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जिलाधिकारी द्वारा सीएम डैशबोर्ड व विकास कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न

बागपत,09 मई 2024  (यूटीएन)। प्रदेश‌ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह कटिबद्ध हैं ,इसके लिए आज कलेक्ट्रेट सभागार में उन्होंने सीएम डैशबोर्ड संबंधित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।    बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्वाचन सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए बधाई दी और कहा कि जनपद में मतदान शांति पूर्ण संपन्न हो गया है, अब सभी विभागीय अधिकारी आम जनमानस के उत्थान के लिए और जनपद के विकास के लिए अपने विभागीय दायित्वों के प्रति कार्य करें, जिससे आम जनमानस को लाभ प्राप्त हो सके ।    उन्होंने निर्वाचन के समय विकास संबंधित जिन विभागों की समाचार पत्रों में नकारात्मक खबरें प्रकाशित हुई थी उनके संज्ञान लेने के लिए भी निर्देशित किया और पीपीटी के माध्यम से समस्त समाचार पत्रों की खबरों की समीक्षा की । जिलाधिकारी ने कहा, समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान अवश्य लें और उसे पर कार्यशाला करें।   उन्होंने  विकास कार्यों एवं सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए और कहा कि  योजनाओं का क्रियान्वयन अच्छे तरीके से होना चाहिए इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नही होगी।    जिलाधिकारी ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जो ूकार्य पूर्व में चल रहे हैं और अपूर्ण है उन कार्यों में गुणवत्ता के साथ तीव्रता लाई जाए जो किसी कार्य से लंबित हैं उनकी फाइल प्रस्तुत की जाए जिससे कि कार्य सुचारू रूप से चल सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार , जिला विकास अधिकारी हरेंद्र सिंह,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महावीर सहित आदि जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

सपा के मेनपुरी रोडशो के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति क्षतिग्रस्त, भाजपा पदाधिकारियों ने सौंपा ज्ञापन

बागपत,09 मई 2024  (यूटीएन)। मैनपुरी में सपा द्वारा चुनावी रोड शो के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर अपमानित किए जाने से रोष व्याप्त गत शनिवार को मैनपुरी में  सपा द्वारा चुनावी रोड शो के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर अपमानित किए जाने से रोष व्याप्त है। मंगलवार को भाजपा जिला पदाधिकारियों ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा तथा सपाइयों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।   भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉ चन्द्रमोहन व जिलाध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय ने जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि राष्ट्रभक्त वीर योद्धा महाराणा प्रताप की मूर्ति मैनपुरी के करहल चौराहे पर स्थापित है, वहां सपा के अराजक तत्वों द्वारा मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह घटना निंदनीय और अशोभनीय है। उन्होंने कहा भाजपा कार्यकर्ता देश के महापुरुषों का अपमान किसी भी हाल में सहन नहीं करेंगे।   बताया कि सपा कार्यकर्ताओं‌ंद्वारा रोड शो‌ के मध्य पीएम मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अमर्यादित शब्दों का प्रयोग भी किया गया। इस दौरान वहां पर सपा के प्रमुख अखिलेश यादव व उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद रही। ज्ञापन देने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता जसवीर सोलंकी, जिला उपाध्यक्ष अनिता खौखर, कुलदीप भारद्वाज, जिला महामंत्री विनोद वाल्मीकि, जिला मीडिया प्रभारी पवन शर्मा, मंडल प्रभारी डॉ विनय त्यागी, सुन्दर धामा, पूर्व जिला मंत्री विनोद पांचाल, आत्माराम मौर्य, प्रमोद खौखर, रविन्द्र खौखर, संजय उपाध्याय, संदीप वशिष्ठ, मनीष चौहान, सत्यबीर सिंह, सचिन आर्य, प्रीति शर्मा, प्रभात स्वामी, रविन्द्र खौखर, सन्दीप प्रजापति, दिनेश प्रधान आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

