Health

होम्यो चिकित्सा कैंप, 52 मरीजों की निशुल्क जांच व दवाई वितरण

बिनौली, 12 जून 2024 (यूटीएन)। बडौत के समाजसेवी हरीश चंद जैन के सौजन्य से बिनौली गांव में  निशुल्क होम्यो स्वास्थ्य चिकित्सा कैंप का आयोजन हुआ, जिसमें होम्यो चिकित्सक ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें दवा का वितरण किया। समाजसेवी लाला हरीश जैन के सौजन्य से उनके आवास पर लगे कैंप में बिनौली, गढ़ीदुल्ला, सिरसलगढ़, पिचोकरा, दादरी आदि गांवों से मरीज पहुचे।   इस मौके पर डॉ विकास शर्मा ने बीपी, शुगर, सिर दर्द,जोड़ दर्द, थाईराइड आदि के 52 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें दवाइयों का भी निशुल्क वितरण किया। लाला हरीश जैन ने बताया कि, ग्रामीणों के स्वास्थ को लेकर लगातार हर सप्ताह मंगलवार को शिविर का आयोजन किया जायेगा।  शिविर में डॉ अक्षय बालियांन, मा चंद्रकांत कुलश्रेष्ट, रोहित जैन, राहुल जैन, अनिल भाटिया, गौरव जैन आदि का सहयोग रहा।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 12, 2024

योग और ध्यान के द्वारा शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति, यज्ञोपवीत भारतीय संस्कृति का आधार

बडौत, 12 जून 2024 (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के द्वारा आयोजित योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय शिविर के छठे दिन आर्य वीरो को योगासन के माध्यम से शारीरिक और मानसिक रूप से निरोग रहने का आह्वान किया गया। आर्य समाज के जिला मंत्री रवि शास्त्री ने कहा कि, योग के द्वारा शरीर एवं मन को स्वस्थ रखा जा सकता है। ध्यान के द्वारा मन को स्वस्थ किया जा सकता है। शिविर में आर्य वीरो को सर्वांगासन, हलासन, उत्तानपादासन, मकरासन, धनुरासन, वज्रासन, ताड़ासन, गोमुखासन आदि का अभ्यास कराते हुए ध्यान का भी अभ्यास कराया गया तथा कहा गया कि, ध्यान के द्वारा व्यक्ति अपने मन को केंद्रित कर डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है।    मानसिक शांति के लिए प्रतिदिन व्यक्ति को ध्यान करना चाहिए। वहीं विद्यार्थियों के लिए ध्यान एक आवश्यक क्रिया है, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को सकारात्मक विचारों का संग्रह करना चाहिए। प्राचार्य अरविंद शास्त्री ने आर्य वीरों का यज्ञोपवीत संस्कार कराते हुए कहा यज्ञोपवीत को भारतीय संस्कृति का आधार बताया। कोषाध्यक्ष कपिल आर्य ने आर्य वीरों को रात्रि में टेलिस्कोप से चांद को दिखाया, जिससे बच्चे रोमांचित हो उठे, वहीं अभिभावकों ने भी टेलिस्कोप के माध्यम से चंद्रमा को देखा।इस अवसर पर वेद प्रकाश आर्य, सुरेश आर्य, योगाचार्य हरेंद्र आर्य, प्रधानाचार्य रामपाल सिंह, धर्मपाल त्यागी, दीपक आर्य, रामकुमार त्यागी आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 12, 2024

सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 13 गर्भवती चयनित, 62 गर्भवतियों के कराए अल्ट्रासाउंड

खेकडा, 11 जून 2024 (यूटीएन)। सीएचसी पर सोमवार को सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 62 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई, इनमें 13 महिलाएं हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के अंतर्गत चिंहित कर उपचार दिया। साथ ही गर्भकाल मे सुरक्षित रहने की जानकारी दी। सीएचसी पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन हुआ। शुभारम्भ अधीक्षक डा मसूद अनवर ने किया। शिविर में डा प्रियंका कंसाना की टीम ने गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अच्छा आहार लेने के फायदों की जानकारी दी तथा जरूरतमंद 55 महिलाओं का निशुल्क अल्ट्रासाउंड भी कराया। इस मौके पर हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के तहत चिंहित 13 गर्भवतियों को आयरन की खुराक के अलावा कई अन्य सावधानी बरतने की सलाह दी गई। स्टाफ आरिफा तबस्सुम दिव्या, संजीव सांगवान आदि ने सहयोग दिया। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 11, 2024

