State

मातृ दिवस :विद्यांचल मोंटेसरी में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा रेलवे स्टेशन पर काव्य गोष्ठी

खेकड़ा, 16 मई 2024  (यूटीएन)। कस्बे के विद्यांचल मोंटेसरी स्कूल में मदर्स-डे के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। नन्हे मुन्ने बच्चों ने मां की महिमा में कविताएं पढी। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डा शगुन गौड ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया। एंजेल, मिस्टी, काकू, अक्ष, टिन्नी, श्रीधा, दर्श, गोलू, पलक, सोफिया, हयात, दीपू, बोबी, आकांक्षा आदि बच्चों ने मां की प्रशंसा में कविताएं पढ़ी। महक, तपिश बुलबुल,आकाश, सन्नी, पांखुरी,आशू, कन्हैया आदि बच्चों ने विभिन्न गीतों पर समूह नृत्य कर तालियां बटोरी। देश की कई भाषा में मां के सम्बोधन पोस्टर लहराए। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी। प्रबंधन  द्वारा विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गुरलीन, पायल, कोमल, मीनू, चंचल, सोनिया सहित सभी शिक्षिकाएं व अभिभावक मौजूद रहे।   *मातृ दिवस पर काव्य गोष्ठी:लिखा जो मां का नाम, कलम बोली हो गए चारो धाम*   नगर के रेलवे स्टेशन पर अन्तर्राष्ट्रीय मातृ दिवस पर आयोजित काव्य गोष्ठी में कवियों ने मां की महिमा का बखान किया तथा इंसान के जीवन में मां के महत्व को सर्वोपरि बताया।  कवि गजेन्द्र कौशिक की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से हुआ।  मां की महिमा का गुणगान करते हुए कवि कश्यप राजेश राज ने सुनाया, मन में ममता की मूरत महान होती है, मां परमात्मा का दूसरा रूप होती है। कवि सुरेन्द्र जैन ने सुनाया, तुझसे मिला है साहस तुमने ही दिखलाए सपने, मां तुझसे बढकर कोई नही, हो चाहे कितने भी अपने।  कवि दीपक दीपांकर ने सुनाया, कागज पर लिखा जो मैने मां का नाम, कलम बोल उठी हो गए चारों धाम।    कवियत्री वैशाली ने सुनाया, मां संस्कृति है, पिता संस्कार है, मां की गोद में ही सारा संसार है। कवयित्री आराध्या ने सुनाया, मां तूने जन्म दिया धन्यवाद तेरा, आराधना करती है आराध्य तेरा। कवि मंगल नसीम ने सुनाया, अम्मा एक मूर्ति अम्मा एक जरूरत थी, उसकी छाया में बनते थे काम, अम्मा एक शुभ मुहुर्त थी। कवि गजेन्द्र गजानन ने सुनाया, तेरे जाने के बाद ए मेरी मां, तेरी याद में भीगी आंखे तेरे लिए जन्नत की दुआ करती है। गोष्ठी में बडी संख्या में रेलयात्री श्रोता के रूप में मौजूद रहे।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Ujjwal Times News

May 16, 2024

अब आभा कार्ड से मिल जाएगी पूरी हेल्थ कुंडली ,एएनएम व आशा कार्यकर्त्री गांवों में कार्ड बनाने में जुटी