डेढ माह से पेयजल सप्लाई बाधित होने की शिकायत सभासद द्वारा जिलानी से की गई

खेकड़ा, 09 मई 2024  (यूटीएन)। नगरपालिका सभासद ने डेढ माह से वार्ड में पेयजल सप्लाई ना आने की शिकायत की है। उसने जिलाधिकारी से बढती गर्मी को देखते हुए पेयजल व्यवस्था सुचारू कराने की मांग की है।   कस्बे में जलनिगम पानी सप्लाई के लिए नए भूमिगत पाइप डाल रहा है। नगरपालिका सभासद गोयल ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बताया कि कार्यरत ठेकेदार बिना प्लानिंग के काम कर रहा है। उनके वार्ड में करीब डेढ माह से पेयजल सप्लाई नाममात्र को आ रही है। बढती गर्मी में आम नागरिक परेशान बने हुए है। समाधान कराया जाए।    उधर एसडीएम ज्योति शर्मा ने बताया कि खेकड़ा नगरपालिका द्वारा क्षेत्र में बेहतर पेयजल व्यवस्था देने के लिए योजना पर काम हो रहा है‌ , लेकिन निर्माणाधीन एजेंसी को कार्य के दौरान आपूर्ति बाधित होने पर पेयजल टेंकर भेजे जाने के निर्देश हैं। इनसे वार्ता कर समाधान कराया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

सीओ यातायात ने किया स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का निरीक्षण , एलसीपी कालेज के स्ट्रांग रूम में रखी हैं ईवीएम

खेकड़ा,09 मई 2024  (यूटीएन)। लोकसभा चुनाव संचालन केंद्र पर स्ट्रांग रूम की इन दिनों सीसीटीवी कैमरों और अर्ध सैनिक बल के माध्यम से कड़ी निगरानी की जा रही है।इसी क्रम में मंगलवार को सीओ यातायात ने वहां पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था को परखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।   बागपत लोकसभा चुनाव के लिए खेकड़ा का एलसीपी कॉलेज, चुनाव संचालन केंद्र है। वहां स्ट्रांग रूम में बागपत, बड़ौत और छपरौली विधानसभाओं की ईवीएम और वीवीपेट मशीनें रखी हुई हैं। उनकी चार स्तरीय सुरक्षा है। पहले लेयर में यूपी पुलिस के जवान तैनात हैं।   दूसरी में पीएसी के जवान लगे हुए हैं। तीसरी लेयर में स्ट्रांग रूम की निगरानी अर्ध सैनिक बलों के कंधों पर है, जबकि चौथी लेयर सीसीटीवी कैमरों की है। 24 घंटे उनसे स्ट्रांग रूम की निगरानी की जा रही है।    मंगलवार को सीओ यातायात विजय चौधरी ने वहां पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस कर्मियों को अधिकारियों के आदेशों के बगैर किसी को भी केंद्र में नए फटकने देने के निर्देश दिए। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की निगरानी को भी परखा और ऑपरेटर को स्ट्रांग रूम पर 24 घंटे नजर बनाए रखने गए निर्देश दिए।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |    

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May 9, 2024

सड़क दुर्घटनाओं में विवाहिता समेत तीन घायल

खेकड़ा, 09 मई 2024  (यूटीएन)। बड़ागांव मार्ग पर मंगलवार को हुई दो दुर्घटनाओं में एक विवाहिता सहित तीन लोग गंभीर रूप में घायल हो गए। चिंताजनक हालात के चलते विवाहिता सहित दो को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया। पुलिस को दोनों घटनाओं के जानकारी दे दी गई।   थाना चांदीनगर के मंसूरपुर गांव के रहने वाले धर्मपाल की पुत्रवधू सुरुचि बीमार चल रही है। मंगलवार सुबह धर्मपाल उसे बाइक से खेकड़ा चिकित्सक के यहां उपचार दिलाने ला रहा था। बड़ागांव के पास तेज गति की कार ने बाइक में टक्कर मार दी जिससे वे दोनों घायल हो गए । गंभीरावस्था के चलते सुरुचि को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया है ,जबकि धर्मपाल का खेकड़ा में उपचार दिलाया गया।    मंगलवार की सुबह ही बड़ागांव मार्ग पर खेकड़ा के पास खैला गांव के अजय की बाइक में तेज गति के कार ने टक्कर मार दी। गंभीर हालत के चलते उपचार के लिए उसे दिल्ली ले जाया गया है। बताया जाता है कि अजय दिल्ली में नौकरी करता है। वह खेकड़ा से ट्रेन से रोजाना दिल्ली जाता आता है। सुबह भी वह ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए बाइक से खेकड़ा आ रहा था। कोतवाली प्रभारी राजबीर सिंह का कहना है कि ,दोनों घटनाओं के तहरीर मिल गई है। आरोपी कार चालकों की पता लगाया जा रहा है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

