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शेड्स ऑफ़ इंडिया मैगजीन के दसवें संस्करण का हुआ शानदार विमोचन

नई दिल्ली, 19 जनवरी 2025 (यूटीएन)। सार्ट व राज फाउंडेशन की ओर से दिल्ली के गोदावरी आडिटोरियम में इंडिया की मोस्ट फैबुलस मैगज़ीन शेड्स ऑफ़ इंडिया के दसवे संस्करण का शानदार विमोचन किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बॉलीवुड सहित राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षिक आदि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी उत्तर भारत की जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुरेंद्र पाल सिंह, मोटू पतलू के रचियता हरविंदर मांकर, फेमस ब्रांड हाउस ऑफ़ चिकिन कारी से पूनम रावल, चिश्तिया सूफ़ी मिशन के चैयरमेन यासिर गुरदेज़ी, फेमस इन्फ्लुएंसर अंशिका गोयल, अब्या प्रोडक्शन से योगेश मलिक, राज फ़ॉउंडेशन से सोनिया राणा व शेड्स ऑफ़ इंडिया की डायरेक्टर सविता अरोड़ा एवं राखी तंवर द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस मौके पर कल्याण ट्रस्ट के बच्चो द्वारा गणेश वंदना पर सुन्दर नृत्य  प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में दिल्ली ब्लिंग्स क्लब की फाउंडर प्रेसिडेंट माधवी गुप्ता, इंदु तोमर, रविकांत शर्मा, एकता शर्मा, रेखा वोहरा, जसबीर कौर, गोल्डी रंधावा, अनिल कटोच, गौतम कपूर, यशपाल सिंह, मधु सूदन सोनी सहित सभी मेहमानो का स्वागत शेड्स ऑफ़ इंडिया की डायरेक्टर सविता अरोड़ा एवं राखी तंवर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में शेड्स ऑफ़ इंडिया मैगज़ीन के कवर पेज पर छाये चिश्तिया सूफ़ी मिशन के चैयरमेन यासिर गुरदेज़ी के पोस्टर का अनावरण किया गया। इस मौके पर शेड्स ऑफ़ इंडिया मैगज़ीन द्वारा सोशल कॉज को लेकर मिस एंड मिसेज प्रतियोगिता भी हुई, जिसमे पहले महिलाओ ने रैंप वाक करते हुए ग्लैमर का तड़का लगाया, वही मॉडल्स ने भी रैम्प वॉक करते हुए स्लम मॉडल बच्चों के साथ जलवा बिखेरा। वही कुछ  मॉडल्स ने जोड़े के साथ रैंप वॉक भी की। इस प्रतियोगिता की जूरी रही रुचिका कपूर व डॉ मोनिका ने विजेताओं की घोषणा की। इस प्रतियोगिता की मिसेज कैटेगरी की विजेता गुरुग्राम की रश्मि सोनी रही और हिमाचल कांगड़ा की वर्षा मिस कैटेगरी की विजेता रही। इस मौके पर शेड्स ऑफ़ इंडिया ने अपने 2025 का कैलेंडर भी लॉन्च किया। इसके साथ ही मैगज़ीन की फेस ऑफ़ द ईयर एकता शर्मा बनी, वही राज फाउंडेशन के बच्चो की जबरदस्त परफॉरमेंस ने सभी का फुल एंटरटेन किया। इस मौके पर फेमस कला ग्रुप अश्मिता थिएटर के कलाकारों ने नशा मुक्ति को लेकर एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। इस सफल कार्यक्रम को लेकर शेड्स ऑफ़ इंडिया की डायरेक्टर सविता अरोड़ा व राखी तंवर ने सभी का धन्यवाद किया। नेशनल अवार्डी और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन बागपत ने सार्ट द्वारा किये जा रहे सामाजिक और धार्मिक कार्यो की प्रशंसा करते हुए इनसे प्रेरणा लेने की बात कही। दिल्ली/रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Jan 19, 2025

