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Sports
निजी जीवन में भी योद्धा हैं विनेश फोगाट, संघर्षों से भरा रहा करियर
नई दिल्ली, 08 अगस्त 2024 (यूटीएन)। भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को संन्यास का एलान कर दिया। बुधवार को उन्हें महिलाओं की 55 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर कर दिया गया था। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। माना जा रहा था कि विनेश का पदक पक्का हो गया है,लेकिन उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया। विनेश के इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा है। वह सिर्फ कुश्ती के मैट पर नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी एक योद्धा रही हैं। पिछले एक-डेढ़ साल में विनेश का नाम काफी चर्चा में रहा है। सिर्फ पदक जीतने के मामले में नहीं, बल्कि विवादों से भी उनका नाता रहा है *1994 में हुआ था विनेश का जन्म* विनेश ने बड़े-बड़े टूर्नामेंट में देश का नाम रोशन किया। ओलंपिक पदक लाने से पहले उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा एशियाई खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में तिरंगा लहराया है। 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गांव में विनेश फोगाट का जन्म हुआ। विनेश का जन्म भारत के सबसे प्रसिद्ध कुश्ती परिवार में हुआ। विनेश के ताऊ महावीर सिंह ने फोगाट बहनों को बहुत कम उम्र से ही इस खेल से परिचय करा दिया था। विनेश भी अपनी चचेरी बहनों गीता फोगाट और बबीता कुमारी के नक्शेकदम पर चल पड़ीं। महज नौ साल की उम्र में विनेश के पिता का अचानक निधन हो गया था। विनेश के ताऊ जी ने अपनी बेटियों विनेश को भी कुश्ती सिखानी शुरू की। लड़कियों को पहलवानी सिखाने पर फोगाट परिवार को समाज में ताने दिए जाते थे, लेकिन किसी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। *मुश्किल ट्रेनिंग करती थीं विनेश* विनेश को ट्रेनिंग के लिए सुबह साढ़े तीन बजे उठकर जाना पड़ता था। बचपन से ही बिना ट्रेनिंग के घंटों की गिनती किए बिना लगातार प्रैक्टिस करती थीं। गलती होने पर मार भी पड़ती। ट्रेनिंग के बाद वह स्कूल भी जाती, जहां थकान के कारण वह क्लासरूम में सो जाया करती थीं। बाल लंबे करने की इजाजत उन्हें नहीं थी, क्योंकि विनेश के ताऊ जी को लगता था कि लंबे बार ध्यान भटका सकते हैं। *विनेश फोगाट का करियर* 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में विनेश फोगाट ने अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। उन्होंने स्वर्ण जीता तो ओलंपिक खेलों में कदम रखने के लिए आत्मविश्वास बढ़ा। फिर 2016 रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। हालांकि, उस दौरान वह पदक जीतने से चूक गईं, लेकिन इसके बाद उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण हासिल किया नूर सुल्तान में पहला विश्व चैंपियनशिप पदक हासिल किया और इससे पहले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर सभी को हैरान कर दिया। 2021 एशियाई चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो ओलंपिक का हिस्सा बनीं। साथ ही राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगातार तीसरी बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। विनेश फोगाट तीन राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। *पिछले साल खेल प्रणाली के खिलाफ किया था आंदोलन* पिछले साल यानी 2023 में 18 जनवरी को जब विनेश समेत भारत के कुछ दिग्गज पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे तो पूरा देश हिल गया। महिला खिलाड़ियों ने