अगेती धान से बदल रही किसानों की किस्म ,अप्रैल- मई में रोपाई , तो जुलाई में फसल तैयार!

खेकड़ा,09 मई 2024  (यूटीएन)। किसान अगेती धान की फसल लगाकर दोगुना मुनाफा कमाने में जुटे है। क्षेत्र में गेहूं कटाई के साथ ही साठा धान लगाने का क्रम शुरू हो गया है। हालांकि अधिक सिंचाई मांगने वाली साठा धान से कृषि वैज्ञानिक सहमत नही है। क्षेत्र में इन दिनों अनेक किसान अगेती धान की रोपाई में जुटे है। अप्रैल मई में रोपाई कर साठ दिन में जुलाई में फसल तैयार होकर काट ली जाती है। फिर से अगस्त में नई रोपाई के लिए खेत तैयार कर लेते हैं। इससे अगेती धान बोकर दो फसल लेना किसान के लिए वरदान बना हुआ है। साठ दिन में तैयार होने वाली गर्मी के मौसम की धान को किसान साठा धान के नाम से जाशते हैं।    हालांकि इस फसल को किसान बहुत कम लगाते हैं, क्योंकि इस फसल को लगाना एक चुनौती भरा है। किसान ब्रहम यादव, गजेन्द्र आदि ने बताया कि अगेती साठा धान मुनाफे के सौदा है। लेकिन इसकी रोपाई और कटाई दोनों में मुश्किलें आती हैं। अप्रैल में बीज की बुआई होती है। मई के शुरू में लगाते हैं। साठ दिन बाद जुलाई के अंत में काट लेते है। फिर अगस्त में दोबारा धान रोपाई की तैयारी हो जाती है। ऐसे में एक खेत में दो बार धान की फसल तैयार हो जाती है। इससे किसानों को अच्छी खासी आमदनी भी हो जाती है।   *क्या बोले कृषि वैज्ञानिक*   कृषि विज्ञान केन्द्र के सस्य वैज्ञानिक डा विकास मलिक ने बताया कि, साठा धान फायदे का सौदा तो है, सबकुछ सही तो एक खेत में दो बार फसल लेकर दोगुना मुनाफा होता है, लेकिन इसको लगाने की मेहनत भी बहुत है। सबसे पहले तो गर्मी को देखते हुए यह सर्द मौसम की धान के मुकाबले अधिक सिंचाई मांगती है।   दूसरे कीट नियंत्रण सही ना होने और तुरंत बाद अगली फसल लेने से उन कीटो को अनुकूल माहौल मिल जाता है ,जिससे फसल बर्बाद होने का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में सरकार की ओर से किसानों को साठा धान की रोपाई की लाभ हानि बता दी जाती है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

दो दिन से मृत गौ माता के अंतिम संस्कार को नहीं आया कोई गौभक्त,उठती दुर्गंध से यात्री परेशान