खेकड़ा,16 मई 2024  (यूटीएन)। अब आभा कार्ड की मदद से रोगी के स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी डॉक्टर के सामने होगी, जिसकी मदद से इलाज करने वाले चिकित्सक जान जाएंगे कि, आपको कौन सी बीमारी है और आपने किस दवा का सेवन किया है। एएनएम और आशा गांव गांव भ्रमण कर आभा कार्ड बनाने में जुट गई हैं।   अब आभा कार्ड की वजह से रोगी की केस हिस्ट्री जानने में चिकित्सक को देर नहीं लगेगी। आमजन को इसका लाभ दिलाने के लिए अपना आभा कार्ड बनाए जा रहे हैं। उसके बाद हर नागरिक के पास एक नम्बर रहेगा। इसके बाद जब कभी उस नंबर को लेकर अस्पताल आएंगे ,तो उसके आधार पर इलाज शुरू हो जाएगा।    पहले चरण में यह सुविधा सिर्फ सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। उसके बाद इस सिस्टम से रजिस्टर्ड अस्पताल, जांच-घर, एक्सरे केंद्र, निजी अस्पताल, चिकित्सक, एएनएम भी जुड़ेंगे। यहां तक कि ,इलाज करने वाले चिकित्सक का नम्बर भी इस कार्ड से जुड़ेगा। रेफर करने की स्थिति में हायर सेंटर पर पता चल जाएगा कि, किस चिकित्सक ने इलाज किया और कौन सी दवा चली थी। अब यह अभियान चला कर गांवों में आभा कार्ड बनाए जा रहे हैं।   *आखिर क्या है यह आभा कार्ड?*   आभा हेल्थ कार्ड का पूरा नाम आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट है। यह एक डिजिटल कार्ड है। इसमें आपकी सारी मेडिकल हिस्ट्री और रिकॉर्ड सुरक्षित दर्ज रहेगा। जब आभा कार्ड लेकर चिकित्सक के पास जाएंगे, तो ज्यादा चेकअप नहीं करवाने होंगे। नए चिकित्सक या अस्पताल में जाने पर भी मेडिकल रिपोर्ट्स और चिकित्सक की पर्चियां आदि भी ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।   *क्या बोले सीएचसी अधीक्षक*   सीएचसी अधीक्षक डॉ मसूद अजहर ने बताया कि ब्लड ग्रुप क्या है, कौन कौन सी बीमारी है, अब तक किस-किस चिकित्सक को दिखा चुके हैं; यह सब जानकारी इस कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगी। सभी मेडिकल रिपोर्ट और लैब रिपोर्ट की जानकारी इस आभा कार्ड में दर्ज रहेगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा ऑनलाइन इलाज करवाने वालों लोगों को होगा। बताया कि, धीरे-धीरे चिकित्सक व अन्य मेडिकल सेवा देने वाली संस्थाएं भी आभा के दायरे में आ जाएंगे।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

May 16, 2024

योग एवं आरोग्य निर्माण केंद्र बनाने की कवायद तेज, किसानों व अधिकारियों के मध्य वार्ता जारी

बालैनी, 16 मई 2024  (यूटीएन)। दूसरे दिन भी अधिकारी पहुंचे हरियाखेड़ा गांव ,किसानों के साथ की बैठक। प्रशासन व किसानों के बीच नही बन पा रही सहमति। किसान 30 लाख रुपए पर अड़ लगा रहे, जबकि प्रशासन 10 या 12 लाख रुपए बीघा किसानों की जमीन की बात कह रहे हैं। आज करीब एक बजे प्रशासन के अधिकारी  राजस्व विभाग की टीम फिर पहुंची हरियाखेड़ा गांव में किसानों के साथ की बैठक, लेकिन किसान अपने फैसले पर डटे हुए हैं। बालैनी-पुरा महादेव मार्ग  हरियाखेड़ा गाँव मे पर्यटन विभाग की मुहिम तेज। दूसरे दिन भी विभागीय अधिकारियों ने जमीन अधिग्रहण को लेकर वार्ता व सर्वे।   बता दें कि,पर्यटन विभाग की तरफ से यहाँ 250 एकड़ भूमि में योग एवं आरोग्य केंद्र बनाया जाएगा, जिसके लिये तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने जमीनों का सर्वे का काम दूसरे दिन भी जारी रखा। रविवार  होने के बावजूद राजस्व विभाग की टीम अपनी छुट्टी को दरकिनार कर हरियाखेड़ा गाँव पहुँची और किसानों से बातचीत की।   ऐतिहासिक पुरा महादेव मंदिर के समीप हरियाखेड़ा गाँव में पर्यटन विभाग की तरफ से  250 एकड़ में योग एवं आरोग्य केंद्र बनाने के लिये युद्धस्तर पर कार्य शुरू हो गया है। रविवार को तहसीलदार अजय कुमार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम हरियाखेड़ा गाँव पहुँची और किसानों के साथ बैठक की तथा इसके बाद गाँव के मंदिर में ग्रामीणो के साथ वार्ता कर उनको प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में 24 एकड़ जमीन वन विभाग की 22 एकड़ ग्राम सभा की और 185 एकड़ जमीन किसानों की अधिग्रहण की जाएगी ,जिसके लिये उन्हें मुहावजा दिया जाएगा।साथ ही जो जमीन वन विभाग की ,लोगो ने कब्जा रखी है, उसे भी कब्जा मुक्त कराकर इसे पूरी 250 एकड़ की जाएगी।    *बोले किसान :मजूर नहींं होगा,जमीन का मुआवजा तीस लाख ₹₹ बीघा से कम*   इतने बड़े प्रोजेक्ट के आने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है ,लेकिन किसानों का कहना  है कि, कम रेट पर जमीन नही देंगे । कम से कम 30 लाख रुपए बीघा रेट चाहिए । समाचार लिखे जाने तक प्रशासन की किसानों से वार्ता चल रही है और हर तरफ इसी की चर्चा भी रही है। ग्रामीणो का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के आने से यहां विकास को चार चांद लग जाएंगे और रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