तब कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मामला बढ़ा तो बृजभूषण को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव का एलान हुआ और बृजभूषण के करीबी संजय सिंह 21 दिसंबर को अध्यक्ष चुने गए। संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही विनेश की साथी पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का एलान कर दिया। उनके बाद बजरंग पूनिया ने पद्मश्री लौटा दिया और पैरा पहलवान वीरेंद्र सिंह (गूंगा पहलवान) ने भी पद्मश्री लौटाने की बात की। इसके बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया। तदर्थ समिति बनाई गई तो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया। हालांकि, संजय सिंह को पहलवान अध्यक्ष मानने को तैयार हुए और आईओसी ने निलंबन हटा लिया। हालांकि, बृजभूषण पर आरोप तय होने के बाद सजा नहीं मिली तो विनेश ने भी खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटाने का एलान कर दिया। *चयन ट्रायल को लेकर भी हुआ था बवाल* इसके बाद ओलंपिक चयन ट्रायल को लेकर भी खूब बवाल हुआ। किन्हें दिया जाएगा। अंतिम पंघाल भारत का उभरता सितारा साबित हुईं। ऐसे में विनेश को अपना मूल भारवर्ग 53 किलोग्राम छोड़ना पड़ा और वह भार घटाकर 50 किलोग्राम कैटेगरी में आ गईं। हालांकि, बवाल यहीं तक नहीं रुका। कौन सी एथलीट जाएगी और कौन नहीं, इसको लेकर कुश्ती संघ को फैसला करना था और उन्होंने ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले एथलीट्स के लिए दो चयन ट्रायल रखवाए। हालांकि, बाद में कुश्ती संघ ने चयन ट्रायल रद्द कर दिया और इस तरह विनेश ही ओलंपिक में उतरीं। हालांकि, आंदोलन में शामिल होने के कारण कहा गया कि उनकी तैयारी अच्छी नहीं है। विनेश हमेशा कहती रहीं कि उनका सपना भारत को ओलंपिक पदक दिलाना रहा है। अब उन्होंने ऐसा कर दिखाया है और हर एक भारतीय को गौरवान्वित किया है। सात अगस्त को वह स्वर्ण पदक जीतने उतरेंगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Aug 8, 2024
साइक्लिंग खेल अकैडमी के लिए चयन चार अगस्त को होगा
कालका, 03 अगस्त 2024 (यूटीएन)। फेडरेशन ऑफ़ इंडिया व हरियाणा राज्य साइकिलिंग संघ द्वारा प्रतिभा पहचान कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत 4 अगस्त को सुबह 8 बजे से कालका स्टेडियम में ट्रायल आयोजित किए जाएंगे 1जिसमें लड़के-लड़कियां 12 से 14 वर्ष भाग ले सकते हैं। यह जानकारी हरियाणा राज्य साइकिलिंग संघ के महासचिव नीरज तंवर ने दी। उन्होंने बताया कि प्रतिभा पहचान यह कार्यक्रम पूरे हरियाणा में चलाया जा रहा है1 जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को खेलों से जोड़ना है। महासचिव ने बताया कि हरियाणा के सभी जिलों से खिलाड़ियों का चयन ट्रायल के माध्यम से किया जाएगा और चयनित खिलाड़ियों को दिल्ली में अंतिम ट्रायल के लिए भेजा जाएगा। यह ट्रायल सभी जिलों से 2010, 2011, 2012, में जन्मे लड़के व लड़कियां 12 से 14 वर्ष भाग ले सकते हैं। ट्रायल में एथलीट को स्टैंडिंग ब्रोड जम्प हाई जंप वर्टिकल और लड़कों के लिए 1600 m लड़कियों के लिए 800 मीटर की दौड़ करवाई जाएगी भाग लेने वाले इच्छुक खिलाड़ी आधार कार्ड आयु प्रमाण पत्र चार पासपोर्ट साइज फोटो साथ लेकर चार अगस्त को कालका स्टेडियम में रिपोर्ट करें। हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।
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Aug 3, 2024
भारतीय बोकिया खिलाड़ियों ने "वर्ल्ड बोकिया चैलेंजर 2024 मिस्र" 1 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक जीते