छपरौली,09 मई 2024  (यूटीएन)। क्षेत्र के लूम्ब गांव में टाडा- रमाल रोड पर एक गौमाता कूड़े के ढे पर विगत दो दिन से मृत पड़ी हुई है, लेकिन अभी तक कोई धर्म रक्षक उसके अंतिम संस्कार के लिए आगे नहीं आया। इसबीच आवागमन कर रहे लोगों को उसमें से भयंकर बदबू परेशान करने लगी है । आने जाने वाले बड़ी मुश्किल से मुंह पर हाथ या नाक पर कपड़ा रखकर भागते हुए वहां से निकल रहे हैं । इस सबके बावजूद कोई भी उसको रोड किनारे से हटाने या अंतिम संस्कार के लिए आगे आने वाला नहीं मिल पाया है।   उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गोवंशों के रहने के लिए गौशाला बनवा रखी हैं, फिर भी गोवंश खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि  योगी सरकार  गोवंशो पर काफी पैसा खर्च कर रही है ,फिर भी इनकी व्यवस्था नहीं सुधर रही है । प्रदेश सरकार द्वारा गोवंश के लिए इतना पैसा खर्च किया जा रहा है फिर भी आए दिन कहीं ना कहीं रोड पर गाड़ियों से लड़खड़ाकर गोवंश मर रहे हैं कभी-कभी तो बाइक सवार भी दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।   अधिकारी भी इसको नजरअंदाज करते रहते हैं। ऐसा नहीं है कि अधिकारी उस रोड से नहीं गुजरते जहां मृत गोवंश पड़े रहते हैं लेकिनसब अधिकारी देखने के बाद भी पता नहीं क्यों इसे नजरअंदाज कर देते हैं।    गौशाला होने के बावजूद भी यह गोवंश खेतों व रोड पर खुलेआम घूमते रहते हैं यह कभी किसी भी रोड पर चलने वाले मनुष्य पर जानलेवा हमला भी कर देते हैं और कभी कोई वाहन भी इनको टक्कर मार कर फरार हो जाते हैं,लेकिन इस समस्या का समाधान फिर भी नहीं हो पा रहा है।    ऐसा ही एक मामला क्षेत्र के लूम्ब गांव का है, जहां पर टांडा- रमाला रोड पर स्थित अल्पाइन पब्लिक स्कूल के सामने कूड़े के ढेर पर एक मृत गाय दो दिन से पड़ी है।गाय को आवारा कुत्ते नोच नोच कर खा रहे हैं ,जिसमें से इतनी बदबू आ रही है कि स्कूल के बच्चों के साथ-साथ वहां से गुजरने वाले राहगीरों का निकलना भी बडा  मुश्किल हो रहा है।    मनोज , गौतम, मनीष, प्रदीप आदि ग्रामीणों ने बताया कि ,मृत पड़ी गाय की जानकारी कई बार अधिकारियों को दी, लेकिन किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की।इस बारे में ग्राम प्रधान बहादुर सिंह ने बताया कि, मामला जानकारी में नहीं था,जल्द ही मृत पड़ी गाय को जेसीबी मशीन से गड्ढा खुदवा कर अंतिम संस्कार करा दिया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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May 9, 2024

जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की तैयारियों के संबंध में बैठक संपन्न हुई

मथुरा,09 मई 2024  (यूटीएन)। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप की तैयारियों के संबंध में बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर, उप जिलाधिकारी मांट, महावन, सदर तथा छाता से विगत वर्षो का बाढ़ के दृष्टिगत यमुना के अधिकतम व न्यूनतम जल स्तर का तुलात्मक जानकारी लेते हुए विगत वर्षो में की गयी तैयारियों व प्रभाव क्षेत्र की जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि बरसात से पहले सभी नालों की साफ सफाई कराना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के बिना अनुमति के कोई भुगतान न हो पाए ये सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने देवरहा बाबा, केशीघाट, विश्राम घाट सहित यमुना नदी के किनारों की सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा किया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर को निर्देश दिए कि यमुना में बाढ़ की सम्भावना के दृष्टिगत आपस में सभी अधिकारियों से संपर्क करते रहें। उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ व्यवस्था को नियंत्रित रखने में किसी प्रकार की कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। राहत सामग्री आदि व्यवस्थाएं स्थानीय स्तर पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। बाढ़ क्षेत्र के आस-पास वाले स्थान को भी चयनित कर लिया जाए। बाढ़ से जुड़े सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित रहे, इसके लिए भी स्थानीय स्तर पर समर सेबल पंप, वॉटर टैंकर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जहां नाव लगेगी वहां से शहर या गांव में जाने का रास्ता ठीक होना चाहिए। अगर ठीक नहीं है तो ठीक करा दिए जाएं, जिससे आवागमन बाधित न हो।  वैकल्पिक व्यवस्था में भवन जनरेटर व सोलर लाइट आदि की व्यवस्था पहले सुनिश्चित करें। नाव संचालकों की एक लिस्ट होनी चाहिए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर नाव की व्यवस्था हो सके। बाढ़ नियंत्रण कक्ष गोताखोर भी चिन्हित कर लिए जाए।  जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए। नहर से कनेक्ट सभी तालाबों को पानी से भरा जाए। तालाब के लिए जाने वाले नालों की साफ सफाई पहले से ही रखी जाए। कृषि विभाग अपने स्तर से कृषि संबंधी सभी कार्य योजना बना लें, जिससे कृषकों को कोई परेशानी न हो सके।  बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, अधिशासी अभियंता विकास कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रिंकू सिंह राही सहित सभी उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।

