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मीडिया एवं सूचना साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए युवाओं ने की चर्चा

बड़ौत,31 मई 2024  (यूटीएन)। यूनेस्को एमआईएल द्वारा मीडिया और सूचना साक्षरता आधारित यूथ डिबेट सीरीज का वर्चुअल आयोजन किया गया, जिसमें ट्यौढी के युवा सामाजिक कार्यकर्ता अमन कुमार ने साउथ एशियन सार्क देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने विचार साझा किए।    कार्यक्रम हेतु 200 से अधिक आवेदनों में साउथ एशिया के प्रतिनिधित्व हेतु अमन कुमार का चयन किया गया। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण यूनेस्को के सोशल मीडिया पर किया गया। अमन सहित अन्य युवाओं की चर्चा से सामने आए सुझावों को यूनेस्को एमआईएल पॉलिसी में समाहित कर सभी राष्ट्रों के समक्ष प्रस्ताव भेजा जाएगा। कार्यक्रम में यूनेस्को पेरिस मुख्यालय से वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य ने युवाओं के विचारों को सुना।   युवा अमन कुमार ने कहा कि डिजिटल युग में जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जीपीटी मॉडल जैसी विभिन्न नई तकनीक तेजी से विकसित हो रही है ,जिनकी असीम संभावनाओं के साथ ही इनके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं। इन टेक्नोलॉजी के माध्यम से इंटरनेट मीडिया पर फेक न्यूज, डीप फेक मीडिया जैसे विभिन्न संकट सामने आ रहे हैं, जिसके माध्यम से बड़ी संख्या में इंटरनेट यूजर्स को भ्रमित किया जा रहा है।   अगले दो वर्षों में दुनियाभर के कई राष्ट्र अपनी सरकार चुनने जा रहे है और इस समय में गलत जानकारियों और तथ्यों के प्रचार प्रसार को रोकने के लिए पॉलिसी बनाया जाना बेहद जरूरी है। बताया गया कि,अमन सहित विभिन्न देशों से जुड़े कुल आठ युवाओं ने यूनेस्को एमआईएल यूथ डिबेट सीरीज के प्रथम सत्र में अपने विचार और चिंताएं व्यक्त की और यूनेस्को को नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। युवाओं के योगदान से बने अंतिम प्रस्ताव को सभी राष्ट्रों के बीच साझा कर यूनेस्को द्वारा मीडिया और सूचना साक्षरता को बढ़ावा दिया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |  

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May 31, 2024

ईवीएम,के 228 व पोस्टल बैलेट ईटीपीबीएस के 98 मतगणना कार्मिकों को दिया गया प्रशिक्षण

