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आर्य समाज मानव निर्माण की एकमात्र कार्यशाला : डॉ मनीष तोमर

बडौत, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में नगर के चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में चल रहे आर्य वीर, वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण हेतु चल रहे छः दिवसीय विषेष शिविर का भव्य समापन समारोह आसन, पीटी ,सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार जूडो कराटे, काते, लाठी, पिरामिड भाला, रस्से के आसन एवं तलवार के विशेष प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ मनीष तोमर ने कहा, आर्य समाज मानव  निर्माण की एकमात्र कार्यशाला है। शरीर को स्वस्थ रखना दुनिया में सबसे आवश्यक कार्य है। युवा पीढ़ी विकारों से दूर रहे।   वर्तमान समय में हमारे बच्चे अच्छी विचारधारा को आत्मसात् करते हुए जीवन में आगे  बढ़ें, मेहनत करें, बड़ों का सम्मान करें व ईमानदारी का जीवन जीएं, यही विद्यार्थी जीवन का परम लक्ष्य होना  चाहिए। कहा कि, आर्य समाज के समर्पित लोग शिविरों के माध्यम से बच्चों को संस्कारवान बनाने का कार्य  कर रहे हैं। ये बधाई के पात्र हैं। सुधार के कार्यक्रम में व्यापकता लानी चाहिए। कहा कि, एक अच्छे  समाज का निर्माण तभी हो सकता है, जब हम अपने बच्चों को नशे जैसी बुराइयों से भी बचाएंगे। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष सुशील राणा ने कहा, हमें बेटियों के निर्माण करने के लिए    इस तरह के कार्यक्रम लगातार चलाने होंगे, तभी समाज में जन जागरण हो सकता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुएं सभा मंत्री रवि शास्त्री ने बताया ,बेटियों के निर्माण के लिए लगातार विद्यालयों में यह अभियान जारी किया जाएगा, ताकि हमारे बच्चे संस्कारवान बन सकें। बच्चों का नवनिर्माण करना ही हमारा उद्देश्य है। इस अवसर पर सैकड़ों महिलाएं डॉ गीतांजलि तोमर,डॉ शश्या तोमर, प्रधानाचार्य रामपाल तोमर,कपिल आर्य, धर्मपाल त्यागी, राष्ट्र वर्धन मुनि, सुरेश आर्य, योगेंद्र आर्य, नरेंद्र आर्य, आचार्य धर्मवीर आर्य, अमरपाल आर्य, चौधरी महीपाल सिंह,राजेश उज्ज्वल, सुमेधा आर्या, प्रशांत आर्य आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 15, 2024

भाजपा का सक्रिय सदस्य वही बनेगा, जिसने पूरा किया होगा पार्टी का लक्ष्य: डॉ चन्द्रमोहन

बागपत, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। भाजपा की सक्रिय सदस्यता अभियान को लेकर चमरावल रोड़ पर स्थित भाजपा के जिला कार्यालय पर हुई बैठक में प्रदेश मंत्री व जिला प्रभारी डॉ चन्द्रमोहन ने पार्टी के सदस्यता अभियान को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि, पूरे भारत में 16 अक्टूबर से बूथ स्तर पर भाजपा का सक्रिय सदस्यता अभियान चलेगा तथा जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में हर बूथ पर भाजपा सक्रिय सदस्यों की सदस्यता करेगी। इसके लिए मंडल स्तर पर सभी कार्यकर्ता अभी से मेहनत से जुट जाएं, ताकि अभियान को और तेजी से बढाया जा सके।    उन्होंने कहा कि, सक्रिय सदस्य बनने का पात्र वही कार्यकर्ता होगा, जिसने पार्टी द्वारा दिए लक्ष्य के तहत सदस्यों को जोड़ा होगा। शामली जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष व जनपद में सक्रिय सदस्यता अभियान के सत्यापन अधिकारी सतेन्द्र तोमर ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की, कि वे इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लें। उन्होंने कहा, भाजपा का अधिकतम सदस्यता अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे पार्टी का जनाधार और मजबूत होगा। इस दौरान कार्यकर्ता बूथ स्तर पर जनसंपर्क कर लोगों को भाजपा की विचारधारा से जोड़ने का प्रयास करें। बैठक में सभी 12 मंडल अध्यक्षों को सक्रिय सदस्यता अभियान के फ़ार्म भी दिए गए।    इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह सक्रिय सदस्यता अभियान के सह सत्यापन अधिकारी डॉ विनय त्यागी, जिला उपाध्यक्ष व सदस्यता अभियान के जिला सहसंयोजक कुलदीप भारद्वाज, राकेश जैन, कंवरपाल गुर्जर, अश्वनी त्यागी, मंडल प्रभारी डॉ नीरज कौशिक, जिला पंचायत सदस्य मनुपाल बंसल,जिला मंत्री सुधीर ठाकुर सतपाल उपाध्याय, जिला मीडिया प्रभारी पवन शर्मा, महेन्द्र भड़ाना, मंडल अध्यक्ष संदीप वशिष्ठ, सतबीर सिंह बड़का, मनीष कुशवाहा,  संदीप प्रजापति, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष नितिन चौधरी, आत्माराम मौर्य, गौरव तोमर, रविन्द्र आर्य, विनोद पांचाल, सुन्दर धामा, डॉ सत्येंद्र प्रजापति, अमित जैन, मास्टर राजीव तोमर, सतेन्द्र मौर्य, सुनील दीक्षित, रविन्द्र तोमर, गौरव शर्मा भानु, भूपेंद्र चौहान, अशोक ठाकुर, सन्दीप प्रजापति, प्रभात तोमर आदि मौजूद रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 15, 2024