रानी लक्ष्मीबाई सम्मान से सम्मानित होंगी कई विभूतियां : नीरू सहगल

बागपत,18 जनवरी 2025 (यूटीएन)। डब्ल्यूबीटीआर नई दिशाएं इंडिया एनजीओ के सौजन्य से 30 जनवरी को दिल्ली के स्पीकर हाल कांस्टीट्यूशन क्लब में रानी लक्ष्मी बाई सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया जाएगा। डब्ल्यूबीटीआर नई दिशाएं इंडिया एनजीओ की फाउंडर अध्यक्ष नीरू सहगल आनंद ने बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा और अनोखा कार्यक्रम होगा, जिसमें देश और विश्व भर से ऐसी महान हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने समाज और देश के लिए अच्छा काम किया है। इसके अलावा नीरू सहगल ने कहा कि दिव्यांगो को भीख नहीं बल्कि रोजगार देना चाहिए, इसलिए उन्होंने दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी उठाई है। कहा कि वह सौ गरीब लाचार दिव्यांग लोगों व बच्चों का रोजगार खुलवाएंगी, ताकि उन्हें दूसरों पर आश्रित ना होना पड़े। अभी पिछले सप्ताह ही उन्होंने अपनी संस्था के मेम्बर्स की मदद से दिव्यांग आरती, जिनके पति की मृत्यु हो गई थी, उनको साकेत में चाय की दुकान खुलवा कर दी है, जिसमें दिव्यांग आरती को सिलेंडर, चूल्हा, बर्तन, चीनी, चायपत्ती इत्यादि उपलब्ध कराई गई है। अध्यक्ष नीरू सहगल लगातार समाज और देश के लिए खुद भी अच्छा काम कर रही है और बाकी लोगों को भी प्रेरित कर रही है। जो लोग अच्छा काम कर रहे है, उनको लगातार सम्मानित करके इंसानियत और समाज सेवा का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना रही है। नेशनल अवार्डी और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन ने नीरू सहगल की प्रशंसा की और लोगों को उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Jan 18, 2025

एक्सप्लर्जर ने नई दिल्ली में की सोनू सूद के साथ नई एक्शन-थ्रिलर 'फ़तेह' की एक्सक्लूसिव रेड कार्पेट स्क्रीनिंग की मेजबानी

नई दिल्ली, 15 जनवरी 2025 (यूटीएन)। जितिन भाटिया द्वारा स्थापित और बॉलीवुड स्टार सोनू सूद द्वारा सह-स्थापित, यात्रियों के लिए अभिनव सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'एक्सप्लर्जर' ने अपने उपयोगकर्ताओं को सोनू सूद की नई एक्शन-पैक फिल्म 'फ़तेह' की एक विशेष रेड-कार्पेट स्क्रीनिंग के साथ एक सितारों भरी शाम का आनंद दिया। 