बागपत,31 मई 2024  (यूटीएन)। लोक सभा चुनाव के अंतिम कार्यक्रम 4 जून को होने वाली मतगणना को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराए जाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। बागपत संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में समाविष्ट छपरौली, बडौत व बागपत विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना 4 जून को प्रातः 8 बजे से खेकड़ा के लखमीचन्द पटवारी कालिज ऑफ एजुकेशन में प्रारम्भ कराई जाएगी ,जिसके क्रम में आज जिला मजिस्ट्रेट व जिला निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट लोकमंच पर 228 मतगणना कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मतगणना ऑब्जर्वर ,मतगणना सहायक , मतगणना सुपरवाइजर ने प्रशिक्षण लिया।   जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतगणना कार्मिकों को मतगणना स्थल लख्मीचंद पटवारी डिग्री कॉलेज खेकड़ा में प्रातः 6:00 बजे पहुंचने के साथ ही अपने पहचान पत्र अवश्य बनवा लेने के निर्देश दिए, जिससे किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो। उन्होंने कहा, मतगणना करने के लिए एक हॉल में 14 टेबल लगाए जाएंगे इसके अतिरिक्त एक एआरओ की टेबल होगी । मतगणना से संबंधित किसी भी मतगणना कार्मिक को किसी तरह का कोई प्रश्न मन में हो, तो निसंकोच अवश्य पूछ ले, जिससे कि मतगणना वाले दिन आपको किसी भी तरह की समस्या से जूझना ना पड़े। बताया कि, मतगणना कार्मिकों के लिए संपूर्ण व्यवस्थाएं की गई हैं । मतगणना स्थल पर एक मीडिया सेंटर कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जहाँ मीडिया को प्रत्येक चक्र की सूचना से अपडेट किया जाएगा।   सुपर मास्टर ट्रेनर डॉ सत्यवीर सिंह प्रधानाचार्य नेहरू इंटर कॉलेज पिलाना ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मतगणना कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया, जिसमें उन्हें ईवीएम, पोस्टल बैलेट के साथ ही ईटीपीबीएस की मतगणना के बारे में विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया।इस दौरान ईवीएम के 228 मतगणना कार्मिक व पोस्टल बैलेट के 98 मतगणना कार्मिक ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। एडीएम ने बताया डाक मत पत्रों की मतगणना सबसे पहले शुरू की जाएगी एवं 30 मिनट के पश्चात ईवीएम में प्राप्त मतों की गणना प्रारंभ की जाएगी। ईवीएम में पड़े वोटो का मिलान 17 ग के भाग 1से किया जाएगा।    जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि  ईवीएम एवं पोस्टल बैलेट आदि का प्रशिक्षण पूर्ण मनोयोग से प्राप्त कर लें  ताकि मतगणना के दिन किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि, मतगणना संबंधी उपलब्ध कराए गए प्रारूप के समस्त कॉलम स्पष्ट शब्दों में साफ-साफ भरे जाएं, मतगणना सामग्री को चेक कर लें ,यदि कोई कमी हो तो पूर्ण कर लेंं। प्रदर्शित होने वाले रिजल्ट को इस प्रकार से खड़े होकर दिखाएंगे कि, उपस्थिति मतगणना एजेंट अच्छी तरह से देख व नोट कर सकें, मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा बोलकर भी टेबल का रिजल्ट बताया जाएगा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व पंकज वर्मा ,अपर जिलाधिकारी सुभाष सिंह ,मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव समस्त एसडीएम आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |    

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May 31, 2024

जिलाधिकारी ने स्टेरिंग कमेटी की बैठक संपन्न, अतिवृष्टि ,वर्षा व बाढ़ से बचाव के लिए, क्या करें की कार्य योजना बनी

बागपत,31 मई 2024  (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ क्षेत्रों में अनुश्रवण हेतु स्टेरिंग कमेटी के साथ बैठक की तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार को निर्देशित किया कि, वर्षा ऋतु के दृष्टिगत सिंचाई विभाग अपनी तैयारी समस्त पूर्ण कर ले, इसमें किसी भी तरह की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।    उन्होंने बैठक में संबंधितों को यह भी निर्देश दिए कि, जिन तटबंधों पर अभी कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है उन पर तत्काल काम प्रारंभ कर दिया जाए। उन्होंने तटबंधों के तरफ आने वाली झाड़ियां की साफ सफाई कराए जाने के भी निर्देश दिए व कहा, तटबंध की मरम्मत अच्छे से होनी चाहिए। कहा कि,पूर्व में जिन गांवों में बाढ़ आई थी उनकी कुछ कृषि भूमि भी प्रभावित हुई थी ,उनके संबंध में भी अच्छी कार्य योजना बनाई जाए तथा बाढ से निबटने के लिए स्टोन बॉलर्डर बलिया जेसीबी पोकलेन मशीन आपात व्यवस्था के दृष्टिगत तैयार रहनी चाहिए। उन्होंने बदरखा, जागोस, शबगा के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए ।    उन्होंने कहा, जो कार्य अभी अपूर्ण दिखाई दे रहे हैं ,उन्हें तत्काल पूर्ण कर लिया जाए व 15 जून तक सभी कार्य पूर्ण हो जाएं। साथ ही जिन स्थानों पर कार्य करने हैं ,उन स्थानों पर कार्य प्रारंभ किया जाएं। उन्होंने अधिशासी अभियंता जल निगम, अधिशासी अभियंता विद्युत व अधिशासी अभियंता सिंचाई अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी सहित 4 सदस्यीय टीम गठित की है जो पूर्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिन गांवों में समस्या आई थी, क्यों आई थी क्या कारण था, इसके संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा बाढ़ ना आए ,उसके लिए क्या तैयारी की गई है ,उसके संबंध में भी संबंधित अधिकारियों ने वार्ता की ।    जिलाधिकारी निर्देश दिए कि, टीम वर्क के रूप में सभी अच्छा कार्य करें। प्रत्येक तटबंध के होने वाले कार्य से प्रतिदिन अपडेट करें। जिलाधिकारी ने कहा कि ,सड़क बांध, बंधे सभी जनपद में सुरक्षित रहने चाहिए छोटी मोटी समस्याओं को भी नजर अंदाज ना करें ,आपदा के समय छोटी समस्या ही बड़ी बन जाती है इसलिए गंभीरता के साथ सभी कमेटी के सदस्य इसमें कार्य करें ।जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के एई वीरपाल व एसडीओ अमित को तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए और कहा कि,जहां जहां समस्या है उसका तत्काल समाधान हो जाए और उन समस्याओं को दुरुस्त कर लिया जाए। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ,अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अतुल कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी केवी सिंह, अधिशासी अभियंता नलकूप आदि भी उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 31, 2024