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May 9, 2024

कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले में, अब 15 मई को होगी सुनवाई होगी

मथुरा, 09 मई 2024  (यूटीएन)।  कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले में हिंदू पक्ष की ओर से रीना एन. सिंह ने मंगलवार को दलील दी कि किसी भी संपत्ति पर अतिक्रमण करना, उसकी प्रकृति बदलना और बिना स्वामित्व के उसे अपनी संपत्ति बताना वक्फ का चरित्र रहा है.  इस व्यवस्था की अनुमति नहीं दी जा सकती है। वाद की पोषणीयता पर प्रारंभिक आपत्ति उठाते हुए मुस्लिम पक्ष की ओर से कहा गया कि 1968 में एक समझौते के तहत यह संपत्ति उनके पक्ष में आई, लेकिन उस समझौते में स्वामी पक्षकार नहीं था।  संपत्ति का स्वामी देवता हैं, लेकिन देवता को पक्षकार नहीं बनाया गया। पूजा स्थल अधिनियम और वक्फ अधिनियम के प्रावधान यहां लागू नहीं होते और यह वाद पोषणीय (सुनवाई योग्य) है। गैर पोषणीयता के संबंध में अर्जी पर साक्ष्यों को देखने के बाद ही निर्णय किया जा सकता है। इस मामले में सुनवाई न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन की अदालत द्वारा की जा रही है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में  बहस पूरी हो गई है। अब 15 मई को सुबह 11.30 बजे होगी मामले की सुनवाई होगी । अगली सुनवाई में हिंदू पक्ष बची हुई दलीलें पेश करेगा। मंगलवार की सुनवाई में हिंदू पक्ष की ओर से कोर्ट में सिविल वाद को एक्सप्लेन किया गया। दलील दी गई है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की जमीन पर शाही ईदगाह मस्जिद का अवैध कब्जा चला आ रहा है। जमीन पर मस्जिद का कोई विधिक अधिकार नहीं है। कोर्ट में कहा गया कि साल 1669 से लगातार चली आ रही नमाज श्रद्धालुओं की आस्था पर चोट है। महिला अधिवक्ता रीना सिंह ने मंदिर पक्ष की तरफ से आने लाइन पक्ष रखा.कहा गया कि मंदिर तोड़कर उसी की दीवार पर मस्जिद बनाईं गई है। वक्फ बोर्ड ने बिना स्वामित्व के वक्फ संपत्ति घोषित किया है। दलील में पूछा गया कि क्या प्रक्रिया अपनाई गई कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा कि किस प्रक्रिया व कानून के तहत वक्फ घोषित किया गया? दलील दी जा रही है कि ए एस आई ने नजूल भूमि कहा है इसलिए इसे वक्फ संपत्ति नहीं घोषित कर सकते हैं। संपत्ति पर विरोधी पक्ष को कोई हक नहीं है विवादित स्थल ऐतिहासिक धरोहर घोषित है।