12 जनवरी को डीएलएफ साकेत के सिनेपोलिस में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में हजार से अधिक लोग, अलग—अलग शहरों से आए सेलेब्स/मेगा इन्फ्लुएंसर/शीर्ष कंटेंट क्रिएटर/मीडिया बिरादरी/शीर्ष कॉर्पोरेट अधिकारी/ब्रांड प्रमुख/मनोरंजन पत्रकार शामिल थे, शामिल होकर रेड-कार्पेट स्क्रीनिंग का हिस्सा बने।    बता दें कि 'फतेह' सोनू सूद द्वारा निर्देशित पहली फिल्म, एक्शन से भरपूर ड्रामा और शानदार कहानी में न्याय और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के विषयों की पड़ताल करती है। दर्शकों और आलोचकों से समान रूप से शानदार समीक्षा प्राप्त करने वाली सोनू सूद की यह नवीनतम पेशकश बॉलीवुड में एक्शन शैली को फिर से परिभाषित कर रही है। खास बात यह कि सोनू सूद के साथ मिलकर 'एक्सप्लर्जर' ने एक महीने तक ऑनलाइन प्रतियोगिता चलाई थी, जिसमें क्रिएटर्स को एक्सप्लर्जर ऐप पर #फतेह #सोनूसूद पर कंटेंट बनाने के लिए कहा गया था। इसकी घोषणा खुद सोनू सूद ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से की और शेयर किया था। इसके जबरदस्त जवाब में, उन्हें पूरे भारत से 'एक्सप्लर्जर' क्रिएटर्स की ओर से 20 हजार से ज्यादा प्रविष्टियां मिलीं।   जिनमें से 500 भाग्यशाली विजेताओं को एक्सक्लूसिव फतेह रेड कार्पेट स्क्रीनिंग का एक्सेस मिला और उन्होंने सुपरस्टार के साथ खुद फिल्म देखी। वाकई यह उनके लिए जीवनभर का एक यादगार अनुभव था। इसके बाद आया एक यादगार पल 'गाला नाइट', जिसे खुद सोनू सूद और उनकी फिल्म 'फतेह' के को-स्टार्स की मौजूदगी ने यादगार बना दिया। प्रशंसक और क्रिएटर एक दुर्लभ मुलाकात और अभिवादन के अवसर का आनंद उठाकर रोमांचित थे, जहां उन्होंने प्रिय अभिनेता और उनकी टीम के साथ बातचीत की। यहां भी क्रिएटर्स ने स्टार के साथ कंटेंट बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। यह स्क्रीनिंग 'एक्सप्लर्जर' की बढ़ती हुई ट्रैवलर्स और उत्साही लोगों के समुदाय के लिए अनोखे अनुभव को बढ़ावा देने की निरंतर प्रतिबद्धता का परिणाम थी। द ललित होटल्स, सिनेपोलिस, स्पर्श सीसीटीवी और भारत रेशमा के साथ साझेदारी में इस कार्यक्रम ने ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों जगह सार्थक कनेक्शन बनाने के एक्सप्लर्जर के दृष्टिकोण को दर्शाया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jan 15, 2025