लोकसभा चुनाव,मतगणना की तैयारी के संबंध में की बैठक संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारियों से कराया रूबरू

बागपत,31 मई 2024  (यूटीएन)। लोकसभा चुनाव की होने वाली मतगणना को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराए जाने के सन्दर्भ में बैठक संपन्न। बागपत जनपद के अंतर्गत आने वाले संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के छपरौली, बडौत व बागपत विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना 4 जून को प्रातः 8 बजे से खेकड़ा के लखमीचन्द पटवारी कालिज में प्रारम्भ कराई जाएगी। इसके लिए अपर जिलधिकारी वित्त एवं राजस्व व उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये। वहीं स्ट्रांग रूम की सुरक्षा एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने हेतु  मजिस्ट्रेट व प्रभारी अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी से रूबरू कराया।    ककलेक्ट्र सभागार में  हुई बैठक में उन्होंने कहा ,नियुक्त किए गए प्रत्येक अधिकारी मतगणना के दिन 4 जून को प्रातः 6 बजे मतगणना स्थल पर पहुँचाना सुनिश्चित करेंगे एवं सौंपे गए कार्य के प्रति पूर्णरूपेण उत्तरदायी होगे तथा अपने दायित्वों का गंभीरता के साथ निर्वहन करेंगे। किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी ।    उन्होंने कहा प्रत्येक विधानसभावार 14 टेबल लगाई जाएंगी ,जिसमें एक  एआरओ टेबल अलग से लगी होगी  । जिसके चारों तरफ से मजबूत बैरिकेडिंग कराई गई है और मतगणना हाल के अंदर  फोन कैमरा कैलकुलेटर कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं जाएगी।   इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव , डिप्टी कलेक्टर मनीष यादव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी भास्कर पांडेय सहित आदि अधिकारी उपस्थित रहे।        

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May 31, 2024

भीषण गर्मी में हुई बड़ी घटनाओं के बावजूद रोड पर खुलेआम रख बिक रहा पेट्रोल और डीजल

छपरौली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। हर ग्रामीण क्षेत्र के लिंक मार्ग पर बाइक अथवा चार पहिया वाहन से जा रहे हैं और रास्ते में कहीं भी किसी भी समय वाहन का ईंधन खत्म हो जाता है ,तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है‌ ,चंद कदम चलने के बाद ही आपको डीजल व पेट्रोल मिल जाएगा। वह भी जितना आप चाहो । आपकी इच्छा अनुसार उतना ही मिल जाएगा। जी हां कस्बे व  ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह घर व दुकानो पर अवैध पेट्रोल पंप संचालित हैं।   चाय और किराने की छोटी-छोटी गुमटियों के बाहर प्लास्टिक की बोतल लटकी व रखखी हुई यह लाल, नीला दिखाई दे रहा यह पेट्रोल और डीजल ही है। जो कि आपको वैध पेट्रोल पंप से चार-पांच रुपए महंगे दाम पर आसानी से मिले जाएगा। किराना दुकान संचालकों द्वारा गली कूचों में स्थित दुकानों में पेट्रोल और डीजल जैसे ज्वलनशील पदार्थ का स्टॉक रखा हुआ है। दुकानदार महंगे दामों में वाहन चालकों को आसानी से पेट्रोल डीजल उपलब्ध करा रहे हैं इन्हें किसी भी घटना का कोई डर भह नहीं है। न प्रशासनिक कार्रवाई का डर है और न ही किसी हादसे का। प्रशासन भी जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं होता तब तक किसी भी तरह की कार्रवाई करना उचित ही नहीं समझता  । हैरानी है कि प्रशासन जानकर भी अंजान बना हुआ है।   *अपराध है फिर भी खुलेआम बेच रहे हैं*   जानकारी के अनुसार वैध पेट्रोल पंप के अलावा कहीं भी बिना लाइसेंस के खुले में अथवा घर पर तय सीमा से अधिक स्टाॅक रखना गैर कानूनी है। पकड़े जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की कार्रवाई का प्रावधान है। इसके बाद भी छोटे छोटे दुकानदार यह गैर कानूनी कार्य खुलेआम कर रहे हैं। यह भी नहीं सोचते कि जरा सी चूक बड़ी जनहानि का कारण बन सकती है। फिर भी बेरोक टोक यह कार्य चल रहा है।     चंद पैसों की खातिर लोगों के जन जीवन को डाल रहे हैं खतरे में  ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे रूटों पर आसानी से गुमटियों के बाहर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध मिल जाता है। कभी-कभी छोटे छोटे बच्चे भी डीजल पेट्रोल वाहनों में डालते देखे गए हैं। पेट्रोल पंप संचालकों ने अवैध रूप से बेच रहे डीजल व पेट्रोल बेचने वालों कि शिकायत भी की है लेकिन आज तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है ऐसा लग रहा है की प्रशासन किसी बड़ेहादसे के इंतजार में बैठा हुआ है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 31, 2024