राष्ट्रीय महत्व की है, वाद भी राष्ट्रीय महत्व का होगा। कोर्ट में कहा गया कि संरक्षित क्षेत्र में किसी को  केंद्र सरकार की अनुमति बगैर किसी प्रकार का निर्माण करने का अधिकार नहीं है। दो पक्षों में इससे पहले हुए समझौते का संपत्ति अधिकार से कोई सरोकार नहीं है. समझौता संपत्ति के स्वामी के साथ नहीं किया गया है इसलिए समझौते का कोई मतलब नहीं है। दावा किया गया कि योगिनी माता मंदिर स्थल पर शाही ईदगाह मस्जिद है. दलील दी गई है भवन वास्तव में मस्जिद नहीं है और 15 वीं सदी में मस्जिद का ऐसा स्ट्रक्चर नहीं होता था। कोर्ट में कहा गया कि  हिंदू मंदिर पर कब्जा कर मस्जिद का रूप दिया गया। बज्रनाभ भगवान कृष्ण के प्रपौत्र ने मंदिर बनवायाऔर चार बीघा जमीन में मंदिर केशव देव‌ मंदिर का निर्माण हुआ। पहले परिक्रमा होती थी, मंदिर ध्वस्त किया गया. कोर्ट में कहा गया कि विष्णु पुराण कहता है कृष्ण के जाने के बाद कलियुग शुरू हुआ।मुस्लिम पक्ष ने क्या कहा? मुस्लिम पक्ष ने इन याचिकाओं की पोषणीयता पर सवाल उठाते हुए इन्हें खारिज किए जाने की अपील की है। अदालत में अभी मुकदमों की पोषणीयता पर ही बहस चल रही है। मुस्लिम पक्ष ने ऑर्डर 7 रूल 11 के तहत याचिकाओं की पोषणीयता पर सवाल उठाते हुए इन्हें खारिज किए जाने की मांग की है।मुस्लिम पक्ष ने मुख्य रूप से प्लेसिस आफ वरशिप एक्ट, वक्फ एक्ट, लिमिटेशन एक्ट और स्पेसिफिक पजेशन रिलीफ एक्ट का हवाला देते हुए हिंदू पक्ष की याचिकाओं को खारिज किए जाने की दलील पेश की है।  हिंदू पक्ष की याचिकाओं में शाही ईदगाह मस्जिद की जमीन को हिंदुओं की बताकर वहां पूजा का अधिकार दिए जाने की मांग की गई है। इससे पूर्व, दो मई को, हिंदू पक्ष की ओर से दलील दी गई थी कि पूजा स्थल कानून, 1991 के प्रावधान इस मामले में लागू नहीं होंगे क्योंकि इस कानून में धार्मिक चरित्र परिभाषित नहीं किया गया है। उसने कहा कि किसी स्थान या ढांचे का धार्मिक चरित्र केवल साक्ष्य से ही निर्धारित किया जा सकता है जिसे दीवानी अदालत द्वारा ही तय किया जा सकता है।