May 16, 2024

दो दिन से विद्युत् पोल मकान की दीवार से अटका, बिजली गायब, नागरिकों द्वारा हंगामा

बडौत,16 मई 2024  (यूटीएन)। नगर के ठाकुरद्वारा मोहल्ले में दो दिन से एक विद्युत पोल मकान पर गिरा पड़ा है तथा बिजली नहीं आ रही है ,लेकिन बिजली विभाग इस संबंध में लापरवाही बरत रहा है। आक्रोशित व प्रभावित नागरिकों ने प्रदर्शन करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ हंगामा व प्रदर्शन किया।    समाजसेवी एड अमित वशिष्ठ के नेतृत्व में मोहल्ले के लोगों ने विद्युत विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया तथा बताया कि, उनके मौहल्ले में 2 दिन से बिजली का पोल टूटा पड़ा है , जो हल्का सा मकान की छत व दीवार का सहारा लेकर टिका है तथा कभी भी बडी दुर्घटना का कारण बन सकता है,मगर विद्युत विभाग ने अभी तक इसकी कोई सुध नहीं ली है। नगर के लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा प्रदर्शन किया।    प्रदर्शन करने वालों में अनिल मुकेश वर्मा अनुज शर्मा गोलू चौधरी अमर वशिष्ठ रवि रूबी चौधरी अनु चौधरी गोविंद चौधरी चेतन लाल राम अवतार श्रीनिवास अतुल सभासद नरेश चौधरी के अलावा काफी संख्या में नगर के लोग मौजूद रहे।    स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

May 16, 2024

रबी फसल सर्वेक्षण कार्य में लगें 246 कर्मचारियों को मिला 16 लाख 54 हजार 370 ₹ मानदेय

बागपत,15 मई 2024  (यूटीएन)। कृषि विभाग की एग्रीस्टैक योजना के तहत हर खेत में बोई जाने वाली फसलों के सटीक आंकड़े जुटाने के लिए डिजिटल क्रॉप सर्वे शुरू किया गया। इसी क्रम में रबी सीजन की फसलों की बुवाई जनवरी से शुरू होने के साथ ही जिले में सर्वे कार्य ने गति पकड़ी।    जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ,विभिन्न विभागों के समन्वय से 219762 गाटो के सर्वे कार्य को समय से पूरा किया गया, जिसके लिए सर्वे में जुटे कुल 246 कर्मचारियों को सर्वे पूरा करने के लिए मानदेय के रूप में कुल 16 लाख 54 हजार 370 रुपए का भुगतान हुआ।   जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव ने बताया कि, किसानो को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए विभाग द्वारा एग्रीस्टैक योजना संचालित कर ई-पड़ताल की कवायद को आगे बढ़ाया गया है। इसमें मोबाइल एप 'एग्री स्टैक' के माध्यम से हर खेत में लगी फसल का सर्वे किया जाता है ,ताकि उत्पादन के सटीक आकलन के साथ साथ आपदा एवं अन्य विषम परिस्थितियों में किसानों को क्षतिपूर्ति भी समय से दी जा सके।    जनपद बागपत में रबी की बुवाई शुरू होने के साथ ही सर्वे शुरू किया गया।था। सर्वे कार्य को समय से पूरा करना चुनौती थी ,लेकिन अन्य विभागों के कर्मचारियों का सहयोग मिला, जिसमें राजस्व विभाग से 64, पंचायती राज विभाग से 97, कृषि विभाग से 34 और गन्ना विभाग से 51 कर्मचारियों ने योगदान देने में रुचि दिखाई। कर्मचारियों को डिजिटल सर्वे करने का प्रशिक्षण देते हुए सभी 246 कर्मचारियों को फील्ड पर सर्वे करने के लिए भेजा गया। कर्मचारियों ने कृषि विभाग के कार्य में विशेष रुचि ली और सर्वे को अपेक्षित समय में पूरा किया।    सर्वे में जुटे प्रत्येक कर्मचारी को इंटरनेट के लिए 750 रुपए और पावरबैंक के लिए 1000 रुपए का भुगतान किया गया। साथ ही मानदेय के रूप में कुल 16 लाख 54 हजार 370 रुपए मानदेय का भुगतान सीधे खाते में जाएगा । राजस्व विभाग के कर्मचारियों को 550210, पंचायती विभाग के कर्मचारियों को 483270, कृषि विभाग के कर्मचारियों को 293000 तथा गन्ना विभाग के कर्मचारियों को 327890 रुपये मानदेय का भुगतान हुआ। कर्मचारियों को आगामी सीजन में भी फसल सर्वेक्षण का कार्य सौंपा जाएगा।    *यह है सर्वे का विशेष लाभ* इसकी मदद से विभाग, न केवल उत्पादन का सटीक आकलन कर पाता है, बल्कि आपदा आदि में फसल की क्षति होने पर किसानों को क्षतिपूर्ति भी समय से दी जा सकती है। इसके साथ ही डिजिटल फसल सर्वे का उद्देश्य किसानों के लिए सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट,स्थानीयकृत और विशिष्ट सलाह, बाजारों तक सुविधाजनक पहुंच बनाना, हितधारकों द्वारा विभिन्न किसान और कृषि-केंद्रित लाभदायी योजनाएं बनाना व उन्हें लागू करने की प्रक्रिया को आसान बनाना है।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |  