फतेह:साइबर क्राइम के व्यापक खतरे पर आधारित फिल्म में एक्शन और डायरेक्शन में छाए सोनू सूद

नई दिल्ली, 15 जनवरी 2025 (यूटीएन)। यह पहली बार नहीं है, जब किसी एक्टर ने अभिनय के साथ -साथ निर्देशन की भी कमान संभाली हो। आमिर खान से लेकर अजय देवगन तक और हालिया रणदीप हुड्डा से लेकर कुणाल खेमू तक कई ऐसे अदाकार हैं, जिन्होंने अपनी फिल्म में निर्देशन और अभिनय सरीखी कई ज‍िम्मेदारियां निभाई हैं। इस कड़ी में अब सोनू सूद का नाम भी जुड़ गया है। शुक्रवार, 10 जनवरी को रिलीज हुई फिल्म 'फतेह' में सोनू एक्टिंग के साथ-साथ डायरेक्शन का भी जिम्मा उठाते नजर आए हैं, और यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि साइबर क्राइम के व्यापक खतरे पर आधारित इस फिल्म में वह अपने दोनों रूप में जंचे हैं।   *फतेह' की कहानी* फिल्‍म की कहानी है पंजाब के मोगा में रहने वाले फतेह (सोनू सूद) की, जो अपने गांव में एक डेयरी फार्म चलाता है। सादा जीवन जीने वाला और गांव वालों का मददगार 'फतेह' अतीत में एक स्पेशल टास्क फोर्स का जांबाज अफसर था। लेक‍िन सरकार द्वारा उनके टास्क फोर्स को बंद किए जाने के बाद अब वह सादगी भरी जिंदगी जी रहा है। मगर एक दिन जब उसकी बहन जैसी मासूम निम्रत (शिव ज्योति राजपूत) साइबर क्राइम के जाल में फंस जाती है, तो उसके जरिए फतेह को पता चलता है कि उसके देश के अनगिनत लोग साइबर अपराध के चंगुल में फंसकर अपनी जान देने पर मजबूर हो गए हैं। वो विजय राज, नसीरद्दीन शाह, दिब्येंदु भट्टाचार्य जैसे खूंखार और शातिर मुजरिमों का पर्दाफाश करने के लिए अतीत में लौटने को मजबूर हो जाता है। उसकी इस खूनी जंग में उसका साथ हैकिंग एक्सपर्ट खुशी (जैकलीन फर्नांडिस) भी देती है।   लेखक-निर्देशक के रूप में सोनू सूद ने साइबर माफिया जैसा ज्वलंत विषय लिया है और साथ ही भविष्य में होने वाले इसके भयावह खतरे से भी आगाह कराने की कोशिश की है। उन्होंने दर्शाया है कि कैसे मोबाइल फोन के लूप होल्स के चलते भोले-भाले लोग लालच के जाल में फंस कर इन साइबर अपराधियों के चंगुल में जाते हैं। फिल्म का रोंगटे खड़े कर देने वाला पहला सीन एक्शन फिल्म के मिजाज को पूरी तरह से सेट कर देता है। मगर फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा धीमा है। हालांकि सेकंड हाफ कसा हुआ है। डायरेक्‍टर के रूप में सोनू सूद दर्शकों को साइबर अपराध के जरिए एक रोमांचक यात्रा पर ले जाते हैं, मगर सुस्त स्क्रीनप्ले और भावनात्मक गहराई का अभाव कहानी को उथला बनाता है।   फिल्म के तमाम एक्शन सीन्स काबिल-ए-तारीफ हैं, जो 'एनिमल' और 'किल' जैसी फिल्मों के नृशंस खूनखराबे की याद ताजा करते हैं। फिल्म में फतेह का किरदार वन मैन आर्मी की तर्ज पर चलता है, जिसे सोनू की फिटनेस और चपलता ने विश्वसनीय बनाने का प्रयास किया है, मगर कुछ जगहों पर वह ओवर द टॉप लगता है। फिल्म के डायलॉग चुटीले है। जॉन स्टीवर्ट एडरी और हैंस जिमर का बैकग्राउंड स्कोर टेंशन को बनाए रखता है। संगीत की बात करें, तो अरिजीत सिंह और बी प्राक के गाने ठीक-ठाक हैं। 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फेम ली व्हिटेकर की एक्शन कोरियोग्राफी कमाल की है, हालांकि ये कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। फतेह के रूप में सोनू ने शानदार काम किया है। एक्शन और सीरियस दृश्यों में वे पूरी तरह से बाजी मार ले जाते हैं, मगर चरित्र का इमोशनल आर्क काफी संयमित लगता है। नो मेकअप लुक में जैकलीन ने अपनी भूमिका के साथ पूरा न्याय किया है। लंबे अर्से बाद उन्हें स्क्रीन पर देखन अच्‍छा लगता है।   निमृत की भूमिका में शिव ज्योति राजपूत ने छाप छोड़ी है। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह जैसे कद्दावर अभिनेता की भूमिका को और गहराई दी जानी चाहिए थी। हालांकि उनका प्रेजेंस फिल्म को मजबूत बनती है। छोटी भूमिकाओं के बावजूद विजय राज और दिब्येंदु भट्टाचार्य प्रभाव जमाने में कामयाब रहे हैं। सहयोगी भूमिकाओं में शीबा और आकाशदीप ने अच्छा काम किया है। डिजिटल धोखाधड़ी की भयावह संभावनाओं को उजागर करने वाली इस फिल्म को एक्शन फिल्मों के शौकीन देख सकते हैं।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