नई दिल्ली, 24 जुलाई 2024 (यूटीएन)। बोकिया एथलीटों ने काहिरा में आयोजित प्रतिष्ठित "वर्ल्ड बोकिया चैलेंजर 2024 मिस्र" प्रतियोगिता में पाँच अंतर्राष्ट्रीय पदक हासिल करके एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। बोकिया इंडिया के अतिरिक्त अध्यक्ष अशोक बेदी और बोकिया इंडिया के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह धालीवाल के नेतृत्व में टीम ने असाधारण कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए देश को सम्मान दिलाया। हिमाचल प्रदेश की अंजलि देवी ने महिला बोकिया श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर एक बेहतरीन प्रदर्शन किया। दिल्ली के सचिन चमारिया और गायत्री हुड्डा ने भी क्रमशः पुरुष बीसी3 और महिला बीसी1 श्रेणियों में रजत पदक हासिल करके भारत की सफलता में योगदान दिया। इसके अलावा, सरिता द्विवेदी और गोविंद भाई ने BC3 महिला और बीसी2 पुरुष वर्ग में कांस्य पदक जीते, जो अनुकूली खेलों में भारत की बढ़ती प्रमुखता को रेखांकित करता है। बोकिया इंडिया के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह धालीवाल ने टीम की शानदार उपलब्धियों पर खुशी जताते हुए कहा, "हमें 'वर्ल्ड बोकिया चैलेंजर 2024 मिस्र' में अपने बोकिया खिलाड़ियों के असाधारण प्रदर्शन पर बेहद गर्व है। उनके समर्पण और प्रतिबद्धता ने वैश्विक मंच पर भारत को गौरव दिलाया है। यह सफलता कई लोगों को बोकिया को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे एक स्वस्थ और अधिक सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा मिलेगा।" 2016 में स्थापित बोकिया इंडिया ने चुनौतियों के बावजूद पूरे देश में खेल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संगठन के प्रयासों ने, इसके खिलाड़ियों और सहयोगी कर्मचारियों के समर्पण के साथ, "वर्ल्ड बोकिया चैलेंजर 2024 मिस्र" जैसी उल्लेखनीय उपलब्धियों का मार्ग प्रशस्त किया है। यह सफलता बोकिया इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने के उनके संकल्प को मजबूत करती है। भविष्य की ओर देखते हुए, भारतीय बोशिया टीम ओलंपिक खेलों सहित भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए कठोर प्रशिक्षण और तैयारी पर केंद्रित है। उनकी लचीलापन और उत्कृष्टता की खोज देश भर के एथलीटों के लिए प्रेरणा की किरण के रूप में काम करती है। खेल उपलब्धियों से परे, बोशिया सभी क्षमताओं वाले व्यक्तियों के लिए शारीरिक गतिविधि, मानसिक चपलता और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देते हुए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। बोशिया इंडिया देश भर में व्यक्तियों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ाने के लिए समावेशिता को बढ़ावा देना और खेलों की शक्ति का लाभ उठाना जारी रखता है। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 24, 2024
स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में जीते पांच स्वर्ण पदक, एसपी विजयवर्गीय ने किया उत्साहवर्धन
बिनौली,18 जुलाई 2024 (यूटीएन)। दिल्ली में हुई यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में बिनौली राईफल क्लब के प्रतिभावान निशानेबाजों ने दो स्वर्ण सहित कई पदक जीते। विजेता निशानेबाजों का मंगलवार को एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने उत्साहवर्धन किया। बिनौली राईफल क्लब के कोच सचिन कौशिक ने बताया दिल्ली की डा कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर चार से 14 जुलाई तक 47 वी यूपी स्टेट शूटिंग चैंम्पियनशिप हुई थी ,जिसमें दस मीटर एयर पिस्टल(एनआर) जूनियर पुरुष वर्ग स्पर्धा में अभिराज तोमर ने स्वर्ण पदक जीता ,जबकि एयर पिस्टल (एनआर) टीम स्पर्धा में अभिराज ने