गांवों में हो रही रामलीलाओं में अयोध्या पहुंचने राम का किया राज्यभिषेक, लगे जय श्रीराम के नारे

बडौत, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। तहसील क्षेत्र में प्रेम मंडल रामलीला कमेटी बिनौली व अनमोल रामलीला पार्टी तितरौदा के तत्वाधान में रामलीला मंचन में रविवार की रात रावण वध व लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या में पहुंचने पर भगवान् राम, सीता व लक्ष्मण का अयोध्यावासियों ने स्वागत किया।   वहीं गुरु वशिष्ठ, भरत आदि ने प्रभु श्रीराम को राज्यभिषेक कर अयोध्या का राज्य सौंपा। बिनौली में डायरेक्टर प्रवीण उर्फ पप्पन गुप्ता व तितरौदा में डायरेक्टर डॉ विनय कुमार पांडेय  के निर्देशन में रावण का वध कर जैसे ही राम, सीता, लक्ष्मण अयोध्या वापस आते हैं, तो अयोध्या नगरी में खुशी की बहार आ जाती है, अयोध्या की प्रजा प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाकर उनका फूल मालाओं से स्वागत करती है।   प्रभु श्री राम, लक्ष्मण, गुरुओं व माताओं के चरण स्पर्श कर भाई भरत, शत्रुघ्न से गले मिलते हैं। बिनौली में पंडित सत्यनारायण के निर्देशन में वेद मंत्रो के बीच मुख्य अतिथि आकाश सोलंकी ने राम का राज्यभिषेक किया और कलाकारों ने अयोध्या का राज्य सौपने का भव्य मंचन किया। अध्यक्ष गुलवीर धामा, श्रीपाल धामा, देवेंद्र धामा, महेशपाल धामा, विनय धामा, सुधीर धामा, डॉ. राहुल देव आदि उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 15, 2024

उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च युवा पुरस्कार से विभूषित होंगे अमन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे सम्मानित

बागपत, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। स्वामी विवेकानंद ने जब उत्तिष्ठ जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत् कहा था, तो वह केवल इसका तात्कालिक प्रभाव ही देख रहे थे, लेकिन प्रेरणा पाने वालों ने इन पंक्तियों को अमरता की बूटी बना लिया, जो आज भी युवा शक्ति को दिशा दे रही है। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को सेवा क्षेत्र में दिए जाने वाले सर्वोच्च युवा पुरस्कार, स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड की सूची में पहली बार बागपत ने स्थान बनाया है। युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल महानिदेशालय, लखनऊ द्वारा राज्य स्तरीय विवेकानंद यूथ अवार्ड हेतु चयनित युवाओं की अंतिम सूची में अपने कार्यों एवं उपलब्धियों के बल पर ट्यौढी गांव निवासी अमन कुमार ने स्थान प्राप्त किया है।   यह पुरस्कार पहली बार बागपत जिले के किसी युवा को प्राप्त हो रहा है। अमन की इस उपलब्धि पर जिलेभर में उत्साह का माहौल है। जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अमन कुमार को राज्य स्तरीय स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड से राजधानी लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय विकास एवं सेवा के क्षेत्र में अद्वितीय एवं सराहनीय योगदान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड, उत्कृष्ट युवाओं को जीवनकाल में एक बार प्रदान किया जाता है ,जिसमें पचास हजार रुपए की पुरस्कार राशि, स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा, अंग वस्त्र, एक पदक, प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। अमन कुमार बागपत जिले के पहले युवा है, जो इस महत्वपूर्ण पुरस्कार से सम्मानित होकर जिले का नाम रोशन करेंगे।    22 वर्षीय अमन कुमार वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से समाज कार्य की पढ़ाई कर रहे हैं और उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष हैं। उन्होंने इंटरमीडिएट कॉलेज सरूरपुर खेड़की से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की तथा जीवनशैली स्वामी विवेकानन्द से प्रेरित है।एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अमन का कार्य सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी देश का नाम रोशन किया है। उनके प्रयासों ने जहां स्थानीय स्तर पर बदलाव आया, वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उनके कार्यों ने अमिट छाप छोड़ी है। अपने अनुकरणीय प्रयासों के लिए 78 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष युवा अतिथि के रूप में नई दिल्ली आमंत्रित किये गए थे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 15, 2024