एमएलसी दिनेश गोयल ने किया एंबुलेंस का लोकार्पण, ग्रामीण क्षेत्र को मिलेगी इमरजेंसी में सुविधा

बागपत, 10 जून 2024 (यूटीएन)। अग्रवाल मंडी टटीरी में लायंस क्लब अग्रवाल मंडी मंडल 321 सी 1 द्वारा विधान परिषद सदस्य दिनेश गोयल की विधायक निधि से जनसेवा के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त एम्बुलेंस का लोकार्पण किया गया, जिसे विधायक दिनेश गोयल, मंडल अध्यक्ष 2024- 25 पीएम जेएस ला एके मित्तल, ला विनय सिसोदिया एवं ला आदित्य गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर लोकार्पण किया। एमजेएफ ला अभिमन्यु गुप्ता ने नारियल फोड़ कर शुभारंभ किया।अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को विधिवत्् प्रारंभ किया।   इस अवसर पर ला एक मित्तल ने कहा, एंबुलेंस से ग्रामीण क्षेत्र को जीवन बचाने में सुविधा मिलेगी। ला विनय सिसोदिया ने कहा, ला अभिमन्यु गुप्ता मंडल में सेवा के पर्याय है । ला आदित्य गुप्ता ने कहा लायंस क्लब अग्रवाल मंडी सेवा के कार्यों में अनूठी मिसाल प्रदान करता है । अभिमन्यु गुप्ता ने दिनेश गोयल से वैदिक कन्या डिग्री कॉलेज के लिए सोलर लाइट एवं कंप्यूटर के लिए 11 लाख रुपए विधायक निधि से प्रदान करने की मांग की, जिसे विधायक दिनेश गोयल ने निधि आने पर पूरी करने का आश्वासन दिया ।    लोकार्पण समारोह में प्रसिद्ध समाजसेवी व वैदिक कन्या डिग्री कॉलेज के सचिव ला सुरेश गुप्ता ला सुधीर जैन एड अध्यक्ष टैक्सबार बागपत रीजन, ला दीपक गोयल जॉन अध्यक्ष ला संदीप अग्रवाल, चार्टर अध्यक्ष, प्रमोद गुप्ता पूर्व अध्यक्ष नगर पंचायत विनोद गुप्ता पूर्व अध्यक्ष नगर पंचायत डॉ विनोद कुमार का भी सम्मान किया गया । कार्यक्रम में वर्ष 2024-25 के मंडल अध्यक्ष ला एके मित्तल द्वारा लायंस क्लब अग्रवाल मंडी के वरिष्ठ ला अभिमन्यु गुप्ता को सलाहकार नियुक्त किया, जिसका सदन ने करतल ध्वनि एवं माल्यार्पण व पटका पगड़ी पहनाकर अभिनंदन किया गया ।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 10, 2024

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ब्रेन ट्यूमर से लड़ने के लिए जागरूकता और शीघ्र जांच महत्वपूर्ण है