बसी मार्ग पर देवकृष्णा स्कूल में हुई चोरी, हजारों का सामान ले उडे

खेकड़ा,31 मई 2024  (यूटीएन)। कस्बे के देव कृष्णा पब्लिक स्कूल में बीती रात बदमाशों ने चोरी की। बदमाश स्कूल से 50 हजार रुपए से अधिक का सामान चोरी कर ले गए। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है।   कस्बे में देव कृष्णा पब्लिक स्कूल ,बसी मार्ग पर है। बदमाश मंगलवार की रात स्कूल में चार दीवारी के तार काटकर घघुसे तथा स्कूल से 150 मीटर केबल बिजली के पंखे, बैटरी, माइक और एम्प्लीफायर आदि सामान चोरी कर ले गए। स्कूल संचालक सोनू यादव को घटना का पता बुधवार सुबह स्कूल पहुंचने पर चला। इसके बाद उसने पुलिस को घटना की सूचना दी।    डायल 112 के पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। सोनू यादव के मुताबिक चोरी गए सामान की कीमत 50 हजार रुपए से अधिक की है। कोतवाली प्रभारी राजबीर सिंह का कहना है कि ,घटना की तहरीर मिल गई है। बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 31, 2024

पुण्यतिथि पर याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह , खेकड़ा और सांकरौद में किए पुष्प अर्पित

खेकडा, 31 मई 2024  (यूटीएन)। भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 37 वीं पुण्य तिथि पर बुधवार को कस्बे में अनुयायियो ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। गोष्ठी में वक्ताओं ने चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा बताया। दूसरी ओर सांकरौद गांव में भी पूर्व प्रधानमंत्री को याद किया गया।   किसानों के मसीहा, भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री चौ‌ चरण सिंह की पुण्यतिथि पर रविवार को कार्यक्रम हुए। कस्बे में तांगा स्टैंड पर आयोजित कार्यक्रम में रालोद किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ब्रह्मपाल सिंह सभासद के आवास पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए तथा वक्ताओं ने उनको किसानों का सच्चा हमदर्द बताया। इनमें विकास धामा, संजीव धामा, ओमसिंह, शिवकुमार, नीरज धामा, महक सिंह, नरेन्द्र आदि शामिल रहे।   उधर सांकरौद गांव में नवोदय लोक चेतना कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने वालों में ग्राम प्रधान इंद्रजीत सिंह, संस्था के महासचिव देवेंद्र धामा, मा ओमवीर, रामदेव डायरेक्टर, अंकित, गजेंद्र आदि शामिल रहे।   संवाददाता शशि धामा |

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May 31, 2024

१०वीं एवं १२वीं कक्षा में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए प्रोत्साहन समारोह का आयोजन