सागर तोमर व जयंत तोमर के साथ स्वर्ण पदक जीता । वहीं अभिराज ने शिवम राणा व हर्ष उज्ज्वल के साथ दस मीटर एयर पिस्टल जूनियर पुरुष वर्ग टीम का भी स्वर्ण पदक जीता। इसी प्रतियोगिता में दस मीटर एयर पिस्टल आईएसएसएफ यूथ वर्ग में अभय धामा ने रजत तथा सब यूथ वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। अभय धामा ने मनु तोमर व उदित धामा दस मीटर एयर पिस्टल (आईएसएसएफ) जूनियर वर्ग टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक जीता। पदक विजेता नवोदित निशानेबाजों का एसपी बागपत अर्पित विजयवर्गीय ने अपने कार्यालय में उत्साहवर्धन किया। संवाददाता, मनोज कलीना।
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Jul 18, 2024
चैंपियंस ट्रॉफी:पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया
नई दिल्ली, 11 जुलाई 2024 (यूटीएन)। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में होना है. टीम इंडिया के इस टूर्नामेंट के लिए पाक जाने की संभावना नहीं है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इसको लेकर आईसीसी से बात करेगा। इस बार चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाईब्रीड मॉडल के तहत हो सकता है। टीम इंडिया के मैच दुबई या श्रीलंका में आयोजित हो सकते हैं। इससे पहले एशिया कप में भी ऐसा ही हुआ था। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल पाकिस्तान में होना है और इसके लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। इस बात पर सभी की नजरें है कि भारतीय टीम इस टूर्नाीमेंट के लिए पड़ोसी देश की यात्रा करेगी या नहीं? भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आधिकारिक रूप से इस बारे में कुछ भी नहीं कहा है, लेकिन बताया जा रहा है कि टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी। *श्रीलंका या दुबई में मैच कराने की मांग कर सकता है बीसीसीआई* भारतीय टीम के अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना बेहद कम है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई आईसीसी से मुकाबले दुबई या श्रीलंका में कराने के लिए कह सकता है। मालूम हो कि इससे पहले, पिछले साल एशिया कप का आयोजन भी हाईब्रिड मॉडल के तहत हुआ था जिसमे भारत के सभी मैच श्रीलंका में कराए गए थे। बीसीसीआई सूत्र ने कहा, इस बात की संभावना कम है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करेगी, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय सरकार लेगी। ऐसे में हाईब्रिड मॉडल पर काम किया जाएगा। एशिया कप की तरह ही भारत अपने मुकाबले में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) या श्रीलंका में खेल सकता है। हालांकि, आईसीसी इस बारे में फैसले लेगी, लेकिन फिलहाल हम इस बारे में ही सोच रहे हैं। देखते हैं कि भविष्य में चीजें किस तरह से आगे बढ़ती है। फिलहाल लग रहा है कि यह हाईब्रिड मॉडल के आधार पर ही खेला जाएगा। *पाकिस्तान ने शुरू कर दी है तैयारी* पीसीबी ने इस टूर्नामेंट के लिए तैयारियों शुरू कर दी है, जबकि आईसीसी ने इसके लिए विंडो तलाशना भी शुरू कर दिया है। पीसीबी ने कराची, लाहौर और रावलपिंडी में अपने स्टेडियमों की मरम्मत के लिए लगभग 17 अरब रुपए आवंटित किए हैं। पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने बोर्ड के सदस्यों को बताया था कि चैंपियंस ट्रॉफी पूरी तरह से पाकिस्तान में आयोजित की जाएगी और इस महीने के अंत में कोलंबो में होने वाली आईसीसी की वार्षिक बोर्ड बैठक में इस पर आगे चर्चा की जाएगी। *बीसीसीआई के फैसले पर टिकी नजर* 1996 के बाद पहली बार पाकिस्तान किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, हालांकि