जनपद के विभिन्न मार्गों व परियोजनाओं की ₹ 326 करोड़ की कार्ययोजना का हुआ अनुमोदन

बागपत, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस बागपत में संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास राज्यमंत्री व जनपद प्रभारी मंत्री जसवंत सिंह सैनी व सांसद डॉ राजकुमार सांगवान की उपस्थिति में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में वर्ष 2024-25 के लिए लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत जनपद के विभिन्न मार्गों और परियोजनाओं की कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। इस बैठक में 326 करोड़ रुपये की कुल कार्ययोजना को मंजूरी दी गई है।   योजना के तहत बागपत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण, पुनर्निर्माण और सुधार कार्य किए जाएंगे। इससे जनपद की यातायात सुविधा में सुधार होगा और स्थानीय निवासियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधाएं उपलब्ध होंगी।इस मौके पर राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने कहा कि ,यह कार्ययोजना जनपद के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कहा ,सरकार जनहित को प्राथमिकता देती है और इस योजना से बागपत के नागरिकों को बहुत लाभ होगा।   सांसद डॉक्टर राजकुमार सांगवान ने जनपद के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि यह परियोजनाएं क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक उन्नति को भी बढ़ावा देंगी। उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि, वे इस कार्ययोजना को समयबद्ध तरीके से लागू करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। जनपद के विकास हेतु यह परियोजनाएं सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं और इससे क्षेत्र में सर्वांगीण विकास को बल मिलेगा। बैठक में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता अतुल कुमार, जिला विकास अधिकारी अखिलेश कुमार चौबे, वन राज्य मंत्री केपी मलिक के प्रतिनिधि पंकज मलिक उपस्थित रहे।   स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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Oct 15, 2024

श्री धार्मिक लीला कमेटी: राम दरबार की भव्य शोभा यात्रा निकाली

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। श्री धार्मिक लीला कमेटी द्वारा भगवान राम दरबार की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जो धार्मिकता और भक्ति का प्रतीक रही। यह यात्रा माधवदास पार्क लीला स्थल से शुरू होकर चांदनी चौक, खारी बावली, नया बांस, लाल कुंआ, चावड़ी बाज़ार और नई सड़क होते हुए फिर से माधवदास पार्क पहुंची। इस यात्रा में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की सुंदर झांकियां शामिल की गई थीं।   जो भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। कमेटी के महासचिव धीरजधर गुप्ता, सचिव प्रदीप शरण और प्रवक्ता रवि जैन ने बताया कि यात्रा मार्ग पर भक्तों ने पुष्पवर्षा करते हुए भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। विभिन्न संगठनों और श्रद्धालुओं ने जगह-जगह प्रसाद वितरण किया और भजन-कीर्तन का आयोजन किया। शोभा यात्रा में पारंपरिक वेशभूषा और धार्मिक गीतों की ध्वनियों ने माहौल को और अधिक भव्य बना दिया।   माधवदास पार्क वापस पहुंचने पर भगवान की आरती की गई, जिसमें कमेटी के पदाधिकारीगण और कार्यकर्ता शामिल हुए। आरती के बाद सभी ने भगवान राम से प्रार्थना की कि वे देशवासियों पर अपनी कृपा बनाए रखें और उनकी त्रुटियों को क्षमा करें। श्री धार्मिक लीला कमेटी के सदस्यों ने श्री रामचरित के प्रति अपनी आस्था को बनाए रखने का संकल्प लिया और यात्रा का समापन भक्तिमय वातावरण में हुआ।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 15, 2024

ऐसे थे अपने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: राष्ट्रपति होकर भी मेहमानों का खर्च उठाया, 24 बच्चों की जिंदगी भी बचाई

