advertisment

बिज़नस

एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक

National

Nov 16, 2024

पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू

National

Nov 16, 2024

आदिवासी समुदायों की प्रगति राष्ट्रीय प्राथमिकता: राष्ट्रपति

National

Nov 16, 2024

रिपोर्ट: डायबिटीज के दुनियाभर में 82.8 करोड़ मरीज जिसमें एक चौथाई भारतीय

National

Nov 15, 2024

खतरनाक: भारत समेत कुछ देशों तक बेची जा रही घटिया हल्दी, सीसे की मात्रा मानक से 200 गुना ज्यादा

National

Nov 15, 2024

अपने पैसे से कराया 200 मंदिरों का निर्माण, 'राष्ट्र बोध' के लिए अहिल्याबाई होल्कर का योगदान अतुलनीय

National

Nov 15, 2024

ग्लेडिएटर 2:दिल थाम कर देखेंगे फिल्म के एक्शन सींस रोम के योद्धा की एक अद्भुत कहानी की अगली कड़ी

National

Nov 15, 2024

सराय काले खां चौक का नाम अब मोदी सरकार ने किया बिरसा मुंडा चौक

National

Nov 15, 2024

कच्चे तेल के अधिक उत्पादन से कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद : हरदीप सिंह पुरी

National

Nov 15, 2024

कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की अहम भूमिका होगी : सीआईआई पीएसई शिखर सम्मेलन

National

Nov 15, 2024

advertisment

मनोरंजन

एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक

National

Nov 16, 2024

पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू

National

Nov 16, 2024

आदिवासी समुदायों की प्रगति राष्ट्रीय प्राथमिकता: राष्ट्रपति

National

Nov 16, 2024

रिपोर्ट: डायबिटीज के दुनियाभर में 82.8 करोड़ मरीज जिसमें एक चौथाई भारतीय

National

Nov 15, 2024

खतरनाक: भारत समेत कुछ देशों तक बेची जा रही घटिया हल्दी, सीसे की मात्रा मानक से 200 गुना ज्यादा

National

Nov 15, 2024

अपने पैसे से कराया 200 मंदिरों का निर्माण, 'राष्ट्र बोध' के लिए अहिल्याबाई होल्कर का योगदान अतुलनीय

National

Nov 15, 2024

ग्लेडिएटर 2:दिल थाम कर देखेंगे फिल्म के एक्शन सींस रोम के योद्धा की एक अद्भुत कहानी की अगली कड़ी

National

Nov 15, 2024

सराय काले खां चौक का नाम अब मोदी सरकार ने किया बिरसा मुंडा चौक

National

Nov 15, 2024

कच्चे तेल के अधिक उत्पादन से कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद : हरदीप सिंह पुरी

National

Nov 15, 2024

कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की अहम भूमिका होगी : सीआईआई पीएसई शिखर सम्मेलन

National

Nov 15, 2024

भारत में कई संघों और पहलों द्वारा हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है: शांतनु मित्रा

पर्यावरण, सामाजिक और शासन के पास अब प्रत्यक्ष व्यावसायिक समझ माने जाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं

news
Publised at

Sat, Oct 5, 2024 1:05 PM

by

admin

239

Share

नई दिल्ली, 05 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। पर्यावरण, सामाजिक और शासन के पास अब प्रत्यक्ष व्यावसायिक समझ माने जाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। इससे  पर्यावरण, सामाजिक और शासन सिद्धांतों को लागू करने की आवश्यकता के बारे में सभी प्रकार के हितधारकों के बीच सहमति बढ़ी है, शांतनु मित्रा, वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार, कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय, ने नई दिल्ली में एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) द्वारा आयोजित ग्लोबल पर्यावरण, सामाजिक और शासन कॉन्क्लेव 3.0 में कहा। अनुमानों के अनुसार, ईएसजी के नेतृत्व वाले परिवर्तन से 40 ट्रिलियन डॉलर के अवसर पैदा होने जा रहे हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद के बराबर है। इसके अलावा, 2022 में, दुनिया भर के नियोक्ताओं ने 2.4 मिलियन ईएसजी नौकरियों की पेशकश की। 2030 तक, यह संख्या बढ़कर 24 मिलियन नौकरियों तक पहुँचने का अनुमान है, जो केवल सात वर्षों में दस गुना वृद्धि है, श्री शांतनु मित्रा, वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार ने इस बात पर प्रकाश डाला।
 
संगठनों को पर्यावरण के संरक्षक के रूप में काम करना चाहिए और जलवायु परिवर्तन, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन (जीएचजी), वनों की कटाई, जैव विविधता, कार्बन उत्सर्जन, अपशिष्ट प्रबंधन और प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय मुद्दों को कवर करना चाहिए। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जीवाश्म ईंधन - कोयला, तेल और गैस - वैश्विक जलवायु परिवर्तन में सबसे बड़े योगदानकर्ता हैं, जो वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के 75 प्रतिशत से अधिक और सभी कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के लगभग 90 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार हैं। नेट जीरो बिल्कुल यही है। यह प्रदूषण को व्यापार योग्य बना रहा है। हमें प्रदूषण के लिए पूर्ण प्रदूषण-तटस्थता, इन-सीटू समाधान की आवश्यकता है। किसी भी इकाई को इकाई के चारों कोनों से किसी भी नकारात्मक बाहरी प्रभाव को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। दूसरे शब्दों में, प्रत्येक इकाई को अपनी वास्तविक लागत में सामाजिक लागत को शामिल करना होगा। अन्यथा, इसे बाजार से बाहर होना चाहिए। हितधारकों की भागीदारी ESG सफलता का एक और प्रमुख स्तंभ है।
 