उसने 2008 में पूरे एशिया कप की मेजबानी की थी और पिछले साल भी इसी टूर्नामेंट के कुछ मैच अपनी सरजमीं पर कराए थे। बीसीसीआई को अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि करनी है कि वह राष्ट्रीय टीम को आईसीसी टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान भेजेगा या नहीं। बोर्ड के इस फैसले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। *भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं हो रही द्विपक्षीय सीरीज* भारत और पाकिस्तान के बीच 2012-13 सीजन के बाद से अबतक द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है। भारतीय टीम 2008 के बाद से कभी पाकिस्तान के दौर पर भी नहीं गई है। पिछले साल तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि भारत पाकिस्तान के साथ तब तक द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज शुरू नहीं करेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद बंद नहीं कर देता। *सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट में खेलती हैं दोनों टीमें* भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट में ही एक दूसरे का सामना करती हैं। पिछले महीने न्यूयॉर्क में दोनों टीमों के बीच टी20 विश्व कप के ग्रुप चरण का मुकाबला खेला गया था जिसमे भारत ने जीत दर्ज की थी। इससे पहले, 2023 में भारत में हुए वनडे विश्व कप में भी भारत ने ग्रुप चरण के मुकाबले में पाकिस्तान को हराया था। पाकिस्तान ने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय टीम को मात दी थी। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में खिताब का बचाव करने उतरेगा। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
admin
Jul 11, 2024
आईसीसी अवॉर्ड्स में भारत का डबल धमाका; जसप्रीत बुमराह-स्मृति मंधाना बने जून महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2024 (यूटीएन)। टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कप्तान रोहित शर्मा को पछाड़ते हुए जून महीने के आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत लिया। रोहित ने इस मामले में ना सिर्फ रोहत, बल्कि अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज को भी पीछे छोड़ा। वहीं, महिला वर्ग में भारतीय उपकप्तान स्मृति मंधाना विजेता बनकर उभरीं। *टी20 विश्व कप में किया था दमदार प्रदर्शन* बुमराह ने हाल ही में संपन्न हुए टी20 विश्व कप में 15 विकेट झटके थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। इस 30 वर्षीय गेंदबाज ने वैश्विक टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया था और 8.26 के औसत तथा 4.17 की इकॉनोमी रेट से गेंदबाजी की थी। भारत पहली टीम बनी थी जिसने टूर्नामेंट में बिना कोई मैच गंवाए टी20 विश्व कप का खिताब जीता था। भारतीय टीम का कनाडा के खिलाफ ग्रुप चरण का मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ा था, लेकिन रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ने सभी आठ मुकाबले जीते थे। यह मेरे लिए विशेष उपलब्धि' बुमराह ने आईसीसी के हवाले से कहा, मैं जून महीने का आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवॉर्ड जीतकर काफी अभिभूत हूं। अमेरिका और वेस्टइंडीज में यादगार दिनों के बाद यह मेरे लिए विशेष उपलब्धि है। एक टीम के रूप में हमारे पास जश्न मनाने के लिए बहुत कुछ है और मुझे इस व्यक्तिगत उपलब्धि पर काफी खुशी हो रही है। प्रदर्शन करना और साथ ही ट्रॉफी जीतना यह काफी विशेष है और मैं इस पल को हमेशा याद रखूंगा। मैं अपने कप्तान रोहित शर्मा और गुरबाज को भी इस दौरान शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि मैं विजेता चुना गया। *मंधाना ने पहली बार जीता पुरस्कार* यह मंधाना का पहला महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार है। उन्होंने पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में दमदार प्रदर्शन किया था और तीन मैचों में दो शतक तथा एक अर्धशतक जड़े थे। मंधाना ने इस दौड़ में इंग्लैंड की माएया बाउचियर और श्रीलंका की विशमी गुनारत्ने को पीछे छोड़ा। मंधाना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 117 रन बनाए थे। इसके अलावा दूसरे मैच में लगातार एक और शतक जड़ते हुए 120 गेंदों पर 136 रन की पारी खेली थी। मंधाना तीसरे मैच में भी शतक की ओर बढ़ रही थीं, लेकिन 90 रन बनाकर आउट हो गई थीं। इस दौरान मंधाना ने 100 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 343 रन बनाए थे। मंधाना ने कहा, मुझे जून महीने का आईसीसी के महिला वर्ग का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने पर गर्व महसूस हो रहा है। जिस तरह से टीम ने प्रदर्शन किया और उसमे मेरा जो योगदान रहा, उससे मैं काफी खुश हूं। हमने वनडे और टेस्ट सीरीज जीती और मुझे उम्मीद है कि हम आगे भी इस लय को बरकरार रखेंगे तथा मैं भारत की जीत में आगे भी योगदान देती रहूंगी। विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 10, 2024
नीरज चोपड़ा से पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे तुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है
नई दिल्ली, 06 जुलाई 2024 (यूटीएन)। पेरिस ओलंपिक के लिए रवाना हो रहे 120 भारतीय दलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों से न केवल बातचीत की, बल्कि उनका हौसला भी बढ़ाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक-एक प्लेयर से उसके अनुभव को जानने के बाद विश्वास जताया कि यह दल देश को पिछले ओलंपिक की तरह ही गौरवान्वित करेगा और देश के 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा. *नीरज चोपड़ा से कही ये बात* इस दौरान पीएम मोदी ने जेवलिन थ्रो चैंपियन नीरज चोपड़ा से भी बात की. नीरज से बात करते हुए पीएम मोदी ने एक खास डिमांड कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा के साथ मजाकिया अंदाज में बात करते हुए कहा कि मुझे तुम्हारी मां की ओर बनाया गया 'चूरमा' हरियाणा और राजस्थान का एक लोकप्रिय खाना चाहिए. नीरज चोपड़ा ने ने भी प्रधानमंत्री की डिमांड को स्वीकारा और हंसते हुए कहा कि सर अगली बार जरूर लेकर आऊंगा. *पीएम बोले- तुम्हारी मां के हाथ का ही चूरमा खाना है* दरअसल सबसे पहले नीरज चोपड़ा ने पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए कहा, “नमस्कार सर, कैसे हैं? जिस पर पीएम मोदी ने हंसते हुए जवाब दिया, मैं वैसा ही हूं. इसके बाद पीएम मोदी ने मजाक में कहा, मेरा चूरमा अभी तक नहीं आया है, जिससे हर कोई हंसने लगा. शरमाते हुए और मुस्कान के साथ नीरज ने जवाब दिया, इस बार हरियाणा वाला चूरमा खिलाएंगे सर, पिछली बार दिल्ली का चीनी वाला खाया था. प्रधानमंत्री ने घर का बना चूरमा खाने की अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा, मुझे तुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है. इस मजाकिया बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज को पेरिस ओलंपिक के लिए शुभकामनाएं दीं और उनसे फिट रहने और चोट से मुक्त रहने का आग्रह किया. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 6, 2024
चकाचौंध में खोना नहीं, दबाव लिये बिना खेलना', पीएम मोदी का ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए मैसेज