admin

May 15, 2024

बिन बताए वो हर बात जान लेती है मां तो मां है मुस्कुराहटो में गम पहचान लेती हैं हैप्पी मदर्स डे

डिंडोरी,15 मई 2024  (यूटीएन)। मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। यह दिन हर मां को समर्पित है। मां एक शिशु को जन्म ही नहीं देती, बल्कि उनका लालन पालन और जीवन संवारती है। मातृत्व का फर्ज निभाते हुए कई बार महिला अपने अस्तित्व को भूल जाती है। वह अपनी पसंद-नापसंद को भूल बच्चे को संभालने और स्नेह देने में व्यस्त हो जाती है। सुबह उसे नींद से जगाने, स्कूल-कॉलेज के लिए तैयार करने, पढ़ाने, खेलने में उसका साथ देने, उसकी सेहत का ख्याल रखने और रात में उसे लोरी गाकर सुलाने तक की जिम्मेदारी को बखूबी निभाती है।    बच्चो के  लिए धरती पर मां ही भगवान होती हैं पर एक बच्चा हर दिन मां को उनके स्नेह के लिए आभार नहीं दे पाता। ऐसे में मदर्स डे के तौर पर एक खास दिन मनाते हैं। इस दिन बच्चे अपनी मां को खास महसूस कराते हैं। इसके लिए वह मां को तोहफे देकर शुक्रिया कहते हैं।   मां के लिए कुछ खास करके जैसे उन्हें घुमाने ले जाना, गिफ्ट देना या एक दिन उनके नाम करना ही काफी नहीं। उन्हें अपने दिल की बात शब्दों में जाहिर करें। मदर्स डे के मौके पर कुछ पंक्तियां कहें। अगर कोई पार्टी रखी है या स्कूल में मदर्स डे सेलिब्रेशन है तो मां के लिए सुंदर सी स्पीच तैयार करें। मदर्स डे की स्पीच ऐसी होनी चाहिए जिसे सुन मां का दिल खुश हो जाए। वह आप पर गर्व महसूस करें और ढेर सारा प्यार आप पर लुटाएं।   मध्य प्रदेश,धर्म सिंह ठाकुर.