कालका, 31 मई 2024  (यूटीएन)। हित चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा १०वीं एवं १२वीं कक्षा में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए प्रोत्साहन समारोह का आयोजन किया । समारोह में मु य अतिथि के तौर पर ब्रह्मर्षि कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन की प्रधानाचार्यी स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी ने शिरकत की। हित चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक हितेश पाहवा द्वारा स्वामी डॉ अमृता दीदी को फुल बुके देकर और उनका आशीर्वाद लेते हुए समारोह में उनका स्वागत किया । समारोह का शुभ आरंभ स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान २१ स्कूलों में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका, आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका, सोफिया कान्वेंट स्कूल, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिटना, आईशर स्कूल परवाणू, सेपीएंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीसी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजोर,न्यू इंडिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजौर, सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल एचएमटी, विराट नगर स्कूल, शैमफर्ड स्कूल पिंजौर, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजौर, जेपी गुरुकुल स्कूल, नोबल हाई स्कूल, सरस्वती हाई स्कूल, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चिकन, अकालजोत स्कूल, आजाद पब्लिक स्कूल, अमरावती विद्यालय, लिटिल लावर स्कूल पंचकूला, जवाहर नवोदय मोली के कुल १४७ छात्रों को स्मृति चिन्ह और मेडल पहनकर अमृता दीदी द्वारा स मानित किया गया। इस मौके पर स्वामी डॉक्टर अमृता दीदी ने सभी छात्रों को परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । उन्होंने कहा कि बहुत ही हर्ष की बात है कि हमारे क्षेत्र से इस तरह बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं और यदि हमारे युवा पीढ़ी पढ़ी-लिखी होगी तो एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण होगा। वही हितेश पाहवा कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों, स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों के लिए खानपान की विशेष व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर रोहताश आर्य, परमजीत शर्मा, दीक्षा पाहवा, मधु पाहवा, वरदान पाहवा, शेरचंद चावला, मुकेश पसरीचा,किरण पसरीचा, शशि गुप्ता, आहूजा पंचकूला आदि भी मौजूद रहे। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।

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May 31, 2024

राइजिंग दिवा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम

पिंजौर, 31 मई 2024  (यूटीएन)। राइजिंग दिवा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम, में आज पहल करते हुए तालाब में पानी के टैंकरों के द्वारा पानी गिरवाया गया अध्यक्ष प्रियंका राठौर, ने बताया कि हमारी संस्था लगातार जनहित में समाज की सेवा के लिए कार्य करती रहती है आज भी हमने कांगूवाल के जोहड़ तालाब को बचाने की मुहिम की पहल अपनी पूरी टीम के साथियों के साथ की है पीने के पानी के टैंकर के द्वारा तालाब में पानी छोड़ा गया. और मछलियों व आसपास के जानवरों को पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध करवाया गया और आने वाले दिनों में तालाब की सफाई के लिए भी कार्य किया जाएगा इस अवसर पर उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा ,सलाहकार अमिता शर्मा वहां पर मौजूद लोगों से भी अपील की कि वह तालाब को साफ और स्वच्छ बनाने में सहयोग करें व लोगों को भी समझाया कि वह जब मछलियों को आटा डालने आते हैं तो कृपया वहां पर लिफाफा फेंक कर मत जाएं व पूजा करने के बाद जो सामग्री वहां पर फेंकी जाती है. वह भी मत फेक जिससे कि तालाब में गंदगी फैल रही है और मछलियों का जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है इस अवसर पर अध्यक्ष प्रियंका राठौर,अध्यक्ष सोनिया शर्मा,सलाहकार अमिता शर्मा आदि सदस्य मौजूद रहे. हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।  

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May 31, 2024

अगर मोदी सरकार की हुई वापसी तो कौन होगा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार?