admin

Jan 15, 2025

सबको साथ लेकर चलने वाले सतपुरुष थे वीरेंद्र प्रभाकर: अशोक गेहलोत

नई दिल्ली, 15 जनवरी 2025 (यूटीएन)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्र अशोक गेहलोत ने कहा कि पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर ऐसे सौभाग्यशाली लोगों में से थे, जो हमारी आजादी की पहली रोशनी के गवाह थे। उन्होंने अपनी कलात्मक दृष्टि से दुनिया देखी, उसे दर्ज किया और कई पुरस्कारों से सम्मानित हुए। हमें यह जानकर बेहद खुशी है कि चित्रकला संगम और उनके पुत्रों द्वारा हर वर्ष उनके स्मृति दिवस पर काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता रहा है। व्यस्तताओं के कारण कांग्रेस नेता अशोक गेहलोत कार्यक्रम में नहीं आ पाए। इसके लिए उन्होंने खेद प्रकट किया और अपना संदेश भेजा। नई दिल्ली के कांन्स्टीच्यूशन क्लब में चित्र कला संगम की ओर से पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर की  10वीं पुण्यतिथि पर कई विभूतियों को किया गया सम्मानित, कवि इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों, विशेषकर साहित्यकार और कलाकार को सम्मानित किया गया।    रघु राय, अरुण जैमिनी, प्रवीण शुक्ल, अरुण जैन, महेन्द्र अजनबी, राजीव अग्रवाल, प्रेम जी पतंजलि, स्वराज जैन,आचार्य ओम प्रकाश, बाबा कानपुरी सहित समाजसेवी को सम्मानित किया गया।  इस मौके पर प्रसिद्ध फोटोग्राफर रघु राय ने उनके साथ बिताए गए पल को याद किया। रघु राय ने कहा कि इंडियन फोटोग्राफर की एग्जीबिशन पहली बार वीरेंद्र जी ने की थी. बाबा कानपुरी ने अपनी कविता से लोगों को हंसाया। गौरतलब है कि प्रसिद्ध फोटोग्राफर और चित्रकार पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर ने अपने कैमरे से भारत के राजनीतिक और सामाजिक इतिहास को संजोया है। उनकी तस्वीरें हिन्दुस्तान टाइम्स सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रकाशित हुईं। उनके योगदान को आज भी समाज आदर के साथ स्मरण करता है।   वर्ष 1983 में भारत  सरकार की ओर से उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। खास बात यह भी है कि उनकी फोटोग्राफी और चित्रकारी की धूम विदेशों में भी कई लोगों के बीच रही। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में इनका नाम दर्ज है। बीते 10 वर्षों से इस आयोजन को हर साल चित्र कला संगम की ओर से आयोजित किया जाता है।   उनके पुत्र अशोक जैन और रवि जैन द्वारा उनके सामाजिक और कलात्मक योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक माध्यम है। कार्यक्रम की शुरुआत की एंकरिंग विजय मोहन ने की.हरपाल जी ने अतिथियों का स्वागत किया और वीरेन जी की किए गए कार्यों पर चर्चा की. 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित काव्य संध्या में प्रसिद्ध कवि अरुण जैमिनी, बाबा कानपुरी, महेन्द्र अजनबी, प्रवीण शुक्ला सहित अन्य  कवि काव्य पाठ किया। साथ ही समाज के अन्य क्षेत्रों से जुडे़ गणमान्य लोग अपने विचार रखें।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

Pradeep Jain

Jan 15, 2025

लोहड़ी का त्यौहार हमारे जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आता है - शैली बिंद्रा

नई दिल्ली, 14 जनवरी 2025 (यूटीएन)। नई दिल्ली में लौहड़ी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम और हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। दिल्ली एनसीआर की सुप्रसिद्ध मॉड़ल, स्टाईलिस्ट, उद्यमी एवं सोशल वर्कर शैली बिंद्रा ने बताया कि लौहड़ी का त्यौहार मुख्य रूप से फसल पकने का प्रतीक है। लौहड़ी भाईचारे, प्रेम और नई ऊर्जा का प्रतीक है। बताया कि लौहड़ी उत्तर भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्यौहार है और इसको मकर संक्रांति के त्यौहार से पहले मनाया जाता है। किशोर लड़के और लड़कियां अलाव के लिए उपले बनाने के लिए गाय का गोबर और टहनियां इकट्ठा करना शुरू कर देते हैं। लौहड़ी वाले दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और अलाव जलाने के लिए उसके चारों ओर इकट्ठा होते हैं। लोग अलाव के सामने प्रार्थना करते हैं और उसमे तिल, मूंगफली, चूरा और पॉपकान आदि डालते हैं। इन सभी खाद्य पदार्थों को लौहड़ी का प्रसाद माना जाता है। इसके आलावा लौहड़ी के दिन, स्वादिष्ट भोजन पकाया जाता है, जिसमें मुख्य रूप लौहड़ी का विशेष भोजन सरसों का साग और मक्की की रोटी, खीर, आटे के लड्डू के साथ-साथ कई अन्य व्यंजन बनाए और खिलाए जाते हैं। लौहड़ी के दिन लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और खुशियों का आदान-प्रदान करते हैं। बताया कि यह दिन न केवल कृषि की खुशी का प्रतीक है, बल्कि यह परिवार और समुदाय की एकजुटता का भी प्रतीक होता है। यह त्यौहार हमें अपनी संस्कृति का सम्मान करने का अवसर प्रदान करता है। लौहड़ी के त्यौहार को लेकर हर जगह उल्लास और उत्साह का माहौल रहता है, जिससे पूरे समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। बागपत-रिपोर्टर, (विवेक जैन)।