Ujjwal Times News

May 15, 2024

बाबा शाहमल की शहादत के बाद खेकड़ा के सूरज ने संभाली थी कमान

खेकडा,15 मई 2024  (यूटीएन)। क्रांति दिवस हो ओर खेकडा के सूरज चौधरी को याद ना किया जाए, ये हो ही नही सकता। बाबा शहामल की शहादत के बाद खेकडा के चौधरी सूरजमल ने आंदोलन की कमान सम्भाली थी। अंग्रेज अफसरों की पत्नियों को बंधक बनाकर खेतों में काम कराया था। बाद में अंग्रेजों ने उनको गिरफतार कर फांसी दे दी थी। खेकडा का इतिहास क्रांतिकारी रहा है। यहां के लोगों ने अंग्रेज हुकूमत के खिलाफ उठी क्रांतिकारियों की आवाज के साथ अपना सुर मिलाया था। बेगम समरू की मौत के बाद अंग्रेजों के खिलाफ बागपत में क्रान्ति की मशाल जलाने वाले बाबा शाहमल की शहादत से एक ज्वाला फूट पडी थी।   बाबा की शहादत का बदला लेने के लिए  खेकड़ा के चौधरी सूरज मल ने बागियों का नेतृत्व कर फिरंगियों के दांत खट्टे कर दिए थे। बागियों ने अग्रेज अफसरों की पत्‍नियों को बंधक बनाते हुए उनसे खेतों में काम भी कराया था। इसी दौरान एक मुकाबले में सूरजमल अंग्रेजों के हत्थे चढ़ गए और फांसी पर लटका दिए गए।सूरज मल की शहादत की कहानियां बडे बूढे बच्चों को सुनाते रहे हैं।   *16 परिवारों का था कुनबा*   चौधरी सूरजमल कस्बे की पट्टी चक्रसैनपुर के रहने वाले किसान थे। इतिहासविद डा जगदीश कुमार के अनुसार, उनका सोलह परिवार का बड़ा कुनबा था, जिसके वह मुखिया थे।   *किसानों पर लादे थे कर*   बेगम समरू के शासन में इस कुनबे की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत थी। बेगम समरू की मौत के बाद कंपनी शासन आया, तो किसानों पर करों का भारी बोझ लाद दिया गया। इसके विरुद्ध सूरज मल ने बगावत शुरू कर दी थी। *बाबा शाहमल के सहयोगी रहे*   1857 के विद्रोह में वह बाबा शाहमल के प्रमुख सहयोगी रहे। शाहमल की शहादत के बाद उन्होंने किसानों को एकत्र कर अंग्रेजों के खिलाफ हल्ला बोल दिया था।   *अनेक गोरी मेम बनायी थी बंधक , कराया था खेतों में काम*   कस्बे के ऐतिहासिक बीबीसर तालाब पर उन्होंने बंधक बनाई गयी ब्रिटिश अफसरों की पत्‍नियों से खेतों पर काम कराया था। अग्रेजों के हमले के बाद मुकाबला करते हुए उन्होंने एक दर्जन से अधिक अंग्रेज सैनिकों को मार डाला था, लेकिन शहीदों की याद दिलाने वाले कस्बे के ऐतिहासिक बीबीसर तालाब पर शहीदों की याद में कोई स्मारक आज तक नहीं बन पाया।   *इनकों हुई थी फांसी*   अंग्रेज अफसरों ने योजनाबद्ध तरीके से हमला कर सूरज मल समेत इनके कुनबे के सुरता, हरसा, राजे और भरता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी जमीन मकान आदि कुर्क कर सभी को बागी घोषित करते हुए फांसी की सजा सुनाई गई।तब से मोहल्ला चक्रसेनपुर बागियों की पट्टी कही जाने लगी थी तथा माली हालत भी बदतर हो गई थी।    *महारम पहलवान ने कराई थी सजा माफ*   फांसी देने से पूर्व नगर के प्रसिद्ध महारम पहलवान को अंग्रेजों के गायब दो बच्चे मिल गए और उन्होंने बच्चे लौटाने के एवज में सभी की फांसी की सजा माफ करने की मांग की। अंग्रेज अफसरों ने अन्य सभी की फांसी तो माफ कर दी, लेकिन सूरजमल की मौत से सजा माफ करने को इंकार कर दिया था।   *बोली एसडीएम*   एसडीएम ज्योति शर्मा ने बताया कि, क्रांति के समय खेकड़ा का गौरवशाली इतिहास रहा है। जांच कराकर इन सभी ऐतिहासिक तथ्यों का पता लगाया जाएगा। कस्बे में कहीं भी शहीदों की याद दिलाने वाले स्थल मिलेंगे, तो उनका सौन्दर्यकरण कराया जाएगा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

May 15, 2024

कु रिया व कु तनु को मिला उषा गुप्ता अवार्ड,नियमित पढ़ाई ही सफलता की कुंजी :अभिमन्यु गुप्ता