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। देश के 11वें राष्‍ट्रप‍ति और मिसाइल मैन के नाम से मशहूर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की 15 अक्टूबर को 93वीं जयंती है। कलाम के जन्‍मदिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए आज हम आपको बताते हैं अपने कलाम साहब से जुड़े के जीवन से जुड़े रोचक किस्‍से जिनसे उनकी सादगी सौम्‍यता समर्पण और ईमानदारी की मिसाल दी जाती है। देश के 11वें राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की 15 अक्टूबर यानी कल जयंती है। सादगी, सौम्‍यता, समर्पण और ईमानदारी की मिसाल रहे डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित धनुषकोडी में हुआ था।   देश के युवाओं के दिलों पर राज करने वाले मिसाइलमैन और पूर्व राष्ट्रपति  आज देश में हर कोई उन्हें याद कर रहा है। कलाम का व्यक्तित्व सिखाता है कि इंसान की सबसे बड़ी खूबसूरती उसकी विनम्रता है। सिर से पांव तक लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत रहे कलाम साहब की हर एक बात निराली थी, महात्मा गांधी के बाद लोगों के लिए पूज्यनीय बने कलाम के बारे में कहा जाता है कि वे कुरान और भगवद् गीता दोनों का अध्ययन करते थे। इसी की वजह से उनके कर्मों में गीता का असर और बोली में कुरान की मिठास दिखती थी। सादा जीवन उच्च विचार को मानने वाले कलाम साहब के जीवन से जुड़े ऐसे बहुत सारे किस्से हैं, जो आपको हर पल नई बातों को सोचने के लिए प्रेरित करते है। ऐसा ही एक रोचक किस्सा है, उनके राष्ट्रपति भवन जाने का।   *धरोहर के नाम पर थे सिर्फ दो सूटकेस* दरअसल डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को जब राष्ट्रपति चुना गया, तो उनके स्वागत में राष्ट्रपति भवन को जमकर सजाया गया। तमाम तैयारियां यह सोचकर की गईं कि नये राष्ट्रपति का सामान ठीक ढंग से रखा जायेगा। क्योंकि हर किसी को उम्मीद थी कि देश के राष्ट्रपति के पास कम से कम ट्रक भरकर सामान तो होगा ही लेकिन हुआ इससे ठीक उलट क्योंकि कलाम साहब राष्ट्रपति भवन महज दो सूटकेस लेकर पहुंचे थे और यही उनकी पूरी जिंदगी की धरोहर थी। डॉ. कलाम ने देश के पहले स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल एसएलवी-3 को विकसित करने के लिए निदेशक के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।   वैज्ञानिक से लेकर राष्ट्रपति तक का सफर तय करने के बाद भी कलाम ने एक भी संपत्त‍ि अपने नाम पर नहीं जोड़ी। जो था वो सब दान कर दिया। जिंदगी भर कलाम साहब ने जहां भी नौकरी की, वहीं के गेस्ट-हाउस या फिर सरकारी आवासों में जीवन व्यतीत किया। पूरी जिंदगी शिक्षा और देश के नाम करने वाले कलाम साहब को बच्चों से बहुत प्रेम था और ये संयोग ही था कि जब उन्होंने अंतिम सांस ली तो उससे पहले भी वो बच्चों को ही ज्ञान का पाठ पढ़ा रहे थे। कलाम की जयंती पर आइए हम आपको बताते हैं, उनकी निजी जिंदगी से जुड़े कुछ बेहद अहम और सीख देने वाले किस्से।   *किस्सा नंबर-1:  ऐसे बना 'कलाम सूट'* बात उन दिनों की है, जब  25 जुलाई 2002 डॉ. कलाम राष्ट्रपति बने थे। दर्जी कलाम के लिए बंद गले के सूट लेकर आए थे, लेकिन कलाम को ये सूट पसंद नहीं आए। कलाम ने कहा- मैं तो इसको पहनकर सांस ही नहीं ले सकता। दर्जी परेशान होकर सोचने लगे कि क्या किया जाए। तब कलाम ने सलाह दी-  आप इसे गर्दन के पास से थोड़ा काट दीजिए। इसके बाद दर्जी ने वैसा ही किया। फिर क्‍या था कलाम के इस कट सूट को 'कलाम सूट' कहा जाने लगा।   *किस्सा नंबर-2: जब अटल ने लगाया गले, दिया मंत्री बनने का प्रस्ताव* पत्रकार राज चेंगप्पा ने अपनी किताब 'वेपंस ऑफ पीस' जिक्र किया है। यह किस्सा भी डॉ कलाम से जुड़ा है। दरअसल, एक बैठक में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जब कलाम का अटल बिहारी वाजपेयी से परिचय कराया तो उन्होंने कलाम से हाथ मिलाने की बजाए उन्हें गले लगा लिया था। इसके बाद जब अटल बिहारी वाजपेयी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने थे तो उन्होंने कलाम को अपने मंत्रिमंडल में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन डॉ. कलाम ने विनम्रतापूर्वक इस पद को अस्वीकार कर दिया था। कलाम ने कहा था- 'रक्षा शोध और परमाणु परीक्षण कार्यक्रम अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है। वो अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों को निभाकर देश की बेहतर सेवा कर सकते हैं।'   *किस्सा नंबर-3: राष्ट्रपति भवन में रखा परिवार के खर्च हिसाब* डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सचिव रहे पीएम नायर ने एक एक इंटरव्यू में बताया था- मई 2006 की बात है।  कलाम राष्ट्रपति थे, उन्होंने अपने परिवार के करीब 52 लोगों को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया था। ये लोग आठ दिन तक राष्ट्रपति भवन में रुके थे। इस दौरान कलाम ने उनके राष्ट्रपति भवन में रुकने का किराया तक अपनी जेब से चुकाया था।    *किस्सा नंबर-4: तंजानिया के बच्चों की बचाई जिंदगी* सितंबर 2000 की बात है। कलाम तंजानिया की यात्रा पर गए थे। इस दौरान उनको पता चला कि वहां जन्मजात दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चों की इलाज की कमी के चलते मौत हो रही हैं। कलाम ने तत्कालीन एयर इंडिया के अध्यक्ष वी तुलसीदास से इन बच्चों को दारेसलाम से हैदराबाद लाने को कहा। कलाम के कहने पर करीब 24 बच्चों को भारत लाया गया। यहां उनका ऑपरेशन हुआ। कलाम ने 15 अक्टूबर 2005 को अपने 74 वें जन्मदिन की शुरुआत हृदय रोग से पीड़ित तंजानिया के बच्चों से मिलकर की। उन्होंने हर बच्चे के सिर पर हाथ फेरा और उन्हें टॉफी का एक एक डिब्बा दिया, जिन्हें वो दिल्ली से लेकर आए थे।   *भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन*' स्वभाव से बेहद ही हंसमुख और कविताओं के शौकीन 1962 में 'भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन' में आये थे। डॉक्टर अब्दुल कलाम को प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (एस.एल.वी. तृतीय) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ। 1980 में इन्होंने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया था जिसके बाद ही भारत भी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया। इसरो लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम को परवान चढ़ाने का श्रेय भी इन्हें प्रदान किया जाता है। डॉक्टर कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया।   *विज्ञान सलाहकार* इन्होंने अग्नि एवं पृथ्वी जैसी मिसाइल्स को स्वदेशी तकनीक से बनाया था। डॉक्टर कलाम जुलाई 1992 से दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव थे। उन्होंने स्ट्रेटेजिक मिसाइल्स सिस्टम का उपयोग आग्नेयास्त्रों के रूप में किया। इसी प्रकार पोखरण में दूसरी बार न्यूक्लियर विस्फोट भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया। इस तरह भारत ने परमाणु हथियार के निर्माण की क्षमता प्राप्त करने में सफलता अर्जित की। डॉक्टर कलाम ने भारत के विकासस्तर को 2020 तक विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक करने के लिए एक विशिष्ट सोच प्रदान की।   *भारत रत्न' से सम्मानित किया गया* यह भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रहे। 1982 में वे भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में वापस निदेशक के तौर पर आये और उन्होंने अपना सारा ध्यान 'गाइडेड मिसाइल' के विकास पर केन्द्रित किया। जुलाई 1992 में वे भारतीय रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त हुये। उनकी देखरेख में भारत ने 1998 में पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ। कलाम को 1989 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। डाक्टर कलाम को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से 1997 में सम्मानित किया गया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 15, 2024