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May 9, 2024

राजस्थान में स्थित आईआईएचएमआर फाउंडेशन की एक प्रमुख इकाई ने हाल में सामर्थ्य 2.O: 'एन एक्सक्लूसिव ग्रोथ इनक्यूबेशन प्रोग्राम' लॉन्च किया

जयपुर, 07 मई 2024  (यूटीएन)। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित आईआईएचएमआर स्टार्ट-अप्स जयपुर, राजस्थान में स्थित आईआईएचएमआर फाउंडेशन की एक प्रमुख इकाई ने हाल में सामर्थ्य 2.O: 'एन एक्सक्लूसिव ग्रोथ इनक्यूबेशन प्रोग्राम' लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य पोस्ट—एमवीपी के बाद स्टार्ट-अप का समर्थन करने या उनके विकास पथ के साथ राजस्व जुटाने में योगदान करना है। दूसरे संस्करण में 15 अत्यधिक नवीन स्टार्ट-अप को मान्यता दी गई, जो सामर्थ्य 1 की तुलना में लगभग 114% की वृद्धि दर्शाता है। चयनित स्टार्ट-अप को इनक्यूबेशन कार्यक्रम के पूरा होने के बाद प्रदान की जाने वाली 15 लाख तक की वित्तीय सहायता से लाभ होगा। आईआईएचएमआर स्टार्ट-अप्स द्वारा बड़े स्तर पर इनक्यूबेशन समर्थन उपलब्ध करवाया जाता है, जिसमें ध्यान जीतने, स्वास्थ्य सेवा और व्यावसायिक ज्ञान बढ़ाने, क्लाइंट कनेक्ट, फंडिंग और आईआईएचएमआर के सहायक नेटवर्क तक पहुंचने पर मार्गदर्शन शामिल है, जिसे संगठन ने अपने अस्तित्व के 40 वर्षों में हासिल किया है। उल्लेखनीय रूप से, पूरे भारत से 200 से अधिक महत्वाकांक्षी स्टार्ट-अप ने इनक्यूबेशन समर्थन के लिए आवेदन किया था। कार्यक्रम ने एप्लीकेशन की एक विविध शृंखला को लुभाया, जिसमें स्वास्थ्य देखभाल में तकनीकी-आधारित नवाचारों पर ध्यान केंद्रित करने वाले उद्यम, स्वास्थ्य देखभाल के लिए एसएएएस-आधारित समाधान, स्वास्थ्य देखभाल में एआर/वीआर अनुप्रयोग, स्वास्थ्य देखभाल में फिनटेक समाधान, मानसिक स्वास्थ्य के लिए वियरेकबल गैजेट और विभिन्न अन्य डोमेन शामिल हैं। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने अगली पीढ़ी के स्वास्थ्य सेवा अग्रदूतों को प्रोत्साहित करने में कार्यक्रम के महत्व पर जोर देते हुए कहा, 'हम सामर्थ्य 2.0 लॉन्च करते हुए इन दूर तक की सोच रखने वाले स्टार्टअप निर्माताओं को सशक्त बनाते हुए रोमांचित हैं। ये ऐसे स्टार्टअप हैं, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को नया आकार दे रहे हैं। निरंतर बदलते माहौल के बीच ऐसे आविष्कारशील स्टार्ट-अप का समर्थन करने से देश को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कमियों से निपटने के लिए सशक्त बनाया जा सकेगा।  आईआईएचएमआर स्टार्ट-अप्स ने अब तक 53 नए उद्यमों को सहायता प्रदान की है, जो स्वास्थ्य देखभाल इकोसिस्टम में नवाचार को बढ़ावा देने और सभी के लिए मजबूत आधार बनाने के लिए आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" स्टार्ट-अप्स ने प्रभावशाली समाधानों की एक विस्तृत शृंखला प्रस्तुत की, जिसमें भारत के दूरदराज के क्षेत्रों के लिए सस्ती डायग्नोस्टिक सेवाओं से लेकर आंखों के उपचार के लिए अत्याधुनिक एआर/वीआर तकनीक और कार्डियोलॉजी में उन्नत एआई-संचालित डायग्नोस्टिक्स, स्मार्ट गर्भावस्था देखभाल और बच्चों में कान से संबंधित समस्याओं का पता लगाने जैसे उपाय शामिल हैं। इसलिए, बहुत सोचसमझ कर तैयार की गई चयन प्रक्रिया के बाद, सबसे अधिक उम्मीद जगाने वाले स्टार्ट-अप को फाइनल पिचिंग राउंड में भाग लेने के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था। चार दिनों तक चले फाइनल पिचिंग राउंड के दौरान एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल ने स्टार्ट-अप का सख्ती से मूल्यांकन किया। भाग लेने वाले स्टार्ट-अप की क्षमता और विविधता वास्तव में असाधारण थी, जो महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों के लिए अभिनव समाधान प्रदर्शित कर रही थी। आईआईएचएमआर स्टार्ट-अप्स के सीईओ पुनीत दत्ता ने दूरदर्शी उद्यमियों का समर्थन करने में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, 'आईआईएचएमआर स्टार्ट-अप्स के माध्यम से इस उभरती शक्ति का समर्थन करने की आईआईएचएमआर फाउंडेशन की यह पहल बहुत महत्वपूर्ण है। यह पहल स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रभावशाली सकारात्मक बदलाव लाने के यूनिवर्सिटी के मिशन के अनुकूल है। मैं डॉ. पी आर सोडानी और आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के पूरे स्टाफ के मजबूत प्रयासों के लिए आभार व्यक्त करता हूं।

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May 7, 2024