बागपत,15 मई 2024  (यूटीएन)। अग्रवाल मंडी टटीरी स्थित वैदिक कन्या इंटर कॉलेज के लाला देवकरण दास हाल में आयोजित सम्मान समारोह में कु रिया शर्मा को इंटर में तथा कु तनु को हाई स्कूल में सर्वोच्च स्थान लाने पर एवार्ड देकर सम्मानित किया गया।    बता दें कि,कॉलेज की पूर्व प्रधानाचार्या स्व श्रीमती उषा गुप्ता की स्मृति में उनके पुत्र डा देवेश गुप्ता एवं आशीष गुप्ता की ओर से यह पुरस्कार दिया जाता है, जिसमें प्रतिवर्ष 5100 ×2 पुरस्कार दिए जाते हैं। आज उषा गुप्ता सम्मान से प्रसिद्ध समाजसेवी एवं दृष्टि दूत अभिमन्यु गुप्ता, डॉ देवेश गुप्ता  प्रधानाचार्य श्रीमती गायत्री वर्मा व चौ प्रेम सिंह द्वारा सम्मानित किया गया।    इस अवसर पर अभिमन्यु गुप्ता ने छात्राओं को बधाई देते हुए दोनों छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया और छात्राओं से नियमित पढ़ाई कर आगे बढ़ने का आह्वान किया। डॉ देवेश गुप्ता ने कहा कि, कड़ी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है । इस दौरान उन्होंने अगले वर्ष से कक्षा 6 से 11 तक के प्रथम आने वाली छात्राओं प्रत्येक को भी ₹ 1100 की राशि से सम्मानित करने की घोषणा की।    कालेज प्रधानाचार्य गायत्री वर्मा ने छात्राओं को प्रोत्साहन राशि एवं सम्मान पत्र देने के लिए डॉ देवेश गुप्ता एवं परिवार का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्रीमती सविता सैनी, श्रीमती मंजू लता, श्रीमती सुमन, श्रीमती प्रतिमा श्रीमती मिथिलेश सचिन कुमार श्रीमती बाला सहित कालेज की छात्राएं भी उपस्थित रही।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

Ujjwal Times News

May 15, 2024

ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी ने बतायी जीवन को खुशनुमा बनाने की कला

बागपत, 15 मई 2024  (यूटीएन)। जनपद बागपत के बड़ौत शहर में प्रजापिता ब्रहमा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू और महामहिम राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी ने जीवन को खुशनुमा बनाने की कला सिखायी। दीदी के ऋषभदेव सभागार पहुॅचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। दीदी को सुनने के लिए जनपद बागपत सहित दिल्ली एनसीआर से आयी धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक, प्रशासनिक, शैक्षिक आदि विभिन्न क्षेत्रों की जुड़ी हजारों सम्मानित हस्तियां उपस्थित थी। ब्रहमा कुमारी गीता दीदी बागपत ने मंच का संचालन करते हुए उपस्थित लोगों को प्रजापिता ब्रहमा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व ओमशान्ति के बारे में विस्तार से बताया। ब्रहमाकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि हमारी जीवन शैली सकारात्मक होनी चाहिए, उसमें तनिक भी नकारात्मकता नही होनी चाहिए। कहा कि हमको ना तो किसी में कोई बुराई ढूढंनी है और ना ही किसी की कोई बुराई करनी है।   कहा कि नकारात्मक सोच से मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में कमी आती है। कहा कि हर पल अच्छे विचारों को ग्रहण करें। रात को सोने से पहले सभी नकारात्मक विचारों को त्याग कर सोये। सुबह उठने के बाद परम पिता परमेश्वर का ध्यान करे और जीवन को सकारात्मक बनाने का संकल्प ले।   इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण राज्य मंत्री केपी मलिक, उपजिलाधिकारी बड़ौत अमर चन्द वर्मा, नेशनल अवार्डी व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, वंदना गुप्ता, ममता, विकास गुप्ता, रजनीश जैन, डाक्टर मनोज बिश्नोई, अनिल अरोड़ा, मेघा मित्तल, ब्रह्मा कुमारी पल्लवी दीदी बागपत, ब्रह्मा कुमारी सरिता दीदी बागपत, खण्ड़ विकास अधिकारी बड़ौत ज्योति चावला, नगर पालिका परिषद बड़ौत की अध्यक्षा बबीता तोमर, तीर्थंकर ऋषभदेव सभागार समिति बड़ौत के अध्यक्ष धनकुमार जैन, महामंत्री धनेन्द्र कुमार जैन, हरपाल वर्मा, आनन्द वर्मा, सुनील अरोड़ा, मोहिनी दीदी, डाक्टर मनीष तोमर, सुनील, दिगम्बर जैन कॉलिज बड़ौत के प्रधानाचार्य डाक्टर विरेन्द्र सिंह, ब्रहमा कुमारी प्रवेश, उमा, सीमा, संगीता, कला, ऊषा, ललीता, संतोष, अनेकों डाक्टर, स्कूल व कॉलिजों के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण, विद्यार्थीगण, वकील, व्यापारी वर्ग के हजारों लोग उपस्थित थे।   बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