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Jan 14, 2025

उर्वशी रौतेला ने लिमिटेड एडिशन सुपर महंगे कांजीवरम हीरे की साड़ी पहनी, 61 लाख के ज्वैलरी पीस में बेहद खूबसूरत लग रही हैं

मुंबई, 13 जनवरी 2025 (UTN)। भारत की सबसे कम उम्र की सुपरस्टार और आइकन उर्वशी रौतेला को सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्री और वैश्विक कलाकार के रूप में जाना जाता है। सभी प्लेटफार्मों पर 100 मिलियन से अधिक के चौंका देने वाले सोशल मीडिया फॉलोअर्स के साथ, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक फॉलो की जाने वाली भारतीय हस्तियों में से एक हैं। उनकी अपार लोकप्रियता ने उन्हें इंस्टाग्राम फोर्ब्स रिच लिस्ट में जगह दिलाई है, जहाँ वह सबसे कम उम्र की भारतीय हैं। बॉलीवुड और वैश्विक मंच दोनों पर उर्वशी का उल्लेखनीय प्रभाव दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित कर रहा है। वर्ष 2024 में फिल्मों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद, उर्वशी रौतेला वर्तमान में 2025 में अपने काम से दिल जीत रही हैं। उनके पास आगे बढ़ने वाली फिल्मों की एक शानदार लाइन-अप है और ठीक है, वर्ष का पहला महीना या जनवरी वर्ष के लिए उनकी रिलीज़ की दौड़ शुरू करने जा रहा है। नंदमुरी बालकृष्ण के साथ उनकी 430 करोड़ की विशाल दक्षिण परियोजना 'डाकू महाराज' 12 जनवरी, 2025 को रिलीज़ होने के लिए पूरी तरह तैयार है और उनके प्रशंसक सुपर उत्साहित हैं। उर्वशी रौतेला वर्तमान में भारतीय मनोरंजन उद्योग में एकमात्र ऐसी अभिनेत्री हैं जो अच्छा विश्वसनीय काम कर रही हैं और दक्षिण के साथ-साथ बॉलीवुड में भी हर जगह हावी हैं। इतना ही नहीं, देश में सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्री दक्षिण की 3 प्रतिष्ठित हस्तियों, पवन कल्याण, चिरंजीवी और नंदमुरी बालकृष्ण के साथ केवल 11 महीने की अवधि में काम करने वाली एकमात्र मुख्यधारा की महिला बॉलीवुड सुपरस्टार भी बन गईं। डाकू महाराज की रिलीज़ में कुछ ही दिन बाकी हैं, उर्वशी रौतेला वर्तमान में परियोजना के प्रचार में व्यस्त हैं और जैसा कि अपेक्षित था, उनका एक हालिया प्रचार लुक पूरे इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। दिवा को एक भव्य और सुपर महंगे कांजीवरम हीरे की साड़ी में अपने जातीय देसी अवतार को पूर्णता के लिए गले लगाते हुए देखा जाता है और इतना ही नहीं, लुक का मुख्य आकर्षण उनके सीमित संस्करण के आभूषण हैं जिनकी कीमत 61 लाख है। यह शैली वास्तव में देश की सबसे गतिशील महिला सुपरस्टार को परिभाषित करती है और हम इसे पसंद कर रहे हैं। उर्वशी रौतेला वर्तमान में नंदमुरी बालकृष्ण और बॉबी देओल के साथ 'एनबीके 109' उर्फ 'डाकू महाराज', कमल हासन और शंकर के साथ 'इंडियन 2', आफताब शिवदासानी और जस्सी गिल के साथ 'कसूर' और कई अन्य जैसी अपनी आगामी परियोजनाओं को देख रही हैं। वैश्विक भारतीय सुपरस्टार उर्वशी रौतेला के पास अक्षय कुमार के साथ वेलकम 3, जस्सी गिल के साथ आने वाली फिल्म, सनी देओल और संजय दत्त के साथ 'बाप' (हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर एक्सपेंडेबल्स की रीमेक), रणदीप हुड्डा के साथ इंस्पेक्टर अविनाश 2, ब्लैक रोज जैसी अन्य बड़ी परियोजनाएं भी हैं। इन सबके अलावा उर्वशी रौतेला एक अंतर्राष्ट्रीय संगीत वीडियो में भी दिखाई देंगी और अभिनेत्री आगामी बायोपिक में परवीन बाबी की भूमिका भी निभाएंगी। इसके साथ ही, उनका जेसन डेरुलो के साथ एक बहुत ही खास संगीत वीडियो भी है और बहुत कुछ। हम उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं। अधिक अपडेट के लिए बने रहें। मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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Jan 13, 2025