इंडियन मेन्स वियर ब्रांड 'तस्वा' के 'बारात बाय तस्वा' में रणबीर कपूर उतरे रैम्प पर

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। शादी, प्रत्येक भारतीय परिवार के लिए सबसे महत्वपूर्ण और शानदार आयोजन होता है। ऐसे में इस दौरान कपड़ों से लेकर स्टाइल तक पर काफी ध्यान दिया जाता है। डिजाइनर शादी के लिए खूबसूरत व डिजाइनर परिधानों के शानदार प्रदर्शन के लिए आदित्य बिड़ला फैशन रिटेल लिमिटेड द्वारा 'तस्वा' ने दिग्गज फैशन डिजाइनर तरुण तहिलियानी के साथ मिलकर एक अविस्मरणीय फैशन शो 'बारात' का आयोजन किया, जिसमें तस्वा ने अपने ऑटम/विंटर 2024 वेडिंग कलेक्शन का अनावरण किया। यह भव्य कार्यक्रम रविवार, 13 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली के राजसी त्रावणकोर पैलेस में हुआ। खास बात यह कि इस स्पेशल फैशन शो की अमिट छाप इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों पर विशेष रूप से देखी गई। शाम का नाटकीय समापन बॉलीवुड आइकन रणबीर कपूर की अगुआई में हुआ, जिन्होंने बेजोड़ शैली और भव्यता के साथ भारतीय शादियों के सार का जश्न मनाया। दरअसल, तस्वा द्वारा 'बारात' जीवंत और जीवंत भारतीय शादी के जुलूस से प्रेरित थी, जिसे एक फैशन शोकेस के रूप में दुबारा तैयार किया गया था, जिसमें दूल्हे को दिखाया गया था। बारात, जो पारंपरिक रूप से दूल्हे के हर्षोल्लास के आगमन का प्रतीक है।   इस अपारंपरिक और अत्यंत आकर्षक फैशन शो में प्रस्तुत किया गया। अपनी बेदाग शैली और करिश्मे के लिए मशहूर रणबीर कपूर ने शानदार भारतीय शादी-शैली की बारात के साथ शो का समापन किया, जो शाम का मुख्य आकर्षण बन गया। रणबीर कपूर इस फैशन इवेंट में फेमस डिजाइनर तरुण तहिलियानी के लिए शो स्टॉपर भी बने। रणबीर कपूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह दूल्हा बने नजर आ रहे हैं। उनका यह वीडियो खूब पसंद किया जा रहा है। वीडियो में रणबीर बारात और ढोल-नगाड़ों के साथ ग्रैंड एंट्री लेते नजर आ रहे हैं। वीडियो में रणबीर कपूर आइवरी और ब्लश पिंक शेरवानी और दुपट्टा लिए नजर आ रहे हैं और सिर पर पगड़ी पहने हुए हैं। उन्होंने पिंक कलर की मोजरी भी पहन रखी है। वीडियो में रणबीर कार में बारात के साथ ग्रैंड एंट्री लेते नजर आते हैं। जैसे ही वह रैंप पर आते हैं, सभी उनके साथ डांस करने लगते हैं और रणबीर भी सबका साथ देते हैं। इस फैशन शो में अपनी भागीदारी के बारे में रणबीर कपूर ने बताया, 'बारात कलेक्शन में रनवे पर कदम रखना एक रोमांचक अनुभव था, जो परंपरा और आधुनिक स्वभाव के मिश्रण का जश्न मनाता है! आज के दूल्हे समारोह का हिस्सा भर नहीं हैं, बल्कि वे कहानी का दिल हैं।   इस संग्रह ने उन्हें अपनी जड़ों का सम्मान करते हुए अपनी व्यक्तिगत पहचान को व्यक्त करने का अवसर दिया। अपनी शानदार बनावट और बोल्ड सिल्हूट के साथ यह मेन्सवियर को फिर से परिभाषित करता है और सुनिश्चित करता है कि हर दूल्हे की यात्रा अविस्मरणीय हो!' रणबीर के अलावा, रनवे पर कई बेहतरीन व्यक्तित्वों का एक पूरा लाइनअप था, जिन्होंने इस इवेंट में अपना अनूठा आकर्षण और स्टाइल भर दिया। उभरते सितारे विहान समत, मशहूर कॉमेडियन अनुभव सिंह बस्सी, मिशेलिन स्टार शेफ सुवीर सरन और लोकप्रिय डिजिटल इन्फ्लुएंसर, मोहक नारंग, मानव छाबड़ा, उन्नति मल्हारकर और अपूर्वा (जिन्हें 'द रिबेल किड' के नाम से भी जाना जाता है) ने तस्वा के असाधारण वेडिंग कलेक्शन को एक अलग शान और अंदाज के साथ पेश किया। उनमें से प्रत्येक ने अपने अंदाज से मॉडर्न भारतीय दूल्हे की पसंद और अंदाज को सबके सामने पेश किया। इस दौरान परंपरा को कंटेम्प्रेरी स्टाइल के साथ काफी आसानी से मिक्स किया गया। उनकी उपस्थिति ने शो में एक यूथफुल, डायनेमिक एनर्जी जोड़ी, जिसने 'बारात बाय तस्वा' इवेंट को व्यक्तित्व और फैशन का रियल फेस्टिवल बना दिया। अपने खास व्यक्तित्व के साथ, उन्होंने तस्वा के एथोस के एसेंस को सबके सामने रखा, जिससे यह इवेंट सभी मौजूद मेहमानों के लिए और भी यादगार बन गया।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 15, 2024