नई दिल्ली, 06 जुलाई 2024 (यूटीएन)। पेरिस ओलंपिक जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को जीत हार का दबाव नहीं लेते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें ओलंपिक की चकाचौंध में खोये बगैर अपना फोकस बनाये रखना है. प्रधानमंत्री मोदी ने पेरिस ओलंपिक जा रहे खिलाड़ियों से शुक्रवार को व्यक्तिगत और ऑनलाइन बातचीत में कहा ,‘‘ मेरी कोशिश रहती है कि खेल जगत से जुड़े देश के सितारों से मिलता रहूं, नयी चीजें जानता रहूं और उनके प्रयासों को समझता रहूं. सरकार के नाते व्यवस्था में कुछ बदलाव लाने हैं तो काम करता रहूं. मेरी कोशिश सभी से सीधे बात करने की होती है .’’ उन्होंने कहा कि ओलंपिक की चकाचौंध में खोना नहीं है, क्योंकि इससे फोकस हटता है और ना ही विरोधी को देखकर विचलित होना है. उन्होंने कहा ,‘‘यह कद काठी का खेल नहीं है बल्कि कौशल का खेल है. विरोधी खिलाड़ी की कद काठी से विचलित हुए बिना अपनी प्रतिभा पर फोकस रखें और वही परिणाम दिलायेगा . *दबाव लिए बिना शत प्रतिशत देना है* उन्होंने कहा, बहुत से लोग सब कुछ जानते हुए भी परीक्षा में गड़बड़ कर देते हैं और उसका मूल कारण है कि परीक्षा पर ध्यान कम होता है और वह अच्छे अंक लाने के दबाव में रहते है . आप जीत हार की चिंता मत कीजिये, पदक आते हैं और नहीं भी आते. इसका दबाव मत लीजिये, लेकिन अपना शत प्रतिशत दीजिये. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारतीय खिलाड़ी पेरिस में पुराने तमाम रिकॉर्ड तोड़कर देश के लिये गौरव लेकर आयेंगे. *लौटने के बाद खिलाड़ियों के स्वागत का इंतजार करेंगे* उन्होंने कहा, आप अपनी तपस्या से इस स्थान तक पहुंचे हैं. अब देश को खेल के मैदान पर कुछ देने का मौका है. खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने वाला देश के लिये गौरव लेकर आता है. मुझे विश्वास है कि इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोडकर हमारे खिलाड़ी आयेंगे. उन्होंने कहा कि वह ओलंपिक से लौटने के बाद खिलाड़ियों के स्वागत का इंतजार करेंगे. *15 अगस्त के कार्यक्रम की कही बात* मोदी ने कहा, मैं आपका फिर से इंतजार करूंगा जब आप 11 अगस्त को ओलंपिक खत्म होने के बाद लौटेंगे. मैं कोशिश करूंगा कि 15 अगस्त को लालकिले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में आप मौजूद रहें ताकि देश आपको देख सके, क्योंकि जीत हार तो अलग, लेकिन ओलंपिक खेलने जाना ही बहुत बड़ी बात है .’’ उन्होंने खिलाड़ियों से अपनी नींद का पूरा ध्यान रखने के लिये भी कहा. *पीएम ने कहा- अच्छी नींद बहुत जरूरी है* उन्होंने कहा, खेल जगत में अभ्यास और निरंतरता का जितना महत्व है उतना ही नींद का है. आप सोचोगे कि प्रधानमंत्री आपको सोने के लिये कह रहे हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अच्छी नींद बहुत जरूरी है. शरीर की मेहनत वाली नींद एक बात है और सभी चिंताओं से मुक्त होकर सोना अलग है. प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से ओलंपिक के दौरान सीखने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा, खिलाड़ी नाकाम होने पर भी कभी परिस्थिति को दोष नहीं देता. *ओलंपिक सीखने का भी बहुत बड़ा मैदान* हम अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये जा रहे हैं, लेकिन ओलंपिक सीखने का भी बहुत बड़ा मैदान होता है. अपने खेल के अलावा बाकी खेलों को भी देखने का मौका होता है ताकि नया सीख सकें. सीखने की आदत से काम करने वाले के लिये सीखने के बहुत अवसर होते हैं. यूं तो दुनिया के समृद्ध और उत्तम सुविधाओं के साथ आये हुए देश के लोग भी शिकायत करते नजर आयेंगे, लेकिन हमारे खिलाड़ी कठिनाइयों को असुविधाओं को हाशिये पर