Letting go of the old and welcoming new beginnings: Rinhee Suberwal shares the importance of Lohri

Mumbai, 13 January 2025  (UTN). Lohri is celebrated on the 13th of January every year as an occasion to welcome new beginnings. Rinhee Suberwal, who is a choreographer, past life regression therapist, vaastu consultant, astrologer, numerologist, and crystal healer, has shared her thoughts on the festival from an astrological point of view. Here’s what she had to say: On the day of Lohri, a bonfire is lit, and certain rituals are performed around it to symbolize letting go of the old and welcoming new beginnings. People offer items like sesame seeds, coconut, and sugar-coated treats (called batasha) into the fire. This act represents releasing negativity and embracing a fresh start.   You can either write down what you want to let go of on paper and burn it in the fire as a way of manifestation or directly offer these items into the flames with the same intention. Sharing sesame sweets like til ke laddoo with others is also a part of the tradition, marking the beginning of a positive and prosperous new year.   The year’s first full moon, Lohri, and Mahakumbh all fall on the same day. From an astrological perspective, full moons are seen as a time to let go of things in life that no longer serve us. To practice this, one can write down what they wish to release (e.g., insecurities about relationships or financial concerns) on white paper with a black pen. This exercise is said to be especially effective during the full moon as it symbolizes letting go and moving forward.Since Lohri and Mahakumbh coincide with this event, they mark a new beginning. Following this, Makar Sankranti occurs, which is a significant astrological transition. On this day, the Sun moves into Capricorn, purifying the world and signaling the end of a period called “Malmas.” This transition is seen as the start of purification and the Hindu New Year.   Certain rituals are suggested during this time: 1. Mix ingredients like haldi (turmeric), Ganga water, cow urine, lavender, and rose water. Sprinkle this mixture around your home while chanting “Har Gange” to purify the space. If possible, go to a flowing water source nearby and chant “Om Namah Shivaya” to relieve pain and difficulties.   2. Engage in moon meditation to channel calmness and focus.   3. If you wish to invite positive changes into your life, it is better to wait for the waxing moon phase, which occurs 15 days later.   Lastly, full moons and new moons often bring emotional imbalances. It is advised not to make major decisions 12 days before or after a full moon. While the full moon is powerful and auspicious, the emotional ups and downs it causes can make it challenging to stay grounded.   Significance of the first full moon of the year 2025: The full moon holds significant importance, especially when it coincides with festivals like Lohri, Makar Sankranti, and Mahakumbh. Together, these events mark the beginning of the Hindu New Year. During this time, it’s believed to be essential to perform rituals for cleansing and protection, as both positive and negative energies are heightened. Unfortunately, some people may use this time to perform negative rituals to harm others, like sabotaging careers or relationships. Hence, protecting one’s aura and practicing purification rituals becomes crucial.   Different regions celebrate the New Year in their unique ways, such as through festivals like Gudhi Padwa. Along with these traditions, distributing sweets and sharing positivity is common during this period. Specific rituals, like chanting mantras related to the moon or Lord Shiva, can strengthen bonds in relationships. For example, chanting “Om Namah Shivaya” or “Om Gauri Shankaraya Namah,” along with reciting the Shiva Chalisa, is believed to enhance the bond between spouses and bring harmony.   The full moon is a powerful time to let go of negativity, not just externally but also from within. It’s not just about releasing external situations but also shedding the negative aspects of your personality. Setting clear intentions during this time helps in moving forward positively. The moon is astrologically connected to the mind, and its balance reflects our emotional stability and strength to progress in life.   For those with a weak or imbalanced moon in their birth chart, specific remedies can be beneficial during the full moon. Drinking water from a silver glass, wearing a silver chain, distributing sweets, and worshipping Lord Shiva (e.g., offering prayers to a Shiva Lingam) are all helpful practices. These acts are believed to bring balance, calmness, and positivity, allowing you to align your mind and emotions better.   Mumbai-Reporter,( Hitesh Jain ).