प्रधानमंत्री विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा और इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। डब्ल्यूटीएसए, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ, डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के मानकीकरण कार्य के लिए शासी सम्मेलन है, जो हर चार साल में आयोजित किया जाता है। यह पहली बार है कि आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए भारत और एशिया-प्रशांत में आयोजित किया जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक कार्यक्रम है, जिसमें दूरसंचार, डिजिटल और आईसीटी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 190 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक उद्योग के नेता, नीति-निर्माता और तकनीकी विशेषज्ञ एक साथ आएंगे।   डब्ल्यूटीएसए 2024 देशों को 6जी, एआई, आईओटी, बिग डेटा, साइबर सुरक्षा आदि जैसी अगली पीढ़ी की महत्वपूर्ण तकनीकों के मानकों के भविष्य पर चर्चा करने और निर्णय लेने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। भारत में इस कार्यक्रम की मेजबानी करने से देश को वैश्विक दूरसंचार एजेंडे को आकार देने और भविष्य की तकनीकों के लिए दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। भारतीय स्टार्टअप और शोध संस्थान बौद्धिक संपदा अधिकार और मानक आवश्यक पेटेंट विकसित करने में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।   दूरसंचार विभाग समर्थित इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 का आठवां संस्करण भी डब्ल्यूटीएसए 2024 के साथ-साथ आयोजित किया जाएगा। कई देशों, प्रदर्शकों, स्टार्टअप आदि की भागीदारी के मामले में वार्षिक इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) का आकार पिछले साल से लगभग दोगुना हो गया है।  वहीं इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को प्रदर्शित करेगा, जहाँ अग्रणी दूरसंचार कंपनियाँ और इनोवेटर क्वांटम तकनीक और सर्कुलर इकोनॉमी में प्रगति को उजागर करेंगे, साथ ही 6जी, 5जी यूज़-केस शोकेस, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, सेमीकंडक्टर, साइबर सुरक्षा, ग्रीन टेक, सैटकॉम और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर भी प्रकाश डालेंगे।   एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच, इंडिया मोबाइल कांग्रेस, उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों, स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र में अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए अभिनव समाधान, सेवाओं और अत्याधुनिक उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करने के लिए दुनिया भर में एक प्रसिद्ध मंच बन गया है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 में 400 से अधिक प्रदर्शक, लगभग 900 स्टार्टअप और 120 से अधिक देशों की भागीदारी दिखाई जाएगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 900 से अधिक प्रौद्योगिकी उपयोग के परिदृश्यों को प्रदर्शित करना, 100 से अधिक सत्रों की मेजबानी करना और 600 से अधिक वैश्विक और भारतीय वक्ताओं के साथ चर्चा करना है।   आईएमसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रामकृष्ण पी ने बयान में कहा, “इस बार आईएमसी बड़ा और बेहतर होने वाला है, क्योंकि वैश्विक भागीदारी पिछले साल से लगभग दोगुनी हो गई है। इस बार 120 से अधिक देशों के भाग लेने की उम्मीद है, जिससे एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी एक्सपो और वैश्विक डिजिटल परिवर्तन में एक प्रमुख शक्ति के रूप में आईएमसी की स्थिति मजबूत होगी। हम आगामी संस्करण में ब्रिटेन, जापान, स्वीडन, फ़िनलैंड और अन्य देशों से बढ़ती भागीदारी देख रहे हैं।” आईएमसी 2024 में 400 से अधिक प्रदर्शकों, लगभग 900 स्टार्टअप्स और 120 से अधिक देशों की भागीदारी की उम्मीद है। पिछले साल आईएमसी ने 230 से अधिक प्रदर्शकों, 400 स्टार्टअप्स और लगभग 67 देशों की भागीदारी दर्ज की थी।   *6जी पर आएगा बड़ा अपडेट* यह कार्यक्रम   ‘द फ्यूचर इज नाउ’ पर केंद्रित है और इसमें कई बड़ी घोषणाएं होने की संभावनाएं हैं. इस कार्यक्रम के तहत साल 2022 में 1 अक्टूबर 2022 को पीएम मोदी ने देश को 5जी की सौगात दी थी. इसके अलावा, भारत का सबसे सस्ता 5जी फोन भी इसी इवेंट में लॉन्च किया गया था. इस साल भी इस इवेंट से काफी उम्मीदें जताई जा रही हैं। इस इवेंट की थीम 'द फ्यूचर इज नाउ' पर आधारित है. इस इवेंट में क्वांटम टेक्नोलॉजी, सर्कुलर इकोनॉमी और 6जी-5जी टेक्नोलॉजी में प्रगति के साथ-साथ क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, अर्धचालक, सैटेलाइट कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को लेकर अपडेट आ सकता है.    *जियाओमी लॉन्च कर सकती है स्मार्टफोन* उम्मीद है कि जियाओमी 16 अक्टूबर को स्नैपड्रैगन 4एस जेन 2 प्रोसेसर से लैस स्मार्टफोन लॉन्च करेगी. इसके अलावा, ग्लोबल स्पीकर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जनरेटिव एआई से जुड़ी चर्चा भी हो सकती है.  इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, मोबिलिटी और कंज्यूमर टेक शोकेस भी हो सकते हैं. दुनियाभर की निगाहें इस टेक इवेंट पर होगी.   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 15, 2024