हितधारकों - कर्मचारियों, ग्राहकों, आपूर्तिकर्ताओं और निवेशकों को सक्रिय रूप से शामिल करना सुनिश्चित करता है कि ESG रणनीतियाँ व्यापक सामाजिक आवश्यकताओं को दर्शाती हैं। उल्लेखनीय रूप से, भारत एक निश्चित वर्ग की कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) को अनिवार्य बनाने वाला पहला देश है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए, 24392 कंपनियों ने सीएसआर किया है, जिसमें वर्ष में लगभग 29,986 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार ने कहा कि शीर्ष तीन राज्य महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक हैं। जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं के महत्व को स्वीकार करने में भारत सबसे आगे रहा है और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कई नीति और नियामक पहलों को लागू किया है। संस्थागत रूप से, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने भारत में जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है और कॉर्पोरेट संस्थाओं की ईएसजी जिम्मेदारियों के महत्व और उन्हें व्यावसायिक प्रथाओं और निवेश निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में एकीकृत करने की आवश्यकता को निर्धारित करते हुए 'व्यवसाय की सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक जिम्मेदारियों पर राष्ट्रीय स्वैच्छिक दिशानिर्देश, 2011' के दिशानिर्देश पेश किए हैं।
 
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार ने कहा। शसोरेन नोरेलंड कन्निक-मार्क्वार्डसेन, मंत्री परामर्शदाता-व्यापार, वाणिज्यिक और आर्थिक मामले, रॉयल डेनिश दूतावास- नई दिल्ली और निदेशक- व्यापार परिषद दक्षिण एशिया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासकर जब बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास की बात आती है। उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है। इसलिए, उन्होंने समझाया कि भारत ईएसजी डोमेन में वैश्विक प्रभाव डाल सकता है। उन्हें उम्मीद थी कि भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग एक स्थायी वर्तमान और भविष्य बनाने में फलदायी साबित होगा। सम्मेलन के दौरान बोलने वाले अन्य लोगों में मनोज रुस्तगी, मुख्य स्थिरता और नवाचार अधिकारी, जेएसडब्ल्यू सीमेंट; एससी अग्रवाल, सदस्य, एसोचैम और सीएमडी, एसएमसी समूह; सुश्री दीपाली धूलिया, निदेशक-रणनीतिक परामर्श, कुशमैन सुश्री अपराजिता अग्रवाल, वरिष्ठ प्रबंधक- नियामक मामले, टाटा स्टील लिमिटेड और फैजल अल शिमरी, प्रमुख- ईएसजी, मशरेक बैंक।
 
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Related Articles

नेशनल

एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक

National

Nov 16, 2024

पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू

National

Nov 16, 2024

आदिवासी समुदायों की प्रगति राष्ट्रीय प्राथमिकता: राष्ट्रपति

National

Nov 16, 2024

रिपोर्ट: डायबिटीज के दुनियाभर में 82.8 करोड़ मरीज जिसमें एक चौथाई भारतीय

National

Nov 15, 2024

खतरनाक: भारत समेत कुछ देशों तक बेची जा रही घटिया हल्दी, सीसे की मात्रा मानक से 200 गुना ज्यादा

National

Nov 15, 2024

अपने पैसे से कराया 200 मंदिरों का निर्माण, 'राष्ट्र बोध' के लिए अहिल्याबाई होल्कर का योगदान अतुलनीय

National

Nov 15, 2024

ग्लेडिएटर 2:दिल थाम कर देखेंगे फिल्म के एक्शन सींस रोम के योद्धा की एक अद्भुत कहानी की अगली कड़ी

National

Nov 15, 2024

सराय काले खां चौक का नाम अब मोदी सरकार ने किया बिरसा मुंडा चौक

National

Nov 15, 2024

कच्चे तेल के अधिक उत्पादन से कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद : हरदीप सिंह पुरी

National

Nov 15, 2024

कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की अहम भूमिका होगी : सीआईआई पीएसई शिखर सम्मेलन

National

Nov 15, 2024

इंटरनेशनल

एम्स में बच्चों के मायोपिया के इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक

National

Nov 16, 2024

पीएम मोदी ने जनजातीय संस्कृति से दुनिया को कराया रूबरू

National

Nov 16, 2024

आदिवासी समुदायों की प्रगति राष्ट्रीय प्राथमिकता: राष्ट्रपति

National

Nov 16, 2024

रिपोर्ट: डायबिटीज के दुनियाभर में 82.8 करोड़ मरीज जिसमें एक चौथाई भारतीय

National

Nov 15, 2024

खतरनाक: भारत समेत कुछ देशों तक बेची जा रही घटिया हल्दी, सीसे की मात्रा मानक से 200 गुना ज्यादा

National

Nov 15, 2024

अपने पैसे से कराया 200 मंदिरों का निर्माण, 'राष्ट्र बोध' के लिए अहिल्याबाई होल्कर का योगदान अतुलनीय

National

Nov 15, 2024

ग्लेडिएटर 2:दिल थाम कर देखेंगे फिल्म के एक्शन सींस रोम के योद्धा की एक अद्भुत कहानी की अगली कड़ी

National

Nov 15, 2024

सराय काले खां चौक का नाम अब मोदी सरकार ने किया बिरसा मुंडा चौक

National

Nov 15, 2024

कच्चे तेल के अधिक उत्पादन से कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद : हरदीप सिंह पुरी

National

Nov 15, 2024

कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की अहम भूमिका होगी : सीआईआई पीएसई शिखर सम्मेलन

National

Nov 15, 2024

advertisment