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Jan 13, 2025

KATRINA KAIF’S MERRY CHRISTMAS CELEBRATES ONE YEAR: A THROWBACK TO ONE OF HER BEST PERFORMANCE

Mumbai, 13 January 2025  (UTN). Marks the first anniversary of Merry Christmas, a film that not only redefined the suspense thriller genre but also showcased Katrina Kaif in what is widely regarded as her best performance to date. Directed by Sriram Raghavan, the movie became an instant hit, leaving fans and critics alike in awe of Katrina’s emotionally intense and layered portrayal.   Katrina’s performance in Merry Christmas was a revelation, with the actress taking on a deeply complex character that showcased her acting versatility and depth. Her role garnered universal acclaim, with many calling it her career-defining moment. Audiences were pleasantly surprised to see a new side of Katrina as she completely immersed herself in the intricacies of her character, delivering one of the most memorable performances of 2024.   The film’s release was met with an outpouring of love, as fans took to social media to applaud her transformation and the sheer conviction with which she brought the role to life. From industry veterans to global audiences, the consensus was clear—Katrina Kaif had reached new heights in her acting career.   Katrina’s performance continues to resonate with fans and critics alike, sparking conversations about her evolution as an actor. Many believe her nuanced portrayal in Merry Christmas positions her as a strong contender for this award season's top honors, particularly in the critics' choice category. As Merry Christmas completes a year, the film and Katrina’s performance remain a testament to the power of strong storytelling paired with exceptional acting. Fans continue to celebrate the movie’s impact and her role in making it a cinematic masterpiece.   Mumbai-Reporter,( Hitesh Jain ).

Ujjwal Times News

Jan 13, 2025

18 YEARS OF GURU: CELEBRATING ABHISHEK BACHCHAN’S TIMELESS PERFORMANCE IN A CINEMATIC MASTERPIECE

Mumbai, 13 January 2025  (UTN). Today marks 18 years since Guru—a film that redefined storytelling and acting—graced the silver screen. Directed by Mani Ratnam, Guru remains an enduring classic, and Abhishek Bachchan’s portrayal of Gurukant Desai continues to be celebrated as one of the most iconic performances in Indian cinema. Abhishek's transformation into Gurukant, a man driven by ambition and resilience, showcased his remarkable ability to delve into a character’s psyche. His performance was nuanced, capturing every shade of the rags-to-riches story that inspired millions.   The chemistry between Abhishek and Aishwarya Rai Bachchan, who played Sujata, was electric, making them one of Bollywood’s most beloved on-screen pairs. Their performances not only elevated the film but also solidified their status as a power couple, both on and off the screen.   Over the years, Abhishek has proven himself as a versatile actor, with an impressive filmography that spans diverse roles—from the intense Yuva to the emotional Paa, the gripping Bob Biswas, and the inspiring Ghoomer. His ability to immerse himself into every character, be it through physical transformations or emotional depth, sets him apart as an actor committed to his craft.   In his latest film, I Want To Talk, Abhishek once again delivers a critically acclaimed performance, making him standout as a front runner for this years upcoming award season. Critics have lauded this role as yet another feather in his cap, underscoring his journey as one of Bollywood’s most consistent and transformative actors.   As Guru completes 18 years, it’s a moment to celebrate not just a timeless film but also the enduring legacy of an actor who continues to push boundaries and leave a lasting impact with every role.   Mumbai-Reporter,( Hitesh Jain ).

Ujjwal Times News

Jan 13, 2025

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