नई दिल्ली, 09 जून 2024 (यूटीएन)। ब्रेन ट्यूमर का मरीजों और उनके परिवारों पर प्रभाव और प्रभावित लोगों के लिए अनुसंधान और सहायता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल ब्रेन ट्यूमर डे के रूप में मनाया जाता है। ग्लोबोकैन 2020 डेटा का अनुमान है कि भारत में मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के ट्यूमर के कारण 2,51,329 मौतें हुई। हालांकि, स्वास्थ्य सुविधाओं तक सीमित पहुंच, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों तथा कैंसर के सभी मामलों को दर्ज करने की उचित व्यवस्था न होने के कारण यह अनुमान है कि यह संख्या वास्तविक संख्या से काफी कम है।   मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली में न्यूरोसर्जरी के वरिष्ठ निदेशक डॉ. मनीष वैश्य जोर देकर कहते हैं, “ब्रेन ट्यूमर बिना कोई स्पष्ट लक्षणों के भी मस्तिष्क में पनप सकता है। शुरुआती संकेत अक्सर रोजमर्रा की समस्याओं की तरह महसूस होते हैं जिन्हें आप नजरअंदाज कर सकते हैं। सिरदर्द शुरू होना या अगर मरीज पहले से सिरदर्द की समस्या से ग्रस्त है तो उसका गंभीर हो जाना। खासतौर पर सुबह-सुबह सिर में तेज दर्द होने के साथ जी मचलाना या उल्टी होना, खतरे का संकेत हो सकते हैं।    ध्यान केंद्रित करने, स्पष्ट रूप से बोलने या दूसरों को समझने में कठिनाई किसी समस्या का संकेत हो सकती है। व्यक्तित्व में बदलाव, शरीर के एक तरफ कमजोरी महसूस होना, या दृष्टि धुंधली होना जैसे लक्षण दिखाई दें तो उसे गंभीरता से लें। मामूली चक्कर आना या संतुलन संबंधी समस्याओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का लगातार अनुभव करते हैं, तो डॉक्टर को दिखाने में संकोच न करें। सफल उपचार की बेहतर संभावना के लिए ब्रेन ट्यूमर का शीघ्र पता लगाना महत्वपूर्ण है।   याद रखें, थोड़ी सी जागरूकता बड़ा बदलाव ला सकती है। नई दिल्ली स्थित सुश्रुत ब्रेन एंड स्पाइन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. यशपाल सिंह बुंदेला कहते हैं, “जांच में यह पता चलना कि आपको ब्रेन ट्यूमर है, एक भयावह अनुभव हो सकता है, लेकिन शुरुआती स्तर पर पता चलने से उपचार के परिणाम बहुत बेहतर होते हैं। जितनी जल्दी ट्यूमर की पहचान हो जाएगी, उपचार के उतने ही अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। शीघ्र निदान के साथ, सर्जरी अधिक सटीक हो सकती है, और दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं।   इसके अतिरिक्त, जब ट्यूमर छोटा होता है तो रेडिएशन और दवाएं अक्सर अधिक प्रभावी होती हैं। जबकि उपचार से थकान, कमजोरी या सोच में बदलाव हो सकता है, पुनर्वास और सहायता समूह उन्हें प्रबंधित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। आपको अपनी दैनिक दिनचर्या या काम में थोड़ा बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन परिवार के लोगों और नियोक्ताओं (जहां आप काम करते हैं) के साथ खुलकर बात करना आपको इस स्थिति से निपटने में सहायता कर सकता है। स्वस्थ आदतें अपनाकर, भावनात्मक रूप से मजबूत रहकर और अपने परिवार तथा करीबी लोगों से जुड़े रहकर, आपके लिए एक सामान्य और खुशहाल जीवन जीना संभव हो सकता है।   ब्रेन ट्यूमर डे ब्रेन ट्यूमर से प्रभावित लोगों के लिए जागरूकता, बीमारी का शीघ्र पता लगाना और जो इस बीमारी से प्रभावित हैं उनकी सहायता के महत्व को याद दिलाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त करके और समय पर चिकित्सा सलाह लेकर, हम उपचार परिणामों में सुधार कर सकते हैं और कई लोगों को आशा प्रदान कर सकते हैं। बीमारी का शीघ्र पता लगने से न केवल सफल उपचार की संभावना बढ़ जाती है बल्कि मरीजों को जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाए रखने में भी सहायता मिलती है। आइए हम इस दिन का इस्तेमाल बेहतर स्वास्थ्य देखभाल पहुंच का समर्थन करने, अनुसंधान पहलों का समर्थन करने और ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे लोगों के प्रति अपनी एकजुटता बढ़ाने के लिए करें। साथ मिलकर, हम इस घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 9, 2024

तीन समाजसेवी संस्थानों व ट्रस्टों द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन, दवाएं व छड़ी भी निशुल्क वितरित

बड़ौत, 08 जून 2024 (यूटीएन)। जियो और जीने दो चेरिटेबल ट्रस्ट, माँ संम्पूर्णा ट्रस्ट व कल्याण भारती सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन नगर के विनायक हॉस्पिटल  बड़का रॉड पर किया गया । इस दौरान दूरदराज से भी बड़ी संख्या में आए लोगों ने सुयोग्य चिकित्सकों से जांच के उपरांत सलाह भी प्राप्त की। इस दौरान शिविर के सफल आयोजन में अखिल मानव चेरिटेबल ट्रस्ट, सर्व महिला उत्थान समिति, विश्व एकत्व सेतु संस्था भी सहयोगी रहे।  शिविर में डा अतुल पाण्डेय, डा आदित्य पाण्डेय द्वारा आमजन की स्वास्थ्य जांच हेतु दिल, लिवर, शुगर, ब्लड प्रेशर, खून की जॉच कर उपचार हेतु दवाइयां भी निशुल्क वितरित की साथ ही 50 विकलांगों को छड़ी भी वितरित की गई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कल्याण भारती सेवा संस्थान के प्रबंध निदेशक गोपी चंद सैनी ने कहा कि, वैसे तो सांसारिक जीवन में सेवाओं के बहुत से प्रकार हैं, परंतु सेवा में सच्ची मानव सेवा दीन दुखी और रोगग्रस्त व्यक्ति की निशुल्क उपचार सेवा को ही सेवा का विशेष प्रकार माना गया है, जो व्यक्ति को दुख के समय में भावनात्मक सुख वह सहयोग प्रदान करती है। स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 8, 2024