डीजल में 15% इथेनॉल मिलाने पर शोध उन्नत चरणों में: नितिन गडकरी

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर 2024 (यूटीएन)। डीजल में 15% इथेनॉल मिलाने पर शोध उन्नत चरणों में है, और सरकार ठोस सबूतों के आधार पर इसे प्राथमिकता देने की संभावनाओं की तलाश कर रही है, यह बात नई दिल्ली में 12वें सीआईआई बायोएनर्जी शिखर सम्मेलन 2024 “भविष्य को ईंधन देना - भारत के हरित विकास लक्ष्यों को सुरक्षित करना” में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कही। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में इथेनॉल मिश्रण 2014 में 1.53% से बढ़कर 2024 में 15% हो गया है। इस प्रगति से प्रेरित होकर, सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में 20% मिश्रण तक पहुँचने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। मंत्री ने संकेत दिया कि इथेनॉल इकोसिस्टम बनाने की प्रगति - जहाँ इथेनॉल पंप इथेनॉल उत्पादन को पूरक बना सकते हैं और इथेनॉल से चलने वाले वाहनों को लॉन्च करने की दिशा में चार राज्यों - कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में तेज़ी से काम हो रहा है। "इंडियन ऑयल ने 400 इथेनॉल पंप स्टेशन लगाने का फैसला किया है। हम जल्द ही इस पर हितधारकों के साथ बैठक कर रहे हैं। हम सुजुकी, टाटा और टोयोटा सहित ऑटोमेकर्स से भी मिल रहे हैं। इन ऑटोमेकर्स ने फ्लेक्स-इंजन वाली कारें लॉन्च करने का फैसला किया है।   टीवीएस, बजाज, होंडा जैसे अन्य वाहन निर्माता इथेनॉल बाइक के साथ तैयार हैं और अपनी बाइक लॉन्च करने के लिए इथेनॉल पंप आने का इंतज़ार कर रहे हैं। वे अपनी बाइक लॉन्च करने के लिए इथेनॉल पंप का इंतज़ार कर रहे हैं। मैं इन चार राज्यों में इथेनॉल उत्पादन में वृद्धि को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूँ जहाँ पंपों की घोषणा की गई है - कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र" मंत्री ने कहा। उन्होंने कहा कि देश ‘ज्ञान से धन’ के युग से ‘अपशिष्ट से धन’ के युग में पहुंच गया है। सीएनजी के बारे में मंत्री ने कहा, "सीएनजी में 475 से अधिक परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं, और पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, कर्नाटक सहित अन्य जगहों पर 40 से अधिक परियोजनाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं। उनमें से अधिकांश ने चावल के भूसे के उपयोग के कारण व्यवहार्यता पाई है। वर्तमान में चावल के भूसे से सीएनजी में रूपांतरण अनुपात लगभग 5:1 (टन में) है। हमें गहराई से अध्ययन करने की आवश्यकता है कि कौन सा बायोमास हमें अधिक कुशलता से सीएनजी दे सकता है। हमें नगरपालिका के ठोस कचरे को बायो-सीएनजी में बदलने की आगे की तकनीकों का भी पता लगाने की आवश्यकता है, जहां कच्चे माल की लागत शून्य हो जाती है। इस क्षेत्र में एक पायलट परियोजना भी चल रही है"।   उद्योग से बायोमास के सबसे कुशल स्रोतों पर शोध पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए- साथ ही किफायती लागत पर उन बायोमास के कुशल परिवहन पर भी, गडकरी ने कहा, "हम जानते हैं कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाना (स्टबल बर्निंग) कितनी बड़ी समस्या है और यह दिल्ली सहित पड़ोसी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का कारण कैसे बनता है। इंडियन ऑयल ने इसका उपयोग करके उस समस्या का कुछ समाधान करने के लिए पानीपत में एक संयंत्र शुरू किया है। बायोमास के रूप में। हम वर्तमान में पराली का पाँचवाँ हिस्सा उपयोग करने में सक्षम हैं, लेकिन अगर हम ठीक से योजना बनाते हैं, तो अगले कुछ वर्षों में हम पराली से निकलने वाले मौसमी वायु-प्रदूषण की समस्या को हल कर सकते हैं"। केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान इस बात पर शोध कर रहा है कि कैसे जैव-बिटुमेन का उत्पादन हमारे बिटुमेन आयात को कम कर सकता है, मंत्री ने कहा। ऐसे समय में जब दुनिया के कुछ हिस्से आपस में युद्ध कर रहे हैं, और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं व्याप्त हैं, भारत का वार्षिक जीवाश्म ईंधन आयात बिल 22 लाख करोड़ रुपये है जो अच्छा संकेत नहीं है, मंत्री ने कहा। उन्होंने कहा कि हमें ईंधन में आत्मनिर्भरता, कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और हमारे किसानों को समृद्ध बनाने के लिए जैव ईंधन का लाभ उठाने की आवश्यकता है।   अगर हम सही मायने में और पूरी तरह से जैव ईंधन क्षेत्र के मूल्य को महसूस कर सकते हैं, और कृषि अर्थव्यवस्था को इसमें पूरी तरह से एकीकृत कर सकते हैं, तो हमारे सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान मौजूदा 14-15% से बढ़कर 20% को पार कर सकता है। गडकरी ने कहा, "हमारे किसान अन्नदाता से आगे बढ़कर ऊर्जादाता, ईंधनदाता और हाइड्रोजनदाता बनेंगे।" इससे पहले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि ईंधन की आपूर्ति के लिए ईंधन जलाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, "पीएम गति शक्ति का उपयोग करके आपूर्ति श्रृंखला या मार्ग अनुकूलन के माध्यम से, हमने अनाज में प्रति वर्ष 250 करोड़ रुपये से अधिक की बचत की है।  इसी तरह की चीज हम इथेनॉल में कर रहे हैं।" अगले साल 20% मिश्रण के लिए, हमें 1700 करोड़ लीटर इथेनॉल क्षमता की आवश्यकता है। इसमें से 1650 लीटर करोड़ क्षमता का निर्माण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 20% मिश्रण तुरंत संभव है। इथेनॉल मिश्रण में भारत की प्रगति ने वैश्विक प्लेटफार्मों को चकित कर दिया है, क्योंकि हम अगले साल तक 20% मिश्रण प्राप्त करने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, जो 2013-14 में सिर्फ 1.5% था। सितंबर 2024 तक, हम उल्लेखनीय 15% मिश्रण तक पहुँच चुके हैं। यह उपलब्धि हमारे विकसित होते जैव ऊर्जा क्षेत्र और पीएम गति शक्ति योजना का लाभ उठाते हुए।   आपूर्ति श्रृंखलाओं के हमारे अनुकूलन का प्रमाण है। श्री चोपड़ा ने कहा कि जैसे-जैसे मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं, हम मानव उपभोग को प्राथमिकता देते हुए फीडस्टॉक विविधीकरण पर जोर देते हुए एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करना जारी रख रहे हैं। अपने संबोधन में, सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा, "जैव ईंधन क्षेत्र में त्वरित गति न केवल सतत विकास को सक्षम कर रही है, बल्कि कई अन्य के अलावा कृषि मूल्य श्रृंखलाओं, ग्रामीण भारत में उद्यमशीलता उपक्रमों में अवसर पैदा करते हुए समावेशी विकास भी कर रही है। जैव ईंधन पहलों के माध्यम से उत्पन्न आर्थिक गुणक जबरदस्त हैं और यह जो सामाजिक परिवर्तन का वादा करता है वह अभूतपूर्व है। सीआईआई एयरोस्पेस समिति के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने कहा, "भारत वास्तविक समय विश्लेषण और परिचालन प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है जो उड़ान दक्षता को बढ़ाते हैं और ईंधन की खपत को कम करते हैं।" उन्होंने कहा कि टिकाऊ विमानन ईंधन (एसएएफ) से विमानन के लिए 2050 तक अपने शुद्ध-शून्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक डीकार्बोनाइजेशन का 50-65% योगदान करने का अनुमान है, जिससे यह एक महत्वपूर्ण फोकस बन गया है।   विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

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Oct 15, 2024