Ujjwal Times News

May 15, 2024

हरे पौधों से धरती का श्रृंगार हेतु जिले को मिला 1 करोड 42 लाख से अधिक का लक्ष्य, बैठक में जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

बागपत, 09 मई 2024  (यूटीएन)। वर्ष 2024-25 में पौधारोपण के लिए जनपद को मिला 1 करोड 42 लाख से अधिक का लक्ष्य। इसबार जिले के प्रमुख व प्राचीन स्थलों पर भी होगा पौधारोपण। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को पौधारोपण की तैयारी हेतु शत प्रतिशत गड्ढा खुदान का कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश।साथ ही वन महोत्सव को जन आंदोलन के रूप में मनाये जाने व सभी संबंधित विभागों को लक्ष्य के सापेक्ष वृक्षारोपण करने के दिए निर्देश। इसबार हरे पौधों से धरती का़ होगा श्रृंगार।    जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को वृक्षारोपण जन आंदोलन के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए । उन्होंने कहा जनपद बागपत में 1,420,100 पौधे रोपित किए जाने हैं जिससे धरती को हरित श्रृंगार में सजाया जाएगा। कहा ,वन महोत्सव को जन आंदोलन के रूप में प्रत्येक जनपद में मनाए जाने का कार्य चल रहा है । जनपद में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा।    उन्होंने कहा, जिन विभागों को वन विभाग द्वारा जो लक्ष्य दिया गया है उसके सापेक्ष वृक्षारोपण करें ,साथ ही जिन स्थानों पर गड्ढा खुदान का कार्य किया गया है ,उन सभी की जियो टैगिंग की जाए  कोई भी विभाग वृक्षारोपण में अपनी उदासीनता न दिखाएं ,कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करें । निर्देश दिए कि समस्त विभाग शत प्रतिशत गड्ढा खुदान का कार्य पूर्ण कर लें, किसी भी विभाग की प्रगति शून्य नहीं होनी चाहिए।    जनपद के पौधारोपण लक्ष्य 1 करोड 42 लाख से अधिक का है, जिसमे 26 विभागों को उनके लक्ष्य के बारे में बताया गया। इनमें सर्वाधिक लक्ष्य वाले विभागों में ग्राम्य विकास विभाग (6,38,000), वन विभाग (2,04100). कृषि विभाग (1,24,000), उद्यान विभाग (76,000) राजस्व विभाग (52,000) पंचायती राज्य विभाग (73,000).  पर्यावरण विभाग ( 52,000), उच्च शिक्षा (20,000) नगर विकास विभाग (20000) शामिल हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्पेस के अनुसार पौधे लगाए जाएं ।   जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सभी एसडीएम, तहसीलदार को जिले में नगर वन,नगर वाटिका, नदियों के किनारे एवं अन्य सभी प्रमुख स्थलों पर वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए तथा वृक्षारोपण के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, वृक्षारोपण से सामान्य जन एवं वन्य जीवों को फल, भोजन, लकडी, शुद्ध हवा आदि प्राप्त होती है।   वातावरण प्रदूषण पर नियंत्रण एवं तापमान कम रहता है तथा मिट्टी क्षरण एवं प्रदूषण भी नियन्त्रित होता है। अतः एनसीआर क्षेत्र में वृक्षारोपण से बहुआयामी लाभों को देखते हुए सभी विभाग इस कार्य को अपनी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल करें।   बैठक का संचालन प्रभागीय वन अधिकारी राजेश कुमार द्वारा किया गया।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा ,मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर सिंह ,एसडीएम , तहसीलदार  जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अधीक्षण अभियन्ता आदि सम्मिलित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

admin

May 10, 2024