एम्स में जेनेरिक फार्मेसी का स्थान परिवर्तन

नई दिल्ली, 08 जून 2024 (यूटीएन)। एम्स, नई दिल्ली में एच एल एल लाइफकेयर लिमिटेड द्वारा प्रबंधित निःशुल्क जेनेरिक फार्मेसी को उसके वर्तमान स्थान से एक नए स्थान पूर्व बाल चिकित्सा ओपीडी पर स्थानांतरित किया जा रहा है। एच एल एल लाइफकेयर जेनेरिक दवाइयों के वितरण में शामिल है, और रोगियों को निःशुल्क प्रदान की जाने वाली दवाओं का खर्च एम्स द्वारा वहन किया जाता है। यह आरोप लगाया गया है कि आवंटित स्थान में कमी से रोगियों को असुविधा होगी, क्योंकि सेवा काउंटरों की संख्या में कमी आएगी। फार्मेसी के वर्तमान स्थान के कारण रोगी दवा लेने के लिए फार्मेसी के सामने सड़क पर इकट्ठा होते हैं। इससे यातायात बाधित होता है, अन्य रोगियों और वाहनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न होती है और साथ ही जनता, विशेष रूप से विकलांग और बीमार रोगियों को बहुत असुविधा होती है।   नए प्रस्तावित स्थान में काउंटरों के सामने एक प्रतीक्षा क्षेत्र है, जहाँ 100-200 रोगी एक समय में आराम से दवा प्राप्त करने के लिए प्रतीक्षा कर सकेंगे। आरोपों के विपरीत, एक दिन में सेवा प्राप्त करने वाले कुल रोगियों की संख्या में कमी नहीं आएगी, क्योंकि एक उचित प्रतीक्षा क्षेत्र का प्रावधान है जिसमें एक ही समय में लगभग 200 रोगियों को समायोजित करने की क्षमता है। एम्स अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण से पता चला कि एचएलएल लाइफकेयर को पहले आवंटित स्थान का कम उपयोग किया जा रहा था। स्थान परिवर्तन से इष्टतम उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि एचएलएल लाइफकेयर द्वारा खाली की गई जगह का उपयोग दिव्यांग रोगियों के लिए ऑर्थोटिक्स और प्रोस्थेटिक्स के एक बहुत जरूरी आउटलेट को खोलने के लिए किया जाएगा, जिसमें फिटिंग के लिए एक समर्पित परीक्षण क्षेत्र भी होगा।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 8, 2024

बाहर नहीं करना होगा इंतजार, दिल्ली एम्स आने वाले मरीजों के लिए बनेगा मेगा वेटिंग एरिया

