और सौम्य रही हैं, इसका श्रेय उनके कभी न कहने वाले रवैये और अदम्य भावना को जाता है।  शमा सिकंदर को साहस, कड़ी मेहनत और लचीलेपन का प्रतीक माना जाता है।  हालाँकि, वह हर परिप्रेक्ष्य में इस तथ्य का सबसे आदर्श उदाहरण है कि सिर्फ इसलिए कि कोई साहसी है, उसके जीवन में भावनात्मक उथल-पुथल नहीं हो सकती है। मशहूर हस्तियों और सार्वजनिक शख्सियतों पर नियमित आधार पर जिस तरह का दबाव होता है, उसे देखते हुए उनसे बहुत कुछ की उम्मीद की जाती है, कुछ चीजें तर्कसंगत होती हैं जबकि अन्य आधे, निश्चित रूप से नहीं।    अब एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में दुनिया के सामने अपना कमजोर पक्ष दिखाना कमजोरी नहीं माना जाएगा। आज के समय में, कई लोगों ने वास्तव में आगे बढ़ने और अपने संकट के समय के बारे में बोलने का आत्मविश्वास हासिल कर लिया है। हालाँकि, शमा सिकंदर यहाँ श्रेय की पात्र इसलिए हैं क्योंकि वह वास्तव में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में ईमानदार, स्पष्ट और पारदर्शी होने वाले शुरुआती लोगों में से एक हैं। जब अभिनेत्री का खुद का मानसिक स्वास्थ्य अवसाद के कारण खराब हो गया था तो उन्होंने कभी भी संकोच नहीं किया और जिस तरह से वह इससे बाहर आईं वह वास्तव में प्रेरणादायक था। शमा की तरह, कई लोगों ने भी अंततः इसके महत्व के बारे में बात की है। हालाँकि, इस विभाग में शमा और उनके अधिकांश समकालीनों के बीच अंतर निष्पादन का है।  हालाँकि कई लोगों ने अपनी समस्याओं के बारे में बात की है, लेकिन वास्तव में कई लोगों ने यह सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी नहीं ली है कि दूसरे इसे गंभीरता से लें। हालाँकि, शमा, इस विभाग में पूरी तरह से एक अलग नस्ल रही हैं।    अतिथि वक्ता के रूप में कई सम्मेलनों और कार्यक्रमों में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में बात करने से लेकर वक्ता सत्रों, साक्षात्कारों और कार्यशालाओं में इसके महत्व पर प्रकाश डालने तक, जब भी कोई अवसर आया है, शमा सिकंदर हमेशा युवाओं को शिक्षित करने में सबसे आगे रही हैं। सही रास्ता। खैर, इसीलिए, 'मानसिक स्वास्थ्य अधिवक्ता' शब्द उनके जीवन परिचय पर बिल्कुल फिट बैठते हैं। जबकि आज के समय में कई कलाकार मानसिक स्वास्थ्य के बारे में 'फैंसी' और ट्रेंडिंग अवधारणा के रूप में खुशी-खुशी बात करते हैं, शमा सिकंदर ने इस पर बातचीत तब शुरू की जब इस बात पर बहुत बड़ा संदेह था कि उन्हें कितना आंका जाएगा।    इसलिए, जिस तरह से वह वास्तव में आज की पीढ़ी को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए किसी भी नकारात्मक प्रभाव या विचार को अलग रखने में कामयाब रही वह वास्तव में प्रेरणादायक है और वास्तव में विशेष मान्यता की हकदार है। इस तथ्य को देखते हुए कि वह खुद एक प्रेरक उदाहरण हैं कि कैसे कोई सही चीजों पर ध्यान केंद्रित करके अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है, हम वास्तव में महसूस करते हैं कि बॉलीवुड में आज के समय और युग में, वह जाने-माने लोगों में से एक है, अगर एकमात्र नहीं तो। व्यक्तित्व के लिए जो वास्तव में विषय पर बात करने का हकदार है। रूढ़िवादिता को तोड़ने और बेहतर कल के लिए युवा पीढ़ी के भविष्य को आकार देने की जिम्मेदारी लेने के लिए उन्हें बधाई। उम्मीद है कि वह अपनी ईमानदारी और पारदर्शिता से लोगों को प्रेरित करती रहेंगी क्योंकि ये निश्चित रूप से उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। अधिक अपडेट के लिए बने रहें।   मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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May 6, 2024