रखकर मिशन के लिये लग जाता है, क्योंकि उसके मन में तिरंगा, अपना देश होता है. उन्होंने कहा, हम खिलाड़ियों को पहले इसलिये भेजते हैं कि वहां के अनुकूल ढल सकें. *90 खिलाड़ी थे शामिल* खिलाड़ियों की सुविधा के लिये इस बार भी कुछ नया करने का प्रयास किया है. वहां के भारतीय समुदाय को भी हम सक्रिय करते हैं जो वह रखते हैं. प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, गोलकीपर पी आर श्रीजेश , तीरंदाज दीपिका कुमारी, पहलवान अंतिम पंघाल, निशानेबाज मनु भाकर, रमिता जिंदल, चौदह वर्ष की तैराक धिनिधि देसिंघु के अलावा आनलाइन जुड़ने वालों में ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु और मुक्केबाज निकहत जरीन समेत लगभग 90 खिलाड़ी शामिल थे. *इन तारीखों में होने वाला है ओलंपिक* पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच खेले जायेंगे . भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तोक्यो ओलंपिक में रहा है जिसमें भालाफेंक में नीरज चोपड़ा के ऐतिहासिक स्वर्ण समेत सात पदक जीते . भारत के 100 से अधिक खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है. विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |
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Jul 6, 2024
भडल के निशानेबाजों जीते पदक, किया जोरदार स्वागत
दोघट, 28 जून 2024 (यूटीएन)। डाक्टर कर्णीसिंह शूटिंग रेंज तुगलकाबाद नई दिल्ली में संपन्न हुई 23 वीं प्री यूपी स्टेट प्रतियोगिता में फाल्कन शूटिंग रेंज भड़ल के निशानेबाजों ने पदक जीतकर जनपद का नाम रोशन किया। वहीं विजेता शूटरों का शूटिंग रेंज पर स्वागत किया गया। भड़ल गांव में स्थित फाल्कन शूटिंग रेंज के कोच अंकुश राणा ने बताया कि, डाक्टर करणीसिंह शूटिंग रेंज तुगलकाबाद नई दिल्ली में 23 वीं प्री यूपी स्टेट प्रतियोगिता में रेंज के निशाने बाज शिवम राणा ने सीनियर वर्ग में एकल मुकाबले में दस मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीता। जबकि शिवम राणा, हर्ष उज्ज्वल व कृष पंवार ने टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर जनपद का नाम रोशन किया है। गुरुवार को रेंज पर पहुंचे निशानेबाजों का स्वागत किया गया। इस मौके पर चांद राणा, विनोद राणा, शरणवीर, ओमवीर, मनीष राणा, विशेष बालियान आदि मौजूद रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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Jun 28, 2024
प्री यूपी स्टेट चैंपियनशिप, डौलचा एकेडमी के दो निशानेबाजों ने झटके रजत व कांस्य पदक
बालैनी, 26 जून 2024 (यूटीएन)। दिल्ली मे आयोजित हुई चार दिवसीय प्री यूपी स्टेट चैम्पियनशिप में डौलचा गांव की शूटिंग एकेडमी के दो निशानेबाजों ने रजत और कांस्य पदक जीता। वापस लौटने पर एकेडमी में खिलाड़ियो का जोरदार स्वागत किया गया। दिल्ली की डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 22 से 25 जून तक चार दिवसीय प्री यूपी स्टेट चैम्पियनशिप आयोजित हुई, जिसमें बालैनी क्षेत्र के डौलचा गांव की रॉयल शूटिंग एकेडमी के निशानेबाजो ने भी प्रतिभाग किया था। प्रतियोगिता मे एकेडमी के निशानेबाज गौतम सिंह ने जूनियर वर्ग की पिस्टल से निशाना लगाते हुए। रजत पदक पर कब्जा जमाया और प्रियांश ने सब युवा वर्ग में प्रतिभाग कर कांस्य पदक जीता। बुधवार को वापस लौटने पर डौलचा की रॉयल एकेडमी में दोनों खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान कोच संदीप यादव, राहुल यादव, चिंटू यादव, लाल सिंह, नितिन शर्मा आदि मौजूद रहे। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |
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Jun 26, 2024