नई दिल्ली, 31 मई 2024  (यूटीएन)। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल का कार्यकाल इस महीने के आखिर में 31 मई, 2024 को समाप्त हो रहा है। इस साल जनवरी में 79 वर्ष के हो चुके अजील डोभाल पिछले दस सालों से देश के एनएसए हैं। चार जून को  चुनाव परिणाम घोषित होने हैं, जिसके बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ होगा। अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है, तो ऐसे में जाहिर है कि एनएसए के पद के लिए वह अपनी पसंद को प्राथमिकता देगी। नौकरशाही के हलकों में इस बात को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं कि अगर फिर से भाजपा सरकार की वापसी होती है, तो मोदी सरकार 3.0 में देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कौन होगा?    *2019 में पांच साल के लिए एनएसए बने थे अजीत डोभाल* 1968 बैच के केरल कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को साल 2019 में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 31-05-2019 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी। उनका दूसरा कार्यकाल पांच साल के लिए बढ़ाया गया था। साथ ही उन्हें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समान कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया था। उस समय उनकी नियुक्ति के आदेश को लेकर कहा गया था कि उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ-साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त होगी। वहीं उनका कार्यकाल इस साल 31 मई को समाप्त हो रहा है। हालांकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वे केवल राज्य मंत्री के रैंक के साथ केवल एनएसए ही नियुक्त किए गए थे। तब उन्होंने पांचवे एनएसए के तौर पर 30 मई, 2014 को पदभार संभाला था।    *नए उत्तराधिकारी के नाम पर कयास जारी* सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अजीत डोभाल ने अब रिटायर होने की इच्छा जताई है। चार जून के बाद नई सरकार के गठन के बाद उन्होंने पद छोड़ने के संकेत दिए हैं। उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि अगर भाजपा सरकार लौट कर भी आती है, तो भी वे अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर अनिच्छुक हैं। वहीं अब उनका उत्तराधिकारी कौन होगा, इसे लेकर कयासों के दौर जारी हैं। सूत्रों का कहना है कि डोभाल के उत्तराधिकारी के तौर पर कुछ नाम कैबिनेट की नियुक्ति समिति को भेजे गए हैं। लगभग 10 साल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में सबसे सीनियर 'मंत्री-नौकरशाह' का खिताब हासिल अजील डोभाल के उत्तराधिकारी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर तीसरी बार फिर भाजपा सत्ता में आती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजपोशी होती है, तो वे पहले से तय कर चुके होंगे कि वह अजीत डोभाल के स्थान पर किसे नया एनएसए नियुक्त करेंगे।    *रॉ में लगातार चार साल रह चुके हैं चीफ* वहीं नए एनएसए के नाम को लेकर फिलहाल कयास ही लगाए जा रहे हैं। नया एनएनए बनने की रेस में जो नाम सबसे आगे हैं, उनमें पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) चीफ सामंत गोयल का नाम भी है। अजीत डोभाल के करीबी सामंत गोयल को पहले 2021 में बतौर रॉ चीफ एक वर्ष का एक्सटेंशन दिया गया। उसके बाद 2022 में भी कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनका कार्यकाल एक साल यानी 30 जून 2023 तक बढ़ा दिया था। गोयल को खुफिया मामलों का खास जानकार बताया जाता है। लंबे समय बाद रॉ में किसी चीफ को चार साल तक सेवा करने का अवसर मिला है। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिका में हत्या की साजिश मामले में तत्कालीन रॉ प्रमुख सामंत गोयल का सामने आया था, और कहा गया था कि उन्होंने ही इसे मंजूरी दी थी। हालांकि भारत-अमेरिकी संबंधों को देखते हुए उनके नाम पर कम ही सहमति बन सकती है। सामंत गोयल के बाद जो नाम चर्चा में है वह राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी एनएसए आईपीएस पंकज सिंह है। पंकज सिंह पहले बीएसएफ के प्रमुख की निभा चुके हैं। वे अजीत डोभाल के करीबी भी हैं और उनके पास इंटरनल सिक्योरिटी का खासा अनुभव भी है। हालांकि उनके पास विदेश मामलों को लेकर ज्यादा अनुभव नहीं है, जो संभवतया उनके लिए वीक पॉइंट साबित हो सकता है।     *गलवां घाटी में हिंसक संघर्ष के दौरान रहे चीन में राजदूत* इसके अलावा भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिसरी का नाम भी रेस में है। विक्रम मिसरी 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हैं। उनकी गिनती चीन मामलों के जानकार के तौर पर होती है। मिसरी को 2019 में बीजिंग में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था। जून 2020 में गलवां घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के हिंसक संघर्ष के बाद मिसरी चीन के साथ हुईं कई वार्ताओं का हिस्सा रहे थे। उन्होंने विदेश मंत्रालय में, प्रधानमंत्री कार्यालय में, और यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में कई भारतीय मिशनों में काम किया है। सूत्रों का कहना है कि उनके पास इंटरनल सिक्योरिटी को लेकर ज्यादा अनुभव नहीं है। इसलिए उनके नाम पर सहमति बनने के चांस कम ही हैं।    *रूस में भारत के राजदूत रह चुके हैं पंकज सरन* 1982 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके पंकज सरन पूर्व डिप्टी एनएसए भी रह चुके हैं और चार साल पहले ही इस पद से रिटायर हुए हैं। सरन को नवंबर 2015 में रूस में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था। वह भारत और विदेश में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं। पहले 1995 से 1997 तक उपसचिव, निदेशक के रूप में और फिर 2007 से 2012 तक संयुक्त सचिव के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। उन्हें भी डोभाल का करीबी माना जाता है।   लेकिन आंतरिक मामलों को लेकर उनके पास भी ज्यादा अनुभव नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि उनके नाम पर कोई विवाद नहीं है। स्वच्छ छवि वाले अधिकारी रहे हैं। लेकिन वे कुछ साल पहले ही रिटायर हुए हैं। अगर वे एनएसए बन भी जाते हैं तो ब्यूरोक्रेसी पर कितनी लगाम लगा पाएंगे ये बड़ा सवाल है।   *उरी और बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका* रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख अनिल धस्माना 1981 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। धस्माना को सितंबर 2020 में ही दो साल के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) प्रमुख नियुक्त किया गया था। एनटीआरओ देश की तकनीकी संस्था है जो भू-स्थानिक खुफिया और उपग्रह इमेजरी की देखभाल करती है। धस्माना की काबिलियत यह है कि उरी और बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभा चुके हैं।   उन्हें बलूचिस्तान, आतंकवाद और इस्लामी मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। उनके पास पाकिस्तान और अफगानिस्तान में काम करने का खासा अनुभव भी है। वे दुनिया भर के तमाम देशों की राजधानियों में सेवा भी दे चुके हैं, जिसमें लंदन और फ्रैंकफर्ट भी शामिल हैं और उन्होंने सार्क और यूरोप डेस्क भी संभाला है। माना जा रहा है कि मोदी 3.0 में धस्माना बतौर एनएसए पद के लिए पहली पसंद हो सकते हैं। खास बात यह है कि उन्हें अजीत डोभाल भी पसंद करते हैं, साथ ही वे उत्तराखंड से भी ताल्लुक रखते हैं।    *खुद इनके सफल ऑपरेशनों की प्रधानमंत्री कर चुके हैं निगरानी* हिमाचल प्रदेश 1998 बैच काडर के आईपीएस अफसर तपन डेका को जून 2022 में इंटेलिजेंस ब्यूरो का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल इस साल जून के आखिर तक है। तेजतर्रार अधिकारी तपन डेका ने अपना ज्यादातर करियर इंटेलिजेंस ब्यूरो में ही गुजारा है। वे केंद्र सरकार के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक रहे हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, खासकर टारगेटेड किलिंग के मामलों को संभाला है। वे कई एंटी टेररिस्ट अभियानों में भी शामिल रहे हैं।   जम्मू कश्मीर में इंटेलिजेंस से जुटा महत्वपूर्ण डाटा जुटाने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनके कई सफल ऑपरेशनों की खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बारीकी से निगरानी की है। वे भी नए एनएसए के पद के लिए कैबिनेट की नियुक्ति समिति की पसंद बन सकते हैं।    *क्या कोई कैबिनेट मंत्री बनेगा एनएसए?* सूत्रों ने बताया कि नए एनएसए को लेकर एक अप्रत्याशित फेरबदल भी देखने को मिल सकता है। मोदी सरकार के सबसे खास मौजूदा कैबिनेट मंत्री और पूर्व ब्यूरोक्रेट को भी यह पद सौंपा जा सकता है। अगर चार जून को भाजपा सरकार की वापसी होती है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभालते हैं, तो वे उनकी योग्य पसंद बन सकते हैं।   इसकी वजह है कि न केवल उनके बाहरी राष्ट्रों से भी अच्छे संबंध हैं, बल्कि अमेरिका और रूस से भी उनके अच्छे रिश्ते हैं। पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं। उनके दो जूनियर अफसर इस बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ रहे हैं। संभव है कि नई सरकार में उनमें से एक को विदेश मंत्री का कार्यभार भी सौंपा जा सकता है। वहीं अगर वह पूर्व ब्यूरोक्रेट एनएसए बनते हैं, तो राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ विदेश मामलों पर भी उनकी गहरी नजर रहेगी और मार्गदर्शक की भूमिका भी बखूबी निभा सकेंगे।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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May 31, 2024