नई दिल्ली, 08 जून 2024 (यूटीएन)। औसतन रोजना 15 हजार से अधिक मरीज और उनके तीमारदार दिल्ली एम्स परिसर में आते हैं। इतनी भारी संख्या में मरीज और उनके तीमारदारों की संख्या को देखते हुए परिसर में उनके लिए वेटिंग एरिया की भारी कमी महसूस की गई है। इसी के मद्देनजर एम्स के डायरेक्टर ने परिसर में मेगा वेटिंग एरिया तैयार करने को कहा है। इस दिशा में काम करने के लिए सभी डिपार्टमेंट को रोडमैप तैयार करने के आदेश भी दिए हैं। आदेश के अनुसार एम्स परिसर में मरीज और तीमारदार गलियारों या फुटपाथ पर बैठे देखे जा सकते हैं।    उन्हें डिपार्टमेंट के आसपास वेटिंग की जगह नहीं मिल पाती है। इसलिए लगभग 5000 लोगों की क्षमता वाले मेगा वेटिंग एरिया बनाने की योजना बनाई गई है। इसलिए सभी विभाग को जगह और सुविधाओं को लेकर रोडमैप बनाना है। इसके बाद इस योजना पर काम किया जाएगा और मरीजों और उनके तीमारदारों को इससे फायदा मिलेगा। यहां बता दें कि एम्स में औसतन 15 हजार मरीज रोजाना ओपीडी में आते हैं। सभी मरीज के साथ उनके तीमारदार भी होते हैं।   *मेट्रो स्टेशन से ही मिलेगी शटल*    213 एकड़ में फैले एम्स के अलग अलग कोने में मेडिकल केयर की सुविधा डिवेलप की जा रही है। ऐसे में मरीजों को एम्स परिसर में एंट्री से लेकर अलग अलग सेंटर तक पहुंचने में मरीजों को काफी परेशानी होती है। हालांकि एम्स के अंदर फ्री में शटल सेवा है, लेकिन एम्स तक पहुंचने में मरीजों को अभी भी दिक्कत होती है, इसलिए एम्स प्रशासन ने एम्स के आसपास के मेट्रो स्टेशन से ही शटल सेवा देने की योजना पिछले दिनों बनाई है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Jun 8, 2024

स्वास्थ्य क्षेत्र में भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने खंडाका अस्पताल के साथ करा एमओयू

जयपुर,07 जून 2024 (यूटीएन)। देश के अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल), जयपुर के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। खंडाका अस्पताल अपनी व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहचाना जाता है। यह समझौता 5 साल की अवधि के लिए प्रभावी होगा। इसके तहत, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर छात्रों और शोध विद्वानों को इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और प्रैक्टिकल के लिए प्रशिक्षण के और अधिक अवसर मिल सकेंगे। इस तरह विद्यार्थियों के पेशेवर विकास को बढ़ाया जा सकेगा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उन्हें महत्वपूर्ण व्यावहारिक अनुभव हासिल होगा। पूरी तरह सोच-समझकर तैयार किया गया यह समझौता आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में अपने छात्रों और शोध विद्वानों के शैक्षणिक और व्यावहारिक अनुभवों को बढ़ाना है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की ओर से डॉ. पी आर सोडानी ने और कृशिव हेल्थकेयर (खंडाका अस्पताल) की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. के जी कुमावत ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने इस सहयोग के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘इस तरह की महत्वपूर्ण साझेदारी हमारे विश्वविद्यालय के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाती है। हमारा प्रयास है कि हमारे छात्रों को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बेहतर व्यावहारिक अनुभव और शोध के अवसर मिल सकें। हमें विश्वास है कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से विद्यार्थियों के अनुभव में महत्वपूर्ण प्रगति होगी और वे स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन की बेहतर समझ विकसित कर सकेंगे। जयपुर-रिपोर्टर,(नरेंद्र आर्य) |

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Jun 7, 2024

कुपोषण से जंग, अतिकुपोषित तीन बहनों को पोषण पुनर्वास केंद्र में कराया भर्ती

खेकड़ा,06 जून 2024  (यूटीएन)। कुपोषण के खिलाफ जंग के अभियान में रविवार को बडी सफलता मिली। स्वास्थ्य विभाग की टीम को गौना गांव में तीन सगी बहनें अतिकुपोषित मिली। उनको बागपत जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया गया।   स्वास्थ्य विभाग पांच वर्ष तक के अतिकुपोषित बच्चों की पहचान कर उनको बागपत जिला अस्पताल की एनआरसी यानि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करता है। इस दौरान 14 दिन बच्चों को एनआरसी में रखकर इलाज व स्पेशल डाइट, जिसमें कार्बाेहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज तत्व युक्त भोजन आहार विशेषज्ञ और बालरोग विशेषज्ञ की देखरेख में दिया जाता है।    सीएचसी खेकड़ा अधीक्षक डा मसूद अजहर ने बताया कि ,स्वास्थ्य विभाग की आरबीएसके टीम की चिकित्सक डा साजिया खान को गौना गांव में तीन सगी बहनें सना, सुहाना और सुमाली के अतिकुपोषित होने की सूचना मिली। उन्होंने उनकी जांच की और तत्काल बागपत ले जाकर एनआरसी में भर्ती कराया। बालिकाओं के पिता अनीश ने टीम का आभार जताया।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Jun 6, 2024